शनिवार, 18 जून 2022

देश की एक ही लैला है, जिसका नाम असदुद्दीन ओवैसी

देश की एक ही लैला है, जिसका नाम असदुद्दीन ओवैसी

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। अग्निपथ स्कीम को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बादशाह सलामत बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि देश की एक ही लैला है, जिसका नाम असदुद्दीन ओवैसी है, तो सब चीज के लिए हम ही जिम्मेदार हैं, प्रधानमंत्री नहीं हैं। उन्होंने नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी, बुलडोजर एक्शन और सहारनपुर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि सबके लिए हमें ही जिम्मेदार ठहरा दीजिए।
उन्होंने कहा कि नौजवान आज आक्रोश में सड़कों पर इसलिए निकला है क्योंकि उनको दिख रहा है पीएम देश के प्रधानमंत्री नहीं रहे बल्कि, इस देश के बादशाह सलामत बन चुके हैं। उन्होंने पीएम मोदी को घेरते हुए कहा कि गलत फैसला लेकर नौजवानों का भविष्य खराब कर रहे हैं और उनकी जवानी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मुझे देश की सुरक्षा और आर्म्ड फोर्सेज की फिक्र है।
अग्निपथ स्कीम पर सवाल उठाते हुए ओवैसी ने कहा कि अग्निवीरों के मेडिकल इंश्योरेंस, ग्रेच्यूटी का क्या होगा। उन्होंने पीएम मोदी की वन रैंक वन पेंशन का भी जिक्र किया और कहा कि पीएम ने सत्ता में आने के बाद इसे लागू करने की बात की थी लेकिन ना रत्तो ना रैंक है।
उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान जैसे मुल्क घात लगाए बैठे हैं और सरकार ने देश की सुरक्षा को मजाक बनाकर रख दिया है। इस फैसले को वापस लेना चाहिए क्योंकि यह देश के हित में नहीं है, बल्कि यह देश को नुकसान पहुंचा सकता है। ओवैसी ने डिमोनेटाइजेशन और लॉकडाउन को लेकर हमला करते हुए कहा कि सरकार के इन गलत फैसलों का खामियाजा देश भुगत रहा है।उन्होंने बेरोजगारी का मुद्दा भी उठाया और कहा कि अनएंप्लॉयमेंट इस देश में सबसे बर्निंग इशू है। उन्होंने कहा, “सीएमआई की रिपोर्ट है कि 5 ग्रेजुएट में से सिर्फ एक को नौकरी मिलती है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने कह दिया कि अस्थिरता और बेरोजगारी देश की आर्थिक स्थिति के लिए अच्छा नहीं है। हमारे देश के प्रधानमंत्री को यह बात समझ नहीं आती है।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 13,216 नए मामलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 13,216 नए मामलें

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। भारत में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता नजर आ रहा है। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 13 हजार से अधिक मामलें सामने आए हैं। पिछले एक दिन में कुल 13,216 नए मामलें दर्ज किए गए। वहीं 23 लोगों की कोरोना से मौत हुई। नए आंकड़ों के बाद देश में एक्टिव मामलों की संख्या 68 हजार के पार पहुंच चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी नए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कुल 8,148 मरीज ठीक हुए हैं‌। वहीं भारत में अब कोरोना की दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.73% है। पिछले कुछ दिनों से लगातार कोरोना मामलों में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है।[6/18, 16:41] यूनिवर्सल एक्सप्रेस: भारत में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता नजर आ रहा है।देश में पिछले 24 घंटे में 13 हजार से ज्यादा कोरोना मामले सामने आए हैं। पिछले एक दिन में कुल 13,216 केस दर्ज किए गए। वहीं 23 लोगों की कोरोना से मौत हुई। नए आंकड़ों के बाद देश में एक्टिव मामलों की संख्या 68 हजार के पार पहुंच चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी नए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कुल 8,148 मरीज ठीक हुए हैं‌। वहीं भारत में अब कोरोना की दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.73% है। पिछले कुछ दिनों से लगातार कोरोना मामलों में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है।
[6/18, 16:42] यूनिवर्सल एक्सप्रेस: देश में कोरोना वायरस से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,32,83,793 हो गई। 113 दिनों में यह पहली बार है, जब देश में संक्रमण के 13,000 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में बीते 24 घंटे में संक्रमण से 23 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 5,24,840 हो गई। मंत्रालय ने बताया कि देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 68,108 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.16 प्रतिशत है। वहीं, मरीजों के संक्रमण मुक्त होने की राष्ट्रीय दर 98.63 प्रतिशत तो कोविड-19 मृत्यु दर 1.21 प्रतिशत है।
पिछले 24 घंटे में एक्टिव मामलों की संख्या में 5,045 की बढ़ोतरी हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, दैनिक संक्रमण दर 2.73 प्रतिशत, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 2.47 प्रतिशत है।देश में अभी तक कुल 4,26,82,697 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।

