रविवार, 4 सितंबर 2022

भारत में 5 सितंबर को मनाया जाएगा 'शिक्षक दिवस' 

भारत में 5 सितंबर को मनाया जाएगा 'शिक्षक दिवस' 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारत में सन् 1962 से 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन महान शिक्षाविद् और भारत के पूर्व उप-राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्‍णन का जन्म हुआ था। राधाकृष्‍णन ने बहुत बड़ा योगदान भारत के शिक्षा क्षेत्र में दिया है। उनका मानना था कि ‘एक शिक्षक का दिमाग देश में सबसे बेहतर दिमाग होता है’। एक बार डॉ. राधाकृष्णन के कुछ छात्रों और दोस्तों ने उनसे कहा कि वो उनके जन्मदिन को सेलिब्रेट करना चाहते हैं। इसके जवाब में डॉ. राधा कृष्णन ने कहा कि मेरा जन्मदिन अलग से मनाने की बजाए इसे टीचर्स डे के रूप में मनाया जाएगा, तो मुझे गर्व महसूस होगा। इसके बाद से पूरे भारत में इस दिन 5 सितंबर को टीचर्स डे मनाया जाने लगा।

इस दिन हम इस महान शिक्षाविद् को याद करते हैं और अपने सभी शिक्षकों को सम्मानपूर्ण शुक्रिया कहते हैं जिन्होंने हमारी जिंदगी में ज्ञान के दीपक को जलाया है। शिक्षक ही एक ऐसा व्यक्ति होता है, जो सिर्फ शिक्षा ही नहीं दुनिया की समझदारी और सही-गलत का अंतर बताता है।

हमें ‘देश को बांटना’ बंद कर देना चाहिए: गोदरेज

हमें ‘देश को बांटना’ बंद कर देना चाहिए: गोदरेज 

अकांशु उपाध्याय/कविता गर्ग 

नई दिल्ली/मुंबई। गोदरेज इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक नादिर गोदरेज ने सरकार और उद्योग से विभाजनकारी गतिविधियों पर रोक के लिए अधिक प्रयास करने का अनुरोध करते हुए कहा है कि हमें ‘‘देश को बांटना’’ बंद कर देना चाहिए। गोदरेज समूह के प्रमुख ने एक कार्यक्रम में कहा कि हम आर्थिक मोर्चे पर अच्छा काम कर रहे हैं और वित्तीय समावेशन तथा शिक्षा जैसे कल्याणकारी कदम भी उठा रहे है लेकिन देश को एकजुट करने के लिए प्रयास करने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि देश को बांटना बंद कर देना चाहिए और इसे एकजुट करने का प्रयास करना चाहिए। यह जरूरी है और मुझे भरोसा है कि सरकार भी आर्थिक वृद्धि के लिए इसे जरूरी मानती है। हमें इस पर ध्यान देना चाहिए। गोदरेज से पूछा गया कि क्या उद्योग को भी इस बारे में कुछ करना चाहिए तो उन्होंने कहा कि बिलकुल, उद्योग को भी इसकी कोशिश करनी चाहिए और ज्यादा से ज्यादा समावेशी बनने का प्रयास करना चाहिए। सरकार को भी इस बारे में और काम करना चाहिए।

इशके पहले गदरेज ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वह अभिव्यक्ति की और आजादी देखना चाहते हैं जहां सरकार के लंबे हाथ न पहुंच सकें और विरोधियों की आवाज नहीं दबा सकें। उन्होंने कहा, “हमारे विचार सांप्रदायिक नहीं, मानवतावादी होने चाहिए। कभी-कभी यह डर लगता है कि चीजें पटरी पर नहीं है और हम पिछड़ सकते हैं।” गोदरेज समूह के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि हमें मजबूत संस्थानों की जरूरत है और इन्हें बनाने में लंबा समय लगता है लेकिन इनका दमन करने या इन्हें तोड़ने में वक्त नहीं लगता।

