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रविवार, 28 फ़रवरी 2021

तारीखों के एलान के साथ बीजेपी को बड़ा झटका

चुनाव से पहले बीजेपी को झटका,गठबंधन से अलग हुआ बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट
दिसपुर। असम में विधानसभा चुनाव 2021 की तारीखों के एलान के साथ ही राज्य में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। असम की प्रमुख क्षेत्रिय पार्टी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट(बीपीएफ) ने एलान किया है। कि वो आगामी चुनावों में भाजपा के साथ नहीं जायेगी।बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने शनिवार को एनडीए का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। पार्टी के अध्यक्ष हग्रामा मोहिलरी ने कहा है। हम बीजेपी के साथ दोस्ती और गठबंधन नहीं निभा सकते हैं।
आपको बता दें कि चुनाव आयोग द्वारा पश्चिम बंगाल,असम  समेत पांच राज्यों में तारीखों की घोषणा के ठीक एक दिन बाद असम में बीजेपी की सहयोगी पार्टी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट गठबंधन से अलग हो गया है। बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने शनिवार को एनडीए का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। पार्टी के अध्यक्ष हग्रामा मोहिलरी ने कहा है। हम बीजेपी के साथ दोस्ती और गठबंधन नहीं निभा सकते हैं। 
वहीँ बीपीएफ के अध्यक्ष हागरामा मोलिहारी ने ट्वीट कर कहा कि शांति एकता और विकास को लेकर काम करने के लिए बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने असम में होने वाले विधानसभा चुनाव में महाजाथ के साथ हाथ मिलाने का फैसला किया है। अब हम बीजेपी के साथ दोस्ती या गठबंधन नहीं करेंगे। बता दें कि पिछले बार 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में बीपीएफ ने 12 सीटों पर जीत हासिल की थी। पार्टी ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था और चुनाव में उसे 3.9 फीसदी वोट मिले थे।
हालांकि बीपीएफ के अध्यक्ष हागरामा मोलिहारी के ट्वीट से पहले राज्य में भाजपा की अगुवाई वाली नॉर्थ इस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस के संयोजक हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा था। कि आगामी विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के साथ गठबंधन रखने का कोई इरादा नहीं रखती है। बीजेपी ने घोषणा की थी। कि सत्तारूढ़ पार्टी ने पूर्व बोडो छात्र नेता और बोडोलैंड क्षेत्रिय परिषद के बीटीसी के मुख्य कार्यकारी सदस्य प्रमोद बोडो की अगुवाई में बनी नयी पार्टी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल के साथ गठबंधन कर लिया है।

चुनावी रण में उतरीं प्रियंका, असम में कई कार्यक्रम

दिसपुर। कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी असम में होने वाले चुनावी रण के मद्देनजर 1 व 2 मार्च असम में रहेंगी और कई कार्यक्रमों को संबोधित करेंगी। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा 1 व 2 मार्च को असम का दौरा करेंगी। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर वे असम में जनता को सम्बोधित करेंगी। 1 मार्च को वे सुबह 8.30 बजे गुवाहटी के कामाख्या मंदिर में पहुंचेंगी, जहां कांग्रेसियों द्वारा उनका स्वागत किया जायेगा। पूर्वाह्न 11 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। इसके बाद वे उत्तर लखीमपुर जिले के सोनारी  पंचायत में जायेंगीगांव

शनिवार, 6 फ़रवरी 2021

मैनेजमेंट के लिये अटल सहित 11 नेता रवाना

दिसपुर। असम के पर्यवेक्षक एवँ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निदेशानुसार छत्तीसगढ़ के 12 कांग्रेस नेताओं को असम विधानसभा चुनाव में बूथ मैनेजमेंट,एवँ जोन ,सेक्टर के प्रशिक्षण के लिए ,आज सुबह रायपुर विमानतल से दिल्ली से गुवाहाटी के लिए रवाना हुए,जिसमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव भी शामिल है। बताते चले कि अटल श्रीवास्तव को संघठन में कार्य करने का अच्छा खासा अनुभव रहा है। अभी हाल ही में बिलासपुर नगर निगम में कांग्रेस के निर्विरोध महापौर बनाये जाने में एवँ बिलासपुर, मुंगेली जिला पंचायत में कांग्रेस समर्पित अध्यक्ष बनाये जाने में उनकी विशेष भूमिका रही। कांग्रेस के विपक्ष में रहते हुए भी उन्होंने प्रदेश के महामंत्री का दायित्व संभालते हुए,पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी एवँ तत्कलीन प्रदेश अध्यक्ष एवँ वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अनेक बढ़ी सभाओ एवँ कार्यक्रम का सफल संचालन किया था। इन्ही सब अनुभवों को देखते हुए अटल श्रीवास्तव को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए बूथ मैनेजमेंट टीम का सदस्य बना के असम भेजा गया है। 12 सदस्यीय टीम में प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा,संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी,पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी सहित अन्य नेता भी शामिल है।

