सोमवार, 25 मई 2020

कोरोना के खिलाफ सफल लड़ाईः ठाकुर

नई दिल्ली। मोदी सरकार के युवा चेहरे और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत कोरोना के खिलाफ सफलता से लड़ाई लड़ रहा है। कोरोना के संकट के कारण प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था की रफ्तार तेज करने का भी सरकार ने खाका तैयार कर लिया है।


उन्होंने सोमवार को दिए इंटरव्यू में बताया कि मोदी सरकार की ओर हाल में किए गए आर्थिक सुधारों से दुनिया भर की कंपनियां निवेश के लिए आकर्षित होंगी। सरकार ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज की व्यवस्था के जरिए दुनिया भर की कंपनियों को निवेश करने के लिए आकर्षित करने में जुटी है। दुनिया की ग्लोबल सप्लाई चेन में भारत को बड़ी ताकत बनाने के लिए भी मोदी सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं। इससे आयात कम होगा और निर्यात बढ़ेगा। जिससे देश आत्मनिर्भर हो सकेगा। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने 21 लाख करोड़ के पैकेज पर कांग्रेस के सवाल उठाए जाने पर निशाना भी साधा।


केंद्र सरकार के आर्थिक पैकेज को कांग्रेस नाकाफी बता रही है, इस सवाल पर वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “जो कल तक कहते थे कि जीडीपी का पांच प्रतिशत पैकेज होना चाहिए, जब 10 प्रतिशत सरकार ने किया तो उसमें भी आलोचना करते हैं। हमने लगभग 21 लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया है और सुनिश्चित करेंगे कि जनता के सभी वर्गों को एक-एक पाई का लाभ हो। दुनिया भर के देशों ने जिस तरह से जीडीपी के प्रतिशत के हिसाब से पैकेज को नापा है, उसी रूप में भारत ने भी उसका नापा है। हम दुनिया से अपने आप को अलग नहीं देख रहे हैं।”वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने आंकड़ों के हवाला देते हुए कहा, “41 करोड़ लोगों के खातों में अब तक 52,608 करोड़ पहुंचाएं जा चुके हैं। फसल की खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में 74 हजार करोड़ रुपये अलग से किसानों को दिया गया है। 86 हजार करोड़ के ऋण किसानों को पिछले दो महीनों में दिए जा चुके और अब सभी 4.25 लाख करोड़ के ऋण की ब्याज किस्त में छह महीने की छूट दी है।


अनुराग ठाकुर ने बताया कि तीन लाख करोड़ का बिजनेस और एमएसएमई के लिए वर्किं ग कैपिटल की सुविधा भी देने के साथ उसकी शत-प्रतिशत गारंटी भारत सरकार दे रही है।अनुराग ठाकुर ने कहा, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि एक-एक पैसा जरूरतमंदों तक पहुंचे। एनबीएफसी के लिए भी हमने घोषणाएं कीं। मनरेगा के लिए एक लाख करोड़ रुपये के ऐतिहासिक बजट का प्रावधान सरकार ने किया है। इससे मनरेगा में तीन सौ करोड़ रोजगार के दिन पैदा होंगे। घर गए प्रवासी मजदूरों को गांवों में ही रोजगार के अवसर मिल पाएंगे। 80 करोड़ भारतीयों को हमने मुफ्त में अनाज दिया और स्वास्थ्य क्षेत्र में कदम उठाए जिससे लोगों को लाभ मिलेंगे।”


कोरोना वायरस के कारण बुरी तरह प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था की रफ्तार कैसे तेज होगी, आखिर सरकार का रोडमैप क्या है? इसपर अनुराग ठाकुर ने बताया कि अर्थव्यवस्था के लिए नए रास्तों पर काम चल रहा है। हथियारों का आयात कम करना, लिस्ट ऑफ वेपन्स बनाना और हिंदुस्तान में उसकी मैन्युफैक्चरिंग करने की दिशा में काम चल रहा है। जिससे रोजगार के साथ आत्मनिर्भर होने के अवसर मिलेंगे। दुनिया की ग्लोबल सप्लाई चेन में भारत को बड़ी ताकत बनाने के लिए ऐसे ढेर सारे कदम उठाए गए हैं। इससे हमारे निर्यात को भी बढ़ावा मिलेगा। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने सरकार की ओर से हालिया आर्थिक सुधारों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कई नए सुधार किए गए हैं। नए सेक्टर खोलने के लिए चाहे कोयला एवं मिनरल, खनन की बात हो या बॉक्साइट और कोयला की नीलामी, ये आयात कम करेगा और हमारे भारतीय उद्योग को बढ़ावा देगा। उसी तरह से एसेंसियल कमोडिटी एक्ट और एपीएमसी एक्ट में बदलाव से किसानों को जहां जंजीरों से मुक्ति मिलेगी, वहीं उनकी कमाई भी बढ़ेगी। एक नया दौर किसानों के लिए शुरू होगा। एक लाख करोड़ कृषि आधारभूत ढांचे के लिए घोषित किया गया। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि मछली पकड़ने के लिए आधारभूत ढांचा तैयार करने के लिए 20 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। जिससे भारत का एक्सपोर्ट दोगुना होकर एक लाख करोड़ तक पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि किसान,बागवान, उद्ममी, व्यापारी, हर भारतीय को बैंक की किस्तें भरने में छह महीने की छूट दी है। उसको भी वह टर्म लोन में तब्दील कर सकते हैं। कोरोना संकट के कारण चीन से निकलने वालीं मल्टीनेशनल कंपनियो को भारत में लाने के सवाल पर अनुराग ठाकुर ने कहा, “दुनिया भर की कंपनियों को आकर्षित करने की दिशा में सरकार काम कर रही है। भारत में दुनिया भर की कंपनियां निवेश करें, इसके लिए ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज की एक कमेटी बनाई जा रही है, जो इन्हें निवेश में मदद करेगी।