पीएम मोदी की मां हीराबेन का 100वां जन्मदिन

पीएम मोदी की मां हीराबेन का 100वां जन्मदिन 

इकबाल अंसारी  
गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी का शनिवार को 100वां जन्मदिन है। पीएम मोदी इस मौके पर उनसे मिलने के लिए अपने भाई पंकज मोदी के आवास पहुंचे और करीब आधे घंटे की मुलाकात के बाद अब वो वहां से निकल गए। जानकारी के मुताबिक, इस अवसर पर वडनगर के हाटकेश्वर मंदिर में भी पूजा का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें पीएम मोदी शामिल होंगे।
इसके अलावा पीएम मोदी पावागढ़ में मां काली के मंदिर में ध्वजारोहण भी करेंगे। इस मौके पर गांधीनगर में रायसन पेट्रोल पंप से 60 मीटर सड़क का नाम बदलकर 'पूज्य हीरा मार्ग' रखा जाएगा। पूज्य हीरा मार्ग का नामकरण गांधीनगर नगर निगम करेगा। इससे पहले 11 मार्च को पीएम मोदी अपनी मां से अहमदाबाद में मिले थे, जब वह गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर थे। पीएम नरेंद्र मोदी कोविड-19  महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद अपनी मां से मिले थे।‌ इसके अलावा 18 जून को अपनी वडोदरा यात्रा के दौरान पीएम मोदी लगभग 4 लाख लोगों को संबोधित भी करने वाले हैं। जिसमें विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थी शामिल होंगे। ये कार्यक्रम सरदार एस्टेट के पास कुष्ठ अस्पताल में होगा।
इस महीने में पीएम मोदी का ये दूसरा गुजरात  दौरा होगा। इससे पहले 10 जून को अपनी पहली यात्रा के दौरान, उन्होंने नवसारी के आदिवासी क्षेत्र में 3,050 करोड़ रुपये की 7 परियोजनाओं का उद्घाटन किया और क्षेत्र में जलापूर्ति में सुधार के उद्देश्य से 14 से अधिक अन्य परियोजनाओं की आधारशिला रखी थी।
पीएम मोदी के 18 जून को होने वाले दूसरे दौरे की तैयारियां जोरों पर हैं। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, कार्यक्रम स्थल पर जर्मन तकनीक से बने विशेष गुंबदों सहित विशेष इंतजाम किए गए हैं। सड़कों की कार्पेटिंग, पार्किंग सुविधाएं, लाइटिंग और सहायक सुविधाएं भी लगभग पूरी होने वाली हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कार्यक्रम स्थल पर मेडिकल टीमों को भी तैनात किया जाएगा।

मनी लॉन्ड्रिंग केस, जैन की जमानत अर्जी खारिज

मनी लॉन्ड्रिंग केस, जैन की जमानत अर्जी खारिज 

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली के मंत्री और आम आदमी के नेता सत्येंद्र जैन की जमानत अर्जी शनिवार को सीबीआई की विशेष अदालत ने खारिज कर दी। विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका खारिज कर दी। अभी विस्तृत आदेश का इंतजार है।सत्येंद्र जैन को 30 मई को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। इसी सोमवार को उन्हें 14 दिनों की जेल भेज दिया गया था।इससे पहले शुक्रवार को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में सत्येंद्र जैन और उनके सहयोगियों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कई स्थानों पर छापेमारी की थी। 

