मंगलवार, 24 दिसंबर 2019

प्रयागराज में 3 दिन बाद इंटरनेट बहाली

प्रयागराज। तीन दिनों से बंद चल रहे इंटरनेट सेवा चौथे दिन दोपहर में चालू होने से लोगों ने राहत की सांस ली तथा तथा रुका हुआ काम दोबारा पटरी पर आने लगा 


गुरूवार को मध्य रात्रि से एन आर सी कैब को लेकर मचे बवाल को लेकर सरकार के दिशा निर्देशन में सभी सरकारी एंव प्राइवेट इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी । जिससे लोगों को बडी दिक्कतों का सामना करना पडा । सारी संचार व्यवस्था ठप पड़ जाने से सारे काम अस्त व्यस्त हो गए थे ।


सोमवार को चौथे दिन दोपहर बाद इंटरनेट सेवा बहाल होने से लोगों ने राहत की सांस ली । तथा पूर्व की भांति सभी रूके काम धीरे धीरे पटरी पर आने लगे हैं ।बता दें कि  कई कस्बो  में कैब एंव एनआरसी को लेकर किसी भी प्रकार का कोई भी जुलूस एंव धरना प्रदर्शन नहीं हुआ । ऐहतियातन अब भी क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल तैनात है और बराबर गस्त करती नजर आ रही है।


रिपोर्ट डा.लालचन्द्र पटेल


लखनऊ हिंसा के पीछे पीएफआई,एक अरेस्ट

लखनऊ। 19 दिसंबर को हिंसा और आगजनी को लेकर लखनऊ पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। पुलिस ने हिंसा के पीछे तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें गिरफ्तार इंदिरा नगर निवासी मास्टरमाइंड वसीम के बारे में पुलिस ने बताया तीनों लोग पीएफआई के लिए काम करते थे और लखनऊ में पिछले कई महीनों से रुक कर पीएफआई को फैला रहे थे। 


लखनऊ में 19 दिसंबर को हिंसा आगजनी तोड़फोड़ को लेकर पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें से एक आरोपी वसीम को लखनऊ इंदिरा नगर लखनऊ और नदीम और अशफाक को बाराबंकी से गिरफ्तार किया है। तीनों के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में पोस्टर, बैनर पेपर जिसमें एनआरसी के विरोध को लेकर पर्चे और बाबरी मस्जिद से जुड़े कागज, राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद की उर्दू किताबें बरामद की है। एसएसपी लखनऊ का कहना है यह तीनों यूपी के और राज्यों में भी पीएफआई को फैलाने की साजिश कर रहे थे। पुलिस ने कहा कि इनसे और पूछताछ की जा रही है। आगे जो भी बातें सामने आएंगी वह मीडिया के साथ रखी जाएंगी। 


वहीं एसएसपी लखनऊ ने यह भी बताया कि मुख्य आरोपी वसीम लखनऊ में रहकर 19 तारीख की हिंसा को लेकर प्लान बना रहा था। 19 तारीख को दो और आरोपी बाराबंकी से लखनऊ आए इन तीनों ने मिलकर लखनऊ में हिंसा को अंजाम दिया। पुलिस ने जब इनके व्हाट्सएप खंगाले तो उसमें कई ऐसे ग्रुप मिले जिसमें लोग भड़काऊ भाषण लिखकर लोगों तक पहुंचा कर आगजनी के लिए उग्र कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि इन लोगों ने योजनाबद्ध तरीके से इस घटना को अंजाम दिया और आगजनी फैलाई थी। एसएसपी लखनऊ ने बताया
19 तारीख की घटना को लेकर अब तक टोटल 39 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिसमे 19 तारीख से पहले 6 मुकदमे लिखे गए थे। बाकी के 33 मुकदमे बाद में लिखे गए थे और पुलिस ने बताया कि ये तीनो पीएफआई जो सिमी संगठन का सदस्य हैं, उसके लिए काम करते थे। इन तीनो साथियों ने योजना बनाकर शांति भंग व आगजनी की और पुलिस ने बताया की सिमी से जुड़े पीएफआईसी मौलाना को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। 


