सोमवार, 9 मई 2022

चंपावत उपचुनाव के लिए सीएम का नामांकन

चंपावत उपचुनाव के लिए सीएम का नामांकन 

पंकज कपूर  
चंपावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत उपचुनाव के लिए सोमवार को अपना नामांकन कर दिया है। इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में कार्यकता और पार्टी नेता भी मौजूद रहे।
नामांकन करने के लिए सीएम धामी आज सुबह ही खटीमा से रवाना हो गए थे। इस दौरान उनकी पत्नी गीता धामी ने उन्हें टीका लगाया और दही खिलाया। इसके बाद सीएम धामी ने अपने गांव के कुल देवता के मंदिर में जाकर आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि खटीमा मेरी मेरी कर्म भूमि है। इसी क्षेत्र में मैं पला-बढ़ा हूं। मैं सेवा करने के लिए आया हूं। चुनाव में हार-जीत होती रहती है। जनता का जनादेश सिर माथे पर है। अब उन्हें विश्वास है कि चंपावत की जनता भी उन्हें अपना आशीर्वाद देगी। चुनाव जीतने के बाद उनका प्रयास रहेगा कि वह चंपावत आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाएं।
निर्धारित समय से पौन घंटा पहले पहुंचे बनबसा, कार्यकर्ता मायूस
खटीमा से निकलने के बाद सीएम धामी  बनबसा पहुंचे। वह निर्धारित समय से पौन घंटा पहले ही बनबसा पहुंच गए। उनके पहले पहुंचने से उनके स्वागत की तैयारी में जगह-जगह कार्यकर्ताओं को काफी मायूसी हाथ लगी। उन्हें निर्धारित समय के अनुसार सुबह नौ बजे बनबसा जगबुढ़ा पुल पर पहुंचना था लेकिन वह सवा आठ बजे ही बनबसा पहुंच गए और नौ बजे वह टनकपुर से चम्पावत के लिए कार से रवाना हो गए। सीएम के पहले ही पहुंच जाने की खबर पाकर कार्यकर्ता तेजी से उनके पास पहुंचने लगे और उनका स्वागत किया। बनबसा में विधायक रेखा आर्य ने सीएम का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज बेहद महत्वपूर्ण दिन है। हम सभी उत्साहित हैं। रेखा आर्य के अलावा पार्टी के नेताओं ने कहा कि चंपावत में सीएम धामी की ऐतिहासिक जीत होगी। इससे पूर्व सीएम धामी ने बनबसा में गौरव सेनानी कल्याण समिति कार्यालय के साथ सीएम कैंप कार्यालय का भी उद्घाटन किया। उनके साथ निवर्तमान विधायक कैलाश गहतोड़ी, सांसद अजय टम्टा के साथ कई वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता व विधायक है।
चंपावत में भाजपा दिग्गजों का जमावड़ा
सीएम धामी के नामांकन के लिए भाजपा के दिग्गज नेता रविवार से ही चंपावत में डेरा जमाए हुए हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक रविवार को ही चंपावत के लिए रवाना हो गए थे। पार्टी के पदाधिकारियों के अलावा प्रदेश सरकार के मंत्री भी मुख्यमंत्री के नामांकन के लिए पहुंचे हैं। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी भी रविवार को ही चंपावत के लिए रवाना हो थे।
31 मई को होगा मतदान, 3 जून को आएगा रिजल्ट
भारत निर्वाचन आयोग की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, चंपावत उपचुनाव के लिए 31 मई को मतदान होगा और 3 जून को रिजल्ट आएगा। 4 मई को चंपावत चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने नोटिफिकेशन जारी किया और नॉमिनेशन की आखिरी तारीख 11 मई तय की गई है। नामांकन वापस लेने की तारीख 17 मई तय की गई है।
96016 वोटर करेंगे भाग्य का फैसला...
31 मई को होने वाले उपचुनाव में 96016 वोटर 151 बूथों में प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी एनएस मेहरा का कहना है कि चंपावत सीट में 50057 पुरुष और 45959 महिला मतदाता हैं। को घेरने के लिए कांग्रेस भी तैयार है। लंबी माथापच्ची के बाद कांग्रेस ने चंपावत विधानसभा सीट से अपने प्रत्याशी का चेहरा घोषित कर किया था। चंपावत सीट से निर्मला गहतोड़ी सीएम पुष्कर सिंह धामी के सामने खड़ी हैं। चार मई को उपचुनाव की अधिसूचना जारी हो हुई थी और नामांकन पत्र भी लिए जाने लगे थे, लेकिन कांग्रेस किस चेहरे पर उपचुनाव में दांव लगाएगी, इस रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया था। इसके बाद निर्मला गहतोड़ी को मैदान में उतारकर कांग्रेस ने अपने पत्ते खोले।