रविवार, 24 जनवरी 2021

बोडो समझौते उग्रवाद के अंत का प्रारंभ: गृहमंत्री

असम में बोले अमित शाह- बोडो समझौते उग्रवाद के अंत की शुरुआत
कोकराझार। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि एक साल पहले किये गए बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन (बीटीआर) समझौते ने पूर्वोत्तर में उग्रवाद को समाप्त करने की प्रक्रिया की शुरुआत की है। शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने अतीत में विभिन्न उग्रवादी संगठनों के साथ कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए लेकिन वह किये गए वादों को निभाने में विफल रही।
शाह ने कहा मैं यहां यह बताने के लिए आया हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा बीटीआर समझौते के सभी प्रावधानों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जो क्षेत्र में शांति और विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा। यह क्षेत्र में उग्रवाद के अंत की शुरुआत का प्रतीक है।उन्होंने बीटीआर समझौता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन के दौरान कहा कि भाजपा सरकार में असम के सभी समुदायों के राजनीतिक अधिकार, संस्कृति और भाषा सुरक्षित है।
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री शनिवार को असम में थे। और उन्होंने एक लाख से अधिक स्थानीय मूल के लोगों को भूमि पट्टे वितरित किए। राज्य सरकार ने पहले ही बोडो को असम की सहायक भाषा बना दिया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा राज्य के सभी समुदायों की समृद्ध संस्कृति, भाषा और विरासत की रक्षा, संरक्षण और संवर्धन के लिए कई उपाय किए गए हैं।
शाह ने कहा कि केवल भाजपा ही नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में असम को भ्रष्टाचार, उग्रवाद और प्रदूषण मुक्त बना सकती है। बोडोलैंड प्रांतीय क्षेत्र जिले (बीटीएडी) में शांति के लिए तैयार किये गए बीटीआर समझौते पर पिछले साल 27 जनवरी को केंद्र सरकार, असम सरकार, नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ़ बोडोलैंड के सभी चार गुटों और तत्कालीन बोडोलैंड प्रांतीय परिषद प्रमुख हगराम मोहिलरी द्वारा हस्ताक्षर किये गए थे।

सोमवार, 28 दिसंबर 2020

असम में होगें मदद से चलने वाले मदरसे बंद

दिसपुर। असम सरकार ने एक अप्रैल 2021 से राज्य में सभी सरकारी मदरसों को बंद करने और उन्हें स्कूलों में बदलने संबंधी एक विधेयक सोमवार को विधानसभा में पेश किया। राज्य में विपक्ष की आपत्ति के बावजूद शिक्षा मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने विधानसभा के तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र के पहले दिन असम निरसन विधेयक, 2020 को पेश किया। विधेयक में दो मौजूदा कानूनों असम मदरसा शिक्षा (प्रांतीयकरण) कानून, 1995 और असम मदरसा शिक्षा (कर्मचारियों की सेवा का प्रांतीयकरण और मदरसा शिक्षण संस्थानों का पुनर्गठन) कानून, 2018 को निरस्त करने का प्रस्ताव दिया गया है। शर्मा ने कहा, ‘विधेयक निजी मदरसे पर नियंत्रण और उनको बंद करने के लिए नहीं है। उन्होंने कहा कि विधेयक के ‘लक्ष्यों और उद्देश्यों के बयान’ में ‘निजी’ शब्द गलती से शामिल हो गया। उन्होंने कहा कि सभी मदरसे उच्च प्राथमिक, उच्च और माध्यमिक स्कूलों में बदले जाएंगे और शिक्षक तथा गैर शिक्षण कर्मचारियों के वेतन, भत्ते और सेवा शर्तों में कोई बदलाव नहीं होगा। मंत्री ने पूर्व में कहा था कि असम में सरकार संचालित 610 मदरसे हैं।

रविवार, 27 दिसंबर 2020

गृह मंत्री ने कामाख्या मंदिर में की पूजा-अर्चना

अमित शाह ने असम के कामाख्या मंदिर में की पूजा-अर्चना
गुवाहाटी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्वोत्तर की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन रविवार को यहां नीलाचल पहाड़ी पर स्थित शक्तिपीठ कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद वह मणिपुर के लिए रवाना होंगे, जहां वह कुछ परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
शाह मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा के साथ सुबह 10 बजे मंदिर पहुंचे। गृह मंत्री ने मंदिर के गर्भगृह में केवल तीन पुजारियों के साथ प्रवेश किया, जबकि सोनोवाल और सरमा ने द्वार के पास प्रतीक्षा की। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शाह ने मंदिर की ‘परिक्रमा’ भी की।
शुक्रवार की रात यहां पहुंचे शाह ने शनिवार को एक आधिकारिक कार्यक्रम में चार विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया। उन्होंने निष्कासित कांग्रेस विधायकों अजंता नियोग और राजदीप गोआला से मुलाकात की, जिसके बाद दोनों ने पुष्टि की कि वे भाजपा में शामिल होंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री ने आगामी असम विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव रणनीति पर चर्चा करने के वास्ते राज्य भाजपा की कोर समिति के सदस्यों के साथ देर रात बैठक की। शाह मणिपुर में सात प्रमुख परियोजनाओं की आधारशिला रखने वाले हैं। जिनमें एक मेडिकल कॉलेज भी शामिल है।

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...