शुक्रवार, 12 जून 2020

सीएम आवास को बम से उड़ाने की धमकी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आवास और कई अन्य महत्वपूर्ण जगहों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। ये धमकी कॉल सेंटर पर दी गई है। प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री आवास, 5 कालीदास मार्ग की सुरक्षा बढ़ा दी है। बम निरोधी दस्ते व डॉग स्क्वायड की मदद से छानबीन की जा रही है। बीते दिनों मुंबई से एक युवक को सीएम योगी को धमकी भेजने के मामले में गिरफ्तार भी किया गया था। यूपी पुलिस को धमकी देने वाले कामरान को महाराष्ट्र एटीएस और यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था।


कामरान की गिरफ्तारी के बाद यूपी पुलिस की सोशल मीडिया हेल्प डेस्क को एक नई धमकी मिली थी, जिसमें मुंबई से गिरफ्तार किए गए युवक को छोड़ देने के लिए वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा गया। इस युवक को बाद में महाराष्ट्र एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया था। 20 वर्षीय इस युवक को नासिक से गिरफ्तार किया गया।पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कामरान ने 22 मई को लखनऊ पुलिस मुख्यालय में काम करने वाली सोशल मीडिया हेल्प डेस्क पर फोन कर कहा था कि वह यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को बम धमाके में मार देगा। इस धमकी भरी कॉल को लेकर गोमती नगर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था।


यूपी विधवा पेंशन में मिला बड़ा भ्रष्टाचार

शाहजहांपुर। ग्राम प्रधान और बाबुओं सहित उच्चाधिकारियों ने सरकारी पैसे का बंदरबांट करने के लिए 23 महिलाओं को विधवा बना दिया। उनके खातों मे विधवा पेंशन भेजी जाने लगी, जबकि उन महिलाओं के पति जीवित है। कुल मिलाकर विधवा पेंशन घोटाले की यह सिर्फ बानगी सामने आई है, लेकिन इस पर अगर गहराई से जांच की जाए तो बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। दरअसल, शाहजहांपुर की ब्लाक मिर्जापुर अंतर्गत ग्राम पंचायत सरायं तालुका वानगांव मे विधवा पेंशन घोटाले का मामला सामने आया है। यहां करीब 23 महिलाएं ऐसी हैं, जिनके पति अभी भी जिंदा है। लेकिन कुछ बाबुओं और प्रधान सहित उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से वह महिलाएं अब विधवा हो चुकी है। ऐसा हम नही बल्कि वह महिलाएं और उनके पति खुद बोल रहे है।

जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर इस गांव मे वर्ष 2016 मे समाजवादी पेंशन देने के लिए 33 महिलाओं के कागजात लेकर उनको पात्र बताया गया था। तब से लगातार उनके खातों मे पेंशन भेजी जाने लगी, लेकिन धीरे-धीरे ग्रामिणों का पता चला कि 33 महिलाओं मे से सिर्फ 10 महिलाएं ऐसी है जोकि वास्तव में विधवा है और उनको पेंशन देकर उनकी मदद की जा रही है। लेकिन 23 महिलाएं ऐसी है, जिनके पति जिंदा है।

वर्ष 2016 में विभाग के बाबुओं और ग्राम प्रधान सहित उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से उन महिलाओं को विधवा दर्शाकर उनको पात्र बनाकर उनके खातों मे लगातार पेंशन भेजी जा रही है। गांव की रहने वाली अनीता नाम की महिला का कहना है कि वर्ष 2016 में गांव के प्रधान सहित एक दलाल ने पेंशन बनवाने के नाम पर कुछ जरूरी कागजात मांगे थे, उस वक्त ग्राम प्रधान ने समाजवादी पेंशन के फार्म भरने के लिए दिए थे। वह फार्म भरकर प्रधान को सौंप दिये थे, उसके बाद से उनके खातों मे पैसा आने लगा। लेकिन पैसा आने के बाद जब पैसे निकालकर लाते थे, तब आधे पैसे प्रधान लेता था। लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी है, जिनके खातों मे पैसा आता है और उनके निकाले बगैर ही पैसा निकल जाता है। हालांकि इसकी शिकायत भी की गई थी, लेकिन कार्यवाही कुछ भी नहीं हुई।

वहीं ग्राम प्रधान राजकिशोर से बात की तो उनका कहना है कि इस मामले में उन्हे कोई जानकारी नहीं है। मेरे उपर लगने वाले आरोप निराधार है। ग्रामिणों ने इस पूरे प्रकरण में एक दलाल की भी संलिप्तता बताई है। अभी तक घोटाला सिर्फ एक गांव से निकलकर बाहर आया है, लेकिन पूरे जनपद में विधवा पेंशन की जांच कराई जाए तो और एक बड़ा घोटाला सामने आ सकता है, जिसमें ग्राम प्रधान से लेकर सरकारी अधिकारी भी लपेटे में आ सकता है।

अब देखना यह होगा कि शासन और प्रशासन इस घोटाले पर किस तरह की जांच और कार्रवाई करता है। पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर जांच करवाई जा रही है, जो भी दोषी होंगे उनके विरुद्ध रिकवरी करवाकर एफआईआर दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी

यूपीः विशेषज्ञ 'वायरस' को करेंगे काबू

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा समेत 11 जिलों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को काबू करने के लिये प्रोफेसर स्तर के वरिष्ठ और अनुभवी विशेषज्ञों को भेजे जाने के निर्देश दिये हैं।


मुख्यमंत्री योगी ने शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा करते हुये कहा कि आगरा, मेरठ, फिरोजाबाद, मुरादाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलन्दशहर, अलीगढ़, गाजियाबाद, कानपुर नगर, झांसी तथा बस्ती में प्रोफेसर स्तर के वरिष्ठ एवं अनुभवी विशेषज्ञ को भेजा जाये, जो स्थानीय मेडिकल टीम को उपचार सम्बन्धी उचित परामर्श तथा सहयोग प्रदान करेंगे।उन्होंने इन जिलों में प्रमुख सचिव/सचिव स्तर के अधिकारियों को नामित करने के निर्देश देते हुए कहा कि यह अधिकारी सम्बन्धित जिलों में कैम्प करते हुए जिला प्रशासन के कार्यों का पर्यवेक्षण करते हुए अधिकारियों का सहयोग करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिलों में तैनात अपर निदेशक तथा संयुक्त निदेशक स्तर के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी यह सुनिश्चित कराएं कि अस्पतालों में मरीजों को दवा, शुद्ध व सुपाच्य भोजन तथा पीने के लिए गुनगुना पानी नियमित तौर पर मिले तथा चिकित्सालयों की साफ-सफाई व्यवस्था भी चुस्त-दुरुस्त बनी रहे।


