गुरुवार, 28 मई 2020

मजदूरों की अनदेखी, जवाब की जरूरत

नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने केंद्र और राज्य सरकारों पर प्रवासी मजदूरों को अनदेखा करने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को कहा कि इस संबंध में अदालतों का जवाब तलब करना संतोष देता है।


मायावती ने ट्वीट में कहा कि मीडिया ने प्रवासी मजदूरों के दुख दर्द को जिस तरह से दिखाया है, केंद्र और राज्य सरकारों ने इस पर ध्यान नहीं दिया है। यह संतोष की बात है कि अदालतें इस संबंध में जवाब तलब कर रही हैं। बसपा नेता ने कहा, ” जिस प्रकार से लाॅकडाउन से पीड़ित और घर वापसी को लेकर मजबूर प्रवासी श्रमिकों की बदहाली तथा रास्ते में उनकी मौत आदि के कड़वे सच मीडिया के माध्यम से देश-दुनिया के सामने हैं, वह पुनःस्थापित करते हैं कि केन्द्र और राज्य सरकारों को इनकी बिल्कुल भी चिन्ता नहीं है, यह अति-दुःखद है.”


मायावती ने कहा कि देश में लाॅकडाउन के आज 65वें दिन यह थोड़ी राहत की खबर है कि माननीय न्यायालयों ने कोरोना वायरस की जाँच और इलाज में सरकारी अस्पतालों की बदहाली, निजी अस्पतालों की उपेक्षा तथा प्रवासी मजदूरों की बढ़ती दुर्दशा और मौतों के सम्बंध में केन्द्र एवं राज्य सरकारों से सवाल-जवाब शुरू कर दिया है।” इससे पहले उन्होंने कहा कि केन्द्र और महाराष्ट्र सरकार के बीच विवाद के कारण लाखों प्रवासी श्रमिक बहुत बुरी तरह से पिस रहे हैं जो अति-दुःखद व दुर्भाग्यपूर्ण हैं।


उत्तराखंड में चार नए संक्रमित मिलें

कोरोना अपडेट-उत्तराखण्ड में 4 नए केस, आंकड़ा हुआ 483
देहरादून। प्रदेश में कोरोना का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को देहरादून में चार और लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। जिसके बाद प्रदेश में मरीजों की संख्या 483 हो चुकी है।
गुरूवार को निरंजनपुर मंडी के तीन और आढ़ती की कोरोना रिपोर्ट पाजीटिव आई है। इनकी निजी लैब में जांच कराई गई थी। वहीं, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में भर्ती रूद्रप्रयाग निवासी युवक की भी रिपोर्ट पाजीटिव आई है। इन्हें मिलाकर संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 483 पहुंच गई है। इनमें से 81 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। 395 मरीज अभी भर्ती हैं। तीन मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं, जबकि कोरोना संक्रमित चार मरीजों की मौत भी हो चुकी है। बीते रोज टिहरी जनपद में कोरोना के सर्वाधिक 22 नए मामले सामने आए थे। इनमें एक दिल्ली व अन्य लोग महाराष्ट्र से 19 मई को लौटे हैं। पौड़ी में भी 13 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इनमें एक व्यक्ति नोएडा से और 12 महाराष्ट्र से वापस लौटे हुए हैं। ऊधमसिंहनगर में 20 मई को महाराष्ट्र से लौटे सात और पॉजिटिव मरीज मिले थे। देहरादून जनपद में भी दो और पॉजिटिव केस आएं।


'बॉन्ड योजना' को वापस लेने का फैसला

नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 7.75 प्रतिशत बचत (करयोग्य) बॉन्ड योजना को बैंकिंग कारोबार समाप्त होने के समय से वापस लेने का फैसला किया है। सरकार ने यह निर्णय घटती ब्याज दरों को देखते हुए किया है। इस कारण अब निवेशकों को बड़ा झटका लगा है क्योंकि खुदरा निवेशकों के बीच ये बॉन्ड काफी पसंद किया जाता है। सरकार के इन बॉन्ड को सामान्य तौर पर आरबीआई बॉन्ड अथवा भारत सरकार के बॉन्ड (Taxable Savings Bonds) के नाम से जाना जाता है। इन बॉन्ड में निवेश करने वाले अपनी मूल राशि की सुरक्षा के साथ साथ नियमित आय को ध्यान में रखते हुए निवेश करते हैं। हालांकि प्रवासी भारतीय इन बॉन्ड में निवेश के पात्र नहीं हैं। रिजर्व बैंक की बुधवार को जारी अधिसूचना में कहा गया है कि भारत सरकार एतत् द्वारा यह अधिसूचित करती है कि 7.75 प्रतिशत बचत (कर योग्य) बॉन्ड, 2018… बृहस्पतिवार, 28 मई 2020 को बैंकिंग कार्यसमय समाप्त होने के समय से निवेश के लिये उपलब्ध नहीं होंगे। रिजर्व बैंक ने भी इस संबंध में अधिसूचना जारी करते हुए 7.75 प्रतिशत बचत वाले करयोग्य बॉन्ड 2018 को अभिदान पाने के लिए बंद कर दिया। इन बॉन्ड में मिलने वाले ब्याज पर कर देय होता है। इन बॉन्ड में 100 रुपए के अंकित मूल्य पर निवेश होता है और न्यूनतम निवेश सीमा एक हजार रुपए है। योजना के मुताबिक ये बॉन्ड सात साल की अवधि के होते हैं। बहरहाल, ऐसे समय जब कर्ज पर ब्याज दरों में लगातार कटौती की जा रही है। रिजर्व बैंक ने हाल ही में अल्पावधि बयाज दर रेपो में कटौती करते हुए इसे 4 प्रतिशत की एतिहासिक निचले स्तर पर ला दिया है। इसे देखते हुए 7.75 प्रतिशत की ब्याज दर वाले इन बॉंड पर लागत ऊंची बैठ सकती है।


