रविवार, 31 जुलाई 2022

लक्ष्मण डेरा में निशुल्क स्वास्थ्य जांच केंद्र शिविर लगा  

लक्ष्मण डेरा में निशुल्क स्वास्थ्य जांच केंद्र शिविर लगा  


चक्की: प्रखंड के लक्ष्मण डेरा मे लगा स्वास्थ्य जांच केंद्र का शिविर

अविनाश श्रीवास्तव 

पटना। कृष हॉस्पिटल चाइल्ड एंड मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल पटना के माध्यम से एमबीबीएस डॉक्टर रामजी प्रसाद के द्वारा चक्की प्रखंड के लक्ष्मण डेरा के वार्ड संख्या-16 में निशुल्क स्वास्थ्य जांच केंद्र शिविर लगा। डॉ रामजी प्रसाद आईजीएमएस के सीनियर प्रोफेसर भी है। उनके द्वारा लगाए गए शिविर में लगभग डेढ़ सौ मरीजों की जांच उन्होंने की और फ्री दवाईयों का वितरण भी किया‌‌। जांच में बताया गया कि ब्लड टेस्ट, बीपी, शुगर, खांसी, बुखार, पुराने हड्डियों का दर्द, दाद खाज खुजली,इत्यादि रोगों की जांच हुई। डॉ रामजी प्रसाद ने अपना बहुमूल्य समय निकालकर गांव के लोगों का इलाज किया। उनके इस कार्य से वहां के जितने भी मरीज थे सब खुश लग रहे थे। डॉ रामजी प्रसाद ने बताया, कि मैं समय-समय पर ऐसा कार्य करते रहता हूं।

ताकि, मैं गरीब लोगों के जिनके पास पैसे नहीं है और वह इलाज नहीं करा पाते हैं। इस को ध्यान में रखते हुए में खुद उन लोगों के पास जाता हूं और उनका बेहतर से बेहतर इलाज करता हूं। इस कार्य के लिए मुझे बहुत ही आनंद मिलता है। मेरा यह निशुल्क शिविर बक्सर जिले या फिर अन्य जिले के हर गांव में लगता है। वार्ड संख्या 16 के वार्ड पार्षद मनोज कुमार गोंड ने कहा कि इस शिविर को लगवाने का मकसद है कि जो भी गरीब तत्व के लोग हैं। पैसे के अभाव के कारण बड़े-बड़े हॉस्पिटलों में नहीं जा सकते। इस शिविर लगने से निशुल्क इलाज बेहतर और निशुल्क दवाईयों का वितरण मरीजों को एक तरफ से जीने का साहस देगा और यह शिविर समय-समय पर लगता रहेगा।

'विशाल निशुल्क नोटबुक' वितरण कार्यक्रम रखा गया 

'विशाल निशुल्क नोटबुक' वितरण कार्यक्रम रखा गया 


ज़ेड एच फाउंडेशन का नि:शुल्क नोटबुक वितरण कार्यक्रम, इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के मार्गदर्शन में

सब को शिक्षा, सब को स्वास्थ्य का सपना संजोए 

शहनवाज अहमद   

जबलपुर। ज़ेड एच फाउंडेशन विगत 7 वर्षों से निरंतर उल्लेखनीय कार्य करता आ रहा है। इसी कड़ी में रविवार को अनवर खां महबूब कंपनी, हनुमानताल जबलपुर के सामने स्थित फाउंडेशन की शाखा में 'विशाल निशुल्क नोटबुक' वितरण कार्यक्रम रखा गया। जिसमें ऐसे बच्चों को नोटबुक वितरित की गई, जो गरीब, बेसहारा एवं कोरोना काल में अपने माता पिता को खो चुके हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के मेंबर, सिविल डिफेंस के डिविजनल वार्डन सुनील गर्ग जी उपस्थित थे। एवं कार्यक्रम के सफल आयोजन पर ज़ेड एच फाउंडेशन के फाउंडर हजरत सैय्यद आमिर हसन दादा ने जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।


