गुरुवार, 9 जून 2022

शुक्ल-पक्ष में मनाईं जाएंगी 'निर्जला एकादशी'

शुक्ल-पक्ष में मनाईं जाएंगी 'निर्जला एकादशी' 

सरस्वती उपाध्याय 
निर्जला एकादशी का काफी अधिक महत्व है। ज्येष्ठ मास के शुक्ल-पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को निर्जला एकादशी के अलावा भीमसेनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। साल में पड़ने वाली 24 एकादशियों में से इसे सबसे कठिन एकादशी माना जाता है। क्योंकि इस एकादशी में बिना जल पिएं व्रत रखा जाता है। एकादशी भगवान विष्णु को अति प्रिय है। मान्यता है कि इस एकादशी में भगवान विष्णु की विधिवत तरीके से पूजा करने के साथ व्रत रखने से सभी एकादशियों के बराबर फल मिलता है। जानिए निर्जला एकादशी का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि...
 
निर्जला एकादशी तिथि और शुभ मुहूर्त...

निर्जला एकादशी तिथि- 10 और 11 जून 2022, शुक्रवार।
 
एकादशी तिथि प्रारंभ- 10 जून सुबह 7 बजकर 25 मिनट से शुरू।

एकादशी तिथि समाप्त- 11 जून सुबह 5 बजकर 45 मिनट में समाप्त।

अभिजीत मुहूर्त – 10 जून को सुबह 11 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 53 मिनट तक।

शिव योग – 11 जून शाम 08 बजकर 46 मिनट से 12 जून शाम 05 बजकर 27 मिनट तक।

स्वाति नक्षत्र – 11 जून सुबह 03 बजकर 37 मिनट से 12 जून सुबह 02 बजकर 05 मिनट तक।

रवि योग- 10 जून को सुबह 5 बजकर 23 मिनट से शुरू होकर 11 जून सुबह 3 बजकर 37 मिनट तक।

सर्वार्थ सिद्धि योग- 11 जून सुबह 5 बजकर 23 मिनट से 12 जून सुबह 2 बजकर 5 मिनट तक।

पारण का समय- 11 जून सुबह 5 बजकर 49 मिनट’ से 8 बजकर 29 मिनट तक।

इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान आदि करके साथ कपड़े धारण कर लें। भगवान विष्णु का मनन करके हुए निर्जला व्रत का संकल्प ले लें।

भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा अर्चना करें।
सबसे पहले एक चौकी या फिर पूजा घर में ही पीले रंग का कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु की तस्वीर या फिर मूर्ति स्थापित करें। इसके बाद फूल की मदद से जल अर्पित करके शुद्धि करें।
आसन बिछाकर बैठ जाएं।
अब भगवान विष्णु को पीले रंग के फूल और माला चढ़ाएं। इसके बाद पीले रंग का चंदन, अक्षत आदि लगा दें।
इसके साथ ही भोग और तुलसी दल चढ़ा दें। अब घी का दीपक और धूप जलाकर विष्णु भगवान के मंत्र, चालीसा, स्तुति, स्तोत्र आदि का जाप कर लें।
अंत में विधिवत आरती कर लें और दिनभर निर्जल व्रत रहने के बाद दूसरे दिन सूर्योदय होने के बाद पारण करें। इसके बाद जल ग्रहण करें।

50,907 रुपये प्रति 10 ग्राम पर सोना, चांदी में तेजी

50,907 रुपये प्रति 10 ग्राम पर सोना, चांदी में तेजी

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। रुपये के मूल्य में गिरावट आने से दिल्ली सर्राफा बाजार में बृहस्पतिवार को सोना 133 रुपये की तेजी के साथ 50,907 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 50,774 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 273 रुपये बढ़कर 61,535 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 61,262 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को डॉलर के मुकाबले रुपया आठ पैसे की गिरावट के साथ 77.76 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। जिसका कारण कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आना और विदेशी निवेशकों की पूंजी बाजार से सतत धन निकासी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना मामूली गिरावट के साथ 1,850 डॉलर प्रति औंस रह गया। जबकि चांदी का भाव 21.95 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रहा। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘न्यूयॉर्क स्थित जिंस एक्सचेंज- कॉमेक्स में बृहस्पतिवार को सोने का हाजिर भाव 0.15 प्रतिशत नीचे चल रहा था।

