रविवार, 25 दिसंबर 2022

मौंत मामलें में एक्टर शीजान को गिरफ्तार किया 

मौंत मामलें में एक्टर शीजान को गिरफ्तार किया 

कविता गर्ग 

मुंबई। तुनिशा शर्मा मौंत मामलें में एक्ट्रेस के खास दोस्त और अली बाबा धारावाहिक के एक्टर शीजान खान को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि जून 2022 से 'अली बाबा' सीरियल की शूटिंग चल रही थी। तुनिशा, शीजान के साथ रिलेशनशिप में चल रही थीं, लेकिन 15 दिन पहले ही उनका ब्रेकअप हो गया था। जिस वजह से एक्ट्रेस टेंशन में थीं।

पुलिस के जांच में ये बात आई सामने

पूरे मामले में अब तक की जांच में पुलिस ने लव जेहाद के एंगल को सिरे से खारिज कर दिया। मुंबई पुलिस के एसीपी चंद्रकांत जाधव ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक तुनिशा की मौत, ब्रेकअप की वजह से लगे सदमें को ना झेल पाने के कारण हुई है। वहीं ब्लैकमेल किए जाने  का भी कोई एंगल नहीं निकला है।

एक्टर का मोबाइल जब्त

शनिवार को एक्ट्रेस तुनिशा ने सीरियल ' अलीबाबा: दास्तान-ए-काबुल' के सेट पर, शीजान के मेकअप रूम में ससाइड किया।  वहीं पुलिस ने एक्ट्रेस की मां कम्प्लेंट के बाद मामला दर्ज करते हुए एक्ट्रेस को गिरफ्तार कर सात दिन की कोर्ट से कस्टडी की मांग की थी, लेकिन 4 दिन की मिली है। शीजान को IPC 306 के तहत अरेस्ट किया और उनका मोबाइल जब्त कर लिया गया है।

होगी पूछताछ

एसीपी ने कहा कि एक्ट्रेस के मौत मामले में लव जिहाद एंगल नहीं है। आरोपी से अभी तक पूछताछ नहीं की गई है। क्योंकि कस्टडी अभी मिली है। उन्होंने कहा कि मामले में सभी परिवार वालों और जानकारों से भी पूछताछ की जाएगी। सभी साथ ही सेट पर काम करने वाले सभी लोगों से पूछताछ होगी। 

फिल्म और टीवी जगत की हस्तियों ने तुनिषा शर्मा की मौत पर दुख जताया

फिल्म फितूर के निर्देशक अभिषेक कपूर और टीवी अभिनेता करण कुंद्रा समेत भारतीय मनोरंजन उद्योग के कई कलाकारों ने अभिनेत्री तुनिषा शर्मा की मौत पर शोक जताया है। अभिनेत्री तुनिषा (21) ने शनिवार को यहां वसई इलाके में टीवी धारावाहिक अली बाबा : दास्तां-ए-काबुल के सेट पर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। 

तुनिषा ने टीवी धारावाहिक भारत का वीर पुत्र - महाराणा प्रताप और फितूर तथा बार बार देखो जैसी फिल्मों में काम किया था। कपूर ने युवा अभिनेत्री की मौत को हृदय विदारक बताया। उन्होंने ट्वीट किया कि तुनिषा शर्मा के निधन से स्तब्ध और बहुत दुखी हूं। मैंने फितूर में उनके साथ तब काम किया, जब वह 13 साल की थीं, प्रतिभावान और अनुशासित अभिनेत्री। ऐसी व्यक्ति जिसका भविष्य उज्ज्वल था और जिसके पास कलाकार के तौर पर देने के लिए काफी कुछ था...यह दिल तोड़ने वाला है।

फितूर में शर्मा ने बॉलीवुड अभिनेत्री कैटरीना कैफ के बचपन का किरदार निभाया था। कुंद्रा ने ट्वीट किया कि हैरान करने वाला और अत्यधिक दुखद...इतनी युवा और होनहार कलाकार इतनी जल्दी चली गयी। मैं उनके प्रियजनों को शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। ओम शांति। हर किसी से मेरा अनुरोध है कि अंधेरी सुरंग के अंत में हमेशा रोशनी होती है, कभी न भूलें।

