बुधवार, 22 फ़रवरी 2023

चेन्नई के कुछ इलाकों में भूकंप, झटके महसूस किए 

चेन्नई के कुछ इलाकों में भूकंप, झटके महसूस किए 

इकबाल अंसारी 

चेन्नई। तमिलनाडु के शहर चेन्नई के कुछ इलाकों में बुधवार को सोशल मीडिया पर भूकंप के हल्के झटकों की खबर आई। चेन्नई के रोयापेट्टा और अन्ना सलाई क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों ने कहा कि उन्होंने कुछ सेकंड के लिए हल्के झटके महसूस किए, इनमें से कुछ कर्मचारी घबराकर अपने कार्यालय भवनों से निकलकर सड़क पर एकत्र हो गए।

फिलहाल, मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) और राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने स्पष्ट किया है कि उनके नेटवर्क से चेन्नई के इन क्षेत्रों में भूकंप के किसी झटके की सूचना दर्ज नहीं हुयी है। मौसम विभाग ने बताया कि मीनमबक्कम और कोडाइकनाल में दो भूकंपीय वेधशालाओं का रखरखाव करता है और दोनों वेधशालाओं ने किसी भी भूकंपीय गतिविधि की सूचना नहीं दी है।

इसी दौरान, नेशनल सेन्टर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) ने कहा कि उसने चेन्नई के पास किसी भी भूकंपीय गतिविधि को रिकॉर्ड नहीं किया है। सूत्रों ने कहा कि लोगों ने आसपास के क्षेत्र में चल रहे सिविल कार्य सहित विभिन्न कारणों से कुछ झटके महसूस किए होंगे। चेन्नई मेट्रो रेल कार्यों के कारण झटके आने की रिपोर्ट के बाद, चेन्नई मेट्रो रेल लिमिटेड (सीएमआरएल) ने स्पष्ट किया है कि वर्तमान में अन्ना सलाई पर कोई गतिविधि नहीं की गई है।

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराना चाहिए

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराना चाहिए

इकबाल अंसारी 

श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि अगर केंद्रशासित प्रदेश में स्थिति सामान्य होने का केंद्र का दावा सही है, तो उसे जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराना चाहिए। श्रीनगर से लोकसभा सदस्य अब्दुल्ला ने यह आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के मुद्दे पर लोगों के साथ नौटंकी कर रही है।

उन्होंने कहा, “वे (केंद्र) राज्य का दर्जा बहाल नहीं करना चाहते। यह सब हमें और दुनिया को गुमराह करने की नौटंकी है। वे यह नहीं देंगे।” अब्दुल्ला ने कहा, “सवाल उठता है कि भारत सरकार कह रही है कि जम्मू कश्मीर में स्थिति सामान्य है। सीमांकन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अगर चुनाव हर जगह कराए जा रहे हैं तो जम्मू-कश्मीर में क्यों नहीं?’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र ने उपराज्यपाल को ‘‘हर चीज का मास्टर’’ बना दिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘यहां उपराज्यपाल को क्यों लगाया गया है और वह हर चीज के मास्टर बन गए हैं।’’ संपत्ति कर लगाने जैसे नए कानून बनाने के लिए प्रशासन द्वारा नए आदेश जारी किए जाने के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा कि इससे अब लोगों को फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा, “वे आदेश पर आदेश जारी कर रहे हैं। यह अब हमें प्रभावित नहीं करता। गुलाम लोग क्या कर सकते हैं? हम मूकदर्शक हैं।”

अतिक्रमण रोधी अभियान रुकने के बारे में एक सवाल के जवाब में, अब्दुल्ला ने कहा, "यह (अतिक्रमण रोधी अभियान) एक बहुत ही गलत कदम था।" राष्ट्रीय राजनीति पर उन्होंने कहा कि भारत की स्थापना "हिंदू राष्ट्र" के रूप में नहीं हुई जैसी कि कुछ दक्षिणपंथी समूहों द्वारा मांग की जा रही है। चीन के साथ संबंधों पर अब्दुल्ला ने कहा कि जाहिर तौर पर इसमें कुछ भी गलत नहीं है। क्योंकि बीजिंग के साथ व्यापार चल रहा है। उन्होंने कहा, “भारत के चीन के साथ अच्छे संबंध हैं। मैंने कोई अप्रिय बात नहीं सुनी। व्यापार आज भी सुचारू रूप से चल रहा है।”