सरकार की नीतियों के कारण सातवें आसमान पर महंगाई

सरकार की नीतियों के कारण सातवें आसमान पर महंगाई

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि सरकार की आर्थिक नीतियों के कारण महंगाई सातवें आसमान पर है और फिलहाल, इसके थमने की संभावना नजर नहीं आती है। गांधी ने कहा कि महंगाई के कारण हर परिवार पर आर्थिक बोझ लगातार बढ़ रहा है और यह बोझ अब बर्दाश्त से बाहर हो रहा है। आम जनता पर महंगाई की चोट फिलहाल थमने वाली नहीं है। खुद रिजर्व बैंक मानता है कि चालू वित्त वर्ष में महंगाई और बढ़ेगी।

उन्होंने एक बयान में कहा “वफ़ादारी और अदाकारी में फर्क है। मोदी सरकार ने न तो देश से वफ़ादारी निभाई, न ही जनता से। मैं बात कर रहा हूं महंगाई की। अगर आपको लग रहा है कि महंगाई आगे चल कर कम हो जाएगी तो आप ग़लतफहमी में हैं। आने वाले दिनों में मोदी सरकार के नए प्रहार के लिए तैयार हो जाइए। गांधी ने कहा कि रिज़र्व बैंक ने रेपो रेट में 0.50 प्रतिशत का इज़ाफ़ा किया है जो अब बढ़कर 4.90 प्रतिशत हो गया है।रिज़र्व बैंक के अनुसार 2022-23 में महंगाई और बढ़ने वाली है और रिटेल महंगाई दर 6.7 प्रतिशत रहेगी। उन्होंने मंहगाई के लिए सरकार की नीतियों को दोषी बताया और कहा सरकार की गलत आर्थिक नीतियों ने आम जनता पर महंगाई का ऐसा बोझ डाला है कि अब लोगों के बर्दाश्त से बाहर हो रहा है। होम, ऑटो, पर्सनल लोन और ईएमआई महंगी होंगी। मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि मध्यमवर्गीय और नौकरीपेशा लोग कहां जाएं और अपना परिवार कैसे पालें।

पुलिस उपनिरीक्षकों की भर्ती में कथित धोखाधड़ी, संज्ञान

पुलिस उपनिरीक्षकों की भर्ती में कथित धोखाधड़ी, संज्ञान

इकबाल अंसारी

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में पुलिस उपनिरीक्षकों की भर्ती में कथित धोखाधड़ी के बारे में आईं खबरों का संज्ञान लेते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बृहस्पतिवार को मामलें की जांच के आदेश दिए। जम्मू और कश्मीर सेवा चयन बोर्ड द्वारा उपनिरीक्षक भर्ती के परिणाम की घोषणा चार जून को की गई थी। चुने गए अभ्यर्थियों की सूची सामने आने के साथ ही कई उम्मीदवारों ने धोखाधड़ी और अनियमितता के आरोप लगाए। जिसके बाद जम्मू कश्मीर पुलिस भर्ती परीक्षा सवालों के घेरे में आ गई है।

सिन्हा ने उधमपुर में एसकेपी अकादमी में पुलिस उपाधीक्षक और परिवीक्षाधीन उपनिरीक्षकों की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘पिछले दो-तीन दिनों से अखबारों में खबरें छप रही हैं, इस वजह से उपनिरीक्षकों की भर्ती निलंबित कर दी गई है।’’ उपराज्यपाल ने कहा कि अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) की अध्यक्षता वाली एक समिति इसकी जांच करेगी और समयबद्ध तरीके से अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। सिन्हा ने कहा, ‘‘जांच के दौरान कुछ भी गलत पाए जाने पर भर्ती (सूची) रद्द कर दी जाएगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब तक की गई किसी भी अन्य भर्ती पर सवाल नहीं उठे हैं और लोगों के मन में आशंका है तो निष्पक्ष जांच कर आवश्यक कार्रवाई करना प्रशासन का कर्तव्य है।’’ इस अवसर पर सिन्हा ने युवा अधिकारियों की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि ये बहादुर अधिकारी मां भारती की सेवा करने और जम्मू कश्मीर पुलिस की गरिमा को बनाए रखने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे।’’ कुछ अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाए थे कि उपनिरीक्षक परीक्षा में कई मामलों में एक ही परिवार के सदस्यों का एक साथ चयन कैसे हो गया ?

