गुरुवार, 6 अक्तूबर 2022

गांधी के जूतों के फीते बांधने नजर आए, राहुल 

गांधी के जूतों के फीते बांधने नजर आए, राहुल 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी कर्नाटक में गुरुवार को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी के साथ पदयात्रा भी की। पदयात्रा के दौरान राहुल गांधी कभी अपनी मां के कंधे पर हाथ रखे नजर आए, तो कभी उन्होंने मां के जूतों के फीते खुलने के बाद उन्हें बांधा। सोनिया गांधी के जूतों के फीते बांधने वाली फोटो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। लोग राहुल गांधी की तारीफ भी कर रहे हैं। शशि थरूर ने भी इस फोटो को शेयर किया। उन्होंने लिखा, मां तो मां होती है, उनका कोई तोड़ नहीं होता।

सोनिया गांधी कर्नाटक के मांड्या में राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही इस पदयात्रा में शामिल हुईं। सोनिया राहुल के साथ पैदल चलीं। भारत जोड़ो यात्रा आज कर्नाटक के पांडवपुरा से नागमंगला तालुक तक जाएगी। थरूर बोले- मां का कोई तोड़ नहीं होता वो साँस भी लेती है तो, उनमें भी दुआएं होती हैं माँओं का तोड़ नही होता, माएँ तो माएँ होती हैं सोनिया जी की मुस्कुराहट बता रही कि उनकी परवरिश कितनी सुंदर है कि बच्चों को सहज, अकृत्रिम और और ज़मीन से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फेसबुक पर कहा कि कांग्रेस अध्यक्षा, सोनिया गांधी ने हमेशा लोकतंत्र और सद्भाव को ही पार्टी की आधारशिला के रूप में सशक्त किया है। वह आज देश में उन्हीं मूल्यों की रक्षा के लिए चल रहीं हैं। मुझे गर्व है कि मैं उनके साथ चल रहा हूं।

लंबे समय बाद सोनिया ने दिखाई सक्रियता सोनिया गांधी कांग्रेस की पदयात्रा में ऐसे वक्त पर शामिल हुईं, जब पार्टी में अध्यक्ष पद को लेकर घमासान मचा है। लंबे समय बाद सोनिया किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुई हैं। स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने पिछले कुछ चुनावों में प्रचार भी नहीं किया था। भारत जोड़ो यात्रा के शुरुआत के वक्त सोनिया गांधी विदेश में अपना इलाज करवा रही थीं। उस वक्त उनकी मां का भी निधन हो गया था। सोनिया के साथ प्रियंका और राहुल भी इटली गए थे। सोनिया कुछ दिनों पहले ही वह भारत लौटी हैं।

4 कफ-कोल्ड सिरप के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी

4 कफ-कोल्ड सिरप के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/बंजुल/वाशिंगटन डीसी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) ने गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत और किडनी को हुई गंभीर क्षति से कथित संबंध वाले 4 कफ-कोल्ड सिरप के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी जारी की है। डब्ल्यूएचओ ने बताया कि ये चारों कफ सिरप भारत में मेडेन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा बनाए जाते हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा हम सभी देशों से ये प्रोडक्ट हटाने की मांग करते हैं। डबल्यूएचओ द्वारा भारत की मेडेन फार्मास्यूटिकल्स के कफ सिरप उत्पाद पर अलर्ट जारी करने पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हमने संज्ञान लिया है। केंद्र के अधिकारी भी जानकारी ले रहे हैं। सैंपल की जांच केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। अगर कुछ गलत पाया जाता है, तो सख्त कार्रवाई होगी।

डब्ल्यूएचओ ने गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत से कथित संबंध वाले 4 भारतीय कफ-कोल्ड सिरप के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी दी है। जिनमें प्रोमेथाज़ीन ओरल सॉल्यूशन, कोफेक्समलिन बेबी कफ सिरप, मेकऑफ बेबी कफ सिरप और मैग्रिप एन कोल्ड सिरप शामिल हैं। बकौल डब्ल्यूएचओ, हरियाणा की मेडन फार्मास्युटिकल्स लिमिडेट ने इन उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर गारंटी मुहैया नहीं कराईं। बुखार, जुकाम और खांसी की इन दवाओं के नाम प्रोमेथाजिन ओरल सॉल्यूशन, कोफेक्समलिन बेबी कफ सिरप, मेकॉफ बेबी कफ सिरस और माग्रिप एन कोल्ड सिरप हैं और हरियाणा स्थित मेडन फार्मास्यूटिकल नामक कंपनी इनका उत्पादन करती है। डबल्यूएचओ ने लोगों से इन दवाओं का इस्तेमाल न करने की अपील की है।

