शनिवार, 5 नवंबर 2022

विद्यालय में गुरु नानक जयंती का कार्यक्रम मनाया

विद्यालय में गुरु नानक जयंती का कार्यक्रम मनाया

भानु प्रताप उपाध्याय 

शामली। शहर के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में गुरु नानक जयंती का कार्यक्रम बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रधानाचार्य संजय सैनी और संदीप कुमार ने गुरु नानक के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित किए। संदीप कुमार ने बताया कि गुरू नानक का जन्म तलवंडी ग्राम में हुआ था। यह बचपन से ही बड़े कुशाग्र बुद्धि के थे। इन्होंने सिख धर्म की स्थापना की। वह सन्यासियों और साधुओं के साथ रहना पसंद करते थे। उनका मानना था कि अच्छे कार्य करो, जिससे भगवान के दरबार में लज्जित न होना पड़े।

प्रधानाचार्य संजय सैनी ने कहा कि हमें गुरु नानक के बताएं मार्ग पर चलकर अपने जीवन को सफल बनाना है। इस अवसर पर विद्यालय में बस्ता प्रतियोगिता और वेश प्रतियोगिता का पुरस्कार भी वितरित किया गया। वेश प्रतियोगिता में वृंदा, दीक्षित, पलक, तोहार, सूर्यवीर, अर्पित कुमार, तनवी चैहान, अथर्व कौशिक, अंशिका, पूजा, आशीष, कृष्ण वर्मा, आयुष को प्रथम स्थान का पुरस्कार दिया गया।

15 नवंबर तक जनपद की सड़कों को गड्ढा मुक्त करें

15 नवंबर तक जनपद की सड़कों को गड्ढा मुक्त करें

हरिशंकर त्रिपाठी 

देवरिया। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने शनिवार को विकास भवन स्थित गांधी सभागार में गड्ढा मुक्ति अभियान की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि समस्त कार्यदायी संस्थाएं 15 नवंबर तक हर हाल में जनपद की सड़कों को गड्ढा मुक्त करें। गड्ढा मुक्ति अभियान शासन की प्राथमिकता का कार्य है। इस में लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

जिलाधिकारी ने लोकनिर्माण विभाग, प्रांतीय खंड तथा निर्माण खंड द्वारा किये जा रहे गड्ढा मुक्ति कार्य की धीमी रफ्तार पर कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने सभी अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि 15 नवंबर तक गड्ढा मुक्ति अभियान को पूरा नहीं होने पर शासन की प्राथमिकता वाले कार्यों में लापरवाही माना जायेगा। डीएम ने पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता (प्रांतीय खंड) को बैठक में गलत जानकारी देने पर और अधिशासी अभियंता (सीडी) से अभियान में अत्यंत धीमी प्रगति पर स्पष्टीकरण तलब किया है। साथ ही बैठक में नहीं आने पर मंडी परिषद के उप निदेशक शिव चरण लाल का वेतन बाधित करने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के 32 सड़कों के नवीनीकरण हेतु टेंडर नहीं हो पाने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की और उसकी जवाबदेही तय करने के लिए शासन को पत्र लिखने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने जिलापंचायत, नगरपालिका सहित समस्त नगर निकायों द्वारा गड्ढा मुक्ति के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा में की। उन्होंने समस्त कार्यदायी संस्थाओं को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि काम समय से पूरा करें, निर्धारित समय अवधि के बाद वे स्वयं गड्ढा मुक्ति के कार्यों का औचक निरीक्षण करेंगे और कमी मिलने पर कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।

जिलाधिकारी ने आगामी चुनावों के दृष्टिगत समस्त नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों को जनता से जुड़ी विभिन्न आवश्यक सेवाओं के लिए वित्तीय स्वीकृति समय रहते प्राप्त करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के उपरांत यदि आवश्यक जनसेवाओं में किसी भी तरह की बाधा वित्तीय स्वीकृति न होने की वजह से आएगी तो संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी।

