गुरुवार, 4 जून 2020

खून पीने वाली किलनी-पिस्‍सू से हडकंप

मास्‍को। जानलेवा कोरोना वायरस से जूझ रहे रूस में एक नई मुसीबत कहर बरपा रही है। रुस में अब खून पीने वाली किलनी या पिस्‍सू ने हडकंप मचा दिया है। जानवरों के शरीर पर जिंदा रहने वाले पिस्‍सू ने रूस में इतने ज्‍यादा लोगों को काटा है कि अस्‍पतालों से वैक्‍सीन ही खत्‍म हो गई है। रूस के सुदूरवर्ती इलाके साइबेरिया में किलनी के काटने के मामले में 428 गुना की बढ़ोत्‍तरी देखी गई है। इन किलनियों के काटने से इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी हो सकती है।


वर्ष 2015 में इंसेफेलाइटिस से 1,50,000 लोग मारे गए थे। किलनियों ने यह आतंक ऐसे समय पर मचाया है जब कई हॉस्पिटल कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों से भरे हुए हैं। इन मरीजों को न तो दवा मिल पा रही है और न वैक्‍सीन। मध्‍य रूस के करास्‍नोयरस्‍क इलाके में किलनी के काटने के 8,215 मामले सामने आए हैं। इसमें 2125 बच्‍चे हैं। करास्‍नोयरस्‍क शहर में प्रत्‍येक एक वर्गकिलोमीटर इलाके में किलनी के काटने के 214 मामले सामने आए हैं। साइबेरिया में किलनी के काटने के कई मामले सामने आए हैं।


बताया जा रहा है कि यह पिस्‍सू लगातार इंसानों पर हमले कर रहा है। बताया जा रहा है कि कम ठंड की वजह से साइ‍बेरिया इलाके में पिस्‍सुओं का आतंक बढ़ गया है। यह पिस्‍सू संक्रामक एजेंट्स को ले जाने में सक्षम है। कोरोना काल में पिस्‍सू के काटने से लोगों को काफी दिक्‍कत हो रही है। डॉक्‍टरों का कहना है कि हरेक बार पिस्‍सू के काटने पर उसे डॉक्‍टर को द‍िखाना बेहद जरूरी होता है। पिस्‍सुओं के काटने पर दो लोगों को अस्‍पताल में भर्ती कराना पड़ा है।रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक किलनी के मामलों की यह संख्‍या बेहद असामान्‍य है। इस बीच वैज्ञानिकों ने कथित रूप से यह पता लगाया है कि यह किलनी मकड़ी का एक म्यूटन्ट रूप है जो रूस में पाए जाने वाली किलनी का सबसे खराब किलनी में से एक है। इन घातक किलनियों के काटने के इतने ज्‍यादा मामले साइबेरिया से आ रहे हैं कि अस्‍पतालों में वैक्‍सीन और दवाएं खत्‍म हो गई है।


वायरसः किसी चीज को हाथ नहीं लगाना

कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में दो महीने बाद काफी ढील दी जा रही है। सरकार का प्रयास है कि लोगों को अपनी जरूरत का सामान मिल सके और जरूरी नियमों का पालन करते हुए देशवासी स्वस्थ भी रहे। यहां जानें कि अगर आप शॉपिंग करने जा रहे हैं तो आपको किन चीजों को हाथ नहीं लगाना है…
ऐसा तो कर सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं!


कोरोना के संक्रमण को देखते हुए और लगातार बढ़ते केसेज की संख्या को देखते हुए, हम इस समय कपड़े, जूलरी,कॉस्मेटिक या डेकोरेटिव आइटम खरीदने से तो बच सकते हैं। लेकिन किचन का सामान ऐसी जरूरत है, जिसे चाहकर भी अनदेखा नहीं किया जा सकता।
-इसलिए इन चीजों की खरीदारी करने तो आपको किराना स्टोर, ग्रॉसरी स्टोर और शॉप्स पर जाना ही होगा। यहां जानिए कि जब भी आप ये सब सामान खरीदने किसी स्टोर पर जाएं तो आपको किन-किन चीजों को हाथ नहीं लगाना है…
बास्केट और कार्ट्स ना छुएं


जब भी सामान लेने के लिए स्टोर जाएं तो आप वहां रखी शॉपिंग बास्केट्स और कार्ट्स का उपयोग करने से बचें। बेहतर होगा कि आप घर से ही अपना शॉपिंग बैग लेकर जाएं और उसी का उपयोग करें।
-यदि आपको बड़ा सामान खरीदना है या सामान की मात्रा अधिक है तो इस स्थिति में भी आप शॉपिंग बास्केट का उपयोग बिल्कुल ना करें। आप कार्ट को सैकेंड ऑप्शन के रूप में चुन सकते हैं। संभव हो तो इसके हैंडल को हाथ लगाने से पहले सैनिटाइज कर लें।
क्यों नहीं छूनी है बास्केट?
-अब आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर शॉपिंग सेंटर या ग्रॉसरी स्टोर में रखा कार्ट छू सकते हैं तो बास्केट क्यों नहीं? तो इसकी वजह यह है कि बास्केट का उपयोग करने के बाद उन्हें सही तरीके से सैनिटाइज किया जाना संभव नहीं है।