24.16 लाख टन कोयले का इंपोर्ट करने हेतु टेंडर निकाला

24.16 लाख टन कोयले का इंपोर्ट करने हेतु टेंडर निकाला

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। अब भारत में बिजली बाहर से कोयला इंपोर्ट कर बनाई जाएंगी। इसके लिए कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने 24.16 लाख टन कोयले का इंपोर्ट करने हेतु पहली बार टेंडर निकाला है।सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी सीआईएल ने देश में बिजली संयंत्रों को ईंधन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 24.16 लाख टन कोयले का आयात करने के लिए पहली निविदा जारी की है। अप्रैल में जीवाश्म ईंधन की कमी के कारण हुई बिजली कटौती की पुनरावृत्ति से बचने के लिए सरकार द्वारा कोयले का भंडार बनाने के लिए सभी प्रयास करने के मद्देनजर यह विकास महत्वपूर्ण है।

बता दें कि बोली हासिल करने की अंतिम तिथि 29 जून है। जारी बयान में कहा गया है कि यह मांग चालू वित्त वर्ष 2022-23 की जुलाई-सितंबर अवधि के लिए है। हालांकि, कोयले का आयात सीआईएल के लिए एक नया काम है। कंपनी ने सात राज्य जेनकोस और 19 आईपीपी से मांग-पत्र प्राप्त करने के एक सप्ताह के अंदर युद्धस्तर पर निविदा को अंतिम रूप देकर जारी किया है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए सूखे ईंधन के आयात के लिए वर्तमान अल्पकालिक निविदा के तहत कोयला किसी भी देश से प्राप्त किया जा सकता है।

आयोग ने 'राष्ट्रपति चुनाव' की तारीख का ऐलान किया

आयोग ने 'राष्ट्रपति चुनाव' की तारीख का ऐलान किया

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होंगे और 21 जुलाई को देश को नए राष्ट्रपति मिल जाएंगे। 29 जून नामांकन की आखिरी तारीख होगी। गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है। चुनाव में वोटिंग के लिए विशेष इंक वाला पेन मुहैया कराया जाएगा। वोट देने के लिए 1,2,3 लिखकर पसंद बतानी होगी। पहली पसंद ना बताने पर वोट रद्द हो जाएगा।
वहीं, इस दौरान राजनीतक दल कोई व्हिप नहीं जा कर सकते हैं। संसद और विधानसभाओं में वोटिंग होगी। राज्यसभा के महासचिव चुनाव प्रभारी होंगे। इसके अलावा कोरोना प्रोटोकॉल के पालन के भी निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई 2022 को खत्म हो रहा है। इससे पहले देश का अगला और 15वां राष्ट्रपति चुन लिया जाएगा। पिछले 45 साल से इसी तारीख को निर्वाचित राष्ट्रपति कार्यभार संभालते रहे हैं। पिछली बार 17 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति चुनाव हुए थे।राष्ट्रपति को चुनने के लिए आम लोग वोटिंग नहीं करते। इसके लिए जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि और उच्च सदन के प्रतिनिधि वोट डालते हैं। जैसे दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) के सदस्य राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालेंगे। इसके अलावा सभी राज्यों की विधानसभा के सदस्य भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग करते हैं। इसमें केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली और पुडुचेरी की विधानसभा के सदस्य भी शामिल होते हैं।पिछली बार 17 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग हुई थी। मतगणना 20 जुलाई को पूरी हुई जिसमें रामनाथ कोविंद को निकटतम प्रतिद्वंद्वी मीरा कुमार को 3 लाख 34 हजार 730 वोटों से हराते हुए विजयी घोषित किया गया।

