गुरुवार, 17 नवंबर 2022

बाबू को भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया 

बाबू को भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी बंडारू विल्सन बाबू को समवर्ती रूप से कोमोरोस में भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया गया है। विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

मंत्रालय के बयान के अनुसार, बंडारू विल्सन बाबू अभी मेडागास्कर में भारत के राजदूत के रूप में कार्य कर रहे हैं और उन्हें समवर्ती रूप से कोमोरोस में भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया गया है। वह एक साथ दोनों जगह के राजदूत का दायित्व संभालेंगे। विल्सन बाबू भारतीय विदेश सेवा के 2004 बैच के अधिकारी हैं।

सिमरनजीत के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दें

सिमरनजीत के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दें

अमित शर्मा 

जालंधर। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया ने कहा कि मुख्य मंत्री भगवंत मान शहीद भगत सिंह को भारत रत्न देने की मांग करने से पहले भगत सिंह को आंतकवादी कहने वाले सिमरनजीत सिंह मान के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दें। कालिया ने मुख्य मंत्री भगवंत मान को गुरूवार को एक पत्र लिख कर कहा कि वे और भारतीय जनता पार्टी पंजाब स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, करतार सिंह सराभा, लाला लाजपत राय और अन्य महान शहीदों को भारत रत्न देने और करतार सिंह सराभा को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा देने की आपकी मांग का पूर्ण समर्थन करते हैं

उन्होने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद भारत के प्रत्येक नागरिक के दिल में रहते हैं। कोई भी पुरस्कार शहीद के सर्वोच्च बलिदान की बराबरी नहीं कर सकता। यदि शहीद को कोई पुरस्कार दिया जाना है तो वह सभी शहीदों के लिए होना चाहिए। शहीदों में कोई भेदभाव नहीं हो सकता क्योंकि देश के लिए दिया गया हर बलिदान सर्वोच्च है। भाजपा नेता ने कहा कि संगरूर लोकसभा क्षेत्र से सांसद सिमरनजीत सिह मान ने 17 जुलाई को शहीद भगत सिंह को आतंकवादी कहा था। उन्होने कहा कि आपने एक मुख्यमंत्री के रूप में न तो उनके बयान पर प्रतिक्रिया दी और न ही सिमरनजीत सिंह मान के खिलाफ कोई आपराधिक कार्रवाई का आदेश दिया

कालिया ने कहा कि उन्होने 22 जुलाई को पत्र लिख कर मुख्य मंत्री से सिमरनजीत सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी लेकिन मुख्य मंत्री कार्यालय ने उनके पत्र को डीजीपी पंजाब को भेजने की बजाए विशेष मुख्य सचिव संसदीय कार्य विभाग को प्रेषित कर दिया। उन्होने कहा कि चार महीने का समय बीत जाने पर भी अभी तक सिमरनजीत सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होने कहा कि अगर सिमरनजीत सिंह मान के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो माना जायेगा कि आप दोहरे मापदंड अपना रहे हैं। 

24 नवंबर को 'नेशनल हाईवे' जाम का ऐलान: चढूनी

24 नवंबर को 'नेशनल हाईवे' जाम का ऐलान: चढूनी

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। किसान आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमों को वापस नहीं लिए जाने से बुरी तरह गुस्साए किसानों द्वारा अब 24 नवंबर को नेशनल हाईवे जाम का ऐलान किया गया है। इसी दिन मोहडा अनाज मंडी के पास जीटी रोड पर धरना देते हुए यहां के यातायात को भी बंद किया जाएगा। रेलवे की ओर से दर्ज मुकदमे वापस ले लिए जाने के बाद अब रेलवे ट्रैक के बंद के प्रोग्राम को वापस ले लिया गया है।

