मंगलवार, 11 अक्तूबर 2022

‘एकतरफा न्यायेत्तर तलाक’ असंवैधानिक, अनुरोध

‘एकतरफा न्यायेत्तर तलाक’ असंवैधानिक, अनुरोध

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने ‘तलाक-ए-हसन’ और अन्य सभी प्रकार के ‘एकतरफा न्यायेत्तर तलाक’ को असंवैधानिक घोषित करने का अनुरोध करने वाली याचिकाओं को मंगलवार को स्वीकार कर लिया। ‘तलाक-ए-हसन’ के तहत मुस्लिम समुदाय के पुरुष तीन महीने की अवधि में प्रति माह एक बार ‘तलाक’ बोल कर वैवाहिक संबंध तोड़ सकते हैं। न्यायमूर्ति एस.के. कौल की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ ने केंद्र, राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और अन्य को चार हफ्तों के अंदर अपना जवाब दाखिल करने को कहा। पीठ के सदस्यों में न्यायमूर्ति अभय एस ओका और न्यायमूर्ति विक्रम नाथ भी शामिल है।

पीठ ने कहा, ‘‘निजी प्रतिवादी (पति) के वकील उसकी ओर से पेश हुए और यह बात दोहराई कि वह गुजारा भत्ता के मुद्दे पर समझौता करने के लिए सहमत नहीं है। अंतिम सुनवाई के लिए विषय को जनवरी के तीसरे हफ्ते में सूचीबद्ध किया जाए।’’ शीर्ष न्यायालय तीन अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है जिसमें एक याचिका गाजियाबाद निवासी बेनजीर हिना ने दायर की है। उन्होंने एकतरफा न्यायेत्तर तलाक-ए-हसन का पीड़िता होने का दावा किया है।

उन्होंने तलाक के लैंगिक एवं धार्मिक रूप से तटस्थ और सभी नागरिकों के लिए एक समान आधार के वास्ते दिशानिर्देश तैयार करने का केंद्र को निर्देश देने का भी अनुरोध किया है। इससे पूर्व, शीर्ष न्यायालय ने याचिकाकर्ताओं के पतियों से याचिकाओं पर जवाब मांगा था। मंगलवार को, सुनवाई शुरू होने पर बेनजीर के पति की ओर से न्यायालय में पेश हुए अधिवक्ता ने कहा कि उनके मुवक्किल की अपनी पत्नी के साथ विवाद में कोई समझौता संभव नहीं है। इसपर, पीठ ने पक्षों से अपना जवाब दाखिल करने को कहा। साथ ही, कहा कि वह जनवरी 2023 के तीसरे सप्ताह में सुनवाई करेगा।

शिंदे गुट ने आयोग को 3 नए चुनाव चिन्ह भेजें 

शिंदे गुट ने आयोग को 3 नए चुनाव चिन्ह भेजें 

कविता गर्ग 

मुंबई। मुंबई के अंधेरी विधानसभा उपचुनाव को लेकर एकनाथ शिंदे गुट ने चुनाव आयोग को 3 नए चुनाव चिन्ह भेज दिए हैं। एक दिन पहले चुनाव आयोग ने गदा सहित उनके 3 सिंबल को नकार दिया था। मंगलवार को चुनाव आयोग इसपर अंतिम फैसला ले सकता है। चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को बालासाहेबांची शिवसेना नाम दिया है।वहीं, उनके चुनाव चिन्ह को लेकर आयोग ने 3 नए नाम देने को कहा था। सूत्रों के मुताबिक शिंदे गुट ने जो नाम भेजे हैं, उनमें सूर्य, पीपल का पेड़ और ढाल-तलवार शामिल है। चुनाव आयोग पूरी जांच पड़ताल कर और सिंबल की फ्री लिस्ट के आधार पर उन्हें चुनाव चिन्ह आवंटित करेगा।

