शनिवार, 30 नवंबर 2019

रेप विरोधी प्रदर्शन कारियो पर बरसाए लाठी

नई दिल्ली। हैदराबाद में डॉक्टर के रेप और हत्या के विरोध में लोग सड़क पर उतर आये हैं। प्रदर्शन कर रहे लोगों को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ रहा है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी भी चलाई। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि परसों जो डॉक्टर के साथ घटना हुई उसके आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए। बता दें कि सोशल मीडिया समेत देश में कई जगहों पर इस मुद्दे को लेकर प्रदरेशन हो रहे।


वेटनरी डॉक्टर रेप और मर्डर केस में बड़ा खुलासा


वेटनरी डॉक्टर के रेप और मर्डर केस में एक और खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक महिला डॉक्टर का रेप साजिश के तहत किया गया। पहले महिला का स्कूटर पंचर किया और उसके वापस लौटने के बाद पंचर बनाने का बहाना कर गैंगरेप किया और फिर मर्डर कर दिया। जानकारी के मुताबिक घर से शाम 5.50 बजे निकल कर टोंदुपल्ली टोल गेट पर शाम 6 बजे स्कूटर पार्क कर वहीं से गची बोली में अपने क्लीनिक के लिए कैब से निकली। इस बीच वहां खड़े एक ट्रक के साथ मौजूद चार लोगों ने यह साजिश रची। उसके वापस लौटने से पहले ही स्कूटर को पंक्चर कर दिया गया। जब वेटेरिनरी डॉक्टर वापस लौटी करीब 9 बजे तो उसने देखा कि स्कूटर फ्लैट है। ऐसे में उसे मदद कि ज़रूरत थी। उसने अपनी बहन को फोन कर बताया कि कुछ ट्रक वालों से उसे डर लग रहा है। इस बसी हाईवे पर युवती का मुंह बंद कर उसे ट्रक के पीछे ले जाया गया। वहीं पास में एक ग्राउंड है जहां उसे घसीट कर ले गए और इस घिनौने वारदात को अंजाम दिया। हैरानी वाली बात यह कि इस ग्राउंड में वॉचमैन का घर भी है लेकिन उसने भी इसे नोटिस नहीं किया।


तेलंगाना के गृहमंत्री का शर्मनाक बयान


महिला डॉक्टर की हत्या को लेकर तेलंगाना के गृहमंत्री ने बेहद शर्मनाक बयान दिया है। गृह मंत्री मोहम्‍मद महमूद अली ने कहा कि महिला डॉक्‍टर ने अपनी बहन की जगह पुलिस को फोन किया होता तो उसे बचाया जा सकता था। उन्होंने कहा, ''इस घटना से हम दुखी हैं। पुलिस सतर्क है और अपराध नियंत्रित कर रही है। यह दुर्भाग्‍यपूण है कि महिला डॉक्‍टर ने 100 नंबर की जगह अपनी बहन को फोन किया। अगर उन्‍होंने 100 नंबर पर कॉल किया होता तो उन्‍हें बचाया जा सकता था।''


एक और जली हुई लाश मिलने से मंची सनसनी


महिला डॉक्टर का शव मिलने के 24 घंटे के भीतर एक और महिला का अधजला शव बरामद हुआ है। डॉक्टर प्रियंका रेड्डी का गैंगरेप का मामला साइबराबाद पुलिस ने अभी सुलझाया ही था इस बीच हैदराबाद के शमसाबाद इलाके में ही और एक घटना सामने आई है, करीब 35 साल के एक महिला का जला हुआ शव बरामाद हुआ। महिला की पहचान अभी नहीं हो पाई है।


झारखंड विधानसभा चुनाव का पहला चरण

रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव में पहले चरण में 13 सीटों पर शनिवार सुबह मतदान शुरू हो गया। चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और दोपहर तीन बजे तक चलेगा। प्रथम चरण में कुल 37,83,055 मतदाता 189 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला कर सकेंगे। इस चरण में 27-चतरा (एससी), 68-गुमला (एसटी), 69-बिशुनपुर (एसटी), 72-लोहरदगा (एसटी), 73-मनिका (एसटी), 74- लातेहार (एससी), 75-पांकी, 76-डाल्टेनगंज, 77-विश्रामपुर, 78-छत्तरपुर (एससी),79- हुसैनाबाद, 80- गढ़वा और 81-भवनाथपुर सीट के लिए कुल 189 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जिनमें 174 पुरुष और 15 महिला उम्मीदवार हैं।


मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार चौबे ने कल संवाददाता सम्मेलन में बताया था कि पहले चरण में 13 सीटों के लिए 30 नवम्बर को होने वाले मतदान को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।उन्होंने बताया था कि 4,892 मतदान केंद्रों पर 37,83,055 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इन मतदाताओं में 19,81,694 पुरुष, 18,01,356 महिला और 5 तीसरे लिंग के मतदाता हैं। मतदान में नए मतदाताओं (18-19 साल के) की कुल संख्या 1,05,822 है, जिनमें 57,687 पुरुष और 48,135 महिला मतदाता हैं।


दावेदारों के नाम पर आज शाम लगेगी मुहर

रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस से दावेदारों का नाम तय करने के लिए रविवार शाम तक का समय दिया गया है। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने दोपहर 12 बजे तक सभी जिलों में बैठक करने कर शाम तक सभी सिंगल नाम पीसीसी को भेजने का निर्देश दिया है। इस संबंध में शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गिरीश दुबे ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि कल रविवार को प्रदेश चुनाव समिति को नाम भेजे जाएंगे, दावेदारों के नामों पर अंतिम मुहर वही लगेगी। दुबे ने कहा कि यहां 12 ब्लॉक हैं, सभी में एक-एक प्रभारी बनाकर भेजे गए हैं। सभी प्रभारियों ने बैठक कर रिपोर्ट सौंप दी है। कल शुक्रवार को जिला चयन समिति की पहली बैठक हो चुकी है, जिसमें रूपरेखा तय की गई कि किस स्वरूप में टिकट का वितरण किया जाना है। आज शनिवार 5 बजे जिला चयन समिति की दूसरी बैठक हैं, जिसमें लगभग पैनल तय कर लिए जाएंगे। दुबे ने कहा कि बायोडाटा देने का विषय जहां तक है तो दावेदारों ने वार्ड में और ब्लॉक में बायोडाटा पहले दिया हुआ है। कांग्रेस में भीतरघात और निर्दलीय की कम संभावना है। शपथ और समर्थन की प्रक्रिया चल रही है। अनुशासन समिति व समन्वय समिति बनाई जाएगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर हमने वार्ड स्तर पर कमेटी का गठन करके बैठकें करवा रहे हैं।


दुल्हन बनकर पकड़ा खूंखार अपराधी

भोपाल। मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक महिला पुलिसकर्मी ने दुलहन बनकर एक खूंखार अपराधी को गिरफ्तार करवाने में मदद की। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हत्या, डकैती के 15 मामलों में फरार चल रहे खूंखार हत्यारोपी बालकिशन को मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन खूंखार हत्यारोपी बालकिशन को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को क्या-क्या जतन नहीं करने पड़े इसका उदाहरण मध्य प्रदेश के छतरपुर पेश हुआ। दरअसल, 10 हजार रुपए के इनामी गैंगस्टर बालकिशन को पकड़ने के लिए छतरपुर थाने में तैनात महिला सब-इंस्पेक्टर दुल्हन बनना का नाटक रचा।


मामाल मध्य प्रदेश के छतरपुर का है। नौगांव थाना पुलिस पिछले काफी समय से बालकिशन की तलाश कर रही थी, लेकिन वो पुलिस टीम के हाथ नहीं आ रहा था। इसको पकड़ने के लिए सब-इंस्पेक्टर माधवी अग्निहोत्री (28) को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिसके बाद पुलिस ने चौबे को फेसबुक अकाउंट के जरिए ट्रैक करना शुरू किया। इतना ही नहीं सब-इंस्पेक्टर माधवी अग्निहोत्री ने किसी व्यक्ति के जरिए सलवार-सूट पहने हुए अपनी फोटो आरोपी के पास भिजवाई। फोटो देखने के बाद दोनों में बात-चीत शुरू हो गई।