फिल्मकार और कास्टिंग निर्देशक मुकेश छाबड़ा ने भी अभिनेत्री की मौत पर हैरानी जतायी। उन्होंने ट्वीट किया कि सच में इस पर विश्वास नहीं कर सकता। ईश्वर तुनिषा शर्मा की आत्मा को शांति दें। निर्माता अशोक पंडित ने ट्वीट किया कि जीवन में कोई दुख इतना बड़ा नहीं हो सकता, जिससे कोई पार नहीं पा सकता। उनके माता-पिता के बारे में सोच रहा हूं, जिन्हें अपने बच्चे को खोने के दर्द के साथ जीवनभर रहना पड़ेगा।

रश्मि देसाई, करणवीर बोहरा और सुगंधा एस मिश्रा जैसे टीवी कलाकारों ने भी शर्मा की मौत पर दुख जताया है। देसाई ने लिखा कि उनसे कभी नहीं मिले, लेकिन जाहिर तौर पर फूल की तरह उन्हें जानती थी। उनके परिवार और प्रियजन को शक्ति मिलें। निश्चित तौर पर वह चमकता सितारा थीं। बोहरा ने ट्वीट किया कि माय गॉड! यह बहुत दुखद और दिल तोड़ने वाला है। ईश्वर तुनिषा शर्मा की आत्मा को शांति दें। मिश्रा ने कहा कि एक युवा प्रतिभावान व्यक्ति के इतनी जल्दी चले जाने की दुर्भाग्यपूर्ण खबर दिल तोड़ने वाली है। उनके परिवार और प्रियजन को शक्ति मिले।

महाराष्ट्र के पालघर जिले में पुलिस ने टेलीविजन अभिनेत्री तुनिषा शर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में उनके 27 वर्षीय साथी अभिनेता शीजान एम खान को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। एक अधिकारी ने बताया कि शर्मा (21) ने शनिवार को वसई इलाके में एक धारावाहिक के सेट पर कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और मामले की जांच की जा रही है।

समग्र लाइसेंस खंड पर विचार कर सकती है कंपनी 

समग्र लाइसेंस खंड पर विचार कर सकती है कंपनी 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) संसद में बीमा कानून (संशोधन) विधेयक पारित होने के बाद समग्र लाइसेंस खंड पर विचार कर सकती है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। प्रस्तावित विधेयक में यह प्रावधान है कि कोई भी आवेदक किसी भी प्रकार या श्रेणी के बीमा व्यवसाय के एक या अधिक वर्गों/उप-श्रेणियों के पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकता है।

हालांकि पुनर्बीमा कंपनियों के बीमा व्यवयाय की किसी अन्य श्रेणी के लिए पंजीयन करवाने पर रोक है। वहीं, समग्र लाइसेंस होने से बीमा कंपनियां एक ही कंपनी के जरिए सामान्य और स्वास्थ्य बीमा सेवाओं की पेशकश कर सकेंगी। सूत्रों ने बताया कि एलआईसी बीमा संशोधन विधेयक के पारित होने की स्थिति में समग्र लाइसेंस तथा अन्य मुद्दों पर जीवन बीमा निगम अधिनियम, 1956 को ध्यान रखते हुए विचार करेगी। बीमा अधिनियम 1938 और बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण अधिनियम 1999 में संशोधन करने के प्रस्ताव वाले इस विधेयक को बजट सत्र में संसद के पटल पर रखा जा सकता है। वित्त मंत्रालय बीमा कानून में संशोधन पर अभी व्यापक स्तर पर विचार-विमर्श कर रहा है। 

प्रस्तावित संशोधन मुख्य रूप से पॉलिसी धारकों के हितों को बढ़ावा देने, पॉलिसी धारकों के रिटर्न को बेहतर बनाने और बीमा बाजार में अन्य कंपनियों के प्रवेश को सुगम बनाने से संबंधित हैं ताकि नए रोजगार का सृजन हो और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिले। मौजूदा समय में देश में 24 जीवन बीमा कंपनियां और 31 गैर-जीवन या सामान्य बीमा कंपनियां काम कर रही हैं।