हर दिन बास्केट के हैंडल को सैनिटाइज करना या हर कस्टमर के उपयोग करने के बाद हर बास्केट को सैनिटाइज किया जाना ग्रॉसरी स्टोर मैनेजमेंट के लिए भी संभव नहीं है। जबकि कार्ट्स के हैंडल को सैनिटाइज करना तो खुद आपके लिए भी आसान है। क्योंकि मार्केट जाते समय आपको सैनेटाइजर तो अपने साथ लेकर जाना ही है।
स्टोर जाने से पहले ध्यान रखें ये बातें
-स्टोर जाने से पहले इस बात को सुनिश्चित कर लें कि आप अपने साथ एटीएम कार्ड और क्रेडिट कार्ड लेकर जा रहे हों। जितना संभव हो सके कैश में लेन-देन करने से बचें।
-मार्केट जाने से पहले जरूरी सामान की लिस्ट बनाकर ले जाएं और स्टोर रूम में काउंटर पर उस सामान की उपलब्धता जानने के बाद ही आगे बढ़ें। इससे आपका समय भी नष्ट नहीं होगा और आप लोगों के गैरजरूरी संपर्क से भी बचे रहेंगे।
स्टोर से बाहर निकलते ही पहला काम
-सामान की खरीदारी करने के बाद ग्रॉसरी स्टोर से बाहर आते ही आपको सबसे पहले अपने हैंड सैनिटाइज करने हैं। ताकि अंदर खरीदारी के दौरान यदि आपके हाथों पर वायरस आ भी गया हो तो वो खत्म हो जाए।
-यदि संभव हो तो स्टोर से बाहर आने के बाद थोड़ी देर खुली हवा में सांस लें और खुद को मेंटली रिलैक्स करें। गर्मी बहुत अधिक है इसलिए अपने साथ लाए हुए पानी का सेवन करें। इससे शरीर को हाइड्रेट और इम्यून रखने में सहायता मिलेगी।
घर आने के बाद क्या करना है?
-घर आने के बाद आप सबसे पहले उन बैग्स को धुलने के लिए डाल दें, जिनमें आप सामान लेकर आए हैं। इसके बाद अपने हाथ अच्छी तरह साफ करें और फिर लाए हुए सामान को सैनिटाइज करें। इसके लिए आप किसी अच्छी डिटर्जेंट या सैनिटाइजर का उपयोग कर सकते हैं।
-तैयार लिक्विड में कपड़ा भिगोकर बाहर से लाए गए सभी पैकेट्स को उससे अच्छी तरह साफ करें। इसके बाद सामान को अलमीरा या कंटेनर्स में रखने से पहले कम से कम 20 मिनट बाहर ही रखा रहने दें। क्योंकि कई बार वाइप करने के बाद भी कोरोना के संक्रमण को पूरी तरह खत्म होने में 10 से 15 मिनट का समय लग जाता है।
अब खुद की क्लीनिंग का नंबर
-यह सब सामान क्लीन करने के बाद बेहतर होगा कि आप स्नान कर लें। इसके बाद साफ कपड़े पहनें और कोई हेल्दी ड्रिंक या फूड लें। इससे शरीर की खर्च हुई एनर्जी वापस आएगी और आप खुद को मेंटली-फिजिकली रिलैक्स अनुभव कर पाएंगे।


निशानाः लॉक डाउन को असफल बताया

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए मार्च से लागू लॉकडाउन को फिर असफल बताया और कहा कि उन्हाेंने ऐसा लॉकडाउन कहीं नहीं देखा है, जहां इसे हटाने की घोषणा के बाद संक्रमितों की संख्या घटने की बजाय तेजी से बढ़ी है।


राहुल गांधी ने गुरुवार को बजाज ऑटो के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज के साथ बातचीत में कहा कि लॉकडाउन सफल नहीं रहा है। यह बात वह पहले भी कहते रहे हैं कि इससे लोगों की तकलीफ बढ़ी है और कोरोना संक्रमण भी बढ़ा है। देश जिस उत्साह के साथ कोरोना के खिलाफ लड़ाई में उतरा था उसमें सरकार की नीतियों के कारण सफल नहीं हो पाया है।


उन्होंने कहा “आप देखते हैं कि लॉकडाउन के बाद क्या हुआ है और यही कारण है कि मैं इसे एक असफल लॉकडाउन कहता हूं, यहां लॉकडाउन खुलने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है।” उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दुनिया ने सख्त लॉकडाउन देखा है। ऐसा सख्त लॉकडाउन विश्वयुद्ध के दौरान भी दुनिया को देखने को नहीं मिला। उस समय भी लोगों को घरों से निकलने की इजाजत थी लेकिन इस बार पूरी दुनिया को घरों में कैद रहने को मजबूर होना पड़ा लेकिन यह लॉकडाउन इस कड़ाई के बाद भी हमारे यहां असफल रहा है और कोरोना घटने की बजाय फैल रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि इन विपरीत स्थितियों के बावजूद देश के समक्ष अपनी अर्थव्यवस्था की सुरक्षा की गंभीर जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा “हमें हर कीमत पर अपनी अर्थव्यवस्था की रक्षा करनी होगी। जिस किसी को भी सहयोग की जरूरत है उसे सहयोग दिया जाना चाहिए। यह एक रणनीति का दूसरा और बिल्कुल बुनियादी घटक है। जर्मनी, अमेरिका, कोरिया, जापान ने अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए बहुत बड़े पैमाने पर पैसा डाला। हमें इसे बड़े व्यवसाय, छोटे व्यवसाय, मजदूर के रूप में नहीं हमारी अर्थव्यवस्था के रक्षण के रूप में देखना है।


8 जून से यूपी में मिलेगी छूटः योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनलॉक व्यवस्था के तहत आठ जून से मिलने वाली छूट के लिये पूरी तैयारी के साथ इस व्यवस्था को लागू किया जाए। योगी ने गुरूवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा की।


उन्होंने कहा कि आठ जून से शुरू की जाने वाली गतिविधियों को केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालित किया जाय। उन्होंने कहा कि छूट के सन्दर्भ में विस्तृत अध्ययन किया जाय और उसके बाद पूरी तैयारी के साथ इस व्यवस्था को लागू किया जाए।उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की जाए। बाजारों आदि में पुलिस द्वारा नियमित फुट पेट्रोलिंग तथा हाई-वे एवं एक्सप्रेस-वे पर पीआरवी 112 के माध्यम से सघन पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाए। सुरक्षित यातायात पर विशेष ध्यान दिया जाए।


उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश देते हुए कहा कि कहीं भी भीड़ एकत्रित न होने पाए। योगी ने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन की व्यवस्था को सुदृढ़ रखा जाए। कम्युनिटी किचन के माध्यम से श्रमिकों समेत सभी जरूरतमंदों को पर्याप्त एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन की व्यवस्था जारी रखी जाए।स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। श्रमिकों को एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता अनिवार्य रूप से उपलब्ध करया जाए।


गूगल के पूर्व सीएफओ बने बोर्ड चेयरमैन



गूगल के पूर्व सीएफओ बने ट्विटर के नए बोर्ड चेयरमैन






 




सैन फ्रांसिस्को। ट्विटर ने गूगल के पूर्व चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ) पैट्रिक पिचेट को बोर्ड का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। ट्विटर के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में वर्ष 2017 में शामिल हुए बोर्ड के नवनियुक्त चेयरमैन पैट्रिक ने इससे पहले वर्ष 2008 से 2015 तक गूगल में सीएफओ के रूप में अपनी सेवाएं दी थी। पिचेट ने मंगलवार को यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) को एक फाइलिंग में कहा, ट्विटर की मैनेजमेंट टीम और बोर्ड की ताकत व गहराई को देखते हुए हम मानते हैं कि अब हमारे शासन ढांचे को बेस्ट प्रैक्टिसेज के अनुरूप विकसित करने का सही समय है। पिचेट ओमिड कोर्डेस्टानी का स्थान लेंगे। हालांकि, ओमिड ट्विटर के बोर्ड में बने रहेंगे।






व्यवस्था को लागू किया जाएः सीएम

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनलॉक व्यवस्था के तहत आठ जून से मिलने वाली छूट के लिये पूरी तैयारी के साथ इस व्यवस्था को लागू किया जाए। योगी ने गुरूवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा की।


उन्होंने कहा कि आठ जून से शुरू की जाने वाली गतिविधियों को केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालित किया जाय। उन्होंने कहा कि छूट के सन्दर्भ में विस्तृत अध्ययन किया जाय और उसके बाद पूरी तैयारी के साथ इस व्यवस्था को लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की जाए। बाजारों आदि में पुलिस द्वारा नियमित फुट पेट्रोलिंग तथा हाई-वे एवं एक्सप्रेस-वे पर पीआरवी 112 के माध्यम से सघन पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाए। सुरक्षित यातायात पर विशेष ध्यान दिया जाए।

उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश देते हुए कहा कि कहीं भी भीड़ एकत्रित न होने पाए। योगी ने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन की व्यवस्था को सुदृढ़ रखा जाए। कम्युनिटी किचन के माध्यम से श्रमिकों समेत सभी जरूरतमंदों को पर्याप्त एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन की व्यवस्था जारी रखी जाए। स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। श्रमिकों को एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता अनिवार्य रूप से उपलब्ध करया जाए।


34 हजार अंक पर पहुंचा 'सेंसेक्स'

मुंबई। विदेशों से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच मजबूत निवेश धारणा के दम पर घरेलू शेयर बाजारों में लगातार छठे दिन तेजी देखी गई और ढाई महीने बाद बीएसई सेंसेक्स 34 हजार अंक के पार तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 10 हजार अंक पर पर पहुँचने में कामयाब रहा। बैंकिंग और वित्तीय कंपनियों में लिवाली से सेंसेक्स 284.01 अंक यानी 0.84 प्रतिशत चढक़र 34,109.54 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 82.45 अंक अर्थात् 0.83 फीसदी की बढ़त में 10,061.55 अंक पर बंद हुआ। दोनों प्रमुख सूचकांकों का यह 11 मार्च के बाद का उच्चतम स्तर है। सात सप्ताह से अधिक के अंतराल के बाद पहली बार सेंसेक्स 34 हजार अंक और निफ्टी 10 हजार अंक के पार बंद हुआ है। मझौली और छोटी कंपनियों में भी निवेशकों ने खूब विश्वास दिखाया। बीएसई का मिडकैप 0.31 प्रतिशत चढक़र 12,340.65 अंक पर और स्मॉलकैप 1.24 फीसदी की मजबूती के साथ 11,570.65 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर करीब पाँच फीसदी चढ़े। कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फाइनेंस और भारतीय स्टेट बैंक में भी ढाई से तीन प्रतिशत तक की तेजी रही। एनटीपीसी के शेयर दो फीसदी से अधिक टूट गए। रियलिटी समूह के सूचकांक में सबसे अधिक तीन प्रतिशत की तेजी रही। बैंकिंग, वित्त, पूँजीगत वस्तुओं और तेल एवं गैस समूहों के सूचकांकों में भी डेढ़ से दो फीसदी की मजबूती देखी गई। विदेशों में अधिकतर प्रमुख शेयर बाजार हरे निशान में रहे। एशिया में दक्षिण कोरिया का कोस्पी 2.87 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 1.37 प्रतिशत, जापान का निक्की 1.29 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.07 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। यूरोप में शुरुआती कारोबार में जर्मनी का डैक्स 2.20 प्रतिशत और ब्रिटेन का एफटीएसई 1.42 फीसदी मजबूत हुआ।


फुटबॉल टीम में मिलें वायरस के 25 केस

कीव। यूक्रेन की एक फुटबॉल टीम में खिलाड़ियों और स्टाफ में से कोरोना वायरस के 25 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। यूक्रेन फुटबॉल संघ ने कहा कि कारपाटी एलविव टीम में 65 लोगों की जांच कराई गई थी।किसी भी खिलाड़ी या स्टाफ का नाम नहीं बताया गया है। यूक्रेन लीग पिछले हफ्ते बहाल हुई थी। इस टीम का पहला मैच संदिग्ध मामलों के कारण रद हो गया था और अब लीग को दो और मैचों के लिए स्थगित कर दिया गया है।एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एशिया की चैंपियंस लीग वापसी के करीब है, लेकिन जब तक घरेलू प्रतियोगिताएं शुरू नहीं हो जाती तब तक उसे इंतजार करना होगा। कोरोना वायरस के कारण दो महीने से भी अधिक समय तक बदं रहने के बाद विश्व भर में फुटबॉल प्रतियोगिताओं की वापसी हो रही है हालांकि अभी तक अधिकतर लीग शुरू नहीं हुई हैं।


