सोमवार, 25 जुलाई 2022

यूपी सरकार से 'जेड श्रेणी' की सुरक्षा की मांग: आजम

यूपी सरकार से 'जेड श्रेणी' की सुरक्षा की मांग: आजम

संदीप मिश्र   

लखनऊ। समाजवादी पार्टी नेता के वरिष्ठ विधायक आजम खान ने उत्तर प्रदेश सरकार से 'जेड श्रेणी' की सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने खुद को और अपने परिवार की सुरक्षा को खतरा बताया है। सुरक्षा चिंताओं को व्यक्त करते हुए, आजम खान ने कहा, "मेरे पास पहले 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा थी, जिसे मौजूदा राज्य सरकार ने वापस ले लिया। यहां तक कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने भी इसकी सिफारिश की थी। मुझे 'वाई' श्रेणी की सुरक्षा की पेशकश की जा रही है, लेकिन यह हर विधायक को प्रदान किए गए सुरक्षा कवर के समान दिखता है। मैं चाहता हूं कि मेरी पिछली सुरक्षा बहाल की जाए, क्योंकि मेरे खिलाफ दर्ज सभी मामलों के कारण मुझे कई खतरों का सामना करना पड़ता है।"

रामपुर के एसपी अशोक कुमार ने कहा, "हमें आजम खां से उनकी सुरक्षा बढ़ाने के लिए कोई आवेदन नहीं मिला है। उन्हें 'वाई' श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है और आवश्यक संख्या में सुरक्षा गार्ड हमेशा उनके पास हैं। हालांकि, खुफिया यूनिट खतरे के स्तर का मूल्यांकन करेगी और तदनुसार राज्य सरकार को पत्र लिखेगी।" आजम करीब 27 महीने सीतापुर जेल में बंद रहने के बाद मई में जमानत पर रिहा हुए थे। उन पर किताब चोरी, मुर्गी चोरी, मूर्ति चोरी, बिजली चोरी, जमीन हथियाने, जालसाजी और जमीन पर कब्जा करने जैसे करीब 89 मामले दर्ज हैं। वह 2022 का विधानसभा चुनाव जेल से लड़े और जीते।

सर्वोच्च संवैधानिक पद को संभालना, ऐतिहासिक क्षण 

सर्वोच्च संवैधानिक पद को संभालना, ऐतिहासिक क्षण 

अकांशु उपाध्याय    

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने पर द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी और कहा कि उनका देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद को संभालना भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण है, खासकर गरीबों, वंचितों और कमजोर वर्गों के लिए। मोदी ने एक के बाद एक किए गए ट्वीट में कहा कि शपथ लेने के बाद राष्ट्रपति मुर्मू ने भारत की उपलब्धियों पर जोर दिया और आगे के रास्ते को लेकर एक भविष्यवादी दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।

उन्होंने कहा, ‘‘पूरे देश ने आज गर्व से द्रौपदी मुर्मू को भारत के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेते देखा। उनका पदभार ग्रहण करना भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, खासकर गरीबों, वंचितों और कमजोर वर्गों के लिए। मैं उन्हें उपयोगी राष्ट्रपति कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि शपथ लेने के बाद अपने संबोधन में द्रौपदी मुर्मू ने आशा और करुणा का संदेश दिया। मोदी ने कहा, ‘‘उन्होंने भारत की उपलब्धियों पर जोर दिया और ऐसे समय में जब भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तो उन्होंने आगे के रास्ते को लेकर एक भविष्यवादी दृष्टिकोण पेश किया।

मुफ्ती ने पूर्व राष्ट्रपति कोविंद पर निशाना साधा 

मुफ्ती ने पूर्व राष्ट्रपति कोविंद पर निशाना साधा 

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति बनीं। आज उन्होंने राष्ट्रपति पद की शपध ली। द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेते ही पूर्व राष्ट्रपति निशाने पर आ गए है। बता दें, कि मुर्मू के शपथ लेने के साथ ही जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ‘चाहें आर्टिकल 370 की बात हो, नागरिकता कानून (CAA) हो या अल्पसंख्यकों या दलितों को निशाना बनाना हो। रामनाथ कोविंद ने हमेशा ही भारतीय संविधान के नाम पर बीजेपी के राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया है।’ महबूबा मुफ्ती ने कहा कि निवर्तमान राष्ट्रपति (रामनाथ कोविंद) अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं, जहां भारतीय संविधान को अनेक बार कुचला गया।

