मंगलवार, 25 अप्रैल 2023

बाल्यान के विरुद्ध संज्ञान, तथ्यों को छुपाने की आपत्ति

बाल्यान के विरुद्ध संज्ञान, तथ्यों को छुपाने की आपत्ति


वार्ड 86 के प्रत्याशी राहत जहां के विरुद्ध संज्ञान लिया जाए, तथ्यों को छुपाया गया

सत्येंद्र पंवार 

मेरठ। वार्ड 86 की प्रत्याशी राहत जहां पत्नी इकरामुद्दीन बाल्यान के विरुद्ध संज्ञान लिया जाने हेतु तथ्यों को छुपाएं जाने की आपत्ति जताई। बहुजन मुक्ति पार्टी के राजुद्दीन गादरे ने जिला निर्वाचन कार्यालय मेरठ में आपत्ति दर्ज दाखिल की और आपत्ति में बताया गया कि वार्ड 86 से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी राहत जहां पत्नी इकरामुद्दीन बालियान ने जो उनके विरुद्ध मुकदमे दर्ज हैं, शपथ पत्रों में उनको छिपाया गया है।

इस आधार पर फार्म निरस्त करने की मांग की राजुद्दीन गादरे ने प्रेस को बयान में कहा कि वार्ड 86 में कार्यों की अवहेलना की गई है और मुंह देखकर वार्ड में काम किया गया और जो कर्मचारी सफाई व्यवस्था हेतु नियुक्त हैं, उनमें से मात्र चार-पांच ही दिखाई देते रहे और जो काम होना था विकास कार्यों को लटकाया गया। समाजवादी पार्टी के महापौर प्रत्याशी सीमा प्रधान के निवास स्थान वार्ड से बीजेपी का पार्षद पद पर निर्विरोध चुना गया सपा महापौर के वार्ड में भी सपा को पार्षद प्रत्याशी नहीं मिला, यह सोचनीय विषय हैं !

निर्वाचन अधिकारी वार्ड 86 इकरामुद्दीन से मिलीभगत होने की भी बात कही, जबकि राहत जहां के नाम से 2 फार्म प्रस्तुत किए गए हैं। लेकिन उन दोनों में मुकदमा संख्या और अपराधिक मामलों को छिपाया गया है। इस आरोप को लेकर समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय के पास निर्वाचन अधिकारी के यहां बहुत गहमागहमी देखने को मिली और जो लिस्ट लगनी चाहिए थी 3:00 बजे वह 7:00 बजे तक भी नहीं लगी।

यूपी बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट घोषित, नाम दर्ज किए 

यूपी बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट घोषित, नाम दर्ज किए 


मिश्कत नूर को मिला दूसरा स्थान, इंटर मे सौरभ गंगवार व अनामिका को मिला दूसरा स्थान

संदीप मिश्र 

लखनऊ। मंगलवार को यूपी बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं ने टापर लिस्ट में अपने नाम दर्ज किए। 2023 यूपी बोर्ड की दसवीं में सीतापुर की प्रियांशी सोनी ने 10वीं में टॉप किया। प्रियांशी सोनी को 98.33 प्रतिशत अंक मिले। कानपुर देहात के कुशाग्र पांडेय ने दसवीं में दूसरा स्थान प्राप्त किया। कुशाग्र पांडेय को दसवीं में 97.83 प्रतिशत अंक मिले। 

अयोध्या की मिश्कत नूर ने भी प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया। मिसखत नूर ने दसवीं में 97.83 प्रतिशत अंक हासिल किया। मथुरा के कृष्णा झा ने दसवीं में तीसरा स्थान प्राप्त किया। दसवीं में कृष्णा झा को 97.67 प्रतिशत अंक मिले। पीलीभीत के अर्पित गंगवार को भी दसवीं में यूपी में तीसरा स्थान मिला। पीलीभीत के अर्पित गंगवार ने दसवीं में 97.67% अंक हासिल किए। दसवीं में सुल्तानपुर की श्रेयशी सिंह को भी तीसरा स्थान मिला। श्रेयशी सिंह को दसवीं में 97.67 प्रतिशत अंक मिले।

यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम...

