रविवार, 26 मार्च 2023

रूस-चीन की तरह 'लोकतंत्र' लाना चाहती है भाजपा

रूस-चीन की तरह 'लोकतंत्र' लाना चाहती है भाजपा

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/तिरुवनंतपुरम/ग्वालियर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने रविवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता देश में रूस और चीन की तरह लोकतंत्र लाना चाहते हैं। सिंह ने यहां पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से जुड़े सवालों के संदर्भ में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह देश में रूस और चीन की तरह लोकतंत्र लाना चाहते हैं। इन दोनों देशों में विपक्ष का कोई भी नेता विरोध करे, तो उसे जेल में डाल दिया जाता है। 

पूर्व मुख्यमंत्री ने गांधी का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने कोई गलत कार्य नहीं किया है। उन्होंने तो देश हित में सवाल पूछे और उनके खिलाफ कार्रवाई कर दी गयी। उन्हें बोलने से रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। सिंह ने कहा कि कांग्रेस इससे भयभीत होने वाली नहीं है। गांधी के खिलाफ हुयी कार्रवाई के खिलाफ पूरे देश में पार्टी प्रदर्शन कर रही है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि गांधी ने यही तो पूछा है कि देश के उद्योगपति अडानी की कंपनियों में 20 हजार करोड़ रुपए कैसे आ गए।

उन्होंने कहा कि हिडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह के शेयर्स में काफी गिरावट आयी और निवेशकों की बड़ी धनराशि डूब गयी। उन्होंने कहा कि विपक्ष अडानी मामले की जांच के लिए जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) के गठन की मांग कर रही है, इसे क्यों नहीं माना जा रहा है। सिंह ने कहा कि देश में पहले भी विपक्ष की मांग पर जेपीसी का गठन हुआ है। बोफोर्स मामले में भी इस तरह की समिति गठित की गयी थी।

उन्होंने कहा कि सरकार को जेपीसी के गठन की बात मानना चाहिए। उन्होंने मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि उसकी नीतियों के कारण जनता परेशान है। सिंह ने सागर जिले की बिजली बिल वसूली संबंधी मामले का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार एक हजार रुपए महिलाओं को देने का ढिंढोरा पीट रही है और बिजली बिल वसूली के लिए महिलाओं के साथ कैसा बर्ताव किया जा रहा है, इससे साफ हो गया।

एक अन्य सवाल के जवाब में सिंह ने कहा मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनेगी और मुख्यमंत्री कमलनाथ बनेंगे। सिंह कल रात ट्रेन से यहां पहुंचे थे और आज उन्होंने यहां पार्टी से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की। रविवार की रात को वे यहां से दिल्ली रवाना हो गए।

28 मार्च की रात को 5 ग्रह 'आकाश' में दिखेंगे: नासा 

28 मार्च की रात को 5 ग्रह 'आकाश' में दिखेंगे: नासा 

अखिलेश पांडेय 

वाशिंगटन डीसी। नासा के वैज्ञानिक बिल कुक ने बताया है, कि 28 मार्च की रात को 5 ग्रह आकाश में 50 डिग्री की रेखा में दिखेंगे। चांद के पास बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और यूरेनस दिखेंगे और बुध व यूरेनस को देखने के लिए दूरबीन की ज़रूरत होगी। संयोजन 28 मार्च से पहले और बाद के दिनों में भी दिखेगा।

इस महीने के आखिर में अंतरिक्ष में एक अनोखी घटना होने वाली है। इस घटना को पृथ्वी से आसानी से देखा जा सकता है। दरअसल, 28 मार्च को बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और यूरेनस 50 डिग्री के एक छोटे से क्षेत्र में एकत्रित होंगे। इस दौरान इन सौर मंडल के इन पांचों ग्रहों को पृथ्वी से नंगी आंखों से देखा जा सकता है। यूनीलाड की रिपोर्ट के अनुसार, बुध क्षितिज से -1.3 मैग्नीट्यूड, बृहस्पति को -2.1 मैग्नीट्यूड पर देखा जा सकता है। अगर इस नजारे को साफ देखना हो तो खगोलविज्ञानी दूरबीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह घटना सूर्यास्त के तुरंत बाद काफी साफ नजर आएगी।

कैसे देख सकते हैं ग्रहों का मेला ?
एजुकेशनल एस्ट्रोनॉमी ऐप स्टार वॉक के अनुसार, क्षितिज से ठोड़ा सा ऊपर जाने पर मेष राशि के साथ-साथ -4.0 के मैग्नीट्यूड पर शुक्र ग्रह को देखा जा सकता है। हालांकि, यूरेनस को देखना आसान नहीं होगा। इस ग्रह की हल्की झलक क्षितिज से 5.8 मैग्नीट्यूड पर देखी जा सकती है। इस घटना को काफी दुर्लभ बताया जा रहा है। ऐसे में पूरी दुनिया में इस घटना को देखने को लेकर उत्साह बना हुआ है। कई खगोलप्रेमियों ने विशेष आयोजन करने का भी ऐलान किया है, जिसमें आम लोगों को इस घटना का लाइव टेलिकॉस्ट किया जाएगा।