डबल्यूएचओ की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि लैब टेस्ट में इन चारों उत्पादों के सैंपल में डायथिलीन ग्लाइकोल और इथिलीन ग्लाइकोल की अस्वीकार्य मात्रा पाई गई है। अभी तक केवल गांबिया में इन उत्पादों की पहचान हुई है, लेकिन ये अन्य देशों और क्षेत्रों में भी पाए जा सकते हैं। इसमें आगे कहा गया है कि जब तक संबंधित देश इसकी जांच नहीं कर लेते, तब तक इस बैच के सभी उत्पाद असुक्षित माने जाने चाहिए। संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस अधेनोम ग्रैबेयसस ने बताया, कि इन चारों दवाएं किडनी को नुकसान पहुंचाने और गांबिया में 66 बच्चों की मौत से जुड़ी हुई हैं। डबल्यूएचओ की टीम भारतीय एजेंसियों के साथ मिलकर इस मामले की जांच कर रही है।

डबल्यूएचओ ने बताया कि डायथिलीन ग्लाइकोल और इथिलीन ग्लाईकोल की ज्यादा मात्रा पेट दर्द, उल्टी आना, दस्त लगना, पेशाब करने में परेशानी, सिरदर्द और किडनी की बीमारियों का कारण बन सकती हैं। ये दवाएं असुरक्षित हैं और खास तौर पर बच्चों में इनका इस्तेमाल गंभीर बीमारी और मौत तक की वजह बन सकता है। संगठन ने लोगों से इन चारों दवाओं को इस्तेमाल न करने और दूसरे लोगों को भी इस बारे में जागरूक करने की अपील की है।

भारत सरकार ने भी शुरू की जांच...

भारत सरकार की संस्था सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) ने 29 सितंबर को जानकारी मिलने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी थी। हालांकि, भारत को इससे संबंधित दस्तावेज नहीं भेजे गए हैं। हरियाणा के दवा नियामक ने भी पुष्टि की है कि कंपनी ने ये दवाएं बनाकर गांबिया भेजी हैं। वहीं कंपनी ने अब तक ये दवाएं केवल गांबिया भेजने की बात स्वीकार की है।

भारत में भी हो चुकी हैं ऐसी मौतें...

भारत में भी खराब दवा लेने से बच्चों की मौत के मामले सामने आ चुके हैं। 2020 में जम्मू-कश्मीर में डायथिलीन ग्लाइकोल से युक्त खांसी की दवा लेने से 17 बच्चों की मौत हुई थी। एक और मामले में पिछले साल दिल्ली में डेक्स्ट्रोमेथोर्फन से युक्त खांसी की दवा लेने से तीन बच्चों की मौत हुई थी। WHO ने जिन चार दवाओं पर अब रोक लगाई है, उनमें से एक में डेक्स्ट्रोमेथोर्फन मिला हुआ है।

व्हाट्सएप पर फोटो-वीडियो का स्क्रीनशॉट नहीं ले पाएंगे

व्हाट्सएप पर फोटो-वीडियो का स्क्रीनशॉट नहीं ले पाएंगे 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। व्हाट्सएप पर अब कोई भी आपके प्राइवेट फोटो-वीडियो का स्क्रीनशॉट नहीं ले पाएगा। वॉट्सऐप अब एक गजब का सेफ्टी फीचर रोलआउट कर रहा है, जो यूजर्स को सेफ रखने में काफी मददगार साबित हो सकता है। दरअसल, मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप कथित तौर एक ऐसा फीचर रोलआउट कर रहा है, जो यूजर्स को view once मैसेज का स्क्रीनशॉट लेने से रोकेगा। व्हाट्सएप के नए फीचर्स को ट्रैक करने वाली वेबसाइट WaBetaInfo ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि, WhatsApp लोगों को स्क्रीनशॉट लेने से रोकने के लिए व्यू-वन्स फोटो और वीडियो का एक नया वर्जन रोलआउट कर रहा है। यूजर्स न इन मैसेज का स्क्रीनशॉट ले पाएंगे बल्कि स्क्रीन रिकॉर्ड भी नहीं कर पाएंगे। फिलहाल फीचर कुछ बीटा टेस्टर्स के लिए उपलब्ध है।