उत्तराखंड में संक्रमित संख्या-1145 हुई

देहरादून। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर उत्तराखंड में आज भी राहत वाली खबर नहीं है। स्वास्थ्य विभाग से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार उत्तरखंड राज्य में 60 लोग कोरोना संक्रमित मिले है। जिसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमित लोगो की संख्या हो गयी है। आपको बताते चले कि अभी तक 286 कोरोना संक्रमित लोग उत्तराखंड राज्य में ठीक हो चुके है।


पुराने विमान वापस करने की योजना बनाई

नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो ने लागत कम करने के लिए कर्मचारियों पर होने वाले खर्च में कटौती और पुराने विमान वापस करने की योजना बनाई है। इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोनोजॉय दत्ता ने बताया कि एयरलाइन एयरबस के पुराने ‘करेंट इंजन ऑप्शन’ (सीईओ) विमानों को वापस कर उनकी जगह नए ‘न्यू इंजन ऑप्शन’ (निओ) विमानों को अपने बेड़े में शामिल करेगी। सीईओ विमानों की तुलना में निओ विमानों की ईंधन खपत कम है और इसलिए वे किफायती हैं। इनके रखरखाव का खर्च भी कम है। वित्त वर्ष 2019-20 के वित्तीय परिणामों की घोषणा के बाद निवेशकों के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल में कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी आदित्य पांडे ने बताया कि कंपनी विमानों की लीज राशि के साथ ही अन्य स्थिर लागत भी कम करने की योजना बना रही है। स्थिर लागत 40 प्रतिशत कम करने का लक्ष्य रखा गया है। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने में वह लागत कम करके तीन-चार हजार करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी जुटाने की योजना बना रही है। इसमें कर्मचारियों के वेतन में कटौती, लाभांश नहीं देना और विमानों के लीज और रखरखाव पर होने वाला खर्च भी शामिल है। उन्होंने बताया कि मौजूदा वित्त वर्ष में कर्मचारियों पर होने वाले खर्च में 25 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। वेतन में कटौती के साथ ही प्रदर्शन के आधार पर दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि में भी कटौती की जाएगी। एक प्रश्न के उत्तर में पांडे ने कहा कि अगले दो साल में 120 सीईओ विमानों की लीज समाप्त हो रही है जिन्हें कंपनी आगे नहीं बढ़ाएगी। उनकी जगह पर नए निओ विमानों को बेड़े में शामिल किया जाएगा हालांकि जरूरी नहीं है कि जितने विमान बेड़े से हटाए जाएंगे उतने ही नए विमान लिए जाएं। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि कोविड-19 के बाद देश का विमानन क्षेत्र किस गति से आगे बढ़ता है और हवाई यात्रा की माँग कितनी रहती है। कंपनी को वित्त वर्ष 2019-20 की 31 मार्च को समाप्त अंतिम तिमाही में 871 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। निदेशक मंडल ने निवेशकों को कोई लाभांश नहीं देने की भी घोषणा की है।


याचिका में दखल से इनकारः सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली। संविधान में इंडिया की जगह भारत नाम रखने के लिए संविधान में संशोधन की याचिका में दखल से इनकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि याचिका को संबंधित अथॉरिटी प्रतिवेदन की तरह देखेगी इसके लिए संबंधित मंत्रालय के सामने याचिका भेजी जाए। शीर्ष अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ता इसके लिए सरकार के सामने ही मांग रखे। मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एसए बोबडे की बेंच ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई में कहा कि याचिकाकर्ता ने इस मामले में कोर्ट को क्यों अप्रोच किया है जबकि संविधान में साफ लिखा है कि इंडिया जो कि भारत है। याचिकाकर्ता के वकील ने दलील दी कि इंडिया ग्रीक शब्द इंडिका से आया है और इस नाम को हटाया जाना चाहिए। जब याचिकाकर्ता ने लगातार ये दलील रखी और सुप्रीम कोर्ट का रुख याचिका सुनने के लिए नहीं दिखा तो याचिकाकर्ता ने कहा कि इस याचिका को प्रतिवेदन के तौर पर संबंधित मंत्रालय के सामने भेजने की इजाजत दी जाए। तब सुप्रीम कोर्ट ने इसकी इजाजत दे दी।


सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि संविधान में भी भारत नाम लिखा है। लिखा है इंडिया दैट ईज भारत। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि आप संबंधित मंत्रालय के सामने अपना प्रतिवेदन दें और सरकार को संतुष्ट करें। सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा गया था कि केंद्र सरकार को निर्देश दिया जाए कि वह संविधान में बदलाव करे और इंडिया शब्द को बदलकर हिंदुस्तान या फिर भारत कर दे। सुप्रीम कोर्ट इस याचिका पर दो जून को सुनवाई करने का फैसला किया था। याचिकाकर्ता ने कहा है कि हमारी राष्ट्रीयता के लिए भारत शब्द को संविधान में जोडऩा जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई से मना करते हुए याचिका को प्रतिवेदन के तौर पर संबंधित मंत्रालय के सामने भेजने को कहा। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया था कि संविधान के अनुच्छेद-1 में बदलाव किया जाए। इस अनुच्छेद के तहत नाम है। इसमें भारत या हिंदुस्तान दर्ज होना चाहिए। याचिका में कहा गया था कि अनुच्छेद-1 में इंडिया का इस्तेमाल है। ब्रिटिश राज खत्म होने के बाद इस इंग्लिश नाम को बदलकर भारत नाम दर्ज होना चाहिए। भारत की पहचान सुनिश्चित करने के लिए अनुच्छेद-1 में बदलाव होना चाहिए और भारत नाम वहां दर्ज होना चाहिए और इंडिया नाम हटाया जाना चाहिए।