‘लाखों नौकरियों’ का वादा कर रहीं सरकार

‘लाखों नौकरियों’ का वादा कर रहीं सरकार  

पंकज कपूर  
देहरादून। उत्तराखंड के नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा है कि उत्तराखंड में भाजपा सरकार ‘लाखों नौकरियों’ का वादा कर रही हैं। लेकिन भाजपा सरकार का कोई रोडमैप नहीं दिख रहा है कि नई नौकरियां कैसे और कहां पैदा होंगी। उससे भी अधिक कष्टप्रद है कि सरकार कह रही है कि राज्य में बेरोजगारी की दर लगातार कम होती जा रही है और केंद्र त था राज्य सरकार द्वारा युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए विभिन्न विभागों के माध्यम से रोजगारपरक योजनाएं चलायी जा रही है।
उत्तराखंड में बेरोजगारी दर देश के 11 राज्यों से अधिक हो गई है तथा शहरी बेरोजगारी के मामले में पहले नंबर पर उत्तराखंड पहुँच गया है, वर्ष 2001 में प्रदेश में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या तीन लाख 13 हजार थी, जो अब बढ़कर 10 लाख 39 हजार 697 हो गई है।
सेंटर फार मानीटरिंग इंडियन इकोनामी (सीएमआइई) की ओर से एक मई को जारी आंकड़ों के मुताबिक वर्तमान में उत्तराखंड की बेरोजगारी दर 5.3 प्रतिशत है। जो असम 1.2, छत्तीसगढ़ 0.6, गुजरात 1.6, हिमाचल प्रदेश 0.2, कर्नाटक 2.7, मध्य प्रदेश 1.6, महारष्ट्र 3.1, मेघालय 2.2, उड़ीसा 1.5, तमिलनाडु 3.2, उत्तर प्रदेश 2.9 प्रतिशत बेराजगारी दर से अधिक है। जबकि आंध्र प्रदेश की बेरोजगारी दर उत्तराखंड के बराबर है। वहीं, देश की वर्तमान बेरोजगारी दर 7.8 प्रतिशत है।
उत्तराखंड में बड़ी संख्या में नौकरियों में गिरावट दर्ज की गई है। सीएमआईई के द्वारा दिए गए आंकड़े के अनुसार उत्तराखंड में बेराजगारी दर साल 2016 के मुकाबले साल 2021 तक 10 प्रतिशत तक गिर गई है। रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में सितंबर-दिसंबर 2016 में 40.01 प्रतिशत लोग कार्यरत थे जो सितंबर-दिसंबर 2021 में कम होकर महज 30.43 प्रतिशत पर पहुंच गई है। वहीं इसे कामकाजी उम्र (15 साल या उससे अधिक) के आबादी के अनुसार समझे तो उत्तराखंड में पांच साल पहले 78 लाख कामकाजी उम्र की आबादी में 32.23 लाख से अधिक लोग कार्यरत थे। वहीं पिछले पांच सालों में कामकाजी उम्र की आबादी लगभग 14 प्रतिशत तक बढ़ी है और यह 91 लाख तक पहुंच गई है पर कार्यरत लोगों की संख्या बढ़ने की जगह कम हो गई है। दरअसल, रिपोर्ट के अनुसार साल 2021 दिंसबर तक कुल 91 लाख कामकाजी आबादी में सिर्फ 27.82 लाख लोग ही कार्यरत हैं जो साल 2016 के मुकाबले 4.41 लाख कम है।
ऐसा नहीं है कि इस राज्य में रोजगार की कोई संभावना ही नहीं है। इस राज्य में भी रोजगार की अपार संभावनाएं हैं।उत्तराखंड को प्रकृति ने अपार प्राकृतिक सौंदर्य ऊंचे पहाड़ ,नदियां,झीलें ,हिम से ढकी हिमालय की शानदार चोटियों, अनगिनत जड़ी बूटियां, फल-फूल साथ ही साथ भगवान शिव का निवास स्थान ( कैलाश),बद्रीनाथ, जागेश्वर ,केदारनाथ,पूर्णागिरी,यमनोत्री,गंगोत्री और नैना देवी आदि से परिपूर्ण किया है।
और उत्तराखंड का विस्मित कर देने वाला भू भाग आधा पहाड़ और आधा मैदान।फिर भी उत्तराखंड के युवा बेरोजगार है। कौशल विकास एवं सेवा योजना विभाग का गठन तो हुआ लेकिन भाजपा का जुमला भर ही रहा।
हालांकि सरकार सभी लोगों को सरकारी नौकरी नहीं दे सकती।लेकिन जो सरकारी पद रिक्त हैं उनको भरा तो जा ही सकता है। इस वक्त राज्य में लगभग 40,000 से ज्यादा पद रिक्त हैं । लेकिन उनको भरने की कोई व्यवस्था नहीं है। और न ही भरने में सरकार की कोई दिलचस्पी दिख रही है। सरकार हर साल नौकरी देने की बात तो करती है। लेकिन धरातल में ऐसी उसकी कोई मंशा नहीं लगती।वरना सरकार यह ऐलान क्यों करती कि 3 साल से ज्यादा लंबे समय से जो पद खाली हैं।उन्हें समाप्त कर दिया जाए और लगभग 25,000 पद खत्म कर दिए।

