शुक्रवार, 29 अप्रैल 2022

5 दिवसीय 'प्रशिक्षण कार्यक्रम' का समापन

5 दिवसीय 'प्रशिक्षण कार्यक्रम' का समापन  

बृजेश केसरवानी         
प्रयागराज। उप नियंत्रक, नागरिक सुरक्षा नरेन्द्र शर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया है कि 100 दिवसीय कार्ययोजना के अंतर्गत हवाई हमले/आपदा के दौरान बचाव हेतु नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा चलाये जा रहे 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुक्रवार को विकास भवन स्थित सरस केन्द्र में समापन हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों का स्वागत चीफ वार्डन, डि0चीफ वार्डन व उपनियंत्रक द्वारा बुके एवं स्मृति चिन्ह भेट कर किया गया। तत्पश्चात् प्रशिक्षण अवधि में किये गये कार्यों का प्रेजेंटेशन दिया गया।
समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी शिपू गिरि द्वारा माघ मेला-2022 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले तथा पुलिस लाइन में आयोजित गणतंत्र दिवस की परेड में सम्मिलित स्वयंसेवकों को प्रशस्ति प्रत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। सी.ओ कर्नलगंज चैहान द्वारा नागरिक सुरक्षा के वार्डन पदाधिकारियों के किये जा रहे सराहनीय कार्यों के साथ-साथ उम्मीद किया कि उक्त प्रशिक्षण प्राप्त करने से स्वयंसेवकों की प्रतिभा को और निखरने का अवसर प्राप्त होगा।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि उन्होंने प्रयागराज जनपद में पहली बार सिविल डिफेंस को इतना ऐक्टिव देखा है। साथ ही एन.डी.आर.एफ से प्राप्त प्रशिक्षण का सदुपयोग कर देश व समाज की सेवा के लिये सदैव तत्पर रहने का आहवाहन किया। उपनियंत्रक नरेन्द्र शर्मा ने बताया कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से नागरिक सुरक्षा विभाग किसी भी हवाई हमले अथवा आपदा में प्रशासन को सहयोग करने में शांतिकाल में स्थानीय महत्व के कार्यों के साथ-साथ अहम भूमिका रखता है। चीफ वार्डन अनिल कुमार द्वारा अपने उद्बोधन में नागरिक सुरक्षा, प्रयागराज की विभिन्न सामरिक महत्व के कार्यक्रमों में प्रतिभाग की चर्चा करते हुये प्रसन्नता व्यक्त की व चलाये गये प्रशिक्षण कीे निरंतरता बनाये रखने का आश्वासन दिया। डिप्टी चीफ वार्डन सादिक हुसैन सिद्दीकी ने उक्त समापन कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथिगण एवं वार्डन/स्वयंसेवकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुये प्राप्त प्रशिक्षण का उपयोग अपने निजी जीवन के साथ-साथ दूसरों के साथ भी साझा करने पर बल दिया। कार्यक्रम का सकुशल संचालन रौनक गुप्ता द्वारा किया गया। उक्त कार्यक्रम में लगभग 200 वार्डन/स्वयंसेवको ने प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ सहायक उपनियंत्रक राकेश तिवारी, चीफ वार्डन अनिल कुमार, डिप्टी चीफ वार्डन सादिक हुसैन सिददीकी सहित प्रखण्डों के डिवीजनल/डि. डिवीजनल वार्डन, आई.सी.ओ, स्टाफ आफीसर, पोस्ट वार्डन, सेक्टर वार्डन सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।

मुख्य सचिव को निर्देश, समय पर पहुंचे अधिकारी

मुख्य सचिव को निर्देश, समय पर पहुंचे अधिकारी
पंकज कपूर   
देहरादून। गुड गवर्नेंस को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को देहरादून में बैठक की। धामी ने अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशैली में सुधार लाने की नसीहत दी है। धामी ने कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं कि सभी अधिकारी कार्यालय में अपने तय समय पर पहुंचे, इसको सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए। बायोमेट्रिक अटैंडेंस को शुरू करने के लिए भी कहा गया है। सीएम धामी ने प्रदेश के कर्मचारियों को नसीहत देते हुए कहा कि मैं सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से समय पर कार्यालय पहुंचने और तय समय तक काम करने की अपेक्षा करता हूं।