घबराने के बजाय 'विवेक' से काम लेने की आवश्यकता

घबराने के बजाय 'विवेक' से काम लेने की आवश्यकता

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/तिरुवनंतपुरम। राष्ट्रीय एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के सलाहकार डॉ. नरेश पुरोहित ने रविवार को कहा कि भारत में वर्तमान कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए, घबराने के बजाय 'विवेक' से काम लेने की आवश्यकता है‌। क्योंकि, तीन सुरक्षित टीकाकरण और हर्ड इम्युनिटी के कारण देश में चौथी लहर की आशंका नहीं है। डॉ.पुरोहित ने कहा कि चीन कोरोना के अत्यधिक संक्रामक ओमिक्रॉन स्ट्रेन, खासकर बीएफ.7 की चपेट है। जो मुख्य वेरिएंट और यह संक्रमण बेहद तेजी से बड़ी पैमाने पर लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है।

तुलनात्मक रूप से चीन अभी ज्यादा कमजोर है, संभवतः इसके लिए कम वैक्सीन दक्षता, कम प्राकृतिक प्रतिरक्षा, खराब टीकाकरण रणनीति जिम्मेवार हैं, जिसमें वृद्ध और असुरक्षित लोगों के बजाय युवा और स्वस्थ लोगों को प्राथमिकता दी गई। जानेमाने महामारी विशेषज्ञ डॉ. पुरोहित ने ‘यूनीवार्ता’ से कहा कि अभी बड़े पैमाने पर जांच करने की आवश्यकता नहीं है। सरकार ने किसी भी नए वेरिएंट के प्रवेश पर नज़र रखने के लिए हवाई अड्डे पर आकस्मिक परीक्षण करने का सही निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि परीक्षण के लिए आकस्मिक लोगों का चयन करने के लिए थर्मल स्क्रीनिंग की जा सकती है। उन्होंने कहा कि घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। क्योंकि देश की लगभग 90 प्रतिशत पात्र आबादी टीके की दो खुराक ले चुकी है। उन्होंने बल देकर कहा कि जिन लोगों ने अभी तक एहतियाती टीका नहीं लिया है, उन्हें जल्द से जल्द टीका लगवाना चाहिए। राष्ट्रीय एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के प्रधान अन्वेषक डॉ. पुरोहित ने कहा कि भारत में लहर तभी आ सकती है, जब कोई नया वेरिएंट सामने आए। जो भारत में पहले कभी नहीं आया हो। उन्होंने कहा कि भारत की पात्र आबादी में से 97 प्रतिशत ने पहली खुराक ले ली है। जबकि 90 प्रतिशत ने दूसरी खुराक भी ले ली है। लेकिन, पात्र आबादी में से केवल 27 प्रतिशत ने अबतक एहतियाती खुराक ली है।

उन्होंने कहा कि भारतीयों में हाइब्रिड प्रतिरक्षा विकसित हो चुकी है जो किसी व्यक्ति को रुग्णता/मृत्यु के साथ-साथ भविष्य के संक्रमणों के खिलाफ ज्यादा सुरक्षित बनाता है। उन्होंने कहा कि भारत को उनके नागरिकों द्वारा रोकथाम, शीघ्र निदान और अच्छी टीकाकरण रणनीति जैसे स्वैच्छिक कार्यों से लाभ प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है और किसी यात्री में कोविड-19 संक्रमण के लक्षण पाए जाते हैं या सकारात्मक परीक्षण निकलता है, तो उन्हें क्वारंटाइन किया जाएगा।

नया राजनीतिक दल शुरू करने की घोषणा: रेड्डी

नया राजनीतिक दल शुरू करने की घोषणा: रेड्डी

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु। कर्नाटक के पूर्व मंत्री जनार्दन रेड्डी ने भारतीय जनता पार्टी को झटका देते हुए पार्टी से अलग होकर ‘कल्याण राज्य प्रगति पक्ष’ नाम से एक नया राजनीतिक दल शुरू करने की रविवार को घोषणा की। रेड्डी ने यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिकायती लहजे में कहा,“मैंने भाजपा के लिए बहुत काम किया है। मैंने अपना काम छोड़ दिया और पार्टी के लिए काम किया। लेकिन, मेरे मुश्किल दिनों में पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा और भाजपा नेता जगदीश शेट्टार के अलावा पार्टी से कोई भी मेरे साथ खड़ा नहीं हुआ।” उन्होंने कहा,“कई सालों तक मैंने भाजपा के लिए राज्य के कोने-कोने में यात्रा की।