बृहस्पतिवार को किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि किसानों की ओर से दी गई चेतावनी के बाद रेलवे ने किसानों के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमे वापस ले लिए है। इसलिए अब 24 नवंबर को किसान ट्रेनों का चक्का जाम नहीं करेंगे। लेकिन इस दिन मोहडा अनाज मंडी के पास जीटी रोड को बाधित करते हुए इसे जाम किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि राज्य के गृहमंत्री द्वारा किसानों के साथ हुई मीटिंग को लेकर दिया गया बयान पूरी तरह से गुमराह करने वाला है। किसान नेता ने कहा है कि हरियाणा सरकार ने अभी तक अपने वादे के मुताबिक किसानों के खिलाफ दर्ज किए गए सभी मुकदमे वापस नहीं लिए हैं। कई मामले ऐसे हैं, जिन्हें वापस लेने की प्रक्रिया ही अभी तक शुरू नहीं की गई है।

उन्होंने कहा है कि हरियाणा में दर्ज बहुत सारे मुकदमे अभी अदालतों में निलंबित पड़े हुए हैं। हालांकि हरियाणा सरकार ने ज्यादातर मामलों को रद्द करने की सिफारिश कर दी है। लेकिन इसके बावजूद अभी बहुत सारी संख्या में केस अदालतों में विचाराधीन हैं। जिस कारण से बहुत से लोगों के शस्त्र लाइसेंस भी रद्द कर दिए गए हैं और उनके पासपोर्ट भी नहीं बनाए जा रहे हैं।

3 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी

3 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी

इकबाल अंसारी 

सिलीगुड़ी। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की सिलीगुड़ी में एक कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद तबीयत खराब हो गई और डॉक्टरों ने उनकी स्वास्थ्य जांच की। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक नीरज जिम्पा ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गडकरी की तबीयत बाद में ठीक हो गई और वह अपनी कार में सवार होकर रवाना हो गए।

जिम्पा ने कहा, “कार्यक्रम खत्म होने के बाद गडकरी जी ने बेचैनी की शिकायत की। डॉक्टरों ने मंच के पीछे ले जाकर उनकी स्वास्थ्य जांच की। बाद में वह अपनी कार में सवार होकर रवाना हो गए।” गडकरी के स्वास्थ्य के बारे में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है। पश्चिम बंगाल के दौरे पर आए गडकरी ने सिलीगुड़ी में 1,206 करोड़ रुपये की 3 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी।

'अग्निपथ’ योजना घातक, वापस लेने की मांग: सीएम 

'अग्निपथ’ योजना घातक, वापस लेने की मांग: सीएम 

इकबाल अंसारी/नरेश राघानी 

शिलोंग/जयपुर। मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर अल्पकालिक अवधि के लिए संविदा नियुक्ति के आधार पर सेनाओं में युवाओं की भर्ती की केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ’ योजना को घातक बताते हुए इसे तुरंत वापस लेने की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के बहुप्रचारित 'गुजरात मॉडल' पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 'वहां कहीं कोई स्वर्ग नहीं आया है।'

यहां संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, 'इनको अंदाज नहीं है कि ये कितना नुकसान देश का कर रहे हैं। अग्निपथ बहुत ही घातक योजना है। केद्र सरकार को इसे तुरंत वापस लेना चाहिए और फौज की पेंशन आदि सुविधाओं वाली पूर्णकालिक नौकरी वापस लानी चाहिए।' भाजपा के बहुप्रचारित गुजरात मॉडल के बारे में उन्होंने कहा,'गुजरात मॉडल कुछ नहीं है। वही गरीबी है। उसी तरह के गांव हैं। उसी तरह का किसानों को कष्ट है। बेरोजगारी है, चिकित्सा सुविधाएं नहीं है। स्कूल भी अच्छे नहीं हैं।

कहीं गुजरात में कोई स्वर्ग नहीं आया हुआ।' गुजरात में विधानसभा चुनाव के बारे में पूछे जाने पर मलिक ने कहा, 'गुजरात में तो नगरपालिका चुनाव भी सांप्रदायिक करके जीतते रहे हैं। इस बार ऐसा नहीं है।' उन्होंने आगे कहा, 'गुजरात तो मैं घूमा हूं मैं नरेंद्र मोदी जी के चुनाव में गया था। मैं इनका प्रशंसक था।