गोदरेज ने कहा कि कारोबारों को भी यह अहसास होना चाहिए कि लाभ कमाना ही एकमात्र लक्ष्य नहीं है बल्कि कुछ अच्छा करते हुए भी आप अपने लिए बेहतर कर सकते हैं। अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जीएसटी संग्रह से आशावादी संकेत मिले हैं। उन्होंने कहा कि जिसों के दाम कम हो रहे हैं और घरेलू मुद्रास्फीति भी कम होगी। गोदरेज ने कहा कि अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और ऐसे संकेत हैं कि यह रफ्तार बनी रहेगी।

‘सांप्रदायिक अशांति फैलाने’ की कोशिश करेंगे, गृहमंत्री 

‘सांप्रदायिक अशांति फैलाने’ की कोशिश करेंगे, गृहमंत्री 

अविनाश श्रीवास्तव 

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने रविवार को आरोप लगाया कि इस महीने के अंत में राज्य के दौरे पर आ रहे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उस दौरान ‘सांप्रदायिक अशांति फैलाने’ की कोशिश करेंगे। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जब अमित शाह यहां होंगे तो वह बिहार और देश भर में सांप्रदायिक अशांति फैलाने की कोशिश करेंगे। लेकिन बिहार के लोग सतर्क हैं और वह (भाजपा) सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को भुनाने में सक्षम नहीं होंगे।’ शाह का 23-24 सितंबर को पूर्णिया और किशनगंज का दौरा करने का कार्यक्रम है। दोनों जिले अल्पसंख्यक बहुल हैं।

गौरतलब है कि पिछले ही महीने भाजपा का साथ छोड़कर नीतीश ने राजद और कांग्रेस आदि पार्टियों के साथ गठजोड़ करके राज्य में महागठबंधन की नयी सरकार बनायी है। राज्य में राजनीति बदलाव के बाद भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार माने जाने वाले अमित शाह पहली बार बिहार आ रहे हैं। हालांकि जदयू नेता ललन ने जोर देकर कहा कि भाजपा का सफाया हो जाएगा और जदयू, राजद, कांग्रेस और वाम दलों के महागठबंधन को अगले लोकसभा चुनाव में राज्य में सभी 40 सीटों पर जीत मिलेगी।

उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा अपने शुरुआती बिंदू पर वापस आ जाएगी जब उसने केवल दो सीटें जीतीं थीं। गौरतलब है कि भाजपा के फिलहाल 300 से ज्यादा सांसद हैं, लेकिन 1984 में उसके पास लोकसभा में महज दो सीटें थीं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह संभव है। उनका (भाजपा) वोट शेयर 38 प्रतिशत था। कल्पना कीजिए कि यदि शेष 62 प्रतिशत एक साथ आ जाते हैं तो क्या होगा। एक बार गति प्राप्त करने के बाद संयुक्त विपक्ष को कुल वोट शेयर का 75 प्रतिशत मिल सकता है।गौरतलब है कि ललन के इस बयान से महज एक दिन पहले जदयू ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में नीतीश कुमार को विपक्षी एकता हासिल करने के लिए सभी निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया है। विपक्ष के राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सोमवार को दिल्ली जाने का कार्यक्रम है।

पूर्व चेयरमैन मिस्त्री के निधन पर शोक व्यक्त किया

पूर्व चेयरमैन मिस्त्री के निधन पर शोक व्यक्त किया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री के निधन पर रविवार को शोक व्यक्त किया और कहा कि उनका निधन वाणिज्य और उद्योग जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। 54 वर्षीय मिस्त्री की रविवार को एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह दुर्घटना उस वक्त हुई जब मिस्त्री की कार मुंबई से सटे पालघर जिले में एक डिवाइडर से टकरा गई। अधिकारी ने बताया कि उस समय मिस्त्री मर्सिडीज कार में अहमदाबाद से मुंबई लौट रहे थे।