मजबूत सरकार है कोई चिंता नहीं



मुम्बई/महाराष्ट्र। कोरोना के संक्रमण काल में महाराष्ट्र सकरार के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। राष्ट्रपति शासन की आशंकाओं के बीच महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ खेमा अपनी सरकार बचाने को लेकर आपसी जद्दोजहद में जुटा है। शासक दल जहाँ सरकार बचाने को लेकर खींचतान में जुआ है तो दूसरी ओर बीजेपी की तरफ से राष्ट्रपति शासन लागू करने की अपील की जा रही है।
महाराष्ट्र सरकार पर संकट के अटकलोंं के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिले हैं। राजनीतिक गलियारों में मातोश्री में हुए इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि शरद पवार मातोश्री तब भी नहीं गए थे, जब महाराष्ट्र मेें महाविकास अघाड़ी सरकार बनने वाली थी।  पिछले छह महीनों में जब से महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार बनी है, तब से शरद पवार और उद्धव ठाकरे की मुलाकात या तो किसी पाँंच सितारा होटल या वर्षा बंगले, सहयाद्री गेस्ट हाउस, शिवाजी पार्क स्थित पूर्व मेयर बंगले में ही हुई। खास मौकों पर तो खुद सीएम उद्धव ठाकरे शरद पवार के घर गए, लेकिन शरद पवार हमेशा से मातोश्री जाने से बचते रहे हैं।
ऐसे में अचानक मातोश्री में हुई बैठक के बारे में काफी कुछ अंदाजा लगाया जा रहा है। राजनीतिक इस बैठक ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। महाराष्ट्र की राजनीति पर करीब से नजर रखने वालों का मानना है कि, यह बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण है। उनका कहना है कि हो सकता है सरकार पर कुछ संकट के बादल मंडरा रहे हों, जबकि कुछ लोगों का कहना है कि ये मुलाकात राज्य में कोरोना की गंभीर स्थिति को लेकर हुई है। अब देखना होगा कि मातोश्री में दोनों नेताओं के बीच हुए इस बैठक का परिणाम क्या होता है?
गौरतलब हो कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सूबे के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से भी शिष्टाचार मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। इसी कारण से शरद पवार राज्यपाल से मिले हैं।
सरकार मजबूत है - संजय राउत
सीएम उद्धव और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बीच मातोश्री में हुई मुलाकात के बारे में शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने बताया कि, शरद पवार और उद्धव ठाकरे के बीच कल मुलाकात हुई है, लेकिन महाराष्ट्र सरकार पर किसी भी तरह का कोई संकट नहीं है। अपने ट्वीट में संजय राउत ने लिखा कि, शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने कल शाम मातोश्री में मुलाकात की, दोनों नेताओं ने करीब डेढ़ घंटे तक एक दूसरे से बातचीत की। इसी के साथ संजय राउत ने व्यंग्य कसते हुए लिखा कि, अगर कोई महाराष्ट्र सरकार की स्थिरता को लेकर झूठी खबरें फैला रहा है, तो इसे लोगों का पेट का दर्द माना जाना चाहिए। सरकार मजबूत है, कोई चिंता नहीं।



 








Quick Reply

'गांधी' परिवार का नाम अमिट रहेगा

भिलाईनगर। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि के अवसर पर पूर्व राज्यमंत्री बी.डी.कुरैशी ने नेहरू नगर चौक व सेक्टर 9 अस्पताल पहुंँच कर आदमकाद प्रतिमा में माल्यार्पण कर मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि, आज देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के बदौलत ही बीएसपी प्लांट यहाँं स्थापित है। बीएसपी में लगभग 75 हजार परिवार का जो योगदान है। नेहरू परिवार की देन हैं देश की आजादी से लेकर आर्थिक आजादी के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू, श्रीमती इंदिरा गांँधी, स्व. राजीव गाँंधी का जो योगदान है। जब तक ये दुनिया कायम है तब तक नेहरू परिवार अमिट रहेगा। इस अवसर पर श्रद्धांजलि देने वालो में प्रमुख रूप से सेक्टर 10 की पार्षद सुभद्रा सिंग, अफरोज खान, मोहम्मद मंसूर, शमीम अख्तर, प्रमोद सिंह, रोहन सिंग, सहित अन्य कार्यकर्ता सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए इस कार्यक्रम को सफल बनाया गया।


