बुधवार, 15 जून 2022

शासन-प्रशासन स्तर पर कौन लेगा जिम्मेदारी ?

शासन-प्रशासन स्तर पर कौन लेगा जिम्मेदारी ?

अश्वनी उपाध्याय 
गाजियाबाद। जनपद की तहसील, विधानसभा क्षेत्र, नगर पालिका परिषद एवं विकास खंड क्षेत्र लोनी की वर्तमान आबादी 15 लाख से अधिक है। ऐसे सघन आबादी वाले क्षेत्र में सुविधाओं का कितना अभाव है ? जन समस्याएं मुंह उठाकर जैसे शासन-प्रशासन को चेतावनी दे रही है। किंतु कोई चेतावनी को स्वीकार नहीं करना चाहता है। जनता को समस्या से जूझने के लिए उसके हाल पर छोड़ दिया गया है। 
गौरतलब हो, दिल्ली-सहारनपुर राज्यमार्ग 709 बी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की लाइफ लाइन कहे जाने में किसी प्रकार की कोई अतिशयोक्ति नहीं है। 709 बी यातायात और व्यापार का एक प्रमुख संसाधन है। लाखों लोगों का आवागमन प्रतिदिन इस राजमार्ग से होता है। दिल्ली से सहारनपुर तक इतना जाम कहीं पर नहीं लगता है, जितना जाम मेन लोनी तिराहे पर लगता है। इसका प्रमुख कारण है, शासन-प्रशासन की उदारता।
शासनिक और प्रशासनिक स्तर पर जनता की मूल समस्याओं पर किसी प्रकार की कोई चिंता नहीं की जाती है। बल्कि अगर यूं कहें मूल समस्याओं पर कोई ध्यान ही नहीं है तो भी कोई बुराई नहीं है।
स्थानीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर, निकाय चेयरमैन रंजीता धामा, जिला अधिकारी और उप जिला अधिकारी किस प्रकार से जन जनता की सेवा कर रहे हैं। इतनी बड़ी जन समस्या बिना चश्मे के भी दिखाई दे सकती है। हालांकि, सभी लोग काले-पीले चश्मे लगा कर रहते हैं। एक तरफ जनता उत्पीड़ित है, समस्या से रूबरू होती है। दूसरी तरफ सभी लोग जनता की सेवा में दिन-रात जी-जान से लगे हुए हैं। 
क्या स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अभी तक इस बात का आभास नहीं हुआ है कि लोनी तिराहे पर एक 'फुट ओवर ब्रिज' की अत्यधिक आवश्यकता है। बूढ़े बच्चे इस समस्या से अत्यधिक ग्रसित है। जवान व्यक्ति सड़क को पार करने में सक्षम है। कई बार वह भी हादसे का शिकार हो जाता है। लेकिन बात यदि बच्चे-स्त्री और वृद्ध जनों की जाए तो यह एक बड़ी समस्या है।
जनता लोनी तिराहे पर सड़क पार करने की समस्या से त्रस्त है। हालांकि किसी जनप्रतिनिधि का इस पर ध्यान नहीं है। अपितु यह कहा जाए जनसमस्याओं के बजाय अन्य कार्यों में ज्यादा व्यस्त हैं।