मुजफ्फरनगर के 10 बिंदुओं पर धरना पंचायत की गई 

मुजफ्फरनगर के 10 बिंदुओं पर धरना पंचायत की गई 

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। रविवार को भारतीय किसान यूनियन द्वारा पूर्व घोषित जिला मुजफ्फरनगर के 10 बिंदुओं पर धरना पंचायत की गई और धरना पंचायत के पश्चात संबंधित अधिकारी को प्रत्येक पॉइंट पर भारत सरकार के नाम 15 सूत्रीय ज्ञापन प्रेषित किया गया। आपको बता दें, कि जिला मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन द्वारा 10 पॉइंट निर्धारित किए गए थे। जिले के सारे पॉइंट पर किसानों द्वारा भारी बारिश होने के बावजूद बहुत बड़ी संख्या में भाग लिया गया और भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत भी स्वयं फुगाना मेरठ करनाल हाईवे पर धरना पंचायत में मौजूद रहे और अपने वक्तव्य में सरकार को किसान मजदूर मजलूम पर अन्याय पूर्ण रवैया अपनाने की हिदायत दी।

इस अवसर पर चौधरी राकेश टिकैत राष्ट्रीय प्रवक्ता भारतीय किसान यूनियन भी जिले में मौजूद थे और वह सर्वप्रथम रोहाना टोल पर पहुंचे और वहां धरना पंचायत में हिस्सा लिया अपना वक्तव्य रखते हुए चौधरी राकेश टिकैत ने शासन और प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसान बेहाल है और जनता त्रस्त है। यदि किसी किसान मजदूर या आम जनमानस पर सरकार कोई जन विरोधी नियम लागू करने की कोशिश करेगी, तो वह नियम सर्वप्रथम रूलिंग पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से शुरू होगा यदि केवल विपक्ष और किसान के नाम पर सरकार धमकाने की कोशिश करेगी, तो बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब कोई नागरिक अपनी नौकरी पूरी कर के 20 साल बाद घर वापसी करता था तो जश्न का माहौल होता था। लेकिन सरकार ने उसे भी नहीं बख्शा और उसकी समय अवधि 4 साल कर दी। चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि संघर्ष का समय आ गया है। एक बार फिर देश को बड़े आंदोलन की जरूरत है। इस बार आंदोलन जन आंदोलन होगा और वह आंदोलन होगा और आवाहन किया कि सभी किसान अपने ट्रैक्टर लेकर तैयार रहे हैं। रोहाना के पश्चात चौधरी राकेश टिकैत मुजफ्फरनगर मेरठ स्थित नावला कोठी हाईवे पर पहुंचे और वहां भी धरना पंचायत में शामिल हुए। आपको बता दें, कि जिला मुजफ्फरनगर में रोहाना टोल पुरकाजी ब्लॉक मोना चौधरी चरण सिंह चौक जानसठ खतौली तिराहा खतौली नावला कोठी हाईवे बुढाना में बाय वाला चौराहा और फुगाना बघरा में लालू खेड़ी शाहपुर में मंसूरपुर तिराहा ब्लॉक चरथावल में थाना भवन रोड पर धरना पंचायत प्रदर्शन किया गया और संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन दिए गए कुल मिलाकर भारतीय किसान यूनियन की धरना पंचायत पूरे जिले में भारी बारिश के बावजूद सफल रही।

धरना पंचायत में संयुक्त रूप से 10 पॉइंट पर ओमपाल मलिक, योगेश शर्मा, ओम प्रकाश शर्मा, विकास शर्मा, नवीन राठी, चौधरी शक्ति सिंह, गुरमेल सिंह बाजवा, धीरज लाटियान, सत्येंद्र पुंडीर, सोनिया सैनी, महिला बिग जिला अध्यक्ष राजेंद्र सैनी, दिनेश सैनी, अनुज बालियान, विजेंद्र बालियान, संजीव भारद्वाज, सतीश भारद्वाज, गुलबहार राव, सत्येंद्र बालियान, राहुल अहलावत, गुलाब चौधरी, देव अहलावत, प्रमोद गुलिया, साजिद कुरेशी, साजिद मलिक, मोहब्बत अली, आबिद अली, विकास चौधरी, बिट्टू प्रधान, हरिओम प्रधान, संजय त्यागी, अमरजीत चौधरी, कुलदीप त्यागी, सत्येंद्र चौहान, जोगिंदर पहलवान, संजीव पंवार, सुमित पचेंडा, हैप्पी बालियान, मोनू ठाकुर, तुषार शर्मा, आशीष त्यागी, बॉबी त्यागी के साथ-साथ हजारों किसान व कार्यकर्ता व सैकड़ों महिला कार्यकर्ता मौजूद रहे।

