शुक्रवार, 6 मई 2022

रेड लाइट सिग्नल जंप, ₹2000 का जुर्माना

रेड लाइट सिग्नल जंप, ₹2000 का जुर्माना 

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। ट्रैफिक नियम तोड़ना अब लोगों को बेहद भारी पड़ेगा। लापरवाही से गाड़ी चलाने वाले या रेड लाइट सिग्नल जंप करने वालों से 300 नहीं, बल्कि 2000 रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा। नए मोटर एक्ट व्हीकल के तहत यह जुर्माना लिया जाएगा। अभी तक ई-चालान या मौके पर रेड लाइट जंप करने वालों से पुराने नियम के तहत ही 300 रुपए का जुर्माना लिया जाता था।
केवल उन्हीं मामलों में 2000 का जुर्माना होता था जो मामले कोर्ट जाते थे। लेकिन अब घरों में आने वाला ई-चालन और मौके पर ही पकड़ाने पर लोगों को 2000 रुपए का जुर्माना देना होगा। ट्रैफिक अफसरों का कहना है कि सभी चौक-चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगातार काम कर रहे हैं। इसके बावजूद लोग रेड लाइट सिग्नल की अनदेखी कर आगे बढ़ जाते हैं। इससे हादसों की संभावना भी बढ़ जाती है। ऐसे लोगों के घरों पर ई-चालान भी भेजे जा रहे थे। लेकिन लगातार इस तरह की लापरवाही सामने आने के बाद यह फैसला लिया गया है।कि अब सिग्नल जंप करने वालों से कड़ाई से निपटा जाएगा।
इन सभी लोगों से 200 की जगह 10 गुना ज्यादा जुर्माना लिया जाएगा। ट्रैफिक डीएसपी सतीश ठाकुर ने बताया कि रेड लाइट जंप के अलावा रांग साइड मूवमेंट, बिना हेलमेट, दोपहिया में तीन सवारी, तेज रफ्तार एवं स्टाफ लाइन का उल्लंघन करने वाले लोगों पर भी सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। कैमरों से निगरानी करने के बाद ऐसे लोगों को सबसे ज्यादा ई-चालान भेजे जा रहे हैं। इसके अलावा जुर्माना अदा करने की सूचना ऐसे लोगों को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर और व्हाट्सएप मैसेज पर भी दिए जा रहे हैं।
अफसरों ने बताया कि रेड लाइट जंप करने वाले या ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वाले लोगों की जानकारी आम लोग भी दे सकते हैं। नियमों का उल्लंघन करने वालों का फोटो खींचकर या वीडियो बनाकर उसे ट्रैफिक विभाग को मोबाइल नंबर 9479191234 पर व्हाट्सअप कर भेजा जा सकता है।
आम लोगों की ओर से भेजे गए वीडियो फुटेज एवं फोटो के आधार पर यातायात पुलिस ऐसे सभी लोगों को ई-चालान भेजकर जुर्माना वसूल करेगी। आम लोगों को घटना का वीडियो फुटेज या फोटो डिटेल के साथ देना अनिवार्य होगा। शिकायत करने वाले का नाम और पता गोपनीय रखा जाएगा।
रेड लाइट जंप करने वाले लोगों से 2000 का जुर्माना वसूल करने के साथ ही ऐसे लोगों से भी भारी जुर्माना वसूल किया जाएगा तो रश ड्राइविंग या लापरवाही से गाड़ी चलाते हैं। इनसे अब 2000 रुपए का जुर्माना वसूल किया जाएगा। पहले ऐसे लोगों से 1000 रुपए का जुर्माना लिया जाता था, दूसरी बार फिर इसी तरह की लापरवाही करते पकड़े गए तो ऐसे लोगों से दूसरी बार में 5000 रुपए का जुर्माना वसूल किया जाएगा।