जांच एजेंसी के अधिकारियों ने कम से कम 10 आवासीय तथा व्यावसायिक स्थानों पर छापेमारी की।  सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद उनके परिवार तथा अन्य के खिलाफ इसी तरह की छापेमारी में 2.85 करोड़ रुपए की बेहिसाब नकदी और 133 सोने के सिक्के जब्त किए गए हैं।2015-16 में कोलकाता स्थित एक फर्म के साथ कथित हवाला लेनदेन पर ईडी ने सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया था। दिल्ली सरकार के मंत्री जैन के पास फिलहाल दिल्ली का कोई विभाग नहीं है।सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी ने दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और बीजेपी शासित केंद्र सरकार के बीच एक राजनीतिक गतिरोध को जन्म दिया और आरोप लगाया कि मामला पूरी तरह से झूठा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन को कट्टर ईमानदार देशभक्त के रूप में बचाव किया और कहा कि उन्हें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। उन्होंने ये भी उम्मीद जताई कि ईडी की जांच के बाद सत्येंद्र जैन निर्दोष निकलेंगे।

आरोप: योजना के पीछे सरकार की नियत कुछ और है

आरोप: योजना के पीछे सरकार की नियत कुछ और है 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। अग्निपथ योजना पर सरकार को लगातार घेरा जा रहा है। विपक्ष लगातार इस योजना को वापस लेने की मांग भी कर रहा है। कांग्रेस ने शनिवार को सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस योजना के पीछे सरकार की नियत कुछ और है। सरकार संघ की मानसिकता को सेना में डालना चाहती है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “सरकार की नई योजना को लेकर देश का माहौल देख ही रहे हैं। सरकार इस योजना को लाने का कारण आर्थिक बता रही है, कई विशेषज्ञों के साथ चर्चा करने के बाद यह पता लगा है कि यह योजना दिखाने के लिए आर्थिक है। लेकिन असल में सरकार की नियत कुछ और है। सरकार संघ की मानसिकता को सेना में लाना चाहती है।
“नोटबंदी के दौरान 50 दिन में 60 बार परिवर्तन किया गया, जीएसटी के अंदर 10 महीने में 376 बार परिवर्तन हुआ और काले कानून में 1 साल जिद पर अड़े रहने के बाद फिर पीछे हटना पड़ा। सीएए ढाई साल पहले लेकर आए आप कानून नहीं बना पा रहे हो और अब अग्नीपथ योजना में भी पिछले 3 दिनों में 3 बार परिवर्तन हो चुके हैं। सरकार से हम गुजारिश करेंगे कि इस योजना को तुरंत वापस ले।
उन्होंने आगे कहा, “क्या कारण है कि 4 में से एक को सेना में रखेंगे बाकी तीन को आप वापस भेज देंगे। सरकार समाज का सेनाकरण कर रही है इसलिए यह बहुत चिंता का विषय है। हम आए दिन देखते हैं कि अमेरिका में स्कूल में गोलियां चल रही हैं। सरकार 4 में से 3 नौजवानों को समाज में छोड़ देंगे। समाज में क्या स्थिति होगी। सरकार क्या चाहती है कि हमारे नौजवान गैंग चलाएं। जो हाल डीमोनेटाइजेशन ने अर्थव्यवस्था का किया, यह वही डिमानेटाइजेशन सेना का हाल करेगी।”
इसके बाद कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “वन रैंक वन पेंशन का सरकार का वायदा था और संकल्प था, लेकिन आज वास्तविक स्थिति क्या है। यदि अग्निपथ योजना लागू हो गई तो वन रैंक वन पेंशन का वायदा हो जाएगा, ‘नो रैंक, नो पेंशन, सिर्फ टेंशन, विदआउट डायरेक्श।
“4 साल बाद इस योजना के तहत एक युवा भूतपूर्व सैनिक हो जाएगा, जबकि 71 साल का बुजुर्ग यह कह रहा है कि मैं देश की सेवा करूंगा। इसलिए नौजवान को बचा लीजिए जब नौजवान ही नहीं रहेगा तो देश नहीं रहेगा। क्या वित्तीय बचत के लिए हम नौजवानों को शहीद कर दें।
उन्होंने आगे कहा, “उत्तर प्रदेश में युवाओं पर लाठियां चार्ज हो रही हैं, किसानों के आंदोलन में 700 किसानों की मृत्यु हुई थी, उसके बाद आपने कानून वापस लिए थे अब कितने युवाओं के बलिदानो के बाद इसे वापस लेंगे।
कांग्रेस नेता कन्हया कुमार ने भी कहा, “सरकार के एक-एक मंत्री जिस तरह से अग्निपथ योजना के फायदे गिना रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि वह कुछ बेच रहें हैं। इस भाषा की मानसिकता को पहचानने की कोशिश कीजिये। मंत्रियों को पहले यह बताना होगा कि इस योजना की जरूरत क्या है? 15 लाख रुपए मिलने वाले थे उसी खाते में यह 20 लाख रुपये भी जाएंगे।
दरअसल इस योजना के खिलाफ सड़कों पर तमाम प्रदर्शन किया जा रहा है, जहां कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन भी देखा जा रहा है। बिहार, यूपी, राजस्थान आदि राज्यों में लगातार यह प्रदर्शन किया जा रहा है।