हर विभाग में एक प्रोडक्ट डेवलपमेंट सेल होगा जो इनकी मदद करेगा और किस-किस क्षेत्र में आगे बढ़ सकते है, किस प्रोडक्ट को बढ़ावा दिया जा सकता है, जिससे निवेश बढ़े, उसको लेकर राज्यों से लगाातर ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज बातचीत करेंगे ताकि कम समय में अनुमति मिले और उद्योग शुरू हो सकें।”अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत को एक अट्रैक्टिव इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बनाने के लिए हमने कारपोरेट टैक्स में भारी कटौती सितंबर 2019 में की थी, जिसमे मात्र 15 प्रतिशत कारपोरेट टैक्स रखा। यह दुनिया भर में सबसे आकर्षित टैक्स रेट है। इसके अलावा हमने उन सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण करने की बात कही है जो स्ट्रेटजिक सेक्टर में नहीं होंगे। प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत गांवों के लोगों को आत्मनिर्भर बनाकर पलायन रोकने के मुद्दे पर अनुराग ठाकुर ने कहा, “मेरा मानना है कि हर राज्य को प्रयास करना चाहिए कि माइग्रेशन कैसे कम हो। ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ योजना इसमें अहम भूमिका निभा सकती है। इसके अलावा, हमने जो रेहड़ी, ठेला लगाने वाले लोगों को क्रेडिट की सुविधा दी है कि उनको भी बैंक से पैसा मिल सकेगा ताकि वे अपने लिए रोजगार के अवसर खड़े कर सकें। इससे भी उनको बल मिलेगा।”अनुराग ठाकुर ने उदाहरण देते हुए कहा, “जैसे कश्मीर में केसर हो, आंध्र प्रदेश की मिर्च हो या बिहार का मखाना हो, नागपुर का संतरा हो, ऐसे अलग-अलग क्लस्टर बनाने की तैयारी है। इससे शहरों में दबाव भी कम होगा और वहां पर आय के साधन भी उपलब्ध होंगे। उत्पादन बढ़ने पर निर्यात के अवसर भी उपलब्ध होंगे।”देश में कोरोना के खिलाफ लड़ाई कितनी सफल है, इस सवाल पर वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर कहते हैं, “आज भारत के उठाए गए कदमों की प्रशंसा पूरी दुनिया में हो रही है। दो गज की दूरी, मास्क पहन कर और स्वच्छ रहकर इस लड़ाई से को हम जीतकर दिखाएंगे। हमारे कोविड वारियर्स ने बहुत बड़ा काम किया है। देश के हर व्यक्ति ने इस लड़ाई में अपना पूरा सहयोग दिया।”


उन्होंने कहा, “दुनिया के सबसे ज्यादा कोविड-19 केस वाले 15 देशों की कुल जनसंख्या भारत के बराबर है, परंतु इन 15 दिनों में कुल कोविड-19 पॉजिटिव केस 34 गुना ज्यादा और मृतकों की संख्या 83 गुना ज्यादा है। यह आंकड़े भारत के अच्छे प्रदर्शन का उल्लेख है।”वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का युवाओं के बीच काफी ग्लैमर है। युवाओं के लिए संदेश देते हुए उन्होंने कहा, “ये मत देखिए कि कोविड-19 में केवल 60 साल से ज्यादा वाले व्यक्ति की मृत्यु दर ज्यादा है। यह कम उम्र वालों को भी जकड़ लेता है। अपनी रोग प्रतिरोधक शक्ति ठीक रखें। दो गज की दूरी बनाएं रखें, मुंह को ढक कर रखें हाथ लगातार धोते रहें।”अनुराग ठाकुर ने अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश की सरकार की सराहना करते हुए कहा कि वहां कोरोना के खिलाफ सफलता से जंग चल रही है। अनुराग ठाकुर अपने संसदीय क्षेत्र हमीपुर की जनता के लिए राहत कार्यो का संचालन लगातार कर रहे हैं। चाहे इलाज की सुविधा हो या फिर राशन और भोजन की, उनकी टीम जरूरतमंदों तक सब कुछ पहुंचा रही है।


सबसे अधिक प्रभावित 10 देशों में 'भारत'

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। कोरोना वायरस ‘कोविड-19′ के एक ही दिन में करीब सात हजार से अधिक मामले आने के साथ भारत इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित 10 देशों में शामिल हो गया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, आज कुल 6,977 नये मामले सामने आये।


अब तक देश में 1,38,845 मरीजों में इस वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। देश में इस समय कोरोना वायरस के 77,103 मरीज उपाचाराधीन हैं और 57,721 स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 4,021 लोगों को नहीं बचाया जा सका। इसके साथ ही देश में कोविड-19 के कुल मरीजों की संख्या ईरान से अधिक हो गयी है और इस मामले में हम 10वें स्थान पर पहुँच गये हैं।


दुनिया भर में कोविड-19 के 54 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। कुल 16.43 लाख मामलों के साथ अमेरिका इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इसके बाद क्रमश: ब्राजील (3.63 लाख), रूस (3.44 लाख), ब्रिटेन (2.60 लाख), स्पेन (2.35 लाख), इटली (2.29 लाख), फ्रांस (1.82 लाख), जर्मनी (1.80 लाख) और तुर्की (1.56 लाख) का स्थान है। भारत में मई महीने में ही एक लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक 01 मई की सुबह देश में इस महामारी के 35,043 मामलों की पुष्टि हुई थी जो आज सुबह बढ़कर 1,38,845 पर पहुँच गयी। इस प्रकार महज 24 दिन में 1,03,802 मामले सामने आ चुके हैं।


दिल्ली में 24 घंटे के भीतर 635 मामले

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 14 हजार के पार हो गए हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में कुल 14,053 केस हो गए हैं। पिछले 24 घंटे में 635 नए मामले सामने आए हैं। अस्पतालों द्वारा भेजी गई डेथ रिपोर्ट के आधार पर मौत का आंकड़ा 227 हो गया है। करीब सात हजार लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं और करीब इतने ही एक्टिव केस हैं, इनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

 

