शुक्रवार, 16 सितंबर 2022

कॉमन ड्रेस कोड लागू करने वाली याचिका खारिज 

कॉमन ड्रेस कोड लागू करने वाली याचिका खारिज 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स (स्कूल-कॉलेज) में कॉमन ड्रेस कोड लागू करने वाली याचिका खारिज कर दी। जस्टिस हेमंत गुप्ता और सुधांशु धूलिया की बेंच ने कहा कि यह कोई ऐसा मामला नहीं है जिसे कोर्ट में लाया जाए। इसके पहले याचिकाकर्ता ने कहा था कि याचिका दायर करने की वजह 2 फरवरी को कर्नाटक में हिजाब को लेकर हुए विवाद थे। जस्टिस हेमंत गुप्ता और सुधांशु धूलिया की बेंच ने कहा, यह कोई ऐसा मामला नहीं है जिसे कोर्ट में लाया जाए। याचिकाकर्ता की ओर से सीनियर एडवोकेट गौरव भाटिया ने यह कहते हुए मामले को देखने के लिए लॉर्डशिप को मनाने की कोशिश की कि यह एक संवैधानिक मुद्दा है और शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 की भावना के खिलाफ है।

एडवोकेट गौरव भाटिया ने कहा, यह एक संवैधानिक मुद्दा है। कृपया पृष्ठ 58 पर आएं। कर्मचारियों और शिक्षकों के लिए एक कॉमन ड्रेस कोड निर्देशित करें। यौर लॉर्डशिप, आप आदेश पारित कर सकते हैं। आरटीई के तहत एकरूपता होनी चाहिए। अनुशासन होना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि उनकी प्रार्थना है कि देश के सभी स्कूलों में एक यूनिफॉर्म न हो। यह सुनिश्चित करने के लिए कि एकरूपता है। इन सबमिशन ने न्यायाधीशों के दृष्टिकोण को नहीं बदला।

बेंच ने क्या कहा ?
बेंच ने कहा, यह कोर्ट के दायरे में नहीं है। जब अदालत ने कहा कि वह मामले को उठाने के लिए इच्छुक नहीं है, तो याचिकाकर्ताओं ने याचिका वापस लेने की अनुमति मांगी, जिसके परिणामस्वरूप अनुमति दी गई। याचिकाकर्ता, निखिल उपाध्याय के अनुसार, एक कॉमन ड्रेस कोड सामाजिक समानता को सुरक्षित करेगा और साथ ही बंधुत्व, गरिमा और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देगा। याचिकाकर्ता के अनुसार, कार्रवाई का कारण 2 फरवरी, 2022 को उपार्जित हुआ, जब कर्नाटक के संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी के कई क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन हुए।

याचिका में क्या कहा गया ?
इस संबंध में याचिका में कहा गया है, याचिकाकर्ता ने प्रस्तुत किया कि शैक्षणिक संस्थान धर्मनिरपेक्ष सार्वजनिक स्थान हैं और ज्ञान रोजगार, अच्छे स्वास्थ्य प्रदान करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए हैं, न कि आवश्यक और गैर-आवश्यक धार्मिक प्रथाओं का पालन करने के लिए। एक कॉमन ड्रेस कोड लागू करना बहुत आवश्यक है। सभी स्कूल-कॉलेज शैक्षणिक संस्थानों के धर्मनिरपेक्ष चरित्र की रक्षा करें। यदि ऐसा नहीं किया जाता है, तो कल नागा साधु कॉलेजों में प्रवेश ले सकते हैं और आवश्यक धार्मिक प्रथाओं का हवाला देते हुए बिना कपड़ों के कक्षा में भाग ले सकते हैं।

क्या कहना है याचिकाकर्ता का ?
याचिकाकर्ता का कहना है कि एकरूपता को बढ़ावा देने के अलावा, एक कॉमन ड्रेस कोड विभिन्न जाति, पंथ, धर्म, संस्कृति और स्थान से आने वाले छात्रों के बीच सौहार्द की भावना को बढ़ावा देगा। इसके अलावा, याचिका में कहा गया है कि जनता को बड़ी चोट लगी है क्योंकि शैक्षणिक संस्थान विभिन्न धर्मों, संस्कृति और धर्मों के छात्रों को समायोजित करते हैं। इसलिए, धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को बनाए रखने और प्रभावी बनाने और सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए कॉमन ड्रेस कोड को लागू करना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।