वरिष्ठ पत्रकार व प्रधान संपादक गोपीकृष्णन का निधन

वरिष्ठ पत्रकार व प्रधान संपादक गोपीकृष्णन का निधन

विमलेश यादव 

कोट्टयम। वरिष्ठ पत्रकार एवं मलयालम दैनिक अखबार ‘मेट्रो वार्ता’ के प्रधान संपादक आर. गोपीकृष्णन का रविवार को निधन हो गया। वह 65 वर्ष के थे। उनके पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। वह पिछले कुछ वक्त से अस्वस्थ थे। उन्होंने दोपहर करीब एक बजकर 15 मिनट पर अंतिम सांस ली।

दैनिक अखबार दीपिका से अपने करियर की शुरुआत करने वाले गोपीकृष्णन ने कोट्टयम और नयी दिल्ली में मंगलम के डिप्टी एडिटर के तौर पर काम किया। बाद में उन्होंने केरल कौमुदी दैनिक अखबार के डिप्टी एडिटर की जिम्मेदारी भी संभाली। वह जाने-माने लेखक भी थे। उन्होंने नई दिल्ली में एक सहकर्मी पत्रकार के साथ मिलकर डैन ब्राउन के मशहूर उपन्यास ‘दा विंची कोड’ का मलयालम भाषा में अनुवाद भी किया था। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ सोमवार को कोट्टयम में किया जाएगा।

शाहरूख की फिल्म 'जवान' में काम करेगी, दीपिका 

शाहरूख की फिल्म 'जवान' में काम करेगी, दीपिका 

कविता गर्ग 

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण शाहरूख खान की फिल्म 'जवान' में काम करती नजर आ सकती है। दीपिका पादुकोण ने अपनी करियर की शुरुआत शाहरुख खान के साथ फिल्म 'ओम शांति ओम' से की थी। दीपिका इन दिनों फिल्म 'पठान' में शाहरूख खान के साथ काम कर रही है। चर्चा है कि फिल्म 'पठान' के बाद दीपिका, शाहरुख खान की एक और फिल्म में काम करने वाली हैं। कहा जा रहा है कि दीपिका पादुकोण, शाहरूख की फिल्म 'जवान' में भी नजर आ सकती हैं। शाहरुख खान और फिल्मकार एटली के साथ 'जवान' में दीपिका को कास्ट करने के लिए बातचीत चल रही है। इस फिल्म में दीपका का छोटा लेकिन अहम किरदार होने वाला है। इस बारे में मीटिंग्स की जा रही हैं, जिसमें रोल और डेट्स पर चर्चा चल रही है। 'जवान' में शाहरुख खान के अलावा राणा दग्गुबाती, सुनील ग्रोवर, सान्या मल्होत्रा, नयनतारा जैसे कलाकार भी अहम किरदारों में नजर आने वाले हैं। यह फिल्म 2 जून, 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी।

26.90 प्रतिशत से गिरकर 16.49 पर पहुंचा, कामकाज 

26.90 प्रतिशत से गिरकर 16.49 पर पहुंचा, कामकाज 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। मानसूत्र सत्र के पहले सप्ताह के मुकाबले दूसरे सप्ताह में कामकाज 26.90 प्रतिशत से गिरकर 16.49 प्रतिशत पर पहुंच गया। राज्यसभा में विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के कारण कार्यवाही बार-बार बाधित हुई है। हंगामे के कारण 23 सदस्यों को निलंबित भी किया जा चुका है। राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू हंगामे और व्यवधान पर यह कहते हुए अपनी नाखुशी जता चुके हैं कि ‘‘व्यवधान संसदीय लोकतंत्र का विनाश है।’’ अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पहले दो सप्ताह के दौरान राज्यसभा के कामकाज में 21.58 प्रतिशत की गिरावट आई है। राज्यसभा सचिवालय ने बताया कि अब तक हुई 10 बैठकों में राज्यसभा में 11 घंटे और आठ मिनट काम हुआ जबकि 51 घंटे और 35 मिनट का कामकाज निर्धारित था। इसक मतलब है कि 40 घंटे और 45 मिनट हंगामा और व्यवधान में बर्बाद हो गए।