बैठक में अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी आरके सिंह, अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग अबरार अहमद, अधिशासी अभियंता (एनएच) नूर मोहम्मद, अपर मुख्य अधिकारी ज्ञानधन सिंह, सहायक अभियंता पीडब्लूडी सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।

संपूर्ण समाधान दिवस में 62 प्रकरण आएं: डीएम 

संपूर्ण समाधान दिवस में 62 प्रकरण आएं: डीएम 

हरिशंकर त्रिपाठी 

देवरिया। रुद्रपुर तहसील में शनिवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 62 प्रकरण आएं, जिनमें से 14 प्रकरणों का मौके पर निस्तारण किया गया। शेष प्रकरणों को गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को अग्रसारित कर दिया गया। साथ ही समस्त अधिकारियों को जनसमस्याओं का निस्तारण शासन की मंशानुरूप प्राथमिकता के आधार पर करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जो समस्याएं जिस स्तर की हैं। उनका समाधान उसी स्तर पर सुनिश्चित किया जाए।

इस कार्य मे लापरवाही बरतने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी श्री सिंह ने निर्देश देते हुए यह भी कहा कि समस्याओ का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण वास्तविक रुप से किए जाए तथा उससे फरियादी भी संतुष्ट रहे, इस पर भी ध्यान रखा जाए। इसमें किसी भी प्रकार की कोई शिथिलता न बरती जाए। उन्होंने कहा कि शासन, आईजीआरएस, आयुक्त, मुख्यमंत्री हेल्पलाईन तथा अन्य स्तर से भी प्राप्त शिकायतों का निस्तारण गुणवत्ता के साथ त्वरित व वास्तविक रूप में होना चाहिए।

उन्होने फरियादियों की समस्याओं को सुनते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों को प्रकरणो को सौपते हुए निर्देश दिया कि वे इसका तत्कालिक रुप में निस्तारण सुनिश्चित करेगें और ऐसे प्रकरण जिसमें राजस्व व पुलिस विभाग की संयुक्त रुप से आवश्यकता हो उसमें पूरी टीम के साथ जाकर निस्तारण सुनिश्चित करायें। प्रयास यह हो कि कोई भी फरियादी अपनी समस्याओं को लेकर कही न भटके। प्रत्येक शिकायतकर्ता को लिखित में उसके द्वारा की गई शिकायत पर की गई कार्यवाही से अवगत कराया जाए। पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने पुलिस विभाग से जुडे मामलों की सुनवायी की व पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं थानाध्यक्षो को प्राप्त सभी सन्दर्भाे का निस्तारण प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया।
इस समाधान दिवस में सर्वाधिक राजस्व विभाग के 40, पुलिस के 09, विकास के 05 व अन्य विभागों से 08 मामले आये।

प्रकरणों को संबंधित विभाग को समाधान के निर्देश के साथ सौंपा गया। आज जनपद के सभी तहसीलों में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 284 प्रकरण प्राप्त हुए, जिसमें से 35 प्रकरणों का मौके पर निस्तारण किया गया। तहसील सदर में कुल 29 प्रकरण प्राप्त हुए जिसमे से 04 प्रकरणों का मौके पर निस्तारण किया गया। इसी प्रकार सलेमपुर में प्राप्त 95 प्रकरणों में 09 का मौके पर निस्तारण किया गया। रुद्रपुर में 62 प्रकरणों में से 14, बरहज में 21 प्रकरणों में 01 तथा भाटपार रानी में प्राप्त 77 में 07 प्रकरणों का मौके पर निस्तारित किया गया।
सम्पूर्ण समाधान दिवस में एसडीएम रुद्रपुर ध्रुव शुक्ला, सीओ जिलाजीत, तहसीलदार, डीपीओ कृष्णकांत राय सहित विभिन्न विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी खंड विकास अधिकारी एवं थानाध्यक्ष गण उपस्थित थे।