सीएम योगी ने कहा कि निजी टेस्टिंग लैब के कार्यों का प्रभावी अनुश्रवण किया जाए। उन्होंने नगरीय क्षेत्रों में निगरानी समितियों के सर्विलांस कार्य पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए। साफ-सफाई व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश देते हुए उन्होने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छता आवश्यक है। कोरोना को परास्त करने में साफ-सफाई एक महत्वपूर्ण हथियार है। इसलिए लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के सम्बन्ध में प्रयास जारी रखे जाएं। सभी जिलाधिकारी अपने जिलों के कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करें।उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाए रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि चिकित्सक तथा नर्सिंग स्टाफ नियमित राउण्ड लें, पैरामेडिक्स मरीजों की निरन्तर माॅनिटरिंग करें।


चीनः दो पति रखने का मिलें अधिकार

बीजिंग। चीन में अविवाहित पुरुषों की बढ़ती तादाद संकट का सबब बनती जा रही है। लैंगिक असमानता की वजह से चीन में हालात इतने ज्‍यादा खराब हो गए हैं कि वर्ष 2050 तक 3 करोड़ पुरुष अविवाहित रह जाएंगे। इस संकट के समाधान के लिए चीन के एक प्रफेसर ने अधिकारियों को एक क्रांतिकारी बदलाव करने का सुझाव दिया है। उन्‍होंने कहा कि सरकार को महिलाओं को दो या दो से अधिक पति रखने का अधिकार देना चाहिए।


चीनी अर्थशास्‍त्री यी कांग एनजी ने कहा कि महिलाओं को कुछ समय के लिए दो या उससे अधिक पति रखने का अधिकार देने से इस सामाजिक समस्‍या का समाधान हो सकता है। उन्‍होंने कहा कि उनके इस सुझाव को अगर मान ल‍िया जाता है तो देश में बढ़ रही अविवाहित लोगों की तादाद को पत्‍नी और खुशी मिल सकेगी। प्रफेसर एनजी फूदान यूनिवर्सिटी में प्रफेसर हैं। प्रफेसर एनजी ने कहा कि बढ़ती प्रतिस्‍पर्धा की वजह से अविवाहित दूल्‍हों के लिए आने वाले समय में योग्‍य दुलहन की तलाश करना बेहद कठिन काम होगा। उन्‍होंने कहा कि अधेड़ उम्र के अविवाहित व्‍यक्ति के लिए दुलहन का दिल जीतने के लिए युवाओं से प्रतियोगिता करनी होगी। वह भी तब जब दुलहनों की तादाद बहुत कम है। उन्‍होंने कहा, ‘(यदि पुरुष की) स्‍वाभाविक जैविक और मनोवैज्ञानिक आवश्‍यकता ठीक ढंग से पूरी नहीं होगी तो इसका निश्चित रूप से इसका उनकी खुशी पर बुरा असर पड़ेगा।’


चीनी अर्थशास्‍त्री ने इस संकट के समाधान के लिए दो सुझाव द‍िए हैं। पहला-वेश्‍यावृत्ति को कानूनी रूप दिया जाए और दूसरा बहुविवाह प्रथा को मंजूरी। इसके तहत महिला को कानूनी तरीके से दो या उससे अधिक पति रखने का हक दिया जाए। चीनी कानून के मुताबिक अभी तक केवल एक शादी की ही अनुमति है। उन्‍होंने कहा कि तिब्‍बत में पहले से ही यह प्रथा चली आ रही है। उन्‍होंने कहा कि उनके जैसे कई लोग हैं जो यह चाहते हैं कि पत्‍नी न होने से अच्‍छा है कि पत्‍नी को साझा कर ल‍िया जाए।


अभी वायरस का खतरा बरकरारः उद्धव

मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना का कहर नहीं थम रहा है। उद्धव सरकार के कैबिनेट मंत्री और एनसीपी नेता धनंजय मुंडे की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से हड़कंप मचा गया है। उनके बंगले के निजी सहायक समेत पांच कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इससे पहले कैबिनेट मंत्री जितेंद्र आव्हाड और अशोक चव्हाण भी पॉजिटिव पाए गए थे और दोनों मंत्री कोरोना को मात दे चुके हैं। धनंजय मुंडे ने 10 जून को एनसीपी के वर्षगांठ समारोह में भाग लिया था। उस समय, वह एनसीपी के कई नेताओं के संपर्क में आए थे।हाल ही में बीएमसी के डिप्टी कमिश्नर और एनसीपी के नगरसेवक की कोरोना वायरस के कारण मौत भी हो गई। बता दें, धनंजय मुंडे एनसीपी नेता और परली से विधायक हैं। वह पिछले साल विधानसभा चुनाव में विधायक चुने गए थे।


उद्धव ठाकरे सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री का कार्यभार संभाल रहे हैं।अकेले मुंबई में ही कोरोना वायरस से कोहराम मचा रखा है। यहां कोरोना वायरस की संख्या 50 हजार को पार कर चुकी है। चीन के वुहान को भी मुंबई ने कोरोना के आंकड़ों में पीछे छोड़ दिया है महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जरूरी सामानों की आपूर्ति में लगे कर्मियों की आवाजाही के लिये मुंबई में उपनगरीय ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू करने की मांग करते हुए संकेत दिये कि अगर लोगों ने दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन नहीं किया तो लॉकडाउन जारी रखा जा सकता है। ठाकरे ने कहा कि कोविड-19 का खतरा अब भी बरकरार है।


संक्रमण के बाद 'अनुभाग' किया सील

देहरादून। सचिवालय स्थित विश्वकर्मा बिल्डिंग में कोरोना संक्रमित के संपर्क के पाए जाने के बाद अनुभाग को सील कर दिया गया है। सचिवालय प्रशासन ने इस अनुभाग के सभी कार्मिकों का कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं। टेस्ट की रिपोर्ट आने तक की अवधि में सभी कर्मचारियों को सेल्फ क्वारंटाइन रहने के निर्देश दिए गए हैं।