राय ने चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक का पद संभाला

राय ने चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक का पद संभाला

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/बेंगलुरु। राजेश राय ने दूरसंचार कंपनी आईटीआई लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक का पद संभाल लिया है। यह कंपनी आजाद भारत में सार्वजनिक क्षेत्र की पहली उपक्रम है और इसका मुख्यालय बेंगलुरु में है। कंपनी ने बुधवार को बयान में कहा कि राय दूरसंचार क्षेत्र में लंबे समय से हैं और उन्हें इस उद्योग का 30 साल से भी अधिक समय का अनुभव है।

इसमें बताया गया कि इससे पहले राय महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल), मुंबई में महाप्रबंधक थे। वह 12 वर्ष तक मॉरीशस में महानगर टेलीफोन मॉरीशस लिमिटेड (एमटीएमएल) में मुख्य तकनीकी अधिकारी भी रह चुके हैं। कंपनी की ओर से जारी बयान में राय के हवाले से कहा गया, ‘‘मेरा ध्यान उत्पादन बढ़ाने, कंपनी का राजस्व बढ़ाने पर और काम के लिहाज से इसे कर्मचारियों के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक बनाने पर होगा।’’

मोदी के कमान संभालने के बाद भारत की छवि बदली

मोदी के कमान संभालने के बाद भारत की छवि बदली

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के देश की कमान संभालने के बाद दुनिया भर में भारत की छवि बदली है। जबकि इससे पूर्व भारत की छवि भ्रष्ट, कमजोर अर्थव्यवस्था, लगातार आतंकवादी हमलों और अस्थिर सरकार की कमी वाले देश के रूप में थी। नड्डा ने मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन और विश्लेषण संस्थान के महानिदेशक सुजान चिनॉय की पुस्तक ‘‘मोदी: शेपिंग ए ग्लोबल ऑर्डर इन फ्लक्स’’ के विमोचन के अवसर पर यह बात कही।

उन्होंने केंद्र की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि उस समय के प्रधानमंत्रियों ने वोट बैंक की राजनीति के कारण कभी भी इजराइल का दौरा नहीं किया। लेकिन प्रधानमंत्री के रूप में मोदी ने इजरायल के साथ फलस्तीन का दौरा कर यह साबित कर दिया कि भारत दो अलग-अलग देशों को सर्वोत्तम संभव तरीके से संभालने में सक्षम है। नड्डा ने कहा कि यह समझना जरूरी है कि प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता में आने से पहले भारत की छवि क्या थी।

उन्होंने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था गिर रही थी, भारत की छवि एक भ्रष्ट राज्य की थी, बार-बार आतंकवादी हमले होते थे और एक स्थिर सरकार की कमी थी। बेहद दुखद बात यह थी कि प्रधानमंत्री के अधिकार का क्षरण हुआ।’’ भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इसके विपरीत मोदी के नेतृत्व में भारत आज अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर स्पष्ट रुख लेने में संकोच नहीं करता।

उन्होंने कहा, ‘‘लंबे समय से भारत कड़ा रुख अख्तियार करने से कतराता रहा है। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत आज अंतरराष्ट्रीय मुद्दों व जटिल मुद्दों पर एक स्पष्ट रुख ले सकता है।’’ उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण है। नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में मोदी ने लगभग 60 देशों का दौरा किया और उन्होंने 100 से अधिक विदेशी यात्राएं कीं।

उन्होंने कहा कि मोदी ने व्यावहारिक रूप से सभी पड़ोसी देशों का दौरा किया और संबंधों को मजबूत किया। पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के कारण भारत ने इजरायल का दौरा करने की हिम्मत नहीं की। उन्होंने कहा कि घरेलू वोट बैंक की राजनीति के कारण भारत इजरायल के साथ संबंध विकसित नहीं कर सका।

उन्होंने कहा,‘‘वह (मोदी) इजरायल और फलस्तीन की यात्रा करते हैं। इन दोनों देशों की अलग-अलग यात्राओं से पता चलता है कि भारत दो अलग-अलग देशों को सर्वोत्तम संभव तरीके से संभालने में सक्षम है।’’ नड्डा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी के कदमों ने दुनिया भर में भारत की छवि बदली है और यह किताब इस बात पर बहस छेड़ने वाली है।’’