वही इस घटना में शामिल तीनों आरोपी में से वसीम अहमद प्रदेश अध्यक्ष पीएफआई है। यह लखनऊ के इंदिरा नगर का रहने वाला है नदीम और अशफाक रामनगर जनपद बाराबंकी का रहने वाला है। पुलिस ने यह कहा कि लखनऊ से रिहाई मंच के मोहम्मद शोएब को भी हम लोगों ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।इन लोगो ने 4 नवंबर को गांधी प्रेक्षागृह में एक मीटिंग की थी। जो बिना परमिशन के मीटिंग थी। कई लोगों को इस मीटिंग में बुलाया गया था। रिहाई मंज के मो शोएब को भी गिरफ्तार कर लिया गया था।


एसएसपी लखनऊ ने कहा कि आगे इस मामले में और भी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा। तब आप लोग को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उस बारे में जानकारी दे दी जाएगी। मगर बड़ा सवाल यह है कि पीएफआई जुड़े संगठन के मास्टरमाइंड 6 महीने से लखनऊ में डेरा डालकर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। जो उन लोगों ने 19 तारीख को अंजाम दे दिया। यदि लखनऊ पुलिस को इस बात की कानों कान खबर तक लगी इधर इस मामले में कई बड़े अफसरों की भी लापरवाही की बात सामने आई है। पुलिस की एलआईयू टीम की भी लापरवाही की बात सामने आई है। अगर पुलिस पहले ही सतर्क होकर ऐसे मास्टरमाइंड लोगों को पकड़ लेती तो शायद लखनऊ में हुई आगजनी और तोड़फोड़ का यह दंगा भड़कता ही नहीं।


वीओ-- वहीं पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उन्होंने कोई भी गुनाह नहीं किया है। उन्हें पुलिस फर्जी तरह से फंसा रही है साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी जांच करा लें।


बृजेश केसरवानी


 


प्रयागराज में नई घटी कोई घटना,सौहार्द

प्रयागराज! नागरिकता कानून को लेकर उत्तर प्रदेश के तमाम शहरो में बवाल और आगजनी हुई। लेकिन इस मामले में प्रयागराज के लोगो ने एक मिसाल कायम की है। इस शहर में विरोध हुआ जुलुस निकला लेकिन कही भी कोई ऐसी घटना नहीं हुई जिससे लोगो का जान माल का नुकसान हो।सोमवार को प्रयागराज की जनता को इस सय्यम के लिए प्रशासन और पुलिस के अफसरों ने बधाई दी है. डी आई जी के पी सिंह ने पुलिस हेड क्वाटर के लॉन में शहर के बुध्जीवी और मानिंद लोगो के साथ अफसरों की एक बैठक आयोजित की।


इस बैठक में पुलिस अफसरों में एडीजी सुजीत पांडेय ,एसएसपी सत्यार्थ पंकज अनिरुद्ध ,sp सिटी बृजेश श्रीवास्तव ,जबकि प्रशासन की तरफ से कमिश्नर आशीष गोयल ,डीएम भानु चंद्र गोस्वामी और मेयर अभिलषा गुप्ता  शामिल रही।  


सभी अफसरों ने प्रयागराज की जनता की काफी तारीफ की और कहा की ऐसे माहौल में प्रयागराज की जनता ने दुनिया को बता दिया की ये शहर वाकई में गंगा जमुनी तहज़ीब की मिसाल है! बैठक में डीएम ने ऐलान किया की जिन लोगो ने प्रशासन का सहयोग किया उनको जल्द ही सम्मान से नवाज़ा जायेगा और जिन्होंने अफवाह फैला कर लोगो को गुमराह किया उनकी गतिविधियों की जांच कराकर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। बैठक में राजनितिक संगठनों के साथ मुस्लिम धर्मगुरु भी शामिल हुए!   