400-220 केवी लाइनों के प्रस्ताव को मंजूरी मिली

400-220 केवी लाइनों के प्रस्ताव को मंजूरी मिली

संदीप मिश्र
लखनऊ। योगी आद‍ित्‍यनाथ कैबिनेट ने मेरठ में 765 केवी बिजली उपकेंद्र से संबंधित 400 केवी और 220 केवी लाइनों की लागत के पुनरीक्षित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इन परियोजनाओं की पुनरीक्षित लागत 305.9 करोड़ रुपये है।
इसके तहत मेरठ के 765 केवी उपकेंद्र से संबंधित 400 केवी डीसी मेरठ-शामली लाइन का टैरिफ बेस्ड कंप्टीटिव बिल्‍ड‍िंग (टीबीसीबी) पद्धति से निर्माण कराया जाएगा, जिसकी कुल लागत 164.53 करोड़ रुपये होगी। मेरठ के इसी उपकेंद्र से संबंधित 220 केवी डीसी मेरठ-जानसठ लाइन व संबंधित हाइब्रिड बे तथा 220 केवी डीसी मेरठ-अमरोहा लाइन व उससे संबंधित हाइब्रिड बे का निर्माण इंजीनियर‍िंग प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) पद्धति से कराया जाएगा, जिसकी कुल लागत 141.37 करोड़ रुपये होगी।
इन परियोजनाओं का 70 प्रतिशत वित्त पोषण वित्तीय संस्थाओं से ऋण लेकर और बाकी 30 प्रतिशत शासकीय अंशपूंजी से कराने का निर्णय लिया गया है। कार्यदायी संस्था की नियुक्ति के बाद 18 माह में कार्य पूर्ण किया जाना संभावित है। मेरठ के 765 केवी उपकेंद्र से संबंधित 400 केवी डीसी मेरठ-शामली लाइन और 220 केवी डीसी मेरठ-जानसठ लाइन के निर्माण से शामली, जानसठ तथा अमरोहा क्षेत्र में भविष्य में बढऩे वाले विद्युत भार की पूर्ति तथा सुदृढ़ प्राथमिक स्रोत की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी।

पहल: अपना बायोडाटा खुद पेश करेंगे, इंदौर के पेड़

पहल: अपना बायोडाटा खुद पेश करेंगे, इंदौर के पेड़

मनोज सिंह ठाकुर  
इंदौर। मध्य प्रदेश राज्य के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ों संवारा जा रहा है। अब इंदौर के पेड़ अपना बायोडाटा खुद ही पेश करेंगे। पेड़ों पर लगे बारकोड की मदद से उनकी पूरी जानकारी मोबाइल के जरिए ली जा सकेगी। इसकी शुरुआत इंदौर के चिड़ियाघर (जू) से की गई है। वहां पेड़ों पर बारकोडिंग की जा रही है। इससे पहले यह काम ग्वालियर के चिड़ियाघर में किया जा चुका है।
दरअसल इंदौर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय (जू) ने एक अनूठी पहल की है। इंदौर जू अपने किए गए कामों को लेकर हमेशा से चर्चा में रहता है। चाहें वह पक्षियों के लिए बनाया गया वर्ड हाउस हो या मंकी हाउस या फिर व्हाइट ब्लैक टाइगर हों, इंदौर में जू आकर्षण का केंद्र है। पर्यटक खास उत्साह के साथ यहां घूमने जाते हैं। अब पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए जू प्रशासन पेड़ों के बारे में पर्यटकों को जानकारी देने के लिए उनपर बारकोडिंग कर रहा है।
जू आने वाला कोई पर्यटक जैसे ही किसी पेड़ पर लगे बार कोड को स्कैन करेगा, उसे उस पेड़ की पूरी जानकारी उसके मोबाइल के स्क्रीन पर आ जाएगी। इसमें उस पेड़ की उम्र, पेड़ का नाम, उसके आयुर्वेदिक गुण दर्ज होगा। चिड़ियाघर प्रशासन ने अब तक 150 अलग-अलग पेड़ों की प्रजातियों पर इन बारकोड को लगा दिया है। आने वाले समय में इंदौर के और भी गार्डन में पेड़ अपनी पहचान बताएंगे।
इंदौर जू के प्रबंधक डॉक्टर उत्तम यादव ने बताया की जू अथॉर्टी पेड़ों पर टैग लगा रहा है। उन्होंने बताया कि बारकोड के माध्यम से पेड़ अपना बायोडाटा खुद पेश करेंगे। उन्होंने बताया कि यहां आने वाले पर्यटक बारकोड की मदद से यह जान सकेंगे कि पेड़ की खूबियां क्या हैं और वह किस प्रजाति का है ? उन्होंने बताया कि अभी जू में 150 प्रजातियों के पेड़ों पर टैगिंग की जा रही है। उन्होंने बताया की इंदौर जू प्रदेश का ऐसा दूसरा प्राणी संग्रहालय है, जहां इस प्रकार का प्रयोग किया जा रहा हैं। इससे पहले ग्वालियर जू में पेड़ों पर बारकोडिंग की गई है।