नासा करेगा लाइव टेलीकॉस्ट
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा इस घटना पर नजर बनाए हुए है। नासा के एक अधिकारी ने बताया है कि इस घटना का लाइव टेलिकॉस्ट किया जाएगा। इसे नासा के जिससे आम लोगों के बीच अंतरिक्ष को लेकर रुचि बढ़ सके। नासा ने बताया है कि घटना के समय ये सभी ग्रह एक सीध में नहीं होंगे, लेकिन इनका नजदीक होना अत्यंत दुर्लभ है। इससे पहले तीन और चार ग्रहों को एक पास देखा जा चुका है। नासा के अनुसार, जो लोग 28 मार्च को इस घटना को देखने से चूक जाएंगे, वे बाद में टेलिस्कोप का उपयोग कर देख सकते हैं। हालांकि, उसके लिए आपको विशेषज्ञता की जरूरत होगी।

हैरतअंगेज: 14 महीने तक पेशाब नहीं कर सकी 'महिला'

हैरतअंगेज: 14 महीने तक पेशाब नहीं कर सकी 'महिला' 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

लंदन। यूके में फाउलर्स सिंड्रोम होने के कारण एक 30 वर्षीय महिला 14 महीने (अक्टूबर 2020 से दिसंबर 2021) तक पेशाब नहीं कर सकी। डॉक्टर्स ने इसके बाद महिला के मूत्राशय में एक इमरजेंसी कैथेटर लगाया जिससे वह पेशाब कर सके। महिला ने जनवरी-2023 में इसके लिए एक ऑपरेशन कराया और बताया, ऐसे नर्क के बाद इससे मेरा जीवन आसान हो गया। लंदन की रहने वाली ईल एडम्स पेशे के कंटेंट क्रिएटर हैं। कुछ महीने पहले उन्होंने महसूस किया कि उन्हें अब यूरिन नहीं आता। जबकि वो नॉर्मल इंसानों की तरह खाना-पीना ले रही थीं। एडम्स को शुरू में यह सब कुछ नॉर्मल लगा। लेकिन जैसे-जैसे दिन बीतते गए, उनकी चिंता भी बढ़ती गई।

आखिरकार उन्हें हॉस्पिटल जाना पड़ा। जांच हुई तो डॉक्टर्स भी हैरान रह गए। एडम्स के यूरिनरी ब्लैडर में 1 लीटर यूरिन भरा था। जबकि इंसानों के ब्लैडर में 600 ml यूरिन ही जमा हो सकता है। उसमें भी 400 ml भरने के बाद इंसान को पेशाब करने की आवश्यकता महसूस होने लगती है। उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2020 तक उनके साथ सबकुछ ठीक था लेकिन अचानक एक रात उनकी तबीयत काफी ज्यादा बिगड़ गई और जब अगली सुबह वह वॉशरूम गई तो वह पेशाब नहीं कर पा रही थी। 

इसके बावजूद एडम्स को पेशाब करने की जरूरत महसूस नहीं हो रही थी और न ही उसे किसी तरह की दिक्कत हो रही थी। डॉक्टर्स का कहना है कि यूरिन पास न हो पाने के चलते एडम्स की शरीर से टॉक्सिक एलिमेंट्स बाहर नहीं आ पा रहे थे। शरीर में जमा हो रहे ये तत्व आगे चलकर गंभीर नुकसान पहुंचा सकते थे। एडम्स का ब्लैडर पूरी तरह से भरने के बाद भी यूरिन पास नहीं कर पा रहा था। ऐसे में ब्लैडर के फटने का भी खतरा था। जिसे देखते हुए डॉक्टर्स ने पाइप के सहारे यूरिन बाहर करने का फैसला किया। इसके लिए एक ऑपरेशन की मदद से एडम्स के ब्लैडर में नली लगाई गई। जिसके बाद उनका ब्लैडर खाली हुआ।

एडम्स की ऐसी स्थिति क्यों हुई है, इस बारे में डॉक्टर भी कोई ठोस वजह नहीं बता पाए। लेकिन यह बताया गया कि कुछ मामलों में यंग महिलाओं के साथ ये समस्या देखी जाती है। एडम्स जिस तरह की समस्या से जूझ रही हैं, उसका कोई जांचा-परखा इलाज भी नहीं है। लंदन में एडम्स का इलाज करने वाले डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसी संभावना है कि उन्हें हमेशा नली के सहारे ही यूरिन पास करना होगा। क्योंकि लंबे समय तक काम न करने के चलते उनका यूरिन सिस्टम काफी हद तक खराब हो चुका है।

स्किन की नमी को वापस दिलाने में फायदेमंद है 'तरबूज'

स्किन की नमी को वापस दिलाने में फायदेमंद है 'तरबूज'

