गुरुवार, 13 जून 2019

ठेकेदार को बनाया भ्रष्टाचार का शिकार

अंबेडकर नगर ! जिलाधिकारी महोदय आखिर क्या वजह है कि नगर पंचायत इल्तिफतगंज वृक्षारोपण करा कर ठेकेदार का पेमेंट नहीं कर रहा है? आपको बताते चलें पिछले साल मुख्यमंत्री योगी के आदेश पर नगर पंचायत में वृक्षारोपण करवाया गया था !वृक्षारोपण के दौरान नगर पंचायत के बाबू और ठेकेदार के बीच कमीशन को लेकर बहस हो गई थी! उसके बाद ठेकेदार को प्रताड़ित करने का कार्य बाबू ने शुरू किया! बृक्षगाड का स्टीमेट जेई द्वारा 2250 रुपया बनाया गया ! बाबू के विरोध के बाद जेई से जबरन एस्टीमेट रिवाइज करवाकर अट्ठारह सौ कर दिया गया! इस एस्टीमेट से भी बाबू की नाराजगी भी जारी रही वृक्षारोपण का कार्य अपने लक्ष्य तक पहुंचता रहा !इस कार्य को लेकर इल्टीफतगंज पूरे जिले में वृक्षारोपण की वजह से नंबर एक पर था और पूरे नगर पंचायत में 750 बृक्ष गाड बनकर तैयार हो गया! नगर पंचायत 5500 लगाकर अंबेडकरनगर में पहला स्थान हासिल किया! मगर बाबू की गुंडागर्दी के आगे अधिशासी अधिकारी ,अध्यक्ष प्रतिनिधि बेबस नजर आए ! बाबू ने झूठी एप्लीकेशन दिलवाकर एस्टीमेट जेई से तिबारा रिवाइज करवाया ! एस्टीमेट में जेने सफेद बाल् पीली ईट एस्टीमेट ₹14 00आंकी इससे भी जब बाबू का पेट नहीं भरा तो षड्यंत्र रच कर नगर पंचायत का बाबू के नाइटी जांच के लिए सैंपल भिजवा दिया ! उसके बाद ठेकेदार से ₹20000 जांच के नाम पर ठगा गया ! यह सारा खेल 35% कमीशन के लिए बाबू ने खेल डाला! ठेकेदार का 1500000 रुपए चूना लगा दिया ! नगर पंचायत बाबू ने इस पूरे खेल में अधिशासी अधिकारी अध्यक्ष प्रतिनिधि बाबू के आगे बौना साबित हुए नगर पंचायत में बाबू राज का ही बोलबाला है! नगर पंचायत में झाड़ू से लेकर तोलिया कुर्सी इमेज सप्लाई का काम बाबू बाबू ही अपने चहेते ठेकेदारों से 35% कमीशन लेकर सप्लाई करवाता है!


भोपाल में पांचवी आठवीं को बनाया दोबारा बोर्ड

5वीं और 8वीं कक्षा के विद्यार्थियो को इस साल से देना होगी बोर्ड परीक्षा।


शेख नसीम 


भोपाल ! मध्य प्रदेश सरकार ने मध्य प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलो की 5वीं और 8वीं कक्षा को फिर से बोर्ड कर दिया हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने 2 मार्च 2019 को 5वीं और 8वीं को बोर्ड परीक्षा करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया था।


अब 2019-20 की सभी सरकारी स्कूलो की 5वी और 8वी की परीक्षा बोर्ड स्तर पर होगी और सभी सरकारी स्कूलो के 5वी और 8वी के विद्यार्थियो को बोर्ड परीक्षा के हिसाब से तैयारी करनी होगी।


गौरतलब हैं की 2009 तक 5वी और 8वी कक्षा की परीक्षा बोर्ड हुआ करती थी लेकिन 2010 में नो डिटेंशन पॉलिसी लागू होने के बाद 5वी और 8वी की बोर्ड परीक्षा खत्म कर दी। इस पॉलिसी के तहत ये तय हुआ की 8वी तक किसी बच्चे को फ़ेल नहीं करना है। इस पॉलिसी से सबसे बड़ा नुकसान ये हुआ था की शिक्षा की गुणवत्ता घट गई थी और बच्चे पढ़ने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे थे।


ए एन-32 में सवार सभी 13 लोगों की मौत

एएन-32 क्रैश में सभी 13 लोगों की मौत, वायुसेना ने परिवार को दी खबर


असम के जोरहाट एयरबेस से उड़ान भरने के बाद क्रैश हुए भारतीय वायुसेना के एएन-32 एयरक्राफ्ट में सवार सभी 13 लोगों की मौत हो गई है। भारतीय वायुसेना ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। वायुसेना के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर बताया गया कि गुरुवार को सर्च टीम मलबे के पास पहुंची। वहां 13 लोगों के शवों को कोई सुराग नहीं मिले हैं। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि इस क्रैश में ही सभी 13 लोगों की मौत हो गई। वायुसेना ने सभी 13 लोगों के परिवार को भी इसकी जानकारी दे दी है।


बता दें कि 3 जून को भारतीय वायुसेना का एएन-32 एयरक्राफ्ट असम के जोरहाट से उड़ान भरने के 35 मिनट बाद लापता हो गया था। इस एयरक्राफ्ट में 13 लोग सवार थे, जिसमें 8 क्रू मेंबर थे। यह अरुणाचल प्रदेश के मेचुका में एडवांस लैंडिंग ग्राउंड तक जा रहा था। मेचुका अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले का एक छोटा सा शहर है।


अरुणाचल प्रदेश सरकार की ओर से उस इलाके का मैप जारी किया गया है, जहां एएन-32 विमान का मलबा मिला है। मलबा 12 हजार फीट नीचे पड़ा है। राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए मैप में एएन-32 विमान के क्रैश साइट को साफ देखा जा सकता है। भारतीय वायुसेना की ओर से बताया गया कि लापता विमान के बाकी मलबे को तलाशने के लिए बुधवार को भी सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। एएन-32 के मलबे को खोजने के लिए MI17S और एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर को लगाया गया है।


एएन-32 के बाकी मलबे को खोजने के लिए वायुसेना ने बुधवार सुबह ही अपने गरुड़ कमांडो और वायुसेना के सैनिकों को मलबे वाली जगह पर उतारकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। अंग्रेजी अखबार 'इंडियन एक्सप्रेस' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वायुसेना के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार शाम मलबा दिखाई देने के बाद ही सेना ने मलबे वाले स्थान पर चीता और एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर को उतारने की कोशिश की थी, लेकिन घने पहाडी जंगल होने के चलते हेलिकॉप्टर को वहां नहीं उतारा जा सका।


 


77ट्रेनें रद्द, 33 अन्य आंशिक रूप से बंद

तूफान 'वायु' का असर रेलवे पर भी, 77 ट्रेनें रद्द तो 33 अन्य आंशिक रूप से रोकी गईं