यूपी बोर्ड 12वीं में महोबा के शुभ चापरा ने यूपी टॉप किया। महोबा के शुभ चापरा को 12वीं में 97.80 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए। 

12वीं में पीलीभीत के सौरभ गंगवार को दूसरा स्थान मिला। पीलीभीत के सौरभ गंगवार ने 12वीं में 97.20% अंक प्राप्त किए। 

इटावा की अनामिका को भी 12वीं परीक्षा में दूसरा स्थान मिला। 12वीं की परीक्षा में अनामिका ने 97.20 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। 

12वीं में फतेहपुर के प्रियांशु उपाध्याय को तीसरा स्थान मिला। 12वीं में फतेहपुर के प्रियांशु उपाध्याय ने 97% अंक प्राप्त किए। 

12वीं परीक्षा में फतेहपुर की खुशी को भी तीसरा स्थान मिला। 12वीं परीक्षा में फतेहपुर की खुशी ने 97 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। 

12वीं परीक्षा में सिद्धार्थनगर की सुप्रिया को भी तीसरा स्थान मिला। सिद्धार्थनगर की सुप्रिया को 97 प्रतिशत अंक मिले।

वार्ड 24 को आदर्श वार्ड बनाना मकसद: इकबाल

वार्ड नंबर 24 को आदर्श वार्ड बनाना मकसद: इकबाल

दीपक राना 

गाजियाबाद। नगर निकाय चुनाव के दूसरे चरण का मतदान आगामी 11 मई को होना तय है। निकायों में पार्षद और सभासद प्रत्याशी कमर कस कर मैदान में उतर गए हैं। लोनी नगर पालिका परिषद वार्ड नंबर 24 से राष्ट्रीय लोक दल प्रत्याशी इकबाल अंसारी ने वार्ड को आदर्शवाद बनाने का संकल्प लिया है।

यूनिवर्सल एक्सप्रेस की टीम को दिए साक्षात्कार में निवर्तमान सभासद एवं राष्ट्रीय लोक दल प्रत्याशी इकबाल अंसारी ने बताया कि पिछले 5 सालों में वार्ड के अंदर नाली खड़ंजा निर्माण कार्यों में 8 से ₹100000000 की लागत से विकास कार्य कराए गए। वार्ड में पेयजल की गंभीर समस्या बनी हुई थी। जिसको ध्यान में रखते हुए 4000 से अधिक पेयजल कनेक्शन बिल्कुल मुक्त कराए गए हैं। पेयजल की सुविधा प्रदान किए बिना लगाए गए जलकर की समस्या का निस्तारण कराया गया।

शिक्षा के क्षेत्र में घनी आबादी के बीच एक दसवीं तक कक्षा के विद्यालय की कमी महसूस की जा रही थी। जिसको ध्यान में रखते हुए माध्यमिक विद्यालय को दसवीं तक कराया गया। सैकड़ों खंबे लगाकर उन पर केबल वायर लगवा कर लोगों को तारों के जाल से मुक्त करने का प्रयास किया गया। वार्ड की जनता को सुविधा प्रदान करने के लिए सैकड़ों स्ट्रीट लाइट लगाई गई। वार्ड में लगभग 80 फ़ीसदी लोगों के राशन कार्ड बनाए जा चुके हैं।

महामारी के दौरान राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन में मुख्यमंत्री राहत कोष से मिलने वाली लाभांश राशि से वार्ड की जनता को जोड़कर राहत प्रदान करने का कार्य किया गया। सबसे खास बात यह है कि वार्ड में कोई सरकारी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं थी। वार्ड की जनता की समस्या को ध्यान में रखते हुए एक डिस्पेंसरी उपलब्ध कराई गई है। वार्ड की जनता को एक सामुदायिक भवन की आवश्यकता है। वार्ड में एक बड़ा तबका मजदूर गरीब लोग हैं। जो शादी के अवसर पर महंगे संसाधनों के अभाव में सड़कों पर कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। जिससे बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। जिसके समाधान के लिए वार्ड में एक सामुदायिक भवन निर्माण का प्रस्ताव नगरपालिका को भेज दिया गया है। वार्ड की जनता ने इस बार मौका दिया तो जो भी मेरे द्वारा किए गए कार्य अधूरे हैं। उनको पूरा कराया जाएगा और वार्ड के विकास के लिए संकल्पबध वार्ड को एक आदर्श वार्ड बनाने का कार्य किया जाएगा।

लोनी: पहली बार भाजपा प्रत्याशी को मिलेगी शिकस्त

लोनी: पहली बार भाजपा प्रत्याशी को मिलेगी शिकस्त

दीपक राणा

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी नगर पालिका परिषद लोनी में लगातार तीन योजनाओं से भाजपा प्रत्याशी को प्रचंड जीत हासिल हुई है। लेकिन इस बार पहली बार चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को शिकस्त मिलेगी।