कोरोना वारियर्स को 21000 का सहयोग

गोलू कैवर्त
बलौदाबाजार।
डॉ भरत नामदेव एवं श्रीमती कंचन नामदेव ने अपने परिवार की तरफ से कोरोना वायरस के खिलाफ लडाई में अपना सहयोग प्रदान करते हुए जिला रेड क्रॉस सोसायटी बलौदाबाजार भाटापारा को 21 हज़ार रुपये राशि का सहयोग प्रदान किया। उन्होंने आज जिला रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष एवं कलेक्टर कार्तिकेय गोयल को यह चेक प्रदान किया। श्री गोयल ने नामदेव दम्पति के इस सहयोग के प्रति गहरी आभार व्यक्त किया। कहा आप सभी का इस तरह सहयोग करने से निश्चित ही कोरोना के प्रति लडाई आसान बनेगा। डॉ भरत नामदेव जो कि पेशे से डॉक्टर रहे है।


उनके द्वारा चिकित्सा विभाग के स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा हेतु आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सहायता राशि दान की गई है। इस अवसर पर प्रशिक्षु आईएएस नम्रता जैन,मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ खेमराज सोनवानी, जिला कोविड नोडल अधिकारी डॉ राकेश प्रेमी, उपसंचालक समाज कल्याण श्रीमती आशा शुक्ला उपस्थित थे।


नियंत्रण पाने के लिए तत्परता जरूरी

अम्बिकापुर। टिड्डी दल किसानों के सबसे प्राचीन शुत्र हैं। वे मध्यम से बड़ी आकार के टिड्डे होते हैं। जब वे अकेले होते हैं और साधारण टिड्डों की तरह व्यवहार करते हैं तब उन्हें एकाकी अवस्था में जाना जाता है। भीड़-भाड़ की सामुहिक स्थितियों में वे साथ-साथ समूह बनाकर रहते हैं और चिरस्थायी तथा सम्बद्ध वयस्क टिड्डियों का झुंड बनाते हैं। यह तब होता है जब वह यूथचारी रूप में रहते हुए समूहशीलता या सामूहिक जीवन की अवस्था में पाए जाते हैं। इसके बाद वाली अवस्था में वे फसलों और अन्य पेड़-पौधों को भारी नुकसान पहुंचाते हैं। भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के टिड्डी चेतावनी संगठन ने टिड्डी के संबंध में सतर्कता बरतने के संबंध में दिशा निर्देश जारी किए हैं। दिशा निर्देश में कहा गया है कि अगर आस-पास टिड्डी दल दिखें या उनके बारे में कुछ खबर मिले तो निकटतम टिड्डी कार्यालय, पुलिस थाना, राजस्व कार्यालय, ग्राम पंचायत, विद्यालय, डाक घर या कोई भी शासकीय कार्यालय को सूचित करें।


टिड्डी के जीवन-चक्र अण्ड़ा, शिशु टिड्डी तथा वयस्क के रूप में तीन अवस्थाएं होती हैं। टिड्डियों का झुण्ड दिन के दौरान उड़ता रहता है और शाम होन पर पेड़ों पर, झाडियों में, फसलों इत्यादि में बसेरा करता है और वहां रात गुजारता है। फिर वे सुबह होने पर सूरज उगने के बाद अपने बसेरे के स्थान से उठकर उड़ना शुरू कर देते हैं। अ्परिपक्व वयस्क टिड्डी दल गुलाबी रंग के होते हैं धीरे-धीरे वे धुंधले सलेटी अथवा भूरापन लिए हुए लाल रंग के हो जाते हैं। परिपक्वता की स्थिति में पहुंचने पर वे पीले हो जाते हैं। शिशु-टिड्डी झुण्ड़ों के रूप में चल में चलती है। पीली अथवा नारंगी शरीर-पृष्टिका लिए हुए उनकी आकृति गहरी काली होती है।


आने वाले टिड्डी दल दो रंग के होते है गुलाबी और पीला। पीले रंग की टिड्डी ही अंडे देने में सक्षम होती है, इसके लिए पीले रंग के टिड्डी दल के पड़ाव डालने पर पूरा ध्यान रखने की आवश्यकता है, क्योंकि पड़ाव डालने के बाद टिड्डियां किसी भी समय अण्डे देने शुरू कर देती हैं। अण्डे देते समय दल का पड़ाव उसी स्थान पर 3-4 दिन तक रहता है और दल उड़ता नहीं है। इसी स्थिति का पूरा लाभ टिड्डी नियन्त्रण करने में उठाना चाहिये। गुलाबी रंग की टिड्डियों के दल का पड़ाव अधिक समय नहीं होता इसलिए इनके नियंत्रण हेतु तत्परता बहुत जरूरी है।


प्रवासियों को रिसीव करेंगे श्रम मंत्री

रांची में जब ये फ्लाइट लैंड करेगी तो खुद श्रम मंत्री एयरपोर्ट पर रहेंगे मौजूद


रांची। झारखंड सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए दुसरे राज्य में फंसे अपने राज्य के मजदूरों के लिए फ्लाइट का इंतजाम किया है।इतिहास में यह पहली बार होगा जब मजदुर फ्लाईट में सफ़र करेंगे।