रेडियो शाखा के 2,430 पदों पर चयन, टेंडर मांगे

रेडियो शाखा के 2,430 पदों पर चयन, टेंडर मांगे

संदीप मिश्र 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने रेडियो शाखा के 2,430 पदों पर चयन को लेकर भर्ती परीक्षा आयोजित करने के लिए कंपनियों और परीक्षा एजेंसियों से टेंडर मांगे हैं। इसके लिए कंपनियों को 6 अक्टूबर 2022 को सुबह 10 बजे यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड में आकर अपनी निविदाएं पेश करनी होंगी। यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड के टेंडर नोटिस के मुताबिक असिस्टेंट ऑपरेटर, हेड ऑपरेटर व कर्मशाला कर्मचारी के 2430 पदों पर निकली भर्ती के लिए 539841 युवाओं ने आवेदन किया है। अब भर्ती परीक्षा कराने वाली एजेंसी को इन 5.39 लाख उम्मीदवारों के लिए भर्ती परीक्षा का आयोजन करना होगा। इस परीक्षा के जरिए उप्र पुलिस रेडियो संवर्ग में कर्मशाला कर्मचारी के 120 पदों, असिस्टेंट ऑपरेटर के 1374 पदों और हेड ऑपरेटर के 936 पदों पर भर्ती होगी। पिछले सप्ताह यूपी पुलिस में स्पोर्ट्स कोटे से कांस्टेबल की भर्ती के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई थी। स्पोर्ट्स कोटे से कांस्टेबल की इस भर्ती में 534 वैकेंसी निकाली गई है।

यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड की ओर से निकाले टेंडर के मुताबिक इस भर्ती परीक्षा में 539841 उम्मीदवारों के बैठने के उम्मीद है। कर्मशाला कर्मचारी पद के लिए 73614, असिस्टेंट ऑपरेटर के लिए 389711 और हेड ऑपरेटर के लिए 76516 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। यह भी कहा गया है कि परीक्षा ओएमआर शीट पर ऑफलाइन मोड से होगी।

जिस कंपनी को भर्ती परीक्षा कराने की जिम्मेदारी दी जाएगी, वह ओएमआर बेस्ड लिखित परीक्षा, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, पीएसटी के दौरान बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन, फाइनल सेलेक्शन लिस्ट जैसे काम देखेगी। उम्मीदवारों का एप्लीकेशन डेटा भर्ती बोर्ड द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।

असिस्टेंट व हेड ऑपरेटर...
परीक्षार्थियों का चयन ऑनलाइन लिखित परीक्षा, शारीरिक मापतौर व शारीरिक दक्षता परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा।

कर्मशाला कर्मचारी का चयन
परीक्षा...
400 अंकों की ऑनलाइन लिखित परीक्षा होगी। सामान्य हिन्दी, साइंस-सामान्य ज्ञान, संख्यात्मक एवं मानसिक योग्यता परीक्षा, मानसिक अभिरूचि परीक्षा/तार्किक परीक्षा से 100-100 अंक के प्रश्न आएंगे। परीक्षा ढाई घंटे की होगा।

शारीरिक दक्षता परीक्षा (पीईटी)...
डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन व शारीरिक मानक परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को पीईटी में शामिल होना होगा। पुरुष अभ्यर्थियों को 28 मिनट में 4.8 किमी की दौड़ लगानी होगी। महिलाओं को 16 मिनट में 2.4 किमी दौड़ लगानी होगी।

मेरिट...
पीईटी में सफल पाए गए अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा में प्राप्तांक के आधार पर मेरिट जारी होगी।

