शनिवार, 15 मई 2021

26 मई को ‘काला दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे 40 किसान संघों के प्रधान संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने शनिवार को कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे प्रदर्शन के छह माह होने पर 26 मई को ‘काला दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। डिजिटल तरीके से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में लोगों से 26 मई को अपने घरों, वाहनों, दुकानों पर काला झंडा लगाने की अपील की है। राजेवाल ने कहा, ”26 मई को इस प्रदर्शन के छह महीने हो जाएंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरकार बनाने के सात साल पूरे होने के अवसर पर यह हो रहा है। हम इसे काला दिवस के तौर पर मनाएंगे।” केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ ‘दिल्ली चलो’ मार्च के तहत पानी की बौछारों और अवरोधकों का सामना करते हुए बड़ी संख्या में किसान 26 नवंबर को दिल्ली की सीमाओं पर आए थे।

पीएम ने देश में महामारी की स्थिति की समीक्षा की

अकांशु उपाध्याय                

नई दिल्ली। कोरोना महामारी का प्रकोप देश के ग्रामीण हिस्सों में बढ़ने के कारण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वास्थ्य संसाधन पुख्ता करने और घर-घर जाकर जांच करने तथा निगरानी करने पर जोर दिया है। प्रधानमंत्री ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से एक उच्च स्तरीय बैठक में देश में कोरोना महामारी की स्थिति की समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल संसाधनों पर फोकस करने तथा घर-घर जाकर जांच करने और निगरानी बढ़ाये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को समुचित उपकरण तथा संसाधन दिया जाना जरूरी है। इन क्षेत्रों में आसान तथा सरल भाषा में दिशा निर्देशों का प्रसार किये जाने की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इससे घरों में उपचार करा रहे लोगों को आसानी होगी।

लॉकडाउन: योगी आदित्यनाथ अंतिम फैसला लेंगे

हरिओम उपाध्याय               

लखनऊ। कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा या नहीं। इसका फैसला रविवार शाम तक लिए जाने की उम्मीद है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार शाम होने वाली कैबिनेट बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ अंतिम फैसला लेंगे।

हालांकि माना जा रहा है कि अब तक लॉकडाउन से मिली सफलता को देखते हुए इसे एक सप्ताह और बढ़ाया जा सकता हैं। इससे पहले सरकार ने वीकेंड कोरोना कर्फ्यू को 17 मई सुबह सात बजे तक बढ़ा दिया था। आपको बता दें कि प्रदेश में 30 अप्रैल से कोरोना कर्फ्यू लागू है। शुरू में इसे 3 मई तक लागू रहना था, लेकिन बाद में इसकी अवधि 6 मई तक बढ़ा दी गई थी। बाद में इसे और विस्तार देते हुए 10 मई तक कर दिया गया था और जिसे अब बढ़ाकर 17 मई किया गया है। बता दें कि यूपी में 30 अप्रैल के बाद से ही आंशिक कोरोना कर्फ्यू है। इसका असर यह हुआ कि कोरोना के सक्रिय मामलों में 60 हजार की कमी आ गई है। यही नहीं, उत्तर प्रदेश सरकार 18 से 44 साल के लोगों का कोविड वैक्सीनशन कराने के लिए तेजी से काम कर रही है।


गाजियाबाद: 24 घंटे में 527 रिपोर्ट्स पॉजिटिव मिली

अश्वनी उपाध्याय               
गाजियाबाद। राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार, जिलें में 24 घंटों की अवधि में 527 कोरोना रिपोर्ट्स पॉज़िटिव आई हैं। आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि विभाग द्वारा कल जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार नए संक्रमितों की संख्या भी 527 ही रही।  हालांकि आज की रिपोर्ट में 898 मरीज डिस्चार्ज और 7 मरीजों की मृत्यु दिखाई गई है। रिपोर्ट के अनुसार, अब गाज़ियाबाद में 4320 सक्रिय संक्रमित हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, गौतम बुद्ध नगर में 480 नए संक्रमित मिले हैं। जबकि 1250 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया।  इस अवधि में यहाँ 10 मरीजों की मौत दर्ज की गई और सक्रिय संक्रमितों की संख्या 6850 हो गई है।