चीन की चाल को मात देने के लिए प्रयास तेज किए

चीन की चाल को मात देने के लिए प्रयास तेज किए

सुनील श्रीवास्तव     
वाशिंगटन डीसी/बीजिंग। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने चीन की चाल को मात देने के लिए अपने प्रयासों को तेज कर दिया है। शीर्ष अधिकारियों ने स्वीकार किया कि उन्हें चीन पर शक है कि वह अमेरिका में रह रहे चीनियों से अधिक फोन काल करा व ईमेल एकत्र कर गोपनीय सूचनाएं जुटा रहा है। इससे नागरिक स्वतंत्रता प्रभावित हो सकती है, जो कि अमेरिका के लिए चिंताजनक है।
दरअसल, परमाणु हथियारों, भू-राजनीति और कोरोना महामारी की उत्पत्ति सहित विभिन्न मुद्दों पर चीन के निर्णय को बेहतर ढंग से समझने के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसियों पर लगातार दबाव है। इसके लिए बीजिंग के खिलाफ सख्त निगरानी के लिए अमेरिका में दोनों दलों का समर्थन है। दूसरी ओर, नागरिक अधिकार समूह और अधिवक्ता चीनी मूल के लोगों पर बढ़ी हुई निगरानी के प्रभाव से चिंतित हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर नागरिकों के समूहों के खिलाफ अमेरिकी सरकार के भेदभाव का एक लंबा इतिहास रहा है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी अमेरिकियों को नजरबंदी शिविरों में मजबूर किया गया था, 1960 के नागरिक अधिकारों के आंदोलन के दौरान अश्वेत नेताओं की जासूसी की गई थी। वहीं, राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के कार्यालय की एक नई रिपोर्ट में कई सिफारिशें की गई हैं।

पुलिस को यात्री बस से विस्फोटक सामान मिला

पुलिस को यात्री बस से विस्फोटक सामान मिला 

इकबाल अंसारी  
श्रीनगर। जम्मू के बाहरी इलाके झज्जर कोटली में बुधवार को एक यात्री बस से पुलिस को विस्फोटक सामान मिला। पुलिस के सूत्रों ने कहा कि यहां झज्जर कोटली के पास नाकेबंदी पर नियमित सुरक्षा जांच के दौरान यात्री बस से विस्फोटक के रूप में जिलेटिन की छड़ें मिली। उन्होंने कहा, “बम निरोधक दस्ते को तुरंत कार्य पर लगाया गया और विस्फोटक को निष्क्रिय किया गया।” पुलिस सूत्रों ने बताया कि डोडा से जम्मू आ रही बस में विस्फोटक से भरा बैग पाया गया था।
उन्होंने कहा कि बस को नाके पर रोका गया और तलाशी के दौरान बस में एक बैग से जिलेटिन की छड़ें, विस्फोट उपकरण और तार जब्त किया गया। उन्होंने बताया कि इस मामले में कई संबंधित धाराओं के तहत दर्ज किया गया है और जांच शुरू की गयी है।