प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। सचिवालय में कैबिनेट बैठक में शिरकत करने आए कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सचिवालय में काफी अफरा-तफरी का माहौल मच गया था। अब एक और नया मामला सामने आया है। सचिवालय में तैनात एक सहायक समीक्षा अधिकारी का भाई कोरोना संक्रमित पाया गया है। यह सूचना मिलने के बाद सुबह सचिवालय में हड़कंप मच गया। एहतियातन अनुभाग अधिकारी ने सुबह ही अनुभाग बंद करा दिया। इसके बाद इसकी सूचना सचिवालय प्रशासन को दी गई।


पानी के लिए दर-दर भटक रहा 'परिवार'

निजी हैंडपम्प को तहस नहस कर दबंग उठा ले गए समान

पानी के लिए दर - दर भटक रहा है हैंडपम्प लगाने वाला परिवार

कौशाम्बी। मंझनपुर कोतवाली के टेवा पुलिस चौकी के अन्तर्गत निजामपुर हंडिया गांव में पड़ोसियों की दबंगई के चलते एक व्यक्ति के निजी हैंड पम्प को तहस नहस कर दिया गया तथा उसका चैम्बर भी तोड़ दिया गया हैंडपम्प को तोड़कर उसका समान भी दबंग उठा ले गए जिससे एक सप्ताह से जिसका हैंड पम्प है उसी को ही भीषण गर्मी में दर दर पानी के लिए भटकना पड़ रहा है।

   जानकारी के मुताबिक मंझनपुर कोतवाली के गांव निजामपुर हंडिया में देवनारायण ने अपने जमीन पर अपने गाढ़ी कमाई से अपना निजी हैंड पम्प लगवाया था जिससे पानी की समस्या दूर हो सके निजी हैंडपंप से उनका पूरा परिवार पानी पी कर प्यास बुझाता था लेकिन बगल के ही राजू और उसकी पत्नी सीमा तथा उसका भाई बालकरन के द्वारा आए दिन हैंडपंप को लेकर उन्हें गाली गलौज किया जाता था 

लेकिन हद तब हो गई जब मंगलवार की सुबह पड़ोसियों द्वारा गाली गलौज करते हुए उन्हें मारने के लिए लोहे की रॉड लेकर दौड़ा लिया लेकिन वह लोग जान बचा कर घर के अन्दर घुस गए तभी उन लोगों के द्वारा दरवाजे पर लगे हैंड पम्प के चैम्बर को तोड़ दिया इसके बाद हैंड पम्प को खोलकर उसकी चैन इत्यादि को तोड़ दिया और उसका समान उठा ले गए

 

जिससे खुद घर में हैंड पम्प होने के बावजूद उन्हें पानी के लिए अब दर दर भटकना पड़ रहा है जिससे उनका परिवार परेशान और भय से आशंकित है शिकायती पत्र को मंझनपुर कोतवाली में देते हुए देवनारायण ने अपनी और अपने परिवार को दबंग पड़ोसियों से जान माल का खतरा बताते हुए मंझनपुर कोतवाल से उचित कार्यवाही करने की मांग की है वहीं देवनारायण ने आला अधिकारियों का भी ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है।

 ज़ैगम अब्बास

गाजियाबाद पुलिस की महत्वपूर्ण कार्रवाई

शातिर अपराधियों के विरुद्ध एक और बड़ी कार्रवाई

अकाशुं उपाध्याय

गाजियाबाद। 1 सप्ताह के अभियान में खोली गई 60 हिस्ट्रीशीट -गत 4 माह में कुल 260 हिस्ट्रीशीटर खोली जा चुकी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गाजियाबाद श्री कलानिधि नैथानी के निर्देशन में गाजियाबाद पुलिस शातिर चोर/लूटेरे/गैंगस्टर। अपराधियों के विरुद्ध लगातार कठोर कार्रवाई कर रही है। इसी क्रम में मात्र 03 दिन के अभियान में भिन्न भिन्न प्रकार के अपराध करने वाले 60 शातिर अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई। 

इस बार शराब तस्करों पर विशेष फोकस रहा

पूर्व विदित है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय के निर्देशन में पूर्व में ही करीब 200 हिस्ट्रीशीट खोली जा चुकी है एवं सैकड़ों गैंगस्टर अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 

हिस्ट्रीशीटर खोले गए अपराधियों का आपराधिक विवरण निम्न वत है।

चोर-13

लुटेरे -14

शराब तस्कर -33

 इस प्रकार *गत 4 माह में कुल 260 हिस्ट्रीशीटर खोली जा चुकी है जिससे अपराधियों में हड़कंप है.

तथा जनपद के इतिहास में यह आंकड़ा अभूतपूर्व है ।हिस्ट्रीशीट खोलने के सामाजिक कलंक से बचने के लिए कई अपराधी शांत हो गए हैं अथवा जनपद से पलायन कर गए हैं। 

एसएसपी द्वारा सभी क्षेत्राधिकारियों एवम थाना प्रभारियों को लगातार यह अभियान जारी रखने के निर्देश दिए गए है।

नहीं थाना मसूरी क्षेत्र में हुई लाइनमैन की हत्या में प्रकाश में आए अभियुक्त मोहसिन उर्फ कउआ पुत्र शहाबुद्दीन निवासी झुंडपुरा थाना मसूरी गाजियाबाद के विरुद्ध पूर्व में ही करीब 15 अभियोग पंजीकृत थे। जिसकी हिस्ट्रीशीटर अभी तक नहीं खोली गई थी, हिस्ट्रीशीटर ना खोले जाने के कारण एसएसपी द्वारा संबंधित बीट आरक्षी/हल्का प्रभारी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई/जांच के आदेश दिए गए हैं।

तथा सभी हल्का प्रभारी को चेताया है कि यदि कहीं पर कोई अपराधी जिसका लंबा अपराधिक इतिहास हो वह अपराध में लिप्त पाया जाता है और उसकी हिस्ट्री शीट की कार्यवाही आपके द्वारा प्रचलित नहीं की जाती है तो आप के विरुद्ध विभागीय दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

