सोमवार, 13 जून 2022

8 साल में पूर्वोत्तर भारत का 'अप्रत्याशित' विकास हुआ

8 साल में पूर्वोत्तर भारत का ‘अप्रत्याशित’ विकास हुआ 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि पिछले 8 साल में पूर्वोत्तर भारत का ‘‘अप्रत्याशित’’ विकास हुआ है और इसके केंद्र में बुनियादी ढांचा निर्माण, बेहतर स्वास्थ सेवा व शिक्षा सुनिश्चित किया जाना तथा क्षेत्र के विभिन्न राज्यों की समृद्ध संस्कृति को लोकप्रिय बनाना रहा है। पूर्वोत्तर के विकास की दिशा में उठाए गए कदमों के बारे में ‘‘नमो ऐप’’ पर एक लेख के माध्यम से दी गई विस्तृत जानकारी साझा करते हुए मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘पिछले आठ वर्ष में पूर्वोत्तर ने अप्रत्याशित विकास देखा है।
इसके केंद्र में बुनियादी ढांचा निर्माण, बेहतर स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा सुनिश्चित करना तथा क्षेत्र के विभिन्न राज्यों की समृद्ध संस्कृति को लोकप्रिय बनाना रहा है।’’ 
उन्होंने ‘‘पूर्वोत्तर कल्याण के 8 वर्ष’’ हैशटेग के साथ इसे ट्वीट किया। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने 30 मई को आठ साल पूरे किए। इसके बाद से प्रधानमंत्री विभिन्न क्षेत्रों में सरकार की उपलब्धियों का ब्योरा ट्विटर के माध्यम से लोगों से साझा कर रहे हैं।

विधायक पर आरोप, प्रशासन को हिदायत दी

विधायक पर आरोप, प्रशासन को हिदायत दी 

दीपक राणा/अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। जनपद स्थित लोनी तहसील की स्थानीय राजनीति का माहौल एक बार फिर से गरमा गया है। नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन एवं वर्तमान चेयरमैन के द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र भेजा गया। नगर पालिका परिषद लोनी के पूर्व चेयरमैन मनोज धामा एवं वर्तमान चेयरमैन रंजीता धामा के द्वारा मुख्यमंत्री को एक पत्र प्रेषित किया गया है। जिसमें उन्होंने फर्जी मुकदमों का हवाला देकर माननीय मुख्यमंत्री से निष्पक्ष जांच एवं दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन भी किया गया। 
जिसमें पूर्व चेयरमैन मनोज धामा के द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधि पर बदले की भावना से प्रेरित फर्जी मुकदमें कायम करने की बात कही‌। अपनी पीड़ा को बयां करते हुए पूर्व चेयरमैन ने कहा इस प्रकार से शोषित करना कायरता पूर्ण कार्य है और यह विचार योग्य भी है। स्थानीय पुलिस प्रशासन दबाव में आकर किसी के भी विरुद्ध झूठे मुकदमे दर्ज कर सकता है। यदि एक जनप्रतिनिधि अथवा पूर्व जनप्रतिनिधि के विरुद्ध योजनाबद्ध ढंग से झूठे मुकदमे कायम किए जा सकते हैं, तब एक आम आदमी के खिलाफ झूठे मुकदमे लिखना कितनी साधारण सी बात हो सकती है। कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कई और पहलुओं पर भी चर्चा की। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण विषय यही रहा है कि स्थानीय प्रशासन जनप्रतिनिधित्व के दबाव में आकर भाजपा की विचारधारा, सरकार की विचारधारा, एवं संविधानिक विचारधारा के विरुद्ध कार्य करने के लिए विवश है। 
यदि इसी प्रकार यह प्रकरण संचालित रहा, हमारे परिवार और हम पर झूठे मुकदमे लिखवाए गए। ऐसी स्थिति में हमारे पास केवल आत्मदाह का ही मार्ग बचता है। राजनीतिक जीवन में जनता के बीच में बना रहना, जनता के दुख-सुख में एक दूसरे के साथ खड़ा रहना। राजनीति का परम सिद्धांत है। घटिया राजनीति और कायरता पूर्ण कार्यों से हम हमेशा दूर रहे हैं। जनता के विकास और दुख-सुख में उनके साथ रहे हैं। एक योजनाबद्ध ढंग से षड्यंत्र किया जा रहा है हमारे खिलाफ और हम इस षड्यंत्र के अंतिम पड़ाव तक लड़ेंगे और खड़े रहेंगे। उन्होंने साथ ही साथ यह भी कहा कि यदि संतोषजनक कार्रवाई नहीं हो पाती है। तब मुख्यमंत्री कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