इसके पहले शिंदे गुट ने गदा और त्रिशूल मांगा था, लेकिन चुनाव आयोग ने धार्मिक चिन्ह देने से मना कर दिया था। वहीं चुनाव आयोग ने सोमवार को उद्धव ठाकरे गुट को शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे नाम और मशाल चुनाव निशान दिया था। एकनाथ शिंदे गुट को बालासाहेबांची शिवसेना नाम दिया गया है। गौरतलब है कि हाल ही में चुनाव आयोग ने आगामी अंधेरी विधानसभा उपचुनाव में शिवेसना के नाम और चुनाव चिन्ह धनुष और तीर के इस्तेमाल पर अंतरिम रोक लगा दी थी। इसके बाद दोनों गुट को नाम और निशान आवंटित किए जा रहे हैं।

देशमुख को जमानत देने के आदेश में हस्तक्षेप, इनकार 

देशमुख को जमानत देने के आदेश में हस्तक्षेप, इनकार 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने धनशोधन के एक मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को जमानत देने के बंबई उच्च न्यायालय के आदेश में हस्तक्षेप करने से मंगलवार को इनकार कर दिया। न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर अपील को खारिज करते हुए कहा कि आदेश में उच्च न्यायालय द्वारा की गई टिप्पणियों से मामले में सुनवाई प्रभावित नहीं होगी। उच्च न्यायालय ने चार अक्टूबर को पूर्व मंत्री को इस मामले में जमानत दे दी थी और कहा था कि उनके परिवार के ट्रस्ट के बैंक खाते में जमा दो राशि अपराध की आय नहीं हैं।

हालांकि, ईडी द्वारा आदेश को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देने का अभिवेदन किए जाने के बाद उच्च न्यायालय ने 13 अक्टूबर तक अपने आदेश के कार्यान्वयन पर रोक लगा दी थी। दो नवंबर, 2021 को गिरफ्तार किए गए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज किए गए भ्रष्टाचार के एक मामले का भी सामना करना पड़ रहा है। पूर्ववर्ती महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार में मंत्री रहे देशमुख मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में बंद हैं। ईडी ने दावा किया कि देशमुख ने अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया और मुंबई के विभिन्न बार और रेस्तराओं से 4.70 करोड़ रुपये एकत्र किए।

भारत में 25 अक्टूबर को दिखेगा आंशिक 'सूर्यग्रहण'

भारत में 25 अक्टूबर को दिखेगा आंशिक 'सूर्यग्रहण'

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। देश में 25 अक्टूबर को दिवाली के त्योहार पर कोलकाता समेत भारत के ज्यादातर हिस्सों में आंशिक सूर्यग्रहण दिखेगा। खगोलशास्त्री देबी प्रसाद दुआरी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में दूसरी बार कोलकाता में यह आंशिक सूर्यग्रहण दिखेगा, लेकिन बहुत कम समय तक इसे देखा जा सकेगा। दुआरी ने कहा कि इस खगोलीय घटना को देश के पश्चिमी और उत्तरी हिस्सों में बेहतर ढंग से देखा जा सकेगा, लेकिन पूर्वोत्तर भारत में यह सूर्यग्रहण नहीं दिखेगा क्योंकि इस क्षेत्र में यह खगोलीय घटना सूर्यास्त के बाद घटित होगी। उन्होंने कहा कि भारत के अलावा यूरोप, उत्तरी अफ्रीका, मध्य एशिया और एशिया के अन्य क्षेत्रों में इसे देखा जा सकेगा। दुआरी ने कहा कि आंशिक सूर्यग्रहण की शुरुआत आइसलैंड के आसपास भारतीय समयानुसार दोपहर करीब दो बजकर 20 मिनट पर होगी और शाम साढ़े चार बजे इसे पूर्ण रूप में रूस के आकाश में देखा जा सकेगा।