एक फ्लाइट रांची के लिए रवाना


मुंबई में मजदूरों को लेकर एक फ्लाइट रांची के लिए रवाना हुई है. एनजीओ की मदद से 177 मजदूरों को एयरपोर्ट तक पहुंचाया गया। रांची में जब ये फ्लाइट लैंड करेगी तो खुद श्रम मंत्री एयरपोर्ट पर मौजूद रहेंगे। मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुबह 2 बजे ही 177 प्रवासी मजदूरों की लाइन लग गई।यह मजदूर सुबह 6 बजे एयर एशिया की फ्लाइट में उड़ान भरने पहुंचे। बैंगलोर लॉ स्कूल एलुमनाई एसोसिएशन की प्रियंका रमन सुनिश्चित कर रही थीं कि हर कोई हवाई अड्डे तक पहुंच गया या नहीं। इस लॉ स्कूल के पूर्व छात्रों के संघ ने कुछ एनजीओ के साथ मिलकर न केवल मुंबई के विभिन्न हिस्सों से प्रवासियों को इकट्ठा किया बल्कि उनके हवाई टिकट की भी व्यवस्था की।प्रियंका रमन का कहना है कि हम जानते थे कि रांची के कई प्रवासी हैं, जो वापस जाना चाहते थे, इसलिए हमने कोशिश की और वापस भेजने का फैसला किया।


एलुमनाई के पूर्व छात्रों ने फंडिंग का आयोजन किया


प्रियंका कहती हैं कि हमने ऐसे प्रदेश के मजदूरों को वापस भेजने का फैसला किया था, जहां परिवहन संपर्क खराब हो। अंत में हमने फैसला किया कि हम झारखंड के लोगों को वापस भेजेंगे। इसके लिए एलुमनाई के पूर्व छात्रों ने फंडिंग का आयोजन किया, जिसमें सभी प्रवासियों के लिए टिकट, हवाई अड्डा शुल्क और परिवहन शुल्क शामिल थे।


बड़ी संख्या में मजदूर आज हवाई जहाज से झारखंड लौट रहे हैं। इन मजदूरों की खुशी साफ दिखाई दे रही है।घर जा रहीं मंजू देवी का कहना है कि हम इसलिए वापस जा रहे हैं, क्योंकि यहां फिर से काम शुरू होने की कोई गारंटी नहीं है। हम अब वापस नहीं लौटेंगे।हमने पिछले दो महीनों से यहां बहुत सारी समस्याओं का सामना किया। मंजू का पति विरार में एक ड्राइवर था।पिछले दो महीनों से उन कठिनाइयों को याद करते हुए मंजू कहती हैं कि बहुत कम खाना था और छोटे बच्चों के साथ इसका प्रबंधन करना मुश्किल था। वह कहती हैं कि झारखंड में घर चलाना मुश्किल होगा, लेकिन कम से कम वे घर पर ही होंगे। प्रवासियों को घर भेजने की मुहिम का हिस्सा प्रिया शर्मा का कहना है कि हम जानते हैं कि रांची के लिए कई ट्रेनें नहीं थीं, इसलिए हम मुंबई और पुणे में फंसे प्रवासियों की तलाश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि फ्लाइट के लिए प्रवासियों को राजी करना आसान नहीं था, क्योंकि हाल के दिनों में कई लोगों को कंफ्यूज किया गया था। एक्टिविस्ट और पूर्व छात्रों के समूह का कहना है कि अगर उन्हें अन्य राज्य सरकारों से समर्थन मिलता है तो वे राज्यों में अधिक प्रवासी श्रमिकों को भेजने के लिए तैयार होंगे।


खुशी की बात


झारखंड सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि यह खुशी की बात है कि प्लेन से झारखंड के मजदूर अपने राज्य लौट रहे है। अंडमान में फंसे लोगों को लाने के लिए दो और फ्लाइट जल्द ही रांची में लैंड करेगी।उनका कहना है कि फ्लाइट का किराया राज्य सरकार ही वहन कर रही है।


इकोनामिक के संकुचन की आशंका बढ़ी

कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद FSDC की यह पहली बैठक


नई दिल्ली।कोविड-19 के वित्तीय क्षेत्र और अर्थव्यवस्था पर हुए असर सहित अन्य विषयों पर चर्चा करने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज गुरूवार को फाइनेंशियल स्टैबिलिटी एंड डेवलपमेंट काउंसिल की बैठक बुलाई है।


कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद FSDC की यह पहली बैठक होगी। इस परिषद में रिजर्व बैंक के गवर्नर और वित्तीय क्षेत्र के अन्य नियामक शामिल होते हैं। सूत्रों ने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण करेंगी। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब कोविड-19 संकट की वजह से चालू वित्त वर्ष में देश की इकोनॉमी में संकुचन की आशंका पैदा हो गई है। नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में FSDC की यह तीसरी बैठक होगी।


आरबीआइ गवर्नर के अलावा सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया, इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी के चेयरपर्सन FSDC के सदस्य हैं। वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी इस बैठक में हिस्सा लेंगे।इस बैठक में 12 मई को सरकार की ओर से घोषित करीब 21 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज के विभिन्न आयामों पर चर्चा होने की संभावना है। सरकार ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से पैदा हुए आर्थिक संकट के इस वक्त में देश के विभिन्न सेक्टर्स की मदद के लिए इस पैकेज की घोषणा की है।


सूत्रों के मुताबिक फरवरी से अब तक आरबीआई द्वारा इकोनॉमी को मजबूती देने के लिए घोषित विभिन्न उपायों एवं उनके असर के बारे में FSDC की बैठक में चर्चा होगी। आरबीआइ ने पिछले सप्ताह कहा था कि कोविड-19 का असर अनुमान से ज्यादा गंभीर देखने को मिला है और चालू वित्त वर्ष में देश की इकोनॉमी में संकुचन देखने को मिल सकता है।