मोदी ने ट्वीट किया, ‘श्री साइरस मिस्त्री का असामयिक निधन हैरान करने वाला है। वह एक अग्रणी उद्योगपति थे, जो भारत की आर्थिक शक्ति में विश्वास करते थे।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘उनका निधन वाणिज्य और उद्योग जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना। उनकी आत्मा को शांति मिले।’

मिस्त्री की मौत से गहरा दुख हुआ: गडकरी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट किया- महाराष्ट्र के पालघर के पास एक सड़क दुर्घटना में टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्रीजी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। उनके परिवार के सदस्यों के प्रति हार्दिक संवेदना। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें। शांति।

भारतीय उद्योग ने चमकता सितारा खो दिया: गोयल

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर लिखा- साइरस मिस्त्री के आकस्मिक निधन से गहरा दुख और सदमा पहुंचा। भारतीय उद्योग ने अपना एक चमकता सितारा खो दिया है, जिसका भारत की आर्थिक प्रगति में योगदान हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।

दयालुता के प्रतीक के रूप में याद रखूंगी: स्मृति

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा- एक सौम्य आत्मा, एक दृष्टि और एक मिशन वाला व्यक्ति।।। साइरस को मैं हमेशा उन्हें दयालुता के प्रतीक के रूप में याद रखूंगी। उनके निधन की खबर सदमे के रूप में आती है। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी संवेदना।

साइरस मिस्त्री का निधन बहुत बड़ी क्षति: शिंदे

महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा- टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। वह न केवल एक सफल उद्यमी थे बल्कि उन्हें उद्योगजगत में एक युवा, उज्ज्वल और दूरदर्शी व्यक्तित्व के रूप में भी देखा जाता था। यह एक बहुत बड़ी क्षति है।।। मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि।

डीजीपी को विस्तृत जांच के आदेश दिए: फडणवीस

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया- पालघर के पास एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में टाटा संस के पूर्व चेयरमैन श्रीसाइरस मिस्त्री के निधन के बारे में जानकर स्तब्ध और गहरा दुख हुआ। उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। ऊँ शांति। डीजीपी से बात कर विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं।

मेरे भाई साइरस मिस्त्री का निधन हो गया: सुप्रिया

एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने ट्वीट करते हुए कहा- एक दुखद खबर।।। मेरे भाई साइरस मिस्त्री का निधन हो गया। विश्वास नहीं कर सकती। ईश्वर साइरस की आत्मा को शांति प्रदान करें।

उनके साथ हुईं कई बातचीत मुझे याद आ रहीं: जयशंकर

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ट्वीट किया- साइरस मिस्त्री के निधन की खबर से बेहद सदमे में हूं। पिछले कुछ वर्षों में हमारे बीच हुईं कई बातचीत मुझे याद आ रही हैं। उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना हैं।

दुर्भाग्यपूर्ण निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ- हरदीप

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा- एक दुखद सड़क दुर्घटना में टाटासंस के पूर्व चेयरमैन श्रीसाइरस मिस्त्रीजी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति हार्दिक संवेदना। शांति से आराम करें।

साइरस मिस्त्री के असामयिक निधन से दुखी हूं- राहुल

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘टाटा संस के पूर्व प्रमुख साइरस मिस्त्री के असामयिक निधन से दुखी हूं। वह देश के उद्योग जगत के बहुत ही शानदार व्यक्तित्व थे, जिन्होंने भारत की विकास गाधा में महत्वूपर्ण योगदान दिया। उनके परिवार, मित्रों और चाहने वालों के प्रति मेरी संवेदना है।’ इसके अलावा कांग्रेस सांसद शशि थरूर और कई अन्य नेताओं ने भी मिस्त्री के निधन पर दुख जताया।