सेंसेक्स-निफ्टी में लगातार चौथे दिन भी गिरावट

सेंसेक्स-निफ्टी में लगातार चौथे दिन भी गिरावट 

कविता गर्ग  
मुंबई। वैश्विक बाजार की तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर ऊर्जा, यूटिलिटीज, तेल एवं गैस और पावर समेत दस समूहों में हुई बिकवाली से बुधवार को सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार चौथे दिन भी गिरावट रहीं। बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 152.18 अंक टूटकर 52541.39 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 39.95 अंक फिसलकर 15692.15 अंक पर रहा। हालांकि दिग्गज कंपनियों के विपरीत बीएसई की छोटी और मझौली कंपनियों में हुई लिवाली से बाजार को समर्थन मिला। इस दौरान मिडकैप 0.52 प्रतिशत चढ़कर 21,955.28 अंक और स्मॉलकैप 0.49 प्रतिशत मजबूत होकर 25,065.95 अंक पर पहुंच गया।
इस दौरान बीएसई में कुल 3442 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 1519 में गिरावट जबकि 1775 में तेजी रही वहीं 148 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई में 25 कंपनियां लाल जबकि शेष 25 हरे निशान पर रही। बीएसई के दस समूह में तेजी वहीं शेष 10 में मंदी रही। इस दौरान ऊर्जा 0.82, एफएमसीजी 0.29, आईटी 0.59, दूरसंचार 0.17, यूटिलिटीज 0.79, धातु 0.74, तेल एवं गैस 0.81, पावर 0.91, रियल्टी 0.62 और टेक समूह के शेयर 0.67 प्रतिशत गिरे। वहीं, ऑटो समूह में सबसे अधिक 0.90 प्रतिशत की तेजी रही। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में तेजी का रुख रहा।
इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 1.31, जर्मनी का डैक्स 1.08, हांगकांग का हैंगसेंग 1.14 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.50 प्रतिशत मजबूत रहा वहीं जापान का निक्केई 1.14 प्रतिशत गिर गया।

सीएम ने मान की सरकार को ‘बेहद ईमानदार’ बताया

सीएम ने मान की सरकार को ‘बेहद ईमानदार’ बताया

अकांशु उपाध्याय/अमित शर्मा
नई दिल्ली/जालंधर। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को पंजाब में भगवंत मान की सरकार को ‘‘बेहद ईमानदार’’ बताया। जिसने अभी तक अपने तीन महीने के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए कदम उठाने समेत ‘‘कठोर फैसले’’ लेने से भी संकोच नहीं किया।
आप के राष्ट्रीय संयोजक ने पूर्ववर्ती सरकारों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनके तहत परिवहन माफिया समेत विभिन्न प्रकार के माफिया फले-फूले थे। उन्होंने कहा कि भगवंत मान नीत आप सरकार बेहद ईमानदार सरकार है, जो कठोर फैसले लेने से भी नहीं हिचकिचाती है। केजरीवाल ने जालंधर से दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाईअड्डे तक लग्जरी बस सेवा शुरू करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि भ्रष्टाचार रोधी हेल्पलाइन शुरू करने समेत भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
केजरीवाल और मान दोनों ने आईजीआई हवाईअड्डे के लिए सीधी बस सेवा को हरी झंडी दिखाई। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों से किए गए सभी वादे पूरे किए जाएंगे और हम एक बार फिर पंजाब को ‘‘रंगला’’ बनाएंगे। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे पर मान सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं लेकिन सच्चाई यह है कि राज्य में पूर्ववर्ती सरकारों में गैंगस्टरों को राजनीतिक संरक्षण मिलता था।
केजरीवाल ने कहा कि महज तीन महीनों में राज्य में 130 गैंगस्टरों को पकड़ा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व सरकारों में उन्हें (गैंगस्टरों को) राजनीतिक संरक्षण मिलता था।