संगीतकार डंगवाल का सड़क हादसे में निधन हुआ

संगीतकार डंगवाल का सड़क हादसे में निधन हुआ 

पंकज कपूर/राणा ओबरॉय/अमित शर्मा   
देहरादून/चंडीगढ़। उत्तराखंड के युवा लोक गायक और संगीतकार गुंजन डंगवाल का सड़क हादसे में निधन हो गया है। उत्तराखंड संगीत इंडस्ट्री के उभरते हुए युवा संगीतकार एवं रिद्म की स्टाइल को नया स्वरूप प्रदान करने के लिए पहचाने जाने वाले संगीतकार गुंजन डंगवाल का चंडीगढ़ के पास सड़क दुर्घटना में आकस्मिक निधन हो गया है। वह देहरादून से चंडीगढ़ अपने दोस्त के पास जा रहे थे।
समाचार के मुताबिक यह हादसा तड़के चार से पांच बजे के बीच हुआ। वह रात के समय चंडीगढ़ के लिए देहरादून के बंजारावाला स्थित टिहरी विस्थापित कॉलोनी के अपने घर से रवाना हुए थे, जिस दोस्त के पास उन्हें जाना था। उसने गुंजन के समय पर न पहुंचने पर गुंजन के मोबाइल में बीस से पच्चीस कॉल किए। इसके बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क किया। बताया जा रहा है कि वह अपनी स्विफ्ट कार में सवार थे और दुर्घटना के वक्त अकेले ही थे। दुर्घटना की सूचना मिलते ही उनके माता-पिता देहरादून से चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए हैं। देर शाम तक उनके वापस दून पहुंचने की संभावना है। उनके साथ काम कर चुके एक अन्य संगीतकार रिद्मिस्ट ए प्लस स्टुडिया के रणजीत सिंह ने बताया कि गुंजन बेहद प्रतिभाशाली संगीतकार थे। कुछ साल पूर्व लगभग इन्ही दिनों बेहद लोकप्रिय युवा गायक पप्पू कार्की की भी सड़क दुर्घटना में दुखद मौत के बाद उत्तराखंडी गीत संगीत के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है।
इधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुंजन डंगवाल के निधन पर गहरी शोक संवेदना की है। सीएम धामी ने ट्वीट कर कहा कि उत्तराखंड के युवा लोक गायक एवं संगीत निर्देशक गुंजन डंगवाल  के सड़क हादसे में निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ, उनका निधन उत्तराखंड संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें व परिवार को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करे।