भारत ने विनिर्माताओं के लिए दरवाजे खोल रखें: सिंह

भारत ने विनिर्माताओं के लिए दरवाजे खोल रखें: सिंह 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत भारत ने विनिर्माताओं के लिए दरवाजे खोल रखें है। लेकिन शर्त इतनी है कि ‘यहां जो बिकेगा वह यहीं बनेगा’ और इस मंत्र पर चलते हुए आने वाले समय में भारत दुनिया का सबसे मजबूत देश बनकर उभरेगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि अभी केवल अगस्त महीने में 6 बिलियन डालर का विदेशी निवेश तो केवल भारत के स्टाक मार्केट्स में आया है। जब दुनिया के बाजारों में मंदी की आशंका जोर पकड़ रही है, भारत की अर्थव्यवस्था पूरी दुनिया की उम्मीदों का केन्द्र बना हुआ है। पहली तिमाही के आंकड़े आ गए है और भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर 13.6 फीसदी निकल कर आई है। दुनिया के विशेषज्ञ हैरान है कि जहां दुनिया में विकास का सूखा पड़ा हुआ है भारत में GDP झंडे गाड़ रहा है।

राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को यहां एक कार्यक्रम में कहा कि यदि आजादी के समय से ही जिन लोगों के हाथ इस देश की सत्ता रही उन्होंने Nation First की नीति पर काम किया होता तो भारत दशकों पहले ही एक विकसित देश की कतार में खड़ा होता। आप यह कह सकते है कि भारत उस समय कमजोर था, गरीब था, इसलिए उसे विकास की राह पर रफ्तार पकड़ने में समय लगा। मगर आपको यह जानकर हैरानी होगी कि 1950 में भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी। 1960 में वह लुढ़क कर आठवें और 1970 में 9वें और 1980 में तो वह टाप टेन की सूची से ही बाहर हो गई। नब्बे के दशक में थोड़ा सुधार हुआ मगर टॉप टेन की रैंकिंग में तब भी भारत बाहर ही था।

राजनाथ सिंह ने कहा कि दुनिया की टॉप 10 अर्थव्यवस्थाओं में भारत की वापसी पिछले दस वर्षों में हुई जब वह नवीं पायदान पर आया। आज 2022 में भारत की अर्थव्यवस्था ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़कर दुनिया की टॉप 5 इकोनोमी में पांचवी पायदान पर है: यानि पिछले 75 सालों में हम जहां से चले थे वहीं अब जाकर हम वापिस लौट पाए है। विशेषरूप से प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता में आने के बाद से अर्थव्यवस्था न केवल विकास दर बढ़ी है, बल्कि उसे पहले की तुलना में काफी Dynamic और Strong बनाया गया है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि पहले लोग मानते थे कि अर्थव्यवस्था जैसी चीजों में केवल बड़े-बड़े पूंजीपति और कारोबारी ही Stake Holder होते है। पिछले साढ़े आठ सालों में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के गरीब से गरीब आदमी भी इस देश की अर्थव्यवस्था में Stake Holder बनाया है। जनधन, आधार और मोबाइल की त्रिमूर्ति ने देश में Digital Economy को ऐसी मजबूती दी है कि दुनिया आश्चर्य कर रही है। आज भारत के Digitalisation की रफ्तार तीस फीसदी से अधिक है जो विकसित और उभरती अर्थव्यवस्थाओं से अधिक है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि बैंक में खाता खुल जाने से भारत के गरीबों को हर योजना, हर सब्सिडी का लाभ सीधा अपने खाते में मिल गया। Direct Benefit Transfer की यह येाजना गरीबों के लिए वरदान साबित हुई है। इस देश में एक वल्र्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर बने इस दिशा में काम चल रहा है। आज इस तरह की इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइप लाइन संभवत: चीन को छोड़ कर कहीं और नही है। वहां भी अभी स्लो डाऊन चल रहा है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि कल्पना कीजिए कि जिस भारत देश में 2014 में बमुश्किल 400-500 स्टार्ट अप्स थे वहीं केवल आठ वर्षों के भीतर 75000 से अधिक स्टार्ट अप्स मजबूती के साथ खड़े हो गए है। इनमें से करीब सौ से अधिक तो एक बिलियन डालर की Valuation के कारण दुनिया भर में यूनिकॉर्न के रूप में जाने जा रहे हैं। भारत की अर्थव्यवस्था को Dynamic और Efficient बनाने का ही परिणाम है कि आज जब दुनिया के बड़े-बड़े विकसित देश, रिकार्ड महंगाई की समस्या से जूझ रहे हैं, वहीं भारत की महंगाई की दर बेकाबू नही होने पाई है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि आज ब्रिटेन में 18 फीसदी के आस-पास महंगाई है। अमेरिका में यह महंगाई दर 9-10 फीसदी है। इन देशों की जनता ने दशकों से महंगाई के दर्शन नही किए थे। जबकि भारत में महंगाई की दर अगस्त में 7 फीसदी रही है। भारत जैसे विकासशील देश में महंगाई पर काबू रखने और आर्थिक सुधार करने का ही परिणाम है कि आज विदेशी निवेशक भारत की तरफ, दौड़े-दौड़े चले आ रहे है।2021-22 में 83 बिलियन डॉलर का विदेशी निवेश आया।