बृजेश केसरवानी


1 साल में पांच राज्यों ने भाजपा को नकारा

आदिल अहमद/ रोहित कुमार


वाराणसी! कांग्रेस लोकसभा चुनावों में हार के बाद अपनी सियासी ज़मीन की तलाश में दिखाई दे रही थी। आन्तरिक हलचल और इस हलचल पर भाजपा नेताओं के जमकर हमलावर होने के बाद भी कांग्रेस ने कही न कही अपनी रणनीति को सजोये रखा था। बीते दो लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के बेहतरीन प्रदर्शन और कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद एक तरफ पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को बड़ा रणनीतिकार साबित किया जा रहा था। वहीं दूसरी तरफ कमजोर होते विपक्ष की बात भी चल उठी थी। 2019 में जब लगातार दूसरी बार बीजेपी जीतकर आई तो राजनीति के जानकारों ने इसका श्रेय कमजोर विपक्ष को भी दिया। बीजेपी की जीत और कमजोर विपक्ष पर उठ रही उंगलियों के बीच कांग्रेस पार्टी की रणनीति पर भी सवाल खड़े होने लगे थे। ऐसे में कांग्रेस के सामने अपनी खो रही सियासी जमीन तलाशने की बड़ी चुनौती थी।


अध्यक्ष बनने के बाद ही राहुल गांधी ने संगठन को जमीनी स्तर से दोबारा खड़ा करने की कवायद शुरू की। इसका फायदा पार्टी को मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव में भी मिला। लेकिन राहुल गांधी 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी को ज्यादा सीटें नहीं दिला सके।  इस चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन को देखते हुए उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और कई महीनों तक चली प्रक्रिया के बाद पार्टी ने एक बार फिर वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को जिम्मेदारी सौंपी। सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया।


राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने और बाद में सोनिया गांधी को पार्टी का कमान देने का साफ तौर पर असर विधानसभा चुनाव के परिणामों में दिखा। पार्टी ने 2018 और 2019 के बीच हुए विधानसभा चुनावो में  भाजपा को कुल 5 राज्यों में सत्ता से बेदखल कर दिया है।


एमपी-राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बनाई कांग्रेस ने सरकार राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद 2018 में मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने पहले से बेहतर प्रदर्शन किया। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को इस चुनाव में 114 सीटें मिलीं, जो पिछले चुनाव से 56 सीटें ज्यादा थीं। वहीं राजस्थान में कांग्रेस को कुल 100 सीटें मिलीं, पिछले चुनाव में राज्य में कांग्रेस को महज 21 सीटें मिली थीं। यानी पिछले चुनाव की तुलना में यहां कांग्रेस को 79 सीटों का फायदा हुआ। उधर, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बीजेपी को पछाड़ते हुए राज्य में बुहमत के साथ सरकार बनाई। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने 2018 में हुए चुनाव में कुल 68 सीटें जीतीं। बता दें कि पिछले चुनाव (2013) में कांग्रेस को 39 सीटों से संतोष करना पड़ा था।


महाराष्ट्र और हरियाणा में कांग्रेस ने किया वापसी राज्यों के चुनाव में कांग्रेस का बेहतर प्रदर्शन 2019 में भी जारी रहा। पार्टी ने महाराष्ट्र और हरियाणा में पहले की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। महाराष्ट्र में सीटों के लिहाज से तो कांग्रेस का प्रदर्शन 2014 के आसपास ही रहा, लेकिन उसकी सहयोगी एनसीपी 41 से बढ़कर 54 तक पहुंच गई। जबकि हरियाणा में तो पार्टी सरकार पिछले चुनाव से दोगुना सीटें हासिल की। खास बात यह है कि हरियाणा चुनाव में राहुल गांधी ने जहां गिनती की ही रैलियां की थी वहीं सोनिया गांधी यहां चुनाव प्रचार से पूरी तरह से दूर रहीं थी। जानकारों का मानना है कि अगर पार्टी राज्य में थोड़े समय पहले चुनावी मूड में आ जाती तो इसकी सीटों में और इजाफा हो सकता था।