पार्टी कार्यकर्ता की लाश मिलने से फैली सनसनी

पार्टी कार्यकर्ता की लाश मिलने से फैली सनसनी 

मिनाक्षी लोढी  
कोलकाता। गृहमंत्री अमित शाह के कोलकाता में कार्यक्रम से पहले पार्टी कार्यकर्ता की लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। कोलकाता के चितपुर में पार्टी कार्यकर्ता अर्जुन चौरसिया की लाश लटकी हुई मिली है। भाजपा ने इसे हत्या बताते हुए कोलकाता में गृहमंत्री अमित शाह का कार्यक्रम स्थगित कर दिया है।
उत्तर कोलकाता के भाजपा अध्यक्ष कल्याण चौबे का दावा है कि भाजपा युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष, सक्रिय कार्यकर्ता की बॉडी आज सुबह लटकी हुई मिली है। उन्होंने कहा कि वह बहुत कुशल थे, हमने कल रात उनके नेतृत्व में 200 बाइक रैली आयोजित करने की योजना बनाई थी, लेकिन आज सुबह उन्हें घोष बागान रेल यार्ड में मृत पाया।दरअसल, आज गृहमंत्री अमित शाह कोलकाता के दौरे पर जाने वाले हैं, इसी बीच बीजेपी लीडर की बॉडी मिलने से हड़कंप मच गया। बता दें कि इससे पहले नवंबर में पूर्व मिदनापुर जिले में बीजेपी कार्यकर्ता की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। बीजेपी कार्यकर्ता का नाम शंभु माइती था।