जब ये गुजरात में थे तो ये किसानपरस्त थे इन्होंने एमएसपी लागू करने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चिट्ठी लिखी थी।’’ मलिक ने कहा, ‘‘लोहिया कहते थे कि दिल्ली बहुत खराब जगह है यहां आकर आदमी बदल जाता है तो ये दिल्ली आकर बदल गए पता नहीं क्या हुआ है और उनकी किसान परस्ती खत्म हो गयी। मेरे तो इनसे जितनी भी मुलाकात हुईं वह किसानों के मुद्दे पर लड़ाई के साथ खत्म हुई।'

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के बारे में किसानों से किए अपने वादे को निभाना चाहिए। उन्होंने कहा किक कृषि जिंसों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है अगर इसे लागू नहीं किया गया तो फिर आंदोलन छिड़ेगा व देश में अफरा तफरी मचेगी इससे बचा जाना चाहिए।

मलिक ने कहा, 'देश की अर्थव्यवस्था भी नीचे जा रही है ऐसे में अगर महत्वपूर्ण लोग नहीं बोलेंगे या लड़ाई नहीं करेंगे तो यह देश रसातल में चला जाएगा क्योंकि जो लोग राज करते हैं वे तो अपने आत्ममुग्ध होते हैं कि अपने सब अच्छा कर दिया। उन्हें पता नहीं होता कि बाहर क्या हो रहा है।'

राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस में कथित गुटबाजी संबंधी सवाल को उन्होंने यह कहते हुए टाल दिया कि 'सबको मिलजुल कर काम करना चाहिए। लड़ने का समय नहीं है। राजस्थान की तरक्की के लिए इनका लड़ना ठीक नहीं है। चुनाव आ रहा है, मिलकर रहना चाहिए।' 

नसबंदी करने वाले डॉक्टरों के लाइसेंस रद्द, मांग

नसबंदी करने वाले डॉक्टरों के लाइसेंस रद्द, मांग

अकांशु उपाध्याय/अविनाश श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/पटना। राष्ट्रीय महिला आयोग ने बिहार के एक अस्पताल में कथित रूप से एनेस्थीसिया दिए बगैर महिलाओं की नसबंदी करने वाले डॉक्टरों के लाइसेंस रद्द करने की मांग की है। मीडिया में आयी खबरों के अनुसार, बिहार में खगड़िया जिले के दो सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर करीब 24 महिलाओं को एनेस्थीसिया दिए बगैर (बेहोश किए बिना) स्थायी नसबंदी के लिए उनकी सर्जरी की गई।

इस पर संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बिहार के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इसमें शामिल एनजीओ, डॉक्टरों और अन्य लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है। महिला आयोग ने ट्वीट किया है, ‘‘राष्ट्रीय महिला आयोग ने मेडिकल लापरवाही और तय प्रक्रिया का पालन नहीं करने को लेकर डॉक्टरों का लाइसेंस रद्द करने को कहा है।’’

पोषक तत्वों से भरपूर दालचीनी, जानिए फायदे

पोषक तत्वों से भरपूर दालचीनी, जानिए फायदे

सरस्वती उपाध्याय
दालचीनी एंटीऑक्सिडेंट जैसे कई यौगिकों में भरपूर होती है। इसमें जिंक, विटामिंस, मैग्नीशियम, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, आयरन और फास्फोरस जैसे कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो आपकी बॉडी को मजबूती देने में काफी हद तक मददगार होते हैं। वहीं दालचीनी महिलाओं के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं होती है। क्योंकि, उनकी कई परेशानियों में दालचीनी राहत देने का काम करती है। कुछ शोध बताते हैं कि यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है और हृदय रोग में फायदेमंद होता है, साथ ही यह मसल्स सूजन को भी कम कर सकता है। 

मौजूद पोषक तत्वों की मौजूदगी मुहांसों की समस्या और अनियमित पीरियड्स की प्रॉबलम्स को दूर रख सकते हैं। शरीर पर आ रहे अधिक बालों के लिए भी दालचीनी कारगर मानी जाती है। मेनोपोज के दिनों में असहनीय दर्द, मूड स्विंग, ब्लोटिंग, चिड़चिड़ापन जैसी दिक्कतों को दूर करने के लिए आजमाएं दालचीनी और शहद। दालचीनी में यूजेनॉल मौजूद होता है, जो पीरियड्स के दौरान हो रही समस्याओं को बढ़ाने वाले हार्मोन का संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकती है।

