बुधवार, 15 जून 2022

सभी उपायुक्तों को योजना से जोड़ने का पुनः आदेश

सभी उपायुक्तों को योजना से जोड़ने का पुनः आदेश 

इकबाल अंसारी  
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी उपायुक्तों को सर्वजन पेंशन योजना से जोड़ने का पुनः आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने बुधवार को कहा, कि राज्य में पेंशन से वंचित जरूरतमंदों को सर्वजन पेंशन से जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। लाखों लोगों को योजना से जोड़ा जा चुका है। सभी उपायुक्त कृपया सुनिश्चित करें कोई जरूरतमंद पेंशन से वंचित न रह जाये।
उल्लेखनीय है कि राज्य भर में विगत आठ जून से सर्वजन पेंशन योजना से जोड़ने के लिए एक माह तक आयोजित विशेष अभियान का शुभारभ मुख्यमंत्री ने गुमला से किया है। 
इस बीच मुख्यमंत्री को जानकारी मिली कि धनबाद तोपचांची प्रखंड के चिरुडीह गांव के सुनीता देवी के पति की मृत्यु लगभग दो वर्ष पूर्व हो चुकी है। लेकिन आज तक वे विधवा पेंशन से वंचित हैं। उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इसकी जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने उपायुक्त धनबाद को मामले की जांच कर सुनीता जी को मदद पहुँचाते हुए सूचित करने का आदेश दिया है।

यूपी पुलिस के सिपाही ने बंदरों को खिलाया आम, वायरल

यूपी पुलिस के सिपाही ने बंदरों को खिलाया आम, वायरल

हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। सभी के साथ विनम्रता और दया का व्यवहार करें, इसलिए नहीं कि वे अच्छे हैं, बल्कि इसलिए कि आप अच्छे हैं। ऐसा आपने अक्सर लोगों को कहते हुए जरूर सुना होगा, यह एक सच्चाई है। कुछ ऐसा ही एक उदाहरण उत्तर प्रदेश के पुलिसकर्मी द्वारा देखने को मिला। वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया है। जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस के एक सिपाही को बंदरों को खाना खिलाते हुए दिखाया गया है। दिल छू लेने वाले वीडियो में वर्दी पहने एक सिपाही अपनी जीप के किनारे बैठकर बंदरों को खिलाने के लिए आम काट रहा है।
अपनी पीठ पर एक बच्चे को लेकर बंदर धैर्यपूर्वक इंतजार कर रहा है। क्योंकि कांस्टेबल आम को काटकर उसे खिला रहा है। बंदर खुशी-खुशी आम को लेकर खाते हुए नजर आएं। ट्विटर पर यह वीडियो यूपी पुलिस के आधिकारिक अकाउंट पर शेयर किया गया। शेयर किए गए वीडियो को 56 हजार से अधिक बार देखा जा चुका है। वीडियो के इस कैप्शन में लिखा, ‘यूपी 112, सबके ‘Mon-key’ समझे।

सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल...
नेटिजन्स ने दिल को छू लेने वाले इस वीडियो को बेहद पसंद किया। इतना ही नहीं, मानवता और दया प्रदर्शित वीडियो को देखकर यूजर्स ने पुलिस वाले को सैल्यूट किया। एक यूजर ने लिखा, ‘इसे कहते हैं मानवता, कांस्टेबल मोहित को सलाम, आओ मानवता को आगे बढ़ाएं। मानवता का कर्म ही सबसे प्यारा भगवान। हम भारतीयों का भला करें, भगवान भारत का भला करें। एक अन्य ने लिखा, ‘इंसानियत भीतर से आती है।सभी प्राणियों के प्रति प्रेम रखो, यही मानवता है।

बातचीत: सुप्रीम कोर्ट से ऊपर नहीं है, ईडी

बातचीत: सुप्रीम कोर्ट से ऊपर नहीं है, ईडी 

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी  से ईडी (ED) लगातार पूछताछ कर रही है। जिसपर बवाल मच रहा है। बता दें कि इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस के तमाम नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। ईडी की इस कार्रवाई पर पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने एबीपी न्यूज से बातचीत की। जिसमें उन्होंने कहा कि ईडी, सुप्रीम कोर्ट से ऊपर नहीं है। राहुल गांधी को बेवजह परेशान करने के लिए ईडी ये पूछताछ कर रही है। पी चिदंबरम ने कहा कि, ईडी की ये पुरानी आदत है। किसी को भी 10 या 12 घंटे तक पूछताछ के नाम पर परेशान करना। ये लोग इन घंटों में करीब 30 या 40 सवाल करते हैं। लेकिन हर चार या पांच सवाल के बीच में एक लंबा ब्रेक लिया जाता है। ये लोग दूसरे कमरे में जाते हैं, सीढ़ियों में टहलते हैं और फिर वापस आते हैं। यही ईडी का पैटर्न है।

सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है मामला...
ईडी पूछताछ को लेकर चिदंबरम ने कहा कि, इस मामले में सब कुछ रिकॉर्ड पर है। राहुल गांधी ने इनकम टैक्स रिटर्न भरा है। जिसका एफिडेविट सुप्रीम कोर्ट को भी दिया गया है। पूछताछ करना बेकार है, 11 घंटे तक पूछताछ की गई और अब तीसरे दिन बुलाया गया है। मुझे नहीं पता है कि वो क्या पूछ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि, मामले पहले से ही सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है और ईडी सुप्रीम कोर्ट से ऊपर नहीं है। ईडी इनकम टैक्स के मामले पर फैसला नहीं सुना सकती है। इनकम टैक्स मामले की जांच ईडी कैसे कर सकती है। इन्होंने अब तक इस मामले में दर्ज एफआईआर भी नहीं दिखाई है।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राहुल गांधी को आज फिर पूछताछ के लिए बुलाया है। राहुल गांधी से हो रही लगातार पूछताछ के विरोध में कांग्रेस के तमाम नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतर रहे हैं। साथ ही पार्टी के बड़े नेताओं को प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

सिख विरोधी दंगे मामलें में कार्यवाही, 4 गिरफ्तार

सिख विरोधी दंगे मामलें में कार्यवाही, 4 गिरफ्तार 

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। 1984 के सिख विरोधी दंगे मामलें में एसआईटी ने बड़ी कार्यवाही करते हुए 38 साल बाद 4 आरोपी गिरफ्तार किए है। इन चारों आरोपियों को उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर जिले के घाटमपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया। एसआईटी और कानपुर बाहरी पुलिस की संयुक्त टीम ने संयुक्त कार्यवाही की।
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में सिखों के खिलाफ दंगे हुए थे। इसमें कई लोगों की जान चली गई थी। एसआईटी का गठन तीन साल पहले 2019 में किया गया था। केंद्र सरकार ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के सात मामलों को फिर से खोलने का फैसला किया था। इनमें आरोपी या तो बरी हो गए थे या मुकदमा बंद कर दिया गया था। विशेष रूप से एसआईटी ने अपनी जांच में 1984 के सिख दंगों में 94 आरोपियों की पहचान की है, जिनमें से 74 आरोपी जीवित हैं।
गिरफ्तार चार लोगों की पहचान सैफुल्ला खान, योगेंद्र सिंह उर्फ बबन बाबा, विजय नारायण सिंह उर्फ बचन सिंह और अब्दुल रहमान उर्फ लांबू के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए सभी की उम्र 60 वर्ष से अधिक है और कानपुर के घाटमपुर इलाके से हैं।
क्या है 1984 का सिख विरोधी दंगा।
1984 के सिख विरोधी दंगे, जिसे 1984 के सिख नरसंहार के रूप में भी जाना जाता है, भारत में सिखों के खिलाफ उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुई हिंसा की श्रृंखला थी। 1984 के सिख विरोधी दंगे कई दिनों तक जारी रहे। नई दिल्ली में हजारों सिख मारे गए। इतना ही नहीं इन दंगों के कारण सिख समुदाय के 50,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए थे। राष्ट्रीय राजधानी में दंगों के कारण सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में से कुछ सुल्तानपुरी, मंगोलपुरिम और त्रिलोकपुरी थे।

