मंगलवार, 2 मई 2023

प्राथमिक सुरक्षा की जानकारी अवश्य होनी चाहिए 

प्राथमिक सुरक्षा की जानकारी अवश्य होनी चाहिए 


सरसौल की घटना को लेकर आत्माराम चाइल्ड केयर अस्पताल में हुई बेसिक लाइफ सपोर्ट एंड एडवांस कार्डिक ट्रेनिंग 

नीरज जैन 

कानपुर। मानव जीवन हमारे लिए अमूल्य व अनमोल अवश्य है, लेकिन जोखिमों से भरा है। हमें हर रोज़ आफिस,कालेज समय से पहुंचने व व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा की भागदौड़ की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। दैनिक जीवन की इसी भागदौड़ और आपाधापी में ज़रा-सी चूक किसी दुर्घटना का सबब बन सकती है। अभी हाल ही में कानपुर नगर के नर्वल तहसील स्थित तालाब में बच्चों की डूब कर हुई दुःखद मौत के बाद इस चर्चा को जन्म मिला है कि अमूल्य जीवन को बचाने सम्बन्धी प्राथमिक सुरक्षा की जानकारी हर व्यक्ति को अनिवार्य रूप से होनी चाहिए।

यदि मौके पर मौजूद बचाव करने वाले लोग सीचसी ले जाने से पहले उन बच्चों को प्राथमिक जीवन सुरक्षा दे सकने में समर्थ होते, तो इनमें कुछ के जीवन बचाए जा सकते थे। इसी आकस्मिक ट्रेनिंग को आवश्यक समझते हुए आत्माराम चाइल्ड केयर अस्पताल व मीशिका सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के डॉ. सुरेंद्र पटेल, डॉ. अभिषेक श्रीवास्तव, डॉ. विनय बाजपेई, डॉ. अर्पिता बाजपेई डॉ. शिव कुमार के संयुक्त प्रयास से बेसिक लाइफ सपोर्ट एंड एडवांस कार्डिक लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग में आकस्मिक दुर्घटना में किसी व्यक्ति के अमूल्य जीवन को बचाने के कारगर उपाय बताए गए।

डॉ. सुरेंद्र पटेल व डॉ. विनय बाजपेई ने बताया कि आकस्मिक दुर्घटना में घायल हुए अन रिस्पॉन्सिव मरीज को फर्स्ट रिस्पांडर द्वारा सर्व प्रथम उसके दोनों कंधों को थपथपा कर रिस्पांस देखना चाहिए। इसके बाद मरीज की कीरोटेड पल्स जो की गर्दन में होती है और साथ ही छाती पर आंख लगा कर रिस्पेटरी रिस्पांस चेक करेगें। इन सब क्रियाओं मात्र 10 सेकेंड में करना है। इसके बाद सीपीआर देना प्रारम्भ करेंगे। चेस्ट कंप्रेशन तीस बार दिया जाता है। चेस्ट का डिप पांच से छै सेंटीमीटर छाती में होना चाहिए। इसी क्रम में कानपुर नगर की प्रसिद्ध गायनी डा अर्पिता ने गर्भवती महिलाओं को सीपीआर देने के बारे में बताया।

उन्होंने कहा जीवन अनमोल है फिर भी जानकारी के आभाव में आम जन गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी के समय मोल भाव के चक्कर में किसी दाई या अन्य अस्पतालों के चक्कर में पड़ कर जच्चा या बच्चा को खो देते हैं। उन्होंने आम जन को सलाह देते हुए कहा कि पोस्ट पार्टम हेमब्रेज डिलीवरी के समय जच्चा की मृत्यु का बड़ा कारण हो सकता है जिसमे अधिक रक्त स्राव को रोक पाना बड़ी चुनौती होती है। इस लिए गर्भवती महिलाओं को सदैव एसे अस्पताल में दिखाएं जहां अनुभवी गायनोलाजिस्ट चाइल्ड स्पेशलिस्ट के साथ आईसीयू और एनआईसीयू की सेवाएं उपलब्ध हों। डॉ. एस. के. मिश्रा ने बच्चों को सीपीआर देने के तरीकों की जानकारी दी।

मुस्लिम हित की बात नहीं चुनावी मुद्दा: चौधरी 

मुस्लिम हित की बात नहीं चुनावी मुद्दा: चौधरी 

अश्वनी उपाध्याय 

गाजियाबाद। नगर पालिका लोनी की कुल आबादी का एक तिहाई हिस्सा मुस्लिम समुदाय से हैं। वोटरों के लिहाज से भी कुल वोटों का एक तिहाई भाग भी मुस्लिम है। लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि अध्यक्ष पद के तीन प्रबल दावेदारों में किसी भी प्रत्याशी का चुनावी मुद्दा मुस्लिम समाज की समस्याओं से संबंधित नहीं है। 