भारतीय रेलवे ने चक्रवात 'वायु' के चलते 77 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इसके अलावा 33 अन्य ट्रेनें आंशिक रूप से रोक दी गई हैं। यह जानकारी पश्चिमी रेलवे ने दी। यद्यपि, चक्रवात वायु ने अपना रास्ता बदल लिया है और अब गुजरात तट से इसके टकराने की संभावना नहीं है, लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर ये ट्रेनें रद्द की गई हैं।


रेलवे ने कहा, ''गुजरात को लेकर चक्रवात वायु के संबंध में जारी अलर्ट पर विचार करते हुए पश्चिमी रेलवे ने चक्रवात जोखिम वाले क्षेत्रों में एहतियात के तौर पर 77 प्रमुख ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह और 33 अन्य प्रमुख ट्रेनों का परिचालन आंशिक रूप से रोकने का फैसला किया है।''


इसने कहा, ''इसके अतिरिक्त, पश्चिमी रेलवे अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले वेरावल, ओखा, पोरबंदर, भावनगर, भुज और गांधीधाम में चक्रवात जोखिम वाले क्षेत्रों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए ऐहतियातन विभिन्न सुरक्षा कदम उठा रहा है।'' वेरावल-अमरेली, अमरेली-जूनागढ़, देलवाडा-वेरावल ट्रेनों को बुधवार और बृहस्पतिवार के लिए रद्द किया गया है।


 


किर्गिस्तान में प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत

पीएम मोदी किर्गिस्तान पहुंचे, बिश्केक एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 और 14 जून को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन एससीओ समिट में हिस्सा लेने के लिए किर्गिस्तान पहुंच गए हैं। इस बैठक में वैश्विक सुरक्षा और आर्थिक सहयोग को लेकर बात होगी। साथ ही साथ ये यात्रा मध्य एशियाई देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूती प्रदान करेगा। माना जा रहा है कि इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान को छोड़कर कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय बातचीत होगी।


इसके अलावा किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव के साथ भी पीएम मोदी द्विपक्षीय बातीच करेंगे। बिश्केक रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि किर्गिज गणराज्य में होने वाले एससीओ समिट में वैश्विक सुरक्षा और आर्थिक सहयोग पर विशेष जोर रहेगा। साथ ही साथ उन्होंने ये भी कहा कि एससीओ समिट की वजह से भारत और एशियाई देशों के बीच संबंध मजबूत होगें।


साल 1996 में रूस, चीन, ताजिकिस्तान, कजाकस्तान और किर्गिस्तान जैसे देशों ने आपसी तालमेल और सहयोग के लिए एक संगठन बनाया था जिसे उस वक्त शंघाई-5 के नाम से जाना जाता था। सितंबर 2014 में भारत ने शंघाई सहयोग संगठन की सदस्यता के लिए आवेदन किया था। साल 2015 में रूस के उफा में भारत को शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य के तौर पर दर्जा मिलने का ऐलान हुआ था।


 


मनपा अधिकारी करा रहे अवैध निर्माण

वसई विरार ! महानगर पालिका के वालिव प्रभाग क्रमांक जी मे वसई मुम्बई अहमदाबाद महामार्ग क्रमांक 8 पर गोल्ड्रेन चेरियट होटल के सामने वाली गली में जोली नामक इंद्रिस्ट्रीयल कंपनी के ऊपर लगभग 20 हजार फीट में बन रहे अवैध पत्रे का सेड बनाने के लिए मनपा अधिकारियों को मोटी रकम देकर अवैध निर्माण का कार्य किया जा रहा है ।वही निर्माण कर्ता वैभव भोईर का कहना है कि हम मनपा के अधिकारीयो को तीन सौ रुपये एस्क्वॉयर फिट के हिसाब से आर्थिक नजराना दिया है तो हमारे द्वारा किये जा रहे निर्माण पर मनपा अधिकारी कार्यवाही कैसे करेंगे ? जब मनपा के अधिकारी ही तीन सौ रुपये प्रति फूट पैसा लेते है तो तोड़क कार्यवाई कौन करेगा वहीं वैभव भोईर का कहना भी सही है कि मनपा के अधिकारी अगर पैसा नही लिए होते तो हो रहे अवैध पत्रे के सेट पर मनपा के अधिकारी तोड़क करवाई जरूर करते, जब तोड़क करवाई नही कर रहे है इससे साबीत होता है कि मनपा के आयुक्त बलिराम पवार , अतरिक्त आयुक्त रमेश मनाले, उपायुक्त किशोर गवस ने लाखों रुपये नजराना लेकर हो रहे अवैध पत्रे सेट को संरक्षण देकर रखा है ।वही विश्वश्त सूत्रों की माने तो अगर इन मनपा के अधिकारियों को निर्माण कर्त्ता आर्थिक नजराना नही देता है तो हो रहे अवैध बांध काम पर तोड़क करवाई कर दिया जाता है


परिसीमन में नहीं बढ़ेगी वार्ड की संख्या

 परिसीमन में नही बढ़ेगी वार्डो की संख्या.. ज्यादा जनसंख्या वाले वार्ड को पड़ोसी वार्डो से किया जाएगा मर्ज


कोरबा, कटघोरा ! नगर पंचायत से नगर पालिका में अपग्रेड होने के बाद माना जा रहा था कि कटघोरा निकाय के भीतर नए परिसीमन में वार्डो की संख्या बढ़ सकती है लेकिन ऐसा होना संभव नजर नही आ रहा है ! शासन से मिले नए निर्देशो के जनसँख्या के विभाजन को तरजीह दी जाएगी न कि नए वार्ड बनाये जाएंगे! सीएमओ नपा श्री पीसी कश्यप ने इस बात की जानकारी दी है ! इस संबंध में उनकी तरफ से प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है! एक-दो दिन के भीतर शासन को यह प्रेषित कर दिया जाएगा!


पिछली सरकार में मिला था नपा का दर्जा.


उन्होंने बताया कि इस बात की पूरी संभावना थी कि नपा के मुताबिक वार्डो की बढ़ोत्तरी होगी! ऐसा इएलिये भी की 15 वार्डो से अधिक होने पर ही नगर पंचायत को नगरपालिका का दर्जा मिल पाता है! शहर की जनसंख्या और भौगोलिक विस्तार को देखते हुए पूर्ववर्ती डॉ रमन सिंह की सरकार ने कटघोरा को करीब 15 सालो बाद फिर से नगर पालिका का दर्जा दिया था! इसके बाद नए परिसीमन में वार्डो के बढ़ने की पूरी संभावना थी ! लेकिन शासन के नए निर्णय में वार्डो का विभाजन नही किया जाएगा!


वार्ड नही जनसंख्या का होगा विभाजन.