झारखंड में भी हुई भाजपा की करारी हार? कांग्रेस ने झारखंड चुनाव में भी ज़बरदस्त वापसी किया और जेएमएम के साथ गठबंधन की जीत हासिल कर स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया है। झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के लिए मतदान की गिनती में बीजेपी को JMM-कांग्रेस गठबंधन ने ज़बरदस्त हार का स्वाद चखा दिया। गठबंधन कुल 47 सीटों को जीत कर भाजपा को मात्र 25 सीट पर सिमित कर दिया। स्पष्ट बहुमत पाई कांग्रेस गठबन्धन की सरकार के बाद भाजपा को सत्ता से उतार फेकने वाली कांग्रेस की यह एक बड़ी जीत है। भाजपा ने जहा झारखण्ड में राम मंदिर, धारा 370 और नागरिकता संशोधन कानून का कार्ड खेला था तो कांग्रेस गठबंधन ने ज़मीनी स्तर की स्थानीय समस्याओं पर चुनाव लड़ा था। और आखिर स्थानीय मुद्दे भारी पड़े और भाजपा सत्ता से बेदखल हो गई।


बेदखली भी कोई छोटी नहीं रही, खुद मुख्यमंत्री रघुबर दास अपना चुनाव हार गए और निर्दल प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े सरयू राय ने चुनाव जीत कर भाजपा को एक और बड़ा झटका दिया है। भाजपा की तरफ से खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस राज्य में 9 रैली, अमित शाह ने 11 रैली और रघुबर दास ने कुल 51 रैलिया किया था। भाजपा ने चुनाव में पूरी ताकत झोक दिया था। वही कांग्रेस के बड़े नेताओं की इस चुनाव में रेलिया भाजपा के अनुपात में न के बराबर हुई। इसके बाद भी भाजपा की यह हार कही न कही से केंद्रीय नेतृत्व पर भी बड़ा सवाल उठा रही है।


बवाल के बीच एनपीआर को कैबिनेट की मंजूरी

नई दिल्ली! नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) पर देशभर में हो रहे बवाल के बीच मोदी कैबिनेट ने एक बड़ा फैसला लिया है! मोदी कैबिनेट ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) पर मुहर लगा दी है! सूत्रों के मुताबिक, यह मंजूरी राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर यानी NPR को अपडेट करने के लिए दी गई है!


मोदी कैबिनेट की यह बैठक मंगलवार को हुई! बैठक में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर अपडेट करने के लिए मंजूरी दी गई! इस काम में आने वाले खर्च का बजट भी जारी किया गया है! रजिस्टर अपडेट करने के लिए सरकार की तरफ से 8500 करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट अप्रूव किया गया है!


यह रजिस्टर नागरिकता अधिनियम 1955 के प्रावधानों के तहत स्थानीय, उप-जिला, जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया जाता है! कोई भी व्यक्ति जो 6 महीने या उससे अधिक समय से किसी इलाके में रह रहा हो तो उसे नागरिक रजिस्टर में जरूरी रजिस्ट्रेशन कराना होता है!


मेजर ने बनाई खास 'बुलेटप्रूफ जैकेट'

नई दिल्ली! सीमा पर जवान के लिए तमाम खतरों में से एक स्नाइपर राइफल भी होती है, जिससे निकली गोली बुलेट प्रूफ जैकेट तक को नहीं बख्शती! इस राइफल के वार से जवानों को बचाने के लिए मेजर अनूप मिश्रा ने खास बुलेट प्रूफ जैकेट तैयार की है! उनका दावा है कि यह भारतीय सेना के जवानों की युद्ध के दौरान स्नाइपर राइफल से रक्षा करेगी!


मजर अनूप मिश्रा ने बताया कि इस जैकेट को पुणे के मिलिट्री इंजीनियरिंग कॉलेज में तैयार किया गया है! उन्होंने बताया कि ये लेवल 4 बुलेट प्रूफ जैकेट हैं जो स्नाइपर राइफल से दागी गई गोलियों से सैनिकों की रक्षा करेगी! ये जैकेट पूरे शरीर के लिए कंपैटिबल है और ये क्षमता रखने वाला भारत तीसरा देश होगा!