ईडी की पूछताछ को लेकर सरकार पर निशाना साधा

ईडी की पूछताछ को लेकर सरकार पर निशाना साधा

दुष्यंत टीकम
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को बदनाम करने की साजिश सफल नहीं होगी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ये कैसा लोकतंत्र है? कार्यकर्ता अपनी पार्टी के दफ्तर में नहीं जा सकते, नेता अपने कार्यकर्ताओं से नहीं मिल सकते। पूरे देश में जो हालात हैं, सबके सामने है।
ऐसी स्थिति कभी नहीं हुई।’’ बघेल ने कहा, ‘‘पिछले आठ वर्षों से सिर्फ एक व्यक्ति केंद्र सरकार की खामियां उजागर कर रहा है, वह हैं राहुल गांधी। नोटबंदी, जीएसटी, लॉकडाउन सहित हर गलत फैसले का राहुल गांधी ने विरोध किया है। भाजपा की सोच है कि राहुल गांधी की आवाज को दबा दिया जाए तो कोई हमारे खिलाफ कोई नहीं बोल पायेगा।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रवाद ‘आयातित राष्ट्रवाद’ है, जिसमें विरोधियों को कुचलने की बात की जाती है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बघेल ने कहा, ‘‘झूठे मामलों में फंसा कर राहुल गांधी को परेशान करने की कोशिश महंगी पड़ेगी। आजादी की लड़ाई में भूमिका निभाने वाले अखबार (नेशनल हेराल्ड) को बचाने के लिए कांग्रेस ने कदम उठाया है तो उसे धन शोधन के नाम पर फंसाने की नाकाम कोशिश की जा रही है। ये पूरा देश देख रहा है। कांग्रेस नेतृत्व को बदनाम करने की साजिश में भाजपा को सफलता नहीं मिलेगी।

5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के तौर-तरीकों को मंजूरी

5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के तौर-तरीकों को मंजूरी

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के तौर-तरीकों को मंजूरी दी। इसके तहत 72097.85 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की नीलामी जुलाई महीने के अंत तक की जाएगी। आधिकारिक विज्ञप्ति में बुधवार को यह जानकारी दी गई। मंत्रिमंडल ने स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र, कृषि, ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में उपयोग वाली नए दौर की एप्लिकेशन मसलन मशीन से मशीन संचार, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), कृत्रिम मेधा (एआई) में नवोन्मेष को बढ़ावा देने के लिए ‘निजी उपयोग वाले नेटवर्क’ की स्थापना और विकास को मंजूरी देने का भी निर्णय लिया।
विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल ने स्पेक्ट्रम नीलामी का दूरसंचार विभाग का प्रस्ताव मंजूर कर लिया है, इसके तहत जनता और उद्यमों को 5जी सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए सफल बोलीदाताओं को स्पेक्ट्रम आवंटित किया जाएगा।’’ सरकार 20 वर्ष की वैधता वाले कुल 72097.85 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की जुलाई माह के अंत तक नीलामी करेगी। इसके अलावा विभिन्न निम्न, मध्यम और उच्च फ्रिक्वेंसी बैंड के लिए भी स्पेक्ट्रम नीलामी की जाएगी।
दूरसंचार क्षेत्र में सुधारों को गति देते हुए मंत्रिमंडल ने स्पेक्ट्रम नीलामी से संबंधित कई विकासशील विकल्पों की भी घोषणा की है जो कारोबारी सुगमता को बढ़ावा देंगे। इसमें कहा गया, ‘‘सफल बोलीदाताओं को अग्रिम भुगतान करने की कोई अनिवार्यता नहीं होगी, ऐसा पहली बार हो रहा है। स्पेक्ट्रम के लिए भुगतान 20 बराबर सालाना किस्तों में किया जा सकेगा और ये अग्रिम किस्तें प्रत्येक वर्ष की शुरुआत में देनी होगी।’’ इसके अलावा बोलीदाताओं को 10 वर्ष के बाद स्पेक्ट्रम वापस करने का विकल्प भी दिया जाएगा।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  

1. अंक-250, (वर्ष-05)
2. बृहस्पतिवार, जून 16, 2022
3. शक-1944, आषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि-दूज, विक्रमी सवंत-2079।
4. सूर्योदय प्रातः 05:22, सूर्यास्त: 07:15।
5. न्‍यूनतम तापमान- 32 डी.सै., अधिकतम-45+ डी.सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
http://www.universalexpress.page/
www.universalexpress.in
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।
           (सर्वाधिकार सुरक्षित)

चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया

चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया  इकबाल अंसारी  चेन्नई। देश में इन दिनों आईपीएल की धूम मची हुई है। गत चैम्पियन चेन्नई सुपर...