मनोरंजन: फिल्म 'टीटू अंबानी' का ट्रेलर रिलीज

मनोरंजन: फिल्म 'टीटू अंबानी' का ट्रेलर रिलीज

कविता गर्ग  
मुंबई। टीवी अभिनेत्री दीपिका सिंह की आने वाली फिल्म 'टीटू अंबानी' का ट्रेलर रिलीज हो गया है।
लोकप्रिय टीवी सीरियल 'दीया और बाती हम' फेम दीपिका सिंह फिल्म 'टीटू अंबानी' से बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रही हैं। फ़िल्म टीटू अंबानी में दीपिका, मौसमी के किरदार में नज़र आएंगी जो आज की लड़की हैं जिंदगी को अपनी शर्तों पर जीती हैं। मौसमी को ऐसा लगता है कि टीटू और वह एक-दूसरे के लिए ही बने हैं लेकिन मुश्किल तब पैदा होती है जब टीटू के फैसलों से उनके बीच प्यार के रिश्ते पर खतरा पैदा हो जाता है। टीटू अंबानी का ट्रेलर रिलीज हो गया है।
फिल्म की कहानी एक मिडिल क्लास परिवार की है, जिसमें इकलौती लड़की ही अपना पूरा घर चलाती है लेकिन उसके माता-पिता लड़की की शादी करना चाहते हैं। ट्रेलर की शुरुआत भी मौसमी (दीपिका सिंह) की शादी की बात से होती है, जहां उसके माता-पिता उसे एक लड़के की फोटो दिखाते हैं, लेकिन मौसमी टीटू (तुषार पांडे) से शादी करना चाहती है क्योंकि दोनों ही एक-दूसरे से प्यार करते हैं। शादी के बाद दोनों की लाइफ में बड़े-बड़े बदलाव आते हैं, जो फिल्म को आम इंसान से जोड़ने में मदद करेगी।
फिल्म 'टीटू अंबानी' में दीपिका सिंह के साथ तुषार पांडे,रघुबीर यादव , सपना सैंड , वीरेंद्र सक्सेना, समता सागर, और बृजेंद्र काला नजर आएंगे।सबल प्रॉडक्शन्स के बैनर तले निर्मित फिल्म टीटू अंबानी निर्देशक रोहित गोयल, निर्माता महेंद्र विजयदान देथा और दिनेश कुमार हैं। फिल्म की शूटिंग उदयपुर के विभिन्न लोकेशन पर की गयी हैं । यह फिल्म 8 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही हैं।

'कूलिंग पीरियड' की समाप्ति से पहले कोई गिरफ्तारी नहीं

'कूलिंग पीरियड' की समाप्ति से पहले कोई गिरफ्तारी नहीं  

बृजेश केसरवानी  

प्रयागराज। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि आईपीसी की धारा 498ए के तहत दर्ज वैवाहिक कलह के मामलों में दो महीने की 'कूलिंग पीरियड' की समाप्ति से पहले कोई गिरफ्तारी नहीं की जानी चाहिए। इसके अलावा, इस पीरियड के दौरान, मामले को तुरंत परिवार कल्याण समिति (एफडब्ल्यूसी) को भेजा जाएगा जो वैवाहिक विवाद को सुलझाने का प्रयास करेगी। अईपीसी की धारा 498 ए में किसी महिला के पति या उसके रिश्तेदारों को क्रूरता के अधीन करने पर सजा का प्रावधान है।

न्यायमूर्ति राहुल चतुवेर्दी ने मुकेश बंसल (ससुर), मंजू बंसल (सास) और साहिब बंसल (पति) द्वारा दायर पुनरीक्षण याचिका में आदेश पारित किया, जिसमें निचली अदालत द्वारा उनके निर्वहन आवेदन को खारिज करने को चुनौती दी गई थी।
अदालत ने ससुराल वालों की आरोपमुक्त करने की अर्जी मंजूर कर ली, लेकिन पति की याचिका खारिज करते हुए निचली अदालत में पेश होने का निर्देश दिया। आईपीसी की धारा 498ए के दुरुपयोग के बारे में कोर्ट ने कहा, "आजकल हर वैवाहिक मामले को कई गुना बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है। जिसमें पति और परिवार के सभी सदस्यों पर दहेज संबंधी अत्याचार के आरोप लगे होते हैं।"
अदालत ने 'मानव अधिकार बनाम सामाजिक कार्रवाई मंच' में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मार्गदर्शन लेने के बाद सुरक्षा उपायों का प्रस्ताव रखा। अदालत ने पति और ससुराल वालों द्वारा कथित यौन उत्पीड़न और दहेज की मांग के आरोप की भी निंदा की।
कोर्ट ने अपने फैसले में साफ किया कि एफडब्ल्यूसी को आईपीसी की धारा 498-ए और आईपीसी की अन्य धाराओं में केवल उन्हीं मामलों को भेजा जाएगा जिनमें 10 साल से कम की सजा हो लेकिन महिला को कोई शारीरिक चोट न हो।