निकाय चुनाव में किसको मिली हार-जीत

बलरामपुर। रामानुजगंज नगर पंचायत चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं। जो नतीजे सामने आए हैं उसके मुताबिक यहां कांग्रेस को महज 5 सीटों में ही जीत मिली है। जबकि भाजपा ने 7 वार्डों पर अपना कब्जा किया है, और 3 वार्डों पर निर्दलीयों को जीत मिली है। यहां निर्दलीय महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आ रहे हैं। देखिये सूची…



 
1 भाजपा- उमेश सिंह गहरवार
2 कांग्रेस- किरण गुप्ता
3 कांग्रेस -अशोक गौड़
4भाजपा – ललिता देवी
5 निर्दलीय – विजय रावत
6 कांग्रेस – खुशबू देवी
7 कांग्रेस – श्वेता दास
8 कॉंग्रेस- अशोक जायसवाल
9 भाजपा – अनिता गुप्ता
10 भाजपा – रमन अग्रवाल
11 निर्दलीय -बजरंग गुप्ता
12 निर्दलीय -मुकेश जायसवाल
13 भाजपा – राजनाथ विश्वकर्मा
14 भाजपा -राजेश सोनी
15 भाजपा -उषा गुप्ता


27 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे हेमंत

रांची! झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला है! गठबंधन ने 81 में से 47 सीटें जीती हैं! इस जीत के बाद अब गठबंधन के नेता जल्द ही सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे!


सूत्रों के मुताबिक, 27 दिसंबर को हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे! इस दौरान जेएमएम के 6, कांग्रेस के 5 और आरजेडी के कोटे से एक मंत्री शपथ लेंगे! यानी हेमंत सोरेन के साथ 12 मंत्री शपथ लेंगे! इसके अलावा कांग्रेस के खाते में स्पीकर पद जा सकता है!


मेरठ में पर्यावरण प्रदर्शनी का आयोजन

बहराइच। 47 वी जवाहर लाल नेहरू राज्य स्तरीय विज्ञान,गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी मेरठ जिले मे आयोजित किया गया। चार दिवसीय प्रदर्शनी में राज्य भर से शिक्षक अपने जनपदों के उपविषय पर मॉडल प्रस्तुत किया।बहराइच जनपद ने विभिन्न उप विषयों पर प्रतिभाग किया और मॉडल प्रस्तुत किया।जिसमें भावी परिवहन और संचार उपविषय के अंतर्गत लंबन विधि द्वारा आकाशीय पिण्डो का व्यास,परिधि ज्ञात करने का मॉडल प्रस्तुत किया गया जिसमें जनपद को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।मॉडल को प्रस्तुत करने के लिए देवीपाटन मंडल से नामित पूर्व माध्यमिक विद्यालय सधुवापुर,विकासखण्ड महसी के सहायक अध्यापक डॉ आशीष श्रीवास्तव को पुरस्कार,ट्राफी व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।उन्होंने बताया कि मेरठ में चार दिवसीय प्रदर्शनी में जिले ने अपना परचम लहराया।प्रदर्शनी के दूसरे दिन शिक्षण अधिगम सामग्री का मूल्यांकन व आवर्त सारिणी विषय पर सेमिनार का भी आयोजन किया गया।चार दिन के सम्पूर्ण कार्यक्रम में देवीपाटन मण्डल को द्वितीय स्थान भी मिला।देवीपाटन मण्डल से अशोक पाण्डेय, राज्यवर्द्धन श्रीवास्तव, अजय कुमार मिश्रा, दया शंकर प्रजापति,डॉ कृष्ण देव द्विवेदी सहित अन्य शिक्षक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।


राज्य मंत्री का दखल, रेप का मामला दर्ज

उत्तरकाशी। राज्यमंत्री रेखा आर्य के हस्तक्षेप के बाद पीसीएस की तैयारी कर रही युवती से दुष्कर्म का मुकदमा उत्तरकाशी पुलिस ने दर्ज कर लिया है। आरोपी ने शादी करने का झांसा देकर कई साल तक उसका यौन शोषण किया। बाद में दूसरी शादी रचाकर पीड़िता को छोड़ दिया। आरोप है कि लखनऊ के इस युवक ने पीड़िता को डेढ़ साल तक गाजीपुर में पत्नी के रूप में रखा।