पीरियड्स क्रैम्प्स के लिए दालचीनी पानी
इन दिनों में आमतौर पर पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होना, उल्टी आना, चक्कर, लूज मोशन, जी मचलाना और कमजोरी जैसी कई परेशानियों महसूस होती हैं। ऐसे में आपके लिए दालचीनी पानी बेहतर उपाय हो सकता है। 

दूध और दालचीनी
इस तरह की समस्याओं के लिए दालचीनी नेचुरल तरीके से आपकी सहायता कर सकती है। इसे उपयोग में लाने का सबसे कारगर उपाय दालचीनी पाउडर को गुनगुने दूध में डालकर पीना है। आप चाहें तो इसकी चाय भी बनाकर पी सकती हैं। इससे आपको कई फायदें मिल सकते हैं

दर्द से राहत 
पीरियड्स का दर्द कभी-कभी असहनीय बन जाता है। ऐसे हालात में आप दालचीनी की हर्बल चाय बनाकर पी सकती हैं या दालचीनी ऑयल से पेट की मालिश करने से भी सूजन और तेज दर्द में राहत मिलती है। 

हैवी ब्लीडिंग की समस्या 
कई लड़कियों को पीरियड के समय बहुत ब्लीडिंग होने लगती है, जो अहसज स्थिति बन सकती है और इसकी वजह से  दर्द कमजोरी, चिड़चिड़ापन जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें दालचीनी  के सेवन से ब्लड फ्लो का डायरेक्शन बदल जाता है और यही कारण है कि ब्लीडिंग कम होने लगती है। 

अधिक दालचीनी के सेवन का दुष्प्रभाव
शोध में पाया गया है कि बहुत अधिक दालचीनी का सेवन आपके लीवर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अधिक मात्रा में लेने की वजह से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

डार्क सर्कल्स को दूर करने में मदद, जानिए उपाय

डार्क सर्कल्स को दूर करने में मदद, जानिए उपाय

सरस्वती उपाध्याय 

दूध और गुलाब जल डार्क सर्कल्स को दूर करने में काफी मदद करता है। इसके लिए गुलाब जल और दूध को बराबर मात्रा लेकर कॉटन की मदद से डार्क सर्कल्स पर लगाकर 20 मिनट तक के लिए छोड़ दें। उसके बाद कॉटन पैड हटा लें और फिर फेस को पानी से धो लें।

यूं तो लोग डार्क सर्कल्स छिपाने के लिए कई नुस्खे अपनाते हैं। कंसीलर से लेकर मेकअप तक, भले ही ये चीजें आपकी आंखों के नीचे काले घेरे को छिपाने में मदद करे, लेकिन यह इसका परमानेंट इलाज नहीं है। इसलिए बेहतर होगा कि आप कुछ ऐसे उपायों को अपनाएं जो इन काले घेरों की हमेशा-हमेशा के लिए छुट्टी कर दें और फिर कभी इन्हें आपको छिपाने की जरूरत ही ना पड़े। ऐसे में आइए जानते हैं उन घरेलू उपायों के बारे में जिन्हें अपनाने के बाद ये आपके काले घेरों की हमेशा के लिए छुट्टी कर दें। 

डार्क सर्कल्स होने के प्रमुख कारण

पर्याप्त नींद ना लेना।

गलत खानपान और अनियमित दिनचर्या

देर रात तक स्क्रीन देखना

थकान, तनाव

आंखों में सूखापन या आंखों की एलर्जी

डिहाइड्रेशन

शरीर में पानी की कमी

धूप और प्रदूषण में ज्यादा देर रहना आदि।


डार्क सर्कल कम करने के घरेलू उपाय 

दूध और गुलाब जल 

दूध और गुलाब जल डार्क सर्कल्स को दूर करने में काफी मदद करता है। इसके लिए गुलाब जल और दूध को बराबर मात्रा लेकर कॉटन की मदद से डार्क सर्कल्स पर लगाकर 20 मिनट तक के लिए छोड़ दें। उसके बाद कॉटन पैड हटा लें और फिर फेस को पानी से धो लें।

