गंगाजल की पवित्रता बनाएं रखें, जानिए नियम
सरस्वती उपाध्याय
पूजा-पाठ, शुद्धिकरण कई शुभ कार्यों में गंगाजल का उपयोग किया जाता है। अधिकतर लोग गंगाजल को अपने घरों में भी रखते हैं। लेकिन नियमों का पालन नहीं कर पाते। जी हां, आपको बता दें कि हिंदू धर्म में गंगाजल को बहुत पवित्र माना जाता है। जन्म से लेकर मरण तक गंगाजल का बहुत महत्व है। सनातन धर्म में गंगा नदी को मां का दर्जा दिया गया है।
मान्यता है कि गंगाजी के दर्शन मात्र से मनुष्यों के पाप धुल जाते हैं, और गंगाजल के स्पर्श से स्वर्ग की प्राप्ति होती है। ऐसे में जरूरी है कि अगर घर में गंगाजल रख रहे हैं तो इसकी पवित्रता बनाए रखने के लिए इन नियमों का जरूर पालन करें...
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अमूमन लोग गंगाजल को प्लास्टिक की बोतल में भरकर रखते हैं, जो कि गलत है। विज्ञान में प्लास्टिक बोतल को जहरीला माना जाता है। गंगाजल को हमेशा चांदी, पीतल या तांबे के बर्तन में भरकर रखना चाहिए।
घर में जिस स्थान पर गंगाजल रखा हो, वहां शुद्धि का बहुत ध्यान रखें। उस जगह हमेशा साफ-सफाई जरूर करें। गंगाजल की पवित्रता बनाए रखने के लिए पूजा घर में इसे रखने की सलाह दी जाती है। घर के ईशान कोण को देवताओं का स्थान माना जाता है। इसलिए गंगाजल को हमेशा घर की इस दिशा में रखना शुभ माना जाता है।
गंदे हाथों से जल स्पर्श न करें...
गंगाजल के प्रयोग से पहले ध्यान रखे की आपके हाथ स्वच्छ हों। गंदे हाथों से इसे न छूएं। घर में गंगाजल हो तो मास-मदिरा का सेवन न करें। गंदे हाथ से गंगाजल स्पर्श करने पर ग्रहदोष लगता है।
अंधेरे में न रखा हो, गंगाजल...
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