सब-इंस्पेक्टर माधवी अग्निहोत्री ने 'राधा' बनकर बालकिशन चौबे से फोन पर तीन दिन बात की और अपने जाल में फंसा लिया। फोन पर बात-चीत के बाद बालकिशन ने 'राधा' के सामने शादी का प्रस्ताव रख दिया। चौबे ने उससे शादी से पहले एक बार मिलने के लिए कहा और यूपी-एमपी की सीमा पर एक गांव के मंदिर में मिलना तय हुआ। लेकिन बालकिशन को यह नहीं पता था कि गुरुवार को मंदिर में जिस राधा से मिलने वह पहुंचा था वह एक पुलिसकर्मी है। जब चौबे बाइक पर आया और गुलाबी सलवार-कुर्ता पहने एक महिला को देखकर उसकी तरफ बढ़ा। पहले से ही इंतजार कर रहे पुलिसकर्मियों ने फौरन उसे धर दबोचा। माधवी ने बताया, 'जैसे ही मैंने उससे कहा 'राधा आ गई' उसके होश उड़ गए।


बता दें कि पुलिस को चौबे की तलाश उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हत्या और डकैती के 15 मामलों में थी। हर बार छत्तरपुर की पुलिस उसे गिरफ्तार करने के बेहद करीब पहुंच जाती थी लेकिन हर बार वह बच निकलता था। थाना प्रभारी बैजनाथ शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश के खमा गांव का रहने वाला है। यूनिवर्सिटी नैशनल चैंपियनशिप में माधवी को गोला-फेंक और दूसरी प्रतियोगिता में गोल्ड मिला था। माधवी ने बताया, 'मुझे पता चला कि वह हथियार चलाने से पहले कभी नहीं सोचता था। मुझे यह भी पता चला कि उसे महिलाओं में दिलचस्पी थी।'


मिलीभगत से श्रमिकों का हो रहा शोषण

बिलासपुर। शिवपुर पंचायत में खनिज न्यास मद से मांझी तालाब मे रिटर्न वाल निर्माण का काम चल रहा है। जहां पर मजदूरों को उसके मजदूरी सरकारी रेट नहीं बल्कि ठेकेदार द्वारा ₹150 पुरुष एवं ₹140 महिला मजदूर को मजदूरी दी जा रही है। मजदूरों द्वारा मजदूरी बढ़ाने की बात कही गई, तो ठेकेदार द्वारा धमकाते हुए कहा जा रहा है, कि काम करना है, तो करो नहीं, हमें अन्यत्र लेवर मिल जाएंगे गरीब मजदूर क्या करें, काम ना करें तो पेट कैसे जीवन चलेगा ,परिवार का पालन पोषण कैसे होगा। मांझी तलाव के रिटर्न वालों में काम करने वाले मजदूर शैलेंद्र पिता पुरुषोत्तम, भारत पिता मंगल, सरिता पिता बिसाहू राम, पुष्पा पिता प्रेमचंद, प्रेमचंद पिता मोहन साए एवं अन्य और मजदूर उस रिटर्न वालों में काम कर रहे हैं। रिटर्न वॉल निर्माण का काम पंचायत द्वारा अन्यत्र पंचायत सचिव सुनील जायसवाल द्वारा कराया जा रहा है । जिनका ऊपर राजनेताओं कर्मचारियों से अच्छे पकड़ है। इस बात के डर पर गरीब मजदूर शिकायत भी नहीं कर सकते। शिवपुर पंचायत, जिला मुख्यालय एवं जनपद मुख्यालय के आखरी छोर, बिलासपुर जिले से लगी होने के कारण, अधिकारी एवं नेताओं का आना जाना बहुत कम रहती है। जिसका फायदा ऐसे ठेकेदार मजदूरों की मजदूरी काटकर अपनी जेब गरम करने में लगे रहते हैं।


अमेरिका के बाद जापान से टू प्लस टू वार्ता

नई दिल्ली। भारत और जापान के बीच पहली रक्षा और विदेश मंत्री स्तर 2+2 वार्ता शनिवार को नई दिल्ली में होगी। यह वार्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बीच होने वाली वार्ता से पहले अहम है, जिसमें कई रणनीतिक सहयोग परियोजनाओं पर चर्चा होगी। विदेश मंत्रालय के मुताबिक यह बैठक अक्टूबर 2018 में जापान में आयोजित 13वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री आबे के बीच बनी रजमांदी की कड़ी है। द्विपक्षीय सुरक्षा और रक्षा सहयोग को अधिक गहरा बनाने के लिए दो मंत्री स्तर की यह संवाद प्रक्रिया स्थापित की जा रही है।