राजनाथ सिंह ने कहा कि इस देश में भी आधुनिक रक्षा सामग्रियां बन सकती है। यह भरोसा मुझे तो है ही, साथ ही हमारे प्रधानमंत्री जी को भी है। मेरा मानना है कि अगले दस वर्षों में जल, थल, नभ और अन्तरिक्ष में कारगर Defence Platforms बनाने की क्षमता इस देश में है। अभी आपने देखा कि कैसे भारत ने INS विक्रांत के रूप में एक स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर बनाया है। इस जहाज में 76 फीसदी Indigenous Content है।

'ब्रह्मास्त्र' ने पहले नंबर की फिल्म होने का इतिहास रचा

'ब्रह्मास्त्र' ने पहले नंबर की फिल्म होने का इतिहास रचा

कविता गर्ग 

मुंबई। आलिया और रणबीर की फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' ने इस वीकेंड ग्लोबल बॉक्स-ऑफिस पर पहले नंबर की फिल्म होने का इतिहास रच दिया है। भारत की सबसे शानदार सिनेमाई पेशकश अपनी रिलीज के पहले वीकेंड में देश और दुनिया में ग्लोबल बॉक्स ऑफिस पर 225 करोड़ रूपए की बड़ी रकम कमाने में कामयाब रही। ब्रह्मास्त्र ने सिर्फ तीन दिन में ही बॉक्स ऑफिस पर 225 करोड़ रूपए की भारी-भरकम कमाई की। इस साल की सबसे चर्चित फिल्म देश और दुनिया में हाउस फुल चल रही है। फिल्म के हिट होने से बॉलीवुड में बड़े जश्न की शुरूआत हो गई है और हिंदी फिल्म जगत को काफी समय से जिस राहत की बेहद जरूरत थी, वह आखिरकार मिल गई है। दर्शकों ने पूरे दिल से वीएफएक्स से सुसज्जित इस फिल्म को गले लगाया है, जिस वजह से लोगों की भारी मांग पूरी करने के लिए सिनेमा मालिकों को आधी रात के बाद भी शो चलाने पड़ रहे हैं।

एक्शन, रोमांस, ड्रामा और बेहद शानदार वीएफएक्स से भरपूर पूरी तरह से पारिवारिक मनोरंजन वाली यह फिल्म सभी उम्र के लोगों को भा रही है और हमारी संस्कृति का शानदार प्रदर्शन कर रही है। अयान मुखर्जी का दस साल का दूरदर्शी सफर भारतीय सिनेमा में गहरे सम्मान से भरा एक नया दौर लेकर आया है। ब्रह्मास्त्र के शानदार प्रेरणादायी सफर के बारे में बात करते हुए डायरेक्टर अयान मुखर्जी ने कहा, ''मैं भारत और पूरी दुनिया के दर्शकों का बहुत शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने ब्रह्मास्त्र को बहुत ज्यादा प्यार और सहयोग दिया है।