1 अक्टूबर से बिजली पर सब्सिडी स्वैच्छिक

1 अक्टूबर से बिजली पर सब्सिडी स्वैच्छिक  

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। दिल्ली में 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाती है। हालांकि अब दिल्ली में उन्हीं लोगों को बिजली पर सब्सिडी मिलेगी। जो लोग सब्सिडी मांगेंगे। दिल्ली में एक अक्टूबर से बिजली पर सब्सिडी स्वैच्छिक होने जा रही है। दिल्ली सरकार सभी बिजली उपभोक्ताओं को सब्सिडी चुनने या छोड़ने का विक्लप देगी। दिल्ली कैबिनेट ने गुरूवार को यह अहम निर्णय लिया है‌। उल्लेखनीय है कि केजरीवाल सरकार ने 2016-17 में बिजली सब्सिडी योजना की शुरुआत की थी।
सरकार द्वारा दिल्ली वालों को कई कैटेगरी में बांट कर बिजली पर सब्सिडी प्रदान की जाती है।यहां 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाती है। 200 यूनिट से कम बिजली की खपत करने वाले उपभोक्ताओं का 100 फीसदी बिजली का बिल माफ होता है। दिल्ली में 200 यूनिट से नीचे बिजली की खपत करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या करीब 30,39,766 है, जिनको जीरो बिल का लाभ मिल रहा है।
वहीं, 201 से 400 यूनिट तक बिजली की खपत करने वाले उपभोक्तओं को अधिकतम 800 रुपए तक की सब्सिडी दी जाती है। इस क्षेणी में दिल्ली में करीब 16,59,976 बिजली उपभोक्ता हैं, जिनको इसका लाभ मिल रहा है। इस तरह कुल 46,99,742 घरेलु उपभोक्ताओं को सब्सिडी योजना का लाभ मिल रहा है। इसके अलावा, दिल्ली में रहने वाले 1984 के सिख दंगा पीड़ितों को भी केजरीवाल सरकार द्वारा बिजली पर सब्सिडी प्रदान की जाती है। दिल्ली में सिख दंगा पीड़ित 758 बिजली उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिल रहा है। साथ ही, केजरीवाल सरकार किसानों को भी 125 यूनिट तक बिजली मुफ्त देती है, जो आगे भी जारी रहेगी। इसका करीब 10,676 किसानों को लाभ आगे भी मिलता रहेगा।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बिजली का बिल देने में सक्षम लोगों से मिले सुझावों के बाद यह निर्णय लिया गया है। बिजली पर सब्सिडी चाहिए या नहीं चाहिए, इसके लिए सरकार हर उपभोक्ता को अब विकल्प देगी। जो लोग सब्सिडी मांगेंगे, उसको सब्सिडी मिलेगी और जो लोग सब्सिडी नहीं मांगेंगे, उनको नहीं मिलेगी। दिल्ली कैबिनेट ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में भी बिजली सब्सिडी योजना को जारी रखने का निर्णय लिया है। कैबिनेट के इस फैसले से कोरोना महामारी के बाद महंगाई की मार झेल रहे दिल्ली के करीब 47,11,176 बिजली उपभोक्ताओं को काफी राहत मिलेगी। पिछले वर्ष की भांति जारी वित्तीय वर्ष (2022-23) में भी घरेलू बिजली उपभोक्ताओं, किसानों, कोर्ट परिसर, वकीलों के चैंबर और 1984 सिख दंगा पीड़ितों को बिजली पर सब्सिडी का लाभ मिलता रहेगा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक में बिजली विभाग की तरफ से बिजली सब्सिडी योजना को आगे भी जारी रखने का प्रस्ताव रखा गया। प्रस्ताव में कहा गया कि दिल्ली सरकार की तरफ से घरेलू उपभोक्ताओं, किसानों, कोर्ट परिसर और वकीलों के चैंबर्स को उनके खपत के आधार पर कई कैटेगरी में बांटकर सब्सिडी दी जाती है, जिसे आगे जारी रखा जाना चाहिए। कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली कैबिनेट के निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली में बहुत सारे लोगों को फ्री बिजली मिलती है। इसके लिए दिल्ली सरकार सब्सिडी देती है।बीच-बीच में कई लोगों के सुझाव भी आते हैं और कई लोगों की चिट्ठी आती है। वे कहते हैं कि यह अच्छी बात है कि दिल्ली सरकार हमें फ्री बिजली दे रही है, लेकिन हमारे में से कुछ लोग हैं, जो बिजली का बिल देने सक्षम हैं, इसलिए हम फ्री बिजली नहीं लेना चाहते हैं। हम आपकी सब्सिडी नहीं लेना चाहते हैं। आप इस पैसे को कहीं स्कूल और अस्पताल बनाने में इस्तेमाल कर लीजिए। इसलिए अब हमने तय किया है कि दिल्ली सरकार बिजली सब्सिडी के लिए एक विकल्प देगी। हम लोगों से पूछेंगे कि क्या आपको बिजली की सब्सिडी चाहिए।‌ अगर वो कहेगा कि हां, हमें बिजली की सब्सिडी चाहिए, तो हम उसको सब्सिडी देंगे। अगर वो कहेगा कि हमें बिजली की सब्सिडी नहीं चाहिए, तो हम उनको सब्सिडी नहीं देंगे। सब्सिडी चाहिए या नहीं चाहिए, यह लोगों से पूछने का काम जल्दी शुरू होगा। एक अक्टूबर से दिल्ली के अंदर उन्हीं लोगों को बिजली की सब्सिडी दी जाएगी, जो लोग बिजली की सब्सिडी मांगेंगे।वहीं, 201 से 400 यूनिट तक बिजली की खपत करने वाले उपभोक्तओं को अधिकतम 800 रुपए तक की सब्सिडी दी जाती है। इस क्षेणी में दिल्ली में करीब 16,59,976 बिजली उपभोक्ता हैं, जिनको इसका लाभ मिल रहा है। इस तरह कुल 46,99,742 घरेलु उपभोक्ताओं को सब्सिडी योजना का लाभ मिल रहा है। इसके अलावा, दिल्ली में रहने। वाले 1984 के सिख दंगा पीड़ितों को भी केजरीवाल सरकार द्वारा बिजली पर सब्सिडी प्रदान की जाती है। दिल्ली में सिख दंगा पीड़ित 758 बिजली उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिल रहा है। साथ ही, केजरीवाल सरकार किसानों को भी 125 यूनिट तक बिजली मुफ्त देती है, जो आगे भी जारी रहेगी। इसका करीब 10,676 किसानों को लाभ आगे भी मिलता रहेगा।