उत्तरकाशी जिले की पीड़िता ने राज्यमंत्री रेखा आर्य से मिलकर आपबीती बताई थी। पीड़िता ने बताया कि उत्तरकाशी में एनबीसीसी कंपनी में काम करने वाला अभिषेक चौहान निवासी गोमतीनगर, लखनऊ 2013 में उसके संपर्क में आया था। चौहान ने घर आकर कई बार प्रेम प्रस्ताव दिया, लेकिन वह टालती रही। 21 नवंबर 2014 को आरोपी अपने परिवार के साथ उसे जन्मदिन के बहाने एक होटल में ले गया और कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। विरोध करने पर आरोपी ने उसे शादी करने का झांसा दिया। इसी बीच 2015 में गर्भ ठहरा तो आरोपी ने दवा खिलाकर गर्भपात करा दिया। इधर, सितंबर 2017 में शादी का झांसा देकर फिर कई होटलों में उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। वह विरोध करती तो अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसके मुंह को बंद करा दिया जाता। इसके बाद आरोपी एक कंपनी में नौकरी लगने की बात कहकर उसे गाजीपुर ले गया, जहां किराए पर कमरा लेकर अपने साथ रखा। पीड़िता ने आरोप लगाया कि सितंबर 2019 में अभिषेक के पिता शादी कराने की बहाने उसे उत्तरकाशी छोड़ गए। धोखे का पता चलने पर विरोध किया तो आरोपी पक्ष ने जान से मारने की धमकी दी। इसी बीच 22 नवंबर को अभिषेक के मोबाइल से एक युवती का फोन आया, जिसने अभिषेक से शादी करने की बात कही। धमकी दी कि यदि शादी में अड़ंगा लगाया तो वह उसे मरवा देगी। राज्यमंत्री रेखा आर्य ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक से बात की। एसपी के निर्देश पर उत्तरकाशी में पीड़ित की तहरीर पर आरोपी अभिषेक चौहान, उसके पिता और धमकी देने वाली युवती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि विवेचना में आने वाले तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।


कैंसर के दर्द में लाभदायक एक्यूपंचर

चिकित्सा की वैदिक पद्धतियां एक्यूप्रेश और ऐक्यूपंक्चर कैंसर के कारण होनेवाले भीषण दर्द की तीव्रता को कम करती हैं। इतना ही नहीं दर्द को दूर कर कैंसर में ओपिओइड की जरूरत को भी कम कर सकती हैं। यह स्टडी हाल ही जामा ऑन्कॉलजी जर्नल में प्रकाशित हुई है। 


कैंसर के मरीजों में करीब 70 प्रतिशत लोग भीषण तीव्रता वाला दर्द सहन करते हैं। इसे दवाओं के जरिए 50 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। हालांकि पेन मैनेजमेंट के दौरान पता चलता है कि दर्द को कंट्रोल करने के लिए दी जानेवाली दवाओं के भी पेशंट्स के शरीर पर हानिकारक प्रभाव होते हैं। इनमें दवाओं का अडिक्शन भी शामिल है। दवाइयों के इन दुष्प्रभावों से बचने के लिए ऐक्यूप्रेशर और ऐक्यूपंक्चर जैसी पद्धतियों का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है।
आरएमआईटी यूनिवर्सिटी, मेलबर्न और विक्टोरिया ऑस्ट्रेलिया द्वारा भी कैंसर के पेशंट्स के दर्द को कम करने के लिए ऐक्यूप्रेशर और ऐक्यूपंक्चर के प्रभाव का मूल्यांकन किया गया। इस दौरान ऐक्यूप्रेशर और ऐक्यूपंक्चर को एनलजेसिक थेरपी के साथ अप्लाई किया गया। इस दौरान सामने आया कि इनके उपयोग से मरीज को दर्द में बड़ी राहत मिलती है और उसे पेनकिल्स की लत भी नहीं लगती है।


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...