मंगलवार, 23 जून 2020

चीन से कम नहीं है भारत की ताकत


 भारत से ताकतवर नहीं है चीनी ड्रैगन, 1962 से 2020 तक पलट गई कहानी


नई दिल्ली। लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प के बाद दोनों देशों में तनाव  चरम पर है। सीमा पर गतिरोध को लेकर जारी सैन्य और कूटनीतिक बैठक का कोई समाधान निकलता दिखाई नहीं दे रहा है।



वहीं, बढ़ते तनाव को देखते हुए दोनों देशों की सेनाओं ने एलएसी के इलाके में अपनी उपस्थिति को और मजबूत कर दिया है। चीन की सरकार समर्थित मीडिया अक्सर भारत को गीदड़ भभकी देती रहती है कि वे सैन्य ताकत के मामले में भारत से श्रेष्ठ हैं, लेकिन वास्तविक कहानी इसके ठीक उलट है।


​1962 से उल्टी है आज की स्थिति

1962 में हिमालयी क्षेत्र में जब धोखे से चीन ने भारत पर आक्रमण कर दिया था तब भारतीय सेना इस ऊंचाई वाले इलाके में युद्ध लड़ने के लिए तैयार नहीं थी। एक महीने तक चले मुकाबले में चीनी सेना ने अक्साई चिन पर कब्जा कर युद्धविराम की घोषणा कर दी थी। चीन ने दावा किया कि इस युद्ध में उसके 700 सैनिक मारे गए, जबकि भारतीय सेना के हजार से ज्यादा सैनिक शहीद हुए।


भारतीय सेना के आगे नहीं टिकेगा चीन

पारंपरिक रूप से माना जाता है कि चीन सैन्य ताकत के मामले में भारत के काफी आगे है। लेकिन, बोस्टन में हार्वर्ड केनेडी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट में बेलफर सेंटर और वाशिंगटन में एक नई अमेरिकी सुरक्षा केंद्र के हालिया अध्ययन में कहा है कि भारतीय सेना उच्च ऊंचाई वाले इलाकों में लड़ाई के मामले में माहिर है। चीनी सेना इसके आसपास भी नहीं फटकती है।


परमाणु हथियार संपन्न दोनों देश, नो फर्स्ट यूज की पॉलिसी

भारत चीन के बीच युद्ध की संभावनाएं वैसे बहुत कम है, लेकिन चीन की शरारत को देखते हुए इसे पूरी तरह से नकारा भी नहीं जा सकता। विशेषज्ञों ने कहा कि युद्ध की स्थिति में भी दोनों देश अपने परमाणु हथियारों के जखीरे के इस्तेमाल से बचना चाहेंगे। क्योंकि इस मामले में दोनों देश लगभग बराबर की स्थिति में हैं।


दोनों देश आज के समय में जल, थल और नभ से परमाणु हमला करने की ताकत रखते हैं। बता दें कि चीन 1964 में परमाणु शक्ति संपन्न देश बना था, जबकि भारत 1974 में। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के 2020 में जारी रिपोर्ट के अनुसार, चीन के पास लगभग 320 परमाणु बम हैं और भारत के पास 150 से अधिक हैं। दोनों देश दोनों एक “नो फर्स्ट यूज” पॉलिसी की बात करते हैं।


वायु सेना की ताकत में भी भारत मजबूत

बेलफर सेंटर के मार्च में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, भारत के पास लगभग 270 लड़ाकू विमान और 68 ग्राउंड अटैक फाइटर जेट हैं। वहीं, भारत ने पिछले कुछ दशकों में चीन से लगी सीमा पर कई हवाई पट्टियों का निर्माण किया है जहां से ये फाइटर जेट आसानी से उड़ान भर सकते हैं।


वहीं, इस स्टडी के अनुसार, चीन के पास 157 फाइटर जेट्स और एक छोटा ड्रोन का बेड़ा भी है। इस स्टडी में बताया गया है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयरफोर्स भारत से लगी सीमा क्षेत्र में आठ ठिकानों का उपयोग करती है, लेकिन इनमें से अधिकांश नागरिक हवाई क्षेत्र हैं।