आपको बता दें कि चौधरी आबिद अली पूर्व चेयरमैन प्रत्याशी एवं प्रदेश अध्यक्ष अखिल भारतीय मजदूर कल्याण संघ की अध्यक्षता में अशोक विहार स्थित स्थानीय कार्यालय पर संस्था की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उन्होंने बताया कि नगर में मुस्लिम समुदाय से जुड़ी प्रमुख समस्याओं पर बात करें तो मुस्लिम समुदाय उसी प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करेगा जो खुले मन से और खुले मंच से मुस्लिम हित से जुड़ी समस्याओं को अपने संकल्प पत्र में शामिल करें और उन्हें पूरा करने की घोषणा करें। उन्होंने आगे बताया सबसे पहले दोनों वर्गों के बीच तनाव का कारण मीट का अघोषित अवैध व्यापार है। जिसके चलते नगर में संप्रदायिक तनाव बना रहता है। इस समस्या के समाधान के लिए बंद कैमेले को चालू कराएं। मीट के व्यापारियों को नगर पालिका से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रदान किया जाए। नगर पालिका में संविदा कर्मियों से जुड़ी समस्याओं का स्थाई समाधान किया जाए।

नगर में एक भी स्पोर्ट स्टेडियम नहीं है, एक स्टेडियम बनवाया जाए। नगर में कई स्थानों पर एलएमसी जमीन खाली पड़ी हुई है, वहां पर श्मशान घाट व कब्रिस्तानों का निर्माण कराया जाए। क्योंकि क्षेत्र की कई कॉलोनियों में अंतिम संस्कार स्थल का अभाव है। गरीब मुस्लिम आबादी की सुविधा के लिए मुस्लिम बाहुल्य कॉलोनी में सामुदायिक भवन या बारात घर बनवाने का संकल्प लिया जाए। मुस्लिम समुदाय की सभी समस्याओं का निराकरण करने की घोषणा करने वाले प्रत्याशी को भारी बहुमत से विजयी बनाकर नगरपालिका भेजने का काम किया जाएगा। 

इसमें भारतीय जनता पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल प्रत्याशियों से किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा। जो भी प्रत्याशी मुस्लिम समुदाय की इन समस्याओं के समाधान के लिए संकल्पित होगा और स्पष्ट रूप से समाज के सामने आकर समस्याओं के समाधान का संकल्प लेगा। अखिल भारतीय मजदूर कल्याण संघ के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उस प्रत्याशी को समर्थन करेंगे।

नफरती भाषण के दायरे में 'भाजपा' की टिप्पणियां 

नफरती भाषण के दायरे में 'भाजपा' की टिप्पणियां 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान ऐसी टिप्णियां की हैं, जो नफरती भाषण (हेट स्पीच) के दायरे में आती हैं। पार्टी ने निर्वाचन आयोग से आग्रह किया है कि भाजपा के इन तीनों प्रमुख नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए। कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपनी इस मांग के संदर्भ में आयोग के समक्ष प्रतिवेदन दिया।

इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा, सलमान खुर्शीद और कुछ अन्य नेता शामिल थे। तन्खा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘संवैधानिक पदों पर बैठे लोग ऐसी बातें बोलते हैं, जिससे ध्रुवीकरण और समाज तथा देश में विभाजन होता है। गृह मंत्री कहते हैं कि अगर कांग्रेस सत्ता में आ जाएगी, तो दंगा हो जाएगा। कांग्रेस ने लंबे समय तक देश में शासन किया। क्या कांग्रेस की सरकारों में हमेशा दंगे होते थे? दंगे कौन कराता है, सबको पता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने आयोग से कहा है कि गृह मंत्री, भाजपा अध्यक्ष नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जो बयान दिए हैं, वो ‘हेट स्पीच’ की परिभाषा के दायरे में आते हैं। 

इस पर चुनाव आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए।’’ कांग्रेस ने कुछ दिनों पहले भी निर्वाचन आयोग से आग्रह किया था कि शाह और योगी को चुनाव प्रचार करने से रोका जाए। खुर्शीद ने कहा, ‘‘हमारी पहले की शिकायत पर स्पष्ट कार्रवाई नहीं हुई है। हमने अब कहा है कि अगर संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के बयान पर कर्रवाई नहीं होगी, तो दूसरे लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा।’’ 

भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पछाड़ा, शीर्ष स्थान हासिल 

भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पछाड़ा, शीर्ष स्थान हासिल 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/सिडनी। भारत ने टेस्ट रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया को पछाड़ कर शीर्ष स्थान हासिल कर लिया है। ऑस्ट्रेलिया पिछले 15 महीने से नंबर एक पर था। भारत के फिलहाल 121 रेटिंग अंक हैं, वहीं ऑस्ट्रेलिया 121 से 116 अंकों पर आ चुका है। ऐसा रैंकिंग में अपडेशन के कारण हुआ है, जिसमें घरेलू सीरीज जीत को कम और विदेशी सीरीज जीत को अधिक अंक दिए गए हैं। मई 2022 से भारत ने सात टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें से उन्हें चार में जीत, दो में हार का सामना करना पड़ा है, जबकि एक मैच ड्रॉ हुआ है। इस अपडेट का इंग्लैंड को भी फायदा हुआ है, क्योंकि इस अपडेट में मई 2020 से मई 2022 के मैचों के रैंकिंग अंकों को आधा कर दिया गया है।

ऐसे में 2021-22 के एशेज में 4-0 की मिली हार का अधिक नुकसान इंग्लिश टीम को नहीं हुआ है, वहीं ब्रेंडन मैकुलम और बेन स्टोक्स के आने के बाद तो इस टीम ने मई 2022 से 12 में से 10 टेस्ट जीते हैं। इससे पहले टीम को फरवरी 2021 से मई 2022 के बीच हुए 17 टेस्ट मैचों में से सिर्फ़ एक टेस्ट में जीत मिली थी। इंग्लैंड की टीम अब 114 रेटिंग अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है। हालांकि इसके बाद रैंकिंग में कुछ अधिक बदलाव नहीं हुआ है। दक्षिण अफ्ऱीका की टीम 104 अंकों के साथ चौथे, जबकि न्यूजीलैंड की टीम 100 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सात जून से इंग्लैंड के ओवल में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में मुकाबला होना है।

'इफको' का शुद्ध मुनाफा 3,052.73 करोड़ पर पहुंचा 

'इफको' का शुद्ध मुनाफा 3,052.73 करोड़ पर पहुंचा 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। परंपरागत दानेदार और नैनो (तरल) उर्वरक बेचने वाली सहकारी कंपनी इफको का शुद्ध मुनाफा पिछले वित्त वर्ष (2022-23) के दौरान 62 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 3,052.73 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। आमदनी बढ़ने से कंपनी का मुनाफा बढ़ा है। इससे पिछले वित्त वर्ष में इफको ने 1,883.77 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का कुल राजस्व भी पिछले वर्ष के 40,171.67 करोड़ रुपये से बढ़कर 60,324 करोड़ रुपये हो गया। इफको के प्रबंध निदेशक यू एस अवस्थी ने कहा, ‘‘इफको ने वित्त वर्ष 2022-23 में 60,324 करोड़ रुपये के अबतक के उच्चतम कारोबार के साथ 3,053 करोड़ रुपये का अपना सबसे ऊंचा शुद्ध लाभ दर्ज किया है।’’

उन्होंने रिकॉर्ड मुनाफे के लिए संयंत्र के बेहतर प्रदर्शन, कुशल विपणन चैनल, सरकार से अच्छे समर्थन और बेहतर प्रबंधन को श्रेय दिया। परिचालन के मोर्चे पर, इफको ने पिछले वित्त वर्ष में 95.61 लाख टन का उच्चतम उत्पादन दर्ज किया। इसने 500 मिलीलीटर की 479.38 लाख बोतलों में नैनो उर्वरकों का उच्चतम उत्पादन भी हासिल किया। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में 128.07 लाख टन उर्वरक की बिक्री की।

नैनो उर्वरकों की रिकॉर्ड 326.53 लाख बोतलों की बिक्री हुई। इफको ने कहा, ‘‘नैनो उर्वरक पारंपरिक उर्वरकों का एक सस्ता, प्रभावी और कुशल विकल्प प्रदान करते हैं, जिसमें कम कच्चे माल की आवश्यकता होती है और आयात पर निर्भरता कम करते हुए देश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलती है।’’ जून, 2021 में भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (इफको) ने दुनिया के पहले नैनो यूरिया उर्वरक की पेशकश की थी।