अभी तक इस सत्र में एक भी विधेयक पारित नहीं कराया जा सका है। सामूहिक संहार के आयुध और उनकी परिदान प्रणाली (विधि विरूद्ध क्रियाकलाप का प्रतिषेध) संशोधन विधेयक पर चर्चा पूरी होना बाकी है। इस सत्र के पहले दो सप्ताहों में अभी तक शून्य काल के तहत कोई मामला नहीं उठाया जा सका, आठ दिन एक भी विशेष उल्लेख नहीं उठाया जा सका और छह दिन प्रश्न काल नहीं हो सका। सदन में बार-बार हो रहे हंगामे के मद्देनजर अपनी चिंता प्रकट करते हुए राज्यसभा के सभापति नायडू ने हाल ही में कहा था कि विरोध की राजनीति का संसद और राज्य की विधानसभाओं के कामकाज पर असर नहीं पड़ने देना चाहिए।

हैदराबाद के नए सांसदों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि मतभेदों को दूसरों की राय सुनने की क्षमता पैदा करके बहस और चर्चा के जरिये सुलझाया जाना चाहिए, लेकिन जरूरी नहीं कि उनसे सहमत ही हुआ जाए। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार और विपक्ष, दोनों पर सदन के सुचारू एवं प्रभावी कामकाज को सुनिश्चित करने की सामूहिक जिम्मेदारी है।’’ मॉनसून सत्र शुरू होने के बाद से आवश्यक वस्तुओं पर माल एवं सेवा कर(जीएसटी), महंगाई और अन्य मुद्दों पर चर्चा कराने की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के कारण संसद की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई है। विपक्षी दलों के प्रदर्शन के कारण राज्यसभा और लोकसभा से कई सदस्यों को निलंबित भी किया गया है।

अधिक प्रतिबद्वता के साथ काम करने की जरूरत 

अधिक प्रतिबद्वता के साथ काम करने की जरूरत 

इकबाल अंसारी 

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को कहा है कि सुरक्षा बलों को उभरते नए खतरों को कम करने के लिए अधिक प्रतिबद्वता के साथ काम करने की जरूरत है। सिन्हा ने कहा कि बलों को इस तरह की गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए अपने प्रयासों को दोगुना करने की जरुरत है। उपराज्यपाल ने मणिगाम पुलिस प्रशिक्षण स्कूल में जम्मू-कश्मीर पुलिस कांस्टेबलों के सत्यापन सह पासिंग आउट परेड में भाग लेने के बाद ट्वीट में कहा कि हमें विध्वंसक तत्वों द्वारा उत्पन्न नए उभरते खतरों को खत्म करने के लिए अधिक प्रतिबद्धता के साथ काम करने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने, ड्रग सिंडिकेट और आतंकवाद विरोधी अभियानों के खिलाफ कार्रवाई की जिम्मेदारी के साथ-साथ सर्वांगीण विकास और शांति के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करके नागरिकों का विश्वास जीता है। उपराज्यपाल ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि जम्मू कश्मीर पुलिस अपने कौशल, समर्पण, गतिशीलता और देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने के संकल्प के साथ बेहतर आंतरिक सुरक्षा तंत्र के बेहतरीन उदाहरणों में से एक है। उन्होंने ट्वीट किया, भर्ती हुए लोगों को सर्वागीण प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को बधाई।

स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करने एवं माफी मांगने की मांग 

स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करने एवं माफी मांगने की मांग 

राणा ओबरॉय 

लुधियाना। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की पंजाब इकाई ने रविवार को राज्य मंत्रिमंडल से स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौरामाजरा को तत्काल बर्खास्त करने और बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (BFUHS) के कुलपति के साथ किये गए कथित दुर्व्यवहार के लिए उनसे माफी मांगने की मांग की। जौरामाजरा ने शुक्रवार को बीएफयूएचएस के कुलपति राज बहादुर को अस्पताल में एक गंदे गद्दे पर लेटने के लिए कथित तौर पर मजबूर किया था, जिसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री को चौतरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। आईएमए की पंजाब इकाई के प्रमुख डॉ परमजीत सिंह मान ने घटना पर दुख जताते हुए स्वास्थ्य मंत्री के व्यवहार की कड़ी निंदा की और उनसे माफी मांगने की मांग की।

उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से चेतन सिंह जौरामाजरा को पद से हटाकर उनके स्थान पर चिकित्सा बिरादरी से जुड़े अपनी पार्टी (आम आदमी पार्टी) के किसी विधायक को नियुक्त करने की भी मांग की। डॉ. परमजीत ने कहा कि यदि ये मांगें स्वीकार नहीं की जाती हैं, तो आईएमए कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर होगा। घटना के बाद कुलपति ने इस्तीफा दे दिया और कहा कि उन्होंने दुर्व्यवहार किये जाने की इस घटना से मुख्यमंत्री को अवगत कराया है। साथ ही, अनुरोध किया है कि उन्हें सेवामुक्त किया जाए, क्योंकि कामकाज का माहौल सौहार्दपूर्ण नहीं है। आईएमए की पंजाब इकाई ने यहां संवाददाता सम्मेलन में पूरी घटना की जांच कराने की भी मांग की और कहा कि यह कुलपति और चिकित्सा बिरादरी का मनोबल गिराने की एक साजिश प्रतीत होती है। आईएमए की पंजाब इकाई के महासचिव डॉ. सुनील कात्याल, आईएमए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ नवजोत दहिया भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के प्रदेश प्रमुख डॉ अखिल सरीन ने भी घटना की निंदा की। सरीन ने एक बयान में कहा, ‘‘पंजाब सरकार को कोष का अभाव, कर्मियों की कमी और अपर्याप्त बुनियादी ढांचा जैसे मुद्दों का समाधान करने की जरूरत है। सरकारी अस्पतालों में करीब 1,000 चिकित्सकों की कमी है।’’ विपक्षी दलों ने अस्पताल में हुई घटना को लेकर जौरामाजरा के इस्तीफे की मांग की है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को कहा था कि काम के दौरान कुछ ‘‘तल्खियां’’ सामने आती हैं और ‘‘मुझे लगता है कि स्थिति से बेहतर तरीके से निपटा जा सकता था।’’

बवाल: ईडी ने शिवसेना नेता राउत को हिरासत में लिया 

बवाल: ईडी ने शिवसेना नेता राउत को हिरासत में लिया 

कविता गर्ग 

मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना नेता संजय राउत को हिरासत में ले लिया है। शिवसेना नेता को हिरासत में लिए जानें से काफी बवाल मचा हुआ है। इस दौरान शिवसेना सांसद के घर के बाहर समर्थकों की भारी भीड़ देखने को मिली। ईडी पिछले 9 घंटे से उनके घर पर छानबीन कर रही थी। बता दें कि ईडी ने यह छापेमारी पात्रा चॉल घोटाले से जुडे़ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की थी। रविवार को ED की टीम सुबह 7 बजे राउत के भांडुप स्थित घर पर पहुंची थी।

हिरासत के बाद संजय राउत का ट्वीट सामने आया है। उन्होंने लिखा, “आप उस व्यक्ती को नहीं हरा सकते.. जो कभी हार नहीं मानता! झुकेंगे नही! जय महाराष्ट्र।” बताया जा रहा है कि ईडी की टीम संजय राउत को लेकर दफ्तर जा रही है और वहां पूछताछ होगी। शिवसेना नेता ने ईडी के द्वारा उनके मुंबई आवास पर तलाशी लेने पर ट्वीट किया कि, “महाराष्ट्र और शिवसेना की लड़ाई जारी रहेगी।” बता दें कि इस मामले में ईडी ने संजय राउत को समन भेजा था लेकिन वह पेश नहीं हुए थे। मामला 1014 करोड़ के पात्रा चाल लैंड स्कैम से जुड़ा है। संजय राउत ने संसद के मानसून सत्र का हवाला देते हुए पूछताछ के लिए पेश होने से इनकार कर दिया था। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर हिम्मत है, तो एजेंसी उन्हें गिरफ्तार कर ले।