लापता हुआ 26 वर्षीय इजराइली ट्रैकर, मिला

लापता हुआ 26 वर्षीय इजराइली ट्रैकर, मिला

अखिलेश पांडेय/श्रीराम मौर्य          
जेरूसलम/शिमला। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिलों के बीच हम्प्टा दर्रा ट्रैक से अचानक लापता हुआ 26 वर्षीय इजराइली ट्रैकर (पैदल लंबी यात्रा करने वाला) अब मिल गया है। कुल्लू के पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा ने बताया कि ट्रैकर का पता लगा लिया गया है और वह एक कैंप में ठहरा हुआ है। राज्य आपदा प्रबंधन के निदेशक सुदेश मोख्ता ने सोमवार को यहां बताया कि लाहौल-स्पीति जिला आपात अभियान केंद्र ने सूचित किया कि दो इजराइली ट्रैकर युवान कोहन और रैन हम्प्टा दर्रा पार कर रहे थे। कोहन रविवार देर रात कोक्सर इलाके में पहुंचा, जबकि रैन नहीं पहुंचा।
दोनों ने नौ जून को कुल्लू जिले के मनाली से हम्प्टा के रास्ते लाहौल-स्पीति जिले में कोकसर की ओर अपनी यात्रा आरंभ की थी।
पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा ने बताया कि मनाली के उपमंडलीय मजिस्ट्रेट ने एक बचाव दल तैनात किया, जिसमें एडवेंचर टूर्स ऑपरेटर्स एसोसिएशन मनाली के दो सदस्य शामिल थे। उन्होंने बताया कि बचाव दल ने तलाश के लिए एक निजी हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया और लापता ट्रैकर का पता लगा लिया। मोख्ता ने बताया कि लापता ट्रैकर का पता लगाने के लिए स्थानीय लोगों के साथ पुलिस दल को मौके पर भेजा गया था। वह पूरी तरह सकुशल है।

समन के खिलाफ सत्याग्रह मार्च में सड़क पर उतरें, सीएम

समन के खिलाफ सत्याग्रह मार्च में सड़क पर उतरें, सीएम 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड प्रकरण में कांग्रेस नेतृत्व को जारी समन के खिलाफ सत्याग्रह मार्च में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी सड़क पर उतरें। उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोलते हुए ईडी की कार्रवाई को द्वेषपूर्ण बताया। बघेल ने कहा केंद्र की भाजपा सरकार राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से कांग्रेस की राष्ट्रीय नेतृत्व को परेशान कर रही है। 
उनके ऊपर झूठे केस लगाकर फंसाया जा रहा है। ईडी दफ्तर तक पैदल मार्च करते हुये भूपेश बघेल ने कहा कि कितनी भी दिल्ली पुलिस बैरिकेटिंग कर ले, कितना भी प्रयास कर ले, लेकिन सत्य को जीत होगी। उन्होंने कहा कि कानून का राज कहां है। यहाँ तो तानाशाही हो रही है। केंद्र सरकार ईडी, आईबी, सीबीआई का दुरुपयोग कर विपक्षियों के आवाज को दबाना चाहती है। जिसका कांग्रेस विरोध करती है।

‘ओ हसीना जुल्फो वाली’ गाने पर शानदार स्टेप्स किया

‘ओ हसीना जुल्फो वाली’ गाने पर शानदार स्टेप्स किया

कविता गर्ग
मुंबई। अभिनेत्री उर्फी ने एक वीडियो शेयर किया हैं। जिसमें वह ‘ओ हसीना जुल्फो वाली’ गाने पर बेहद शानदार स्टेप्स करती दिखाई दे रही हैं। जैसे ही उर्फी पलटीं और उन्होंने अपना बैकलेस अंदाज फैंस को दिखाया, तो हर किसी की सांसें बस थमी ही रह गईं। इसके साथ ही हजारों लाइक्स उनके इस वीडियो पर आ चुके हैं।
पर क्या आप जानते हैं कि उर्फी को इस गाने पर डांस करने का आइडिया उनकी ड्रेस की वजह से आया है। उर्फी ने वीडियो के कैप्शन में खुद ही ये बता दिया है। एक्ट्रेस ने लिखा- डांसर नहीं हू। बस सोचा कि इस गाने पर ये ड्रेस अच्छी लगेगी। उर्फी इस लुक में भी कमाल लग रही हैं।
एक्ट्रेस का वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। आखिर, उर्फी ने इतना धमाकेदार डांस किया है।