पूर्व मुख्यमंत्री ने बघेल पर साधा निशाना

पूर्व मुख्यमंत्री ने बघेल पर साधा निशाना 

दुष्यंत टीकम 
रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने प्रदेश सरकार और सीएम भूपेश बघेल पर निशाना साधा है। उन्होंने प्रदेश में हो रहे सीएम और मंत्रियों के दौरे को लेकर सरकार पर तंज कसा है।
रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल और मंत्रियों के दौरे पर कहा कि एक यात्रा का मुंह उत्तर दिशा में है, एक दक्षिण दिशा में है। टीएस सिंहदेव की यात्रा में कलेक्टर-एसपी को प्रतिबंधित किया गया है। साढ़े तीन साल की सरकार में ये हाल हो गया।
सीएम भूपेश बघेल के दौरे पर तंज कसते हुए पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि 30 बिंदुओं पर हम भी विकास यात्रा और ग्राम सुराज यात्रा निकाला करते थे। जबकि अब जो यात्रा हो रहा है उसमें तीन हेलीकॉप्टर के साथ मन पसंद और चमचमाते गद्दे रखे हैं। रेड कार्पेट बिछा हुआ है। ये कैसी यात्रा है। हेलीकॉप्टर में बैठी सरकार की सोच भी हवाई है। बच्चों को 10 मिनट हेलीकॉप्टर में बैठाने से उनके जीवन में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं आएगा।
रमन सिंह ने कहा कि सरकार यात्रा में अधिकारियों पर कार्रवाई कर रही है। 25 रुपया प्रति टन कोल में वसूली इस सरकार में हो रहा है। किस कलेक्टर और किस एसपी का कितना रेट है इस सरकार में सब जानते हैं। सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है। ये यात्रा तभी सफल होगी जब प्रधानमंत्री आवास योजना का क्रियान्वयन होगा। बीजेपी यात्रा से डरी हुई नहीं है। योजनाओं में समस्या का निराकरण जरूरी है।
सीएम के एक बयान पर उन्होंने कहा कि विधायकों का नहीं बल्कि सरकार का परफॉर्मेंस ही खराब है। सर्वे में आया है कि पूरा सफाया होने वाला है। इसलिए इसलिए इस तरह की यात्रा सरकार की परफॉर्मेंस सुधारने की कवायद है।
पूर्व सीएम ने कहा कि हम सरकार के कामकाज की समीक्षा कर रहें, गौठान देख रहें हैं। वर्तमान सरकार और पुरानी सरकार के काम जान रहे हैं। सबका जवाब आएगा और बीजेपी सरकार में आएगी। छत्तीसगढ़ विकास मांगता है। वहीं उन्होंने कहा कि संस्कृति और परंपरा को मजबूत करना गलत नहीं।
ट्रेनों के कैंसल होने और लोगों की समस्याओं पर पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि रेल मंत्री से बात हुई है। कोयला का परिवहन जरूरी है। लेकिन यात्रियों को परेशानी नहीं होनी चाहिए. जल्द कुछ ना कुछ हल निकलना चाहिए।
2023 में होने वाले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में भाजपा अब प्रदेश के बूथों पर फोकस कर रही है। वहीं बीजेपी प्रदेश प्रभारी और सह प्रभारी का लगातार दौरा हो रहा है। भाजपा का ध्यान फिलहाल बूथ का विस्तार करने की ओर है। इसे लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि बूथ विस्तारक 10 दिन की यात्रा में वे 10 बूथों में जा रहे हैं। जहां वे समीक्षा कर रहे हैं। बता दें कि रमन सिंह राजनांदगांव के विभिन्न बूथ की जिम्मेदारी संभालेंगे।