इस सूर्यग्रहण की समाप्ति शाम 6 बजकर 32 मिनट पर अरब सागर के ऊपर होगी। अमावस्या के दिन सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी करीब-करीब एक सीधी रेखा में होंगे। उन्होंने कहा कि 25 अक्टूबर को सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक समान पटल पर होंगे, जिससे चंद्रमा थोड़े समय के लिए आंशिक रूप से सूर्य को ढंक लेगा। इससे चंद्रमा के छाया क्षेत्र में पड़ने वाले क्षेत्रों में आंशिक सूर्यग्रहण देखने को मिलेगा। दुआरी ने कहा कि कोलकाता में आंशिक सूर्य ग्रहण की शुरुआत शाम चार बजकर 52 मिनट पर होगी, जो शाम पांच बजकर एक मिनट पर अपने सर्वोच्च स्तर पर होगा। लेकिन सूर्यास्त के कारण यह शाम पांच बजकर तीन मिनट के बाद नहीं दिखेगा।

दुआरी के मुताबिक नई दिल्ली में इसकी शुरुआत शाम चार बजकर 29 मिनट पर होगा और शाम छह बजकर नौ मिनट पर खत्म होगा, लेकिन पांच बजकर 42 मिनट पर यह अपने सर्वोच्च स्तर पर होगा। इस दौरान चंद्रमा सूर्य के 24.5 फीसदी हिस्से को ढंक लेगा। राजस्थान के जैसलमेर में सूर्यग्रहण शाम चार बजकर 26 मिनट पर दिखना शुरू होगा जो शाम छह बजकर नौ मिनट तक रहेगा, जबकि इसका सर्वोच्च स्तर साढ़े पांच बजे दिखेगा। मुंबई में सूर्यग्रहण शाम चार बजकर 49 मिनट पर दिखना शुरू होगा जो शाम छह बजकर नौ मिनट तक रहेगा, जबकि इसका सर्वोच्च स्तर पांच बजकर 42 मिनट पर दिखेगा। दक्षिण और मध्य भारत में सूर्य ग्रहण शाम चार बजकर 49 मिनट से शाम पांच बजकर 42 मिनट तक रहेगा।

निर्वाचक मंडल के कई सदस्यों को नेताओं का निर्देश

निर्वाचक मंडल के कई सदस्यों को नेताओं का निर्देश 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने मंगलवार को दावा किया कि निर्वाचक मंडल के कई सदस्यों (डेलीगेट) को ‘उनके नेताओं’ ने निर्देश दिया है कि वो मल्लिकार्जुन खरगे का समर्थन करें, लेकिन गुप्त मतदान में वो आखिरकार उनके पक्ष में वोट कर सकते हैं। थरूर ने साक्षात्कार में यह भी कहा कि जो लोग इस चुनाव में 1997 और 2000 के चुनावों की तरह ‘प्रतिष्ठान’ के लिए एकतरफा जीत की उम्मीद कर रहे हैं, वो 19 अक्टूबर को मतगणना होने पर हैरान रह जाएंगे।

तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सदस्य ने कहा कि वह केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री से यह सार्वजनिक स्पष्टीकरण की उम्मीद करते हैं कि चुनाव गुप्त मतदान के जरिये होगा, दिल्ली में उम्मीदवारों एवं उनके एजेंट के समक्ष सीलबंद मतपेटियां खोली जाएंगी और मतगणना आरंभ होने से पहले ही सभी मतपत्रों को मिला लिया जाएगा। उनका कहना था, मैं आशा करता हूं कि मिस्त्री आने वाले दिनों में इस पर स्पष्टीकरण दें।

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को मतदान होना है और 19 अक्टूबर को मतगणना होगी। खरगे और थरूर उम्मीदवार हैं। खरगे की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। यह पूछे जाने पर कि क्या कुछ ऐसे नेता हैं जो वरिष्ठ नेताओं के नाराज होने की आशंका चलते उनका खुलकर समर्थन नहीं कर रहे हैं, लेकिन उनके लिए वोट कर सकते हैं, थरूर ने कहा, मैं ऐसे कई लोगों को जानता हूं जिन्होंने कई कारणों के चलते खुलकर मेरा समर्थन नहीं किया है, लेकिन व्यक्तिगत रूप से अपना समर्थन जताया है।