सरस्वती उपाध्याय 

गर्मी के मौसम ने दस्तक दे दी है। इस मौसम में हमारी बॉडी बहुत ज़्यादा डिहाइट्रेटेड होती है, जिसका असर हमारे स्किन पर भी साफ़ दिखता है। इस मौसम में हमारी स्किन सूरज की किरणों में आने की वजह से डल, बेजान और मुरझा जाती है। अगर आप भी इन परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो आपके लिए एक बेहद असरदार नुस्खा लेकर आये हैं।
दरअसल, आपकी स्किन की खोई हुई नमी को वापस दिलाने में तरबूज बेहद फायदेमंद है। जी बिलकुल आपको यह जानकर हैरानी होगी लेकिन पानी से भरपूर यह फल आपकी सेहत के साथ-साथ त्वचा के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसके सेवन से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है। ऐसे में अगर आप गर्मियों में त्वचा से जुड़ी समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो तरबूज का फेस पैक जरूर आजमाएं।

तरबूज में विटामिन ए और विटामिन सी पाया जाता है, जो झुर्रियों से राहत दिलाता है। दरअसल इसमें लाइकोपिन पाया जाता है जो त्वचा की गलोइंगनेस को बनाए रखता है। पानी से भरपपोर होने की वजह से यह चेहरे को अंदर से क्लीन करके सारी गंदगी को बाहर निकालता है। साथ ही स्किन को अंदर से मॉइश्चराइज करता है। तरबूज का फेस पैक लगाने से रिंकल, डार्क स्पॉट, टैनिंग जैसी समस्याओं से भी छुटकारा मिल सकता है।

तरबूज का फेस पैक के लिए सामग्री...

तरबूज का पल्प दो से तीन चम्मच
शहद एक चम्मच
बेसन एक चम्मच
हल्दी आधा चम्मच 

फेस पैक बनाने की विधि...

सबसे पहले एक बाउल में तरबूज का पल्प निकाल लें। इसके बीज को भी निकाल दें। तरबूज के पल्प में एक चम्मच शहद, चुटकीभर हल्दी और 1 चम्मच बेसन मिलाकर पेस्ट तैयार करें। पेस्ट में लम्स न पड़ने दें। अब चेहरे पर यह मास्क लगा लें। 15 मिनट बाद जब पेस्ट सूख जाए तो नॉर्मल पानी से अपना स्किन धोएं। फेस पैक हटाने के बाद चेहरे को मॉइश्चराइज करें। इस पैक को हफ्ते में 2 से 3 बार ज़रूर आजमाएं, ऐसा करने से आपका चेहरा रुई के फाहे की तरह मुलायम हो जाएगी।

लोकतंत्र को कमजोर करने वाले सत्याग्रह नहीं कर सकतें

लोकतंत्र को कमजोर करने वाले सत्याग्रह नहीं कर सकतें

संदीप मिश्र 

लखनऊ। राहुल गांधी की सांसदी जाने के विरोध में कांग्रेस के सत्याग्रह कार्यक्रम पर तंज कसते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोकतंत्र को कमजोर करने वाले सत्याग्रह नहीं कर सकतें हैं। सीएम योगी ने कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी निशान साधा। सीएम योगी ने कहा कि देश को भाषावाद और क्षेत्रवाद जैसे तमाम वादों में बांटने वाले भी सत्याग्रह नहीं कर सकते। मौन जीवों की बात तो दूर मनुष्य के प्रति भी जिनकी संवेदना न हो, उन्हें सत्याग्रह का अधिकार नहीं है। सीएम योगी ने रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी पर जमकर कटाक्ष किए।

सीएम योगी ने कहा कि गांधी जी ने अपने जीवन में सदैव सत्य, अहिंसा और अस्तेय को स्थान दिया था। उनका इस बात के लिए आग्रह था। उनका आग्रह ही सत्याग्रह कहलाया। उन्होंने कहा कि देश के अंदर बहुत सारे लोगों को शासन करने का अवसर प्राप्त हुआ था, लेकिन मौन जीवों की बात दूर मनुष्य के प्रति भी जिनके अंदर भाव न हो, वो क्या सत्याग्रह करेंगे। असत्य के मार्ग पर चलने वाला सत्याग्रह की बात नहीं कर सकता। आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हुए लोग सत्याग्रह नहीं सकते हैं।

इस दौरान सीएम योगी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सत्याग्रह की व्याख्या करते हुए कहा कि मन, वचन और कर्म पर चलना ही सत्याग्रह है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को उनके आचार और व्यवहार पर आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जिसके आचरण और व्यवहार, आचार और विचार, कथनी और करनी में फर्क होता है, वह सत्याग्रह नहीं कर सकता। 

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-164, (वर्ष-06)

2. सोमवार, मार्च 27, 2023

3. शक-1944, चैत्र, शुक्ल-पक्ष, तिथि-षष्ठी, विक्रमी सवंत-2079‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:40, सूर्यास्त: 06:23। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 15 डी.सै., अधिकतम- 24+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...