भाजपा के खिलाफ ऑनलाइन आंदोलन

सुप्रिया पांडे


रायपुर। देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों के बीच राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। आज कांग्रेस केंद्र सरकार के खिलाफ ऑनलाइन राजनीतिक आंदोलन करेगी, तो प्रदेश में बीजेपी सोशल मीडिया पर ट्रेंड अलर्ट मनाएगी।



SPEAK UP INDIA के नाम से सोशल मीडिया में हमला बोलते हुए सभी कांग्रेसी अपनी डीपी पर SPEAK UP INDIA का लोगों लगाएंगे। आज सुबह 11 से 2 बजे के बीच किसी भी सोशल साइट्स में लाइव होकर केंद्र की मोदी सरकार से मांग करेंगे। जिसमें छत्तीसगढ़ से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत तमाम नेता हिस्सा लेंगे। वही सोशल मीडिया में भाजपा और कांग्रेस आमने सामने होंगे। कांग्रेस केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी, तो प्रदेश में बीजेपी सोशल मीडिया पर ट्रेंड अलर्ट मनाएगी। प्रदेश के भूपेश सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर भाजपा विरोध जताएगी। सुबह 11 बजे से 2 बजे तक भाजपाई झूठीकांग्रेस को सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने का प्रयास करेंगे।




कांग्रेस की यह है 5 मांगें




  • आर्थिक रूप से कमज़ोर व जरूरतमंदों के खातों में 10 हजार रुपए भेजा जाए।

  • राज्य सरकार के बाद अब केंद्र सरकार भी पूरे देश में न्याय योजना लागू करे।

  • किसानों के लिए न्याय योजना द्वारा दिए गए 5700 करोड़ के लिए प्रदेश सरकार को धन्यवाद करें।

  • भारत के प्रवासी मज़दूरों को सकुशल उचित स्थान तक नि:शुल्क एवं सुरक्षित पहुंचाए।

  • मनरेगा मज़दूरों की 200 दिनों की भुगतान सुनिश्चित करें।


देशभर में कांग्रेस पार्टी ने फेसबुक, ट्विटर, यू ट्यूब, इंस्टाग्राम जैसे प्रचलित सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक साथ 50 लाख कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ऑनलाइन जुटाने का लक्ष्य रखा है। आज गुरुवार यानी 28 मई को ऑनलाइन आंदोलन करेगी।


खाना पकाने के अलावा 'नारियल तेल'

नारियल से निकाला गया तेल या सूखी हुई कोकोनट फ्लेक्स साउथ इंडियन कुकिंग यानी कि खाना बनाते समय इस्तेमाल की जाती हैं। लेकिन नारियल के तेल के और भी कई फायदे हैं। अब, जब हम सभी अपने-अपने घरों में हैं और बाहर सैलून नहीं जा सकते तो अब घर के इलाज ही हमारे काम आएंगे। अगर आपको नहीं पता, तो बता दें ििक नारियल के तेल के कई ब्यूटी बेनिफिट्स भी हैं। हम अपनी स्किन के लिए यूं तो कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करते हैं, लेकिन घर पर ही ऐसी कई चीजें होती हैं जिससे आप अपनी स्किन का खास ख्याल रख सकते हैं। नारियल तेल को अगर कम मात्रा में इस्तेमाल किया जाए तो यह सभी स्किन टाइप के लिए अच्छी होती है। इसमें फैटी एसिड होते हैं जो स्किन को हाइड्रेट करने कर सुरक्षित रखने के काम आते हैं। इसमें लिनोलेइक एसिड, विटामिन स्न और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं। इसे रात भर चेहरे पर लगाने से कई फायदे होते हैं। नारियल का तेल आपकी स्किन के लिए नाइट सीरम का काम करता है।
चेहरे पर रात भर नारियल के तेल का किस तरह करें इस्तेमाल?
स्टेप 1: 
सबसे पहले नारियल के तेल को अपने दोनों हाथों के बीच रब कर लें। इससे तेल का टेक्सचर एकदम लाइट और सिल्की हो जाएगा।
स्टेप 2: अब इसे अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं। इसे आप छाती और शरीर के अन्य भागों पर भी लगा सकते हैं। आपके शरीर के जिन भागों में अधिक ड्राइनेस है, इसे वहां भी लगा सकते हैं।
स्टेप 3: जमा हुआ या थिक टेक्सचर का तेल चेहरे पर नहीं बचना चाहिए। अगर है तो इसे रुई की मदद से हटा लें। रातभर आपकी स्किन पर नारियल तेल की लाइट परत रहने दें।
स्टेप 4: नारियल के तेल को आंखों में न जाने दें।
आप नारियल के तेल को रात भर लगाने से पहले इसे मेकअप रिमूवर के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकती हैं। कई लोग नारियल के तेल को स्पॉट ट्रीटमेंट यानी कि चेहरे के दाग-धब्बे दूर करने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं। इसे आंखों के नीचे और स्किन पर ड्राई पैचेज को हटाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
चेहरे पर रात भर नारियल तेल लगाने के फायदे



  • नारियल का तेल आपके स्किन की प्रोटेक्टिव लेयर की मदद करता है। इससे आपकी स्किन की प्रोटेक्टिव लेयर मॉइस्चर को बचाए रखती है और इससे आपकी स्किन जंवा, फ्रेश, हाइड्रेटेड नजर आती है।