आम को पानी में भिगोना, बेहद फायदेमंद

आम को पानी में भिगोना, बेहद फायदेमंद   

सरस्वती उपाध्याय          
गर्मियों का मौसम आते ही आम का मौसम भी पूरे शबाब पर होता है। जैसे-जैसे गर्मियां बढ़ती हैं, बाजार में तरह-तरह के आम दिखाई देने लगते हैं। एक बार बाजार जाएं, तो दूर से ही आपको आम  की खुशबू खींच लेती है। खास बात है कि फलों का ये राजा गर्मियों में आपके शरीर को कूल रखने में काफी मदद करता है। इसलिए लोग आम को अलग-अलग तरीके से डाइट में शामिल करते हैं। हालांकि, इसे खाने से पहले लोग आम को कुछ देर के लिए पानी में भिगोकर रखते हैं। हालांकि ये नानी-दादी के जमाने का तरीका है, लेकिन ये आज भी कारगर है।
जानकार बताते हैं कि आम को खाने से पहले पानी में भिगोना हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है।इससे आप एक नहीं, बल्कि कई समस्याओं से खुद को बचा सकते हैं। अक्सर लोगों को लगता है कि ऐसा करने के पीछे गंदगी या फिर आम पर लगे केमिकल्स भी वजह हो सकते है। जो काफी हद तक सही भी है, लेकिन इसके अलावा भी कई ऐसे कारण हैं, जिनसे आप अनजान हैं। अगर आप बाजार से आम लाने के बाद उसे तुरंत खाना शुरू कर देते हैं, तो ये आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। जानिए आम को 30 मिनट भिगोकर रखने के फायदे।
न्यूट्रीशनिस्ट रुजुता दिवाकर के अनुसार आम को खाने से पहले कम से कम 30 मिनट के लिए पानी में भिगोकर रखना चाहिए। इसके बाद खाना त्वचा के लिए बेहतर होगा। बचपन में आपने भी नोटिस किया होगा कि कई बच्चे जो आम ज्यादा खाते थे, उन्हें फोड़े निकलते थे। आज भी ऐसा कई लोगों के साथ होता है, कई लोगों को आम खाने से पिंपल्स, एक्ने या फिर अन्य स्किन प्रॉब्लम्स शुरू हो जाती हैं। इसके अलावा कब्ज, सिरदर्द या फिर पेट से जुड़ी दूसरी समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। ऐसे में पानी में इसे कुछ देर भिगोकर रखने से आम की गर्म तासीर से छुटकारा मिल सकता है‌।
आम के पेड़-पौधों में हानिकारक कीटनाशक और इंसेक्टिसाइड का इस्तेमाल किया जाता है। ये आपकी बॉडी के लिए जहरीले हो सकते हैं। अगर ये आपके शरीर में चले जाएं तो एलर्जी, स्किन इरिटेशन या फिर अन्य गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। कई बार सिर दर्द, मतली जैसी समस्याएं भी बिना भिगोये आम खाने से होती हैं। इसलिए इसे पानी में डुबोकर कुछ देर के लिए छोड़ दें और फिर खाएं।
आम फैट बर्न करने में मददगार होता है। आम में फाइटो केमिकल्स स्ट्रॉन्ग होते हैं, ऐसे में जब हम इसे पानी सोखने के लिए रखते हैं, तो इनका कॉन्सन्ट्रेशन कम हो जाता है, और वे नेचुरल फैट बस्टर के रूप में कार्य करते हैं।

बॉडी टेम्परेचर को रखता है मेंटेन...
आम खाने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिसकी वजह से थर्मोजेनिक का प्रोडक्शन होता है। हालांकि, आम को थोड़ी देर पानी में भिगोने से इसे कम करने में मदद मिलेगी। दरअसल, थर्मोजेनिक प्रोडक्शन का बढ़ना एक्ने, कब्ज, सिर दर्द जैसी परेशानियों का कारण बन सकता है।
​फाइटिक एसिड से छुटकारा
फाइटिक एसिड एक तरह का न्यूट्रिशन है, जोआपकी बॉडी के लिए अच्छा और बुरा दोनों हो सकता है। इसे एक एंटी न्यूट्रीएंट माना जाता है, जो शरीर को आयरन, जिंक, कैल्शियम और अन्य मिनरल्स को अब्जॉर्ब करने से रोकता है।‌ जिसके कारण बॉडी में मिनरल्स की कमी होने लगती है। वहीं आम ही नहीं बल्कि अन्य फल, सब्जियां और नट्स में भी नेचुरल मॉलीक्यूल यानी फाइटिक एसिड होता है। फाइटिक एसिड बॉडी में हीट जेनरेट करता है, ऐसे में कुछ देर तक पानी में रखने से ये निकल जाता है।