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर इस 2+2 वार्ता के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, जबकि जापानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री तोशिमित्सु मोतेगी और रक्षा मंत्री ताओ कोनो करेंगे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक इस बैठक में दोनों पक्षों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा होगी ताकि भारत-जापान विशेष सामरिक और वैश्विक भागीदारी को अधिक गहराई दी जा सके। साथ ही दोनों देश भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी और जापान के फ्री एंड ओपन इंडो-पैसिफिक विजन के तहत अपनी नीतियों का तालमेल बनाने का प्रयास करेंगे।


अमेरिका के बाद जापान दूसरा ऐसा देश है जिसके साथ भारत 2+2 वार्ता में साझेदार बना है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक इस वार्ता में भारत और जापान के बीच नई रणनीतिक परियोजनाओं और साझेदारी की संभावनाएं तलाशने पर जोर होगा। खास तौर पर एशिया प्रशांत क्षेत्र में भारत और जापान की संयुक्त सहयोग परियोजनाओं पर भी बात चीत होगी।


शानदार एक्ट्रेस ड्रेस इसका क्या होता है

मुंबई। फिल्में समाज का आइना होती हैं लेकिन कई बार सिनेमा रियलिटी से दूर जाने का तरीका भी होता है। यही कारण है कि एक्टर्स कई फिल्मों में ऐसे शानदार परिधानों में दिखते हैं जिन्हें आम जिंदगी में कोई पहनने के बारे में शायद ही सोचता होगा। इनमें से ज्यादातर परिधान पीरियड फिल्मों के होते हैं लेकिन कई कमर्शियल फिल्मों में भी अजीबोगरीब फैशन सेंस होता है। वहीं, कई परिधान ऐसे भी होते हैं जिन्हें पहनने की चाह हर कोई रखता है लेकिन फिल्म की शूटिंग खत्म होने के बाद स्टार्स की इन ड्रेसेस के साथ आखिर होता क्या है?


यशराज फिल्म्स की स्टायलिस्ट आयशा खन्ना ने मिड डे के साथ बातचीत में बताया था कि इनमें से ज्यादातर कपड़ों को संभाल कर रख दिया जाता है और उन पर फिल्म के नाम का लेबल लगाया दिया जाता है. इसके बाद इन कपड़ों को मिक्स मैच करने के बाद जूनियर आर्टिस्ट्स के लिए इस्तेमाल भी किया जाता है और उसी प्रोडक्शन हाउस की दूसरी फिल्मों में इनका इस्तेमाल होता है। हालांकि इस दौरान इन कपड़ों पर सतर्कता से काम होता है ताकि दर्शकों को ये आभास ना हो कि इस ड्रेस को किसी और फिल्म में पहना गया है। हालांकि सभी कपड़ों के साथ ऐसा नहीं होता है और कई खास वेशभूषाओं को स्टार्स भी फिल्म से जुड़ी एक यादगार मेमोरी के लिए अपने पास रख लेते हैं। बॉलीवुड के कई स्टार्स हैं जो किसी फिल्म से खास लगाव होने के चलते फिल्म से जुड़े ड्रेस अपने पास रख लेते हैं।


हाइड्रोफोबिया के बावजूद अंडर वाटर एक्शन

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी इन दिनों आपनी आने वाली फिल्म 'मर्दानी 2' में बिजी हैं। इस फिल्म के लिए रानी ने अपने हाइड्रोफोबिया का मर्दानी अंदाज में सामना किया है। बहुत कम लोग यहां तक की रानी मुखर्जी के फैंस भी नहीं जानते होंगे कि रानी मुखर्जी को हाइड्रोफोबिया (पानी से डर) है। इसके बावजूद इस फिल्म के लिए रानी ने अंडरवाटर एक्शन दृश्यों की शूटिंग की। इसके लिए उन्हें अपने डर पर काबू पाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी। इस बारे में रानी ने कहा, “फिल्म में एक ऐसा दृश्य था, जिसके लिए मुझे पानी के अंदर एक्शन सीक्वेंस शूट करना था। गोपी ने स्क्रिप्ट पढ़ने के दौरान मुझे जब इसके बारे में पहली बार बताया तो मैं काफी घबरा गई थी, क्योंकि ईमानदारी से कहूं तो मुझे पानी से बहुत डर लगता है, क्योंकि मुझे तैरना नहीं आती है। बचपन से ही मैं पूल में उतरने से डरती हूं।”


