बुधवार, 28 अप्रैल 2021

महामारी का संकट 'संपादकीय'

आज पूरी दुनिया कोविड-19 के संक्रमण से संकट में है। ना जाने कहां से कोरोना जैसी महामारी दुनिया में आ गई हैं। हमारे देश की चिकित्सा व्यवस्था से जुड़े हुए सेवक-स्वास्थ्य कर्मी जैसे डॉक्टर्स, नर्स और पुलिसकर्मी भी इस महामारी से लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। 
हमारे देश के वैज्ञानिकों ने टीका भी बनाया। लेकिन उससे भी लोगों की जान नहीं बच पा रहीं हैं।
ऐसा क्यों ? यें हमारे देश के राजनेताओं की राजनीति है। हमारे देश में नपुसंक अधिक मात्रा में हो गए हैं। आज हम ऐसी महामारी से गुजर रहें है। जिसका कोई तोड़ नहीं है। इसिलिए, हम सबको खुद अपनी सुरक्षा करनी पड़ेगी। आज हमारे देश में नपुसंको का राज है। ऐसी सरकार होने का क्या फायदा है ? जिस सरकार में श्मशान घाट और कब्रिस्तान में भी जगह ना बचीं हो। जिसें देश के प्रति प्रेम ही ना हों। ऐसी सरकार को जिंदा जला देना चाहिए। आज हम महामारी से लड़़ रहे हैं। रोज महामारी से मृतक संख्याएं बढ़ रही है। वर्तमान सरकार देश की प्रजा का उचित ढंग से संरक्षण नहीं कर रही है। ऐसी सरकार का बहिष्कार कर देना चाहिए।
आजाब, का मंझर देखकर 'गालिब',
शब्दों का पता भूल गई,
क्या लिखूं, क्या बताऊं,
मेरे वतन के लोगों।

'सरस'

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