उन्होंने दावा किया, उनके (समर्थन करने वाले डेलीगेट) कुछ नेताओं ने उन्हें निर्देश दिया है कि वे मेरे प्रतिद्वंद्वी का समर्थन करें तथा उन्हें लगता है कि वे अपने नेताओं की खुलकर अहवेलना नहीं कर सकते। ऐसे बहुत सारे लोग आखिर में मेरे लिए वोट कर सकते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता 66 वर्षीय थरूर ने कहा कि बहुत सारे डेलीगेट ने निजी रूप से अपनी भावनाएं प्रकट की हैं और उन्हें कोई कारण नहीं नजर आता कि वोट के गुप्त होने के बावजद वो उनका साथ नहीं दें।

उन्होंने कहा, यह सच है कि ऐसे बहुत सारे लोगों के डर को खत्म करने के लिए गोपनीय मतदान महत्वपूर्ण जो अब भी यह मानकर चल रहे हैं कि उनके राजनीतिक संरक्षक यह पता कर लेंगे कि उन्होंने किसे वोट दिया है। मेरे अलाकमान ने विश्वास दिलाया था कि कोई आधिकारिक उम्मीदवार नहीं है। ऐसे में मेरे साथियों को मुझे वोट देने में डरना क्यों चाहिए?’’ उनका कहना था कि जो लोग इस चुनाव में 1997 और 2000 की तरह एकतरफा जीत की उम्मीद कर रहे हैं वो 19 अक्टूबर को हैरान होने वाले हैं।

उन्होंने कहा, मैं चुनाव नतीजे को झटके और व्यक्तिगत जीत के रूप में नहीं देखूंगा क्योंकि मैं पहले ही कह चुका हूं कि चाहे मैं जीतूं या खरगे जी जीतें, सिर्फ यह मायने रखता है कि कांग्रेस जीते। वर्ष 1997 में हुए कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में सीताराम केसरी ने त्रिकोणीय मुकाबले में शरद पवार और राजेश पायलट को पराजित किया था तो 2000 के चुनाव में सोनिया गांधी ने जितेंद्र प्रसाद को बुरी तरह मात दी थी।

यह पूछे जाने पर कि पार्टी के ज्यादातर वरिष्ठ नेता, खरगे के साथ खड़े नजर आ रहे हैं तो थरूर ने कहा कि गांधी परिवार ने मिस्त्री को अधिकृत किया है कि वो उम्मीदवारों को गुप्त मतदान के बारे में विश्वास दिलाएं तथा सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा करें, जैसा उन्होंने बार-बार किया भी है, इसके विपरीत कुछ भी करना गलत होगा। उनके अनुसार, नेताओं और कार्यकर्ताओं को पूरी आजादी है कि उनकी अपनी प्राथमिकता हो कुछ पदाधिकारियों द्वारा दिशानिर्देशों का घोर उल्लंघन किए जाने का मामला मैं केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण और आप (मीडिया) पर छोड़ता हूं।

खरगे के साथ बहस के संदर्भ में उन्होंने कहा, मैं खरगे जी से सहमत हूं कि हमारा असली मतभेद एक-दूसरे के साथ नहीं, भाजपा के साथ है। मैं यह कहते आ रहा हूं कि यह प्रतिद्वंद्वियों के बीच मुकाबला नहीं, बल्कि सहयोगियों के बीच दोस्ताना मुकाबला है जिनके पास पार्टी को आगे ले जाने का अलग-अलग नजरिया है। थरूर ने कहा कि बहस के विचार से उन्होंने सिर्फ इसलिए सहमति जताई थी कि इसके जरिये वो लोग पार्टी के भविष्य के संदर्भ में उम्मीदवारों के नजरिये के बारे में जान सकें जो इसमें दिलचस्पी रखते हैं।