परीक्षा का प्रश्न पत्र ‘लीक’ होने पर नाराजगी

परीक्षा का प्रश्न पत्र ‘लीक’ होने पर नाराजगी  

अविनाश श्रीवास्तव    
पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा रविवार को आयोजित सिविल सेवा (प्रारंभिक) की परीक्षा का प्रश्न पत्र ‘लीक’ होने पर सोमवार को कड़ी नाराजगी जताई। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यादव ने कहा कि आयोग का नाम बदलकर ‘लीक आयोग’ कर दिया जाना चाहिए।
उन्होंने राज्य की नीतीश कुमार सरकार से उन अभ्यर्थियों को मुआवजा देने की मांग की जो लंबी दूरी तय कर परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने पहुंचे थे। यादव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘बीपीएससी में गड़बड़ी हुई है, यह कोई अच्छी खबर नहीं है। कल की घटना के बाद कुछ भी कहने को बचा नहीं है।
अब समय गया है कि लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर ‘लीक आयोग’ कर दिया जाए। परीक्षाएं शायद ही समय पर होती हैं और जब ये आयोजित कराई जाती हैं, तो और देरी अनियमितताओं के नाम पर होती है।
’’ यादव ने दावा किया कि जब भी विधानसभा का सत्र होता है, वह बीपीएससी के कामकाज की शैली का मुद्दा उठाते हैं। उन्होंने मांग की कि ‘‘जिन अभ्यर्थियों का परीक्षा केंद्र अपने गृहनगर से दूर था और जिन्हें सबसे अधिक परेशानी हुई, उन्हें पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।
’’ गौरतलब है कि रविवार दोपहर परीक्षा होने से कुछ मिनट पहले ही प्रश्नपत्र के ‘स्क्रीनशॉट’ सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। हालांकि, परीक्षा को तत्काल रद्द नहीं किया गया था और आयोग ने शाम को प्रश्न पत्र ‘लीक’ होने की घटना के बारे में संतुष्ट होने के बाद परीक्षा रद्द करने की घोषणा की थी। यादव ने पूरे मामले की तेजी से जांच कर दोषियों को पकड़े जाने की मांग की।