प्रयागराज: अंसारी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में सुनवाई 

प्रयागराज: अंसारी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में सुनवाई 

बृजेश केसरवानी 

प्रयागराज। गैंगस्टर और माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में शनिवार को कोर्ट ने सुनवाई की। जिला जज संतोष राय ने ईडी की मांग पर अब्बास अंसारी की कस्टडी रिमांड मंजूर कर ली है। अब्बास अंसारी यूपी के मऊ से विधायक हैं। बता दें कि कोर्ट में ईडी ने 14 दिन की कस्टडी रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने सिर्फ 7 दिन की रिमांड मंजूर की है। इससे पहले शुक्रवार शाम को ईडी ने पूछताछ के बाद अब्बास अंसारी को गिरफ्तार किया था। ईडी ने प्रयागराज ऑफिस में अब्बास अंसारी से 9 घंटे तक पूछताछ की थी।

बता दें कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने उन्हें बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था। अब्बास अंसारी से दूसरे राउंड की पूछताछ शुरू की गई थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। लंबे समय से जारी है पूछताछ का दौर गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय ने मार्च 2021 में मुख्तार अंसारी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। उसके बाद ईडी ने मुख्तार के भाई और बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी से इसी साल 9 मई, फिर मुख्तार के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी और विधायक भतीजे शोएब अंसारी से 10 मई को और अब्बास अंसारी और छोटे बेटे उमर अंसारी से 20 मई को पूछताछ की थी। ईडी ने अब्बास अंसारी के खिलाफ पिछले महीने लुकआउट नोटिस जारी किया था।

25 अगस्त को एमपी-एमएलए कोर्ट ने अब्बास अंसारी को भगोड़ा घोषित कर दिया था। वह कोर्ट में सरेंडर नहीं कर रहे थे। अब्बास के खिलाफ आर्म्स एक्ट और प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) समेत अन्य केस दर्ज हैं। सितंबर में अब्बास की लोकेशन पंजाब में मिली थी। उसकी तलाश में एक टीम पंजाब भेजी गई थी, लेकिन अब्बास पकड़ में नहीं आए थे। उनकी पार्टी सुभासपा के नेता ओपी राजभर ने भी अब्बास से ई़डी के सामने पेश होने की अपील की थी।

मध्यावधि चुनाव, भारतीय मूल के 5 नागरिक शामिल

मध्यावधि चुनाव, भारतीय मूल के 5 नागरिक शामिल

सुनील श्रीवास्तव 

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में आठ नवंबर को प्रतिनिधि सभा के लिए होने वाले मध्यावधि चुनाव की दौड़ में भारतीय मूल के पांच अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं। अगर चुनावी विश्लेषकों की राय पर गौर किया जाए तो इन भारतीय-अमेरिकियों के प्रतिनिधि सभा के लिए चुने जाने की 100 फीसदी की संभावना है। चार मौजूदा सांसद एमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना और प्रमिला जयपाल के पुन: निर्वाचित होने की उम्मीद है। चारों डेमोक्रेटिक पार्टी के हैं। प्रतिनिधि सभा में भारतीय अमेरिकियों के तथाकथित ‘समोसा कॉकस’ में उद्यमी और कारोबारी श्री थानेदार भी शामिल हो सकते हैं जो मिशिगन के 13वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट से चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें सबसे वरिष्ठ सदस्य बेरा कैलिफोर्निया की सातवीं कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट से प्रतिनिधि सभा के लिए छठी बार चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, खन्ना, कृष्णमूर्ति और जयपाल लगातार चौथी बार प्रतिनिधि सभा की दौड़ में शामिल हैं।

राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, चारों उम्मीदवार अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ मजबूत स्थिति में है और थानेदार की स्थिति भी मजबूत दिख रही है। थानेदार अगर निर्वाचित होते हैं तो वह बेरा, खन्ना, कृष्णमूर्ति और जयपाल के साथ अगली कांग्रेस में पांचवें भारतीय-अमेरिकी होंगे। चेन्नई में जन्मीं जयपाल (57) प्रतिनिधि सभा में निर्वाचित होने वाली पहली और इकलौती भारतीय-अमेरिकी महिला है। इस चुनाव में एक अन्य भारतीय-अमेरिकी मैरीलैंड राज्य में इतिहास रचने को तैयार हैं। मैरीलैंड हाउस ऑफ डेलीगेट्स की पूर्व सदस्य अरुणा मिलर डेमोक्रेटिक पार्टी के टिकट पर राज्य के लेफ्टिनेंट गवर्नर पद पर चुनाव लड़ रही हैं।

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार उनका जीतना तय है। अगर ऐसा होता है तो वह मैरीलैंड में इस पद पर निर्वाचित होने वाली पहली भारतीय अमेरिकी होंगी। इस बीच, डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन पार्टी के प्रत्याशियों ने आठ नवंबर को होने वाले मध्यावधि चुनाव के मद्देनजर भारतीय-अमेरिकियों तक पहुंचने के प्रयास तेज कर दिए हैं। ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ ने शुक्रवार को कहा कि कुछ कड़े मुकाबलों में भारतीय-अमेरिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

15,785 आयुष्मान कार्ड बनाकर 15वीं रैंक हासिल की 

15,785 आयुष्मान कार्ड बनाकर 15वीं रैंक हासिल की 

संदीप मिश्र 

मुरादाबाद। आयुष्मान कार्ड बनाने में अक्टूबर में मुरादाबाद की स्थिति प्रदेश में पहले से काफी सुधरी है। जिले के आयुष्मान मित्रों ने अक्टूबर में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के 15,785 कार्ड बनाकर प्रदेश में 15वीं रैंक हासिल की है। वहीं मंडल में अपने बेहतर प्रदर्शन से मुरादाबाद पहली रैंक पर है।

नोडल अधिकारी डॉ. सुनील दोहरे ने बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य पोर्टल पर अक्टूबर में मुरादाबाद से 23512 आयुष्मान कार्ड बनाए गए। बिजनौर से 20383, संभल से 9980, रामपुर से 6788 और अमरोहा से 6165 कार्ड बनाए गए। उन्होंने कहा कि जिले के सीएचओ, आशा, वीएलई ने इस माह काफी अच्छा काम किया है। उन्होंने बताया कि अक्टूबर में कुंदरकी ब्लॉक से सबसे अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए। अन्य ब्लॉक में मूढ़ापाण्डे, बिलारी, डिलारी का प्रदर्शन अच्छा रहा।

योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ पीतांबर सिंह ने कहा कि सीएचओ, आशा, वीएलई, सीएससी से लगातार संपर्क साधकर अधिक संख्या में लोगों के गोल्डन कार्ड बनाने के लिए कहा जा रहा है। अक्टूबर में इन लोगों ने बेहतर प्रदर्शन भी किया। इसके चलते प्रदेश में मुरादाबाद 15वें स्थान पर पहुंच पाया। उम्मीद है आगे और भी बेहतर प्रदर्शन कर प्रदेश में पहली रैंक हासिल करें। योजना के अंतर्गत कार्ड धारक और उसके परिवार के नामित सदस्यों के गंभीर बीमारियों का मुफ्त इलाज पांच लाख रूपये की सीमा तक हर साल मिलती है।

