बुधवार, 15 जून 2022

शासन-प्रशासन स्तर पर कौन लेगा जिम्मेदारी ?

शासन-प्रशासन स्तर पर कौन लेगा जिम्मेदारी ?

अश्वनी उपाध्याय 
गाजियाबाद। जनपद की तहसील, विधानसभा क्षेत्र, नगर पालिका परिषद एवं विकास खंड क्षेत्र लोनी की वर्तमान आबादी 15 लाख से अधिक है। ऐसे सघन आबादी वाले क्षेत्र में सुविधाओं का कितना अभाव है ? जन समस्याएं मुंह उठाकर जैसे शासन-प्रशासन को चेतावनी दे रही है। किंतु कोई चेतावनी को स्वीकार नहीं करना चाहता है। जनता को समस्या से जूझने के लिए उसके हाल पर छोड़ दिया गया है। 
गौरतलब हो, दिल्ली-सहारनपुर राज्यमार्ग 709 बी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की लाइफ लाइन कहे जाने में किसी प्रकार की कोई अतिशयोक्ति नहीं है। 709 बी यातायात और व्यापार का एक प्रमुख संसाधन है। लाखों लोगों का आवागमन प्रतिदिन इस राजमार्ग से होता है। दिल्ली से सहारनपुर तक इतना जाम कहीं पर नहीं लगता है, जितना जाम मेन लोनी तिराहे पर लगता है। इसका प्रमुख कारण है, शासन-प्रशासन की उदारता।
शासनिक और प्रशासनिक स्तर पर जनता की मूल समस्याओं पर किसी प्रकार की कोई चिंता नहीं की जाती है। बल्कि अगर यूं कहें मूल समस्याओं पर कोई ध्यान ही नहीं है तो भी कोई बुराई नहीं है।
स्थानीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर, निकाय चेयरमैन रंजीता धामा, जिला अधिकारी और उप जिला अधिकारी किस प्रकार से जन जनता की सेवा कर रहे हैं। इतनी बड़ी जन समस्या बिना चश्मे के भी दिखाई दे सकती है। हालांकि, सभी लोग काले-पीले चश्मे लगा कर रहते हैं। एक तरफ जनता उत्पीड़ित है, समस्या से रूबरू होती है। दूसरी तरफ सभी लोग जनता की सेवा में दिन-रात जी-जान से लगे हुए हैं। 
क्या स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अभी तक इस बात का आभास नहीं हुआ है कि लोनी तिराहे पर एक 'फुट ओवर ब्रिज' की अत्यधिक आवश्यकता है। बूढ़े बच्चे इस समस्या से अत्यधिक ग्रसित है। जवान व्यक्ति सड़क को पार करने में सक्षम है। कई बार वह भी हादसे का शिकार हो जाता है। लेकिन बात यदि बच्चे-स्त्री और वृद्ध जनों की जाए तो यह एक बड़ी समस्या है।
जनता लोनी तिराहे पर सड़क पार करने की समस्या से त्रस्त है। हालांकि किसी जनप्रतिनिधि का इस पर ध्यान नहीं है। अपितु यह कहा जाए जनसमस्याओं के बजाय अन्य कार्यों में ज्यादा व्यस्त हैं।

400-220 केवी लाइनों के प्रस्ताव को मंजूरी मिली

400-220 केवी लाइनों के प्रस्ताव को मंजूरी मिली

संदीप मिश्र
लखनऊ। योगी आद‍ित्‍यनाथ कैबिनेट ने मेरठ में 765 केवी बिजली उपकेंद्र से संबंधित 400 केवी और 220 केवी लाइनों की लागत के पुनरीक्षित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इन परियोजनाओं की पुनरीक्षित लागत 305.9 करोड़ रुपये है।
इसके तहत मेरठ के 765 केवी उपकेंद्र से संबंधित 400 केवी डीसी मेरठ-शामली लाइन का टैरिफ बेस्ड कंप्टीटिव बिल्‍ड‍िंग (टीबीसीबी) पद्धति से निर्माण कराया जाएगा, जिसकी कुल लागत 164.53 करोड़ रुपये होगी। मेरठ के इसी उपकेंद्र से संबंधित 220 केवी डीसी मेरठ-जानसठ लाइन व संबंधित हाइब्रिड बे तथा 220 केवी डीसी मेरठ-अमरोहा लाइन व उससे संबंधित हाइब्रिड बे का निर्माण इंजीनियर‍िंग प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) पद्धति से कराया जाएगा, जिसकी कुल लागत 141.37 करोड़ रुपये होगी।
इन परियोजनाओं का 70 प्रतिशत वित्त पोषण वित्तीय संस्थाओं से ऋण लेकर और बाकी 30 प्रतिशत शासकीय अंशपूंजी से कराने का निर्णय लिया गया है। कार्यदायी संस्था की नियुक्ति के बाद 18 माह में कार्य पूर्ण किया जाना संभावित है। मेरठ के 765 केवी उपकेंद्र से संबंधित 400 केवी डीसी मेरठ-शामली लाइन और 220 केवी डीसी मेरठ-जानसठ लाइन के निर्माण से शामली, जानसठ तथा अमरोहा क्षेत्र में भविष्य में बढऩे वाले विद्युत भार की पूर्ति तथा सुदृढ़ प्राथमिक स्रोत की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी।