लॉक डाउन का अनुपालन सुनिश्चित करें

रायबरेली। जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना व पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई ने कोविड-19 के अंतर्गत रायबरेली जनपद के ग्राम सराय अख्तियार कोतवाली सलोन, छेदी मिया का पुरवा मजरा धरई थाना सलोन, दाउदनगर थाना मिलएरिया, ग्राम देवानन्दपुर थाना मिलएरिया, ग्राम खोर थाना मिलएरिया, प्रगतिपुरम कालोनी थाना मिलएरिया, ग्राम अंगुरी थाना हरचन्दपुर, ग्राम चैहनिया थाना हरचन्दपुर, ग्राम पाहो थाना खीरो, गंगाखेडा मजरा दुकनहा व ग्राम रौला थाना खीरो, नदीतीर खटिकाना कोतवाली नगर, कहारो का अड्डा कोतवाली नगर, अलीमिया कालोनी कोतवाली नगर, ईडब्लूएस कालोनी इन्दिरानगर कोतवाली नगर, गुलाबराय एवं पूरे भवानीद.ीन मजरा कुरौली दमा थाना डलमऊ, पूरे कराईन मजरा रघुनाथपुर कटैली व पूरे नन्दू मजरा भुसीसी थाना भदोखर, नेवाजीपुर मजरा कोन्शा थाना गुरूबक्शगंज, ग्राम पूरे वैरीसाल मजरा सुल्तानरपुर जनौली व ग्राम पिछवारा टिकरिया थाना जगतपुर, ग्राम पूरेलाल साहब मजरा मिसगर थाना सरेनी, ग्राम परईया नमकसार थाना नसीराबाद, मोहल्ला कैथाना कस्वा व लाला का पुरवा कस्वा नसीराबाद, ग्राम रैन थाना बछरावा, ग्राम सलेथू थाना महराजगंज को हाॅट-स्पाट के रूप में चिन्हित किया गया है। इसके अतिरक्त शिवलीथाना शिवगढ़ में एक व ग्राम ईशिया थाना बछरावा में एक पाये जाने के कारण उक्त स्थानो को भी हॉट-स्पाट के रूप मे चिन्हित किया गया है।
जिलाधिकारी ने बताया है कि कोरोना पाजिटिव के इमीडिएट एवं द्वितीय कांटेक्ट में पाये गये व्यक्तियों का चिन्हीकरण एवं संस्थागत कोरेन्टाईन कराये जाने की कार्यवाही की जा रही है। वर्तमान में जनपद में एक्टिव कन्टेन्मेंट जोन की कुल संख्या 30 है। सम्पूर्ण जनपद में विशेष रूप से हॉट-स्पॉट क्षेत्र में लाॅकडाउन एवं सोशल डिस्टेंसिंग का प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित कराया जा रहा है। महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों को फायर टेंडर, नगर पालिका, नगर पचायतो की टीमों द्वारा सेनेटाइजेशन तथा निरंतर साफ-सफाई की कार्यवाही की जा रही है तथा स्वास्थ्य विभाग की टीमों और पुलिस विभाग की रैपिड एक्शन टीमों द्वारा डोर-टू-डोर जाकर लोगों की चिकित्सीय जाच कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं तथा आवश्यकतानुसार कार्यवाही की जा रही है। हॉट-स्पॉट क्षेत्र में व्यक्तियों को चिन्हित कर कारंटाइन कराया जा रहा है तथा जनपद स्तर पर गठित निगरानी समिति द्वारा निरन्तर निगरानी की जा रही लाॅकडाउन का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।
लॉकडाउन के दौरान आम जनता को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े इस हेतु आवश्यक वस्तुओं की डोर-टू-डोर सप्लाई की व्यवस्था की गयी है। इस व्यवस्था के अंतर्गत दुग्ध आपूर्ति हेतु 51 वाहन, राशन हेतु 48 वाहन, तथा फल एवं सब्जी हेतु 52 ई-रिक्शा/ठेलों की व्यवस्था की गयी है तथा आम जनमानस के लिए डोर-टू-डोर एटीएम मोबाइल तथा पोस्ट ऑफिस (ए0ई0पी0एस0) के माध्यम से भी धन निकासी की व्यवस्था करायी गयी है। खाद्य वितरण प्रणाली के अंतर्गत निशुल्क खाद्य सामग्री का सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित कराते हुए डोर-टू-डोर वितरण किया जा रहा है।
जनपद में कोरोना पॉजिटिव की कुल संख्या 105 है जिसमें कोरोना पाॅजिटिव पूर्व से टीवी (एमडीआर) रोग से ग्रसित एक व्यक्ति की एल-2 लोकबन्धु अस्पताल लखनऊ में मृत्यु हुई है। हाॅट-स्पाट पूरे लाल साहब मजरा मिसगर थाना सरेनी के एक एक कोरोना पाजिटिव व्यक्ति की रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त होने पर डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में जनपद में कुल पाजिटिव एक्टिव की संख्या 34 है। जिनका ईलाज जारी है। एपीडिमिक एक्ट के अन्तर्गत अब तक मास्क न लगाने, सोशल डिस्टेसिंग का पालन न करने व गड़ियों पर चलते समय मानक का पालन न करने पर कुल 1151 व्यक्तियों का चालान किया गया है एवं 1,32,300 रूपये का जुर्माना वसूला गया है।
हॉट-स्पॉटस क्षेत्रों में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध नियमानुसार निरंतर कार्यवाही की जा रही है, जिसमें कुल 162 गाड़ियों का चालान किया गया एवं 4 वाहन का चालान किया गया है। जनपद में जनसामान्य को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति निर्बाध रूप से कराने हेतु गठित प्रवर्तन टीमों द्वारा जांच एवं निरीक्षण के क्रम में अनियमितता पाए जाने पर आवश्यक वस्तु अधिनियम के अंतर्गत उचित दर विक्रेता 18 अभियोग पंजीकृत कराये गये हैं साथ ही लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध जनपद में अब तक कुल 319 अभियोग पंजीकृत कराये गये हैं, 5841 वाहनों का चालान किया गया है, 501 वाहन सीज किये गये हैं तथा 8,73,150 रुपए समन शुल्क की वसूली की गई है।
आम जनमानस को फेस मास्क, फेस कवर लगाने व सोशल डिस्टेसिंग तथा लाॅकडाउन का पालन करने के प्रति जागरूक तथा अपने स्मार्टफोन पर आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। दो गज की दूरी मास्क है जरूरी के प्रचार प्रसार के साथ-साथ किसी को खाँसी, साँस लेने में दिक्कत या बुखार की शिकायत होने पर तत्काल हेल्पलाइन नंम्बर 1800-180-5145 पर सूचना दे अथवा स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियो से संपर्क करने हेतु जागरूक किया जा रहा है।
लॉकडाउन के दौरान जनमानस की सूचना/शिकायतों के निवारण एवं निस्तारण करने तथा आवश्यक वस्तुओं को आम जनमानस तक पहुंचाने हेतु इन्टीग्रेटेड कंटोल रूम की व्यवस्था की गयी है जिसका मो0नं0 0535-2203320, 0535-2703108 है। हॉट-स्पॉटस क्षेत्रों में मजिस्ट्रेट तथा पुलिस अधिकारी नियुक्त किये गये हैं, जो नियमित भ्रमणशील रहकर पर्यवेक्षण एंव जन सुविधाओं की आपूर्ति एवं लॉक-डाउन की स्थिति पर निरंतर सतर्क दृष्टि रख रहे हैं।