नए घरेलू गैस कनेक्शन की कीमतों में इजाफा किया

नए घरेलू गैस कनेक्शन की कीमतों में इजाफा किया

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल के साथ रसोई गैस उपभोक्ताओं को लगातार झटके पर झटका देते हुए महंगाई की सौगात दे रही देश की पेट्रोलियम कंपनियों ने अब घरेलू गैस के नए कनेक्शन की कीमतों में घना इजाफा करते हुए एक और बड़ा झटका दिया है। नए कनेक्शन के लिए अब उपभोक्ताओं को और अधिक रुपए खर्च करने होंगे। नई कीमते 16 जून से लागू की जा रही है।
बुधवार को पेट्रोलियम कंपनियों की ओर से नए घरेलू गैस कनेक्शन की कीमतों में इजाफा करते हुए तकरीबन 750 रूपये और अधिक महंगा कर दिया है। नए कनेक्शन के लिए 14.2 किलोग्राम वजन का सिलेंडर एवं अन्य कागजात प्राप्त करने को अब उपभोक्ताओं को 2200 रूपये खर्च करने पड़ेंगे। अभी तक 1450 में मिलने वाला नया घरेलू गैस कनेक्शन अब 750 और अधिक महंगा कर दिया गया है। यदि कोई व्यक्ति दो गैस सिलेंडर का कनेक्शन लेना चाहता है तो उसे अब 4400 रूपये की सिक्योरिटी देने के बाद ही 2 सिलेंडर प्राप्त हो सकेंगे। पहले इसके लिए उपभोक्ता को 2900 रूपये खर्च करने पड़ते थे।
इसी तरह रेगुलेटर के लिए भी अब उपभोक्ता को पहले से कहीं ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी। अब रेगुलेटर के लिए उपभोक्ता को 150 के स्थान पर 250 रूपये खर्च करने होंगे। उधर 5 किलोग्राम के सिलेंडर की सिक्योरिटी राशि भी अब बढ़ाकर 800 रूपये के स्थान पर 1150 रूपये कर दी गई है।

हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की

हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा की प्रवक्ता नुपूर शर्मा के विवादित बयान पर उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में हिंसा की घटना हुई। हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ योगी सरकार ने सख्त कार्रवाई की। इस मुद्दे पर आईएएनएस की ओर से सीवोटर द्वारा राष्ट्रव्यापी सर्वे किया गया। इस सर्वे के अनुसार, अधिकतर भारतीय लोग दंगाइयों के खिलाफ योगी सरकार की 'बुलडोजर' कार्रवाई से सहमत नहीं हैं।
सर्वे के आंकड़ों के अनुसार, 60 प्रतिशत लोगों कहा कि न्यायिक प्रक्रिया का पालन किए बिना आरोपियों के घरों को गिराना गलत है, वहीं 40 प्रतिशत लोग यूपी सरकार की कार्रवाई से सहमत है। अनुमान के मुताबिक, सर्वे के दौरान एनडीए के ज्यादातर मतदाताओं ने योगी सरकार की कार्रवाई का समर्थन किया, वहीं विपक्षी समर्थकों ने इसके खिलाफ आवाज उठाई।
सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक, एनडीए के 55 प्रतिशत समर्थकों ने कहा कि योगी सरकार ने आरोपियों के घरों को तोड़कर सही काम किया है, जबकि 71 प्रतिशत विपक्षी मतदाताओं ने उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई के खिलाफ अपनी राय पेश की। पैगंबर मोहम्मद के बारे में भाजपा प्रवक्ता की भड़काऊ टिप्पणी को लेकर देश के कई राज्यों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। शुक्रवार की नमाज के बाद कुछ राज्यों में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। लोगों ने पथराव किया और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। साथ ही योगी सरकार से कड़ी कार्रवाई करने का आह्वान किया।
हिंसा में भाग लेने वाले सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से कुछ के घर और संपत्ति को ध्वस्त कर दिया गया। विपक्षी नेताओं ने इस कार्रवाई का विरोध किया और योगी सरकार पर अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने का आरोप लगाया।