लॉक डाउन के बाद तूफान ने घर उजाड़ा

आगरा। 29 मई को आई तेज बारिश और आंधी ने कई परिवार के घरो को उजाड़ा है। 29 मई की शाम को जब अचानक मौसम ने करवट ली और तेज आंधी ने आगरा शहर में काफी घरो को उजाड़ दिया , आंधी के साथ साथ ओले भी पड़े तेज आंधी से ताजनगरी की जनता में डर सा बैठ गया था। आगरा शहर में कई जगह घर के बाहर खड़ी कार भी क्षतिग्रस्त हुई। वही आगरा शहर के आवास विकास सेक्टर 4 निवासी विनोद कुमार के परिवार के ऊपर परेशानी के पहाड़ टूट पड़े , जब शाम को तेज आंधी आई तभी विनोद कुमार के कमरे की छत उपर से टूट कर गिर गयी, कमरे में विनोद कुमार की पत्नी आरती और बेटी  सो रही थी तभी उनके ऊपर छत टूट कर गिर पड़ी , मोके पर जब विनोद कुमार दुसरे कमरे में से निकल कर आये तो उन्होंने देखा की उनकी पत्नी और बेटी छत के पत्थरों के नीचे दबे हुए पड़े थे , दोनों को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया , काफी गम्भीर चोटे आई है , मोके पर पुलिस को सुचना दी मगर पुलिस आई और देख कर चली गयी , पीड़ित विनोद ने बताया की में मजदूरी करके रोज अपने परिवार का पालन पोषण करता हूँ लॉक डाउन की बजह से खाने को भी मजबूर हो गये है अब ये परेशानी  टूट पड़ी , यूपी के मुख्यमंत्री जी से यही प्रार्थना है की मेरी मदद करे , मेरी पत्नी और बेटी के इलाज के लिए मेरे पास पेसे भी नही है। ..  आगरा डोगरा जर्नलिस्ट


शराब की दुकानों पर जारी 'अवैध उगाही'

बागपत। लॉकडाउन के दौरान कालाबाज़ारी रोकने के लिए सरकार ने अफसरों को सख्त दिशा निर्देश दे रखे है खासकर शराब की दुकानों पर ओवररेट लेने पर सख्त मनाही है और यह दी हिदायत दे रखी है कि यदि इस तरह का मामला सामने आया तो कार्रवाई कड़ी की जाएगा, लेकिन बागपत में शराब की दुकानों और सरकार के नियम कायदे कोई मायने नहीं रख रहे है और ओवररेट वसूल कर ग्राहकों की जेब काटी जा रही है। ताजा मामला बागपत जनपद के बडौत शहर का है जहां अंग्रेजी शराब के एक ठेके पर ओवररेटिंग का वीडियो बनाकर किसी ग्राहक ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसमें सेल्समेन एक बोतल पर 30 रुपये अधिक लेने की मांग कर रहा है । वीडियो वायरल होने के बाद जिला आबकारी अधिकारी ने वीडियो की जांच कराने के बाद अनुज्ञापि के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है
आपको बता दे,  वायरल वीडियो कोतवाली बडौत इलाक़े का है सराय रोड पर जोगिंदर सिंह के नाम पर एक अंग्रेजी शराब की दुकान है जिस पर दो जून यानी कल दुकान पर ग्राहक से सेल्समैन से रॉयल स्टेग की बोतल लेता है। इस बोतल पर निर्धारित रेट 670 रुपये अंकित है, लेकिन सेल्समैन ग्राहक से ओवररेट के 30 रुपये ज्यादा यानी 700 रुपये वसूल करता है। इसी दौरान ग्राहक ओवररेट की वीडियो बना लेता है।
जनपद में देशी, अंग्रेजी शराब और बीयर की दुकानों पर 10 से लेकर 100 रुपये तक का ओवररेट लिया जाता है। ठेके बंद होने के बाद शराब बाहर बेची जाती है और ओवररेट बढ़ा दिया जाता है। गौरतलब है कि बागपत में वतर्मान समय मे अंग्रेजी शराब की 24, देशी शराब की 67 और बीयर की 36 दुकानें खुली हुई हैं। फिलहाल आबकारी विभाग मामले की जांच में जुटा हुआ है और जिला आबकारी अधिकारी अखिलेश कुमार का कहना है कि वीडियो मामले की जांच कराई जा रही है और जांच के बाद अनुज्ञापि ओर सेल्समेन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जुर्माना ओर लाइसेंस निरस्त भी किया जा सकता है।


महीनो के बाद शिवगंगा से दिल्ली पहुंची

2 महीनों से वाराणसी कैंट स्टेशन पर भटक रही दिल्ली की युवती को रेड ब्रिगेड ट्रस्ट ने शिवगंगा से दिल्ली पहुचायां

 

स्टेशन पर भटक रही युवती को रेड ब्रिगेड ट्रस्ट ने 3 जून को शिवगंगा से दिल्ली रवाना किया

 

एसिड पीड़िताओ के लिए काम करने वाली संस्था रेड ब्रिगेड ट्रस्ट ने किया था टिकट का व्यवस्था

 

आंखों में आंसू लिए फिर वाराणसी आने का वादा कर गई है युवती

 