अपराध रोकथाम के दृष्टिगत किया निरीक्षण

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण/शहर  द्वारा विभिन्न  क्षेत्रों/बाजारों/ मुख्य चौराहों पर लाॅकडाउन व अपराध रोकथाम के दृष्टिगत  किया गया निरीक्षण

 

गाजियाबाद। श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री कलानिधि नैथानी  के निर्देशानुसार जनपद में अपराध रोकथाम के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण  श्री नीरज जादौन व पुलिस अधीक्षक नगर श्री मनीष मिश्रा के नेतृत्व में देहात व शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों/मुख्य बाजार/ चौराहों, सर्राफा बाजारों में लॉकडाउन का पूर्णतः  पालन कराने हेतु  पुलिस द्वारा अपराध रोकथाम की दृष्टि से सघनता से चैकिंग* की जा रही है तथा उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही भी अमल में लाई जा रही है। 

इसी क्रम में आज पुलिस् अधीक्षक ग्रामीण/नगर द्वारा स्वयं देहात व शहर के विभिन्न मुख्य चौराहों/ सड़कों, सर्राफा बाजारों में बैरियर लगाकर चैकिंग की  जा रही है , मौके पर  लाॅकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति/वाहन,  बिना मास्क, एक मोटरसाइकिल पर दो सवारी  चलने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है। 

अपराध  रोकथाम के दृष्टिगत जनपद में कुछ नये चैकिंग प्वाइंट्स  निर्धारित किए गए हैं जहां पर व्यक्तियों/ वाहनों की चैकिंग निरंतर  की जा रही है। 

एसएसपी द्वारा द्वारा जनपद के  सभी क्षेत्राधिकारी /थाना प्रभारी व अन्य पुलिसकर्मियों को अपराध रोकथाम के दृष्टिगत चैकिंग करने लाॅकडाउन का पूर्णरूपेण पालन कराने व उल्लंघन करने वाले व्यक्ति / वाहनों के विरुद्ध आवश्यक वैधानिक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है।

गुरुद्वारे से सटी जमीन पर अवैध कब्जा

अरविंद तिवारी

 

मंदिर और गुरुद्वारे से सटी जमीन पर अवैध कब्जा

 

मिल्कीपुर  अयोध्या। मिल्कीपुर तहसील के पालपुर ग्राम पंचायत के तुलसमपुर गांव में स्थित प्राचीन राम जानकी मंदिर एवं गुरुद्वारे से सटी पुरानी आबादी की जमीन पर अवैध निर्माण किए जाने का मामला प्रकाश में आया है गांव के निवासी गोवर्धन पुत्र हजारी लाल द्वारा मंदिर से सटी हुई जमीन पर अवैध निर्माण किए जाने की बात जब क्षेत्रीय लेखपाल सुरेश सिंह के संज्ञान में आई तो उन्होंने कहा कि निर्माण को तत्काल रुकवा दिया जाएगा सनद रहे कि यह प्राचीन राम जानकी मंदिर पौराणिक महत्व का है और तुलसमपुर बाजार के निवासियों के लिए श्रद्धा और पूजन का एकमात्र केंद्र है राम जानकी मंदिर के बगल में एक बड़ा ठाकुरद्वारा भी बनाया गया है जो   जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है ठाकुर द्वारे के सामने स्थित कुएं और उसके सुंदरीकरण के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया है जबकि मंदिर से सटी हुई जमीन पर लगातार अवैध कब्जा करके लोग निर्माण कर रहे हैं इस मामले में प्रशासन अनजान बना हुआ है देखना है कि प्रशासन अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है   ग्रामीणों की माने तो बरसों से यहां सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए  गुरुद्वारे का प्रयोग होता चला रहा है लेकिन अवैध कब्जा करके यहां के मैदान और मंदिर की रूपरेखा को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है।

आरोपी ने मारी गोली, तलाश में पुलिस

गाजियाबाद। सिहानी थाना क्षेत्र के अन्तर्गत नंदग्राम के टेंपो स्टैंड पर राहुल त्यागी पुत्र राकेश त्यागी नामक युवक ने तुषार नामक युवक को मारी गोली तेज रफ्तार कार चलाने को लेकर हुआ विवाद में आरोपी ने मारी गोली पीड़ित गंभीर हालत में यशोदा अस्पताल में भर्ती पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी।


क्राइम रोकने के लिए बनाएंं चेकिंग पॉइंट

अपराध रोकथाम के दृष्टिगत जनपद में कुछ नये चैकिंग प्वाइंट्स निर्धारित किये गए


आरिफ खान


गाजियाबाद। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण/शहर द्वारा विभिन्न क्षेत्रों/बाजारों/ मुख्य चौराहों पर लाॅकडाउन व अपराध रोकथाम के दृष्टिगत किया गया निरीक्षण वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के निर्देशानुसार जनपद में अपराध रोकथाम के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नीरज जादौन व पुलिस अधीक्षक नगर  मनीष मिश्रा के नेतृत्व में देहात व शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों/मुख्य बाजार/ चौराहों, सर्राफा बाजारों में लॉकडाउन का पूर्णतः  पालन कराने हेतु  पुलिस द्वारा अपराध रोकथाम की दृष्टि से सघनता से चैकिंग की जा रही है तथा उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही भी अमल में लाई जा रही है। 
इसी क्रम में आज पुलिस् अधीक्षक ग्रामीण/नगर द्वारा स्वयं देहात व शहर के विभिन्न मुख्य चौराहों/ सड़कों, सर्राफा बाजारों में बैरियर लगाकर चैकिंग की  जा रही है , मौके पर  लाॅकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति/वाहन,  बिना मास्क, एक मोटरसाइकिल पर दो सवारी  चलने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है। 
अपराध  रोकथाम के दृष्टिगत जनपद में कुछ नये चैकिंग प्वाइंट्स  निर्धारित किए गए हैं जहां पर व्यक्तियों/ वाहनों की चैकिंग निरंतर  की जा रही है। एसएसपी द्वारा द्वारा जनपद के  सभी क्षेत्राधिकारी /थाना प्रभारी व अन्य पुलिसकर्मियों को अपराध रोकथाम के दृष्टिगत चैकिंग करने लाॅकडाउन का पूर्णरूपेण पालन कराने व उल्लंघन करने वाले व्यक्ति / वाहनों के विरुद्ध आवश्यक वैधानिक कार्यवाही* करने हेतु निर्देशित किया गया है।