सीएम केजरीवाल ने कहा- स्थिति नियंत्रण में, 4500 बेड अभी खाली

दिल्ली में कोरोना की स्थिति और स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, राज्य में कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। अभी 240 वेंटिलेटर और सरकारी-प्राइवेट अस्पताल को मिलाकर करीब 4500 बेड खाली हैं. सरकार ने 117 प्राइवेट अस्पतालों को आदेश दिया है कि वह कोरोना मरीजों के लिए कम से कम 20 फीसदी बेड जरूर रखें।

 

केजरीवाल ने बताया, सरकार कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जीटीबी अस्पताल को भी तैयार कर रही है. जीटीबी में करीब 1500 बेड्स तैयार किए जा रहे हैं। करीब दो हजार बेड्स को ऑक्सीजन बेड्स में बदलने की तैयारी है. ताकि स्थिति बिगड़ने पर भी मरीज को कोई दिक्कत न हो।

देश में लगातार चौथे दिन कोरोना केस में रिकॉर्ड बढ़ोतरी

देश में कोरोना वायरस के मामलों में दिन पर दिन बढोत्तरी हो रही है। आज संक्रमित मरीजों की संख्या एक लाख 38 हजार 845 पहुंच गई है। इसी के साथ भारत आज सबसे ज्यादा संक्रमित देशों की सूची में नंबर 10 पर पहुंच गया है।

 

देश में पिछले 24 घंटों में संक्रमित मरीजों के 6977 नए मामले सामने आए हैं, जो लगातार चौथे दिन की सबसे ज्यादा बढोत्तरी है। वहीं पिछले 24 घंटों में 154 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक अबतक 4021 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 57 हजार 721 लोग ठीक भी हुए हैं।

डीएम ने की 'गाजियाबाद' की सीमाएं सील

दिल्ली-गाजियाबाद सीमा पर लंबा जाम लगाकोरोना के बढ़ते केस के मद्देनजर सीमा सील

अकाशुं उपाध्याय

गाजियाबाद। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में बढ़ता कोरोनाा संक्रमण के तहत जनपद गाजियाबाद की सीमा से लगी संपूर्ण सीमा रेखा को सील कर दिया गया है। जनपद की घनी आबादी को ध्यान में रखते हुए जिला अधिकारी अजय शंकर पांडेय के द्वारा यह एक महत्वपूर्ण और कारगार निर्णय लिया गया है। जनपद के नागरिकों की रक्षा का एकमात्र यही सक्षम उपाय है। जिसका लॉक डाउन के चौथे चरण में उपयोग किया गया है।

जनपद में  8000 के लगभग जांच की जा चुकी है। जिसके पश्चात 150 के लगभग वायरस संक्रमित की जांच रिपोर्ट  आई है। अभी कुल 227 से अधिक संक्रमितो का आंकड़ा जिला प्रशासन के पास है।इसीबीच कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ता देख गाजियाबाद प्रशासन ने सोमवार को दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर सील कर दिया। बॉर्डर सील होने के बाद ग़ाज़ियाबाद-दिल्ली बॉर्डर पर लंबा जाम लग गया है। करीब 3 किलोमीटर तक जाम लगा है। असल में, कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ता हुआ देख गाजियाबाद प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। सोमवार को गाजियाबाद के जिलाधिकारी ने दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर सील करने का आदेश दे दिया है। डीएम के अनुसार, गाजियाबाद में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस के केस को देखते हुए ये फैसला लिया गया है।

हालांकि, इस दौरान उन लोगों को एंट्री की इजाजत मिलेगी जिनके पास पास होगा। इसके अलावा जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को भी गाजियाबाद में एंट्री दी जाएगी।

डिस्टेंसिंग का पालन और 'ईद मुबारकबाद'

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक दूसरे को दी गई ईद की मुबारकबाद

 

एसडीएम ने शहर काजी को दी ईद की शुभकामनाएं

 

सुनील पुरी

फतेहपुर। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोगों ने एक-दूसरे को ईद की शुभकामनाएं दी अधिकारियों ने भी शहर काजी को दूर से ही ईद की शुभकामनाएं दी वह शहर काजी ने भी ईद की शुभकामनाये दी और देश और मुल्क सलामती की दुआ भी की।

 

कोरोना वायरस संक्रमण त्योहारों को भी प्रभावित कर दिया है जहां एक ओर ईद के त्यौहार में भारी भीड़ रहती थी ईदगाह में भी लोगों की भारी संख्या में भी होती थी लोग ईद की नमाज अदा करते थे मेला लगता था रास्ते में भी भारी भीड़ रहती थी लेकिन कोरोनावायरस ने सब कुछ बदल कर रख दिया ईद के त्यौहार को लेकर लोगों में उत्साह का माहौल तो दिखाई दिया लेकिन कोरोनावायरस से बचाव को लेकर लोगों ने 2 गज दूरी ही खड़े होकर एक दूसरे को ईद की बधाई दी एसडीएम प्रहलाद सिंह सी .  ओ।  योगेंद्र सिंह मलिक कोतवाली प्रभारी नंदलाल सिंह यादव ने शहर काजी मोहम्मद रजा कादरी को दूर से ही ईद की शुभकामनाएं दी उन्होने भी सरकारी अधिकारियों को दूर से ही ईद की मुबारकबाद दी 

नगर क्षेत्र के लगभग सभी स्थानों पर लोगों ने एक दूसरे को ईद की शुभकामनाएं दी लोगों ने घरों में रहकर ईद की नमाज अदा की।

फतवो के बाद घर में पड़ी, ईद की नवाज

हुआ चाँद का दीदार कल पढ़ी जाएगी ईद की नमाज़ ईद को लेकर आया में नया चौकाने वाला मामले देखे रिपोर्ट

 

बृजेश केसरवानी

 

नज़र आया ईद का चाँद लोगो ने दी बधाई

 

प्रयागराज। भारत मे आज ईद का चाँद नज़र आया लोगो ने उसका दीदार किया। छोटे, बच्चे, बड़े-बूढ़े सब ने किया चाँद का दीदार लोगो ने एक दूसरे को दी चाँद की बधाई दी।