30 दिनों के लिए मौन व्रत रखने की घोषणा: वेस्ट 

30 दिनों के लिए मौन व्रत रखने की घोषणा: वेस्ट 

अखिलेश पांडेय 

वाशिंगटन डीसी/न्यूयॉर्क। रैपर ‘ये’ (कान्ये वेस्ट) ने 30 दिनों के लिए मौन व्रत रखने की घोषणा की है। उन्होंने ट्वीट किया है, मैं एक महीने तक किसी से बात नहीं करूंगा…(इस दौरान) शराब का सेवन नहीं करूंगा…पॉर्न फिल्में भी नहीं देखूंगा और ना ही सेक्स करूंगा। हालांकि, कान्ये वेस्ट ने कहा कि इस दौरान वह ट्विटर पर ऐक्टिव रहेंगे। बता दें कि रैपर कान्ये वेस्ट का नाम कान्ये ओमारी वेस्ट से बदलकर औपचारिक तौर पर ‘ये’ हो गया था और अब उनका कोई मध्य या आखिरी नाम नहीं है। लॉस ऐंजिलिस कोर्ट ने कहा था कि कोई आपत्ति नहीं होने से नाम बदलने के अनुरोध को मंजूरी दी जाती है। रैपर अपने सोशल मीडिया पेजों पर वर्षों से खुद को ‘ये’ कह रहे थे।

अमेरिकी म्यूजिक इंडस्ट्री के जाने-माने रैपर कान्ये वेस्ट आए दिन सुर्खियों में बने रहते हैं। कान्ये वेस्ट अक्सर विवादों में फंस जाते हैं और ऐसे में उन्हें विवादों का किंग भी कहा जाता है। पिछले दिनों उनके इंस्टाग्राम हैंडल पर प्रतिबंध लग गया था, फिर पॉपुलर स्पोर्ट्स ब्रांड ‘एडिडास’ ने रैपर के साथ अपनी पार्टनरशिप खत्म कर ली और इसके बाद फोर्ब्स के मुताबिक वह बिलेनियर भी नहीं रहे। वहीं, अब इस सबके बीच एक बार फिर कान्ये वेस्ट सुर्खियों में आ गए हैं। रैपर का कहना है कि वह एक महीने किसी से बात नहीं करेंगे, बोल्ड फिल्में नहीं देखेंगे और शारीरिक संबंध भी नहीं बनाएंगे।

कान्ये ने ट्विटर पर लिखा कि वह 30 दिनों तक के लिए मौन व्रत पर हैं। वह शराब से दूरी बनाकर रखेंगे और कोई बोल्ड फिल्में नहीं देखेंगे। इसके अलावा शारीरिक संबंध भी नहीं बनाएंगे। रिपोर्ट्स के अनुसार कान्ये ने एक महीने तक मौन व्रत रखने की घोषणा एनबीसी के चौंकाने वाले खुलासे के ठीक एक दिन बाद की है, जिसमें दावा किया गया था कि वह आपत्तिजनक और यहूदी विरोधी टिप्पणियां का इस्तेमाल करते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कान्ये वेस्ट ने एक पूर्व कर्मचारी के साथ समझौता किया था, जिसने कथित तौर पर यीजी के सीईओ को व्यापारिक बैठकों के दौरान नाजियों या एडोल्फ हिटलर की प्रशंसा करते हुए देखा था। वहीं, रैपर ने इन आरोपों का खंडन किया है। इसके अतिरिक्त, पिछले हफ्ते ये खबर भी सामने आई थी कि कान्ये अपने 2018 एल्बम को “हिटलर” का नाम देना चाहते थे, लेकिन बाद में उनका विचार बदल गया। खबरों के मुताबिक कान्ये ने सुझाव दिया था कि उनके आठवें एल्बम को “हिटलर” कहा जाए। लेकिन बाद में उन्होंने इसे “ये” नाम दिया।

कान्ये के साथ पहले काम करने का दावा करने वाले एक बिजनेस एग्जीक्यूटिव ने बताया कि रैपर को कथित तौर पर हिटलर पसंद था और उन्होंने “मीन कैम्फ” पढ़ने के बारे में भी खुलकर बात की थी। वह यह कहकर हिटलर की प्रशंसा करते कि यह कितना अविश्वसनीय था कि वह इतनी शक्ति जमा करने में सक्षम था। वहीं, जॉन लीजेंड, जेमी ली कर्टिस और हॉवर्ड स्टर्न सहित मशहूर हस्तियों ने सार्वजनिक रूप से कान्ये वेस्ट की विवादास्पद टिप्पणियों की आलोचना की है।