श्री कश्यप ने बताया कि उन्होंने वार्डो के सर्वे के बाद पाया कि वार्ड क्रमांक 8 की जनसंख्या दूसरे अन्य 14 वार्डो के मुक़ाबले दोगुनी है ! 2011 की जनगणना के आधार पर नया परिसीमन होना है! लिहाजा यहां की जनसंख्या 28 सौ के करीब थी! बात करे नगर पालिका निकाय में वार्डो कई जनसंख्या की तो यह 12 सौ से अधिकतम 1275 हो सकती है! वही 2011 के ही मुताबिक कटघोरा की जनसंख्या करीब 22 हजार थी जो अब 25 हजार से अधिक हो चुकी है ! यह बढ़ोत्तरी वार्ड क्रमांक 8 में सबसे ज्यादा दर्ज की गई थी!


नए सिरे से तैयार होगा वोटर लिस्ट


निकाय चुनावों के लिए नए सिरे से वोटर लिस्ट बनेगी! इसका काम अगस्त-सिंतबर में होगा! उसके बाद वार्ड और निकायों का आरक्षण रोस्टर घोषित होगा ! फिर अक्टूबर में चुनाव कार्यक्रम जारी होगा ! साल 14-15 में चुनाव दो चरणों में हुए थे! सभी चुनाव 5 जनवरी 2020 से पहले कराए जाने हैं!दरअसल आने वाले दिसंबर-जनवरी में प्रदेश भर के नगरीय निकायों के लिए चुनाव होने है! निगम में महापौर व पालिका और नगरपंचायतो में अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा! प्रदेश में कुल 169 नगरीय निकाय है! इनमे 113 नगरपंचायत, 44 नगरपालिका परिषद और 12 नगरनिगम मौजूद है! शासन के मुताबिक सभी निकायों को निर्देशित कर दिया गया था कि 10 से 24 जून के भीतर वार्ड परिसीमन से जुड़े प्रस्ताव तैयार कर लिए जाए!


गौरतलब है कि नगर पंचायत कटघोरा को 20 साल बाद पुन: नगर पालिका बनाया गया था ! पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 2014 स्वतंत्रता दिवस पर इसकी घोषणा की थी! आबादी कम होने के कारण 1994 में नगर पालिका से नगर पंचायत बना दिया गया था! इसके बाद से लगातार नगर पालिका बनाने की मांग की जा रही थी! 20 हजार से अधिक आबादी होने पर पुन: नगर पालिका का दर्जा कटघोरा को हासिल हुआ था!


आपको बता दे कि जिले का सबसे पुराना तहसील होने के साथ कटघोरा सबसे पुराना नगरीय निकाय भी है!अविभाजित मध्यप्रदेश सरकार ने वर्ष 1982 में कटघोरा को ग्राम पंचायत से नगर पालिका का दर्जा दिया था! नगर पालिका के लिए 20 हजार से अधिक आबादी जरूरी है. इसी वजह से 1994 में कटघोरा को नगर पंचायत बना दिया गया! वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार नगर पंचायत की आबादी 22784 हो चुकी थी और तब से जनप्रतिनिधि नगर पालिका का दर्जा देने की मांग कर रहे थे! फिलहाल जिले में पांच नगरीय निकाय है जिनमे एक नगरनिगम, दो नगरपालिका और दो नगर पंचायत शामिल है!


हमने सर्वे के बाद प्रस्ताव तैयार कर लिया है! संभवतः वार्ड आठ की जनसंख्या को मर्ज किया जा सकता है !हालांकि नए वार्डो का निर्माण नही किया जाएगा! प्रस्ताव एक-दो दिन में डीआरओ कार्यालय प्रेषित कर दिया जाएगा!


सत्या साहू


विश्व बाल श्रम निषेध दिवस मनाया गया

स्वयंसेवी संगठनों द्वारा विश्व बालश्रम निषेध  दिवस मनाया गया


बाल मजदूरी देश के समाज के लिए एक अभिशाप बन गया है क्योंकि इससें बच्चों का  भविष्य खराब होता है। बाल श्रम एक बहुत बड़ा कारण है जिसके कारण आज विश्व में कई देश विकसित नहीं हो पा रहे हैं।
एक बच्चे को 1000-1500 रुपए देकर बाल मजदूरी करवाने के कारण कई प्रकार के हानि होते हैं। इससे यह परिणाम निकलता है कि सबसे पहले तो वह बच्चा अशिक्षित रह जाता है, देश का आने वाला कल और अंधकार की और जायेगा, साथ ही बेरोजगारीऔर गरीबी और बढ़ेगा। अगर देश का आने वाला कल इतना बुरा होगा तो इसमें हम सभी का नुकसान ही तो है। इसीलिए 'इनायत फाउंडेशन' से आजम मिर्जा फैजान अहमद मोहम्मद सईद स्वालेह मिर्ज़ा शिखा चौहान और स्वयं सेवी संघ से अंकिता पाण्डेय आयुषी शर्मा हितेश दुबे द्वारा आम नागरिको को बाल मजदूरी के विषय में जागरूक किए। गरीब माता-पिता  को भी अपने बच्चों की शिक्षा में पूरा ध्यान देना चाहिए क्योंकि आज सरकार मुफ्त शिक्षा, खाना, और कुछ स्कूलों में दवाइयों जैसी चीजों की सुविधाएँ भी प्रदान कर रही है इन सब के बारे में अवगत कराया तथा गरीब बच्चों को स्लेट पेंसिल बांटे गए जिससे उन्हें पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़े |


बुधवार, 12 जून 2019

ममता को दोष ना दे भाजपा सरकार: जदयू

बीएसएफ कराती है बांग्लादेशी घुसपैठियों को सरहद पार, ममता को दोष ना दे भाजपा: जदयू


भाजपा के सहयोगी जदयू ने कहा है कि केंद्र सरकार बांग्लादेश से होने वाली घुसपैठ के लिए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को दोष देना बंद करे और इसके लिए कदम उठाए। जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने बुधवार को कहा कि बीएसएफ की मदद से बांग्लादेशी घुसपैठिए देश के अंदर आते है। बॉर्डर पर बीएसएफ अधिकारी 5 हजार रुपए में घुसपैठियों को सरहद पार कराते हैं। इसके लिए बीएसएफ जिम्मेदार है इसलिए भाजपा बार-बार इस मुद्दे पर बनर्जी को कटघरे में खड़ा करना बंद करे।


जदयू प्रवक्ता ने कहा कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को कोसने से काम नहीं चलेगा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मामले में कदम उठाने चाहिएं। उन्होंने कहा कि उन अधिकारियों की संपत्ति की जांच होनी चाहिए जो बांग्लादेश और बर्मा के बॉर्डर पर 10 साल से ज्यादा समय से तैनात हैं। संपत्तियों की जांच होने से ही बहुत से मामले सामने आ जाएंगे। आलोक ने कहा कि घुसपैठ पर रोक जरूरी है और फिर ये अब नहीं होगा तो कब होगा।