युवा नशे को शान समझता है, नाश का कारण

युवा नशे को शान समझता है, नाश का कारण
आदर्श श्रीवास्तव    
देवरिया। जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के आदेशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के तत्वावधान में जिला चिकित्सालय देवरिया के धनवन्तरी सभागार कक्ष में नशा मुक्ति उन्मूलन हेतु विधिक साक्षरता एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिविल जज (सीनियर डिवीजन)/प्रभारी सचिव न्यायाधीश शिवेन्द्र कुमार मिश्र रहें। न्यायाधीश शिवेन्द्र कुमार मिश्र द्वारा वहॉ उपस्थित आमजनमानस को विधिक जानकारियॉ देते हुये बताया गया कि आप नशा से हमेशा कोसों दूर रहें। नशा नाश हैं जीवन का इस कथन को उन्होंने चरितार्थ करते हुये कहा कि हमारे देश का उज्जवल भविष्य युवाओं पर टिका होता हैं। अगर देश की युवा पीढ़ी ही गलत रास्ते मे जाने लगे तो निश्चित ही उनका भविष्य अंधकार में चला जायेगा। हमारे देश के युवा वर्ग को जिन्दगी के हर पहलु को जीने की इच्छा होती हैं। युवा वर्ग नशे को अपनी शान समझते हैं। वे शराब, गुटखा, तम्बाकू, बीड़ी व सिगरेट का नशा करता हैं। उन्होंने यह भी बताया कि आज के परिवेश में विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के बच्चों, गली के बच्चों, नगर झोपड़पट्टी के बच्चों, सुई से ड्रग लेने वाले परिवार, कैदियों, असंगठित क्षेत्रों में कार्य करने वाले, दवा बेचने वाले एवं आमजनमानस भी नशा के शिकार हैं जो हमारे समाज के लिए बहुत ही भयावह हैं। उन्होंने कहा कि नशा एक ऐसी बुराई हैं जो हमारे समूल जीवन को नष्ट कर देती हैं। नशे की लत से पीड़ित व्यक्ति परिवार के साथ समाज पर बोझ बन जाता हैं। युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा नशे की लत से पीड़ित हैं। नशे का आदि व्यक्ति समाज की दृष्टि से हेय हो जाता हैं और उसकी सामाजिक क्रियाशीलता शून्य हो जाती हैं, फिर भी वह व्यसन को नही छोड़ता हैं। 
एक नशे के धुत में व्यक्ति अपनी मानसिक संतुलन खो देता हैं और पारिवारिक समस्याओं जैसे गंभीर अपराध कर बैठता हैं। हिंसा, बलात्कार, चोरी, आत्महत्या जैसे अनेक अपराधों के पीछे नशा एक बहुत बड़ी वजह हैं। न्यायाधीश द्वारा वहॉ उपस्थित चिकित्सक एवं समस्त आमजनमानस नशामुक्ति हेतु शपथ दिलाया गया तथा इसके साथ ही नशा उन्मूलन हेतु सभी को एक साथ आगे आने का आह्वान भी किया गया। इस दौरान न्यायाधीश द्वारा नशा उन्मूलन हेतु हस्ताक्षर अभियान की भी शुरूआत किया गया।

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 आलोक पाण्डेय, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 पीयूष कलाधार चतुर्वेदी, डॉ विपिन रंजन, डॉ0 भावना सिंह, वर्षा सिंह, डॉ नेत्रिका पाण्डेय, अंजली श्रीवास्तव, एवं प्राथमिक स्वास्थ्य एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के वीसीपीएम, सीएचओ, एनसीडी स्टाफ, तथा वात्सल्य संस्था नशा मुक्ति केन्द्र से श्याम यादव उपस्थित रहें।

'पनीर टिक्का रोल' बनाने की रेसिपी, जानिए

'पनीर टिक्का रोल' बनाने की रेसिपी, जानिए    

सरस्वती उपाध्याय      

हर कोई चाहता है कि सुबह का ब्रेकफास्ट टेस्टी होने के साथ हेल्दी भी हो। खासतौर पर नाश्ता ऐसा हो जो बच्चों को पसंद भी आए और उनके लिए स्वास्थ्यवर्धक भी हो। इन दोनों ही पैमानों पर पनीर टिक्का रोल खरा उतरता नजर आता है। प्रोटीन से भरपूर 'पनीर टिक्का रोल' खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, सेहत के लिए भी उतना ही फायदेमंद होता है। इसे बनाने के लिए मैदा के बजाय गेहूं के आटे का इस्तेमाल किया जाता है। आप भी अगर रूटीन ब्रेकफास्ट कर बोर हो चुके हैं और इसमें अब कुछ बदलाव लाना चाहते हैं तो 'पनीर टिक्का रोल' रेसिपी बना सकते हैं। इस रेसिपी को बनाना आसान है और ये मिनटों में ही तैयार हो जाती है।

'पनीर टिक्का रोल' बनाने के लिए सामग्री...

पनीर – 100 ग्राम
दही – 3 टेबलस्पून
प्याज – 1
शिमला मिर्च – 1/2
टमाटर – 1
भुना जीरा पाउडर – 1/2 टी स्पून
हल्दी पाउडर – 1/2 टी स्पून
लाल मिर्च पाउडर – 1 टी स्पून
धनिया पाउडर – 1 टी स्पून
चाट मसाला – 1/2 टी स्पून
काली मिर्च पाउडर – 1/2 टी स्पून
तेल – 1 टेबलस्पून
नमक – स्वादानुसार

रोल बनाने के लिए...