स्क्वायर डॉग लीना ने पकड़वाया अपराधी

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। थाना मसूरी क्षेत्रांतर्गत एक संविदा विद्युतकर्मी  की हत्या के संबंध में पंजीकृत अभियोग में शक के आधार पर निर्दोष लोग नामजद हुए थे, लेकिन पुलिस लाइन के डॉग स्क्वाड के लीना नामक फीमेल श्वान ने अपनी कार्यकुशलता दिखाते हुए पुलिस को दिए अहम सुराग, जिनके आधार पर थाना पुलिस ने परत दर परत घटना का अनावरण कर तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।  
इस प्रकार निर्दोष जेल जाने से बचे और सही मुजरिम सलाखों के पीछे हुए


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री कलानिधि नैथानी ने जहां पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नीरज जादौन के नेतृत्व में गठित टीम जिसमें सीओ सदर धर्मेंद्र चौहान व इंस्पेक्टर मसूरी व अन्य शामिल थे -को ₹10000 का इनाम देने की घोषणा की। वहीं श्वान लीना को उसके बेहतरीन कार्य के लिए नया पट्टा, रस्सी, मुलायम गद्दा आदि से पुरस्कृत करने का आदेश दिया है । उक्त फीमेल श्वान लीना लैब्राडोर किस्म की है। जिसकी उम्र करीब ढाई वर्ष है उक्त श्वान लीना अभी कुछ दिन पूर्व ही ITBP प्रशिक्षण केन्द्र पंचकुला से प्रशिक्षण प्राप्त कर आई है। खुलासे के बाद सबका ध्यान व शाबाशी पाकर लीना बहुत खुश नजर आई। घटना का संक्षिप्त विवरण
अभियुक्तगण से पूछताछ में उन्होने बताया कि तीनों अभियुक्त झुण्ड पुरा वाली रोड पर जा रहे थे कि मृतक की मोटरसाईकिल उसके घर लोटते समय उनकी गाडी से टकरा गयी मौके पर उनकी आपस में कहासुनी हुई उसका मोबाइल लेकर अभियुक्तगण चल दिये विवेक द्वारा इसका विरोध किया गया विरोध करने पर इनकी हथापाई हुई जिसमें अभियुक्तगण द्वारा विवेक  की गला दबाकर हत्या कर दी गयी और उसकी मोटरसाईकिल व मोबाइल आदि को ले गये । रोडरेज में हुई घटना के कारण बदला लेने के लिये उक्त घटना कारित करना  बताया है ।
गिरफ्तार अभियुक्तगण का नाम पता –
1-मोहसिन उर्फ कउआ पुत्र साबू निवासी ग्राम झुण्डपुरा मजरा रसूलपुर सिकरोडा थाना मसूरी जिला गाजियाबाद 
2-आदिल पुत्र यामीन निवासी ग्राम ननकागढी थाना मसूरी जिला गाजियाबाद 
3-सलमान उर्फ लीलू पुत्र इरफान नि0मौ0बाजीगरान बार्ड न03 डासना थाना मसूरी जिला गाजियाबाद। गिरफ्तार अभियुक्त गण अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं जिनका आपराधिक इतिहास भी है।


दो पुलिस मुख्यालय भी किये गये सील

शिमला। हिमाचल प्रदेश में रोजाना कोरोना के मामले सामने आ रहे है। वहीं पुलिस अधीक्षक कार्यालय ऊना और जिला पुलिस कार्यालय बददी को आज दिन भर के लिए सील कर दिया गया है। बता दें कि ऊना में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कार्यरत एक पुलिस जवान कोरोना पॉजिटिव आया है। जबकि जिला पुलिस कार्यालय बददी को एहतियात के तौर पर बंद किया गया है। दोनों कार्यालय में आज पूरी तरह से सैनिटाइज किए जाएंगे। बताया जा रहा है कि जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कार्यरत जवान अपने रिश्तेदार के किसी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गया था। करना टेस्ट करने के बाद यह पुलिस जवान कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। इसके बाद से बीत रात से ही ऊना पुलिस अधीक्षक कार्यालय पूरी तरह से सील कर दिया गया था।


एसपी डॉ. गोकुलचंद्रन कार्तिकेयन ने बताया कि कार्यालय को आगामी आदेशों तक पूरी तरह से सील कर दिया गया है।
 शुक्रवार सुबह एसपी कार्यालय ऊना को सैनिटाइज किया गया। सुबह तहसीलदार ऊना विजय रॉय मौके पर पहुंचे और उन्होंने पूरी स्थिति का जायजा लिया। पुलिस अधीक्षक कार्यालय ऊना में कार्यरत पुलिस जवान नगर परिषद ऊना के वार्ड नंबर आठ का रहने वाला है। जिसके चलते अब इस पूरे वार्ड को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने इस वार्ड को बंद कर दिया है।


ढाई महीने के बाद पार्थिव शरीर आया

मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में रहने वाले डॉ. एसआर अरोड़ा के बेटे डॉ. सौरभ अरोड़ा का पार्थिव शरीर, निधन के ढाई माह बाद अमेरिका से मेरठ स्थित घर लाया गया तो परिवार में कोहराम मच गया। डॉ. सौरभ का अमेरिका में 14 मार्च को हार्टअटैक से निधन हो गया था। तभी से उनका पार्थिव शरीर अमेरिका में फ्रीजर में रखा गया था। पांच जून को उनका पार्थिव शरीर घर लाया गया तो परिवार, रिश्तेदार और कॉलोनी के लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए घर पहुंचे। दस लोगों ने ब्रजघाट पर उनका अंतिम संस्कार किया।
एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज के फिजियोलॉजी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. एसआर अरोड़ा शास्त्रीनगर के ई-ब्लॉक में रहते हैं। उनके बेटे डॉ. सौरभ अरोड़ा अमेरिका में मेडिकल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे। 45 वर्षीय डॉ सौरभ का 14 मार्च को हार्ट अटैक से अमेरिका में निधन हो गया था। लॉकडाउन के चलते पार्थिव शरीर को भारत लाना मुश्किल था। लेकिन परिवार की इच्छा था कि बेटे का पार्थिव शरीर मेरठ घर पर लाया जाए। इसके बाद शव को 45 दिनों तक अमेरिका में फ्रीजर में रखा गया।
लॉकडाउन खुला तो पार्थिव शरीर को अमेरिका से प्लेन द्वारा भारत लाया गया। पांच जून को पार्थिव शरीर मेरठ में शास्त्रीनगर ई-ब्लॉक आवास पर पहुंचा। बुजुर्ग माता-पिता ने बेटे के अंतिम दर्शन किए। इसके बाद चंद लोग शव को लेकर ब्रजघाट पहुंचे और अंतिम संस्कार किया। इस खबर से मेडिकल कॉलेज समेत चिकित्सकों में शोक व्याप्त है। डॉ. एसआर अरोड़ा ने शहर के अधिकांश डाक्टरों को पढ़ाया है।