यूपी सरकार ने 'मंकीपॉक्स' को लेकर अलर्ट जारी किया

यूपी सरकार ने 'मंकीपॉक्स' को लेकर अलर्ट जारी किया

संदीप मिश्र/सुनील श्रीवास्तव       
लखनऊ/वाशिंगटन डीसी/लंदन। कोरोना महामारी के बीच मंकीपोक्स के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चेतावनी जारी की है। 29 देशों में इसके एक हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। ब्रिटेन में अब तक सबसे ज्यादा मामले मिले हैं। इस बीच उत्तर-प्रदेश सरकार ने मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। उत्तर प्रदेश में भले ही इस संक्रमण को लेकर अभी कोई भी मरीज नहीं है, लेकिन स्‍वास्‍थ्‍य विभाग बीमारी से लड़ने के लिए पूरी तरह से अलर्ट है। जिसके तहत पीएचसी-सीएचसी के प्रभारियों को सतर्कता बरतते हुए मरीज मिलने पर तुरंत ही सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेज में 10 बेड का वार्ड बनाने के भी निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि मरीज मिलने पर तत्‍काल प्रभाव से भर्ती कर इलाज किया जा सके।
 मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने विभिन्न देशों में मंकीपॉक्स संक्रमण के बढ़ते केस को देखते हुए प्रदेश में सावधानी बरते जाने के निर्देश जारी किए हैं। उन्‍होंने आला अधिकारियों को मंकीपॉक्स के लक्षण, उपचार आदि के बारे में भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार आमजन को जागरूक करने के आदेश दिए हैं। उन्‍होंने कहा कि संदिग्ध लक्षण वाले लोगों के रक्त आदि की जांच कराएं। भले ही अभी मंकी पॉक्स को लेकर कोई केस सामने नहीं आया हो, पर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियों को शुरू कर दिया। स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में पूरी सतर्कता बरत रही है। साथ ही विभाग की ओर से राजकीय मेडिकल कॉलेज में 10 बेड का वार्ड भी बनाने के निर्देश दिए गए हैं।कोरोना संक्रमण के बाद देश भर में तेजी से फैल रहे मंकी और चिकन पॉक्स बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर लक्षण एवं इलाज के लिए एडवाइजरी भी जारी की है। शासकीय सहित निजी अस्पतालों में इलाज के लिए संदिग्ध मरीजों के सैंपल पुणे स्थित लैब भेजे जाएंगे। मंकीपॉक्स के संक्रमण में तेजी के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने प्रभावित देशों से इस पर नियंत्रित करने के लिए सभी मामलों और संपर्कों की पहचान करने का आग्रह किया है। मंकीपॉक्स के आगे प्रसार को रोकने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि अब तक कोई मौत नहीं हुई है, लेकिन गैर-स्थानिक देशों में मंकीपॉक्स का जोखिम है। 
वहीं, टीकों के बारे में बोलते हुए टेड्रोस ने कहा, "एंटीवायरल और वैक्सीन मंकीपॉक्स के लिए स्वीकृत हैं, लेकिन ये सीमित आपूर्ति में हैं। बता दें कि मंकीपॉक्स में आमतौर पर फ्लू जैसे लक्षण दिखते हैं। इसकी वजह से स्किन पर मवाद से भरे घाव हो जाते हैं जो आमतौर पर हफ्तों के भीतर अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन कभी-कभी स्थिति बिगड़ने पर मरीज की मौत हो सकती है। मंकीपॉक्स एक ऑर्थोपॉक्सवायरस है। जो चेचक के समान तो है लेकिन उससे कम गंभीर है। मंकीपॉक्स वायरस पॉक्सविरिडे फैमिली के ऑर्थोपॉक्सवायरस जीन से संबंधित है। 1958 में बंदरों में दो चेचक जैसी बीमारियों का पता लगा था, उनमें से ही एक मंकीपॉक्स था।