मुजफ्फरनगर: राशन न मिलने पर लोगों ने हंगामा किया 

मुजफ्फरनगर: राशन न मिलने पर लोगों ने हंगामा किया 

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के गांव दधेड़ु खुर्द में सरकारी गल्ले से राशन न मिलने पर लोगों ने हंगामा कर दिया। आरोप था कि अंगूठा लगवाने के बावजूद राशन नहीं दिया जा रहा। आरोप लगाया कि राशन की दुकान अक्सर नहीं खुलती। खुलती है तो 2 घंटे के अंदर ही बंद कर दी जाती है। जिससे गरीब लोग राशन लेने से चूक जाते हैं। शिकायत पर पहुंचे ग्राम प्रधान ने लोगों को आश्वस्त किया कि वह समस्या का समाधार कराएंगे।

चरथावल विकासखण्ड के ग्राम दधेडु खुर्द में दिन निकलते ही ममता के नाम आवंटित सरकारी सस्ते गल्ले पर राशन न मिलने से सैकंडो ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। राशन न मिलने की शिकायत ग्राम प्रधान से की गई। प्रधान हुसैन अहमद को राशन धारकों ने आपबीती बताते हुए बताया कि उन्हें अंगूठा लगवाकर भी राशन नहीं दिया जा रहा। राशन की दुकान 2 घंटे खोलने के बाद बंद कर दी जाती है। ग्राम प्रधान ने ग्रामीणों को समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया। यह भी आरोप है कि राशन डीलर कार्ड धारकों को कम राशन देता है। यदि किसी की 5 यूनिट पर राशन देना है तो मशीन पर उसका अंगूठा लगवाने पर केवल 4 यूनिट का राशन दिया जाता है। आरोप है कि कार्ड पर एक यूनिट राशन डीलर खुद गबन कर देता है। आरोप है कि कार्ड धारक अपना एक यूनिट का राशन मांगता है तो उसको तरह तरह की धमकियां मिलती है। बताया जाता है कि ऊपर से ही राशन कम आ रहा है।

नई 'अंतरिक्ष' नीति जल्द घोषित किए जाने की उम्मीद 

नई 'अंतरिक्ष' नीति जल्द घोषित किए जाने की उम्मीद 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। वैश्विक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था में भारत की हिस्सेदारी करीब दो प्रतिशत है। लेकिन उम्मीद है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की साझेदारी में काम कर रहे निजी क्षेत्र की कड़ी मेहनत से भारत आठ प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर सकता है। एक शीर्ष अधिकारी ने यह दावा किया है। अधिकारी ने कहा कि नई अंतरिक्ष नीति जल्द घोषित किए जाने की उम्मीद है, जिसमें निजी क्षेत्र के सामने आने वाली अधिकतर बाधाओं को दूर कर दिया जाएगा। इसके बाद वे भी उपग्रह निर्माण, ट्रांसपोंडर को पट्टे पर देने और प्रक्षेपण यान के निर्माण तथा अंतरिक्ष-आधारित उद्योगों की दुनिया में संभावनाओं को टटोल सकेंगे।

भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (इन-सपेस) के अध्यक्ष पवन कुमार गोयनका ने कहा अंतरिक्ष नीति का सबसे अहम लक्ष्य निजी क्षेत्र को अंतरिक्ष क्षेत्र में अहम भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना और सुविधा देना है। गोयनका ने कहा कि इसरो प्रौद्योगिकी विकास, अंतरिक्ष क्षेत्र के वाणिज्यिक पहलुओं के लिए माहौल और अवंसरचना निर्माण के क्षेत्र में भूमिका बढ़ा सकता है। अध्यक्ष ने कहा भारत की अंतरिक्ष के प्रति रुचि है। हमारे पास करीब 100 स्टार्टअप हैं, जिनमें से दो तिहाई की स्थापना गत दो-तीन सालों में हुई है। गोयनका ने कहा कि भारत, विश्व के लिए उपग्रह विनिर्माण केंद्र और छोटे उपग्रह प्रक्षेपण यान से लेकर भूस्थित उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) तक के लिए प्रक्षेपण स्थल बन सकता है। उल्लेखनीय है कि भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (इन-स्‍पेस) की स्थापना वर्ष 2020 में स्वतंत्र एवं सिंगल विंडो एजेंसी के रूप में की गई, ताकि इस क्षेत्र में निजी भागीदारों को बढ़ावा दिया जा सके।