भारतीय लड़ाकू विमान चीन के मुकाबले ज्यादा प्रभावी

बेलफर सेंटर की इस स्टडी के अनुसार, भारतीय वायुसेना के मिराज 2000 और सुखोई एसयू 30 लड़ाकू विमान को चीन के जे-10, जे-11 और एसयू-27 लड़ाकू विमानों पर बढ़त हासिल है। चीन ने भारत से लगी सीमा पर इन्हीं विमानों को तैनात किया है।


भारतीय मिराज 2000 और एसयू -30 जेट्स ऑल-वेदर, मल्टी-रोल विमान हैं जबकि चीन का जे-10 ही ऐसी योग्यता रखता है। बेलफर की स्टडी बताती है कि चीन ने अपने पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों को अमेरिका के कथित खतरे से बचाने के लिए मजबूत किया है। इस कारण पश्चिमी क्षेत्र में उसके चार एयरफील्ड कमजोर हुए हैं।


तिब्बत में चीनी लड़ाकू विमानों को यह घाटा

अध्ययन में दावा किया गया है कि तिब्बत और शिनजियांग में चीनी हवाई ठिकानों की अधिक ऊंचाई, क्षेत्र में आम तौर पर कठिन भौगोलिक और मौसम की स्थिति के कारण चीनी लड़ाकू विमान अपने आधे पेलोड और ईंधन के साथ ही उड़ान भर सकते हैं। जबकि, भारतीय लड़ाकू विमान पूरी क्षमता के साथ हमला कर सकते हैं। चीन के एरियल रिफ्यूलिंग कैपसिटी मतलब हवा में ईंधन भरने की क्षमता भी कम है। उसके पास पर्याप्त संख्या में एरियल टैंकर नहीं हैं।


भारत की सेना चीन से बहुत मजबूत और अनुभवी

सीएनएएस की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की थल सेना हर परिस्थिति में चीनी सेना से बेहतर और अनुभवी है। भारतीय सेना के पास युद्ध का बड़ा अनुभव है जो विश्व में शायद ही किसी और देश के पास हो।


वर्तमान समय में भी भारतीय सेना कश्मीर में आतंकवाद और पाकिस्तान से लड़ाई लड़ रही है। भारतीय सेना को सीमित और कम तीव्रता वाले संघर्षों में महारत हासिल है, जबकि चीन की पीएलए ने 1979 में वियतनाम के साथ अपने संघर्ष के बाद से युद्ध की क्रूरता का अनुभव नहीं किया है।


वियतनाम से हार चुका है चीन

कंबोडिया में वियतनाम के सैन्य हस्तक्षेप के जवाब में चीन ने 1979 में महीने भर तक युद्ध किया था। माना जाता है कि अपनी हार को नजदीक देख चीनी सेना भाग खड़ी हुई थी।


अमेरिकी सेना से युद्ध लड़ने के कारण अधिक अनुभवी वियतनामी सैनिक चीन पर भारी पड़े और उन्हें जमकर नुकसान पहुंचाया था। चीन के सेना की संख्या भ्रामक भी हो सकती है। चीन अपनी सेना की जो संख्या बताता है उसमें भी बड़ी गड़बड़ी है।


चीन की सेना भी मोर्चे पर कम संख्या में

चीन के पीएलए में शामिल सैन्य इकाइयां शिनजियांग या तिब्बत में विद्रोह को दबाने या रूस के साथ चीन की सीमा पर किसी भी संभावित संघर्ष से निपटने के लिए सौंपी गई हैं। यहां से भारतीय सीमा पर फौज को लेकर जाना चीन के लिए संभव नहीं है क्योंकि भारतीय वायुसेना चीन की रेललाइनों को निशाना बना सकती है। वहीं, भारतीय सेना पहले से ही इन इलाकों में बड़ी संख्या में मौजूद है।



अब चीन पर होगी सर्जिकल स्ट्राइक ?