भारत में ऑनलाइन गेम्स पर कोई प्रतिबंध नहीं

भारत में ऑनलाइन गेम्स पर कोई प्रतिबंध नहीं 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव

नई दिल्ली/बीजिंग। ऑनलाइन गेम्स के बढ़ते प्रचलन देश और समाज के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। बच्चों में इसका दुष्प्रभाव इस कदर बढ़ चुका है कि बच्चे हिंसक होते जा रहे हैं। हाल ही में लखनऊ की घटना ने ऑनलाइन गेम्स के प्रति समाज को एक बड़ा संदेश दिया है।
जिसमें एक बच्चे ने पब जी गेम खेलने के लिए मना करने पर अपनी मां को ही मौत के घाट उतार दिया। ऑनलाइन गेम्स 15 देशों में प्रतिबंधित है, चीन में हफ्ते में 3 घंटे खेल सकते हैं। लेकिन भारत में इस पर कोई प्रतिबन्ध नहीं है। अक्सर, ऑनलाइन गेम्स की लत और इनकी वजह से होने वाले खतरनाक नतीजों की खबरें सामने आती रहती हैं। दुनिया के कई देश इस गेम्स या कहें लत से निपटने के लिए अलर्ट मोड पर हैं। दूसरी तरफ, भारत में अब तक इन्हें लेकर कोई सख्त या पुख्ता नियम नहीं हैं।

पाबंदी के बाद भी रहा बेअसर...
दुनिया के 15 देश कई साल पहले ही वीडियो/ऑनलाइन गेम्स पर तरह-तरह के बैन लगा चुके हैं। चीन ने भी 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए हफ्ते में 3 घंटे से ज्यादा ऑनलाइन गेम नहीं खेलने के लिए नए नियम बना दिए हैं। जबकि, चीन दुनिया में वीडियो गेम का सबसे बड़ा मार्केट है। भारत अभी तक ऑनलाइन गेम्स को लेकर कोई सख्त कानून नहीं बना पाया है। हालांकि, भारत पबजी जैसे कई चाइनीज ऑनलाइन गेम्स पर दो साल पहले ही पाबंदी लगा चुका है, लेकिन अब भी ये गेम उपलब्ध हो रहे हैं।
इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमेन बिहैवियर एंड एलाइड साइंस के पूर्व निदेशक डाॅ. निमेश जी देसाई के अनुसार  मोबाइल गेम्स की लत से बच्चों और किशोरों, यहां तक कि वयस्कों में हिंसक प्रवृत्ति बढ़ रही है। कुछ मामलाें में माेबाइल लेने से बच्चे डीप डिप्रेशन में चले जाते हैं। इसे टेक्नाेलाॅजी एडिक्शन कह सकते हैं। जेएएमए नेटवर्क ओपन की रिसर्च के अनुसार, जाे बच्चे गन वायलेंस वाले वीडियो गेम खेलते हैं, उनमें गन पकड़ने और ट्रिगर दबाने की ज्यादा इच्छा होती है। 200 बच्चों पर रिसर्च के बाद यह नतीजे मिले हैं।

सबसे खतरनाक है, ऑनलाइन गेमिंग का एडिक्शन...
आज का यूथ किताबों से ज्यादा ऑनलाइन गेमिंग में टाइम बिता रहा है। इसीलिए इंटरनेट एडिक्शन एक बीमारी हो गई है। कुछेक मामले तो ऐसे भी देखने को मिले हैं, जहां गेमिंग से मना करने पर बच्चों ने हत्या या सुसाइड जैसे एक्सट्रीम कदम उठा लिए हैं।

लखनऊ में पबजी न खेलने देने से बेटे ने मां को मारी गोली....
लखनऊ में एक महिला की हत्या हुई। हत्या का आरोप महिला के ही 16 साल के बेटे पर है। उसने तीन दिनों तक घर में 10 साल की बहन के साथ मां की लाश को रखा। हत्या की वजह मोबाइल गेम पबजी बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि पबजी न खेलने देने से नाराज किशोर ने मां को 6 गोलियां दाग दीं। मर्डर के बाद पार्टी भी की। हालांकि पुलिस पूछताछ में मर्डर की एक दूसरी वजह भी सामने आ रही है।