एक दिन पहले ही जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने ममता बनर्जी पर बड़ा हमला बोला था, जिसके बाद आज घुसपैठ के मुद्दे पर उनका बचाव किया है। मंगलवार को जदयू प्रवक्‍ता अजय आलोक ने कहा था कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल को 'मिनी पाकिस्‍तान' बना रही हैं। बिहारियों को पश्चिम बंगाल से बाहर निकाला जा रहा है। बिहार से किसी दूसरे राज्‍य के लोगों को नहीं भगाया जाता है लेकिन बिहार के लोगों के साथ दूसरी जगह पर ऐसा हो रहा है।


 


तीन तलाक को मिली कैबिनेट की मंजूरी

तीन तलाक बिल को केंद्रीय कैबिनेट ने दी मंजूरी


 नई दिल्ली ! केंद्रीय कैबिनेट ने तीन तलाक बिल को मंजूरी दे दी है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में आज हुई कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इसकी जानकारी दी। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि सरकार आगामी संसद सत्र में तीन तालक विधेयक पेश करेगी।


इसके साथ ही जावड़ेकर ने कहा कि कैबिनेट ने जम्मू कश्मीर आरक्षण विधेयक, 2019 को मंजूरी दी है। जो अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे क्षेत्रों में रहने वाले जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए राहत होगी। अब वे विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में सीधी भर्ती, पदोन्नति और प्रवेश में आरक्षण का लाभ उठा सकते हैं।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान तीन तलाक विधेयक पेश किया था, लेकिन लोकसभा में मंजूरी मिलने के बावजूद यह विधेयक राज्यसभा में लंबित रह गया था। इस कारण पिछले महीने 16वीं लोकसभा का कार्यकाल खत्म होने के साथ ही यह बिल भी खत्म हो गया था।


केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी के बाद सबसे पहले 17 जून से शुरू हो रहे 17वीं लोकसभा के पहले सत्र में पेश किया जाएगा। पिछली बार राज्य सभा में सरकार के पास पर्याप्त बहुमत नहीं होने के कारण विपक्ष इस विधेयक को रोकने में सफल हो गई थी। ऐसे में इस बार इस विधेयक पर राज्य सभा के रुख पर सभी की निगाहें होंगी।


 


जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन की अवधि बढ़ी

जम्मू कश्मीर में और 6 महीने के लिए बढ़ा राष्ट्रपति शासन


 श्रीनगर ! जम्मू-कश्मीर में फिलहाल विधानसभा चुनाव होने की कोई संभावना होती नजर नहीं आ रही है। बुधवार के केंद्रीय कैबिनेट ने जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन की अवधि और 6 महीने के लिए बढ़ा दी है। राज्य में मुफ्ती सरकार गिरने के बाद राज्यपाल शासन लागू हो गया था। जिसके बाद उसे आगे बढ़ाते हुए रियासत में राष्ट्रपति लागू कर दिया था। जिसकी अवधि 3 जुलाई को समाप्त हो रही थी।आज हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में राष्ट्रपति शासन को 6 महीने के लिए और बढ़ा दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ सूबे से जुड़े अन्य मुद्दों के साथ साथ इस बावत भी विचार-विमर्श किया था। जिसक बाद बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में राष्ट्रपति शासन को अगले 6 महीने के बढ़ाने को मंजूरी दी गई।


गौरतलब है कि 1 जुलाई से पवित्र अमरनाथ यात्रा शुरू हो रही है, जो 15 अगस्त तक चलेगी। इसके के बाद केंद्रीय चुनाव आयोग सूबे में विधानसभा चुनाव कराए जाने को लेकर हालात का जायजा लेने की कवायद शुरू कर सकता है।


 


पूर्व केंद्रीय मंत्री जेएनयू मे होंगे सम्मानित

निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर जेएनयू में होंगे सम्मानित, मिलेगा ये अवॉर्ड


जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय अपने तीसरे दीक्षांत समारोह में भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर को एलुमनी अवॉर्ड से नवाजेगा। ये पहले एलुमनी हैं जिन्हें ये सम्मान मिल रहा है। जेएनयू प्रशासन ने यह निर्णय बुधवार को हुई कार्यकारी बैठक में लिया। इसके पीछे मुख्य वजह यह है कि ये दोनों ही मंत्री जेएनयू के स्टूडेंट रहे हैं। ज्ञात हो कि जेएनयू के तीसरे दीक्षांत समारोह में दोनों पूर्व छात्रों को सम्मानित किया जाएगा।


यह दीक्षांत समारोह अगस्त में आयोजित किया जाएगा। इसकी पूरी जानकारी जेएनयू प्रशासन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके दी है। जेएनयू रजिस्ट्रार डॉ। प्रमोद कुमार का कहना है कि तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जेएनयू के स्कूल ऑफ सोशल साइंस से एम।ए और एमफिल डिग्री प्रोग्राम किया है। इसके अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर जेएनयू के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज से एमफिल और शोध के छात्र रहे हैं। उन्होंने न्यूक्लियर डिप्लोमेसी पर स्पेशलाइजेशन किया है।प्रमोद कुमार का कहना है कि जेएनयू को अपने दोनों एलुमनाई पर गर्व है। निर्मला सीतारमण और एस।जयशंकर जेएनयू में पढ़ रहे अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं। यह पहले एलुमनाई होंगे, जिन्हें जेएनयू सम्मानित कर रहा है!


शहीद के शव को देख, सभी हुए निस्तब्ध

संवाददाता-विवेक चौबे


कांडी(गढ़वा) ! सुबह मृतक रविन्द्र का शव उड़ीसा से एम्बुलेंस से उसके घर अधौरा पहुंचा,जिसे देखते ही उसके परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे।पूरे गांव के लोगों की उमड़ गयी भीड़ ।मृतक की पत्नी- लीलावती देवी रोते-रोते बार-बार बेहोस हो जा रही थी।ढाई साल के एक पुत्र व लोगों को रोते देख पूरा गांव आवाक था ।पूरा माहौल गमगीन था।बिदित हो कि अधौरा गांव निवासी-गोपाल राम का 32 वर्षीय पुत्र-रविन्द्र राम की मृत्यु उड़ीसा में सोमवार को काम के दौरान हो गयी थी ।
मृतक के परिजनों ने बताया कि रविंद्र उड़ीसा राज्य के क्योंझर नामक स्थान पर मेंटो कार्लो नामक कंपनी के पेटी कांट्रेक्टर एस एस कंस्ट्रक्शन के साईट पर मजदूरी करता था ।जहाँ पर सोमवार को काम के दौरान रविन्द्र की मृत्यु हो गयी थी।उस वक्त साईट पर पुल के गाटर का निर्माण कार्य चल रहा था।उसके साथ काम कर रहे दूसरे साथी काम से छुट्टी के पश्चात शाम को जब डेरा वापस आ गए तो वहां पर रविन्द्र को नही देखा।एक दो साथी उसे खोजने निकल पड़े ।काफी खोज-बिन के बाद साईट के नजदीक जमीन पर वह पड़ा हुआ दिखा।सभी ने उसे उठा कर ईलाज के लिये नजदीक के अस्पताल लेकर गए ।जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पंचायत के मुखिया-योगेंद्र राम ने भी मृतक के घर पहुंच परिजनों को सांत्वना दिया।अंतिम संस्कार सतबहिनी झरना के मुक्तिधाम पर कर दिया गया।जिसमें काफी लोग शामिल हुए।इस तरह गरीबी व पलायन की बलि बेदी पर एक और युवक की बली चढ़ गयी।