वायरस की रोकथाम, 8 दिवसीय महायज्ञ प्रारंभ किया

कौशाम्बी। कोरोना की तीसरी लहर और भी भयावह है। इसकी रोकथाम को लेकर जहां सरकार तमाम प्रयास कर रही है। वहीं आमजन ने भी देश दुनिया को महामारी से मुक्ति दिलाने के लिए धार्मिक अनुष्ठान, यज्ञ, महायज्ञ कर देवी देवताओं को आहूति देना शुरू कर दिया है। शनिवार को कड़ा वासिनी के दरबार में भक्तों ने मृत्यु पर विजय दिलाने वाली देवी तारा की आराधना कर कोरोना से मुक्ति की कामना किया। कड़ा समिति के प्रमुख तीर्थ पुरोहित लालचंद पंडा की अगुवाई में मां शीतला धाम प्रांगण में आठ दिवसीय महायज्ञ का शुभारंभ किया गया। तीर्थ पुरोहित ने कहा कि आदिकाल से संसार समय-समय पर महामारियों से पीडि़त होता आया है। जब मेडिकल साइंस किसी महामारी का इलाज खोजने में कामयाब नहीं होता तो उस समय महामारियों से मुक्ति के लिए  देवी-देवताओं को समर्पित धार्मिक अनुष्ठान,यज्ञ, महायज्ञ से महमारी को नियंत्रण किया जाता था। महामारियों के नियंत्रण के संदर्भ में दुर्गा सप्तशती में मृत्यु पर विजय प्राप्त करने की देवी तारा तथा भय कलह एवं शोक की अधिष्ठात्री देवी मां धूमावती की आराधना का उल्लेख किया गया है। आयोजित यज्ञ में इन्हीं देवियों को प्रसन्न करने के लिए आठ दिवसीय महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। यज्ञ के माध्यम से संपूर्ण संसार को कोरोना वायरस से मुक्ति के लिए माता से मन्नत की जा रही है। कार्यक्रम में तीर्थ पुरोहितं कृपाशंकर पंडा, शिवदर्शन पंडा, गुरुप्रसाद पंडा, कुन्ना, नरेश पंंडा, बादल पंडा दीपचंद मौजूद रहे।
सुशील केसरवानी 

मेहंदी के निधन पर शोक प्रकट, श्रद्धांजलि अर्पित की

बृजेश केसरवानी              
कौशाम्बी। दिव्यांग अधिवक्ता सैय्यद आफताब मेहंदी उर्फ बाबा भाई के पिता मोहम्मद मेहंदी का मंगलवार को उनके पैतृक निवास चमनगंज नगर पंचायत करारी कौशांम्बी में आकस्मिक बीमारी के बाद निधन हो गया। 87 वर्षी के मोहम्मद मेहंदी हमेशा से समाज की सेवा में समर्पित रहे हैं। उन्होंने काफी संघर्ष से समाज में अपना एक मुकाम बनाया था। अपने पोते सज्जाद मेहंदी के साथ हमेशा सामाजिक कार्य में हिस्सा लेते थे और हर तरीके से गरीब की मदद करना उनका उद्देश रहा है।वृद्धाओ के लिए मोहम्मद मेहंदी एक मिसाल थे। उन्होंने इस 87 की उम्र में भी समाज की सेवा करनी नहीं छोड़ी। मंगलवार को करारी कर्बला में उन्हें सुपूर्दे खाक किया गया। निर्बल विकास एवं उत्थान समिति के कार्यकर्ताओं ने उनके निधन पर विनम्र शोक प्रकट करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।

ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीन की पहली डोज के टीके नहीं

अतुल त्यागी           
हापुड़। जनपद केे गांव वझीलपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगभग तीन हफ्ते से ताला लगा हुआ है। जिसके कारण दर्जनों गांवों के लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज के टीके नहीं लग रहें हैं। राष्ट्रीय सैनिक संस्था के जिला अध्यक्ष ज्ञानेंद्र त्यागी ने बताया, कि उनके गांव वझीलपुर में लगभग पांच दशक पूर्व से स्थापित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दर्जनों गांवों के लोगों को प्राथमिक उपचार मिल रहा है। करोना महामारी के चलते यहां पर शुरुआती दिनों में कोविड वैक्सीन के पहली डोज के टीके लगाए गए। लेकिन त्रिस्तरीयत पंचायत चुनाव के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लगा हुआ है। जिसके कारण लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ज्ञानेंद्र त्यागी ने शासन प्रशासन के अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि अगर गांवों में करोना महामारी ने पर पसार लिए तो हालात जल्दी से काबू में नहीं आ पाएंगे क्योंकि दोमयी, धनौरा, खडखडी, असरा, मुरादपुर, सूदना आदि नजदीकी गांवों में करोना के मरीजों की मौत का आंकड़ा सैकड़ों के पार होने वाला है। सरकार के नुमाइंदों को ग्रामीण क्षेत्रों में कठोर कदम उठाने की जरूरत है।

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...