माना जाता रहा है कि लोनी भाजपा की रिजर्व सीट है। कुछ हद तक इस बात को नकारा भी नहीं जा सकता है और ना एक सिरे से खारिज ही किया जा सकता है। यह मिथक है या हकीकत ? इसका फैसला भी जल्द आप खुद ही करने वाले हैं। आप सभी जानते हैं कि भाजपा का कैडर वोट बैंक और दलित वर्ग मिलकर लगातार तीन योजनाएं विजय का मार्ग प्रशस्त करने में सफल होते रहे हैं। किंतु पार्टी के द्वारा चयनित प्रत्याशी का राजनीतिक इतिहास और खुद की छवि का महत्व भी कम अहमियत नहीं रखते है।

परंतु इस बार टिकट की प्रबल दावेदारी करने वाले लोग स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। प्रत्यक्ष रूप से विरोध प्रकट करने का सामर्थ्य ना जुटा पाने के कारण अप्रत्यक्ष रूप से असंतुष्ट भाव उनके चेहरों पर साफ तौर पर देखा जा सकता है। स्पष्ट तौर पर विरोध की संभावना तो नहीं बन पा रही है। किंतु हताश मन को इतनी सरलता से काबू करना भी कोई आसान काम नहीं है। राजनीति में अक्सर ऐसा होता है कि दर्द तो बहुत तेज होता है। लेकिन कहने की इजाजत नहीं होती है।

नगर पालिका परिषद लोनी से भाजपा पार्टी ने अध्यक्ष पद पर श्रीमती पुष्पा देवी को प्रत्याशी बनाया है। लेकिन पुष्पा देवी को लोनी क्षेत्र की सक्रिय राजनीति से सीधा जुड़ा नहीं पाते हैं। नगरीय क्षेत्र की राजनीति में उन्हें किसी प्रकार का कोई वर्चस्व हासिल नहीं है और ना ही उन्हें कोई राजनीतिक चेहरा भी मानता है। नगरीय क्षेत्र की ज्यादातर आबादी उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि से अनजान है। माना कि भाजपा प्रत्याशी होना ही उनकी विशेषता है। वहीं, कर्मठ पदाधिकारी और अव्वल दर्जे के दावेदार इस प्रत्याशी को हजम भी नहीं कर पा रहे हैं। जिसका खामियाजा चुनाव परिणाम में भाजपा प्रत्याशी को भुगतना होगा।

दूसरी तरफ राष्ट्रीय लोक दल प्रत्याशी श्रीमती रंजीता धामा अभी तक सबसे मजबूत दावेदार के रूप में सबसे आगे खड़ी है। दूसरी तरफ बसपा का जनाधार और प्रत्याशी श्रीमती मेहरीन अली यदि दलित वोटों के ध्रुवीकरण को रोक पाने में समर्थ हो जाती है तो आमने सामने की कड़ी टक्कर में सीधे प्रवेश कर जाएगी। क्योंकि मुस्लिम वर्ग का एक धड़ा रालोद प्रत्याशी के समर्थन में खड़ा है तो एक धड़ा सपा के समर्थन में खड़ा है। जो सपा प्रत्याशी की खामोशी के बाद विकल्प तलाशने के लिए मजबूर हो गया है। सपा का कैडर वोट यदि गठबंधन की नीति के अनुरूप अनुसरण करता है तो रालोद प्रत्याशी सीधे विजय लक्ष्य को हासिल करने में सफल होगी।

राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो सपा प्रत्याशी का किरदार संदिग्ध बना हुआ है, जैसे ही सपा प्रत्याशी का रुख साफ हुआ, वैसे ही चुनावी निष्कर्ष तक पहुंच पाना  सरल हो गया है। मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण भाजपा के लिए लाभकारी सिद्ध होता रहा है। मगर प्रत्याशियों के व्यक्तिगत संबंध और छवि राजनीतिक वर्चस्व को ध्यान में रखते हुए, मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण नहीं हो पाएगा। पहली बार भाजपा पार्टी वोट काटने वाली पार्टी, के रूप में देखी जाएगी।

भीषण गर्मी में बेजुबान पक्षियों की सहायता

भीषण गर्मी में बेजुबान पक्षियों को बचाने के लिए सामाजिक संस्था का लगातार प्रयास जारी