रेलवे पुलिस ने किया ऐसे गैंग का पर्दाफाश

रेलवे पुलिस ने ऐसे गैंग का पर्दाफाश
दो रुपये के सिक्के से लूट ली धौलाधार व अवध असम एक्सप्रेस
जींद। महज दो रुपये के सिक्के से धड़धड़ाती एक्सप्रेस ट्रेनों को आसानी से रोका जा सकता है। यकीन करना थोड़ा मुश्किल होगा लेकिन ये सच है। लुटेरों ने ऐसा कर दिखाया और ट्रेन लूट की वारदात को अंजाम दिया। लुटेरों ने जींद रेलवे लाइन पर धौलाधार एक्सप्रेस और अवध असम एक्सप्रेस के यात्रियों को निशाना बनाया। रेलवे पुलिस ने ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है।
रेलवे पुलिस ने जाटू रोड पानीपत निवासी संदीप, सांपला रोहतक निवासी रमन, माता दरवाजा रोहतक निवासी रमन, बालकनाथ कालोनी रोहतक निवासी भारत को काबू किया है। जबकि गिरोह का मुख्य सरगना गांव बड़ौदी निवासी मौजी, रोहतक निवासी विक्की व उसके दो साथी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। पकड़े गए आरोपित संदीप ने खुलासा किया कि 7 मई को उसने मौजू, विक्की व तीन-चार अन्य के साथ मिलकर दिल्ली से पठानकोट जा रही धौलाधार एक्सप्रेस की स्लीपर व एसी डिब्बे में दो यात्रियों से चाकू के नोक पर नकदी व जेवरात लूटे थे। जबकि पकड़े गए आरोपित विवेक, रमन, भारत उनके साथ पहली वारदात को अंजाम देने के लिए आए थे।
वार को लुटेरे पंजाब की तरफ जा रही अवध असम एक्सप्रेस में सवार हो गए, लेकिन उनके इरादों की रेलवे पुलिस को पहले ही भनक लग गई। रेलवे पुलिस कर्मी सादे कपड़ों में ट्रेन में सवार हो गए। जब ट्रेन जींद रेलवे जंक्शन से निकलकर बरसोला रेलवे स्टेशन के निकट पहुंची तो आरोपितों ने खेतों में चेन पुङ्क्षलग कर दी और ट्रेन को रोक दिया। इसी दौरान आरोपित यात्रियों से चाकू की नोक पर लूटपाट करने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन इसी दौरान ट्रेन में सवार पुलिस कर्मी सक्रिय हो गए। जहां पर बदमाश पुलिस को देखते ही खेतों के रास्ते से फरार हो गए, लेकिन पुलिस कर्मियों ने उनका पीछा करके काबू कर लिया। जबकि आरोपित मौजी, विक्की अपने दो अन्य साथियों के साथ मौके से फरार हो गए।
पकड़े गए आरोपित संदीप ने खुलासा किया कि सात मई को गिरोह के सदस्यों ने पंजाब की तरफ जा रही धौलाधार एक्सप्रेस में यात्रियों से लूटपाट की थी। गिरोह का एक सदस्य जींद जंक्शन व बरसोला रेलवे स्टेशन के बीच में सुनसान जगह पर स्थित सिग्नल के पास एक आरोपित चला गया। जहां पर उन्होंने ग्रीन सिग्नल को रेड करने के लिए पटरियों के बीच में सिक्का डाल दिया और ट्रेन रूकते गिरोह के सदस्य ट्रेन में सवार हो गए और यात्रियों से लूटपाट करके खेतों के रास्ते से फरार हो गए थे।
पुलिस के अनुसार बदमाशों ने ट्रेन रोकने के लिए भौतिक-विज्ञान की साधारण तकनीक का इस्तेमाल किया। पटरियों के बीच जोड़ होता है, सर्किट को बंद करने इसमें इंसुलेटिंग मैैटेरियल (रोधक पदार्थ) भरा जाता है। ये लोग इस जोड़ में एक या दो रुपये का सिक्का डाल देते थे। ऐसा होने से पटरियों को अर्थ नहीं मिलता और सिग्नल हरे के बजाय लाल हो जाता था। ऐसा होने पर धौलाधार एक्सप्रेस के ड्राइवर को खतरे का आभास हुआ और उसने ट्रेन को रोक दिया। इसके बाद बदमाशों ने चाकू के बल पर यात्रियों से की लूटपाट।
सात मई को धौलाधार एक्सप्रेस में स्लीपर में यात्रा कर रहे यात्री गांव प्रियुगल जिला चंबा हिमाचल प्रदेश निवासी रमेश कुमार से बदमाशों ने एक सोने की चेन, दो कानों के झुमके, तीन सोने की अंगूठी, 4350 रुपये की नकदी, करीब 25 हजार रुपये के ब्यूटी प्रोडेक्ट, बच्चों के कपड़े सहित जरूरी कागजात लूटे थे। ट्रेन के दूसरे यात्री सेक्टर 23 गाजियाबाद यूपी निवासी हर्ष कुमार दस हजार रुपये की नकदी, एक मोबाइल, खान पीने का सामान लूटा था।
रेलवे पुलिस थाना इंचार्ज सुरेश कुमार ने बताया कि पूछताछ में खुलासा किया एक आरोपित सिग्नल के पास चला गया। जब ट्रेन जींद रेलवे जंक्शन से चली तो स्टेशन पर खड़े दूसरे युवक ने फोन करके उसे सूचित कर दिया। इसके बाद आरोपित सिक्का लगाने के बाद एक बदमाश पटरी से दूर हो जाता। सिग्नल ग्रीन से लाल होने पर ट्रेन रूकते ही आरोपितों ने लूटपाट की। पुलिस फरार चल रहे दूसरे आरोपितों से पूछताछ कर रही है।


विद्युत विभाग के बड़े स्तर पर जांच

विधुत विभाग द्वारा बड़े हाते पर चलाया गया विधुत चैकिंग अभियान


 


 