कांग्रेस ने पार्टियों को भाजपा की ‘बी-टीम’ करार दिया 

कांग्रेस ने पार्टियों को भाजपा की ‘बी-टीम’ करार दिया 

मनोज सिंह ठाकुर 

भोपाल। मध्य प्रदेश में हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) ने महापौर की एक एवं 40 पार्षद सीट जीतीं। जबकि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने सात पार्षद सीटों पर जीत दर्ज कर प्रदेश में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। इसी के साथ ये दोनों दल भी प्रदेश में तीसरी ताकत के रूप में उभर कर सामने आये हैं। अब तक प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) एवं समाजवादी पार्टी (सपा) ही तीसरी ताकत के रूप में जाने जाते थे। हालांकि, प्रदेश में अब तक सत्तारूढ़ भाजपा एवं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की ही राजनीति रही है और स्थानीय निकाय चुनावों में भी इन्हीं दोनों पार्टियों का दबदबा रहा है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप एवं असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम के इस प्रदर्शन पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने दोनों पार्टियों को भाजपा की ‘बी-टीम’ करार दिया है।

अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप ने प्रदेश में अपने पहले ही नगरीय निकाय चुनाव में 6.3 प्रतिशत वोट शेयर हासिल करने का दावा किया है। हालांकि, भाजपा और कांग्रेस राज्य में तीसरी ताकत के दावेदारों की बढ़ती संख्या से बेपरवाह दिखाई दे रही है। आप के प्रदेश अध्यक्ष पंकज सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमें शहरी निकाय चुनावों में 6.3 प्रतिशत वोट मिले। प्रदेश के कुल 14 नगर निगमों के लिए हुए महापौर पद के चुनाव में हमारी पार्टी का उम्मीदवार सिंगरौली से जीता और ग्वालियर एवं रीवा में हम तीसरे स्थान पर रहे। ग्वालियर में हमें लगभग 46,000 मत मिले।’’ उन्होंने कहा कि शहरी निकायों में पार्षदों के पदों के लिए हमारी पार्टी ने लगभग 1,500 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, जिनमें से 40 जीते थे, जबकि 135 से 140 दूसरे नंबर पर रहे। सिंह ने दावा किया कि गैर दलीय आधार पर हुए पंचायत चुनावों में आप समर्थित उम्मीदवारों ने जिला पंचायत सदस्यों के 10 पदों, 23 जनपद सदस्यों, 103 सरपंचों और 250 पंचों पर जीत हासिल की।

उन्होंने कहा कि पार्टी 2023 के विधानसभा चुनावों में मध्य प्रदेश के मतदाताओं को एक मजबूत तीसरा विकल्प देगी, क्योंकि जनता भाजपा और कांग्रेस दोनों से नाराज हैं। आप नेता ने कहा, ‘‘हमारी पार्टी के प्रमुख (केजरीवाल) ने पहले ही हमें सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। हम बूथ स्तर से ही अपने संगठन को मजबूत करने और जन-हितैषी मुद्दों के लिए लड़ने के लिए कमर कसने की प्रक्रिया में हैं।‘‘ उन्होंने कहा,‘‘ आप ने 2014 के लोकसभा चुनाव में सभी 29 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे दो प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि 2018 के विधानसभा चुनावों में पार्टी को केवल एक प्रतिशत वोट मिले थे। लेकिन इस बार स्थानीय निकाय चुनावों में हमने शानदार प्रदर्शन किया है और इसमें हमारी पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़कर छह प्रतिशत हो गया।’’

वहीं, मध्य प्रदेश एआईएमआईएम प्रभारी सैयद मिन्हाजुद्दीन ने कहा, ‘‘ हमारी पार्टी ने प्रदेश में हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में 51 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, जिनमें से दो महापौर पदों (खंडवा और बुरहानपुर में) के लिए और बाकी 49 पार्षदों के लिए थे।’’ उन्होंने कहा कि हालांकि, वोट शेयर के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन एआईएमआईएम के सात उम्मीदवार पार्षद बन गए हैं। मिन्हाजुद्दीन ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम ने अभी तक मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने के बारे में फैसला नहीं किया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारी पार्टी के प्रमुख (ओवैसी) और संगठन पर निर्भर करेगा। लेकिन मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि पार्टी नगरीय निकाय चुनावों में अपने अच्छे प्रदर्शन के आधार पर विधानसभा चुनाव लड़ सकती है।’’