मैंने पहली बार जनतादल (सेक्युलर)-भाजपा गठबंधन सरकार लाने में भी भूमिका निभाई। मैंने सत्ता नहीं सौंपने वाली जद (एस) के खिलाफ लड़कर एक स्वतंत्र भाजपा सरकार लाने के लिए भी कड़ी मेहनत की। लेकिन, जब मैं जेल गया, तो कोई भी समर्थन के लिए खड़ा नहीं हुआ।” उन्होंने कहा,“केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि जनार्दन रेड्डी का भाजपा से कोई संबंध नहीं है। पता नहीं उन्होंने ऐसा क्यों कहा? हालांकि, उस बयान ने मुझे बहुत आहत किया। इसी प्रकार बी.एस. येदियुरप्पा के साथ भी अन्याय हुआ है।” रेड्डी ने कहा,“मुश्किल दिनों में परिवार का नेतृत्व करने वाली मेरी पत्नी लक्ष्मी अरुणा अब नए राजनीतिक दल का नेतृत्व करने में अहम भूमिका निभा रही हैं।”

उन्होंने कहा कि पार्टी के चुनाव चिह्न और झंडे को जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा। रेड्डी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के साथ की। फिर उन्होंने बासवन्ना के श्लोकों का पाठ किया। गौरतलब है कि करोड़ों रुपये के अवैध खनन मामले में आरोपी रेड्डी 2015 से जमानत पर हैं। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कई शर्तें लगाई थीं, जिसमें उनके कर्नाटक के बेल्लारी और आंध्र प्रदेश के अनंतपुर तथा कडप्पा में जाने पर रोक शामिल है।

ठाकुर को 'भाजपा' के विधायक दल का नेता चुना 

ठाकुर को 'भाजपा' के विधायक दल का नेता चुना 

श्रीराम मौर्य 

शिमला। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और छह बार के विधायक जयराम ठाकुर को रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दल का नेता चुना गया। राज्य में विपक्षी दल के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने यह जानकारी दी। कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश की 68 सदस्यीय विधानसभा में 40 सीट जीतकर नवंबर में भाजपा से सत्ता छीन ली थी।

भाजपा ने 25 सीट जीतीं और तीन सीट निर्दलीयों के खाते में गयीं। भाजपा के वरिष्ठ नेता और चुनाव प्रबंधन समिति के प्रमुख मंगल पांडे ने कहा कि पार्टी के सभी 24 विधायकों ने ठाकुर को इस पद के लिए निर्विरोध चुना।

भाजपा विधायकों की एक बैठक यहां हुई और ठाकुर, प्रदेश भाजपा प्रमुख सुरेश कश्यप, भाजपा के प्रदेश प्रभारी और सह-प्रभारी अविनाश राय खन्ना और संजय टंडन और केंद्रीय पर्यवेक्षक विनोद तावड़ा इसमें शामिल हुए। हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव में ठाकुर ने सर्वाधिक मतों के अंतर से सिराज से जीत हासिल की।

'ओएनजीसी' के निदेशक मंडल में बड़े स्तर पर बदलाव 

'ओएनजीसी' के निदेशक मंडल में बड़े स्तर पर बदलाव 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) के निदेशक मंडल में बड़े स्तर पर बदलाव किए जा रहे हैं। इसमें निदेशक के दो पदों को मिलाकर एक किया जा रहा है और कंपनी में नई जान फूंकने की कोशिश में कॉरपोरेट मामलों के निर्देशक के रूप में नए पद का सृजन किया जा रहा है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। ओएनजीसी के निदेशक मंडल में फिलहाल छह निदेशक होते हैं- अन्वेषण, तटीय परिचालन, अपतटीय परिचालन, वित्त, मानव संसाधन और तकनीकी एवं फील्ड सेवा। कंपनी की कमान चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक के हाथों में होती है।

सरकार ने तेल शोधन एवं विपणन कंपनी बीपीसीएल के प्रमुख पद से सेवानिवृत्त हुए अरूण कुमार सिंह को इसी महीने ओएनजीसी का चेयरमैन नियुक्त किया है। पहली बार किसी सेवानिवृत्त व्यक्ति को सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी का प्रमुख बनाया गया है। हालांकि उन्हें प्रबंध निदेशक नहीं बनाया गया है। इसके साथ ही सरकार ने निदेशक मंडल में बदलाव भी शुरू कर दिया है। सूत्रों ने बताया कि जमीन पर स्थित तेल एवं गैस क्षेत्रों की जिम्मेदारी संभालने वाले निदेशक (तटीय परिचालन) और अपटतीय परिचालन के लिए जिम्मेदार निदेशक (अपतटीय परिचालन) के पदों का विलय करके नया पद निदेशक (उत्पादन) सृजित किया गया है।