  • नारियल के तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं। इससे ऐसी स्किन टाइप जिस पर पैचेज, इर्रिटेशन या इससे सम्बंधित परेशानियां रहती हैं, को बेहतर परिणाम मिलता है।

  • इसमें मौजूद लॉरिक एसिड कोलेजन प्रोडक्शन के लिए अच्छा होता है और कोलेजन स्किन को टाइट रखने में मदद करता है। इससे फाइन लाइन्स और झुर्रियों से बचाव होता है।

  • नारियल तेल डार्क पैचेज से भी निजात दिलाने में मदद करता है। इसमें नींबू के रस की कुछ बूंदें मिलाने से और फायदा मिल सकता है।
    क्या है इसके साइड-इफेक्ट्स?
    नारियल तेल का रात मेें इस्तेमाल करना हो सकता है कि सभी के लिए सही न हो। ऑयली या एक्ने-प्रोन स्किन के लिए शायद यह फायदेमंद न हो। नारियल का तेल ऐसी स्किन वालों के लिए पोर्स बंद करने का काम कर सकता है। जहां कुछ लोगों की स्किन पर यह स्किन साफ़ करने का काम करता है, वहीं दूसरों के लिए यह एक्ने बढऩे का काम कर सकता है। अगर आपकी ऑयली स्किन है तो इसे यूज करने से आपको ब्लैकहेड्स, पिम्पल्स, व्हाइटहेड्स जैसी समस्याएं हो सकती हैं।


इंडिया बुल्स ने 2000 कर्मचारियों को निकाला

नई दिल्ली। कोरोना महामारी और देशभर में लागू लॉकडाउन ने कंपनियों और बिजनेस जगत की कमर तोड़ दी है। अब इसका इफेक्ट दिखाई देना शुरू हो गया है। इसके चलते लोगों की नौकरियों पर तलवार लटक रही है और बड़ी संख्या में लोगों की नौकरियां जा रही हैं।



अब बड़ी से लेकर छोटी कंपनियां तक कॉस्ट कटिंग करने में जुटी हैं। रोजाना लाखों लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ रहा है। लोग बड़ी संख्या मेंं बेरोजगारी की चपेट में आ रहे हैं। कंपनियां बिना किसी पूर्व सूचना के एक झटके में अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही हैं। इस मिशन में बड़ी से लेकर छोटी तक सभी कंपनियां शामिल हैं। हाल ये है कि कुछ कंपनियां वाहवाही लूटने के लिए पीएम केयर्स फंड में लंबी चौड़ी रकम दे रही हैं लेकिन इन कंपनियों के पास कर्मचारियों की सैलरी देने के लिए पैसे नहीं हैं।



हाल ही में एक अनोखे मामले में फाइनेंस सेक्टर की दिग्गज निजी कंपनी इंडिया बुल्स ने अपने 2000 कर्मचारियों को महज एक वाट्सएप कॉल करके नौकरी से निकाल दिया है। खास बात ये है कि इस कंपनी द्वारा हाल ही में पीएम केयर फंड में 21 करोड़ रुपए का दान दिया गया है। इस मामले के सामने आने के बाद कंपनी की लोग काफी आलोचना भी कर रहे हैं। अब इसको लेकर कांग्रेस ने भी कंपनी की कड़ी आलोचना की है।


सेब के पोषक तत्व रोगों से बचाएंं

कहते हैं कि रोज एक सेब खाने से कभी डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ती। जी हां, ये बात बिलकुल सच है कि सेब में इतने पोषक तत्व मौजूद होते हैं कि ये आपको हर बीमारी से बचाकर रखता है। इसमें कैलोरी कम होती है जो कि वजन घटाने में मदद करता है और डायबिटीज के खतरे को कम करने के साथ-साथ सेब आपके दिल को भी हेल्दी रखता है। शायद यही वजह है कि फलों में सेब को इतना पसंद किया जाता है। हम सभी जानते हैं कि सेब स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है और इसके सेवन से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। इसी तरह सेब दो विपरीत स्वास्थ्य समस्याओं यानी कब्ज और दस्त का इलाज भी करता है। अलग-अलग तरीके से सेब खाने से कब्ज या दस्त दोनों को ठीक किया जा सकता है, आइए जानते हैं कैसे।
सेब के गुण
सेब घुलनशील और अघुलनशील फाइबर से बना होता है। इसमें 64 फीसदी अघुलनशील फाइबर और 32 फीसदी घुलनशील फाइबर होता है।
सेब से कैसे करें दस्त का इलाज
घुलनशील फाइबर पाचन को धीमा कर देते हैं जिससे दस्त की समस्या कम होती है। सेब के अंदरूनी भाग यानी पल्प और गूदे में घुलनशील फाइबर मौजूद होते हैं। तो अगर आपको दस्त हैं तो बेहतर होगा कि आप सेब का छिलका उतार कर खाएं।
सेब से कब्ज का इलाज
सेब में मौजूद अघुलनशील फाइबर मल की मात्रा को बढ़ाते हैं और आंतों को साफ करने का रास्ता बनाने में मदद करते हैं। इस वजह से सेब कब्ज में लाभकारी होता है। सेब के छिलके में अघुलनशील फाइबर पाए जाते हैं इसलिए अगर आपको कब्ज की समस्या है तो इससे राहत पाने के लिए छिलके के साथ सेब खाएं।
अमेरिकन जरनल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन की एक स्टडी में पाया गया कि जो महिलाएं रोज सेब खाती थीं उनमें सेब न खाने वाली महिलाओं की तुलना में कब्ज की समस्या 13 से 22 फीसदी कम पाई गई।
सेब में पेक्टिन फाइबर भी होता है जो कि एंफोटेरिक प्रभाव देता है। इस प्रकार एक ही फल पेट से जुड़ी दो विपरीत समस्याओं यानी दस्त और कब्ज से छुटकारा पाने में मदद करता है।