स्थानीय चुनावों में उनकी पार्टी के खराब प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर बसपा प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल ने कहा कि पार्टी का मजबूत आधार गांवों में है और शहरी निकाय चुनावों में उसका प्रदर्शन ज्यादा मायने नहीं रखता है। उन्होंने दावा किया,‘‘ फिर भी शहरी निकाय चुनावों में पांच दर्जन से अधिक हमारी पार्टी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है और आंकड़े अभी भी जुटाए जा रहे हैं।’ हालांकि, पिप्पल ने यह स्पष्ट किया कि 2023 का विधानसभा चुनाव बसपा सभी सीटों पर लड़ेगी। सपा के प्रदेश अध्यक्ष आर एस पटेल ने कहा कि उनकी पार्टी पूरे समर्पण और उत्साह के साथ नगरी निकाय चुनाव नहीं लड़ सकी क्योंकि उसका संगठनात्मक ढांचा नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव में केवल 5-6 उम्मीदवार (सपा के) जीते हैं क्योंकि मैंने हाल ही में कार्यभार संभाला था। हालांकि, हमने विधानसभा चुनावों की तैयारी पूरी ईमानदारी से शुरू कर दी है और पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे।’’ मध्य प्रदेश में मतदाताओं के लिए तीसरे मोर्चे के नए विकल्प के बारे में पूछे जाने पर, प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रकोष्ठ के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा, ‘‘आप और एआईएमआईएम सत्तारूढ़ भाजपा की ‘बी-टीम’ है। लेकिन, इससे हमारी पार्टी की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा।’’ वहीं, प्रदेश भाजपा सचिव रजनीश अग्रवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश में जब भी तीसरी ताकत मजबूत होती है, वे कांग्रेस के वोटों में सेंध मारते हैं।

भ्रम के कारण गिरफ्तार करने पर 5 लाख का मुआवजा 

भ्रम के कारण गिरफ्तार करने पर 5 लाख का मुआवजा 

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु। कर्नाटक के बेंगलुरु में 56 वर्षीय व्यक्ति को एक आपराधिक मामले में नाम को लेकर भ्रम के कारण गिरफ्तार किए जाने पर पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है। यहां कालिदास लेआउट के निवासी निंगाराजू एन ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाकर दावा किया था कि 2011 में दर्ज आपराधिक मामले का कथित आरोपी राजू एनजीएन वह नहीं था।

उसके खिलाफ मामले को खारिज करते हुए उच्च न्यायालय ने कहा, “यह चौंकाने वाला है कि एक व्यक्ति को यह पता लगाए बिना गिरफ्तार किया गया है कि क्या वह वही व्यक्ति था, जिसके खिलाफ वारंट जारी किया गया।” न्यायमूर्ति सूरज गोविंदराज ने सात जुलाई के अपने फैसले में कहा कि, “उसकी पहचान सत्यापित नहीं की गई और परिणाम स्वरूप एक निर्दोष व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।” अदालत ने पीड़ित व्यक्ति को पांच लाख रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाने का निर्देश दिया।

कर्तव्यकाल के रूप में काम करने का आह्वान: पीएम 

कर्तव्यकाल के रूप में काम करने का आह्वान: पीएम 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान 13 अगस्त से 15 अगस्त तक लोगों से घर-घर तिरंगा फहराने और आज़ादी के शताब्दी वर्ष तक अगले 25 साल का अमृतकाल हर देशवासी के लिए कर्तव्यकाल के रूप में काम करने का रविवार को आह्वान किया। श्री मोदी ने आज यहां आकाशवाणी में अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 91वें संस्करण में कहा कि इस बार ‘मन की बात’ बहुत खास है। इसका कारण है, इस बार का स्वतंत्रता दिवस, जब भारत अपनी आज़ादी के 75 वर्ष पूरे करेगा। हम सभी बहुत अद्भुत और ऐतिहासिक पल के गवाह बनने जा रहे हैं। ईश्वर ने ये हमें बहुत बड़ा सौभाग्य दिया है। उन्होंने कहा, “आप भी सोचिए, अगर हम गुलामी के दौर में पैदा हुए होते, तो, इस दिन की कल्पना हमारे लिए कैसी होती? गुलामी से मुक्ति की वो तड़प, पराधीनता की बेड़ियों से आज़ादी की वो बेचैनी – कितनी बड़ी रही होगी।