पुलिस ने मस्जिदों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया

पुलिस ने मस्जिदों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया 

सत्येंद्र पंवार     
मेरठ। कानपुर हिंसा के बाद जुमे की नमाज को लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड में हैं। बृहस्पतिवार को सुबह से ही भारत बंद का एक मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं, कानपुर में बवाल के बाद यह पहला जुमा हैं। इसलिए, पुलिस मिश्रित आबादी वाले इलाकों में खासतौर से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अलर्ट है।
दंगों की जमीन मेरठ में भी बृहस्पतिवार को पुलिस ने ड्रोन से मस्जिदों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। शहर में कोतवाली मस्जिद सहित दूसरी मस्जिदों में पुलिस ने ड्रोन उड़ाकर पूरे इलाके की चैकिंग की है, कहीं कुछ संदिग्ध मिले तो उस पर एक्शन लिया जा सके। भारी पुलिस बल मस्जिदों के बाहर नमाज के समय तैनात रहेगा।
बृहस्पतिवार को सुबह से ही सोशल मीडिया खासकर मुस्लिम ग्रुपों में एक पोस्टर तेजी से वायरल हो रहा है। 
इसमें लिखा है- ‘बतला दो गुस्ताख ए नबी को, गैरत ए मुस्लिम जिंदा है, दीन पे मर मिटने का जज्बा कल भी था और आज भी है’। इन दो पंक्तियों के साथ नीचे लिखा है- ‘पैगंबर मुहम्मद सल्ललाहु अलैहि व सल्लम की शान में गुस्ताखी के खिलाफ 10 जून जुमा भारत बंद’। भारत बंद के आह्वान से जुड़े इसी तरह के कई और पोस्टर रिलीज हो रहे हैं। भारत बंद के ये मैसेज वायरल होने के बाद पुलिस, प्रशासन ने जुमे की नमाज को लेकर सख्ती बढ़ा दी है। चौरसिया का कहना है कि भारत बंद जैसा कुछ नहीं है, लेकिन जुमे पर सभी अलर्ट रहेंगे और प्रमुख मस्जिदों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा।