तो अब चीन पर होगी सर्जिकल स्ट्राइक? सेना अलर्ट, मोदी की सभी दलों संग बैठक.. कुछ बड़ी है तैयारी


अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। लद्दाख के गलवान घाटी में सोमवार रात चीन और भारतीय सैनिकों के बीच हुए संघर्ष के बाद भारत पेइचिंग को घेरने के लिए कई मोर्चे पर तैयारी कर रहा है। इस बीच, पीएम नरेंद्र मोदी ने चीन के मुद्दे पर आज एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस वर्चुअल बैठक में पीएम मोदी देश के राजनीतिक दलों के अध्यक्षों से चीन के मसले पर बात करेंगे और उन्हें मौजूदा स्थिति की जानकारी दे सकते हैं। हालांकि पीएम की इस बैठक पर कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं। इस बीच, सूत्रों के अनुसार सेना, वायुसेना और नेवी को अलर्ट कर दिया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि पीएम मोदी कुछ बड़ा सोच रहे हैं।



सर्वदलीय बैठक बुलाने का मतलब

माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस बैठक में चीन (india and china clash) सीमा पर मौजूदा हालात की जानकारी दे सकते हैं। कई विपक्षी दल केंद्र सरकार से चीन सीमा पर चल रही गतिविधियों की जानकारी मांग रहे थे।


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प के बारे में जानकारी मांगी थी। इस घटना में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। इस बैठक में पीएम विपक्षी दलों के साथ आगे की रणनीति पर मंथन कर सकते हैं। यह भी हो सकता है कि मोदी कोई बड़ा कदम उठाने वाले हों और इसपर विपक्षी दलों को भरोसे में लेना चाहते हों।


चीनी सीमा पर मोदी की बड़ी योजना?

लद्दाख में पिछले एक महीने से जारी भारत-चीन तनाव अब खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। ऐसे में हो सकता है कि पीएम मोदी चीन सीमा पर कोई बड़ी योजना बना रहे हों। कहा जा रहा है कि भारत चीन की गलवान घाटी में की गई हिमाकत का बदला जरूर लेगा। इसमें चीन के खिलाफ कड़े आर्थिक फैसले से लेकर कूटनीतिक और सैन्य फैसला तक संभव हो सकता है। पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी। माना जा रहा है कि भारत अपने सैनिकों के गंवाने के बाद हर स्तर पर जाने को विचार कर सकता है।


ITBP जवानों की तैनाती बढ़ी

चीन सीमा से लगते लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम तक भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की तैनाती बढ़ा दी गई है। इन इलाकों में ITBP की गश्ती को बढ़ा दिया गया है। सुरक्षाबलों को चीन की किसी भी हिमाकत का भरपूर जवाब देने को कहा गया है।


सेना, वायुसेना और नेवी अलर्ट

उधर, सूत्रों के मुताबिक सेना, वायुसेना और नौसेना को उच्चतम स्तर पर अलर्ट रहने को कहा गया है। सभी सेनाओं को बुरी से बुरी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है। सेना, वायुसेना और नेवी उच्चतम स्तर के अलर्ट पर हैं और बताया जा रहा है कि हथियारों का मूवमेंट भी शुरू हो चुका है। सूत्रों ने बताया कि लोकल कमांडरों को चीन से निपटने के लिए खुली छूट दे दी गई है। सूत्रों ने यह भी बताया कि ITBP को सेना के नियंत्रण में भी लाया जा सकता है।



दोनों सेनाओं के बीच बातचीत का दौर

नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर है। इस बीच दोनों देशों के टाप कमांडर और नेता हालात को सामान्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच बातचीत हुई।



एलएसी पर पैदा हुए तनावपूर्ण हालात से भारत के साथ चीन भी चिंतित है। इस तनाव को कम करने के लिए भारत और चीन के बीच बातचीत का दौर चल रहा है। दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है। इसी कड़ी में सोमवार को भी दोनों देशों के कोर कमांडर की मैराथन बैठक हुई, जो 11 घंटे तक चली। इस बातचीत में भारत अपने सख्त रूख पर कायम रहा। आज भी बातचीत का ये सिलसिला जारी रहेगा।



भारत ने चीनी अधिकारियों से साफ साफ कह दिया है कि वह सीमा पर पांच मई से पहले की स्थिति बहाल करें। इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है। इस बीच सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे आज लेह का दौरा करेंगे। सेना प्रमुख 14वीं कोर के सैन्य अफसरों के साथ हालात का जायजा लेंगे। गौरतलब है कि भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों की ये बैठक गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद बढ़े तनाव को कम करने को लेकर हो रही है।