चीन में 2 नए मामले सामने आए

बीजिंग। चीन में कोरोना वायरस के दो नए मामलों की पुष्टि हुई है। दोनों मामले विदेश से आए लोगों में सामने आए हैं। वहीं 23 लोग बिना लक्षण वाले मरीज भी पाए गए हैं, जिनमें से अधिकांश मामले कोविड-19 का केंद्र रहे वुहान से हैं। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बृहस्पतिवार को बताया कि बुधवार को दो मामले सामने आए जिनमें से एक शंघाई में और दूसरा फुजियान में था। हालांकि घरेलू संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है। देश में बुधवार को 23 ऐसे लोग संक्रमित पाए गए, जिनमें बीमारी के कोई लक्षण नहीं दिखे। बिना लक्षण वाले सभी 413 मरीज चिकित्सा निगरानी में हैं। इनमें से 344 मरीज वुहान में हैं।


अप्रैल में 76 दिन का लॉक डाउन हटाए जाने के बाद वुहान में छह नए मामलों की पुष्टि हुई थी। वहां बिना लक्षण वाले कई मरीज सामने आ रहे हैं, जिससे शहर के अधिकारियों को अपनी सभी 1.12 करोड़ की आबादी की जांच करानी पड़ रही है। मिली जानकारी के अनुसार अभी तक 65 लाख लोगों की जांच की गई है। बिना लक्षण वाले मरीजों का आना दिक्कत की बात है क्योंकि ये मरीज कोविड-19 से संक्रमित तो पाए जाते हैं लेकिन इनमें बुखार, खांसी या गले में सूजन जैसे कोई लक्षण नहीं दिखाई देते। इनसे दूसरे लोगों में बीमारी फैलने का खतरा होता है। एनएचसी ने बताया कि बुधवार तक चीन में कोविड-19 के 82,995 मामलों की पुष्टि की गई और इस संक्रामक रोग से मरने वाले लोगों की संख्या 4,634 रही।


अमेरिका: 24 घंटे में 1500 की जान ली

अमेरिका में 24 घंटे में करीब 1500 मौतें 


वाशिंगटन। अमेरिका में 24 घंटे में लगभग 1500 मौतें हुई हैं, जबकि 20 हजार से ज्यादा नए मामले मिले हैं। यहां मौतों का आंकड़ा एक लाख 2 हजार से ज्यादा हो गया है। वियतनाम, इराक, अफगानिस्तान और कोरिया की 44 साल की लड़ाई में जितनी जान गई, 3 महीने में करीब उतनी ही मौतें अमरिका में हुई हैं। वॉशिंगटन डीसी में शुक्रवार से स्टे-ऐट-होम ऑर्डर हटाया लिया जाएगा। मेयर म्युरियल बॉउजर ने बुधवार को इसकी घोषण की। दुनिया भर में सबसे ज्यादा प्रभावित देश अमेरिका में मृतकों की संख्या एक लाख दो हजार से ज्यादा हो गई है और 17 लाख 45 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। बता दें कि दुनिया भर में इस वायरस से मरने वालों की संख्या तीन लाख 57 हजार से ज्यादा हो गई है और 57 लाख 89 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं जबकि करीब 25 लाख लोगों ने कोरोना को मात दी है।


8 लाख के इनामी माओवादी का समर्पण

दंतेवाड़ा। गुरुवार को प्लाटून नं 24 का डिप्टी कमांडर प्रदीप उर्फ भीमा कुंजाम पिता हुर्रा उम्र 25 वर्ष निवासी जबेली थाना अरनपुर द्वारा माओवादियों के खोखले विचारधारा से तंग आकर एवं छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर समाज के मुख्यधारा में जुड़ने के उद्देश्य से एवं विकास में सहयोग करने की इच्छा व्यक्त कर पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा डॉक्टर अभिषेक  पल्लव एवं उपपुलिस महानिरीक्षक सीआरपीएफ डीएन लाल के समक्ष आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित माओवादी पर छत्तीसगढ़ शासन की नई इनामी पॉलिसी के तहत आठ लाख रुपये का इनाम था। आत्मसमर्पित माओवादी को छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति के तहत पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा डॉक्टर अभिषेक पल्लव ने 10 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि प्रदान किया गया।