राज्यपाल को विदा करने हेतु हवाई अड्डा पहुंचे सीएम 

राज्यपाल को विदा करने हेतु हवाई अड्डा पहुंचे सीएम 

इकबाल अंसारी 

अमरावती/विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी निवर्तमान राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन के प्रति आभार और सम्मान व्यक्त करते हुए उन्हें विदा करने के लिए अपनी पत्नी, कई मंत्रियों, विधायकों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गणवरम हवाई अड्डा पहुंचे। रेड्डी ने अत्यधिक सम्मान प्रकट करते हुए झुककर हरिचंदन के पैर भी छुए।

हरिचंदन छत्तीसगढ़ के रायपुर के लिए विमान में सवार हुए, जहां वह नए राज्यपाल के रूप में पदभार ग्रहण करेंगे। मंगलवार रात राज्यपाल के आधिकारिक विदाई समारोह में रेड्डी ने कहा कि ऐसे समय में जब राज्य सरकारों और राज्यपालों के बीच संबंध विवादों से प्रभावित हैं, तब हरिचंदन ने विभिन्न संवैधानिक निकायों के बीच अत्यधिक समन्वय कायम करके राज्यपाल पद की शालीनता और गरिमा को बढ़ाया है।

रेड्डी की पत्नी वाई. एस. भारती, आवास मंत्री जोगी रमेश, आंध्र प्रदेश कृषि मिशन के उपाध्यक्ष एम. वी. एस. नागी रेड्डी, विधान परिषद के अध्यक्ष के. मोशेन राजू भी हवाई अड्डे पर मौजूद थे। 

एससी ने उद्धव की याचिका पर सुनवाई की

एससी ने उद्धव की याचिका पर सुनवाई की

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट से उद्धव गुट को राहत नहीं मिली है। चुनाव आयोग के फैसले को कोर्ट ने बरकरार रखा है। शिवसेना और धनुष बाण दोनों ही शिंदे गुट के पास ही रहने वाले हैं। ये भी कहा गया है कि चुनाव आयोग द्वारा उद्धव गुट को जो टॉर्च और मशाल वाला चुनावी चिन्ह दिया गया था, वहीं आगे भी जारी रह सकता है।

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की याचिका पर सुनवाई की। इस दौरान कोर्ट ने चुनाव आयोग के फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। साथ ही कोर्ट ने नोटिस जारी कर 2 हफ्ते में जवाब दाखिल करने के लिए कहा।

कोर्ट ने कहा कि हम इस समय फैसले पर रोक नहीं लगा सकते हैं। आपको बता दें कि शिवसेना विवाद को लेकर चुनाव आयोग से एकनाथ शिंदे को राहत मिली थी। आयोग ने अपने फैसले में एकनाथ शिंदे गुट को शिवसेना नाम और धनुष-तीन चुनाव चिह्न का इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी थी।

भारतीय टीम को खेल में काफी सुधार करना होगा

भारतीय टीम को खेल में काफी सुधार करना होगा

इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/सिडनी/केपटाउन। अभी तक महिला टी-20 विश्व कप में उतार चढ़ाव भरा प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम को गुरूवार को यहां होने वाले पहले सेमीफाइनल में मजबूत आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने खेल में काफी सुधार करना होगा। भारत पिछले पांच वर्षों में शीर्ष टीमों में शामिल रहा है लेकिन कोई बड़ी ट्राफी अपनी झोली में नहीं डाल सका है और उम्मीदों के अनुरूप उसने एक और आईसीसी टूर्नामेंट के अंतिम चार में प्रवेश कर लिया है। हालांकि, भारतीय टीम बीते समय में इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायी है, विशेषकर नॉकआउट मैचों में। आस्ट्रेलिया ने पिछले टी20 विश्व कप फाइनल में भारत को हराया था और हाल में पिछले वर्ष बर्मिंघम में स्वर्ण पदक मैच में भी उसने जीत दर्ज की थी। वर्ष 2017 में वनडे विश्व कप फाइनल में पहुंचने के बाद भारत में महिला क्रिकेट काफी तेजी से ऊपर की ओर बढ़ा है और अब समय आ गया है जब वह गुरूवार को ‘करो या मरो’ जैसे मुकाबले में उम्मीदों को प्रदर्शन में तब्दील करे। हालांकि हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली टीम ने ग्रुप चरण में पिछले चार में से तीन मैच जीते हैं लेकिन उसकी किसी भी जीत को दमदार नहीं कहा जा सकता, यहां तक कि आयरलैंड के खिलाफ जीत को भी नहीं।