इसके अलावा निदेशक (रणनीति एवं कॉरपोरेट मामले) का एक नया पद भी गठित किया गया है। निदेशक (तटीय परिचालन) अनुराग शर्मा के 28 फरवरी, 2023 को सेवानिवृत्त हो जाने के बाद निदेशक (उत्पादन) का पद एक मार्च 2023 को प्रभाव में आ जाएगा।

इस पद पर संभवत: पंकज कुमार की नियुक्ति होगी जो इस समय निदेशक (अपतटीय) हैं। सूत्रों के मुताबिक, नए निदेशक (रणनीति एवं कॉरपोरेट मामले) ओएनजीसी के सूचना प्रौद्योगिकी, संचार सेवाएं, सुरक्षा, पर्यावरण, कारोबार विकास, संयुक्त उद्यम और विपणन आदि क्षेत्रों को देखेंगे।अभी ये काम विभिन्न निदेशक बारी-बारी से संभालते हैं। उन्होंने बताया कि निदेशक मंडल में किए गए इस बदलाव का उद्देश्य परिचालन में बेहतर समन्वय बनाना और तेल एवं गैस उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करना है तथा सभी क्षेत्रों की जिम्मेदारी एक निदेशक को सौंपना है।

इन बदलाव के सुझाव परामर्शदाता कंपनी मैकिंजी ने संगठन कायांतरण परियोजना (ओटीपी) के तहत दिए थे। इसके पहले मैकिंजी की ही ओटीपी योजना के तहत 2001 में मौजूदा निदेशक स्तर के पद सृजित हुए थे। ओटीपी की शुरुआत 2000 में ओएनजीसी के तत्कालीन चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक विकास बोरा ने की थी।

सदस्यों ने मध्यरात्रि की प्रार्थना में हिस्सा लिया

सदस्यों ने मध्यरात्रि की प्रार्थना में हिस्सा लिया

इकबाल अंसारी 

गांधीनगर/अहमदाबाद। पूरे गुजरात में ईसाई समुदाय के सदस्यों ने क्रिसमस के अवसर पर प्रार्थना की और मध्यरात्रि की प्रार्थना में हिस्सा लिया। इस अवसर पर गिरजाघर, मॉल और अन्य इमारतें रंग-बिरंगी रोशनी से सराबोर नजर आए।बड़ी संख्या में लोग एक-दूसरे को बधाई देने के लिए निकले और कई लोगों ने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के घर जाकर उत्सव में हिस्सा लिया तथा उपहारों का आदान-प्रदान किया। यह क्रम शनिवार देर रात से शुरू होकर रविवार को भी जारी रहा।

अहमदाबाद और अन्य स्थानों में चर्च, मॉल, अन्य इमारतों और घरों को रोशनी, रंग-बिरंगे तोरण और क्रिसमस ट्री से सजाया गया। अहमदाबाद, वड़ोदरा और अन्य शहरों में सार्वजनिक स्थानों पर आयोजित समारोह में ईसाइयों के अलावा अन्य समुदायों के लोगों ने भी हिस्सा लिया। कुछ शहरों में विभिन्न मॉल, उद्यानों और चर्च में सांता क्लॉज के रूप में सजे लोगों को आगंतुकों का अभिवादन करते देखा गया। वर्ष 2020 में कोविड-19 महामारी की पाबंदियों के बीच उत्सव का आयोजन किया गया था और पिछले साल भी त्योहार पर संक्रमण का खतरा मंडरा रहा था

इस बार लोगों ने भव्य जश्न मनाने का मौका नहीं छोड़ा। कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को कहा कि भारत यात्रा पर आने वाले चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड के यात्रियों में कोविड-19 का पता लगाने के लिए आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य होगी। 

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-161, (वर्ष-11) पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254 2. शनिवार, मार्च 30, 2024 3. शक-1945, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-षष्ठी,...