अभिनेत्री ने आगे कहा, “मैंने अपनी जिंदगी में कई बार तैराकी सीखने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश मैं इसमें सफल नहीं रही। स्क्रिप्ट खत्म होने के बाद मैंने गोपी से पहली बार पूछा था कि अंडरवाटर सीक्वेंस कितना महत्वपूर्ण है, क्या यह फिल्म के लिए अनिवार्य है, या हम इसके बिना भी फिल्म कर सकते हैं। मुझे झटका देते हुए गोपी ने कहा कि इसे बदला नहीं जा सकता है और मैं इसे अंडरवाटर ही शूट करना चाहूंगा।” अपने इस डर पर जीत हासिल करने के अनुभव के बारे में रानी ने बताया, “मुझे मेरे स्वीमिंग कोच (अनीस अदेनवाला) ने बहुत अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया, जो काफी शानदार था। उन्होंने पानी के प्रति मेरे डर को कम किया और मुझे अहसास हुआ कि अगर इस वक्त मैं हाइड्रोफोबिया से उबर नहीं पाई तो जीवन में कभी इससे बाहर नहीं आ पाऊंगी, और इस फिल्म ने मुझे अपने सबसे बड़े डर पर जीत हासिल कराने में मदद की।” आपको बता दें कि ये फिल्म 13 दिसंबर को रिलीज होने वाली है। फिल्म का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है जिसे सोशल मीडिया पर दर्शकों का काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला है।


अंतरराष्ट्रीय एड्स दिवस पर राष्ट्रीय समीक्षा

नई दिल्ली। सरकार के 2030 तक एड्स उन्मूलन के वादे को पूरा करने की दिशा में सराहनीय प्रगति तो हुई है। परन्तु नए एचआईवी संक्रमण दर में वांछित गिरावट नहीं आई है। जिससे कि आगामी 133 माह में एड्स उन्मूलन का स्वप्न साकार हो सके। इटरनेशनल एड्स सोसाइटी की संचालन समिति में एशिया पैसिफ़िक क्षेत्र के प्रतिनिधि और एड्स सोसाइटी ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष डॉ ईश्वर गिलाडा ने कहा कि "2020 तक, विश्व में नए एचआईवी संक्रमण दर और एड्स मृत्यु दर को 5 लाख से कम करने के लक्ष्य से हम अभी दूर हैं। 2018 में नए 17 लाख लोग एचआईवी संक्रमित हुए और 7.7 लाख लोग एड्स से मृत। दुनिया में 3.79 करोड़ लोग एचआईवी के साथ जीवित हैं। भारत में अनुमानित है कि 21.4 लाख लोग एचआईवी के साथ जीवित हैं, जिनमें से 13.45 लाख लोगों को जीवनरक्षक एंटीरेट्रोवायरल दवा प्राप्त हो रही है। एक साल में 88,000 नए लोग एचआईवी से संक्रमित हुए और 69,000 लोग एड्स से मृत।"


