गुरुवार, 27 अगस्त 2020

सहकारी समितियों से यूरिया हुआ गायब

दूसरे जिले से यूरिया उर्वरक लाने को मजबूर हुए किसान


सहकारी समितियों से गायब हो चुकी है उर्वरक और बाजार के व्यापारियों द्वारा की जा रही है उर्वरक की ओवर रेटिंग


कौशाम्बी। उर्वरक की कालाबाजारी और ओवर रेटिंग से किसान की हालत खराब हो रही है सहकारी समितियों से उर्वरक गायब हो चुकी है और बाजार के व्यापारियों द्वारा बेखौफ तरीके से खुलेआम उर्वरक की ओवर रेटिंग की जा रही है व्यापारियों के यहाँ यूरिया उर्वरक सत्तर रुपए बोरी अधिक कीमत पर मिल रही है फिर भी कृषि अधिकारी ने चुप्पी साध रक्खी है


ओवर रेटिंग के बाद ही जिले में उर्वरक यूरिया की उपलब्धता बरकरार नहीं है जिस से परेशान किसानों ने पड़ोसी जनपद से यूरिया उर्वरक लाना शुरू किया है प्रतापगढ़ जनपद में 50 रुपये बोरी ओवर रेटिंग पर उर्वरक यूरिया मिल रही है जिससे 20 रूपया बोरी यूरिया उर्वरक में उन्हें ओवर रेटिंग कम देनी पड़ रही है आखिर उर्वरक ओवर रेटिंग में लिप्त व्यापारियों पर शासन प्रशासन का चाबुक कब चलेगा किसानों के हाथ ओवर रेटिंग में उर्वरक बेचकर व्यापारी मालामाल हो रहे हैं।


सरकार बार बार जोर दे रही है कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए उपाय किये जायें लेकिन जमीनी हकीकत में यूरिया खाद इस समय किसानों के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है। इस पर सरकार और उनके नुमाइंदे कोई विचार नहीं कर रहे है। कौशांबी जिले के तहसील सिराथू अंतर्गत ब्लॉक कड़ा में यूरिया खाद के लिए किसान दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। फिर भी किसानों को खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है। मजबूरन किसानों को दूसरे जिले प्रतापगढ़ से खाद लाने पर मजबूर होना पड़ रहा है और ज्यादा कीमत भी उन्हें चुकानी पड़ रही है। अगर यही हाल रहा तो किसानों की आय दुगनी कैसे होगी। सरकार इस विषय में भी गंभीरता से सोचे और खाद जल्द से जल्द उपलब्ध कराने की ब्यवस्था कराए।


अनुराग द्विवेदी 


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