महानायक अमिताभ ने 80वें जन्मदिन पर तोहफा दिया

महानायक अमिताभ ने 80वें जन्मदिन पर तोहफा दिया

कविता गर्ग 

मुंबई। बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन ने फैंस के लिए अपने 80वें जन्मदिन पर खास तोहफा दिया है। पिछले हफ्ते रिलीज हुई उनकी फिल्म गुडबॉय को उन्होंने अपने जन्मदिन के अवसर पर फिल्म की टिकट मात्र 80 रूपए में दिखाए जाने का ऐलान किया है। ये घोषणा उन्होंने अपने आधिकारिक ट्वीटर पर किया है।

अमिताभ बच्चन ने ट्वीटर पर गुडबॉय फिल्म एक बर्थडे सांग का क्लिप शेयर किया है। इस क्लिप में अमिताभ बच्चन का ही सेलिब्रेट किया जा रहा है। अमिताभ ने ये ट्वीट मध्य रात में किया और अपने फैंस को सरप्राइज गिफ्ट दिया। उन्होंने लिखा है होजाइए तैयार #Goodbye फैमली की तरह गुनगुनाने के लिए यह नया गाना #HappyBirthday स्टे ट्यूंड सांग आउट Tomorrow! उन्होंने लिखा कि फिल्म गुड बॉय आपके नजदीकी सिनेमाघरों में 11 अक्टूबर को।

अमिताभ बच्चन ने ये एलान अपने जन्मदिन पर किया है। बता दें कि इस 11 अक्टूबर को अमिताभ 80 वर्ष के हो गए हैं। उनका जन्म 11 अक्टूबर 1942 को इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में जन्म हुआ। उनकी स्कूलिंग प्रयागराज में ही हुआ। उन्होंने बीएचएस स्कूल से अपनी प्रारम्भिक पढ़ाई की है।

पूर्व सीएम मुलायम का सम्मान के साथ अंतिम संस्कार 

पूर्व सीएम मुलायम का सम्मान के साथ अंतिम संस्कार 

संदीप मिश्र 

सैफई। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार आज (मंगलवार) उनके पैतृक आवास इटावा के सैफई में राजकीय सम्मान के साथ किया गया। अंतिम संस्कार में रक्षा मंत्री, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, एक्टर अभिषेक बच्चन, बाबा रामदेव सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। इस दौरान ‘नेताजी अमर रहे’ के नारों से सैफई गूंज उठा। वहीं उनके अमतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा।तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने उत्तर प्रदेश के सैफई में पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह को अंतिम सम्मान दिया।

पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। अखिलेश यादव ने अपनी पत्नी डिंपल यादव के साथ अंतिम संस्कार से पहले की विधियां की। मुलायम सिंह का सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में 82 साल की उम्र में निधन हो गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सैफई जाकर सपा संरक्षक को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुलायम सिंह के निधन पर उत्तर प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। देश के रक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार के लिए सैफई में कई हेलीपैड और वाटर प्रूफ पंडाल बनाए गए हैं। इसके अलावा, सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। देश के पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में पीएम मोदी के भी शामिल होने की संभावना है। हालांकि इस पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

माजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक और उत्तर के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार मंगलवार को सैफई के मेला ग्राउंड में दोपहर बाद होगा। मंगलवार की सुबह उनके अंतिम दर्शन के लिए राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से नेताओं और कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा। यादव (82) का सोमवार की सुबह हरियाणा के गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में निधन हो गया और शाम को उनका पार्थिव शरीर मेदांता से करीब 311 किलोमीटर की दूरी तय करके यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते एक बड़े काफिले में उनके पैतृक गांव सैफई लाया गया। उनकी कोठी में देर रात तक श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों का तांता लगा रहा।