इस वक़्त पूरे भारत मे ही नही बल्कि पूरी दुनिया कोरोना जैसे वायरस से परेशान है। इस लिए भारत मे भी लॉकडॉउन चल रहा है जिसके वजह से लोग पूरे रोज़े घरों में ही इबादत किये लॉकडाऊन का पालन किये और अब ईद की नमाज भी लॉकडाऊन का पालन करते हुए घरों में अदा करे जिस के लिए उलमाओं ने भी अपील की है और फतवा भी आया है कि इस हालत में आप अपने घरों में ईद की नमाज़ पढ़ी जा सकती है।

दिल्लीः गर्मी का कहर, 38 डिग्री सेल्सियस

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में झुलसा देने वाली गर्मी से आम लोग हलकान हो गए हैं। गर्मी की स्थिति इतनी विकराल हो गई है कि पारा 38 डिग्री सेल्यिसस को छू गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि सप्ताह के अंत में धूल और आंधी के साथ पानी पड़ने का पूर्वानुमान है।

 

उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्र के अधिकांश शहर भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं। उत्तर पश्चिमी भारत के कई शहरों में पारा 45 डिग्री से भी ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है। 2020 में प्री-मॉनसून सीज़न में  दिल्ली और एनसीआर में लू का यह पहला झटका है। आमतौर पर दिल्ली में अप्रैल के दूसरे पखवाड़े से भीषण गर्मी का सामना करना पड़ता है. अप्रैल के अंत से ही दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में लू का प्रकोप शुरू हो जाता है।

खेल रहे बच्चे को सर्प ने डसा, मौत

घर के समीप खेल रहे बच्चों को सर्प ने डसा हुई मौत

परिजन रो-रोकर हुए बेहाल

 

सुनील पुरी

 

फतेहपुर। घर के समीप खेल रहे 8 वर्षीय बच्चे को अचानक सर्प ने डस लिया बच्चे की हालत बिगड़ते ही परिजनों में हड़कंप मच गया भजन निजी अस्पताल में ले जाने के बाद झाड़-फूंक भी कराते रहें लेकिन बच्चे की मौत हो गई बच्चे की मौत होते ही परिजनों में हड़कंप मच गया परिजन रो-रोकर बेहाल हो गए परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया

 

जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के फिरोजपुर गांव में राम सागर का 8 वर्षीय पुत्र गोलू घर के समीप ही खेला था तभी अचानक लकड़ी के बीच बैठे सर्प ने उसे डस लिया सब के डर से ही बच्चे की हालत बिगड़ने लगी परिजनों को जानकारी हुई तो पैरों तले जमीन खिसक गई बच्चे को एक निजी अस्पताल ले जाया गया जब हालत में सुधार नहीं हुआ तो झाड़-फूंक के लिए कई स्थान ले जाया गया लेकिन बच्चे ने दम तोड़ दिया बच्चे की मौत होते ही परिजनों में हड़कंप मच गया परिजन रो-रोकर बेहाल हो गए 8 वर्षीय मासूम बच्चे की मौत के बाद पूरे गांव मोहल्ले में शोक का माहौल बना रहा लोगों ने बताया कि अचानक खेलते खेलते बच्चे को सांप ने डस लिया हालत बिगड़ी तो प्राइवेट अस्पताल के साथ झाड़-फूंक के लिए भी ले जाया गया लेकिन बच्चे की जान चली गई।

लखनऊ से प्रतिदिन 22 उड़ानों की अनुमति

लखनऊ। देश में लाकडाउन के कारण दो महीने बाद शुरू हुई घरेलू उड़ानों के पहले दिन सोमवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या अपेक्षाकृत कम रही। नागरिक उड्डयन विभाग ने यहां हर रोज 22 उड़ानों की अनुमति दी जिसमें 11 आगमन और 11 यहां से प्रस्थान करेंगी।


पहली तीन उड़ानों में दो दिल्ली और एक अहमदाबाद के लिये आज सुबह यहां से आई गई हालांकि उनमें यात्रियों की संख्या सामान्य से कम रही। इंडिगो एयरलाइंस के विमान ने अहमदाबाद के लिये तड़के साढ़े पांच बजे पहली उड़ान भरी। एयरपोर्ट के सूत्रों ने बताया कि आमतौर पर एक फ्लाइट में 150 यात्री सफर करते है लेकिन इन उड़ानों में 80 से 100 यात्री सवार थे। इस बीच हवाई अड्डे पर सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम रहे। लखनऊ पहुंचे यात्रियों को केन्द्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार औपचारिकता पूरी करने के बाद ही बाहर निकलने की इजाजत दी गयी। यात्रियों के सामान को सैनीटाइज करने के बाद यात्रियों के हवाले किया गया। राज्य सरकार ने बाहर से आने वाले यात्रियों को 14 दिन होम क्वारंटीन का पालन करने के निर्देश दिये है। अगर यात्री एक सप्ताह के भीतर प्रदेश से वापसी करता है तो उसे इसे क्वारंटीन में रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी।


जगह-जगह बसों का इंतजार करतेंं प्रवासी

अतुल त्यागी

हापुड़। जनपद हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के नेशनल हाईवे छिजारसी टोल प्लाजा पर बस की तलाश में पहुंचे 40 से 50 प्रवासी मजदूर अपने स्थान पर पहुंचने के लिए रोडवेज बस का कर रहे इंतजार। मजदूरों ने बताया उन्हें पता चला था पिलखुवा टोल प्लाजा पर मजदूरों को छोड़ने के लिए बसे चलाई गई है। जिनसे मजदूरों को उनके घर छोड़ा जा रहा है इसी तलाश में आए हैं। लेकिन टोल प्लाजा पर कोई बस नहीं देख कर मजदूर चिंतित हो गए।