'नाम रह जाएगा' में मंगेशकर की जीवन यात्रा

'नाम रह जाएगा' में मंगेशकर की जीवन यात्रा  

कविता गर्ग
मुंबई। नाम रह जाएगा के आने वाले एपिसोड में, हम महान लता मंगेशकर की जीवन यात्रा देखेंगे और साथ ही साथ गायक मुकेश के साथ उनके बंधन के बारे में गहराई से जानेंगे। भारत के सबसे प्रसिद्ध गायक मुकेश के बेटे नितिन मुकेश उस समय भावुक हो गए, जब उन्होंने युवा लता मंगेशकर से जुड़ी यादो को ताजा करते हुए बताया कि किस तरह से वह सफेद कपड़ो में प्यारी लग रही थी, और उन्होंने मां सरस्वती की तरह गाया था।
नितिन मुकेश ने अपने पिता मुकेश द्वारा गायिका लता मंगेशकर के साथ साझा किए गए बंधन के बारे में बात करते हुए कहा, "मुकेश, लता मंगेशकर को 'दीदी' कहते थे। वह मुझसे कहते थे कि मैं उन्हें दीदी कहता हूं। ताकि आने वाली पीढ़ियां समझ सकें कि आप उन्हें उनके नाम से नहीं बुला सकते। वह एक लेजेंड हैं और आपको उन्हें 'दीदी' कहना होगा और भी पुरानी यादों को ताजा करते हुए वह कहते हैं। "दीदी मेरे पिता मुकेश को 14-15 साल की उम्र से जानती थीं। वह मेरे पिता को एक बहन की तरह राखी बांधती थीं। मुझे याद है कि मैं 4-5 साल का था और अपने पिता के साथ जाता था। गाने के रिकॉर्डिंग स्टूडियो में सिर्फ एक झलक पाने के लिए। वह एक पतली, सुंदर महिला थी, जो एक सफेद साड़ी पहनती थी और उनकी दो चोटियां होती थीं और वह मां सरस्वती की तरह गाती थी।
गजेंद्र सिंह द्वारा परिकल्पित और निर्देशित, साईंबाबा स्टूडियोज के 8 एपिसोड सीरीज 'नाम रह जाएगा' में देश के अठारह सबसे बड़े गायक शामिल हैं। इसमें सोनू निगम, अरिजीत सिंह, शंकर महादेवन, नितिन मुकेश, नीति मोहन, अलका याज्ञनिक, साधना सरगम ​​, उदित नारायण, शान, कुमार शानू, अमित कुमार, जतिन पंडित, जावेद अली, ऐश्वर्या मजूमदार, स्नेहा पंत, प्यारेलाल जी, पलक मुच्छल और अन्वेषा ने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देने के लिए हाथ मिलाया हैं।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 3,545 नए मामलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 3,545 नए मामलें  

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। भारत में एक बार फिर धीरे-धीरे कोरोनावायरस के मामले बढ़ने लगे हैं। देश में पिछले 24 घंटे में 3,545 नए कोविड मामलें सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों से इसकी जानकारी मिली है।
जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 3,545 नए कोविड मामले रिपोर्ट होने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या 4,30,94,938 पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि गुरुवार की तुलना में आज नए कोविड मामलों में 8 फीसदी का इजाफा हुआ है. देश में गुरुवार को 3,275 नए कोविड मामले सामने आए थे, जबकि 55 लोगों ने कोरोना के चलते अपनी जान गंवाई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोरोना से 27 लोगों की मौत हुई है। अगर कोरोना मृतकों की संख्या की तुलना कल के आंकड़ों से करें तो पता चलता है कि पिछले 24 घंटे में कम लोगों ने जान गंवाई है। अभी तक देश में 5,24,002 लोगों ने कोविड के चलते अपनी जान गंवाई है। आंकड़ों के मुताबिक, डेली पॉजिटिविटी रेट 1.07 फीसदी पर है।
जबकि वीकली पॉजिटिविटी रेट 0.70 फीसदी पर है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि एक दिन में 3,549 लोगों ने कोरोना को मात दी है। इस तरह अभी तक कोरोना से रिकवर होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,25,51,248 हो गई है। देश में रिकवरी रेट 98.74 फीसदी पर पहुंच गया है।