अवैध गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 6 लोग गिरफ्तार 

अवैध गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 6 लोग गिरफ्तार 

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में पुलिस ने अवैध गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। मिनी गन फैक्ट्री से बड़ी संख्या में निर्मित और अर्धनिर्मित हथियार और हथियार बनाने वाले उपकरण बरामद किए गए हैं। मामले में कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है। एसएसपी संजीव सुमन ने थाना पुलिस और एसओजी को निकाय चुनाव को लेकर अलर्ट मोड पर रखा है। रिजर्व पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि एसएसपी के निर्देशों के क्रम में सोमवार शाम थाना चरथावल पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि थाना पुलिस रोहाना तिराहा पर चेकिंग के लिए निकली थी। उसी दौरान एसओजी-2 से जुड़े पुलिसकर्मी भी गाड़ियों के साथ सतर्कता बरतते हुए वहां पहुंचे।

बताया कि तभी मुखबिर से सूचना मिली कि खुसरोपुर जाने वाले रास्ते पर अवैध हथियारों की फैक्ट्री संचालित की जा रही है। इसके बाद थाना पुलिस और एसओजी ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए खुसरोपुर जाने वाले रास्ते पर जंगल के भीतर बंद पड़े भट्टे पर छापेमारी की। यहां अवैध हथियार बनाते हुए 6 बदमाशों को दबोच लिया गया। मौके से भारी मात्रा में बने और अधबने अवैध हथियार तथा उन्हें बनाने के उपकरण बरामद हुए।

पुलिस के अनुसार दबोचे गए बदमाशों में इकबाल निवासी तिताबी, भोपाल निवासी बढीवाला, सुभाष निवासी शाहपुर तथा इरफान निवासी केली थाना दौराला मेरठ और भोपाल सिंह निवासी नगला अजड़ा थाना फलावदा मेरठ, जयपाल निवासी नगला मेरठ शामिल है। पुलिस ने तमंचा फैक्ट्री से 315 बोर के 27 बने हुए तमंचे, दो मस्कट और 62 अधबने तमंचे बरामद किए हैं। मौके से चार जिंदा कारतूस और अवैध हथियार बनाने में प्रयोग होने वाले उपकरण भारी मात्रा में बरामद हुए हैं।

मां काली की आपत्तिजनक तस्वीर, माफी मांगी

मां काली की आपत्तिजनक तस्वीर, माफी मांगी 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/कीव। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय की तरफ से बीते रविवार को मां काली की एक आपत्तिजनक तस्वीर ट्वीट की गई जिस पर काफी हंगामा मचा है। भारतीयों ने इसे हिंदूफोबिक बताते हुए सोशल मीडिया पर कड़ी आपत्ति जताई। जिसके बाद जल्द ही कार्टून को डिलीट कर दिया गया। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के वरिष्ठ सलाहकार कंचन गुप्ता ने कार्टून की आलोचना करते हुए कहा कि यह पूरे विश्व में फैले हिंदुओं की भावनाओं पर हमला है। हालांकि, मंगलवार को यूक्रेन ने कार्टून को लेकर माफी मांग ली है।

यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमीन झापरोवा ने अपने एक ट्वीट में कहा है कि यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय की तरफ से मां काली को लेकर किए गए ट्वीट पर उन्हें अफसोस है। उन्होंने कहा, ‘हमे अफसोस है कि यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने हिंदू देवी काली को विकृत तरीके से चित्रित किया। यूक्रेन और उसके लोग अद्वितीय भारतीय संस्कृति का सम्मान करते हैं और हम भारत की तरफ से दी आ रही मदद की सराहना करते हैं। तस्वीर को पहले ही हटा लिया गया है. आपसी सम्मान और मित्रता की भावना में सहयोग को और बढ़ाने के लिए यूक्रेन दृढ़ संकल्पित है।’

यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में दो तस्वीरों का एक कोलाज ट्वीट किया था। पहली तस्वीर में धुएं का गुब्बार आसमान को छूता दिख रहा था। दरअसल, यह तस्वीर शनिवार की है, जब रूस ने क्रीमिया में यूक्रेन के 10 तेल टैंकरों पर ड्रोन से हमला कर दिया। हमले के बाद वहां धुएं का गुब्बार उठा। इसी तस्वीर पर यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने मां काली की एक आपत्तिजनक तस्वीर लगा दी और कैप्शन दिया- वर्क ऑफ आर्ट।

