शनिवार, 21 मार्च 2020

संकटः निजी लैब में जांच के 5 हजार

रवि चौहान


नई दिल्ली। कोरोना वायरस के लगातार बढते मामलो के चलते एक चिंता की बात यह है कि अब इनकी जांच प्राइवेट लैब की जायेगी। जिसकी लोगो भारी कीमत चुकानी पडेगी। जिससे बचने के लिए लोग इस बिमारी को और ज्यादा छिपाने की कोशिश करेंगे।  सूत्रो के जानकारी मिली है कि देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमण के मामले बढ़ने पर मान्यता प्राप्त निजी प्रयोगशालाओं (लैब) को मंजूरी दिए जाने की तैयारी है. इसके साथ ही इन लैब्स को प्रत्येक कोविड-19 (COVID-19) जांच की कीमत 4,500 रुपये से 5,000 रुपये के बीच रखने का निर्देश दिये जाने की संभावना है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने कोविड-19 जांच शुरू करने का इरादा रखने वाली निजी क्षेत्र की प्रयोगशालाओं के लिए मंगलवार को दिशानिर्देश जारी किए थे, जबकि ICMR ने उनसे यह जांच मुफ्त रखने की अपील की थी।


भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर- ICMR) के एक अधिकारी ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि कोई भी इसे मुफ्त में नहीं करना चाहता और यही कारण है कि निजी लैब को कोविड-19 के लिये हर जांच की कीमत 4,500 से 5,000 रुपये के बीच रखने को कहा जाएगा.’ आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक करीब 51 निजी प्रयोगशालाओं ने सरकार से संपर्क कर उन्हें इस श्वसन रोग के लिये जांच की इजाजत देने का अनुरोध किया है।


इस महामारी से देश में अब तक 236 लोग संक्रमित हैं। गौरतलब है कि फिलहाल ICMR ने इस वायरस की जांच केलिए अपनी 72 प्रयोगशालाओं को उपकरणों से लैस किया है। इसके अलावा सीएसआईआर  (CSIR)और डीआरडीओ (DRDO) जैसे संगठनों की 49 प्रयोगशालाएं भी इस हफ्ते के अंत तक जांच के लिये सुसज्जित की जाएंगी। ICMR एनसीआर और भुवनेश्वर में भी दो जांच केंद्र स्थापित कर रही है। ये केंद्र रोजाना 1400 नमूनों की जांच कर सकते हैं।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...