इन-स्पेस को इसरो की सुविधाओं को निजी कंपनियों के इस्तेमाल के लिए अधिकृत करने, भारतीय उपग्रह प्रणाली के विकास और निजी क्षेत्र को प्रक्षेपण लिए रॉकेट के विकास के लिए अधिकृत करने की भी जिम्मेदारी दी गई है। गोयनका ने कहा कि अमेरिका में भी अंतरिक्ष उद्योग के नासा से निजी क्षेत्र की ओर बढ़ने और निजी क्षेत्र के लिए अपने दरवाजे खोलने में करीब एक दशक का समय लगा। उन्होंने कहा कि भारत अगले 10 से 15 साल में अमेरिका की मौजूदा स्थिति तक पहुंचने की उम्मीद कर सकता है। भारत में अंतरिक्ष क्षेत्र को खोलने के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के नवीनतम उपक्रम न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) ने 22 जून को अपने पहले समर्पित वाणिज्यिक उपग्रह जीसैट-24 को प्रक्षेपित किया। एनएसआईएल ने उपग्रह की पूरी क्षमता को 15 साल के लिए टाटा प्ले को पट्टे पर दिया है। एनएसआईएल ने अपने दूसरे समर्पित वाणिज्यिक मिशन को 30 जून को उस वक्त अंजाम दिया, जब ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण वाहन (पीएसएलवी) से सिंगापुर कंपनी के तीन उपग्रहों को कक्षा में स्थापित किया गया।

इस मिशन में ई-स्पेस से अधिकृत दो भारतीय स्टार्टअप ध्रुव स्पेस और डिजिनतारा के दो उपग्रहों को भी कक्षा में भेजा गया। गोयनका ने कहा कि स्टार्टअप को प्रौद्योगिकी की दृष्टि से और अधिक मदद तथा इसरो की सुविधाओं तक पहुंच की जरूरत है। हम इस पर विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि इसरो के लिए काम करने वाली बड़ी कंपनियां पीएसएलवी और जीएसएलवी जैसे बड़े-बड़े प्रक्षेपण यानों के निर्माण की बड़ी चुनौती को स्वीकार कर सकती हैं और स्टार्ट अप का मार्गदर्शन करने पर विचार कर सकती हैं। गोयनका ने बताया कि इसरो अपने प्रक्षेपण क्षमता का विस्तार कर रहा है और श्रीहरिकोटा में तीसरे लांचिग पैड का विकास कर रहा है, जबकि तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में एक अन्य स्पेसपोर्ट बना रहा है।

जजों की नियुक्ति में लोगों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए

जजों की नियुक्ति में लोगों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए 

विमलेश यादव 

चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने यहां रविवार को कहा कि न्यायाधीशों की नियुक्ति में समाज के सभी वर्ग के लोगों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने चेन्नई में उच्चतम न्यायालय की एक पीठ स्थापित करने की मांग दोहराई। यहां निचली अदालतों के लिए बहुमंजिला इमारत का शिलान्यास करने के बाद स्टालिन ने कहा कि तमिल को मद्रास उच्च न्यायालय की आधिकारिक भाषा बनाया जाना चाहिए ताकि याचिकाकर्ताओं को कार्यवाही समझ में आ सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दक्षिण भारतीयों के लिए चेन्नई में उच्चतम न्यायालय की एक पीठ की स्थापना की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि न्यायाधीशों की नियुक्ति के मामले में, समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार कानून, न्याय और सामाजिक न्याय से चलती है। उन्होंने कहा कि सरकार न्यायपालिका से संबंधित अवसंरचना में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय किशन कौल ने यहां ओल्ड लॉ कॉलेज की इमारत के पुनरुद्धार की शुरुआत की जिसका इस्तेमाल मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा किया जाएगा।

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...