व्हाट्सएप ने इस साल की शुरुआत में व्यू वन्स फीचर पेश किया था। यह फीचर यूजर्स को फोटो और वीडियो भेजने की अनुमति देता है, जो प्राप्तकर्ता के चैट को खोलने के बाद उसे मैसेज को ऑटोमैटिकली डिलीट कर देता है। इस फीचर का मकसद व्हाट्सएप यूजर्स को और प्राइवेसी देना है। हालांकि, यदि प्राप्तकर्ता चैट का स्क्रीनशॉट लेता है, तो पूरा उद्देश्य विफल हो जाता है।हालांकि, प्राप्तकर्ता अभी भी बातचीत के स्क्रीनशॉट ले सकता है, भले ही उनमें कुछ डिसअपीयरिंग मैसेज हों। ऐसा इसलिए है, क्योंकि नया फीचर केवल व्यू-वन्स फोटो और वीडियो तक ही सीमित है। कोई भी व्यू वन्स फोटो और वीडियो को फॉरवर्ड, एक्सपोर्ट या सेव नहीं कर सकता है। लेकिन, प्राप्तकर्ता अभी भी किसी सेकेंडरी मोबाइल डिवाइस का उपयोग करके फोटो ले सकता है। इसलिए, व्यू वन्स मैसेज भेजते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

इस बीच, व्हाट्सएप अपने यूजर्स के लिए पोल बनाने की क्षमता शुरू कर रहा है। WaBetaInfo की एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ बीटा यूजर अंततः ग्रुप चैट के भीतर पोल बनाने में सक्षम हैं, Android 2.22.1.16 अपडेट के लिए नए व्हाट्सएप बीटा के लिए धन्यवाद। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह फीचर सिर्फ ग्रुप एडमिन तक ही सीमित नहीं है।

मुर्मू जैसा 'राष्ट्रपति' किसी देश को ना मिलें: राज

मुर्मू जैसा 'राष्ट्रपति' किसी देश को ना मिलें: राज

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता उदित राज ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए एक ट्वीट किया, जो अब विवाद का कारण बन गया है। ट्वीट में कहा, कि द्रौपदी मुर्मू जैसा राष्ट्रपति किसी देश को ना मिलें। एक तरफ कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) निकाल रही है। वहीं, उसके कुछ नेता ऐसे हैं, जो अपनी बयानबाजी से बाज नहीं आ रहे हैं। इनमें एक नाम है उदित राज का, जो अक्सर विवादित बयानों के लिए मशहूर है। उदित राज (Udit Raj) ने देश की पहली दलित महिला राष्ट्रपति Droupadi Murmu को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, द्रौपदी मुर्मू जी जैसा राष्ट्रपति किसी देश को न मिले। चमचागिरी की भी हद्द है। कहती हैं 70% लोग गुजरात का नमक खाते हैं। खुद नमक खाकर जिंदगी जिएं तो पता लगेगा।

इसके बाद उदित राज ने एक और ट्वीट किया और लिखा कि मेरा बयान द्रोपदी मुर्मू जी के लिऐ निजी है,कांग्रेस पार्टी का नही है।मुर्मू जी को उम्मीदवार बनाया व वोट मांगा आदीवासी के नाम से।राष्ट्रपति बनने से क्या आदिवासी नही रहीं? देश की राष्ट्रपती हैं तो आदिवासी की प्रतिनिधि भी। रोना आता है जब एससी/एसटी के नाम से पद पर जाते हैं फिर चुप।

राष्ट्रपति पर कांग्रेस नेता उदित राज के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने का पलटवार किया और कहा, बार-बार देश के सर्वोच्च पद और आदिवासी समाज को अपमानित करना कांग्रेस का चरित्र है, कांग्रेस हमेशा आदिवासी समाज के खिलाफ रही है। क्या कांग्रेस आदिवासी समाज के इस अपमान का समर्थन करती है’ विवाद बढ़ा तो उदित राज ने सफाई देते हुए कहा, ‘मेरा बयान द्रौपदी मुर्मू जी के लिऐ निजी है,कांग्रेस पार्टी का नही है। मुर्मू जी को उम्मीदवार बनाया व वोट मांगा आदीवासी के नाम से।राष्ट्रपति बनने से क्या आदिवासी नही रहीं? देश की राष्ट्रपती हैं तो आदिवासी की प्रतिनिधि भी। रोना आता है जब एससी/एसटी के नाम से पद पर जाते हैं फिर चुप।