आलू का रस

डार्क सर्कल्स हटाने के लिए आलू का रस भी आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए पहले आलू को कद्दूकस कर लें। उसके बाद उसका रस लेकर रुई की मदद आंखों के आसपास लगाएं और फिर इसे कुछ देर लगा रहने दें। इसके बाद आंख को साफ पानी से धो लें। कुछ दिनों तक ऐसा करने से आपको बहुत फायदा मिलेगा।

टमाटर 

टमाटर सेहत के साथ-साथ स्किन के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। ऐसे में आंखों के नीचे काले घेरे को हटाने के लिए सबसे पहले  2 चम्मच टमाटर के रस में कुछ बूंदे नींबू के रस को मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को 10 मिनट के लिए आंखों के नीचे लगाएं। उसके बाद साफ पानी से धो लें। ऐसा करने से डार्क सर्कल की समस्या दूर होगी।

खीरा 

इसके लिए पहले खीरे को स्लाइस में काट लें। उसके बाद इसे 10 मिनट तक के लिए अपने आंखों पर रखें। इससे डार्क सर्कल्स की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। 

शहद, दूध और नींबू

आंखों के नीचे काले घेरे को हटाने के लिए शहद, दूध और नींबू बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए एक चम्मच दूध में आधा चम्मच शहद और नींबू का रस मिलाकर आंखों के आसपास मसाज करें। ऐसा करने से डार्क सर्कल्स दूर हो सकते हैं।

किसी भी कीमत पर कपट और छल से धर्मांतरण नहीं 

किसी भी कीमत पर कपट और छल से धर्मांतरण नहीं 

मनोज सिंह ठाकुर 

केसला। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज आदिवासियों के बीच कहा कि वे प्रदेश की धरती पर किसी भी कीमत पर कपट और छल से धर्मांतरण नहीं होने देंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान नर्मदापुरम के केसला में आयोजित 'पेसा जागरूकता सम्मेलन' को संबोधित कर रहे थे।

इस दौरान उन्होंने जनजातीय नायक बिरसा मुंडा, टंट्या मामा, शंकर शाह और रघुनाथ शाह को प्रणाम कर संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि वे प्रदेश की धरती पर किसी भी कीमत पर कपट और छल से धर्मांतरण नहीं होने देंगे। साथ ही चौहान ने कहा कि जहां-जहां पेसा कानून लागू हो रहा है वहां हर साल पटवारी और बीट गार्ड को ग्राम सभा में नक्शा, खसरा की नकल रखनी पड़ेगी, ताकि कोई किसी की जमीन हथिया न पाए।

कोई भी रेत, गिट्टी या पत्थर की खदान है अगर इसका सर्वे शासन को भी करना है तो ये बिना ग्राम सभा की सहमति के नहीं होगा। अनुसूचित क्षेत्र में खदानों में पहला हक होगा जनजातीय सोसाइटी का, दूसरा हक जनजातीय बहनों का और तीसरा हक कोई पुरुष अप्लाई करता है तो उसका होगा। चौहान ने कहा कि जितनी वनोपज होगी, अब जनजातीय लोगों का अधिकार है, वे इसको उठाएं, बीनें और उसके बाद ग्राम सभा ही प्रशासन से साथ मिलकर इसके रेट तय करेगी। उन्होंने कहा कि गांव से किसी मजदूर को काम करवाने बाहर ले जाना हो तो उसे गांव में अपना परिचय लिखवाने के बाद ही ले जाने की अनुमति मिलेगी, ताकि किसी श्रमिक को कोई परेशान न कर सके।

बिना गांव में नाम लिखाए अगर कोई ले गया तो कानून उसको कड़ी से कड़ी सजा देगा। मध्यप्रदेश में दो दिन पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में पेसा (अनुसूचित क्षेत्रों में पंचायतों का विस्तार संबंधी अधिनियम) लागू हुआ है। श्री चौहान आज इसी अधिनियम के बारे में जागरुकता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-37, (वर्ष-06)

2. शुक्रवार, नवंबर 18, 2022

3. शक-1944, मार्गशीर्ष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-दसमीं, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:43, सूर्यास्त: 05:26। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 21 डी.सै., अधिकतम-32+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...