टीम को एकमात्र हार इंग्लैंड से मिली। अभी तक भारत ने टूर्नामेंट में जिस तरह का खेल दिखाया है, उसे देखते हुए केवल यही उम्मीद ही लगायी जा सकती है कि किसी तरह से टीम बड़े मैच से पहले अपनी सभी समस्याओं से निजात पा लें, जिसमें शीर्ष क्रम की अनिरंतरता के अलावा ऋचा घोष को छोड़कर खिलाड़ियों की छक्के जड़ने की अक्षमता शामिल है। टीम को ‘डॉट’ गेंद का ज्यादा प्रतिशत भी कम करना होगा। सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने तीन साल पहले अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया था, हालांकि वह अब भी किशोरी ही हैं लेकिन वह अपनी गलतियों से सबक लेने में नाकाम रही हैं जिसमें स्ट्राइक रोटेट नहीं कर पाना और शॉर्ट गेंद के खिलाफ उनकी कमियां शामिल हैं।

कप्तान हरमनप्रीत खुद काफी दबाव में हैं, वह अभी तक इस विश्व कप में कोई उपयोगी पारी नहीं खेल पायी हैं। वह उन कुछ बल्लेबाजों में शामिल हैं जो गेंद को लंबी दूरी तक हिट कर सकती हैं लेकिन वह कुछ ज्यादा ही लंबे समय से अनिरंतर चल रही हैं। विश्व कप नॉकआउट मैच में हार से उनका कप्तानी कार्यकाल खत्म हो सकता है। जेमिमा रोड्रिग्स ने अभी तक टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन टीम की मदद के लिये उनके इससे कहीं ज्यादा की उम्मीद है। स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना निरंतर बल्लेबाजी करने वाली खिलाड़ियों में शामिल रही हैं और एक बार फिर वह आस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम के लिये महत्वपूर्ण होंगी। वहीं मेग लैनिंग की अगुआई वाली आस्ट्रेलियाई टीम टी20 मैचों में लगातार 22 मैच जीतकर सेमीफाइनल तक पहुंची है और वह बड़े मैचों में अपने खेल को शीर्ष स्तर तक पहुंचाने के लिये मशहूर है।

आस्ट्रेलिया ने मार्च 2021 में न्यूजीलैंड से एक टी20 मैच गंवाने के बाद किसी भी प्रारूप में महज दो अधिकारिक मैच गंवाये हैं और ये दोनों हार भारत के खिलाफ मिली हैं। आस्ट्रेलियाई टीम ने दिसंबर में मुंबई में हुई श्रृंखला में 4-1 से जीत हासिल की थी। गेंदबाजी विभाग में तेज गेंदबाज रेणुका ठाकुर टूर्नामेंट में भारत की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रही हैं जिन्होंने अभी तक सात विकेट झटके हैं जिसमें इंग्लैंड के खिलाफ 15 रन देकर पांच विकेट चटकाना शामिल रहा है। दीप्ति शर्मा ने आयरलैंड के खिलाफ अपने एक ओवर में काफी रन लुटा दिये लेकिन वह स्पिन विभाग में सबसे निरंतर गेंदबाज रही हैं। पूजा वस्त्राकर, राजेश्वरी गायकवाड़ और राधा यादव को मजबूत आस्ट्रेलिया के खिलाफ अधिक सटीक गेंदबाजी करनी होगी। आस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज बेथ मूनी पिछले नतीजों के बावजूद भारतीय चुनौती से सतर्क हैं।

मूनी ने मंगलवार को यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे कड़े मुकाबले की उम्मीद है, पिछले कुछ वर्षों में उनकी टीम (भारत) काफी तेजी से सुधार कर रही है और उनके लाइन अप में कुछ मैच विजेता खिलाड़ी भी हैं। ’’ 

टीमें इस प्रकार हैं...

भारत : हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, यास्तिका भाटिया, ऋचा घोष, जेमिमा रोड्रिग्स, हरलीन देओल, दीप्ति शर्मा, देविका वैद्य, राधा यादव, रेणुका ठाकुर अंजलि सरवनी, पूजा वस्त्राकर, राजेश्वरी गायकवाड़ और शिखा पांडे।

आस्ट्रेलिया: मेग लैनिंग (कप्तान), एलिसा हीली, डार्सी ब्राउन, एशले गार्डनर, किम गार्थ, हीथर ग्राहम, ग्रेस हैरिस, जेस जोनासेन, अलाना किंग, तहलिया मैकग्रा, बेथ मूनी, एलिसे पैरी, मेगान शट, अनाबेल सदरलैंड और जॉर्जिया वारेहैम। मैच भारतीय समयानुसार शाम साढ़े छह बजे शुरू होगा।

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