मुरादाबाद! आज  विधुत विभाग की टीम द्वारा असालतपुरा बड़े अहाते पर विधुत चेकिंग अभियान चलाया गया
जिसमे बड़े अहाते पर वार्ड 59 के पार्षद हाजी आरेफीन मदनी की जगह पर शहज़ाद क़ुरैशी पुत्र श्री मोहम्मद शफीक किराये पर लेकर ई रिक्शा चार्जिंग का कारोबार चल रहा था जिसमे शहज़ाद क़ुरैशी द्वारा चोरी का केबल डालकर 10 ई रिक्शा चार्जिंग की जा रही थी
विधुत विभाग का कहना है पार्षद की जगह पर रह रहे किरायेदार के यहाँ चोरी की लाइट से ई रिक्शा चार्जिंग का कार्य किया जा रहा था
मौके पर मौजूद सीतापुरी एसडीओ ब्रजेश कुमार ने बताया की वह जगह पार्षद जी की है पर पार्षद जी ने उस जगह को शहज़ाद क़ुरैशी नामक व्यक्ति को किराए पर दे रखा है वही किराएदार अवैध तरीके से विधुत चोरी कर रहा था और आगे उन्होंने बताया चेकिंग अभियान जारी रहेगा जो लोग विधुत चोरी कर रहे है उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।


 



रेहान अंसारी 


राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर 62 विधायक उपस्थित


राजेश पायलट की पुण्य तिथि पर 62 विधायकों की मौजूदगी क्या राजस्थान में कांग्रेस की राजनीति पर असर डालेगी।


पता नहीं राहुल गांधी कांग्रेस संगठन में कब सक्रिय होंगे। इस बीच कांग्रेस को पंजाब से लेकर तेलंगाना तक में झटके लग चुके हैं। इसी क्रम में पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजेश पायलट की पुण्य तिथि पर एकत्रित हुए 62 विधायकों को लेकर राजस्थान की राजनीति एक बार फिर गर्म हो गई है। स्वर्गीय पायलट के पुत्र सचिन पायलट इस समय प्रदेश कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष होने के साथ-साथ सरकार में डिप्टी सीएम भी हैं। अपने पिता की पुण्य तिथि पर सचिन पायलट की ओर से दौसा के भडाना गांव में 11 जून को सर्वधर्म सभा आयोजित की गई थी। चूंकि इस सभा में पायलट स्वयं मौजूद रहे इसलिए 15 मंत्रियों सहित 62 विधायक उपस्थित हो गए। राजनीतिक दृष्टि से बहुजन समाज पार्टी के चार और चार निर्दलीय विधायकों की उपस्थिति को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मौजूदा समय में 200 में से 100 कांग्रेस के विधायक हैं। वहीं कांग्रेस को बसपा 6 और 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है इसलिए कांग्रेस सरकार को कोई खतरा नहीं है। लेकिन राजेश पायलट की पुण्य तिथि के अवसर पर 62 विधायकों की उपस्थिति राजस्थान में कांग्रेस की राजनीति में हलचल उत्पन्न कर सकती है। हाल ही के लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कांगे्रस को सभी 25 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। बुरी हार के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश अध्यक्ष पायलट के बीच मतभेद खुलकर सामने आए। गहलोत का कहना रहा कि हार में भी हिस्सेदारी होनी चाहिए और जब मेरे पुत्र वैभव गहलोत को जोधपुर से जीताने की जिम्मेदारी सचिन पायलट ने ली थी तो फिर वैभव की हार कैसे हो गई। इस पर मंथन होना चाहिए। हालांकि गहलोत के इस बयान पर पायलट ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन माना जा रहा है कि पुण्य तिथि पर उपस्थित 62 विधायकों की उपस्थिति ही अशोक गहलोत को जवाब है। हालांकि सचिन पायलट और उनके समर्थक पुण्य तिथि पर उपस्थित विधायकों की संख्या को राजनीति से जोडऩे से इंकार करेंगे, लेकिन मौजूदा समय में इतने विधायकों की उपस्थिति चर्चा का विषय बनेगी। वहीं अशोक गहलोत के समर्थकों का कहना है कि 62 विधायकों की उपस्थिति कोई मायने नहीं रखती है। क्योंकि पुण्य तिथि प्रदेश कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष के पिता की थी। ऐसे में अनेक विधायकों और मंत्रियों ने शिष्टाचार के नाते उपस्थिति दर्ज करवाई है। इसे शक्ति परीक्षण के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। यदि सीएम गहलोत भी परिवार का कोई कार्यक्रम आयोजित करें तो इससे ज्यादा विधायक और मंत्री उपस्थित हो सकते हैं।
एस.पी.मित्तल


 


बाबा ने किया चमत्कार पहाड़ के टुकड़े टुकड़े हो गए


मानव सेवा की खातिर चार माह से घर नहीं गए मसाणिया भैरव धाम के उपासक चम्पालाल महाराज। बाबा के चमत्कार से जब पहाड़ टुकड़े टुकड़े हो गया।