गंगा के घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाईं डुबकी

गंगा के घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाईं डुबकी

सत्येंद्र पंवार
मेरठ। गंगा दशहरे पर गुरुवार को वेस्‍ट यूपी में गंगा के घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने आस्‍था की डुबकी लगाईं। हर ओर बड़ी संख्‍या में श्रद्धालुओं तांता ही नजर आया। सुबह से भी लोग परिवार सहित घाटों पर पहुंच गए और पूजा अर्चना के साथ स्‍नाना आदि किया। गंगा दशहरा के पावन पर्व पर बुलंदशहर के नरोरा के गांधी घाट पर बड़ी संख्‍या में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया। वहीं बागपत यमुना नदी में महिलाओं सहित अन्‍य श्रद्धालुओं ने स्‍नान किया। लेकिन यहां पर पानी बहुत कम होने के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी भी हुई।
वहीं मुजफ्फरनगर के मोरना में पौराणिक तीर्थ नगरी शुकतीर्थ में ज्येष्ठ गंगा दशहरा पर दूर दराज क्षेत्रों से आए लाखों श्रद्धालुओं ने हर हर गंगें जय गंगे मैया के नारों की जय घोष के साथ पतित पावनी गंगाजी में डुबकी लगाई और नगरी के विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना कर श्रद्धा भाव से प्रसाद चढ़ाया। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए मेले में भारी पुलिस फोर्स तैनात रहा। यह सिलसिला पूरे दिन ही जारी रहेगा।
वहीं शामली के कैराना में स्थित यमुना नदी में हरियाणा व यूपी के हजरों श्रद्धालुओं ने गंगा दशहरा के पर्व पर स्नान कर धर्म लाभ उठाया। इस दौरान विशेष पूजा अर्चना कर सुख शांति एवं मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए प्रार्थना की गई।
आपको बता दें कि इस साल गंगा दशहरा का पर्व 9 जून गुरुवार को मनाया जा रहा है और इस दिन चार शुभ संयोग भी बन रहे हैं। सनातन धर्म में गंगा दशहरा का विशेष महत्व बताया गया है। गंगा दशहरा पर ग्रह-नक्षत्रों से मिलकर चार शुभ योग बन रहे हैं। गुरु-चंद्रमा और मंगल का दृष्टि संबंध रहेगा। इससे गज केसरी और महालक्ष्मी योग का निर्माण होगा। वहीं, वृष राशि में सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य योग बनेगा। इसके अलावा, सूर्य और चंद्रमा के नक्षत्रों से पूरे दिन रवि योग रहेगा। इस शुभ घड़ी में दान स्नान का महत्व और ज्यादा बढ़ जाएगा।
गंगा दशहरा के पावन पर्व पर श्रद्धालुओं ने गंगा किनारे आस्था की डुबकी लगाई। सुबह से ही भीषण गर्मी होने के बावजूद श्रद्धालु गंगा में गोता लगाने के लिए भारी संख्या में बैराज, गंज, नारकौर समेत कई घाट पर पहुंचे। गंगा किनारे पर मेला लगा रहा। चौकसी के लिए में गोताखोर और पुलिसकर्मी तैनात रहे। जिले में बालावाली, बैराज घाट, दारानगर गंज, नारनौर आदि घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालु भारी तादाद में पहुंचना शुरू हो गए थे। निजी वाहनों के अलावा बस और ई रिक्शा तक से श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए पहुंचे।
सूरज निकलने से पहले ही श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगानी शुरू कर दी और ये सिलसिला दोपहर तक चलता रहा। भारी संख्या में श्रद्धालु गंगा किनारे आते रहे। गंगा में किशोरों व युवाओं ने खूब मस्ती की और गर्मी से भी राहत पाई। स्नान करने के बाद मां गंगा को प्रसाद चढ़ाकर परिवार में सुख-शांति की कामना की। कुछ सामाजिक संस्थाओं ने गंगा किनारे भंडारा करके श्रद्धालुओं को प्रसाद भी वितरित किया। गंगा दशहरा पर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम रहे। सभी घाटों पर स्थानीय गोताखारों को श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए लगाया गया था। इसके अलावा रास्तों व घाटों पर पुलिस तैनात रही। पुलिस ने बैराज रोड पर जाम नहीं लगने दिया जिससे राहगीरों को बहुत राहत मिली। जगह-जगह पुलिस तैनात रही।
गंगा दशहरा के पावन पर्व पर जिले के गंगाघाट पर श्रद्धालुओं का सैलाव उमड़ा। हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। पुलिस-प्रशासन सुरक्षा में मुस्तैद रहा। घाट पर गोताखोर लगाए गए हैं। मनोरंजन के लिए विभिन्न गंगाघाटों पर मेले भी आयोजित किए गए हैं। गंगा स्नान के बाद श्रद्धालु जहां स्टाल पर पहंचकर खरीदारी कर रहे हैं। चाट-पकौड़ी एवं अन्य व्यंजनों का स्वाद चख रहे हैं। झूले झूलकर मनोरंजन कर रहे हैं।
दरअसल, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष दशमी को गंगा दशहरा मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मां गंगा का अवतरण हुआ था। इसलिए इस पर्व को मां गंगा “के अवतरण दिवस के रूप में भी मनाते हैं। इस दिन पूजा-पाठ दान पुण्य का बहुत ही महत्व होता है। ज्योतिषाचार्य पं. मुकेश मिश्रा के अनुसार इस बार गंगा दशहरा विशेष संयोग संजोए हुए हैं। सूर्य देव और बुध ग्रह वृषभ राशि में विराजित होने पर बुधादित्य योग बना है। रवि योग के शुभ संयोग के साथ हस्त नक्षत्र और व्यतिपात योग का भी निर्माण इस दिन हुआ। हस्त नक्षत्र में मां गंगा का अवतरण होने के कारण गंगा दशहरा के दिन यह योग बनना बेहद शुभ माना गया है।
गंगा दशहरा पर जिले में स्थित छोटी काशी के नाम से विख्यात अनूपशहर, आहार के अवंतिका देवी घाट, सिद्ध बाबा आश्रम घाट, नरौरा, कर्णवास आदि गंगा स्नान करने के बाद श्रद्धालु जल, अन्न, फल, वस्त्र, पूजन, सुहाग सामग्री, नमक, तेल, गुड़ और स्वर्ण का दान कर पुष्य लाभ कमा रहे हैं। संकटों से छटकारा पाने की कामना कर रहे हैं। इसके अलावा बुलंदशहर नगर के वलीपुरा, खुर्जा के मूड़ाखेड़ा, पलड़ा झाल क्षेत्र से होकर गुजर रही गंगनहर के घाटों पर भी श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है।