वहीं उप जिला अधिकारी धौलाना का कहना है मजदूरों का टोल प्लाजा पर पहुंचने का मामला संज्ञान में आया है उनके लिए व्यस्त था बनाई जा रही है क्षेत्रीय अधिकारी डॉक्टर तेजवीर सिंह का कहना है मजदूरों के लिए बस की व्यवस्था कराई जा रही है सुरक्षित उन्हें उनके स्थान पर छोड़ा जाएगा अबसे पहले भी व्यवस्था की गई है। हापुड़ प्रशासन द्वारा लगातार मजदूर बसों में बैठाकर सकुशल घरों को भेजे जा रहे हैं।लेकिन उसके बाबजूद भी गाज़ियाबाद सीमा से मजदूर आ रहे हैं जिनकी व्यवस्था हापुड़ पुलिस-प्रशासन द्वारा लगातार की जा रही है।

छिजारसी के पास अब भी मजदूर मौजूद हैं और अपने घरों को जाने के लिये बसों के इंतजार में हैं।

चिकित्सा कर्मियों का पटका पहनाकर सम्मान

अतुल त्यागी

हापुड़। सदर विधायक विजयपाल आढ़ती व जिला अध्यक्ष उमेश राणा द्वारा होटल रॉयल पैलेस में सीएमओ रेखा शर्मा व स्टाफ नर्स मोनिका त्यागी,स्टाफ नर्स वंदना चौधरी

उनकी टीम स्वास्थ्य कर्मचारियों का पटका पहनाकर भारतीय जनता पार्टी हापुड़ द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम के संयोजक पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ विकास अग्रवाल महामंत्री पुनीत गोयल श्यामेनदर त्यागी मोहन सिंह दक्षिण मंडल के अध्यक्ष प्रवीण सिंघल व उत्तरी मंडल के अध्यक्ष विनीत दीवान आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

उत्तराखंड में संक्रमितों की संख्या में इजाफा

​ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में एक महिला समेत चार लोगों के कोविड सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। इस प्रकार प्रदेश में कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या 325 हो गई है।
एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि रानीपोखरी क्षेत्र की एक अप्रवासी 32 वर्षीय महिला जो कि बीती 21 मई को मुंबई से यहां आई थी। उसका कोविड सैंपल पॉजिटिव पाया गया है, यह महिला 22 मई को एम्स की स्क्रीनिंग ओपीडी में जांच के लिए आई थी। जहां पर उसका स्वाब सैंपल लिया गया था। आज उसकी कोवीड19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यह महिला 21 मई से सीमा डेंटल कॉलेज, ऋषिकेश में क्वॉरेंटाइन है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा एम्स में रुड़की के तीन अन्य सैंपल भी पॉजिटिव पाए गए है। इस बाबत स्टेट सर्विलांस ऑफिसर को अवगत करा दिया गया है।


सीआरसी स्कूल में 3 महिनों का शुल्क माफ

सीआरसी पब्लिक स्कूल के पबंधक ने तीन महीनों का ट्यूशन शुल्क माफ किया I

अश्वनी उपाध्याय

गाजियाबाद। कोविड-19 संक्रमण ने वैश्विक महामारी का रूप ले लिया है I यह एक जानलेवा बीमारी है ,जिसका फ़िलहाल कोई इलाज नहीं है I  कोविड-19 की वजह से आज पूरी दुनियां के लोग समाजिक, आर्थिक,एवं मानसिक परेशनियों से जूझ रहे हैं I लगातार पीछले 60 दिनों से लॉक डाउन की  वजह से समाज के सभी वर्गों के लोग, चाहे किसी पेशा ,व्यवसाय या रोजगार से जुड़े हो, आर्थिक परेशानी झेल रहे हैं I 

 ऐसे में सीआरसी पब्लिक स्कूल के प्रबंधक श्री दीपक चौधरी एवं श्री गजेन्दर सिंह ने बच्चों की पढाई, उनके उज्ज्वल भविष्य एवं अविभावकों की आर्थिक परेशानी के मद्देनजर  विद्यालय में पढ़ रहे सभी छात्र-छात्राओं की अप्रैल 2020 से जून 2020 तक (तीन महीनों का ) ट्युशन शुल्क माफ़ कर दिया है, साथ ही लॉक डाउन तक कोई नामांकन शुल्क भी नहीं लेने का निर्णय लिया है I 

स्कूल के प्राचार्य ने डा० केएम ईश्वर ने विद्ध्यालय के प्रबंधक श्री दीपक चौधरी एवं श्री गजेन्दर सिंह को इस साहसिक कार्य एवं नेक कदम की सराहना की I उन्होंने प्रबंधक के कुशल मार्गदर्शन एवं रचनात्मक सहयोग की भी प्रसंसा की जिसके कारण विद्यालय में काम करने वाले किसी  कर्मी को लॉक डाउन का सामना नहीं करना पडाI बच्चोँ के सर्वांगीण विकास के प्रति अपनी प्रतिवद्धता दोहराते हुए प्राचार्य ने उत्साही, समर्पित एवं अनुभवी शिक्षकों के अथक प्रयास की भी सराहना की। जिसके बदौलत विद्यालय के छात्र-छात्राओं में शैक्षिक विकास के साथ-साथ उनके शारीरिक, मानसिक, नैतिक, अनुशासन एवं व्यक्तित्व का विकास संभव हो पाया है I उन्होंने कहा कि छात्रों की पढाई 3 अप्रैल से लगातार चल रही है ,इस बीच कई एक्टिविटी भी बच्चों ने की है I 

विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका ,श्रीमती नीतू करन ने इस राष्ट्रीय आपदा के समय विद्यालय के सभी बच्चों के तीन महीनों की फीस तत्काल प्रभाव से माफ करने के लिए विद्ध्यालय प्रशासन को आभार वयक्त करते हुए खुद को गौरवान्वित प्रतीत किया,कहा कि वह इस संसथान की हिस्सा हैं I स्कूल में काम कर रहे सभी शिक्षक एवं शिक्षिका शाहरुखन ,गुलशन झा , अर्चना त्यागी, सुनीता मल्लिक,भारती अवस्थी आदि ने भी इस कठिन समय में सहयोग के लिए विद्ध्यालय प्रशासन को आभार व्यक्त किया। अविभावकों से डिजिटल क्लास में दिए गए निर्देशों का पालन करने हेतु अपील की।