काबुल: गुरुद्वारे के पास व्यस्त सड़क पर 2 धमाके हुए

काबुल: गुरुद्वारे के पास व्यस्त सड़क पर 2 धमाके हुए

अखिलेश पांडेय

काबुल। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि वह अफगानिस्तान की राजधानी में एक गुरुद्वारे पर हुए हमले के बाद काबुल में स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के हवाले से एक बयान में कहा गया है, हम काबुल से शहर के एक पवित्र गुरुद्वारे पर हमले की खबरों से बेहद चिंतित हैं।
उन्होंने कहा, हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और सामने आने वाले घटनाक्रम पर और विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
शनिवार की सुबह काबुल के कार्त-ए-परवान इलाके में गुरुद्वारे के पास एक व्यस्त सड़क पर दो धमाके हुए।
सुरक्षा बलों ने एहतियात के तौर पर इलाके की घेराबंदी कर दी है।
विस्फोट के बाद आसमान में घने धुएं का एक गुबार छा गया और राजधानी शहर के निवासियों की बीच दहशत फैल गई। काबुल में एक गुरुद्वारे में शनिवार को हुए तीन विस्फोटों में कम से कम दो नागरिक मारे गए और तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। कई स्रोतों के अनुसार यह जानकारी दी गई है। गृह मंत्रालय ने विस्फोटों की पुष्टि की है और कहा है कि सशस्त्र विद्रोहियों के एक समूह ने कार्त-ए-परवान इलाके में गुरुद्वारे में प्रवेश किया।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "प्रवेश करने से पहले, दुश्मन ने एक ग्रेनेड से गार्ड पर हमला किया, जिससे आग लग गई और हमारे दो हिंदू देशवासी जो हमले में घायल हो गए थे उन्हें निकाला गया और इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।"
बयान के अनुसार, अपने लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ही विद्रोहियों ने एक कार बम विस्फोट भी किया था।
"सौभाग्य से, वे अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंचे और लक्ष्य तक पहुंचने से पहले एक कार बम विस्फोट कर दिया।"
इस बीच, एक चश्मदीद ने समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया, "हमने सुबह करीब छह बजे गुरुद्वारे के गेट पर एक बड़ा धमाका सुना। इसके बाद गुरुद्वारे के अंदर दो और विस्फोट हुए।"
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने एहतियाती उपायों के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी है और चेतावनी के लिए गोलियां भी चलाई गई हैं। एक सुरक्षा सूत्र ने बताया कि पहले विस्फोट के दौरान दो लोगों की मौत हो गई।
सोशल मीडिया पर वीडियो में विस्फोट की दीवारों से घिरे दो मंजिला गुरुद्वारे से धुआं निकलता दिख रहा है।
मीडियाकर्मियों और आम जनता को साइट में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है और किसी को नहीं पता कि परिसर के अंदर वास्तव में क्या चल रहा है। इससे पहले दिन में, भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है।
मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के हवाले से एक बयान में कहा गया है कि हम काबुल से उस शहर के एक पवित्र गुरुद्वारे पर हमले की खबरों से बेहद चिंतित हैं।
उन्होंने कहा, "हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और सामने आने वाले घटनाक्रम पर और विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं।" मार्च 2020 में, काबुल शहर में एक गुरुद्वारे पर हुए हमले में दो दर्जन उपासक मारे गए थे। हाल के महीनों में, तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार का विरोध करने वाले इस्लामिक स्टेट (आईएस) आतंकवादी समूह द्वारा कथित तौर पर किए गए आतंकवादी हमलों की एक श्रृंखला से युद्धग्रस्त देश प्रभावित हुआ है। शुक्रवार को उत्तरी प्रांत कुंदुज में एक मस्जिद में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए थे।

असम: बाढ़ से मरने वालों की संख्या-54 हुईं

असम: बाढ़ से मरने वालों की संख्या-54 हुईं 

इकबाल अंसारी  
गुवाहाटी। असम में सभी बड़ी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने से बाढ़ की स्थिति भयावह हो गयी है और बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 54 हो गई है। राज्य के कई हिस्सों में लगातार बारिश होने से कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आयी हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार राज्य के 28 जिलों के 2930 गांवों के 19 लाख लोग प्रभावित हुए है। 
इसके अलावा राज्य के विभिन्न इलाकों से भूस्खलन की घटनाओं की रिपोर्ट मिल रही है। जहां भारी बारिश हो रही है, जिससे गुवाहाटी में प्रमुख सड़कों पर घुटनों तक पानी जमा हो गया है। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार कम से कम अगले दो दिनों तक बारिश के थमने का कोई आसार नहीं है। असम और मेघालय दोनों राज्यों में आज तक रेड अलर्ट जारी है।