चेन्नई के वोलंटरी हेल्थ सर्विसेज़ अस्पताल के संक्रामक रोग केंद्र के निदेशक और एड्स सोसाइटी ऑफ़ इंडिया के महासचिव डॉ एन कुमारसामी ने कहा कि "भारत सरकार की राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 और संयुक्त राष्ट्र के एड्स कार्यक्रम (UNAIDS) दोनों के अनुसार, 2020 तक एचआईवी का 90-90-90 का लक्ष्य पूरा करना है: 2020 तक 90% एचआईवी पॉजिटिव लोगों को यह पता हो कि वे एचआईवी पॉजिटिव हैं; जो लोग एचआईवी पॉजिटिव चिन्हित हुए हैं उनमें से कम-से-कम  90% को एंटीरेट्रोवायरल दवा (एआरटी) मिल रही हो; और जिन लोगों को एआरटी दवा मिल रही है उनमें से कम-से-कम 90% लोगों में 'वायरल लोड' नगण्य हो. वायरल लोड नगण्य रहेगा तो एचआईवी संक्रमण के फैलने का खतरा भी नगण्य रहेगा, और व्यक्ति स्वस्थ रहेगा।"
डॉ गिलाडा ने बताया कि विश्व में 79% एचआईवी पॉजिटिव लोगों को एचआईवी टेस्ट सेवा मिली, जिनमें से 62% को एंटीरेट्रोवायरल दवा मिल रही है और 53% लोगों में 'वायरल लोड' नगण्य है। भारत में 79% एचआईवी पॉजिटिव लोगों को टेस्ट सेवा मिली, जिनमें से 71% लोगों को एंटीरेट्रोवायरल दवा भी मिल रही है। 90-90-90 के लक्ष्य की ओर प्रगति अधिक रफ़्तार से होनी चाहिए क्योंकि सिर्फ 13 माह शेष हैं।
डॉ गिलाडा ने कहा कि आज एचआईवी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित अनेक नीति और कार्यक्रम हमें ज्ञात हैं। हमें यह भी पता है कि कैसे एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति भी एक स्वस्थ और सामान्य जीवन जी सकते हैं। परन्तु जमीनी हकीकत भिन्न है। यदि हम प्रमाणित नीतियों और कार्यक्रमों को कार्यसाधकता के साथ लागू नहीं करेंगे तो 2030 तक एड्स-मुक्त कैसे होंगे?


एचआईवी पॉजिटिव लोगों में सबसे बड़ा मृत्यु का कारण क्यों हैं टीबी?
टीबी से बचाव मुमकिन है और इलाज भी संभव है। तब क्यों एचआईवी पॉजिटिव लोगों में टीबी सबसे बड़ा मृत्यु का कारण बना हुआ है?सीएनएस निदेशिका शोभा शुक्ला ने बताया कि 2018 में 15 लाख लोग टीबी से मृत हुए जिनमें से 2.5 लाख लोग एचआईवी से भी संक्रमित थे (2017 में 16 लाख लोग टीबी से मृत हुए जिनमें से 3 लाख लोग एचआईवी से संक्रमित थे)।


हर नया टीबी रोगी, पूर्व में लेटेंट टीबी से संक्रमित हुआ होता है। और हर नया लेटेंट टीबी से संक्रमित रोगी इस बात की पुष्टि करता है कि संक्रमण नियंत्रण निष्फल था जिसके कारणवश एक टीबी रोगी से टीबी बैक्टीरिया एक असंक्रमित व्यक्ति तक फैले। लेटेंट टीबी, यानि कि, व्यक्ति में टीबी बैकटीरिया तो है पर रोग नहीं उत्पन्न कर रहा है। इन लेटेंट टीबी से संक्रमित लोगों में से कुछ को टीबी रोग होने का ख़तरा रहता है। जिन लोगों को लेटेंट टीबी के साथ-साथ एचआईवी, मधुमेह, तम्बाकू धूम्रपान का नशा, या अन्य ख़तरा बढ़ाने वाले कारण भी होते हैं, उन लोगों में लेटेंट टीबी के टीबी रोग में परिवर्तित होने का ख़तरा बढ़ जाता है।