30 लाख से अधिक प्रवासी वापस लौटे

लखनऊ। कोविड 19 संक्रमण के खौफ़ के बीच लंबे लॉकडाउन के दौरान रोजगार के सभी रास्त खत्म हो जाने से 30 लाख से अधिक प्रवासी ​श्रमिक अन्य राज्यों से उत्तर प्रदेश वापस लौट आये हैं। जहां आज मजदूर बेहद बुरे दौर से जूझ रहे हैं, वहीं इनके नाम पर राजनैतिक गलियारों में जबदस्त राजनीति चल रही है। शिव सेना के मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर न केवल तीखी टिप्पणियां की गई हैं, बल्कि उनकी तुलना हिटलर से कर दी गई है। जिस पर मुख्यमंत्री ने पलटवार किया है। योगी ने ट्वीट कर कहा है, ”एक भूखा बच्चा ही अपनी मां को ढूंढता है। अगर महाराष्ट्र सरकार ने ‘सौतेली मां’ बनकर भी सहारा दिया होता तो महाराष्ट्र को गढ़ने वाले हमारे उत्तर प्रदेश के निवासियों को वापस न आना पड़ता।” आपको याद दिला दें कि शिवसेना प्रवक्ता और सामना के संपादक संजय राउत ने एक लेख में कहा था कि उत्तर प्रदेश में मजदूरों को वापस नहीं घुसने दिया जा रहा। उनके साथ अमानवीय बर्ताव हो रहा है। राउत ने योगी को नसीहत भी दी थी कि उन्हें मन की आंखें खोलनी चाहिए। इसके बाद से ही उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र राज्यों के इन दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच प्रवासी मजदूरों को लेकर जुबानी जंग शुरू हो चुकी है।


प्रदेशवासियों को मिलना चाहिए प्रवेश

मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने सोमवार को मांग की कि भविष्य में राज्य सरकार को अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासियों में से केवल उनको प्रवेश की अनुमति देनी चाहिए, जो वास्तविक रूप से यहां के हैं। उन्होंने कहा कि अब के बाद जब प्रवासी राज्य में प्रवेश करते हैं, तो उन्हें पंजीकृत होना चाहिए और उनका पूरा व्यक्तिगत विवरण और पहचानपत्र पुलिस के पास पेश करना चाहिए।


ठाकरे ने कहा, “अगर इन आवश्यकताओं को पूरी लगन के साथ पूरा किया जाता है, तभी उन्हें (प्रवासियों को) महाराष्ट्र में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी।” उनकी टिप्पणी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक कथित बयान के जवाब में आई है कि अगर किसी राज्य को उनके लोगों की सेवाओं की आवश्यकता है, तो इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार की पूर्व अनुमति अनिवार्य होगी। ठाकरे ने कहा, अगर ऐसा है तो महाराष्ट्र में प्रवेश करने वाले किसी भी प्रवासी को महाराष्ट्र सरकार और राज्य पुलिस से अनुमति लेने की जरूरत होगी। महाराष्ट्र सरकार को इस मामले को गंभीरता से देखने की जरूरत है। यह याद किया जा सकता है कि 2008 में ये मामला उस समय खासा उछला था जब उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों के प्रवासियों को कई महीनों तक निशाना बनाकर आंदोलन चलाया गया था। इस कारण बड़े पैमाने पर सामाजिक-राजनीतिक उपद्रव हुए थे और बाद में ठाकरे और अन्य के खिलाफ अदालती मामले दर्ज किए गए थे।


लगभग 14 साल बाद फिर ऐसा ही मुद्दा उठ रहा है। मोटे अनुमान के मुताबिक, मुंबई और पुणे महानगरीय क्षेत्रों के समृद्ध औद्योगिक-वाणिज्यिक बेल्ट से सबसे बड़ी संख्या में ऑटोरिक्शा, टैक्सियों, बसों, ट्रेनों आदि के द्वारा पिछले दो महीनों में एक लाख से अधिक प्रवासी महाराष्ट्र छोड़ चुके हैं।


संक्रमण के संबंध में महत्वपूर्ण रिसर्च

सिंगापुर। वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि कोरोना वायरस के मरीज 11 दिनों के बाद संक्रमण नहीं फैलाते, भले ही वे 12वें दिन वे कोरोना पॉजिटिव ही बने रहें। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, सिंगापुर नेशनल सेंटर फॉर इंफेक्शस डिजीजेज (NCID) एंड अकेडमी ऑफ मेडिसीन की स्टडी में ये बात पता चली है। अब तक ये समझा जाता रहा है कि कोरोना मरीज जब तक पॉजिटिव हैं, कोरोना संक्रमण फैला सकते हैं। वहीं रिसर्चर्स ने यह भी कहा है कि लक्षण दिखने के 2 दिन पहले से कोरोना मरीज संक्रमण फैला सकते हैं।


वैज्ञानिकों ने कहा है कि स्टडी के दौरान देखा गया कि कोरोना मरीजों में लक्षण दिखने के 7 से 10 दिन बाद तक संक्रमण फैलाने की क्षमता होती है। सिंगापुर नेशनल सेंटर फॉर इंफेक्शस डिजीजेज ने करीब 73 कोरोना मरीजों पर स्टडी की जिस दौरान उन्हें नई बात पता चली। वैज्ञानिकों ने कहा कि ये देखा गया कि 11 दिन के बाद कोरोना वायरस को आइसोलेट या Cultured नहीं किया जा सकता। वैज्ञानिकों ने कहा है कि लक्षण दिखने के एक हफ्ते बाद कोरोना मरीजों में एक्टिव वायरल रेप्लिकेशन घटने लगता है। नई जानकारी के आधार पर हॉस्पिटल इस बारे में फैसला ले सकते हैं कि मरीजों को कब डिस्चार्ज किया जाए। अमेरिका सहित दुनिया के कई देशों में दो बार निगेटिव टेस्ट आने के बाद ही डॉक्टर ये मानते हैं कि कोरोना मरीज ठीक हो गए। हालांकि, सिंगापुर में की गई स्टडी का सैंपल साइज छोटा था लेकिन नई जानकारी डॉक्टरों के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।