राजमार्ग पर ट्रक ने 2 कारों को मारी टक्कर, हादसा

राजमार्ग पर ट्रक ने 2 कारों को मारी टक्कर, हादसा

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। जनपद के थाना सिखेड़ा क्षेत्र के पानीपत-खटीमा राजमार्ग पर एक ट्रक ने 2 कारों को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगने की वजह से कई लोगों ने मौके पर दम तोड़ दिया, तो कई घायलों को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पंचनामा भरते हुए उन्हें पोस्टमार्टम के लिये भिजवा दिया है। मिली जानकारी के अनुसार थाना सिखेड़ा इलाके में पड़ने वाले पानीपत-खटीमा राजमार्ग पर देर रात दर्दनाक हादसा हुआ है। 
बताया जा रहा है कि मीरापुर के रहने वाले हकीमुद्दीन पुत्र मोहम्मद अपने परिवार के साथ मीरापुर कहीं से वापस आ रहे थे। हाईवे पर स्थित नंगला कबीर पेट्रोल पम्प के निकट गांड़ी पहुंचकर अचानक तकनीकी खराबी की वजह से बंद हो गई। 
कार खराब होने की वजह से गाडी के अंदर से सभी बाहर आ गये और मीरापुर पहुंचने एक अन्य गाड़ी को फोन कर बुलाया गया। ट्रक ने दोनों गाड़ियों में जोरदार टक्कर मार दी। भीषण टक्कर लगने से कार में सवार में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हकीमुद्दीन पुत्र पीर मोहम्मद व आरिफ पुत्र जमील ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। अन्य घायलों को उपचार के लिये स्थानीय हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।

मॉरेचिनानू के 140वें जन्मदिन पर याद किया: गूगल

मॉरेचिनानू के 140वें जन्मदिन पर याद किया: गूगल

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। गूगल द्वारा श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू के 140वें जन्मदिन पर उन्हें गूगल डूडल के जरिए, याद किया जा रहा है।
लेकिन, क्या आप जानते है कि श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू कौन थी ? 
जिनको गूगल ने इतने सालों बाद भी श्रद्धांजलि दी, तो चलिए आज हम आपको बताते है। बता दें, श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू उन महिलाओं में से एक हैं। जिन्होंने अपने दम पर अपनी पहचान हासिल की। आज उनका 140वां जन्मदिन है। 
दरअसल, श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू रेडियोधर्मिता की खोज और अनुसंधान में अग्रणी महिलाओं में से एक थी। केमिस्ट्री और भूतिकी की महान वैज्ञानिक थी। आपको बता दें, यह कोई आम महिला नहीं थी। भूकंप और बरसात के बीच की कड़ी का इन्होंने ही गहन अध्ययन किया था। उस दौरान यह पहली बार नोटिस किया गया कि भूकंप के लिए उपरिकेंद्र पर रेडियोधर्मिता में अक्सर उल्लेखनीय वृद्धि होती है। 
गौरतलब है कि श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू का जन्म 18 जून 1882 को बुखारेस्ट हुआ था। उन्होंने, 1907 में  बुखारेस्ट विश्वविद्यालय में दाखिला के बाद 1910 में भौतिक और रासायनिक विज्ञान में उन्होंने डिग्री प्राप्त की, जिसके बाद उन्होंने बुखारेस्ट, प्लोएस्टी, इयासी और कैम्पुलुंग के उच्च विद्यालयों में पढ़ाया भी। 1919 में उन्होंने मैरी क्यूरी के साथ सोरबोन में मॉरेचिनानू ने रेडियोएक्टिविटी पर एक कोर्स किया। इनके सफर की शुरुआत यही से शुरू हुई। उसके बाद 1926 तक रेडियम संस्थान में  मैरी क्यूरी के साथ उन्होंने शोध किया।  श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू ने पोलोनियम के आधे जीवन पर भी शोध किया। 
बता दें, 1936 श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू  के काम को में रोमानिया की विज्ञान अकादमी द्वारा मान्यता प्राप्त हुआ था। जहां, उन्हें अनुसंधान निदेशक के रूप में सेवा देने के लिए चुना गया था।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  

1. अंक-253, (वर्ष-05)
2. रविवार, जून 19, 2022
3. शक-1944, आषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि-षष्ठी, विक्रमी सवंत-2079।
4. सूर्योदय प्रातः 05:22, सूर्यास्त: 07:15।
5. न्‍यूनतम तापमान- 26 डी.सै., अधिकतम-34+ डी.सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
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यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...