प्रदर्शन कर रहें, कांग्रेसी नेताओं को हिरासत में लिया

प्रदर्शन कर रहें, कांग्रेसी नेताओं को हिरासत में लिया

अमित शर्मा
चंडीगढ़। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या, कानून एवं व्यवस्था और पंजाब सरकार की कथित ‘प्रतिशोध की राजनीति‘ के खिलाफ मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास पर प्रदर्शन कर रहें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजा वडिंग समेत कई कांग्रेसी नेताओं को चंडीगढ़ पुलिस ने बृहस्पतिवार को हिरासत में लिया। वडिंग के अलावा विधानसभा में विपक्ष के नेता परताप सिंह बाजवा, पूर्व उप-मुख्यमंत्री ओपी सोनी, विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा समेत कई विधायक, पूर्व विधायक मुख्यमंत्री आवास के बाहर जमा हुए थे।
करीब आधे घंटे बाद कांग्रेसी नेताओं को आवास के अंदर जाने दिया गया।
लेकिन मुख्यमंत्री व्यस्तता के कारण इनसे नहीं मिले और कल दोपहर एक बजे का समय दिया। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने समय देने के बावजूद न मिलने और ‘अपमान करने’ का आरोप लगाते हुए धरना और नारेबाजी शुरू कर दी। मौके पर मौजूद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से बात की और जब वह धरना उठाने को तैयार नहीं हुए तो सबको पुलिस वैन में बिठाकर पुलिस थाने ले गई।
इस बीच, मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें अफसोस है कि ‘कांग्रेस के अवशेष’ बिना समय गंवाए उनके घर पर उन नेताओं के समर्थन में विरोध करने आ गये जिन पर रिश्वतखोरी का आरोप है। उनका समर्थन करने का मतलब है कि कांग्रेस रिश्वतखोरी की समर्थक है। वह लोग ‘साडा हक ऐथे रख’ नारे लगा रहे हैं तो क्या रिश्वतखोरी उनका हक है। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले ही पूर्व वन मंत्री साधु सिंह धरमसोत को अवैध पेड़ कटाई के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

आकाशीय बिजली गिरने से 6 महिलाएं झुलसी

आकाशीय बिजली गिरने से 6 महिलाएं झुलसी 

इकबाल अंसारी  
गुवाहाटी। असम के कई जिलों में हो रही भारी बारिश और तूफान के बीच विश्वनाथ जिले में आकाशीय बिजली गिरने से चाय बगान में काम करने वाली कम से कम छ: महिलाएं झुलस गई। झुलसी हुयी महिलाएं मजुलीगढ़ टी एस्टेट तथा पाभोई टी एस्टेट काम करती है। इन महिलाओं की पहचान चरित ओरांग, लक्ष्मी कलांदी, ममी भूमिज, गोपी ओरिया (पाभोई), पिंकी तशा तथा कुम्ली खादल के तौर पर हुयी है। इन सभी को उपचार चल रहा है। 
इधर, भारतीय मौसम विभाग ने आठ और नौ जून को राज्य के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है।

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...