यह पहली बार नहीं है जब उदित राज ने संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का अपनाम किया हो वह पहले भी ऐसे ही बयान दे चुके हैं। राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान उदित राज ने ट्वीट के लिखा, ‘जाति देखकर खुश न होना. कोविंद जी राष्ट्रपति बने तो दलित खुश हुए और भला एक चपरासी का नही कर पाए।’ दिसंबर 2020 में उन्होंने उत्तर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित किसान महापंचायत दौरान विवादित बयान देते हुए । न्यायलयों में जजों की नियुक्ति को लेकर सवाल खड़े किए और बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की।

NCW ने जारी किया नोटिस...

रेखा शर्मा (अध्यक्ष, NCW) ने कहा कि महिलाओं के प्रति इस तरह बयान देने के लिए उदित जी अभ्यस्त है, उनके ऐसे ही बयान के लिए पहले भी NCW ने रिकॉग्निजेंस लिया है। इस बार उन्होंने महिलाओं के लिए नहीं बल्कि सरकार के संवैधानिक प्रमुख के खिलाफ कहा है। उन्होंने इसलिए टारगेट किया क्योंकि वो महिला हैं? उन्होंने जिस प्रकार का बयान दिया है वो निंदनीय हैं इसलिए NCW ने उन्हें नोटिस दिया है।

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि जिस प्रकार का शब्द उन्होंने (उदित राज) राष्ट्रपति जी के लिए प्रयोग किया है वो चिंताजनक है,ये कोई पहली बार कांग्रेस ने इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग राष्ट्रपति के लिए नहीं किया है। इससे पहले अधीर रंजन चौधरी जी ने किया…वो भी हमने सुना है। ये सब कही न कही कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है और ये कही न कही आदिवासी विरोधी मानसिकता को उजागर करता है। कांग्रेस को इसके लिए क्षमा मांगना चाहिए।

बड़ी-बड़ी बिल्डिंग से उड़ते हुए गुजर रहा, डिलीवरी बॉय

बड़ी-बड़ी बिल्डिंग से उड़ते हुए गुजर रहा, डिलीवरी बॉय

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

रियाद। आजकल ऑनलाइन खाना मंगाने का ट्रेंड काफी बढ़ गया है। जब भी हमें भूख लगती है, हम जो चाहते हैं ऑनलाइन ऑर्डर कर देते हैं। जिसके बाद आधे घंटे में हमें अपना खाना मिल भी जाता है। लेकिन कभी-कभी ऐसा भी होता है कि हमें एक घंटे तक इंतजार करना पड़ता है, मगर अब नहीं करना होगा। जी हां, अब ऐसा नहीं होगा अब आपको पांच या दस मिनट के अंदर ही आपको अपना भोजन मिल जाएगा। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है।

वायरल वीडियो में देख सकते हैं, एक डिलीवरी बॉय उड़ते हुए खाना डिलीवरी करने जा रहा है। बड़ी-बड़ी बिल्डिंग से उड़ते हुए गुजर रहा है। यह वीडियो सऊदी अरब का बताया जा रहा है। वीडियो में आप देख सकते हैं कि डिलीवरी बॉय बताया जा रहा एक शख्स तकनीक की मदद से हवा में उड़ते हुए खाना डिलीवर करने जा रहा है। इस वीडियो को देख पहली बार में लोग यकीन नहीं कर पाए। सोशल मीडिया पर यह वीडियो बहुत ही तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो पर कई लोग कमेंट भी कर रहे हैं।

बता दें इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ट्विटर पर @DailyLoud नाम के ट्विटर अकाउंट से शेयर किया गया है। इस वीडियो को 45 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा है। वहीं इस वीडियो पर एक कैप्शन भी लिखा है। कैप्शन में लिखा है सऊदी अरब में खाना पहुंचाने वाला पहला उड़ने वाला आदमी। वहीं इस वीडियो को  81 हजार से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 


1. अंक-362, (वर्ष-05)

2. बृहस्पतिवार, अक्टूबर 7, 2022

3. शक-1944, आश्विन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-द्वादशी, विक्रमी सवंत-2079।

4. सूर्योदय प्रातः 06:20, सूर्यास्त: 06:25। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 22 डी.सै., अधिकतम-34+ डी.सै., उत्तर भारत में भारी बरसात की संभावना है।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु,(विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी। 

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.in 

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संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

 (सर्वाधिकार सुरक्षित)

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