जंहा भीषण गर्मी में लोगो को निकलना मुश्किल हो रहा है। वही सामाजिक संस्था के सदस्य तेज धूप मे बाहर निकल कर बेजुबान पक्षियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। इसी के साथ दाना-पानी मुहिम के तहत पंछियों_के_सरंक्षण के लिए जीवन अर्पण सामाजिक सेवा संस्था द्वारा शहर के विभिन्न स्थानों पर दाना पानी मुहिम चलाई गई। जिसके तहत सभी स्थानों पर पानी हेतु व अनाज रखा गया। इस पहल की मुख्य विशेषता यह होती है कि पंछियों के लिए रखा गया। यह उपकरण (#बर्ड_फीडर_सकोरा) पक्षियो की भूख और प्यास मिटाने में सहायता देता है,वही संस्था के द्वारा मिट्टी के सकोरे-बर्तन शहर के विभिन्न स्थानों(मुख्य चौराहा,धार्मिक स्थल,मार्किट,थाना,सोसाइटी,अपार्टमेंट) आदि पर रखे जा रहे हैं।

इसी के साथ संस्था के सदस्य निशु उपाध्याय ने बताया की एक मानव होने के नाते हम सभी का कर्तव्य है कि हम इस भीषण गर्मी में उन्हें राहत देते हुए अपने वातावरण हेतु पक्षियों का जीवन बचा सके एवं अपनी-अपनी छत, बॉलकोनी,आस-पास के चौराहों एवं अपने मुंडेरों पर इन पंछियों के लिए दाना-पानी से भरे बर्तन या सकोरे अवस्य रखें। ताकि, ये पंछी अपनी भूख-प्यास मिटाकर खुले आसमान में उड़ते, चहचहाते हमें ऐसे ही दिखाई दे सकें।

इस मौके पर-दीपान्शु शर्मा(संस्थापक),अनमोल सहगल,निशु उपाध्याय, लोकेश सिंह,तुषार गुप्ता,मनीष राणा,सुंदर गुर्जर,हैप्पी पंडित आदि मौजूद रहे।

लक्ष्य का पीछा करने में असफल, जिम्मेदार ठहराया 

लक्ष्य का पीछा करने में असफल, जिम्मेदार ठहराया 

इकबाल अंसारी 

हैदराबाद। सनराइजर्स हैदराबाद के कोच ब्रायन लारा ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ अपेक्षाकृत छोटे लक्ष्य का पीछा करने में असफल रहने के लिए अपने बल्लेबाजों को जिम्मेदार ठहराया और कहा, कि उन्होंने अपना आक्रामक रवैया दिखाने में काफी देर कर दी थी। सनराइजर्स को सोमवार की रात को दिल्ली के हाथों सात रन से हार का सामना करना पड़ा, जो उसकी लगातार तीसरी पराजय है।सनराइजर्स के बल्लेबाजों ने बेहद रक्षात्मक रवैया अपनाया जिसका उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा। उसके सामने 145 रन का लक्ष्य था लेकिन आखिर में वह छह विकेट पर 137 रन ही बना पाया। लारा ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा,पिच में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं थी तथा हमें पूरी पारी के दौरान अधिक सक्रियता दिखानी चाहिए थी।

उन्होंने कहा, हमने सब कुछ आखिर के लिए छोड़ दिया। मुझे अच्छा लगता अगर हमारे बल्लेबाज पावर प्ले का पूरा फायदा उठाते। हमने उन्हें बीच के ओवरों में विकेट लेने और हावी होने का मौका दिया। सनराइजर्स पावर प्ले में 36 रन ही बना पाया जबकि उसकी आधी टीम 14.1 ओवर में 85 रन पर पवेलियन लौट गई थी। लारा ने कहा, पहले 15 ओवर काफी महत्वपूर्ण होते हैं और तब तक हमें काफी बेहतर स्थिति में होना चाहिए था। सनराइजर्स को प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए अब प्रत्येक मैच में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। लारा ने कहा, हमें अब आगे के बारे में सोचना होगा और जल्द ही एकजुट होना होगा।

इसमें कोई संदेह नहीं कि अब हमारे लिए राह मुश्किल है और हमें अधिक जिम्मेदारी से खेलना होगा। दिल्ली कैपिटल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट पर 144 रन का स्कोर बनाया था, लेकिन स्पिनर कुलदीप यादव ने कहा कि टीम को विश्वास था कि वह अपने स्कोर का बचाव करने में सफल रहेगी। कुलदीप ने कहा, शत प्रतिशत एक टीम के रूप में हमें अपनी गेंदबाजी इकाई पर पूरा भरोसा था और हमने पूरे टूर्नामेंट में अच्छी गेंदबाजी की है और यहां पर हमारे पास अपना कौशल दिखाने का मौका था।

उन्होंने कहा, हमने पावर प्ले में अच्छी गेंदबाजी की। इसके बाद बीच के ओवरों में मैंने और अक्षर पटेल ने हमें मैच में बनाए रखा जबकि अंतिम चार ओवरों में एनरिक नोर्किया और मुकेश कुमार ने अच्छी गेंदबाजी की।