परिवार के लोग मंगलवार की सुबह मुलायम सिंह यादव (नेता जी) के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक आवास से मेला ग्राउंड के लिए एक रथ पर लेकर रवाना हुए। रथ पर मुलायम के पुत्र और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत परिवार के सदस्य सवार थे। रथ के मेला ग्राउंड में पहुंचने पर वहां माहौल गमगीन हो गया। इस बीच ‘‘नेता जी अमर रहें’’ और ‘‘जब तक सूरज चांद रहेगा, मुलायम तेरा नाम रहेगा’’ जैसे कई नारे गूंजते रहे।

सपा के एक प्रमुख नेता ने बताया कि मुलायम सिंह यादव को सैफई के मेला ग्राउंड में अपराह्न करीब तीन बजे मुखाग्नि दी जाएगी। यादव के अंतिम संस्‍कार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई प्रमुख नेताओं के पहुंचने की संभावना है। लखनऊ में जारी एक सरकारी बयान के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने सोमवार की शाम सैफई पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। मेला ग्राउंड में यादव को अंतिम विदाई और श्रद्धांजलि देने के लिए एक मंच बनाया गया है।

इसी मंच पर ‘‘नेता जी’’ का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। इस मंच पर अखिलेश यादव के अलावा उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव, प्रोफेसर राम गोपाल यादव समेत परिवार के कई सदस्य नजर आए। परिवार के सदस्यों ने सबसे पहले पुष्प चक्र अर्पित कर नेता जी को अंतिम विदाई दी। पूर्व सांसद डिंपल यादव समेत परिवार की महिलाएं भी मौजूद थीं। भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी, विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य समेत सपा के कई नेताओं ने भी यादव के अंतिम दर्शन कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

अपने समर्थकों के बीच हमेशा ‘‘नेता जी’’ के नाम से मशहूर मुलायम सिंह यादव बीमार होने के बावजूद कभी सियासी फलक से ओझल नहीं हुए। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सैफई गांव में एक किसान परिवार में 22 नवंबर 1939 को जन्मे मुलायम सिंह यादव ने राज्य का सबसे प्रमुख सियासी कुनबा भी बनाया। यादव 10 बार विधायक रहे और सात बार सांसद भी चुने गए। वह तीन बार (वर्ष 1989-91,1993-95 और 2003-2007) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और 1996 से 98 तक देश के रक्षा मंत्री भी रहे। एक समय उन्हें प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर भी देखा गया था। यादव के पुत्र और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी (2012-2017) तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।

घोटाला: ईडी ने विधायक भट्टाचार्य को गिरफ्तार किया

घोटाला: ईडी ने विधायक भट्टाचार्य को गिरफ्तार किया

मिनाक्षी लोढी 

कोलकाता। पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस (TMC) विधायक माणिक भट्टाचार्य को गिरफ्तार किया है। भट्टाचार्य बंगाल शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं। ED ने उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया था। इससे पहले ED ने 22 जुलाई को भट्टाचार्य के घर पर छापेमारी की थी। वहीं शिक्षक भर्ती घोटाले में बंगाल सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीब अर्पिता मुखर्जी भी ED की हिरासत में हैं।

माणिक भट्टाचार्य पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ प्राइमरी एजुकेशन के चेयरमैन थे। इसी साल जून में कोलकाता हाई कोर्ट के आदेश पर उन्हें पद से हटाया गया था। उन पर इस घोटाले में शामिल होने के आरोप लगे थे, जिसके बाद मामला उच्च न्यायालय पहुंचा और वहीं पर यह आदेश दिए गए। माणिक भट्टाचार्य टीएमसी के दूसरे विधायक हैं, जिन्हें ईडी ने इस मामले में अरेस्ट किया है। इससे पहले पार्थ चटर्जी को जुलाई में गिरफ्तार किया गया था। वह टीएमसी के सीनियर नेताओं में से एक थे, लेकिन घिरने के बाद ममता बनर्जी ने उन्हें पार्टी और मंत्री पद से बाहर का रास्ता दिखा दिया था।