'अग्निवीरवायु' की नई भर्ती का नोटिफिकेशन जारी

'अग्निवीरवायु' की नई भर्ती का नोटिफिकेशन जारी

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना में अग्निवीरों (अग्निवीरवायु) की नई भर्ती का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 7 नवंबर से शुरू होगी। ये भर्ती पुरुष और महिला दोनों के लिए है। इच्छुक व योग्य उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट agnipathvayu.cdac.in पर जाकर 23 नवंबर 2022 तक आवेदन कर सकेंगे। आपको बता दें कि अग्निपथ योजना के तहत इंडियन आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में सैनिकों की 4 साल के लिए भर्ती की जा रही है। वायुसेना के अग्निवीरों को अग्निवीरवायु का नाम दिया गया है। 4 साल के बाद 75 फीसदी सैनिकों को घर भेज दिया जाएगा। शेष 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी जवान नियुक्त किया जाएगा। एयरफोर्स में अग्निवीरवायु की यह दूसरी बार भर्ती निकली है।

शैक्षणिक योग्यता
साइंस विषयों के लिए
आवेदक गणित, फिजिक्स और अंग्रेजी विषय के साथ 12वीं कक्षा में कम से कम 50 फीसदी अंकों के साथ पास होना चाहिए। अंग्रेजी में कम से कम 50 फीसदी मार्क्स होना जरूरी।
या
50 फीसदी अंकों के साथ तीन वर्षीय इंजीनियरिंग डिप्लोमाधारक
या
फिजिक्स व मैथ्स जैसे दो नॉन वोकेश्नल विषयों के साथ कम 50 प्रतिशत अंकों से दो वर्षीय वोकेशनल कोर्स।

साइंस विषयों के अलावा अन्य विषयों के लिए
किसी भी विषय में कम से कम 50 फीसदी अंकों के साथ 12वीं पास। अंग्रेजी में कम से कम 50 फीसदी मार्क्स होना जरूरी।

आयु सीमा
अभ्यर्थी की आयु 17.5 वर्ष से अधिक और 21 वर्ष से कम होनी चाहिए। यानी उम्मीदवार का जन्म 27 जून 2002 से 27 दिसंबर 2005 के बीच हुआ हो।

शारीरिक योग्यता
आवेदन करने वाले पुरुष अभ्यर्थी की लंबाई कम से कम 152.5 सेमी और महिला अभ्यर्थी की लंबाई कम से कम 152 सेमी होनी चाहिए। पुरुष अभ्यर्थियों के सीने की चौड़ाई कम से कम 77 सेमी हो। वे सीना 5 सेमी फुला सके।

चयन प्रक्रिया
ऑनलाइन टेस्ट।
शारीरिक स्वास्थ्य परीक्षण (PFT)
मेडिकल टेस्ट।

भर्ती की अन्य खास बातें
वायुसेना अग्निवीर का चार साल की ट्रेनिंग के दौरान 48 लाख रुपये का मेडिकल इंश्योरेंस रहेगा। अग्निवीर ग्रेजुएटी के हकदार नहीं होंगे। सेवा के दौरान अग्निवीर इंडियन एयरफोर्स के अस्पतालों और इंडियन एयरफोर्स की सीएसडी कैंटीन का भी लाभ उठा सकेंगे। अग्निवीरों को सालाना 30 छुट्टियां मिलेंगी। इसके अलावा सिक लीव डॉक्टर की सलाह पर ही दी जाएगी।

स्वतंत्र 'भारत' के पहले मतदाता नेगी का निधन 

स्वतंत्र 'भारत' के पहले मतदाता नेगी का निधन 

अकांशु उपाध्याय/श्रीराम मौर्य 

नई दिल्ली/शिमला/किन्नौर। स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता 106 वर्षीय श्याम सरन नेगी का (शनिवार) सुबह उनके पैतृक स्थान कल्पा में निधन हो गया। किन्नौर के डीसी आबिद हुसैन सादिक ने श्‍याम सरन नेगी के न‍िधन की पुष्टि की है। डीसी ने कहा कि मास्टर श्याम सरन नेगी आज दुनिया को अलविदा कह गए। ऐसे में आज उनका सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने श्याम सरन नेगी के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता एवं किन्नौर से संबंध रखने वाले श्याम सरन नेगी के निधन की खबर सुनकर दुःखी हूं।

