सोमवार, 28 नवंबर 2022

गांधी का धैर्य बढ़ाने में मददगार साबित हुई 'यात्रा'

गांधी का धैर्य बढ़ाने में मददगार साबित हुई 'यात्रा'

अकांशु उपाध्याय/मनोज सिंह ठाकुर 

नई दिल्ली/इंदौर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि 'भारत जोड़ो यात्रा' उनका धैर्य बढ़ाने में भी मददगार साबित हुई है। मध्यप्रदेश में छठवें दिन इंदौर के समीप बरौली में भारत जोड़ो यात्रा पहुंचने पर श्री गांधी ने पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उनसे पिछले 80 दिनों से अधिक समय से चल रही यात्रा से जुड़े सुखद और रोचक प्रसंगों के बारे में पूछा गया था।

गांधी ने कहा कि यात्रा के दौरान वे सबको ध्यान से सुनते हैं और उनका सुनने का तरीका भी बदल गया है। वे पहले एक दो घंटे में ही ''इरिटेट'' (चिढ़ना या झल्लाना) हो जाते थे, लेकिन अब वे आठ-आठ घंटे तक लोगों को धैर्य से सुन लेते हैं। गांधी ने कहा कि अब जब वे किसी को सुनते हैं, तो सामने वाली की सोच काे ध्यान में रखकर सुनने का प्रयास करते हैं।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने यात्रा से जुड़े अन्य प्रसंग सुनाते हुए कहा कि यात्रा की शुरूआत में उनके घुटने का पुराना दर्द उभर आया था। उस समय उनके मन में तरह तरह के विचार आए। लेकिन वे उस दर्द से नहीं डरे और इसकी आदत डालते हुए चलते रहे। बाद में यह दर्द भी चला गया और वे लगातार यात्रा करते रहे। वे कन्याकुमारी से इंदौर तक लगभग दो हजार किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं और यह यात्रा कश्मीर तक जाएगी।

गांधी ने दावा करते हुए कहा कि पदयात्रा के दौरान ही एक लगभग छह वर्ष की बालिका उनसे कुछ दूरी पर रहकर मिलना चाह रही थी। वे उसको नोटिस कर रहे थे। तभी उन्होंने बालिका काे अपने पास बुलाया। उसने कागज में कुछ लिखकर रखा था, जो उसने उन्हें यह कहते हुए थमा दिया कि वे उसे बाद में पढ़ें। गांधी के मुताबिक कुछ देर बाद उन्होंने कागज खाेला ताे उसमें लिखा था कि वह भी उनकी इस यात्रा के साथ है। संभवत: यह घटना कर्नाटक की थी। उन्होंने कहा कि इस तरह के अनेक प्रसंग इस यात्रा से जुड़े हैं। गांधी इस यात्रा को पूरी तरह ''गैरराजनैतिक'' बता रहे हैं। उनका कहना है कि वे डर, हिंसा और नफरत के खिलाफ इस यात्रा को निकाल रहे हैं और इन्हीं बिंदुओं को ध्यान में रखकर आम लोगों की बात सुन रहे हैं और उन्हें सुना रहे हैं।

गांधी राजनीति और महत्वपूर्ण प्रश्नों पर काफी संभलकर बोलते हुए दिखे। अमेठी से उनके फिर से लोकसभा चुनाव लड़ने समेत अनेक राजनैतिक प्रश्नों को वे चतुराई से टालते गए और कहा कि उनका ध्यान अभी भारत जोड़ो यात्रा पर ही है। श्री गांधी की यात्रा का आज मध्यप्रदेश में छठवां दिन है। सोमवार शाम को यह यात्रा उज्जैन के समीप तराना तक पहुंच जाएगी। यात्रा आज उज्जैन में रहेगी।

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