ईडी ने पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के दो फ्लैटों से 50 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम बरामद की थी। बता दें कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने आदेश दिया था कि माणिक भट्टाचार्य सीबीआई के सामने पेश हों। इसके खिलाफ वह सुप्रीम कोर्ट चले गए थे, जहां से उन्हें राहत मिली थी। शीर्ष अदालत ने एजेंसी को आदेश दिया था कि अगले किसी निर्णय तक कोई ऐक्शन न लिया जाए।

हालांकि अब ईडी ने उन पर शिकंजा कस दिया है। ईडी एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि भट्टाचार्य को अदालत से जो राहत मिली थी, वह सीबीआई को लेकर थी। लेकिन ईडी अलग एजेंसी है। इसी मामले में ईडी अलग से जांच कर रही है और आर्थिक लेनदेन के मामलों पर उसकी ही नजर है। इसके अलावा अन्य मामलों पर सीबीआई जांच कर रही है। आज माणिक को ईडी की ओर से पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा। बता दें कि इसी साल मई में कलकत्ता हाई कोर्ट ने शिक्षक भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच का आदेश दिया था। इसके अलावा ईडी को भी इस मामले में शामिल किया गया है। ईडी की ओर से सितंबर में इस केस में पहली चार्जशीट दाखिल की गई थी।

कारोबार: गिरावट के साथ 82.41 पर पहुंचा 'रुपया'

कारोबार: गिरावट के साथ 82.41 पर पहुंचा 'रुपया'

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और विदेशी कोषों की लगातार निकासी के बीच मंगलवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले एक पैसे की गिरावट के साथ 82.41 पर था। इसके अलावा घरेलू शेयर बाजारों में कमजोरी और निवेशकों के बीच जोखिम से बचने की भावना से भी रुपया प्रभावित हुआ। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया, डॉलर के मुकाबले 82.35 पर खुला, और फिर गिरावट के साथ 82.41 पर पहुंच गया। इस तरह रुपया पिछले बंद भाव के मुकाबले एक पैसे की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था। रुपया सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 10 पैसे टूटकर 82.40 के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था। इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.12 प्रतिशत बढ़कर 113.27 पर पहुंच गया। वैश्विक तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.28 प्रतिशत गिरकर 95.92 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को शुद्ध रूप से 2,139.02 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

शेयर बाजार में हल्की बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत...

शेयर बाजार में मंगलवार को हल्की बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत हुयी। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 13.14 अंक बढ़कर 58,004.25 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 15.05 अंक चढ़कर 17,256.05 अंक पर खुला। इस दौरान शेयर बाजार में मिडकैप और स्मॉलकैप में भी वृद्धि देखी गयी। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 49.83 अंक की बढ़त के साथ 25,213.73 और स्मॉलकैप सूचकांक 29.83 अंकों की वृद्धि के साथ 29,044.24 अंक पर खुला। उल्लेखनीय है कि बीते दिन बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूूचकांक सेंसेक्स 200.18 अंकों की गिरावट लेकर 57991.11 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 73.65 अंक टूटकर 17241 अंक पर रहा था।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 


1. अंक-367, (वर्ष-05)

2. बुधवार, अक्टूबर 12, 2022

3. शक-1944, आश्विन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-तीज, विक्रमी सवंत-2079।

4. सूर्योदय प्रातः 06:15, सूर्यास्त: 06:15। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 21 डी.सै., अधिकतम-33+ डी.सै., उत्तर भारत में बरसात की संभावना है।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु,(विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी। 

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की

डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की पंकज कपूर  नैनीताल/हल्द्वानी। उच्च न्यायालय उत्तराखंड द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में नैनीताल ...