दुनिया की एक-चौथाई आबादी को लेटेंट टीबी है। पिछले 60 साल से अधिक समय से लेटेंट टीबी के सफ़ल उपचार हमें ज्ञात है पर यह सभी संक्रमित लोगों को मुहैया नहीं करवाया गया है।
 विश्व स्वास्थ्य संगठन की 2018 मार्गनिर्देशिका के अनुसार, लेटेन्ट टीबी उपचार हर एचआईवी संक्रमित व्यक्ति को मिले, फेफड़े के टीबी रोगी, जिसकी पक्की जांच हुई है, उनके हर परिवार सदस्य को मिले, और डायलिसिस आदि करवा रहे लोगों को भी दिया जाए।
संयुक्त राष्ट्र उच्च स्तरीय बैठक में सरकारों द्वारा पारित लेटेन्ट टीबी लक्ष्य इस प्रकार हैं: 2018-2022 तक 3 करोड़ को लेटेन्ट टीबी इलाज मिले (इनमें 60 लाख एचआईवी संक्रमित लोग हैं, और 2.4 करोड़ फेफड़े के टीबी रोगी - जिनकी पक्की जांच हुई है – के परिवार सदस्य (40 लाख 5 साल से कम उम्र के बच्चे और 2 करोड़ अन्य परिवार जन)।
2018 में 65 देशों में लेटेन्ट टीबी इलाज 18 लाख एचआईवी से संक्रमित लोगों को प्रदान किया गया (2017 में 10 लाख एचआईवी से संक्रमित लोगों को लेटेन्ट टीबी इलाज मिला था)। परन्तु वैश्विक लेटेन्ट टीबी इलाज का 61% तो सिर्फ एक ही देश - दक्षिण अफ्रीका - में प्रदान किया गया।
भारत में 2018 में, नए एचआईवी संक्रमित चिन्हित हुए लोगों (1.75 लाख) में से, सिर्फ 17% को लेटेन्ट टीबी इलाज मिल पाया (29,214)।
सीएनएस निदेशिका शोभा शुक्ला ने कहा कि "यह अत्यंत आवश्यक है कि एचआईवी से संक्रमित सभी लोगों को उनके संक्रमण के बारे में जानकारी हो, उन्हें एआरटी दवाएं मिल रही हों, और उनका वायरल लोड नगण्य रहे तथा वह टीबी से बचें, अन्यथा एचआईवी रोकधाम में जो प्रगति हुई है वो पलट सकती है, जो नि:संदेह अवांछनीय होगा।"


खाना बनाते समय फटा सिलेंडर, 4 की मौत

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के रामबन में खाना बनाते वक्त गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने से मां व उसकी तीन बेटियों की मौत हो गई जबकि दो बच्चों समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए इलाज के लिए कमांड अस्पताल उधमपुर भेजा गया है। ये 3 लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच लड़ रहे हैं। वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर घटना के कारणों का पता लगाने का काम शुरू कर दिया है।


पुलिस द्वारा बताया गया कि एलजीपी गैस सिलेंडर में आग लगने से विस्फोट हो गया, जिसमें एक ही परिवार के 6 सदस्य और उनके रिश्तेदार चपेट में आ गए। इस हादसे में बलोट निवासी दर्शना देवी और उसकी तीन बेटियों की गंभीर रूप से जलने से मौत हो गई। हादसे में गंभीर रूप से झुलसे तीन लोगों को जम्मू के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल होने वाले लोगों में मृतक महिला के 2 बेटे और एक रिश्तेदार शामिल है। परिवार का सिर्फ एक सदस्य यानी महिला का पति इस हादसे में बच गया क्योंकि वो घटना स्थल पर मौजूद नहीं था। बताया गया कि वह उसमय किसी शादी समारोह में शामिल होने गया था और वह घर पर नहीं था।


आतंक के खिलाफ, भारत-श्रीलंका प्रतिबद्ध

आतंक के खिलाफ भारत-श्रीलंका एक
नई दिल्ली। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने भारत दौरे पर पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने साझा प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि आतंकवाद के खिलाफ जंग में भारत का श्रीलंका को अटल समर्थन है। पीएम मोदी ने कहा कि यह स्वाभाविक है कि हम एक-दूसरे की सुरक्षा और चिंताओं को लेकर संवेदनशील रहें। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा आतंकवाद का विरोध किया है। इसके लिए हमेशा अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कार्रवाई की अपेक्षा की है। इस साल ईस्टर के मौके पर आतंकियों ने पूरी मानवता पर बर्बर हमला किया। आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत का सहयोग व्यक्त करने के लिए मैं श्रीलंका गया था। इसके साथ ही पीएम मोदी ने तमिल समुदाय का मुद्दा उठाते हुए कहा कि उम्मीद है कि गोटबाया तमिलों के सशक्तीकरण के लिए भी काम करेंगे।
भारत देगा 2865 करोड़ रुपए का कर्ज
श्रीलंका के राष्ट्रपति गौतबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक की। प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त बयान में कहा कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए 2865 करोड़ रुपए (400 मिलियन डालर) के कर्ज की सुविधा (लाइन ऑफ क्रेडिट) दी जाएगी। वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि हम श्रीलंका को आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए 358 करोड़ रुपए (50 मिलियन डालर) की मदद देंगे।


लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं  इकबाल अंसारी  चेन्नई। तमिलनाडु में गर्मी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए मु...