सिंगापुर के NCID की एग्जेक्यूटिव डायरेक्टर लिओ यी सिन ने स्ट्रेट टाइम्स से कहा कि सैंपल साइज छोटा होने के बावजूद नई जानकारी को लेकर रिसर्चर्स विश्वस्त हैं। रिसर्चर्स का मानना है कि बड़े सैंपल साइज में भी ऐसे ही परिणाम देखने को मिलेंगे। लिओ यी सिन ने कहा- वैज्ञानिक दृष्टि से मैं काफी आश्वस्त हूं, इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि कोरोना मरीज 11 दिन बाद संक्रामक नहीं होते हैं।


बता दें कि दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सोमवार सुबह तक दुनिया में कोरोना के मामलों की संख्या 54 लाख से अधिक हो चुकी है।दुनियाभर में कोरोना से 3 लाख 45 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। एक तरफ दुनिया में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन कई देशों में लॉकडाउन में ढील दी जा रही है। हालांकि, दुनिया के कई देश वैक्सीन की खोज में जुटे हुए हैं।


ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में तैयार की जा रही कोरोना वैक्सीन से पूरी दुनिया को उम्मीदें हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर यूनिवर्सिटी ChAdOx1 नाम की वैक्सीन पर काम कर रही है। लेकिन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के ही एक वैज्ञानिक ने ये कहकर चौंका दिया है कि ChAdOx1 वैक्सीन के ट्रायल के सफल होने की उम्मीद 50 फीसदी ही है। उन्होंने अत्यधिक उम्मीद करने को लेकर चेतावनी दी।


ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन डेवलपमेंट टीम का नेतृत्व करने वाले वैज्ञानिकों में शामिल एड्रियन हिल ने कहा कि आने वाले ट्रायल में 10 हजार वॉलेंटियर्स को शामिल किया जा रहा है। लेकिन हो सकता है कि इससे कोई रिजल्ट ना मिले क्योंकि ब्रिटेन में तेजी से कोरोना वायरस के मामले घट रहे हैं। बीते हफ्ते अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना ने अपनी कोरोना वैक्सीन के पहले राउंड के ट्रायल की जानकारी दी थी। पहले राउंड में सिर्फ आठ लोगों को वैक्सीन दी गई थी। लेकिन कंपनी ने कहा कि वैक्सीन सुरक्षित मालूम पड़ती है और इम्यून रेस्पॉन्स पैदा करती है। वहीं, चीन में बनाई गई एक कोरोना वैक्सीन का करीब 108 लोगों पर ट्रायल किया गया। मेडिकल जर्नल The Lancet में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रायल के दौरान पता चला कि वैक्सीन वायरस के खिलाफ इम्यून रेस्पॉन्स पैदा करती है और कारगर साबित हो सकती है।


शीत युद्ध के कगार पर धकेलने की कोशिश

बीजिंग। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिका पर आरोप लगाया है कि उसने कोरोना वायरस महामारी के बारे में ‘षड्यंत्र और झूठ’ फैलाने का आरोप लगाया है, इससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। बीबीसी ने बताया कि रविवार को चीन के संसदीय सत्र के दौरान एक वार्षिक समाचार सम्मेलन में वांग ने कहा, “अमेरिका में कुछ राजनीतिक ताकतें चीन-अमेरिका संबंधों को बंधक बना रही हैं।”


उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वे कौन सी ताकतें हैं, लेकिन वे ‘हम दोनों देशों को एक नए शीतयुद्ध के कगार पर धकेलने’ की कोशिश कर रही हैं।उन्होंने कहा, “कोरोना वायरस के कारण होने वाली तबाही के अलावा, वे अमेरिका के माध्यम से एक राजनीतिक वायरस भी फैल रही हैं। यह राजनीतिक वायरस चीन पर हमला करने और धब्बा लगाने के हर अवसर का उपयोग कर रहा है।”बीबीसी ने वांग के हवाले से लिखा है, “कुछ राजनेताओं ने बुनियादी तथ्यों की पूरी तरह से अवहेलना की है और चीन को निशाना बनाते हुए कई झूठ भी गढ़े हैं।”


हालांकि उन्होंने प्रकोप से निपटने के लिए वाशिंगटन और बीजिंग के बीच सहयोग का आह्वान किया।वांग ने कहा, “हम दोनों विश्व शांति और विकास के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी वहन करते हैं .. चीन और अमेरिका सहयोग से लाभ उठाने और टकराव से हारने के लिए


जापान में पीएम ने आपातकाल हटाया

जापान में नए संक्रमितों की संख्या में गिरावट, पीएम शिंजो आबे ने हटाया आपातकाल 
टोक्यो। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने नए मामलों की संख्या में भारी गिरावट के बाद कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर लगाए गए आपातकाल की स्थिति को हटा दिया है।नेपाल में एक दिन में सर्वाधिक 72 नए मामले, संक्रमितों की संख्या 675 हुई। नेपाल में सोमवार को कोरोना वायरस के 72 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद देश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 675 हो गई है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
नेपाल ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन दो जून तक के लिए बढ़ा दिया है। नेपाल उन देशों में से है जहां कोराना वायरस के मामले सबसे कम आए हैं।


टोक्यो और चार अन्य प्रांतों में आपातकाल हटाने को तैयार है जापान
एक विशेष सरकारी पैनल के विशेषज्ञों ने टोक्यो और चार अन्य प्रान्तों में कोरोना वायरस आपातकाल हटाने की योजना को मंजूरी दे दी है। इसके बाद प्रधानमंत्री शिंजो आबे के लिए व्यवसायों को धीरे-धीरे फिर से शुरू करने की अनुमति देकर आपातकाल हटाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
अर्थव्यवस्था मंत्री यासुतोषी निशिमुरा ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार द्वारा गठित पैनल के विशेषज्ञों ने डेढ़ महीने से अधिक समय तक चले आपातकाल की स्थिति को समाप्त करने की योजना को मंजूरी दे दी है।