सेंसेक्स 180 और निफ्टी 67 अंक चढ़ा

शेयर बाजार में तेजी जारी. सेंसेक्स 180 अंक और निफ्टी 67 अंक चढ़ा



मुंबई । वैश्विक स्तर से मिले नकारात्मक संकेतों के बीच घरेलू स्तर पर पावर, धातु और हेल्थकेयर जैसे समूहों में हुयी लिवाली के बल पर शेयर बाजार में आज लागतार तीसरे दिन तेजी बनी रही। इस दौरान बीएसई का सेंसेक्स 180 अंक और निफ्टी 67 अंक चढ़ गया।


बीएसई का सेंसेक्स 179.59 अंक बढ़कर 34911.32अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 66.80 अंक चढ़कर 10311.20 अंक पर रहा। बीएसई में दिग्गज कंपनियों की तुलना में छोटी और मझौली कंपनियों में अधिक लिवाली देखी गयी जिससे बीएसई का मिडकैप 2.02 प्रतिशत बढ़कर 13062.67 अंक पर और स्मॉलकैप 1.36 प्रतिशत उठकर 12443.95 अंक पर रहा। बीएसई में आईटी 0.35 प्रतिशत की गिरावट को छोड़कर शेष सभी समूह बढ़त में रहे जिसमें पावर 2.77 प्रतिशत, धातु 2.69 प्रतिशत और हेल्थकेयर 2.26 प्रतिशत शामिल है। बीएसई में कुल 2917 कंपनियों में कारोबार हुअा जिसमें से 1871 बढ़त में और 875 गिरावट में रहे जबकि 171 में कोई बदलाव नहीं हुआ।


वैश्विक स्तर पर अधिकांश प्रमुख सूचकांक गिरावट में रहे जिसमें ब्रिटेन का एफटीएसई 0.02 प्रतिशत, जर्मनी का डैक्स 0.13 प्रतिशत, जापान का निक्केई 0.18 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 0.54 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.08 प्रतिशत शामिल है।



राष्ट्रपति ने जगन्नाथ यात्रा की दी शुभकामनाएं

नयी दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ओडिशा में पुरी जगन्नाथ यात्रा के अवसर पर देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है।


श्री कोविंद ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, ‘रथ यात्रा के पावन अवसर पर सभी देशवासियों, विशेष रूप से ओडिशा में प्रभु जगन्नाथ के श्रद्धालुओं को बधाई। मैं कामना करता हूँ कि प्रभु जगन्नाथ की कृपा, कोविड-19 का सामना करने‌ के लिए हमें साहस एवं संकल्प-शक्ति प्रदान करे और हमारे जीवन में स्वास्थ्य और आनंद का संचार करे।’ गौरतलब है कि पुरी में जगन्नाथ यात्रा आज से शुरू हो रही है। इससे संबंधित अनुष्ठान कम से कम 10 दिन चलेंगे।


2 आतंकियों को मारा 1 जवान शहीद

श्रीनगर। जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई है। पुलवामा के बांदजू इलाके में जारी मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। हालांकि, सीआरपीएफ का एक जवान भी शहीद हो गया। इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।कश्मीर जोन के IG विजय कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में अब तक दो आतंकवादी मारे गए हैं। इससे पहले रिपोर्टों के अनुसार, पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने बांदजू में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। जैसे ही सुरक्षाबलों ने संदिग्ध स्थान का घेराव किया आतंकवादियों ने उन पर फायरिंग कर दी। इससे पहले सोमवार को पुलवामा के त्राल सेक्टर के बाटगुंड के सीआरपीएफ कैंप के पास फायरिंग के बीच ग्रेनेड से हमला किया गया। ग्रेनेड हमले से पहले जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में अज्ञात बंदूकधारियों ने बीती देर रात ढोक डिफेंस कमेटी (डीडीसी) के सदस्य गोपालनाथ को गोली मार दी।


