गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021

चीन ने व्यापक ट्रेंड को रोकने में सफलता पाई

वाशिंगटन डीसी/ बीजिंग। वर्ष 2020 में अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए चीन अब यूरोपीय संघ का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया है। कोरोना महामारी के कारण यूरोप के प्रमुख साझेदार देशों के बीच व्यापार घटा। लेकिन चीन ने इस व्यापक ट्रेंड को रोकने में सफलता पाई। पिछले साल चीन और यूरोपीय संघ के बीच व्यापर 709 अरब डॉलर का रहा। जबकि, इसकी तुलना में यूरोपीय संघ के साथ अमेरिका का व्यापार वर्ष 2020 में 671 अरब डॉलर ही रहा। हालांंकि चीन की अर्थव्यवस्था कोरोना महामारी के कारण पहली तिमाही में ख़राब हो गई थी। लेकिन साल के आख़िर में आर्थिक स्थिति सुधरने के कारण यूरोपीय संघ के सामानों की मांग बढ़ी। वर्ष 2020 में प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में चीन ही एकमात्र देश था। जहाँ आर्थिक विकास देखा गया। इसी कारण यहाँ यूरोपीय कारों और लग्ज़री सामानों की मांग बढ़ी। इस बीच मेडिकल उपकरणों और इलेक्ट्रॉनिक्स की भारी मांग के कारण यूरोप में चीन के निर्यात को भी फ़ायदा मिला। यूरोपीय संघ के सांख्यिकी कार्यालय यूरोस्टैट के मुताबिक़ 2020 में चीन यूरोपीय संघ का प्रमुख पार्टनर था। आयात (+5.6%) और निर्यात (+2.2%) में बढ़ोत्तरी के कारण ऐसे नतीजे आए हैं।

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