शुक्रवार, 18 सितंबर 2020

जल, जंगल और जमीन के हक का संघर्ष

बिहार में जल, जंगल और ज़मीन के हक़ों के लिए संघर्ष कर रहे आदिवासियों चलवाई गईं गोलियां।


आवेश तिवारी 
पटना। बिहार के इस चुनावी माहौल में जिला कैमूर के अधौरा प्रखंड़ में अपने जल, जंगल और ज़मीन के हक़ों के लिए संघर्ष कर रहे आदिवासीयों पर बीजेपी जद यू  की गठबंधन सरकार की पुलिस द्वारा बर्बर गोलियां बरसाई गई हैं।
11 सितंबर 2020 को पुलिस और वन विभाग ने निहत्थे आदिवासियों पर गोली चलाई  जिसमें 3 लोग घायल हो गए और कई को चोटें आयी। इतना ही नही  दर्जनों आदिवासीयों को फर्जी मुकदमें में जेल भेज दिया गया।
आदिवासी समुदाय व वनों में रहने वाले वनाश्रित समुदाय अपने बुनियादी अधिकारों वनाधिकार कानून को लागू करने को लेकर दो दिवसीय पूर्व आयोजित कार्यक्रम के अनुसार धरने पर बैठे थे, जो कि 10 और 11 सितंबर को था। 
हजारो की संख्या में बैठे आदिवासियों से जब कोई भी अधिकारी बात करने नही आया तो क्षुब्ध हो कर आदिवासीयों ने पहले दिन शाम को वन विभाग के दफ्तर को घेर कर उसकी सांकेतिक ताला बंदी कर दी थी।                


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