बता दें कि कश्मीर में सुरक्षाबलों के प्रहार से आतंकी बौखलाए हुए हैं। वो सुरक्षाबलों पर हमला कर रहे हैं. इससे पहले सोमवार को ही दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के वेरीनाग जंगल में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। सुरक्षाबलों को जंगल में आतंकियों के छिपे होने का इनपुट मिला था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। अब तक 100 आतंकी ढेरः दक्षिण कश्मीर में रविवार को सुरक्षा बलों ने दो अलग-अलग मुठभेड़ में 4 आतंकियों को मार गिराया था। सबसे पहले सुरक्षा बलों ने शोपियां जिले में एक आतंकी को मार गिराया। फिर श्रीनगर के जादिबल में सर्च ऑपरेशन के दौरान हुई मुठभेड़ में तीन आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया। पिछले 4 महीने में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन और अंसार गजवात-उल-हिंद के कई कमांडरों को ढेर किया जा चुका है। सुरक्षाबल लगातार कश्मीर घाटी में आतंकियों को ढेर कर रहे हैं। इस साल अब तक 100 से आतंकी मारे जा चुके हैं।


शिक्षक भर्ती: सरकारी नीतियों पर सवाल

अतुल त्यागी

स्लग - सरकार की नीतियों पर सवाल कर 69 हजार शिक्षक की भर्ती पर एसडीम को सौंपा ज्ञापन

 

हापुड़। उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के सिटी कोतवाली क्षेत्र के एसडीएम कार्यालय पहुंच पूर्व विधायक गजराज सिंह के नेतृत्व में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने शहर कांग्रेस कमेटी हापुड़ के बैनर तले सदर एसडीएम को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।  वीओ- आपको बता दे कि सिटी कोतवाली क्षेत्र के नगरपालिका परिषद स्थित कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने एसडीएम कार्यालय पहुँचकर एसडीएम सत्य प्रकाश सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए 69 हजार शिक्षक भर्ती में घोटाले को लेकर व पूर्ण रुप से सही तरीके से जांच कराने की मांग की है। वही पशुपालन विभाग में हुए घोटाले की जांच के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एसडीएम कार्यालय पर पहुंच एक ज्ञापन सौंपा है। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अभिषेक गोयल ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष प्रियंका गांधी ने 69 हजार शिक्षक भर्ती में हुए घोटाले को लेकर सही तरीके से मांग उठाते हुए कहा कि घोटाले बाजों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर पूर्ण रूप से कार्यवाही होनी चाहिए वही पशुपालन विभाग में हुये घोटाले की उच्च न्यायालय स्तरीय जांच की मांग की है।

एसएसपी का अभियान, अपराधियों पर शिकंजा

एसएसपी अभिषेक दीक्षित का विशेष अभियान पाताल हो रहा है सक्सेसफुल शातिर अपराधी जा रहे हैं जेल

 

शंकरगढ़ पुलिस ने ऑपरेशन पाताल को किया सफल एक आरोपी को गिरफ्तार कर भेजा जेल

प्रयागराज। वरिष्ठ पुलिस अभिषेक दिक्षित अधीक्षक  के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक यमुनापार चक्रेश मिश्रा के मार्गदर्शन में  ऑपरेशन ''पाताल'' के तहत चलाए जा रहे विशेष अभियान के क्रम में_शंकरगढ थाना प्रभारी वेद प्रकाश पांडे द्वारा की गई बड़ी कार्रवाई अवैध शस्त्र रखने वाला आरोपी  सौरभ चन्द्र द्विवेदी को गिरफ्तार कर कब्जे से 01 तमंचा व 02 जिन्दा कारतूस बरामद कर भेजा गया जेल आपको बता दें जिले के कप्तान अभिषेक दीक्षित के द्वारा जिले के समस्त थाना प्रभारी को ऑपरेशन पाताल के तहत अवैध हथियार रखने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है जिसके तहत शंकरगढ़ थाना प्रभारी वेदप्रकाश पांडे एवं उनकी टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई।

 

रिपोर्ट बृजेश केसरवानी

रेस्टोरेंट स्वामी के विरूद्ध की कार्यवाही

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर रेस्टोरेंट स्वामी के विरूद्ध की गयी कार्रवाई