शुरुआती दौर में शेयर बाजार में बढ़त

 नई दिल्ली। शेयर बाजार की शुरुआत आज यानी गुरुवार को हरे निशान पर हुई। बुधवार को ज्यादातर वैश्विक बाजारों में बढ़त देखने को मिली थी। प्री ओपन के दौरान सेंसेक्स 222.58 अंकों की बढ़त के बाद 31827.80 के स्तर पर था। लगातार तीसरे कारोबारी दिन आज शेयर बाजार हरे निशान पर खुला। गुरुवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स में मामूली बढ़त देखी गई। यह 0.33 फीसदी की बढ़त के साथ 71.69 अंक ऊपर 31676.91 के स्तर पर खुला। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 0.37 फीसदी की तेजी के साथ 34.70 अंक ऊपर 9349.65 के स्तर पर खुला। दिग्गज शेयरों की बात करें, तो आज एचडीएफसी बैंक, यूपीएल, बीपीसीएल, एल एंड टी, आईसीआईसीआई बंक, टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स और एचडीएफसी के शेयर हरे निशान पर खुले। वहीं एम एंड एम, बजाज ऑटो, टीसीएस, कोल इंडिया, आईटीसी, इंफ्राटेल, बजाज फिन्सर्व, हीरो मोटोकॉर्प, ब्रिटानिया और ओएनजीसी के शेयर लाल निशान पर खुले। बुधवार को ज्यादातर वैश्विक बाजारों में बढ़त देखने को मिली थी। अमेरिका का बाजार डाउ जोंस 2.21 फीसदी की बढ़त के साथ 553.16 अंक ऊपर 25,548.30 पर बंद हुआ था। नैस्डैक 0.77 फीसदी बढ़त के साथ 72.14 अंक ऊपर 9,412.36 पर बंद हुआ था। एसएंडपी 1.48 फीसदी बढ़त के साथ 44.36 अंक ऊपर 3,036.13 पर बंद हुआ था। वहीं चीन का शंघाई कम्पोसिट 0.09 फीसदी गिरावट के साथ 2.63 अंक नीचे 2,839.43 पर बंद हुआ था। साथ ही इटली, फ्रांस और जर्मनी के बाजारों में भी बढ़त रही


कोरोनाः 24 घंटे में 6566 नए मामले

नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से हाहाकार मचा हुआ है। भारत भी कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। देश में जारी लॉक डाउन के बाद भी कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 6,566 नए मामले सामने आए हैं और 194 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देश भर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 1,58,333 हो गई है, जिनमें से 86,110 सक्रिय मामले हैं, 67,692 लोग ठीक हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और अब तक 4,531 लोगों की मौत हो चुकी है।


सुप्रीम कोर्ट ने समस्याओं का संज्ञान लिया

 नई दिल्ली। लॉक डाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी मजदूरों की समस्याओं और मुसीबतों का सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को 28 मई के लिए सूचीबद्ध किया है और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से इस मामले में सहयोग करने को कहा है।जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस एमआर शाह की बेंच ने केंद्र सरकार और सभी राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेशों को नोटिस जारी किया है। कोर्ट इस मामले पर 28 मई को सुनवाई करेगा।कोर्ट ने कहा है कि इस मामले में केंद्र और राज्य सरकार, दोनों ओर से कमियां रही हैं। कोर्ट ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को आवास, भोजन और यात्रा की सुविधा देने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है। बता दें कि लॉक डाउन के चलते लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर उन राज्यों में फंस गए थे जहां वह काम करने गए थे। आय और भोजन का कोई साधन न होने के चलते कई श्रमिक घर जाने के लिए पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा पर निकल गए थे। हालांकि, बाद में केंद्र सरकार ने इन मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन और बस सुविधा संचालित करने का फैसला किया था। मजदूरों के पलायन के बाद मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटनाएं सामने आई हैं। कहीं, गर्भवती महिला ने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दिया और उसके कुछ घंटे बाद फिर यात्रा शुरू कर दी। वहीं, कुछ मजदूरों की ट्रेन के नीचे आ जाने से हुई मौत ने भी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे।


मुंबई में 55 पुलिसकर्मी भी संक्रमित

मुबंई। देश में कोरोना वायरस से संक्रमण की रफ्तार बढ़ती जा रही है। कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा कहर महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र राज्य कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है। प्रदेश में 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,033 नए मामले सामने आए है। इसी के साथ ही राज्य में संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 35,058 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यह लगातार दूसरा दिन है जब राज्य में कोविड-19 के 2,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र पुलिस के मुताबिक राज्य में 24 घंटे में 55 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।







वहीं, एक संक्रमित पुलिसवाले की मौत भी हुई है। इसके साथ ही कोरोना से मरने वाले पुलिसवालों की संख्या 12 हो गई है। महाराष्ट्र में इसके संक्रमितों का आकंड़ा 35 हजार के पार पहुंच गया है। महाराष्ट्र में संक्रमितों का कुल आंकड़ा अब 35058 हो गया है। राज्य में सबसे ज्यादा 1249 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 8437 लोग ठीक हुए हैं। आज यानी मंगलवार को आए 2,033 नए मामलों में 300 मामले ऐसे हैं, जिनकी जांच 12 से 16 मई के बीच प्राइवेट लैब में हुई थी। राहत की बात यह है कि दूसरे देशों की तुलना में भारत में कोरोना से मरने वालों की संख्‍या काफी कम है।






प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 29, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-290 (साल-01)
2. शुक्रवार, मई 29, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि- षष्टि, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:39,सूर्यास्त 07:18।


5. न्‍यूनतम तापमान 24+ डी.सै.,अधिकतम-41+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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