सेहत का ध्यान व आवश्यकताएं पूरी करतें हैं, बॉडीगार्ड

सेहत का ध्यान व आवश्यकताएं पूरी करतें हैं, बॉडीगार्ड

अखिलेश पांडेय  
मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जब किसी विदेशी दौरे पर जाते हैं, तो उनके साथ स्पेशल बॉडीगार्ड भी जाते हैं। जिनका काम जानकर आपको हैरानी हो सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये स्पेशल बॉडी गार्ड पुतिन का मल-मूत्र इकट्ठा करते हैं और सूटकेस में वापस मॉस्को भेज देते हैं। उनकी ड्यूटी यह भी होती है कि वह राष्ट्रपति की सेहत का ध्यान रखें और उनकी आवश्यकताएं पूरी करें। इसी में उन्होंने इस बात का भी खुलासा किया है। उन्होंने लिखा कि पुतिन का मल-मूत्र इकट्ठा करने के लिए फेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस के एजेंट होते हैं और वे ही मल-मूत्र इकट्ठा करके स्पेशल बैग में वापस रूस को भेज देते हैं।
 उनके स्टूल की जांच होती है और पता लगाया जाता है कि कोई बीमारी तो नहीं पनप रही है। इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखा जाता है कि किसी और देश को उनकी बीमारी के बारे में पता न चले। पत्रकार ने दावा किया कि उसे इस बात के बारे में 2019 में पता चला था जब पुतिन सऊदी अरब के दौरे पर गए थे। इसके अलावा जब वह फ्रांस गए थे तो उनके बॉडीगार्ड उनके साथ बाथरूम में भी जाते थे।

ऑनलाइन सट्टेबाजी पर नियंत्रण के लिए कदम उठाया

ऑनलाइन सट्टेबाजी पर नियंत्रण के लिए कदम उठाया

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सोमवार को ऑनलाइन सट्टेबाजी पर नियंत्रण के लिए बड़ा कदम उठाया।मंत्रालय ने सोमवार को मीडिया के लिए चेतावनी जारी करके ऑनलाइन सट्टेबाजी को बढ़ावा देने वाले विज्ञापन पर प्रतिबंध लगा दिया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया को चेतावनी जारी की है। इसमें ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफार्मों के विज्ञापन से बचने के लिए कहा गया है।बताया जा रहा है कि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, सोशल और ऑनलाइन मीडिया में ऑनलाइन सट्टेबाजी वेबसाइटों-प्लेटफार्म के विज्ञापनों के कई मामले सामने आए थे। इसके बाद मंत्रालय ने यह चेतावनी जारी की गई है। मंत्रालय ने कहा है कि देश के अधिकांश हिस्सों में सट्टेबाजी और जुआ अवैध हैं। ये ऑडियंस खासकर बच्चों के लिए अधिक वित्तीय और समाजिक-आर्थिक जोखिम पैदा करते हैं।
 चेतावनी में कहा गया है कि ऑनलाइन सट्टेबाजी पर इन विज्ञापनों से बड़े पैमाने पर इस प्रतिबंधित गतिविधि को बढ़ावा मिलता है। मंत्रालय के मुताबिक, ऑनलाइन सट्टेबाजी के विज्ञापन भ्रामक होते हैं। ये उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019, केबल टेलीविजन नेटवर्क विनियमन अधिनियम और विज्ञापन कोड और प्रेस परिषद अधिनियम, 1978 के तहत निर्धारित पत्रकारिता आचरण के मानदंडों के अनुरूप नहीं हैं।मंत्रालय ने ये चेतावनी जनहित में जारी की है। इतना ही नहीं मंत्रालय ने प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफार्मों के विज्ञापनों को प्रकाशित करने से बचने की सलाह दी है। इससे पहले सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 4 दिसंबर, 2020 को निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों को एक सलाह जारी की थी, जिसमें प्रिंट और ऑडियो विजुअल विज्ञापन के लिए ऑनलाइन गेमिंग के विज्ञापनों पर भारतीय विज्ञापन मानक परिषद के दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए कहा था।

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...