बता दें कि जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री अक्सर ही अलग अलग मुद्दों पर बीजेपी पर वार करती रहीं हैं। इससे पहले उन्होंने ‘हर घर तिरंगा अभियान’ को लेकर निशाना साधा था। उन्होंने ने ट्वीट करते हुए कहा था, ‘जम्मू कश्मीर में जिस तरह प्रशासन छात्रों, दुकानदारों और कर्मचारियों को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए भुगतान करने के लिए मजबूर कर रहा है,ऐसा लगता है कि कश्मीर एक दुश्मन क्षेत्र है जिसे कब्जा करने की जरूरत है। वहीं, इससे पहले मुफ्ती ने कहा था कि इस देश को जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी जैसे नेताओं के खून पसीने से बनाया गया था। जिसका आधार लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता था, बीजेपी इसके विपरीत चल रही है। मैनें अपने जीवन में इससे भ्रष्ट सरकार नहीं देखी है। जिस तरह से भाजपा ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, गोवा या महाराष्ट्र मे विधायकों की खरीद फरोख्त की है, भ्रष्टाचार का इससे बड़ा उदाहरण इतिहास में नहीं है।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 16,866 मामलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 16,866 मामलें 

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। बीते 24 घंटे में देशभर में कोरोना के 16,866 मामलें सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस दौरान कोरोना के कारण 41 लोगों की जान भी गई है। बता दें कि कल (24 जुलाई) के मुकाबले आज (25 जुलाई) को कोरोना के मामलों में करीब 17 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है।

मंत्रालय ने बताया कि बीते 24 घंटे में कोरोना से 18,148 मरीज रिकवर भी हुए हैं। एक्टिव केस घटकर 1 लाख 50 हजार 877 हो गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, डेली पाजिटिविटी दर 7.03 फीसद हो गई है।

मुर्मू ने देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली

मुर्मू ने देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली 

अकांशु उपाध्याय        

नई दिल्ली। 64 वर्षीय द्रौपदी मुर्मू ने 25 जुलाई यानी सोमवार को देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। वे देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति हैं। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमणा ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। मुर्मू ओडिशा की रहने वाली हैं। वे इससे पहले झारखंड की राज्यपाल भी रही हैं। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, 26 जुलाई को करगिल विजय दिवस है। ये दिन भारतीय सेनाओं के शौर्य और संयम का प्रतीक है। मैं सभी नागरिकों और सेनाओं को करगिल दिवस की शुभकामनाएं देती हूं।

महामहिम मुर्मू ने कहा, राष्ट्रपति के पद तक पहुंचना, मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, ये भारत के प्रत्येक गरीब की उपलब्धि है। मेरा निर्वाचन इस बात का सबूत है कि भारत में गरीब सपने देख भी सकता है और उन्हें पूरा भी कर सकता है। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, मैंने अपनी जीवन यात्रा ओडिशा के एक छोटे से आदिवासी गांव से शुरू की थी। मैं जिस पृष्ठभूमि से आती हूं, वहां मेरे लिये प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करना भी एक सपने जैसा ही था। लेकिन अनेक बाधाओं के बावजूद मेरा संकल्प दृढ़ रहा और मैं कॉलेज जाने वाली अपने गांव की पहली बेटी बनी।

ये हमारे लोकतंत्र की ही शक्ति है कि उसमें एक गरीब घर में पैदा हुई बेटी, दूर-सुदूर आदिवासी क्षेत्र में पैदा हुई बेटी, भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंच सकती है। द्रोपदी मुर्मू ने कहा, मुझे राष्ट्रपति के रूप में देश ने एक ऐसे महत्वपूर्ण कालखंड में चुना है जब हम अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। आज से कुछ दिन बाद ही देश अपनी स्वाधीनता के 75 वर्ष पूरे करेगा। ये भी एक संयोग है कि जब देश अपनी आजादी के 50वें वर्ष का पर्व मना रहा था तभी मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई थी और आज आजादी के 75वें वर्ष में मुझे ये नया दायित्व मिला है।

