सोमवार, 9 अगस्त 2021

केंद्र पर 'राजनीतिक खेल' में शामिल होने का आरोप

कविता गर्ग                 
मुंबई। मोदी सरकार ने हाल ही में राजीव गांधी खेल रत्‍न पुरस्‍कार का नाम बदल कर ध्‍यान चंद्र खेल रत्‍न अवार्ड कर दिया है। इस ऐलान के चार दिन बाद शिवसेना ने अपने मुख पत्र सामना में इस विषय पर संपादकीय लिया है। इसमें शिवसेना ने कहा कि राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलने के बजाय हॉकी के दिग्गज मेजर ध्यानचंद के नाम पर एक बड़े पुरस्कार की घोषणा की जा सकती थी।
सोमवार को अपने मुखपत्र 'सामना' में एक संपादकीय में, सेना ने कहा कि मेजर ध्यानचंद को "राजीव गांधी के बलिदान का अपमान किए बिना" सम्मानित किया जा सकता था। इसके साथ ही केंद्र पर "राजनीतिक खेल" में शामिल होने का आरोप लगाया। शिवसेना ने"ध्यानचंद के नाम पर एक बड़े पुरस्कार की घोषणा की जा सकती थी। अगर ऐसा होता तो मोदी सरकार की सराहना की जाती।"शिवसेना ने कहा कि देश की प्रगति में अहम योगदान देने वाले दो पूर्व प्रधानमंत्रियों इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का बलिदान उपहास का विषय नहीं बन सकता।शिवसेना ने लिखा "आतंकवादियों ने इंदिरा गांधी की हत्या कर दी थी। राजीव गांधी भी आतंकवादी हमले में मारे गए थे। लोकतंत्र में मतभेदों के लिए जगह है, लेकिन देश की प्रगति में बहुत योगदान देने वाले प्रधानमंत्रियों का बलिदान उपहास का विषय नहीं बन सकता।
ये एक राजनीतिक 'खेल' है...
"राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के रूप में नामित करना एक राजनीतिक 'खेल' होगा, न कि इसके पीछे जनता की भावना है। मेजर ध्यानचंद को राजीव गांधी के बलिदान का अपमान किए बिना सम्मानित किया जा सकता था। भारत ने उस परंपरा और संस्कृति को खो दिया है। आज ध्यानचंद भी ऐसा ही महसूस कर रहे होंगे।'
शिवसेना ने गुजरात के सरदार पटेल स्टेडियम का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रखने को लेकर केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर भी निशाना साधा। अब बीजेपी के राजनीतिक खिलाड़ी कह रहे हैं कि 'क्या राजीव गांधी ने कभी हॉकी स्टिक हाथ में पकड़ी थी?' उनका सवाल जायज है, लेकिन अगर अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी कर दिया गया, तो क्या उन्होंने क्रिकेट में ऐसी कोई उपलब्धि हासिल की? या दिल्ली के स्टेडियम का नाम अरुण जेटली के नाम पर रखा। वही मानक वहां भी लागू किया जा सकता है। लोग हैं ऐसे सवाल पूछ रहे हैं।

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