पहल: अपना बायोडाटा खुद पेश करेंगे, इंदौर के पेड़

पहल: अपना बायोडाटा खुद पेश करेंगे, इंदौर के पेड़

मनोज सिंह ठाकुर  
इंदौर। मध्य प्रदेश राज्य के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ों संवारा जा रहा है। अब इंदौर के पेड़ अपना बायोडाटा खुद ही पेश करेंगे। पेड़ों पर लगे बारकोड की मदद से उनकी पूरी जानकारी मोबाइल के जरिए ली जा सकेगी। इसकी शुरुआत इंदौर के चिड़ियाघर (जू) से की गई है। वहां पेड़ों पर बारकोडिंग की जा रही है। इससे पहले यह काम ग्वालियर के चिड़ियाघर में किया जा चुका है।
दरअसल इंदौर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय (जू) ने एक अनूठी पहल की है। इंदौर जू अपने किए गए कामों को लेकर हमेशा से चर्चा में रहता है। चाहें वह पक्षियों के लिए बनाया गया वर्ड हाउस हो या मंकी हाउस या फिर व्हाइट ब्लैक टाइगर हों, इंदौर में जू आकर्षण का केंद्र है। पर्यटक खास उत्साह के साथ यहां घूमने जाते हैं। अब पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए जू प्रशासन पेड़ों के बारे में पर्यटकों को जानकारी देने के लिए उनपर बारकोडिंग कर रहा है।
जू आने वाला कोई पर्यटक जैसे ही किसी पेड़ पर लगे बार कोड को स्कैन करेगा, उसे उस पेड़ की पूरी जानकारी उसके मोबाइल के स्क्रीन पर आ जाएगी। इसमें उस पेड़ की उम्र, पेड़ का नाम, उसके आयुर्वेदिक गुण दर्ज होगा। चिड़ियाघर प्रशासन ने अब तक 150 अलग-अलग पेड़ों की प्रजातियों पर इन बारकोड को लगा दिया है। आने वाले समय में इंदौर के और भी गार्डन में पेड़ अपनी पहचान बताएंगे।
इंदौर जू के प्रबंधक डॉक्टर उत्तम यादव ने बताया की जू अथॉर्टी पेड़ों पर टैग लगा रहा है। उन्होंने बताया कि बारकोड के माध्यम से पेड़ अपना बायोडाटा खुद पेश करेंगे। उन्होंने बताया कि यहां आने वाले पर्यटक बारकोड की मदद से यह जान सकेंगे कि पेड़ की खूबियां क्या हैं और वह किस प्रजाति का है ? उन्होंने बताया कि अभी जू में 150 प्रजातियों के पेड़ों पर टैगिंग की जा रही है। उन्होंने बताया की इंदौर जू प्रदेश का ऐसा दूसरा प्राणी संग्रहालय है, जहां इस प्रकार का प्रयोग किया जा रहा हैं। इससे पहले ग्वालियर जू में पेड़ों पर बारकोडिंग की गई है।

चीन की चाल को मात देने के लिए प्रयास तेज किए

चीन की चाल को मात देने के लिए प्रयास तेज किए

सुनील श्रीवास्तव     
वाशिंगटन डीसी/बीजिंग। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने चीन की चाल को मात देने के लिए अपने प्रयासों को तेज कर दिया है। शीर्ष अधिकारियों ने स्वीकार किया कि उन्हें चीन पर शक है कि वह अमेरिका में रह रहे चीनियों से अधिक फोन काल करा व ईमेल एकत्र कर गोपनीय सूचनाएं जुटा रहा है। इससे नागरिक स्वतंत्रता प्रभावित हो सकती है, जो कि अमेरिका के लिए चिंताजनक है।
दरअसल, परमाणु हथियारों, भू-राजनीति और कोरोना महामारी की उत्पत्ति सहित विभिन्न मुद्दों पर चीन के निर्णय को बेहतर ढंग से समझने के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसियों पर लगातार दबाव है। इसके लिए बीजिंग के खिलाफ सख्त निगरानी के लिए अमेरिका में दोनों दलों का समर्थन है। दूसरी ओर, नागरिक अधिकार समूह और अधिवक्ता चीनी मूल के लोगों पर बढ़ी हुई निगरानी के प्रभाव से चिंतित हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर नागरिकों के समूहों के खिलाफ अमेरिकी सरकार के भेदभाव का एक लंबा इतिहास रहा है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी अमेरिकियों को नजरबंदी शिविरों में मजबूर किया गया था, 1960 के नागरिक अधिकारों के आंदोलन के दौरान अश्वेत नेताओं की जासूसी की गई थी। वहीं, राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के कार्यालय की एक नई रिपोर्ट में कई सिफारिशें की गई हैं।