पतंजलि की 4 कंपनियों के आईपीओ लाने का ऐलान

पतंजलि की 4 कंपनियों के आईपीओ लाने का ऐलान

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। योगगुरु बाबा रामदेव ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर पतंजलि ग्रुप की चार कंपनियों के आईपीओ लाने का ऐलान किया है। पतंजलि आयुर्वेद, पतंजलि वैलनेस, पतंजलि मेडिसिन और पतंजलि लाइफस्टाइल कंपनी के आईपीओ आएंगे। ये सभी कंपनियां अगले 5 सालों में शेयर बाजार में लॉन्च कर दिए जाएंगे। योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि वर्तमान में पतंजलि ग्रुप का कारोबार 40,000 करोड़ रुपए का है। इसे 1 लाख करोड़ रुपए तक ले जाएंगे। बता दें कि अगले पांच सालों में पंतजलि के 5 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट हो जाएंगी। इन पांचों लिस्टेट कंपनियों की मार्केट वैल्यू 5 लाख करोड़ रहने का लक्ष्य है। पतंजलि की रुचि सोया कंपनी पहले से ही बाजार में लिस्टेड है। पतंजलि का लक्ष्य ‘विजन और मिशन 2027’ की रूपरेखा तैयार करना और भारत को आत्मनिर्भर बनाने में समूह के योगदान की दिशा में अगले 5 वर्षों के लिए 5 प्रमुख प्राथमिकताओं को लाना है।

टर्नओवर होगा पांच गुना...
योग गुरू ने बताया कि उनकी ग्रुप कंपनियों का कारोबार इस समय 40 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। अलग पांच से सात साल में यह एक लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि पांच—सात साल पहले जब उन्होंने दावा किया था कि उनका टर्नओवर 25 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचेगा तो लोग हंसते थे। आज उन्होंने दिखा दिया कि 25 हजार करोड़ रुपये ही नहीं 40 हजार करोड़ रुपये पर पहुंच गया। गौरतलब है कि योग गुरु बाबा रामदेव ने 14 सितंबर को घोषणा की थी कि पतंजलि योगपीठ उत्तराखंड में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगा। निवेश सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार और उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किए जाएंगे।

पांच लाख लोगों को देंगे रोजगार...
बाबा रामदेव ने बताया कि अभी उनका ग्रुप पांच लाख लोगों को रोजगार दे रहा है। आने वाले वर्षों में वह पांच लाख और लोगों को रोजगार देंगे। उन्होंने बताया कि वह भारतीय शिक्षा बोर्ड से एक लाख स्कूलों को एफिलिएट करने वाले हैं। इससे काफी रोजगार के अवसर निकलेंगे। इसके अलावा देश और दुनिया में एक लाख पतंजली वेलनेस सेंटर भी खोले जाएंगे। इसमें भी काफी लोगों को रोजगार मिलेगा।

चालू वित्त में पतंजलि का रेवेन्यू बढ़ा...
वित्त वर्ष 2022 में पतंजलि का रेवेन्यू बढ़कर 10,664.46 करोड़ रुपए हो गया। यह पिछले वित्त वर्ष में 9,810.74 करोड़ रुपए था। हालांकि, वित्त वर्ष 22 में नेट प्रॉफिट में मामूली गिरावट रही। पतंजलि का नेट प्राॅफिट 745.03 करोड़ रुपए के मुकाबले 740.38 करोड़ रुपए रह गया।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 


1. अंक-343, (वर्ष-05)

2. शनिवार, सितंबर 17, 2022

3. शक-1944, आश्विन, कृष्ण-पक्ष, तिथि-सप्तमी, विक्रमी सवंत-2079।

4. सूर्योदय प्रातः 05:51, सूर्यास्त: 06:45। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 24 डी.सै., अधिकतम-33+ डी.सै.। उत्तरभारत में बरसात की संभावना। 

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु,(विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी। 

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27,प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.in 

email:universalexpress.editor@gmail.com 

संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

 (सर्वाधिकार सुरक्षित)

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...