अजमेर के निकट राजगढ़ गांव में मसाणिया भैरव धाम अब मानव सेवा का प्रतीक बन गया है। प्रत्येक रविवार को स्थापित होने वाली भैरव बाबा की चौकी से आशीर्वाद लेने के लिए बीस हजार से भी ज्यादा श्रद्धालु देश भर से आते हैं। यानि एक माह में एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु भैरव धाम आकर अपने कष्टों से मुक्ति पाते हैं। यह सिलसिला पिछले बीस वर्षों से लगातार चल रहा है। इससे लोगों का भरोसा ही कहा जाएगा कि हर बार श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हो रही है। चूंकि भैरव बाबा की चौकी सप्ताह में एक बार स्थापित होती है, इसलिए लोगों को परेशानी हो रही है। राजस्थान सहित पड़ौसी राज्यों से आने वाले पीडि़त चाहते हैं कि भैरव बाबा की चौकी सप्ताह में दो या तीन बार स्थापित हो ताकि अधिक से अधिक लोगों को फायदा मिले। विज्ञान के इस युग में भले ही भूत प्रेत की बात को न माना जाए, लेकिन रविवार को ऐसे महिला-पुरुष आते हैं जो कथित भूत पे्रत के रोग से मुक्ति पाते हैं। शारीरिक विकालंगता हो या अन्य कोई रोना सभी का इलाज का भैरव बाबा के आशीर्वाद से होता है। कैंसर जैसे असाध्य रोग के मरीज भी स्वस्थ हो रहे हैं।
कोई चढ़ावा नहीं:
आमतौर पर यह माना जाता है कि ऐसे चमत्कारिक अथवा धार्मिक स्थलों पर चढ़ावा लिया जाता है। चाहे प्रसाद के नाम पर अथवा पूजा सामग्री के नाम पर शुल्क लिया जाता है, लेकिन राजगढ़ के मसाणिया भैरव धाम पर किसी भी प्रकार से चढ़ावे का प्रावधान नहीं है। जो श्रद्धालु दूर दराज से आते हैं उन्हें चाय नाश्ते की सुविधा भैरव धाम प्रबंध समिति की ओर से की जाती है। भैरव बाब की चौकी पर बैठने वाले उपासक चम्पालाल जी महाराज किसी धनाढ्य व्यक्ति से दान भी नहीं लेते हैं। महाराज का शुरू से ही खनिज खान का कारोबार रहा है। राजगढ़ के निकट ही एक खान से होने वाली आय श्रद्धालुओं पर खर्च की जाती है। कोई दो वर्ष पहले महाराज को आभास हुआ कि राजगढ़ की खान में कीमती खनिज दबा हुआ है। चूंकि यह आभास स्वयं उपासक चम्पालाल जी को हुआ इसलिए खान खोदने का निर्णय लिया गया। महाराज का यह मानना रहा कि यदि कीमती खनिज निकला तो भैरव धाम को और श्रद्धालुओं को सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी, लेकिन सौ फुट खुदाई के बाद भी खान से खनिज नहीं निकला तो महाराज के परिवार वाले भी मायूस हो गए, लेकिन महाराज अपने संकल्प पर दृढ़ थे। इसलिए अपना निजी मकान बैंक में गिरवी रखकर लोन लिया और पहाड़ को काटने के लिए मशीन खरीदी। हालांकि सौ फुट की गहराई के बाद कोई एक हजार वर्ग गज के क्षेत्र में खुदाई करना जोखिम भरा काम था, लेकिन पहाड़ की इस चुनौती को महाराज ने अपने दृढ़ संकल्प से सामना किया। इसे भैरव बाबा का चमत्कार ही कहा जाएगा कि सौ फुट खुदाई के बाद पहाड़ अपने आप टुकड़े टुकड़े होने लग गया। ऐसा लगा कि मानों कीमती खनिज बाहर निकलने के लिए उतावला हो रहा है। 250 फुट की खुदाई पर कीमती खनिज निकल आया अब जो मिनरल निकल रहा है उसमें कांच, टाइल्स, चीनी के बर्तन आदि सामग्री बनाई जा रही है। उपासक चम्पालाल जी महाराज का कहना कि कीमती खनिज का भंडार अथाह है। यह सब चमत्कार लाखों करोड़ों श्रद्धालुओं के भरोसे की वजह से ही हुआ है। भैरव बाबा की ताकत श्रद्धालुओं के विश्वास से ही आती है।
चार माह से घर नहीं गए :
उपासक चम्पालाल जी महाराज अजमेर स्थित चन्दबरदाई आवास में रहते हैं, लेकिन पिछले चार माह से महाराज राजगढ़ की खान पर लगाए गए टेंट में रह रहे हैं। इस बार जब तापमान 50 डिग्री के पार जा रहा है तब तपती धूप में महाराज खनिज श्रमिकों के साथ खड़े हैं। टेंट में पंखे तक की सुविधा नहीं है। 11 जून को मेरी मुलाकात चम्पालाल जी महाराज से खान पर ही हुई। महाराज का कहना रहा कि मेरे लिए यही तपस्या है। खान से निकले कीमती खनिज को बेचकर सबसे पहले बैंक का कर्जा चुकाउंगा। इस खनिज से जो भी आय होगी उससे भैरव धाम के विकास और आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर खर्च किया जाएगा। इसे मैं भैरव बाबा का चमत्कार ही मानता हंू कि पहाड़ अपने आप टूट कर गिर गया। पिछले एक वर्ष से चल रहे खनन कार्य में कोई अप्रिय घटना नहीं घटी। यह बात सही है कि पिछले चार माह से अपने घर नहीं गए हैं, लेकिन संकल्प पूरा हो चुका है। इसलिए जल्द ही घर जाएंगे। नसीराबाद के एसडीएम राजीव चावला भी महाराज के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। पिछले चार माह से एसडीएम चावला कई बार खान पर गए और महाराज से घर जाने का आग्रह किया।
सामाजिक सरोकार :
मसाणिया भैरव धाम प्रबंध समिति सामाजिक सरोकारों से भी जुड़ी हुई है। राजगढ़ क्षेत्र के अभाव ग्रस्त गांवों में टेंकर के जरिए पेयजल की सप्लाई की जाती है। भैरव धाम पर जरुरत मंद परिवारों के सामूहिक विवाह करवाए जाते हैं। दूल्हा-दुल्हन को सभी प्रकार का घरेलू सामान समिति की ओर से नि:शुल्क दिया जाता है। नशा मुक्ति के क्षेत्र में तो भैरव धाम पूरे देश में विख्यात हो गया है। रविवार को स्थापित होने वाली भैरव बाबा की चौकी पर बैठकर उपासक चम्पालाल जी महाराज स्वयं भले ही बाल्टी भरकर देशी विदेशी शराब का सेवन कर लें, लेकिन भैरव धाम पर आने वाले व्यक्ति को नशा न करने का संकल्प करवाया जाता है। आदतन शराबी या अन्य नशे का सेवन करने वाला व्यक्ति जब भैरव धाम पर संकल्प लेता है तो भविष्य में कभी भी नशा नहीं करता। भैरव धाम के चमत्कारिक और सामाजिक कार्यों की जानकारी मोबाइल नम्बर 9950001400 पर राहुल सेन तथा 9057407002 पर अविनाश सेन व 9414003232 पर प्रकाश रांका से ली जा सकती है।
एस.पी.मित्तल


आंधी तूफान से हुआ भारी नुकसान

आयी तेज "आंधी-तूफान" से हुआ भारी "नुकशान"


संवाददाता-विवेक चौबे


कांडी(गढ़वा) ! बुधवार को आंधी-तूफान का गजब दिखा दृश्य।चार बजे दिन में आयी तेज आंधी-तूफान के साथ वर्षा भी हुई। वर्षा के साथ ओलावृष्टि भी देखा गया।इस आंधी-तूफान व ओलावृष्टि से भारी नुकसान की खबर है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ओलावृष्टि से कई लोगों के खपड़ैल मकान को भारी नुकसान पहुंचा है।वहीं सैकड़ों पेड़ धाराशाई हो गए हैं। सोहगाड़ा गांव में सुन्डीपुर- मझिआंव मुख्य सड़क पर बड़ा पेड़ गिर जाने से रास्ता बंद हो गया है।हालांकि ग्रामीण पेड़ को हटाने का कार्य कर रहे थे। बहेरा गांव के दुर्गा मंडप का करकट उड़ गया है।अधौरा गांव के मुनेश्वर ठाकुर,सतीश गुप्ता के घर में पानी घुस गया।वहीं इसी गांव के धंन्नजय गुप्ता का सोलर प्लेट व संजय गुप्ता का वाटर टंकी भी टूट गया है।राणाडीह गांव में ग्यारह हजार का बिजली का तार टुट कर गिर गया है व कई लोगों के मिट्टी के घरों को नुकसान पहुंचा है। सेतो गांव के अफजल अंसारी का घर गिरने की खबर है। वहीं उसी गांव के बसरुदीन अंसारी व ऐनुल अंसारी के घर को भी नुकसान पहुंचा है।जबकि ग्रामपंचायत घटहुआ कला में बरन राम के घर के निकट लगाए गए सरकारी सोलर पाइप सहित टूट कर गिर गया है। खबर लिखे जाने तक कई अन्य गांवों से भी काफी नुकसान होने की खबर मिल ही रही थी।