आजाद भारत के पहले वोटर श्याम सरन नेगी (106) ने बुधवार को 34वीं बार मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए पोस्टल बैलट के जरिए मतदान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि यह युवा मतदाताओं के चुनाव में भाग लेने के लिए प्रेरणा के रूप में काम करेगा। नेगी ने पहली बार 1951-52 के चुनाव में ह‍िस्‍सा ल‍िया था जो देश का पहला चुनाव था।

कौन थे श्याम शरण नेगी ?
आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, र‍िटायर्ड स्कूल टीचर श्याम शरण नेगी का जन्म एक जुलाई 1917 को हुआ था। 106 साल की उम्र में न‍िधन से पहले उन्‍होंने ह‍िमाचल चुनाव में वोट डाला। उन्होंने पहली बार जब वोट किया था, तब वह 33 साल के थे। तब से लेकर मरने से पहले तक उन्होंने कभी भी अपना वोट बेकार नहीं किया। किन्नौर के कलपा कस्बे के रहने वाले श्‍याम शरण स्कूल से टीचर के पद से 51 साल पहले रिटायर थे। पहली बार वह 1951 में वोटिंग का हिस्सा बने थे।

कैसे बने थे पहले वोटर ?

दरअसल भारत का पहला चुनाव फरवरी 1952 में हुआ लेकिन हिमाचल प्रदेश में सुदूर, आदिवासी इलाकों में खराब मौसम के कारण सर्दियों के दौरान मतदान कराना असंभव था। ऐसे में वहां मतदान 23 अक्टूबर 1951 को पांच महीने पहले हो गया। तब श्याम शरण नेगी स्कूल अध्यापक थे और चुनावी ड्यूटी पर थे। इसके कारण वे अपना वोट डालने सुबह सात बजे किन्नौर में कल्पा प्राथमिक स्कूल में अपने मतदान केंद्र पर पहुंच गए। श्याम शरण नेगी वहां पहुंच कर मतदान करने वाले पहले व्यक्ति थे। इसके बाद उन्‍हें बताया गया कि इलाके में कहीं भी सबसे पहले वोट डालने वाला वे ही हैं।

आखिरी बार क्या कहा था ?

2 नंवबर को वोट डालने के बाद देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी ने कहा था कि देश को अंग्रेजों और राजाओं के राज से आजादी मिली थी। आज लोकतंत्र के इस महापर्व में हर व्यक्ति को देश के विकास करने वाले व्यक्ति को चुनने की आजादी दी है और आज स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण मैंने अपने मत का प्रयोग घर पर ही किया है। सभी लोकतंत्र के महापर्व मे अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है।

कल्पा से की पांचवीं तक पढ़ाई

देश में 1952 में पहली बार लोकसभा चुनाव हुए थे। क्योंकि हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में चुनाव के दौरान भारी बर्फबारी होने का अंदेशा था। इसलिए किन्नौर में छह महीने पहले 1951 में ही वोट डाले गए थे और मास्टर नेगी ने पहला वोट कास्ट किया था। श्याम शरण नेगी 10 साल की उम्र में स्कूल गए और पांचवीं तक की पढ़ाई कल्पा में की। इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए रामपुर गए. रामपुर जाने के लिए पैदल तीन दिन लगते थे. नौवीं कक्षा तक की पढ़ाई रामपुर से की। उम्र ज्यादा होने से 10वीं कक्षा में प्रवेश नहीं मिला और 1940 से 1946 तक वन विभाग में वन गार्ड की नौकरी की। उसके बाद शिक्षा विभाग में चले गए और कल्पा लोअर मिडिल स्कूल में अध्यापक बने। मास्टर नेगी का जन्म 1917 में हुआ था।