दक्षिण अफ्रीका में 1 जून से मिलेगी छूट

दक्षिण अफ्रीका में एक जून से लॉकडाउन में मिलेगी छूट
दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति ने एक जून से कोरोना वायरस लॉकडाउन के पाबंदियों में रियायत देने की घोषणा की है।


तुर्की में 32 और लोगों की मौत, 1141 नए मामले सामने आए
प्रिटोरिया। तुर्की में कोविड-19 से 32 और लोगों की मौत हो गई, जिससे देश में संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,340 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री फाहरेतिन कोका ने यह जानकारी दी।
कोका ने रविवार को ट्वीट किया कि पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 1,141 नए मामले भी सामने आए हैं, जिसके साथ ही देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,56,827 हो गए हैं। अमेरिका के जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय की वैश्विक सूची में तुर्की नौंवे नंबर पर है। वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि यह संख्या बताई गई संख्या से कहीं अधिक हो सकती है।
अमेरिका कोरोना वायरस से निपटने के लिए पाकिस्तान को देगा 45.6 करोड़ रुपये। अमेरिका ने कहा कि वह कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने के पाकिस्तान के प्रयासों में मदद के लिए उसे करीब 45 करोड़ 60 लाख 45 हजार रुपये (60 लाख डॉलर) देगा।
पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत पॉल जोन्स ने शनिवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि यह धनराशि पाकिस्तान को उन स्वास्थ्यकर्मियों को और प्रशिक्षण देने में काम आएगी जो अस्पतालों में कोरोना वायरस संक्रमण के गंभीर हालत वाले मरीजों की देखभाल करते हैं। इससे चिकित्सा केन्द्रों में कोरोना वायरस फैलने से रुकेगा। इसके अलावा इससे संक्रमित इलाकों में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों की जांच के लिए मोबाइल प्रयोगशाला भी बनाई जाएगी।


नवाज के बाद बरसाई अंधाधुंध गोलियां

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के अशांत उत्तर-पश्चिम कबायली क्षेत्र में ईद पर कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने देश के एक शीर्ष सूचना अधिकारी और उनके दो रिश्तेदारों की हत्या कर दी। हमलावरों ने तीनों पर अंधाधुंध गोलीबारी की और मौके से फरार हो गए।


जिला पुलिस अधिकारी शफीउल्ला गांदापुर ने बताया कि जबीआदुल्ला दावर पाकिस्तान हाउजिंग सोसाइटी के निदेशक के तौर पर तैनात थे। वह उत्तर वजीरिस्तान में ईद की नमाज के बाद अपने दो रिश्तेदारों के साथ घर लौट रहे थे। रास्ते में बाइक सवार हमलावरों ने उन पर हमला किया।
अधिकारी ईद मनाने इस्लामाबाद से अपने गांव आए थे। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना में उनके रिश्तेदार भी मारे गए। पुलिस ने जांच शुरू की है लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।


पाकिस्तान में रविवार को ईद मनाई गई। ईद देश के प्रमुख शहरों और नगरों में खुले स्थानों, मस्जिदों और ईदगाहों में मनाई गई। इस दौरान एक-दूसरे से दूरी बनाए रखने और अन्य एहतियाती उपायों का पालन करने की अपील की गई है।


चेन्नई से घरेलू हवाई यात्रा सेवा शुरू की

चेन्नई। दो महीने के अंतराल बाद सोमवार को चेन्नई हवाईअड्डे पर घरेलू हवाई सेवा शुरू हुई। यहां से इंडिगो एयरलाइंस की उड़ान 116 यात्रियों के साथ दिल्ली के लिए रवाना हुई। घरेलू उड़ानों को कोविड-19 लॉकडाउन उपायों के हिस्से के रूप में निलंबित कर दिया गया था।


इस पहली फ्लाइट में 120 यात्रियों को दिल्ली जाने वाले विमान में यात्रा करने के लिए निर्धारित किया गया था, लेकिन अधिकारियों ने चार यात्रियों को बोर्ड करने की अनुमति नहीं दी, क्योंकि उनमें खांसी और सर्दी के लक्षण दिखे थे।


बाद में एक स्पाइसजेट विमान दिल्ली के लिए रवाना हुआ। एयर इंडिया भी यहां से अपनी उड़ान संचालित करने वाली है।अधिकारियों के अनुसार, सोमवार को कई इनकमिंग और आउटगोइंग फ्लाइट संचालित की जानी हैं। इसमें दिल्ली, कोच्चि, मदुरै, हैदराबाद और बेंगलुरू जैसे शहरों में फ्लाइट आनी-जानी हैं।हर यात्री को अपने टिकट को एक बड़ी टीवी स्क्रीन से जुड़े कैमरे से दिखाना होता है। यात्रियों को मास्क पहनना पड़ता है और हवाईअड्डे पर सामाजिक दूरी बनाए रखनी पड़ती है।


रविवार को, तमिलनाडु सरकार घरेलू हवाई यात्रियों के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) लेकर आई थी। एसओपी के अनुसार, बगैर लक्षण वाले यात्रियों को 14 दिनों के लिए होम क्वोरंटीन में रहना होगा।सभी यात्रियों को हवाईअड्डे से बाहर जाने की अनुमति देने से पहले तारीख के साथ ‘संगरोध’ शब्द के साथ मुहर भी लगाई जाएगी।


यदि कोई यात्री में कोरोनावायरस जैसे लक्षण विकसित होते हैं, तो वह 1077 पर जिला कॉल सेंटर को सूचित करेगा या जिला नोडल अधिकारी के कहने पर निकटतम सरकारी अस्पताल जाएगा।


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...