हादसा: रेलवे ट्रैक पर बम विस्फोट से दहशत

हादसा: रेलवे ट्रैक पर बम विस्फोट से दहशत  

इकबाल अंसारी
पुडुचेरी। पुडुचेरी के करमानिकुप्पम में रेलवे ट्रैक पर बम विस्फोट से ट्रैक के किनारे रहने वाले लोगों में दहशत फैल गई। विस्फोट की तेज आवाज सुनकर लोग अपने घरों से बाहर निकले और ट्रैक पर पहुंचे तो देखा कि ट्रैक पर एक देसी बम फटा हुआ है।
विस्फोट में हालांकि, ट्रैक क्षतिग्रस्त नहीं हुआ और कुछ समय बाद पुड्डुचेरी-चेन्नई एक्सप्रेस सुरक्षित रूप से गुजर गयी। लोगों ने घटना की सूचना ऑरलियनपेट पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची। बम दस्ते को बुलाया गया, जिसने यह पुष्टि की कि यह एक देसी बम था।
पुलिस ने ट्रैक के आस-पास के इलाके की तलाशी ली और उसे कुछ बिना फटे हुए बम मिले। जिन्हें जब्त कर लिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ट्रैक पर बम रखने के पीछे क्या मकसद था। उपद्रवी ट्रेन को पटरी से उतारना चाहते थे या किसी की हत्या करने के मकसद से यह विस्फोट किया गया था।

यूपी: ई-लाइब्रेरी पोर्टल प्रारंभ कर रहीं सरकार

यूपी: ई-लाइब्रेरी पोर्टल प्रारंभ कर रहीं सरकार 

संदीप मिश्र  

लखनऊ। यूपी में योगी सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ बनाने के क्रम में छात्रों तक अध्ययन सामग्री को आसानी से उपलब्ध कराने के लिये ई-लाइब्रेरी पोर्टल शुरू कर रही है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से गुरुवार को जारी बयान के अनुसार शिक्षा विभाग की 100 दिनों की कार्ययोजना के मुताबिक ई-लाइब्रेरी पोर्टल की मदद से किताबों तक छात्रों की पहुंच आसान होगी और छात्र कहीं भी रहकर अपनी पढ़ाई कर सकेंगे।

ई-लाइब्रेरी पोर्टल पर सम सामायिक और सन्दर्भ सामग्री उपलब्ध रहेगी। इसके माध्यम से सतत अध्ययन सुविधा मिलने के कारण लगभग 30 लाख विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।

यूपी सरकार द्वारा विकसित किये जा रहे ई-लाइब्रेरी पोर्टल के माध्यम से छात्र कहीं भी कभी भी अध्ययन से संबंधित अपनी समस्याओं का समाधान या प्रश्नों के उत्तर अपने मोबाइल फोन और टैबलेट पर पा सकेंगे। यह पोर्टल विकसित करने से जुड़े जानकारों का दावा है कि शिक्षा को मनोरंजक तरीके से छात्रों तक पहुंचाने के लिये ई-लाइब्रेरी उपयोगी साबित होगी। इससे शिक्षा के स्तर में बढ़ोत्तरी तो होगी ही साथ ही डिजिटल शिक्षा को एक नया आयाम हासिल होगा।

केंद्र व सरकार के बीच विवाद, पीठ तक पहुंचा

केंद्र व सरकार के बीच विवाद, पीठ तक पहुंचा 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर केंद्र व दिल्ली सरकार के बीच फैला विवाद अब संविधान पीठ के पास पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को मामले की सुनवाई करते हुए इस मसले को संविधान पीठ को सौंप दिया है। अब 11 मई को पांच जजों वाली बेंच इस मसले की सुनवाई करेगी। इसके साथ ही कार्ट ने कहा है कि, इस मामले का जल्द से जल्द निपटारा किया जाएगा। इसलिए कोई भी पक्ष सुनवाई टालने के लिए आवेदन न करे।
दरअसल, दिल्ली सरकार अधिकारियों पर पूर्ण नियंत्रण की मांग कर रही है। इसको लेकर एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई थी, जिस पर सुनवाई चल रही है। उधर, केंद्र सरकार की तरफ से सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने मामले को संविधान पीठ को सुनवाई के लिए रेफर करनी की मांग की थी।

ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार उपराज्यपाल के पास...
गौरतलब है कि पिछले साल केंद्र सरकार द्वारा इस मामले में संशोधन के बाद से दिल्ली में अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार एलजी यानी उपराज्यपाल के पास है। गौरतलब है कि पिछली सुनवाई के दौरान केंद्र की तरफ से सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा था कि ये मामला दिल्ली अधिनियम से हुए संशोघन से भी जुड़ा है। दिल्ली सरकार इस संशोधन का विरोध कर रही है।
पहले दो सदस्यीय पीठ ने की थी सुनवाई।
इस याचिका पर सबसे पहले दो सदस्यी पीठ ने सुनवाई की थी। सुप्रीम कोर्ट की दो सदस्यीय पीठ ने इस मामले के लिए तीन सदस्यीय बेंच के गठन की सिफारिश की थी। 14 फरवरी 2019 को जस्टिस एके सीकरी और अशोक भूषण ने सीजेआई से सिफारिश की थी कि सुनवाई के लिए तीन सदस्यीय बेंच गठित की जाए। यह दोनों जज अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। अब यह मामला संविधान पीठ को भेजा गया है, जिस पर पांच जजों की बेंच सुनवाई करेगी।  