छूट से देश में विकट हालात पैदा हुए

दिल्ली। देश में लॉकडाउन में छूट देने के बाद कोरोना से विकट हालात पैदा हो गए हैं। इससे देश की राजधानी दिल्ली बुरी तरह प्रभावित हुई है। अब दिल्ली की जामा मस्जिद के प्रशासन ने इसे लेकर बड़ा फैसला किया है। दिल्ली स्थित जामा मस्जिद के मैनेजमेंट ने राजधानी में कोरोना की भयावहता को लेकर फैसला लिया है कि अब वहां एक बार फिर लोग सामूहिक नमाज नहीं पढ़ पाएंगे। राजधानी में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने बताया कि विद्वानों से सलाह और जनता की राय लेने के बाद यह फैसला लिया गया है कि अब 30 जून तक जामा मस्जिद में सामूहिक नमाज नहीं अदा की जाएगी।

 

गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है। राज्य सरकार ने इससे निपटने के लिए केंद्र सरकार से मदद भी मांगी है। इसी संकट को देखते हुए जामा मस्जिद प्रशासन ने मस्जिद में सामूहिक नमाज पर रोक लगा दी है। दिल्ली में हालत खराब होने के चलते कई धार्मिक स्थलों को अभी तक आम जनता के लिए नहीं खोला गया है। जामा मस्जिद ने भी अब एहतियातन ये कदम उठाया है।

सरकार को मजदूरी भुगतान का आदेश

नई दिल्ली। निजी नियोक्ताओं, कारखानों, उद्योगों के खिलाफ सरकार कोई कठोर कदम नहीं उठाएगी, जो लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों को मजदूरी देने में विफल रहे। ये व्‍यवस्‍था देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राज्य सरकार के श्रम विभाग वेतन भुगतान के संबंध में कर्मचारियों और नियोक्ताओं के बीच बातचीत करवाएं। मजदूरों को 54 दिन के लॉकडाउन की मजदूरी के भुगतान के लिए बातचीत करनी होगी। उद्योग और मज़दूर संगठन समाधान की कोशिश करें। इसके साथ ही कोर्ट ने केंद्र सरकार को 29 मार्च के अपने आदेश की वैधानिकता पर जवाब दाखिल करने के लिए 4 और सप्ताह दिए, जिसमें सरकार ने मजदूरी के अनिवार्य भुगतान का आदेश दिया गया था। अगली सुनवाई जुलाई के अंतिम सप्ताह में होगी।लॉकडाउन के दौरान निजी कंपनियों व फ़ैक्टरियों आदि के कर्मचारियों को पूरा वेतन देने के सरकारी आदेश पर पिछली में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने तक कर्मचारियों को पूरा वेतन देने में असमर्थ रहे कंपनी मालिकों के खिलाफ कोई कार्रवाई न की जाए। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में सरकार ने कहा कि जब लॉकडाउन शुरू हुआ था तो कर्मचारियों को काम वाली जगह को छोड़कर अपने गृहराज्यों की ओर पलायन करने से रोकने के मंशा के तहत तब अधिसूचना जारी की थी। लेकिन अंततः ये मामला कर्मचारियों और कंपनी के बीच का है और सरकार इसमें दखल नहीं देगी।


इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी जो अपने स्टाफ़ को वेतन देने में असमर्थता जता रहे कुछ उद्योगों ने दायर की थी। सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि लॉकडाउन से जुड़े सरकार के नए नोटिफिकेशन में लॉकडाउन के दौरान कर्मचारियों को पूरा वेतन देने की शर्त को हटा दिया गया है। सरकार ने कहा कि निजी कंपनियां लॉकडाउन के दौरान अपने श्रमिकों की वेतन कटौती के लिए स्वतंत्र हैं। उद्योगों के वकीलों ने सरकार के इस कदम को नाकाफी कहा। कुछ याचिकाकर्ताओं ने पूरा वेतन न देने के आदेश का विरोध किया। याचिकाकर्ता का कहना था कि लॉकडाउन में कामकाज बिलकुल ठप पड़ा है, कोई कमाई नहीं है, जेबें ख़ालीपड़ी हैं, कारोबार चला पाना संभव नहीं है, ऐसे में स्टाफ़ की सेलरी कहांं से दें।


इसके अलावा अन्य याचिका कई उद्योगों की तरफ से दाखिल गई है, जिसमें कहा गया था कि आवश्यक सेवा से जुड़े उद्योगों को लॉकडाउन में काम करने की इजाजत दी गई, लेकिन सभी कर्मचारियों को पूरा वेतन देने के केंद्र सरकार के आदेश का फायदा उठाकर ज़्यादातर कर्मचारी काम पर नहीं आ रहे हैं। ऐसे में कोरोना के दौरान पहले से संकट का सामना कर रहे उद्योगों को उन्हें पूरा वेतन देने के लिए बाध्य नहीं किया जाना चाहिए।“