तस्वीर में हिंदू देवी को हॉलीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री मर्लिन मुनरो के प्रसिद्ध पोज में दिखाया गया था। यह देखकर सोशल मीडिया पर भारतीय भड़क गए और कहने लगे कि इसी कारण यूक्रेन को रूस के खिलाफ भारत का समर्थन नहीं मिल रहा। एक यूजर ने लिखा कि हमें रूस को मेडिकल सहायता भेजनी बंद कर देना चाहिए और यूक्रेन में रूसी सैनिकों के जीत की कामना करनी चाहिए। वहीं, एक अन्य यूजर ने तंज के अंदाज में लिखा, ‘हां, पहले तो तस्वीर से धर्म का अपमान करो फिर उसे हटा दो क्योंकि आप आपसी सम्मान और मित्रता को भविष्य में और बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्पित है।’

सूचना और प्रसारण मंत्रालय के वरिष्ठ सलाहकार कंचन गुप्ता ने कहा कि कुछ समय पहले ही यूक्रेन की उप विदेश मंत्री भारत में थीं और भारत से समर्थन की मांग कर रही थीं लेकिन अब यूक्रेन का असली चेहरा सामने आ चुका है। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘हाल ही में यूक्रेन की उप विदेश मंत्री दिल्ली आकर भारत से समर्थन की मांग कर रही थीं। उस फर्जीवाड़े के पीछे छिपा यूक्रेन सरकार का असली चेहरा सामने आ चुका है। भारतीय देवी मां काली को एक प्रोपेगेंडा पोस्टर पर दिखाया गया। यह दुनिया भर में फैले हिंदूओं की भावनाओं पर हमला है।'

यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमीन झापरोवा अप्रैल की शुरुआत में चार दिवसीय दौरे पर भारत आई थीं और इस दौरान उन्होंने भारत से समर्थन की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि सच्चे विश्वगुरु को यूक्रेन का समर्थन करना चाहिए। यूक्रेन उप विदेश मंत्री की माफी पर भी कंचन गुप्ता ने एक ट्वीट किया है। वो लिखते हैं, ‘यूक्रेन की उप विदेश मंत्री ने यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय की तरफ से एक हिंदूफोबिक ट्वीट में भारतीय देवी मां काली को चित्रित करने के लिए माफी मांगी है। यूक्रेन सरकार द्वारा जानबूझकर हिंदू देवी-देवताओं का मजाक उड़ाया जाना ‘आपसी सम्मान और दोस्ती’ का रास्ता नहीं है।'

कंचन गुप्ता ने रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के ठीक एक दिन बाद 25 फरवरी 2022 को किया गया अपना एक ट्वीट भी रीट्वीट किया है और लिखा है कि यूक्रेन का भारत विरोधी रुख बदला नहीं है। संयुक्त राष्ट्र में हमेशा वो भारत के खिलाफ खड़ा रहा है और वो पाकिस्तान को हथियारों की सप्लाई अब भी कर रहा है‌। अब यूक्रेन ने मां काली का इस तरीके से अपमान किया है, जैसा पहले कभी किसी विदेशी सरकार ने नहीं किया। यह हेट स्पीच है।

25 फरवरी 2022 को किए गए ट्वीट में उन्होंने यूक्रेन को संबोधित करते हुए लिखा था, ‘आप लगातार संयुक्त राष्ट्र में भारत विरोधी रुख अपनाते हैं। 1998 परमाणु परीक्षण के बाद भारत पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रतिबंधों के लिए वोट करते हैं। आप धारा 370 के हटाए जाने के बाद कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप के लिए जोर देते हैं। आप भारत के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए पाकिस्तान को सैन्य उपकरण बेचते हैं। फिर भी आप भारत की मदद चाहते हैं।'

भारत रूस-यूक्रेन युद्ध के एक साल बाद भी तटस्थता की अपनी नीति पर कायम है। भारत लगातार कहता रहा है कि हिंसा बंद होना चाहिए और मतभेदों को बातचीत और कूटनीति के जरिए हल किया जाना चाहिए। हालांकि, भारत ने इस दौरान रूस से रिकॉर्ड स्तर पर तेल की खरीददारी की है। रूस पश्चिमी प्रतिबंधों को देखते हुए तेल पर भारत को भारी छूट भी दे रहा है। पश्चिमी देश इस पर लगातार आपत्ति जता रहे हैं। यूक्रेन भी भारत के इस कदम से नाराज है।

अगस्त 2022 में यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने भारत के इस कदम पर सख्त आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि भारत जो रूसी तेल खरीद रहा है, उसमें यूक्रेनी लोगों का खून शामिल है‌।

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...