सुनाए थे अलग-अलग फैसले...
पूर्व में सुनवाई करते हुए जस्टिस भूषण ने फैसला सुनाया था कि दिल्ली सरकार के पास किसी भी प्रशासनिक सेवा का अधिकार नहीं है। हालांकि, जस्टिस सीकरी ने कहा था कि संयुक्त निदेशक या इससे ऊपर के अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग का अधिकारी केवल केंद्र सरकार के पास हो सकता है। वहीं, अन्य प्रशासनिक पदों पर मतभेद की स्थिति में लेफ्टिनेंट गवर्नर का निर्णय मान्य होगा।

पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं

पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं  

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 105.41 रुपये प्रति लीटर जबकि डीजल 96.67 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 120.51 रुपये व डीजल की कीमत 104.77 रुपये प्रति लीटर है।
तेल कंपनियों की तरफ से शुक्रवार को भी पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 105.41 रुपये प्रति लीटर जबकि डीजल 96.67 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 120.51 रुपये व डीजल की कीमत 104.77 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल का दाम 115.12 रुपये जबकि डीजल का दाम 99.83 रुपये प्रति लीटर है। वहीं चेन्नई में भी पेट्रोल 110.85 रुपये प्रति लीटर तो डीजल 100.94 रुपये प्रति लीटर है। बता दें कि पिछले वर्ष 4 नवंबर के बाद से इन दोनों ईंधन के मूल्य में कोई वृद्धि नहीं की गई थी।
सरकार के राजनीतिक विरोधियों का आरोप था कि पांच राज्यों के चुनाव के कारण मोदी सरकार ने तेल कंपनियों को मूल्य बढ़ाने से रोक रखा था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 112 डॉलर प्रति बैरल पहुंचने के बाद रविवार को तेल कंपनियों ने डीजल के थोक खरीदारों के लिए मूल्य में 25 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। तेल डीलरों का कहना है कि खुदरा मूल्य में धीरे-धीरे वृद्धि की जाएगी।
जानें प्रमुख महानगरों में कितनी है कीमत
आज दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में एक लीटर पेट्रोल और डीजल की कीमतें इस प्रकार हैं।

शहर, डीजल-पेट्रोल...
दिल्ली - 96.67/ 105.41
मुंबई- 104.77/ 120.51
कोलकाता- 99.83/ 115.12
चेन्नई-100.94/ 110.85
(पेट्रोल-डीजल की कीमत रुपये प्रति लीटर में है।) 
इन राज्यों में 100 रुपये के पार पेट्रोल का भाव
बता दें कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में पेट्रोल का भाव 100 रुपये से ऊपर चल रहा है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत सबसे अधिक है।
पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के जरिए भी जान सकते हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर जाकर आपको RSP और अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा।
बता दें कि प्रतिदिन सुबह छह बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। सुबह छह बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है।
इन्हीं मानकों के आधार पर पर पेट्रोल रेट और डीजल रेट रोज तय करने का काम तेल कंपनियां करती हैं। डीलर पेट्रोल पंप चलाने वाले लोग हैं। वे खुद को खुदरा कीमतों पर उपभोक्ताओं के अंत में करों और अपने स्वयं के मार्जिन जोड़ने के बाद पेट्रोल बेचते हैं। पेट्रोल रेट और डीजल रेट में यह कॉस्ट भी जुड़ती है।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-210, (वर्ष-05)
2. शनिवार, मई 7, 2022
3. शक-1944, वैशाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि-षष्ठी, विक्रमी सवंत-2079। 
4. सूर्योदय प्रातः 05:38, सूर्यास्त: 06:57।
5. न्‍यूनतम तापमान- 28 डी.सै., अधिकतम-40+ डी.सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
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