प्रयागराज। कोविड वायरस की रोकथाम के अन्तर्गत जनपद प्रयागराज में संचालित रेस्टोरेंट की जांच के निर्देश दिये गये है, जिसके अन्तर्गत जांच के दौरान यह पाया गया कि शरद शुद्ध शाकाहारी भोजनालय, स्टेशन चैराहा, खुल्दाबाद, प्रयागराज के स्वामी शरद गुप्ता द्वारा निर्गत धारा 144 दं0प्र0सं0 संहिता का उल्लघंन करते हुये भोजनालय का संचालन किया जा रहा था। जांच के दौरान यह पाया गया कि भोजनालय में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा था और भोजनालय के स्टाफ एवं बैंठे व्यक्तियों द्वारा फेस कवर नहीं किया गया था, जिसके दृष्टिगत शरद भोजनालय के स्वामी श्री शरद गुप्ता के विरूद्ध थाना खुल्दाबाद, प्रयागराज में धारा 188 भा0दं0वि0 के अन्तर्गत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करायी गयी और उनके विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है। समस्त होटलों एवं रेस्टोरेंट आदि की जांच किये जाने हेतु सभीy मजिस्टेªट को निर्देश दिये गये है। यह जानकारी अपर जिलाधिकारी(नगर), प्रयागराज अशोक कुमार कनौजिया ने दी है।

 

रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी 

विश्व हिंदू,बजरंग दल का तूफानी दौरा

विश्व हिंदू परिषद बंजरग दल गाजियाबाद जिले की पूरी टीम का तूफानी दौरा 

 

अकाशुं उपाध्याय

गाजियाबाद। विश्व हिंदू परिषद की जिला गाजियाबाद की टीम ने मोदी नगर की आदर्श नगर कॉलोनी का निरीक्षण किया एवं पीड़ित पक्ष से बात की  गई जिसमें यह चीज उभरकर सामने आई की दूसरी गली में एक विवादित रास्ता दिवार है जहां से कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा हिन्दुओं को परेशान करके वापस उसी चोर रास्ते से भागा जाता है इस रास्ते को बंद करवाने के लिए माननीय विधायक महोदय मंजू शिवाच जी से मुलाकात हुई। जिसमें उन्होंने हमें आश्वासन दिया की वे विवादित हिस्से का पुनर्निर्माण जल्द से जल्द कराया जाएगा । जिसमें दुसरे पक्ष के भी लोग वहां मौजूद थे उन्होंने भी इच्छा जताई के ये विवादित रास्ता जल्द से जल्द बन्द हो इस बैठक में पीड़ित पक्ष के साथ साथ भाजपा पार्षद ललित त्यागी जी ,विश्व हिंदू परिषद जिलाध्यक्ष भोपाल प्रधान जी, जिला मंत्री शशिकांत कौशिक जी , जिला सह मंत्री कुलदीप सिंह, विभाग संयोजक नीरज मावी जी, जिला सह संयोजक गुलशन राजपूत जी, नगर मंत्री अनुराग शर्मा, नगर सह मंत्री अंकित कुमार एवं हिमांशु गर्ग जी, गौ रक्षा प्रमुख ललित कौशिक जी, गौरव जी, एवम् समस्त मुरादनगर टीम भी उपस्थित रहीं व हिन्दू युवा वाहिनी से नगर अध्यक्ष नीरज शर्मा जी, उपाध्यक्ष अभिषेक जांगिड़ जी, ललित कुमार, अमित बाला आदि पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता बंधु उपस्थित रहे।

कोरोनिल औषधि पर मंत्रालय का अटैक

नई दिल्ली। आयुष मंत्रालय ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड द्वारा कोरोना वायरस के उपचार के लिए विकसित आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में मीडिया में आई खबरों का संज्ञान लिया है। कंपनी को इस मामले की विधिवत जांच होने तक इस तरह के दावों व विज्ञापन के जरिए प्रचार-प्रसार को रोकने के लिए कहा गया है।