वो दिन, जब हम, हर दिन, लाखों-लाख देशवासियों को आज़ादी के लिए लड़ते, जूझते, बलिदान देते देख रहे होते। जब हम, हर सुबह इस सपने के साथ जग रहे होते, कि मेरा हिंदुस्तान कब आज़ाद होगा और हो सकता है हमारे जीवन में वो भी दिन आता जब वंदेमातरम और भारत माँ की जय बोलते हुए, हम आने वाली पीढ़ियों के लिए, अपना जीवन समर्पित कर देते, जवानी खपा देते।” प्रधानमंत्री ने कहा कि 31 जुलाई यानी आज ही के दिन, हम सभी देशवासी, शहीद उधम सिंह जी की शहादत को नमन करते हैं। ऐसे अन्य सभी महान क्रांतिकारियों को अपनी विनम्र श्रद्दांजलि अर्पित है जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि ये देखकर बहुत ख़ुशी होती है कि आज़ादी का अमृत महोत्सव एक जन आंदोलन का रूप ले रहा है।

सभी क्षेत्रों और समाज के हर वर्ग के लोग इससे जुड़े अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं। ऐसा ही एक कार्यक्रम इस महीने की शुरुआत में मेघालय में हुआ। मेघालय के बहादुर योद्धा, यू. टिरोत सिंह जी की पुण्यतिथि पर लोगों ने उन्हें याद किया। टिरोत सिंह जी ने खासी हिल्स पर नियंत्रण करने और वहाँ की संस्कृति पर प्रहार करने की अंग्रेजों की साजिश का जमकर विरोध किया था। इस कार्यक्रम में बहुत सारे कलाकारों ने सुंदर प्रस्तुतियाँ दी। इतिहास को ज़िंदा कर दिया। इसमें एक कार्निवल का आयोजन भी किया गया, जिसमें, मेघालय की महान संस्कृति को बड़े ही खूबसूरत तरीके से दर्शाया गया। अब से कुछ हफ्ते पहले, कर्नाटका में, अमृता भारती कन्नडार्थी नाम का एक अनूठा अभियान भी चलाया गया। इसमें राज्य की 75 जगहों पर आज़ादी के अमृत महोत्सव से जुड़े बड़े भव्य कार्यक्रम आयोजित किये गए।

इनमें कर्नाटका के महान स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने के साथ ही स्थानीय साहित्यिक उपलब्धियों को भी सामने लाने की कोशिश की गई। श्री मोदी ने कहा आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत, 13 से 15 अगस्त तक, एक विशेष आंदोलन – ‘हर घर तिरंगा- हर घर तिरंगा’ का आयोजन किया जा रहा है। इस आंदोलन का हिस्सा बनकर 13 से 15 अगस्त तक, आप, अपने घर पर तिरंगा जरुर फहराएं, या उसे, अपने घर पर लगायें। तिरंगा हमें जोड़ता है, हमें देश के लिए कुछ करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने सुझाव दिया कि दो अगस्त से 15 अगस्त तक, हम सभी, अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल पिक्चर में तिरंगा लगा सकते हैं। उन्होंने कहा, “दो अगस्त का हमारे तिरंगे से एक विशेष संबंध भी है। इसी दिन पिंगली वेंकैया की जन्म-जयंती होती है जिन्होंने हमारे राष्ट्रीय ध्वज को डिज़ायन किया था। मैं उन्हें, आदरपूर्वक श्रद्दांजलि अर्पित करता हूँ। अपने राष्ट्रीय ध्वज के बारे में बात करते हुए मैं, महान क्रांतिकारी मैडम कामा को भी याद करूँगा।

तिरंगे को आकार देने में उनकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव में हो रहे इन सारे आयोजनों का सबसे बड़ा सन्देश यही है कि हम सभी देशवासी अपने कर्तव्य का पूरी निष्ठा से पालन करें। तभी हम उन अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों का सपना पूरा कर पायेंगे। उनके सपनों का भारत बना पाएंगे। इसीलिए हमारे अगले 25 साल का ये अमृतकाल हर देशवासी के लिए कर्तव्यकाल की तरह है। देश को आज़ाद कराने, हमारे वीर सेनानी, हमें, ये जिम्मेदारी देकर गए हैं, और हमें, इसे पूरी तरह निभाना है।

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