राजस्थान में जिंक खनन से जुड़े निर्माण कार्य करने वाली कंपनी ने कहा है जो मजदूर ड्यूटी कर रहे हैं और जो मज़दूर काम पर नहीं आ रहे हैं, उन्हें एक बराबर दर्जा कैसे दिया जा सकता है? ऐसा करना काम करने वाले मजदूरों के साथ भेदभाव होगा।“कंपनी की तरफ से यह दलील रखी गई कि उद्योग काम बंद हो जाने के चलते पहले ही संकट का सामना कर रहे हैं। ऐसे में जिन उद्योगों ने विशेष अनुमति के बाद काम करना शुरू कर दिया है। उन्हें सभी कर्मचारियों का वेतन देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। काम पर न आने वालों के वेतन में कटौती का आदेश बांबे हाई कोर्ट ने दिया है। उसे पूरे देश में लागू करना चाहिए। कंपनी ने दलील दी कि जो कर्मचारी काम कर रहे हैं, वह पूरे वेतन के हकदार हैं। लेकिन जो काम नहीं कर रहे, कंपनी को उनको 30 फ़ीसदी वेतन देने को ही कहा जाना चाहिए। अगर सरकार चाहे तो बाकी 70 फीसदी कर्मचारी बीमा निगम या पीएम केयर्स फंड के पैसों से दे।“ ऐसे ही याचिका कुछ और उद्योगों की तरफ से भी दाखिल की गई थी ।


तीन राज्यों में वायरस ने कहर बरपाया

नई दिल्ली। कोरोना वायरस (कोविड-19) ने देश में सबसे ज्यादा कहर महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली में बरपाया है तथा इन तीनों राज्यों में इस महामारी से अब तक 6060 लोगों की मौत हो चुकी है, जो देश में इस संक्रमण से हुई कुल मौतों का 71.31 प्रतिशत है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 10956 नये मामले सामने आये हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 2,97,535 पर पहुंच गई है। देश में इस महामारी से कुल 8498 लोगों की मौत हुई है तथा 147194 लोग स्वस्थ हुए हैं। देश में इस समय कोरोना के 141842 सक्रिय मामले हैं।


जन मानसिकता बदली, डर का माहौल

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर एकतरफा फैसले लेने का आरोप लगाते हुए कहा है कि लॉकडाउन भी इसी तरह का कठोर निर्णय था जिसने लोगों की मानसिकता बदली और डर का माहौल पैदा हुआ।श्री गांधी ने अमेरिकी राजनयिक एवं हावर्ड विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय मामलों के प्रोफेसर निकाेलस बर्न्स से शुक्रवार को बातचीत में कहा कि मोदी सरकार ने जिस तरह से लॉकडाउन किया, उसके कारण लोगों की मानसिकता बदली है और काफी डर का माहौल पैदा हुआ है। यह वायरस बहुत घातक है और वायरस के साथ ही इस डर को भी धीरे-धीरे दूर किया जाना चाहिए।



उन्होंने कहा “डर का यही भाव कुछ दिनों पहले मैंने भारत के एक बड़े व्यवसायी में देखा। बातचीत में उन्होंने मुझे बताया कि उनके दोस्तों ने मुझसे बात करने के लिए उन्हें मना किया और कहा कि मुझसे बात करना उनके लिए नुकसानदेह होगा। इसका मतलब डर का माहौल तो है।आप एकतरफा फैसले लेते हैं, दुनिया में सबसे बड़ा और कठोर लॉकडाउन करते हैं। आपके पास लाखों दिहाड़ी मजदूर हैं, जो हजारों किलोमीटर पैदल घर लौटते हैं। तो यह एकतरफा नेतृत्व है,जहां आप आते हैं, कुछ करते हैं और चले जाते हैं। यह बहुत विनाशकारी है। यह हर जगह है और हम इससे लड़ रहे हैं।”


काेरोना से बचाव के लिए सावधानी को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा “मैं किसी से हाथ तो नहीं मिला रहा लेकिन मास्क और सुरक्षा के साथ लोगों से मिलता हूं क्योंकि सार्वजनिक सभाएं संभव नहीं हैं और भारत में जन सभाएं राजनीति के लिए संजीवनी है। सोशल मीडिया और ज़ूम के जरिए काफी बातचीत हो रही है। इसके कारण राजनैतिक क्षेत्र में कुछ आदतें निश्चित ही बदलने जा रही है।”श्री गांधी ने कहा कि उन्हें लगता है कि कोरोना के कारण लोगों में एकजुटता का भाव बढ़ रहा है और यूरोप में भी ऐसा ही है। जर्मनी, इटली, ब्रिटेन के बीच वही हो रहा है जो बाकी विश्व में है। दुनिया में कुछ ऐसा हो रहा है, जहां लोग अपने आप में एक होते जा रहे हैं, समझदारी बनती जा रही है और मुझे लगता है कि कोविड संकट के कारण इस भाव में तेजी आयी है।


उन्होंने कहा “मैं अपने देश के डीएनए को समझता हूं। मैं जानता हूं कि हजारों वर्षों से मेरे देश का डीएनए एक प्रकार का है और इसे बदला नहीं जा सकता। हां, हम एक खराब दौर से गुजर रहे हैं। कोविड एक भयानक समय है, लेकिन मैं कोविड के बाद नए विचारों और नए तरीकों को उभरते हुए देख रहा हूं।मैं लोगों को पहले की तुलना में एक-दूसरे का बहुत अधिक सहयोग करते हुए देख सकता हूं। अब उन्हें एहसास हुआ कि वास्तव में संगठित होने के फायदे हैं। एक-दूसरे की मदद करने के फायदे हैं इसलिए वे ऐसा कर रहे हैं।”


नेपाल पुलिस की अंधाधुन फायरिंग, मौत

सीतामढ़ी। इस वक्त की बड़ी खबर बिहार के सीतामढ़ी से आ रही है, जहां भारत-नेपाल सीमा पर नेपाल पुलिस की ओर से जबरदस्‍त फायरिंग की गई है। फायरिंग की इस घटना में जहां 4 भारतीयों को गोली लगी है, वहीं एक शख्स की मौत भी हो गई है। बता दें कि भारत और नेपाल के बीच सीमा को लेकर विवाद चल रहा है। नेपाली संसद ने इसको लेकर एक प्रस्‍ताव भी पारित किया है, जिसमें भारत के कई सीमावर्ती हिस्‍सों को नेपाल का बताया गया है। इसको लेकर दोनों देशों के बीच तनाव है।
गोली लगने से घायल होने वाले में से दो की हालत फिलहाल नाजुक बताई जा रही है, जिन्हें इलाज के लिए निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घटना सीतामढ़ी के सोनबरसा बॉर्डर इलाके के जानकीनगर गांव की है। जानकारी के मुताबिक भारत-नेपाल सीमा पर विवाद हुआ था, जिसके बाद नेपाल पुलिस की ओर से अंधाधुंध फायरिंग की गई। फायरिंग की इस घटना के बाद से सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। मौके पर जिला प्रशासन के कई वरीय अधिकारी रवाना हो चुके हैं। इस मामले में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है।

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...