कोरोना के इलाज के लिए पतंजलि की दवा को लेकर आयुष मंत्रालय का कहना है कि उसे इस बात की जानकारी नहीं है कि किस तरह के वैज्ञानिक अध्ययन के बाद दवा बनाने का दावा किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि इससे जुड़ी पूरी जानकारी मांगी गई है। आयुष मंत्रालय ने रामदेव की कंपनी को कोरोना का इलाज करने के लिए बनी दवा के विज्ञापन करने से मना किया है। कहा गया बिना मानक की जांच कराए हर तरह के विज्ञापन पर अगले आदेश तक रोक रहेगी। आपको बता दें कि योग गुरु स्वामी रामदेव ने कोरोनावायरस की दवा कोरोनिल को मंगलवार को बाजार में उतार और दावा किया कि आयुर्वेद पद्धति से जड़ी बूटियों के गहन अध्ययन और शोध के बाद बनी यह दवा शत प्रतिशत मरीजों को फायदा पहुंचा रही है। यहां पतंजलि योगपीठ में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि पूरे विश्व में पहला ऐसा आयुर्वेदिक संस्थान है जिसने जड़ी बूटियों के गहन अध्ययन और शोध के बाद कोरोना महामारी की दवाई प्रमाणिकता के साथ बाजार में उतारी है।


सरकारी योजनाओं का उल्लेखनीय असर

एमएसएमई और एनबीएफसी के लिए सरकारी योजनाओं का उल्‍लेखनीय असर – आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) के तहत मंजूर ऋणों ने 79,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया


अश्वनी उपाध्याय


नई दिल्ली। सूक्ष्‍म, लघु एवं मध्‍यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए सरकार द्वारा उठाए गए ठोस कदमों का त्‍वरित असर देखने को मिल रहा है। सरकारी गारंटी प्राप्‍त आपातकालीन क्रेडिट लाइन के तहत सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बैंकों ने 20 जून2020 तक 79,000 करोड़ रुपये से भी अधिक के ऋणों को मंजूरी दे दी है जिनमें से 35,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि पहले ही वितरित की जा चुकी है।


इस योजना के तहत शीर्ष कर्जदाताओं में एसबीआई, एचडीएफसी बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी और केनरा बैंक शामिल हैं। इससे 19 लाख एमएसएमईऔर अन्य कारोबारियों को लॉकडाउन के बाद अपने-अपने व्यवसायों को फिर से शुरू करने में मदद मिली है। ‘आत्‍मनिर्भर’ पैकेज के तहत सरकार ने एमएसएमई और छोटे कारोबारियों को अतिरिक्त ऋण के रूप में 3 लाख करोड़ रुपये देने की अपनी योजनाओं की घोषणा की थी। इस तरह के उद्यम उन ब्याज दरों पर अतिरिक्त ऋणों के रूप में अपनी मौजूदा कर्जराशि का 20% तक प्राप्त करने के पात्र थे जिनकी सीमा तय कर दी गई थी। उधर, मार्च-अप्रैल 2020 में घोषित आरबीआई की विशेष तरलता (लिक्विडिटी) सुविधा के तहतसिडबी ने एनबीएफसीमाइक्रोफाइनेंस संस्‍थानों (एमएफआई) और बैंकों के लिए 10,220 करोड़ रुपये से भी अधिक मंजूर किए हैं, ताकि वे एमएसएमईऔर छोटे कर्जदारों या उधारकर्ताओं को ऋण दे सकें। राष्ट्रीय आवास बैंक (एनएचबी) ने 10,000 करोड़ रुपये की अपनी पूरी सुविधा को मंजूरी आवास वित्‍त कंपनियों के लिए दी है। सिडबी और एनएचबी की ओर से यह पुनर्वित्त उन चालू योजनाओं के अलावा है, जिनके माध्यम से 30,000 करोड़ रुपये से भी अधिक मंजूर किए गए हैं। एनबीएफसी और एमएफआई को विस्तारित आंशिक गारंटी योजना के तहत भी मदद दी जा रही हैजिसके तहत कुल मंजूरियां 5500 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गई हैं। 5000 करोड़ रुपये के और लेन-देन के लिए मंजूरी प्रक्रिया जारी है, जबकि कुछ अन्य सौदों के लिए अभी बातचीत चल रही है।


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...