आईसीसी चेयरमैन पद के चुनावों में बार्कले को चुनौती 

आईसीसी चेयरमैन पद के चुनावों में बार्कले को चुनौती 

मोमीन मलिक 

आबुधाबी। जिम्बाब्वे क्रिकेट के अध्यक्ष तवेंगवा मुकुहलानी अगले सप्ताह मेलबर्न में होने वाले आईसीसी चेयरमैन पद के चुनावों में ग्रेग बार्कले को चुनौती दे सकते हैं। मुकुहलानी लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के बोर्ड में शामिल हैं। उन्हें विश्वविद्यालय के दिनों से ही ‘डॉक’ नाम से पुकारा जाता है।

रिपोर्टों के अनुसार वह इन विकल्पों पर विचार कर रहे हैं कि उन्हें आईसीसी के पूर्णकालिक सदस्य देशों और एसोसिएट देशों से पर्याप्त समर्थन मिलता है या नहीं। आईसीसी के बोर्ड में कुल 16 सदस्य मतदाता हैं। इनमें 12 सदस्य पूर्णकालिक देशों के हैं, जबकि एक स्वतंत्र निदेशक (इंद्रा नूयी) और तीन एसोसिएट देशों के सदस्य शामिल हैं। नए नियमों के अनुसार, आईसीसी के नए चेयरमैन का फैसला करने के लिए पिछली बार की तरह दो तिहाई नहीं बल्कि साधारण बहुमत की जरूरत होगी। ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, मुकुहलानी का मानना है कि उनके पास शीर्ष पद संभालने के लिए पर्याप्त अनुभव है तथा वह छोटे सदस्य देशों और एसोसिएट देशों की आवाज बनना चाहते हैं।

रिपोर्ट के अनुसार,‘‘ वह भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को छोड़कर अन्य एशियाई देशों के समर्थन हासिल करने के बारे में विचार कर रहे हैं। अभी माना जा रहा है कि बीसीसीआई का वोट बार्कले को मिलेगा लेकिन चुनाव की तिथि तक विकल्प खुले हैं।’’ मुकुहलानी आईसीसी की ऑडिट समिति के सदस्य और सदस्य समिति के प्रमुख भी हैं। जिंबाब्वे क्रिकेट के प्रमुख इसके अलावा वैश्विक संस्था के ओलंपिक कार्यकारी समूह का हिस्सा भी हैं जो कि लॉस एंजेलिस में 2028 में होने वाले ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने की कवायद में लगा है। आईसीसी के चुनाव 12 और 13 नवंबर को मेलबर्न में होने वाली आईसीसी की बैठक के दौरान संपन्न होंगे।

सीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली

सीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली

संदीप मिश्र 

लखनऊ। यूपी में बेकाबू हो चुके डेंगू संक्रमण को रोकने के लिए योगी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में शनिवार सुबह सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। मुख्यमंत्री ने नोडल अफसरों को डेंगू के रोकथाम की व्यवस्थाओं को देखने के लिए दोबारा फील्ड में जाने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में सर्विलांस की गतिविधियां बढ़ाई जाएं। प्रदेश के सभी नगर निगम, स्थानीय निकाय साफ सफाई, फॉगिंग, एंटी लारवा स्प्रे पर विशेष अभियान चलाएं। साथ ही, मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिए कि मिशन मोड में डॉक्टरों एवं दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। अस्पताल पहुंचे मरीज को हर हाल में जरूरी उपचार मिलना चाहिए।

राज्य में डेंगू मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा हैं। लखनऊ समेत तमाम महानगरों में गंभीर हालत में बड़ी संख्या में डेंगू मरीज भर्ती हैं। निजी अस्पतालों में भी प्लेटलेट कम होने के चलते मरीजों को भर्ती कराया जा रहा हैं। शहर के तमाम इलाकों में डेंगू स्प्रेडर का रुख ले चुका हैं। गली-मोहल्लों में तमाम लोग इसकी चपेट में हैं।

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