चांग ई-5 ने चंद्र सतह पर अपने स्रोत का निर्धारण किया

चांग ई-5 ने चंद्र सतह पर अपने स्रोत का निर्धारण किया

अखिलेश पांडेय  
बीजिंग। चीन के चंद्र लैंडर चांग ई-5 ने अब चंद्र सतह पर अपने स्रोत का निर्धारण कर लिया है। इसने पहले चंद्रमा पर पानी की उपस्थिति की पुष्टि की थी। 2020 में, चांग ई -5 ने ऑन-बोर्ड वर्णक्रमीय विश्लेषण के माध्यम से 11 बेसाल्ट चट्टानों और मिट्टी के नमूनों में पानी के संकेत के पहली वास्तविक समय, साइट पर निश्चित पुष्टि की। 2021 में फिर से, लैंडर के 2021 में लौटे आठ नमूनों के प्रयोगशाला विश्लेषण के माध्यम से इस खोज को मान्य किया गया था।
अब, चांग ई-5 टीम ने यह निर्धारित किया है कि पानी कहां से आया है।
चीनी विज्ञान अकादमी (एनएओसी) के राष्ट्रीय खगोलीय वेधशालाओं से एलआई चुनलाई ने कहा, "दुनिया में पहली बार, चंद्र रिटर्न नमूनों के प्रयोगशाला विश्लेषण के परिणाम और इन-सीटू चंद्र सतह सर्वेक्षण से वर्णक्रमीय डेटा का संयुक्त रूप से चंद्र नमूनों में 'पानी' की उपस्थिति, रूप और मात्रा की जांच के लिए उपयोग किया गया था।"चुनलाई ने कहा, "परिणाम चांग ई-5 लैंडिंग जोन में वितरण विशेषताओं और पानी के स्रोत के सवाल का सटीक उत्तर देते हैं और रिमोट सेंसिंग सर्वेक्षण डेटा में पानी के संकेतों की व्याख्या और अनुमान के लिए एक जमीनी सच्चाई प्रदान करते हैं।चांग ई-5 ने चंद्र नदियों या झरनों का निरीक्षण नहीं किया, बल्कि लैंडर ने चंद्रमा की सतह पर चट्टानों और मिट्टी में औसतन 30 हाइड्रॉक्सिल भागों प्रति मिलियन की पहचान की।नमूने चंद्रमा के दिन के सबसे गर्म हिस्से के दौरान 200 डिग्री फारेनहाइट के तापमान पर एकत्र किए गए थे, जब सतह अपने सबसे शुष्क स्थान पर होगी। समय कम सौर हवाओं के साथ भी मेल खाता है, जो पर्याप्त उच्च शक्ति पर जलयोजन में योगदान कर सकता है।
टीम ने हाइड्रॉक्सिल को दो अलग-अलग स्रोतों से उत्पन्न किया। चंद्र सतह के साथ हस्तक्षेप करने वाली सौर हवाओं द्वारा बनाई गई कांच की सामग्री में एक छोटा सा हिस्सा दिखाई दिया, जैसा कि 1971 में एकत्र किए गए अपोलो 11 के नमूने में हुआ था और 2000 के दशक की शुरुआत में परीक्षण किया गया था।

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...