देवता श्रद्धालुओं पर अपनी कृपा बरसा रहे हैं

देवता श्रद्धालुओं पर अपनी कृपा बरसा रहे हैं
हरिद्वार। इंद्रधनुष प्रकृति में नजर आने वाले नजरों में से एक बहुत खास और रंगीन नजारा है। वर्षा अथवा बादल में पानी की सूक्ष्म बूँदों अथवा कणों पर पड़नेवाली सूर्य किरणों का विक्षेपण (डिस्पर्शन) ही इंद्रधनुष के सुंदर रंगों का कारण है। सूर्य की किरणें वर्षा की बूँदों से अपवर्तित तथा परावर्तित होने के कारण इन्द्रधनुष बनाती हैं। इंद्रधनुष सदा दर्शक की पीठ के पीछे सूर्य होने पर ही दिखाई पड़ता है। पानी के फुहारे पर दर्शक के पीछे से सूर्य किरणों के पड़ने पर भी इंद्रधनुष देखा जा सकता है।हरिद्वार में आज एक बहुत ही अनूठा इंद्रधनुष देखने को मिला जब सूर्य के चारों ओर रंग बिखरा नजर आया। दर्शकों ने इसे देखकर बहुत आनंदित महसूस किया और मानसून के पावन माह में ऐसा नजारा देखने से ऐसा महसूस हुआ की देवता कावड़ श्रद्धालुओं को देख उन पर अपनी कृपा बरसा रहे हैं।
धर्मशास्‍त्रों के अनुसार इंद्रधनुष के सात रंग ही रंगों के जनक हैं। ये सात रंग लाल, नारंगी, पीला, हरा, आसमानी, नीला तथा बैंगनी हैं। रंगों की उत्पत्ति का मुख्य स्रोत सूर्य है। सूर्य के प्रकाश में कई रंग मौजूद हैं। इनसे इंद्रधनुष का जन्म होता है। रंगों के विज्ञान को समझकर ही हमारे ऋषि-मुनियों ने धर्म में रंगों का समावेश किया है। पूजा के स्थान पर रंगोली बनाना रंगों के विज्ञान को दर्शाता है। उदाहरण के तौर पर कुमकुम, हल्दी, अबीर, मेंहदी और गुलाल के रूप में पांच रंग हर पूजा में शामिल क‍िए जाते हैं। यही वजह है क‍ि धर्म ध्वजाओं के रंग, तिलक और भगवान के वस्त्रों के रंग विशिष्ट रखे जाते हैं। ताकि धर्म-कर्म के समय हम उन रंगों से प्रेर‍ित होकर उनके गुणों को स्‍वयं में धारण कर सकें।

वैज्ञानिकों के अनुसार सूर्य के चारों ओर बनने वाले इस सतरंगी घेर को सन हालो कहा जाता है। हालो प्रकाश द्वारा उत्पन्न ऑप्टिकल घटना के एक परिवार का नाम है। यह तब होता है, जब सूरज धरती से 22 डिग्री के एंगल पर पहुंचता है तो आसमान में नमी की वजह से इस तरह का रिंग बन जाता है। आसमान के सिरस क्लाउड की वजह से ये दोपहर में ही दिखने लगते है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

1. अंक-290, (वर्ष-05)
2. मंगलवार, जुलाई 26, 2022
3.शक-1944, श्रावण, कृष्ण-पक्ष, तिथि-त्रयोदशी, विक्रमी सवंत-2079।
4. सूर्योदय प्रातः05:20, सूर्यास्त: 07:15। 
5. न्‍यूनतम तापमान- 27 डी.सै., अधिकतम-35+ डी.सै.। उत्तरभारत में बरसात की संभावना। 
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक कासहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालयहोगा। सभी पद अवैतनिक है। 
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु,(विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीरसिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं।पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी। 
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27,प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 
9. पंजीकृत कार्यालयः263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.inemail:universalexpress.editor@gmail.com 
संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवलव्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।
 (सर्वाधिकार सुरक्षित)

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-181, (वर्ष-11) पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254 2. शुक्रवार, अप्रैल 19, 2024 3. शक-1945, पौष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-एका...