पुलिस को यात्री बस से विस्फोटक सामान मिला

पुलिस को यात्री बस से विस्फोटक सामान मिला 

इकबाल अंसारी  
श्रीनगर। जम्मू के बाहरी इलाके झज्जर कोटली में बुधवार को एक यात्री बस से पुलिस को विस्फोटक सामान मिला। पुलिस के सूत्रों ने कहा कि यहां झज्जर कोटली के पास नाकेबंदी पर नियमित सुरक्षा जांच के दौरान यात्री बस से विस्फोटक के रूप में जिलेटिन की छड़ें मिली। उन्होंने कहा, “बम निरोधक दस्ते को तुरंत कार्य पर लगाया गया और विस्फोटक को निष्क्रिय किया गया।” पुलिस सूत्रों ने बताया कि डोडा से जम्मू आ रही बस में विस्फोटक से भरा बैग पाया गया था।
उन्होंने कहा कि बस को नाके पर रोका गया और तलाशी के दौरान बस में एक बैग से जिलेटिन की छड़ें, विस्फोट उपकरण और तार जब्त किया गया। उन्होंने बताया कि इस मामले में कई संबंधित धाराओं के तहत दर्ज किया गया है और जांच शुरू की गयी है।

सेंसेक्स-निफ्टी में लगातार चौथे दिन भी गिरावट

सेंसेक्स-निफ्टी में लगातार चौथे दिन भी गिरावट 

कविता गर्ग  
मुंबई। वैश्विक बाजार की तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर ऊर्जा, यूटिलिटीज, तेल एवं गैस और पावर समेत दस समूहों में हुई बिकवाली से बुधवार को सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार चौथे दिन भी गिरावट रहीं। बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 152.18 अंक टूटकर 52541.39 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 39.95 अंक फिसलकर 15692.15 अंक पर रहा। हालांकि दिग्गज कंपनियों के विपरीत बीएसई की छोटी और मझौली कंपनियों में हुई लिवाली से बाजार को समर्थन मिला। इस दौरान मिडकैप 0.52 प्रतिशत चढ़कर 21,955.28 अंक और स्मॉलकैप 0.49 प्रतिशत मजबूत होकर 25,065.95 अंक पर पहुंच गया।
इस दौरान बीएसई में कुल 3442 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 1519 में गिरावट जबकि 1775 में तेजी रही वहीं 148 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई में 25 कंपनियां लाल जबकि शेष 25 हरे निशान पर रही। बीएसई के दस समूह में तेजी वहीं शेष 10 में मंदी रही। इस दौरान ऊर्जा 0.82, एफएमसीजी 0.29, आईटी 0.59, दूरसंचार 0.17, यूटिलिटीज 0.79, धातु 0.74, तेल एवं गैस 0.81, पावर 0.91, रियल्टी 0.62 और टेक समूह के शेयर 0.67 प्रतिशत गिरे। वहीं, ऑटो समूह में सबसे अधिक 0.90 प्रतिशत की तेजी रही। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में तेजी का रुख रहा।
इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 1.31, जर्मनी का डैक्स 1.08, हांगकांग का हैंगसेंग 1.14 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.50 प्रतिशत मजबूत रहा वहीं जापान का निक्केई 1.14 प्रतिशत गिर गया।

सीएम ने मान की सरकार को ‘बेहद ईमानदार’ बताया

सीएम ने मान की सरकार को ‘बेहद ईमानदार’ बताया

अकांशु उपाध्याय/अमित शर्मा
नई दिल्ली/जालंधर। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को पंजाब में भगवंत मान की सरकार को ‘‘बेहद ईमानदार’’ बताया। जिसने अभी तक अपने तीन महीने के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए कदम उठाने समेत ‘‘कठोर फैसले’’ लेने से भी संकोच नहीं किया।
आप के राष्ट्रीय संयोजक ने पूर्ववर्ती सरकारों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनके तहत परिवहन माफिया समेत विभिन्न प्रकार के माफिया फले-फूले थे। उन्होंने कहा कि भगवंत मान नीत आप सरकार बेहद ईमानदार सरकार है, जो कठोर फैसले लेने से भी नहीं हिचकिचाती है। केजरीवाल ने जालंधर से दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाईअड्डे तक लग्जरी बस सेवा शुरू करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि भ्रष्टाचार रोधी हेल्पलाइन शुरू करने समेत भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
केजरीवाल और मान दोनों ने आईजीआई हवाईअड्डे के लिए सीधी बस सेवा को हरी झंडी दिखाई। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों से किए गए सभी वादे पूरे किए जाएंगे और हम एक बार फिर पंजाब को ‘‘रंगला’’ बनाएंगे। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे पर मान सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं लेकिन सच्चाई यह है कि राज्य में पूर्ववर्ती सरकारों में गैंगस्टरों को राजनीतिक संरक्षण मिलता था।
केजरीवाल ने कहा कि महज तीन महीनों में राज्य में 130 गैंगस्टरों को पकड़ा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व सरकारों में उन्हें (गैंगस्टरों को) राजनीतिक संरक्षण मिलता था।

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...