असम-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति की समीक्षा की

असम-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति की समीक्षा की  

इकबाल अंसारी  

असम। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मनकाचर सेक्टर में असम-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति की सोमवार को समीक्षा की। एक हेलीकॉप्टर से कामाख्या हिलटॉप पहुंचे शाह ने मनकाचर के लिए रवाना होने से पहले कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना की। सीमा सुरक्षा बल और राज्य सरकार के अधिकारियों ने सीमा चौकी पर उनका स्वागत किया।बीएसएफ अधिकारियों के साथ आए गृह मंत्री ने इस मौके के लिए बनाए गए एक निगरानी टावर से सीमा पर स्थिति की समीक्षा की। उन्हें इलाके में एकत्रित स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत करते हुए भी देखा गया। केंद्रीय मंत्री की मौजूदगी में भारत और बांग्लादेश दोनों के सीमा पर तैनात कर्मियों ने फ्लैग मार्च भी किया।

सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास की है कमी...

 गृह मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास की कमी है, जिससे लोगों का पलायन हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन क्षेत्रों में विकास लाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि सीमावर्ती इलाकों में तैनात बीएसएफ जवानों को सुरक्षा बढ़ाने के लिए नवीनतम तकनीक मुहैया कराई जाएगी।

हिंसा के मामलें में 3 मुख्य आरोपियों को अरेस्ट किया

हिंसा के मामलें में 3 मुख्य आरोपियों को अरेस्ट किया

मनोज सिंह ठाकुर

खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में पिछले महीने रामनवमी समारोह के दौरान हुई हिंसा के मामलें में पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। खरगोन में अस्थायी रुप से तैनात किए गए विशेष सशस्त्र बल के कमांडेट अंकित जायसवाल ने रविवार देर रात पत्रकारों को बताया कि दस अप्रैल को हुई हिंसा के सिलसिले में दर्ज 72 मामलों में अब तक 182 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

उन्होंने बताया कि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। दस अप्रैल को शहर में रामनवमी के जुलूस के दौरान और बाद में सांप्रदायिक झड़पें हुई थीं। जायसवाल ने कहा कि शहर के आनंद नगर में हिंसा को उकसाने के मुख्य आरोपियों में से एक इकबाल बानी और भटवाड़ी इलाके में दंगों के मुख्य आरोपी अफजल को क्रमशः जावरा (रतलाम जिला) और इंदौर से जबकि एक अन्य मुख्य आरोपी अर्श उर्फ कैफ को खरगोन जिले के कसरावद कस्बे से गिरफ्तार किया गया है। पिछले महीने हिंसा के बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था और 24 दिन बाद चार मई की शाम को इसे हटाया गया।

निर्गम: आरक्षित शेयरों को पूर्ण अभिदान मिला

निर्गम: आरक्षित शेयरों को पूर्ण अभिदान मिला 

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC ) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के तहत पात्र संस्थागत खरीदार (क्यूआईबी) के लिए आरक्षित शेयरों को सोमवार को निर्गम के अंतिम दिन पूर्ण अभिदान मिला। कुल मिलाकर इस निर्गम को दोगुना से अधिक अभिदान मिल चुका है।

शेयर बाजार पर उपलब्ध 12 बजकर 12 मिनट तक के आंकड़ों के मुताबिक 3,95,31,236 आरक्षित शेयरों के लिए 4,61,62,185 बोलियां मिलीं जो 1.17 गुना अभिदान दर्शाता है। गैर-संस्थागत निवेशकों वाले हिस्से को 1.38 गुना अभिदान मिला, खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित 6.9 करोड़ शेयरों के लिए 11.89 करोड़ बोलियां मिलीं।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-213, (वर्ष-05)
2. मंगलवार, मई 10, 2022
3. शक-1944, वैशाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि-नवमी, विक्रमी सवंत-2079।
4. सूर्योदय प्रातः 05:38, सूर्यास्त: 06:57।
5. न्‍यूनतम तापमान- 30 डी.सै., अधिकतम-41+ डी.सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
http://www.universalexpress.page/
www.universalexpress.in
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745 
              (सर्वाधिकार सुरक्षित)

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...