वाराणसी/मंडुवाडीह। ट्रेन में सामान बेचकर जीवन यापन करने वाली दिल्ली निवासिनी राजेश्वरी चड्ढा 2 महीनों के बाद लोगों के मदद के बाद अब दिल्ली अपने घर के लिए पहुंच गई। यह युवती ट्रेन में पेपर शॉप, साबुन व यात्रियों के जरूरत का सामान आदि बेचती रहती थी। वह शिवगंगा से सफर करते हुए मार्च माह में वाराणसी पहुंची थी कि उसी समय लाक डाउन घोषित हो गया। लाक डाउन घोषित होने के बाद यह युवती वाराणसी कैंट व आसपास के क्षेत्रों में भटकती घूमती रही। शुरुआती 3 दिनों तक युवती भूखे पेट सोने को विवश थी। बाद में जानकारी होने पर आसपास के लोगों ने उसकी मदद की और पहनने के लिए कपड़े भी दिये। स्टेशन के बाहर आवास में रहने वाले लोगों ने युवती को लगातार खाना खिलाते रहे।

 

अब जब लाक डाउन में कुछ छूट दी गई और ट्रेनों का आवागमन चालू हुआ तो यह युवती दिल्ली अपने घर पहुंचने को बेचैन दिखी। लेकिन उसके पास टिकट खरीदने तक के पैसे नहीं बचे थे। पिछले दिनों स्वयंसेवी संस्था के लोगों ने उसे राहत सामग्री दी थी। तब उसने स्वंयसेवी कार्यकर्ताओं से दिल्ली भेजने की मिन्नतें की थी। संस्था के लोगों ने दिल्ली स्थित युवती के घर पर फोन पर बातचीत किया और उसके परिवार के लोगों को आश्वस्त किया कि युवती बनारस में सुरक्षित है और ट्रेन की यात्रा शुरू होते ही वह लोग उसे उसके घर भेज देंगे।

  युवती का टिकट वाराणसी की स्वयंसेवी संस्था रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख अजय पटेल ने कराया। बीते रविवार को ही युवती को अजय पटेल, राजकुमार गुप्ता व संस्था के लोगों ने दिल्ली तक का टिकट युवती के नाम से बुक करा कर दे दिया था। टिकट पाने के बाद उक्त  युवती राजेश्वरी चड्ढा काफी प्रसन्न दिखी और ट्रेन से दिल्ली पहुंचने की तैयारी में थी।बुधवार की शाम रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख अजय पटेल, सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता व अन्य लोग स्टेशन पहुंचे और उक्त युवती को यात्रा व्यय के लिए भी कुछ रुपए व भोजन के साथ सेनेटाइजर दिए ताकि वह दिल्ली उतरने के बाद अपने घर तक उपयुक्त साधन से जा सके। युवती ने संस्था के लोगों को शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि काशी के लोग काफी अच्छे हैं। लोगों ने 2 महीने तक उसे भोजन कराया और जिंदा रखा। बताया कि उसके पिता कि पहले ही मौत हो चुकी है। और खुद बिमार रहतीं हैं, ट्रेन में सामान बेचकर वह घर परिवार चलाती है।

डीएम ने चिकित्सालय का किया निरीक्षण

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जिलाधिकारी ने मरीजों के पास जाकर उनसे उनके स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी प्राप्त की जिला अस्पताल में कोरोना सम्बन्धी व्यवस्थाओं का लिया जायजा  जनपद में कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत जिलाधिकारी गाजियाबाद अजय शंकर पाण्डेय ने आज जिला चिकित्सालय एमएमजी  का निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान सर्वप्रथम जिलाधिकारी ने मरीजों के पास जाकर उनसे उनके स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी प्राप्त की । इसके पश्चात जिलाधिकारी आई 0 डी 0 एस 0 पी 0 कोरोना कन्ट्रोल रूम पहुँचे तथा कन्ट्रोल रूम में कोरोना को लेकर तैयारियों को जायजा लिया । उन्होंने कन्ट्रोल रूम में आने वाली कॉल्स तथा उसके निराकरण के सम्बन्ध में की जाने वाली कार्यवाही के बारे जानकारी ली । उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि कन्ट्रोल रूम पर शिकायत दर्ज होने के उपरान्त शीघ्र उस पर कार्यवाही कराते हुए उसका निराकरण प्राथमिकता पर करायें और साथ ही अधिकारियों को उसका निरन्तर फॉलोअप करने के भी निर्देश दिये । कोरोना वैश्विक महामारी के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने 04 अतिरिक्त एम्बुलेंस बढ़ाने के निर्देश दिये , ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके । इस दौरान जिलाधिकारी ने कन्ट्रोल रूम में पूर्व में आयी शिकायती कॉल्स में से 2-3 कॉलरों से स्वयं कॉल कर उनसे उनकी शिकायत के निस्तारण के सम्बन्ध में बातचीत कर जानकारी ली । इसके अलावा जिलाधिकारी ने सर्विलान्स अधिकारी से ऐसे लोगों की सूची मांगी है , जिन्होंने स्वयं कॉल कर अपने कोरोना के सम्बन्ध में जानकारी दी है । इस अवसर पर जिलाधिकारी ने मौके पर उपस्थित सर्विलान्स अधिकारी को निर्देशित किया कि वह कन्ट्रोल रूम में आने वाली कॉल्स को दृष्टिगत रखते हुए कन्ट्रोल रूम में आने वाली कॉल्स के लिए 10 अतिरिक्त फोन बढाने एंव प्राप्त शिकायतों के निस्तारण हेतु 02 अतिरिक्त फोन बढ़ायें । निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने संक्रमित मरीजों की रिर्पोटिंग , उनके सम्पर्क में आने वाले व्यक्तियों की जानकारी , हॉट - स्पॉट , कंटेटमेंट जोन में की जा रही कार्यवाही के बारे में जानकारी ली । इसके बाद उन्होंने सर्विलास कार्यालय का निरीक्षण किया और सरकारी व प्राइवेट लैब से प्राप्त हो रही कोरोना पॉज़िटिव रिपोर्टस की जानकारी ली । जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि 24 घंटे में दो बार कोरोना संक्रमित मरीजों की रिपोर्ट को अपडेट किया जाए । निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अस्पताल में साफ - सफाई व्यवस्था को और अधिक दुरूस्त कराने के निर्देश दिये । उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों से कहा कि कोरोना एक वैश्विक महामारी है , इससे सभी को बचना है और दूसरों को भी बचाना है । अस्पताल में ईलाज हेतु आने वाले सभी प्रकार के मरीजों का पूरे पालन करते हुए उसका पूरे सेवा भाव के साथ समय से ईलाज शुरू करना स्वास्थ विभाग का दायित्व है ।


 इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल , अपर जिलाधिकारी ( वित्त एवं राजस्व ) यशवर्धन श्रीवास्वत , अपर जिलाधिकारी ( भू 0 अ 0 ) , मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ . एन 0 के 0 गुप्ता , जिला मलेरिया अधिकारी डॉ ० ज्ञानेन्द्र मिश्रा , नोडल अधिकारी डॉ 0 आर 0 के 0 यादव , डॉ शिवी अग्रवाल आदि मौजूद रहें ।


कोरोना योद्धाओं का हियुवा ने किया सम्मान

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। मुरादनगर बस स्टैंड निवासी आयुष त्यागी को हाल ही में जिला अध्यक्ष हिन्दू युवा वाहिनी मे नियुक्त किया गया है जो सीधे सीधे प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की देख रेख मे कि गई हैं । जो आज मुरादनगर नगर पालिका परिषद में मुरादनगर विधायक अजित पाल त्यागी हिन्दू युवा वाहिनी जिला अध्यक्ष आयुष त्यागी ने कोरोना यौद्धा सफाई कर्मचारियों को पुष्प वर्षा गमछा देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर मानव सेवा समिति के संसथापक. देवेन्द्र पायल अध्यक्ष दिनेश जाटव. राष्ट्रीय महासचिव स़ोनू त्यागी. राधेश्याम त्यागी. शैकी त्यागी मोजूद रहे।


महाराष्ट्र में तूफान ने चार की जान ली

मुंबई। महाराष्ट्र से टकराने और राज्य में चार लोगों की जान लेने के 18 घंटे बाद चक्रवात निसर्ग पूर्व में विदर्भ क्षेत्र की ओर चला गया। अधिकारियों ने गुरुवार इस बात की जानकारी दी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अपने नवीनतम बुलेटिन में कहा, “पूर्व में उत्तर-पूर्व की ओर जाने और एक अच्छी तरह से चिह्न्ति निम्न दबाव क्षेत्र में कमजोर होकर, वह विदर्भ क्षेत्री की ओर चला गया।”


रायगढ़ जिले के श्रीवर्धन में टकराने के बाद चक्रवात पुणे की ओर चला गया और गुरुवार सुबह तक नासिक क्षेत्र से पूर्व की ओर विदर्भ क्षेत्र में आगे बढ़ा। अब तक कम से कम 10 लोगों के घायल होने के साथ ही रायगढ़ और पुणे दोनों में ही जिलों में चक्रवात से संबंधित दो मौतें दर्ज की गई हैं। रायगढ़ जिले के पीड़ितों में 53 वर्षीय एक दुकानदार शामिल है। वह उमेट गांव में एक बिजली के खंभे की चपेट में आ गया था, जबकि अन्य मामले में श्रीवर्धन में एक पेड़ के गिरने से उसके नीचे आकर एक 15 वर्षीय लड़के की मौत हो गई। पुणे की बात करें तो छत से एक टिन की चादर के उड़ जाने से एक 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई और अन्य मामले में घर के नीचे दबने से एक 65 वर्षीय व्यक्ति की मृत्यु हो गई।


मुंबई मौत के मामलों को लेकर चक्रवात की चपेट में आने से बच गया और किसी भी अन्य तटीय कोंकण जिलों में कोई जानलेवा हादसा नहीं हुआ। हालांकि, यहां जान का नुकसान नहीं हुआ है लेकिन घरों, इमारतों, तटीय गांव की कॉलोनियों, वाहनों, सैकड़ों पेड़ों और खेती की खड़ी फसलों आदि को भारी नुकसान पहुंचा है।


1974 के आंदोलन की पुनरावृति आवश्यक

लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने देश में जयप्रकाश नारायण के 1974 में शुरू किए गए आंदोलन की तरह एक वैसे ही आंदोलन की जरूरत बताई और कहा कि केंद्र और राज्य की सरकार कोरोना के मुकाबले के नाम पर गरीबी को नहीं, मजदूरों, श्रमिकों, बेरोजगारों, किसानों और गरीबों को मिटा देने पर तुली है।


उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने यहां कहा कि सरकारें अपने अनियोजित और मनमाने फैसलों से आम आदमी को प्रतिदिन मौत के मुँह में ढकेल रहीं हैं। देश को आर्थिक तबाही के मोड़ पर पहुँचा दिया गया है। इसलिए इनके खिलाफ आज 1974 से भी बड़े छात्र युवा आन्दोलन की जरूरत है। उन्होंने छात्रों और नवजवानों से आग्रह किया है कि वे पांच जून को सम्पूर्ण क्रांति दिवस के अवसर लोकनायक जयप्रकाश नारायण को याद करें और मजदूर, श्रमिक, बेरोजगारों, किसानों और गरीबों की रक्षा के लिए लाकडाउन नियमों का पालन करते हुए 1974 से भी बड़े आंदोलन की तैयारी करें।


रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि देश और राज्य सरकारों की कारपोरेट समर्थक नीति के कारण देश पहले से ही महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कालाबाजारी और आर्थिक मंदी से जूझ रहा था। किसान रो रहा था। अल्पसंख्यक और धर्मनिरपेक्ष लोग शासन के संरक्षण में भीड़ हिंसा का शिकार हो रहे थे। बैंक दिवालिया हो रहे थे। कोरोना को लेकर विदेशों से आने वाले देश में बिना जांच पड़ताल के चारो तरफ आ जा रहे थे और देश तथा राज्यों की कुछ सरकारें विश्व स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी के बाद भी ट्रम्प के स्वागत और मध्यप्रदेश कब्जा की राजनीति में लगी रहीं तो कुछ सरकारें अपने दलीय हितों में। इस अनियोजित और अचानक लाकडाउन से देश एक ऐसे आर्थिक तबाही के दौर से गुजर रहा है जिसकी कल्पना करने से रोंगटे खड़े हो जाते हैं। इस अनियोजित और अचानक किए गए लाकडाउन से 15 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हो गए हैं । किसान खेत में अपना उत्पाद नष्ट करने को मजबूर है। रोज कमाने खाने वाली देश की बड़ी आबादी भुखमरी की चपेट में है। राज्य सरकार और भारत सरकार की देखरेख में चल रही ट्रेनों में 80 मजदूर भूख प्यास से मर गए।


रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि इन सरकारों ने उन लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया है जो रास्ते में मजदूरों की मदद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण ने 1974 में एक और नारा दिया था,सरकार निकम्मी है लेकिन यह देश हमारा अपना है। इसकी तस्वीर बदलने को लाखों आंखों में सपना है। हम सभी लोग इस नारे को याद करते हुए दुखी जनों को फिर से नई जिंदगी जीने के लिए प्रेरित करें, स्वदेशी अपनाएं और लोकनायक जयप्रकाश नारायण की स्मृति में कम से कम एक पौधा जरूर रोपें।


कांग्रेस के दो विधायकों ने दिया इस्तीफा

गांधीनगर। गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों के लिए 19 जून को होने वाले चुनाव से पूर्व मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए इसके दो और विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। यह चुनाव पहले 26 मार्च को होने थे पर कोरोना संकट के कारण इन्हें टाल दिया गया था और अब इन्हे 19 जून को कराने की घोषणा की गयी है।


इससे पहले मार्च माह में भी कांग्रेस के पांच विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद पार्टी ने बाकी विधायकों को राजस्थान के एक रिसॉर्ट में रखा था। इन सीटों के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के तीन और कांग्रेस के दो प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। सामान्य अंकगणित के लिहाज से भाजपा केवल दो सीटें ही जीत सकती थी पर अब तीसरी सीट पर भी इसका पलड़ा भारी होता दिख रहा है। विधानसभा अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी ने आज बताया कि करजन सीट के कांग्रेस विधायक अक्षय पटेल और कपराडा के जीतू चौधरी ने कल शाम व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित होकर उन्हें अपने इस्तीफे दिये थे जिन्हें स्वीकार कर लिया गया है।


त्रिवेदी ने कहा कि उन्होंने दोनो विधायकों के चेहरे से मास्क हटवा कर उनकी पहचान खुद की थी। दोनो ने स्वेच्छा से त्यागपत्र देने की बात की थी। मजेदार बात है कि जब कांग्रेस विधायकों को मार्च में राजस्थान ले जाया गया था तो उस समय भी चौधरी कुछ समय तक वहां नहीं गये थे और कांग्रेस आलाकमान के लिए संपर्कविहिन हो गये थे हालांकि बाद में वह वहां पहुंच गये थे।


182 सदस्यीय विधानसभा में अभी भाजपा के 103 और कांग्रेस के 66 विधायक (दो नये और मार्च के पांच विधायकों के इस्तीफे के बाद) हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का एक विधायक है, कांग्रेस समर्थित निर्दलीय एक (जिग्नेश मेवाणी) और इसके सहयोगी दल भारतीय ट्राइबल पार्टी यानी बीटीपी के दो हैं। जीत के लिए एक उम्मीदवार को प्रथम वरीयता के 35 मतों या कुछ कम की जरूरत होगी। राजनीतिक प्रेक्षकों ने अभी भी कुछ और कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफे की संभावना से इंकार नहीं किया है। भाजपा ने यह भी दावा किया है बीटीपी के विधायक भी उसके उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे।


क्षति का आकलन करेगी केंद्रीय टीम

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादे के अनुसार पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान से हुई क्षति का आंकलन करने के लिए एक अंतर मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) गुरुवार को वहां जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा गठित सात-सदस्यीय केंद्रीय टीम 20 मई को सुंदरबन सहित दक्षिण बंगाल के जिलों के एक बड़े हिस्से में आए चक्रवाती तूफान से हुई समग्र क्षति का जायजा लेगी।


एमएचए के संयुक्त सचिव रैंक के अधिकारी अनुज शर्मा के नेतृत्व में टीम शुक्रवार को हवाई और जमीनी मूल्यांकन करेगी। सूत्रों ने कहा कि वे कोलकाता के आसपास के दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना जिलों के कुछ हिस्सों का दौरा करेंगे, जहां चक्रवात अम्फान की वजह से नुकसान और विनाश की मात्रा का पता लगाया जाएगा। टीम, राज्य की राजधानी कोलकाता के आसपास दौरा कर सकती है।


हदः बिजनौर में मिले 10 नए संक्रमित

बिजनौर। उत्तर प्रदेश के बिजनौर में 10 और लोग नए कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। जनताा अभी वायरस के संक्रमण और उसके दुष्प्रभाव से अनभिज्ञ है या फिर जानबूझकर आवश्यक दिशा-निर्देश का पालन नहीं कर रही है।  जिसके चलते उत्तर प्रदेश में वायरस का संक्रमण  नियमित रूप से बढ़ता ही जा रहा है। इसके साथ ही बिजनौर में अब कोरोना पॉज़िटिव मरीज़ों की संख्या 126 हो गई है। जहां दो मरीजों के मौत के बाद जिले में एक्टिव संख्या 61 हो गई। सीएमओ डा. विजय यादव ने इस बात कि पुष्टि की है।


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...