सिंह को पीएम पद का 'सीरियस उम्मीदवार' बताया 

सिंह को पीएम पद का 'सीरियस उम्मीदवार' बताया 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी/नरेश राघानी 

नई दिल्ली/श्रीनगर/जयपुर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को प्रधानमंत्री पद का ''सीरियस उम्मीदवार'' बताते हुए कहा कि अगर उनके भाग्य में है, तो वह प्रधानमंत्री जरूर बनेंगे। मलिक ने यह भी कहा कि उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले का मुद्दा, इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दिन भी उठाया था और बाद में भी उठाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह किसानों का मुद्दा भी उन्होंने समय समय पर उठाया है।

उल्लेखनीय है कि मलिक ने हाल ही में एक साक्षात्कार में पुलवामा हमले के बारे में कहा था कि यह केंद्र सरकार की विफलता थी। उनके (मलिक के) इस बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सवाल किया था कि जब मलिक राज्यपाल थे तब उन्होंने कुछ क्यों नहीं कहा था? सीकर के दौरे पर आए मलिक ने सोमवार को कहा ‘‘मैंने तब भी पुलवामा मुद्दे को उठाया था…. उसी दिन, अगले दिन और फिर बाद में भी कई बार उठाया था।

जब मैं राज्यपाल था तब भी मैंने किसानों का मुद्दा उठाया था... । यह कहना गलत है कि जब मैं पद से हट गया तब मैंने यह उठाया।’’ पुलवामा जिले के अवन्तीपोरा में 14 फरवरी 2019 को, जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारतीय सुरक्षा कर्मियों को ले जाने वाले सीआरपीएफ के वाहनों के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 40 भारतीय सुरक्षा कर्मी शहीद हो गए थे।

मलिक ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बारे में पूछने पर सोमवार को संवाददाताओं से कहा ‘‘मैं उनके बारे में कैसे टिप्पणी कर सकता हूं। वह प्रधानमंत्री पद के ‘सीरियस उम्मीदवार’ हैं और उनके भाग्य में होगा तो (प्रधानमंत्री) अवश्य बन जायेंगे।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अडाणी समूह से जुड़े मुद्दे पर कुछ नहीं बोला है, जिससे उन्हें नुकसान होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को पुलवामा मुद्दे पर भी बोलना चाहिए और अगर कोई जांच हुई है तो कार्रवाई होनी चाहिए। सीकर में सर्किट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत में सत्यपाल मलिक ने कहा ‘‘मौजूदा परिस्थितियां उनके (भाजपा) लिये कठिन है। उनको कुछ चीजों को करना पड़ेगा।

एक तो अडाणी वाले मामले में प्रधानमंत्री ने जवाब नहीं दिया है…. संसद में वह बोले लेकिन अडाणी वाले मामले पर कुछ नहीं कहा। उस पर अगर वह नहीं बोलेंगे तो नुकसान हो जायेगा। और पुलवामा मुद्दे पर भी उनको स्पष्टीकरण देना चाहिए। अगर कोई जांच हुई है तो कार्यवाही करनी चाहिए।’’ मलिक ने कहा कि अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार खड़ा करता है तो मोदी कहीं नहीं होंगे क्योंकि जनता ही (जीत और हार का) फैसला करती है।

उन्होंने कहा कि ‘‘विपक्ष को सिर्फ इतना करना है कि एक उम्मीदवार के मुकाबले एक उम्मीदवार खड़ा कर दो…. मोदी जी कहीं नहीं होंगे... उसी में हार जायेंगे।’’ राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं, इस संदर्भ में मलिक ने कहा कि अगर भाजपा राज्य विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में वसुंधरा राजे को पेश करती है, तो भाजपा की जीत की संभावना अधिक होगी।

उन्होंने कहा ‘‘वसुंधरा राजे अगर उम्मीदवार हों तो भाजपा की जीत के अवसर अधिक हैं अन्यथा भाजपा के लिए कोई उम्मीद नहीं है।’’ कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य ठहराए जाने संबंधी सवाल पर मलिक ने कहा कि राहुल गांधी को सदन में बोलने और अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाना चाहिए था। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "मैं पार्टी के अच्छे भविष्य की कामना करता हूं, लेकिन इस राजनीति और चुनाव में, पता नहीं क्या होगा ? मौजूदा स्थिति उनके लिए कठिन है, उन्हें कुछ चीजें करनी होगी।"

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...