वादकारीयो ने किया न्यायालय पर प्रदर्शन

 


  वाद कारीयो ने न्यायालय पर किया प्रदर्शन


कानपुर ! आज जनपद न्यायालय देहात माती में तहसील बिल्हौर वा घाटमपुर के प्रशासनिक क्षेत्राधिकार को कानपुर नगर से कानपुर देहात जनपद को वापस दिलाए जाने एवं न्यायिक क्षेत्राधिकार यथावत कानपुर देहात कोर्ट में बनाये रखने हेतु एकीकृत बार एसोसिएशन जनपद न्यायालय माती कानपुर देहात के आवाहन पर आहूत किए गए! धरना के दूसरे दिन न्याय भवन के प्रवेश द्वार संख्या 1 के बगल में सुबह 10:00 बजे से प्रारंभ हुआ ! प्रत्येक वाद कारी से आन्दोलन समिति के अधिवक्ताओं द्वारा प्रवेश न करने का विनम्रता पूर्वक आग्रह किया गया! यह आंदोलन जनहित में ही अधिवक्ताओं द्वारा किया जा रहा है !आंदोलन के दौरान किसी भी किस्म से न्यायालयों द्वारा विपरीत आदेश पारित नहीं किए जाएंगे का आश्वासन दिया गया !जिसे वादकारियों ने सहर्ष स्वीकार करते हुए न्याय भवन में प्रवेश नहीं किया । निगरानी समिति ने परिभ्रमण कर प्रत्येक न्यायालय कक्ष में किसी भी अधिवक्ता व वादकारियों के न होने द्वारा किसी किस्म का कोई न्यायिक कार्य किसी भी अदालत में जाकर नहीं किया गया! हाई कोर्ट के डे टुडे सुनवाई के एक मुकदमे में ए.डी.जे षष्टम की अदालत में केवल एक सरकारी गवाह का बयान दर्ज किया गया ! इसके अलावा अन्य कोई न्यायिक कार्य किसी भी किस्म से किसी भी अदालत में नहीं हुआ है ! आन्दोलन को सफल बनाने के लिए धरने में डी.एन. सचान , विश्वनाथ कटियार , सुरेन्द्र पाल शर्मा , सुधीर सिंह भदौरिया अध्यक्ष लायर्स एसोसिएशन तहसील मैथा, केशव प्रसाद चतुर्वेदी, राधेश्याम कटियार , अदीप गौतम, संजीव यादव आदि लोगों ने आर्थिक सहयोग करते हुए अपने अपने विचार भी व्यक्त जन भागीदारी बढाने और पत्राचार करने तथा जनप्रतिनिधियों से समर्थन पत्र हासिल करने पर बल दिया गया जिसके परिपेक्ष्य में एकीकृत बार एसोसिएशन अध्यक्ष रणधीर सिंह सिसोदिया ने मा. मुख्य न्यामूर्ति उच्च न्यायालय इलाहाबाद उ.प्र. को सम्बोधित ज्ञापन श्रीमान जनपद न्यायाधीश महोदय को दिया । इसी दौरान धरना स्थल पर ही अध्यक्ष सिसोदिया द्वारा विधान सभा क्षेत्र रसूलाबाद की विधायिका श्रीमती निर्मला संखवार द्वारा महामंत्री पाण्डेय व हरीशंकर चतुर्वेदी द्वारा लाकर दिये गये समर्थन पत्र तथा विधान सभा क्षेत्र सिकंदरा के विधायक श्री अजीत पाल जी द्वारा श्री विश्वनाथ कटियार, आशीष शुक्ल द्वारा लाकर दिये गये समर्थन पत्र की जानकारी दी गयी । कार्यक्रम संचालन प्रदीप पाण्डेय व शशि भूषण सिंह चौहान द्वारा करते हुए लगभग सायं लगभग पौने चार बजे संजय सिंह सिसोदिया द्वारा बताया गया कि उ.प्र. बार काऊँसिल की चेयरमैन कु.दरवेश की आगरा सिविल कोर्ट परिसर म़े स्वागत समारोह में गोली मारकर हत्या किये जाने की सूचना सोशल मीडिया में प्रसारित होना सूचित किया गया । जिसकी पुष्टि एसोसिएशन अध्यक्ष रणधीर सिंह सिसोदिया ने बार काऊँसिल के सहविजेता अध्यक्ष बनारस निवासी श्री हरीशंकर सिंह और लखनऊ निवासी बार काऊँसिल उपाध्यक्ष प्रशांत सिंह अटल से मोबाइल पर करके धरना धरना में तत् समय उपस्थित सभी अधिवक्ताओं ने शोक सभा करके आत्मा की शान्ति हेतु दो मिनट मौन प्रार्थना करके धरना समाप्त किया । रणधीर सिंह सिसोदिया एडवोकेट अध्यक्ष एकीकृत बार एसोसिएशन जनपद न्यायालय माती कानपुर देहात ।


 आशीष 


रक्तदान की विनम्र अपील

रक्तदान के लिए विनम्र अपील
अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से शुक्रवार, 14 जून, 2019 को विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ और पंजाब के विभिन्न जगह स्वैच्छिक रक्तदान कैंपों का आयोजन कर रहा है। यह आयोजन 14 जून से अगले कई दिनों तक जारी रहेगा।
आप इन दिनों इन राज्यों में कहीं भी हों। स्वैच्छिक रक्तदान करके आप किसी अनजान की जान बचा सकते हैं और पुण्य के भागी बन सकते हैं।
रक्तदान महादान- रक्तदान करने से शरीर में कोई कमजोरी नहीं आती। आप भी करके देखिए अच्छा लगता है।


पवन कुमार
अमर उजाला
भिवानी
हरियाणा


काउंसलिंग अध्यक्षा की गोली मारकर हत्या

काउंसलिंग अध्यक्षा की गोली मारकर हत्या


आगरा ! उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की अध्यक्ष कुमारी दरवेश की दीवानी परिसर में गोली मारकर हत्या। अध्यक्ष बनने पर स्वागत समारोह के बाद वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद कुमार मिश्रा के चैम्बर में बैठी थी। वही पर पूर्व सहयोगी अधिवक्ता मनीष शर्मा ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से यूपी बार काउंसिल की अध्यक्ष को तीन गोली मारी। इसके बाद खुद को भी मनीष ने दो गोली मारी। उसे सिकंदरा हाइवे स्थित रेनबो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दरवेश को पुष्पांजलि अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। एडीजी अजय आनंद समेत अन्य अधिकारी और वरिष्ठ अधिवक्ता मौके पर पहुंचे। हत्या के कारणों का पता नही लग सका है।


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...