गेहूं का आटा – 1 कप
घी – 3 टी स्पून
टमाटर सॉस – 2 टी स्पून
नमक – स्वादानुसार

पनीर टिक्का रोल बनाने की विधि...
पनीर टिक्का रोल बनाने के लिए सबसे पहले एक बाउल में पनीर के छोटे-छोटे टुकड़े कर लेें। अब इसमें लाल मिर्ची पाउडर, धनिया पाउडर, हल्दी, काली मिर्च पाउडर डालकर सभी को पनीर के साथ अच्छी तरह से मिक्स कर दें। इसके बाद इसमें भुना जीरा, चाट मसाला और स्वादानुसार नमक भी मिला दें।अब पनीर में दही डाल दें और उसे अच्छी तरह से मिक्स कर 10 मिनट के लिए ढककर अलग रख दें।

अब एक मिक्सिंग बाउल लें और उसमें आटा डालकर 1 टी स्पून घी और चुटकी भर नमक मिलाकर थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए उसे अच्छे से गूंद लें। इसके बाद आटे को भी कुछ वक्त के लिए ढककर अलग रख दें। इस दौरान टमाटर, शिमला मिर्च और प्याज को लंबा और पतला काट लें। अब एक कड़ाही में तेल डालकर उसे गर्म करने के लिए मीडियम आंच पर रख दें, जब तेल गर्म हो जाए तो उसमें दही मसाले वाला पनीर डालकर पकाएं। 2 मिनट तक पकाने के बाद उसमें कटा प्याज, शिमला मिर्च और टमाटर डाल दें। इस मिश्रण को 1 मिनट तक पकाने के बाद गैस बंद कर दें।

अब आटे को लें और उसे एक बार और गूंद लें. इसके बाद उसकी लोइयां बना लें। अब एक लोई लें और उसे बड़ी रोटी की तरह बेल लें। इसके दोनों ओर घी लगाकर उसे तवे पर पराठे की तरह सेक लें। इसक बाद इस पराठे के ऊपरी हिस्से में सभी जगह टमाटर कैचअप लगा दें। इसके बाद पनीर टिक्का का तैयार मसाला इसके बीच में रखकर पराठे को रोल कर लें। इसी तरह सारी लोई के पराठे बनाकर रोल तैयार कर लें। ब्रेकफास्ट के लिए स्वादिष्ट पनीर टिक्का रोल बनकर तैयार हो चुका है।

मुंबई: एक्ट्रेस मलाइका ने अपनी सेल्फी शेयर की

मुंबई: एक्ट्रेस मलाइका ने अपनी सेल्फी शेयर की   

कविता गर्ग     

मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा के लिए अप्रैल महीने की शुरूआत बेहद खराब रही। महीने के दूसरे दिन ही यानी 2 अप्रैल को उनकी कार का एक्सीडेंट हो गया था, जिसमें वह घायल हो गई थीं। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती भी कराया गया था, लेकिन अच्छी बात ये रही थी कि इस हादसे में उन्हें ज्यादा चोट नहीं आई थी‌। अब हादसे के 26 दिनों के बाद उन्होंने अपनी एक सेल्फी शेयर की है। जिसमें फैंस उनके माथे पर लगी चोट को अच्छे से देख पा रहे हैं। मलाइका अरोड़ा ने 2 अप्रैल को हुए हादसे के बाद काम से कुछ समस के लिए ब्रेक ले लिया था। लेकिन अब चोट सही होने के बाद उन्होंने फिर काम पर वापसी कर ली है।

मलाइका सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं। चोट लगने के कुछ दिनों के बाद उन्होंने इस हादसे का बारे में फैंस को बताया था, लेकिन अपनी चोट नहीं दिखाई थी, अब उन्होंने एक सेल्फी शेयर की है, जिसमें उनकी चोट का निशान दिखाई दे रहा है।

मलाइका ने काम पर की वापसी...
एक्सीडेंट के बाद मलाइका ने काम से ब्रेक ले लिया था और अब काम पर वापसी कर चुकी हैं। मलाइका ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर अपनी तस्वीर शेयर की। जिसमें उनके माथे पर चोट के निशान नजर आ रहे हैं। मलाइका इससे पहले तक अपनी चोट को हमेशा छुपाती नजर आती रही हैं‌। अब पहली बार मलाइका ने ऐसी तस्वीर शेयर की, जिसमें माथे पर लगी चोट साफ नजर आ रही है।

सीमेंट प्लांट में गोलीबारी, 8 की मौंत, 11 घायल

सीमेंट प्लांट में गोलीबारी, 8 की मौंत, 11 घायल    

सुनील श्रीवास्तव     

मैक्सिको सिटी। मैक्सिको में हिडाल्गो प्रांत के तुला शहर में क्रूज अजुल सीमेंट प्लांट में गोलीबारी हुई। इसमें आठ लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए।शहर के गवर्नर उमर फयाद मेनेसेस ने बताया कि बुधवार तड़के कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने प्लांट पर कब्जा करने कोशिश की। जब यहां काम करने वाले वर्कर्स ने उनका विरोध किया तो गोलीबारी शुरू हो गई।उन्होंने अपने ट्विटर पेज पर लिखा- मैं तुला शहर में क्रूज अजुल प्लांट में हुई झड़प की कड़ी निंदा करता हूं, ताजा जानकारी के मुताबिक, आठ लोगों की मौत हो गई है। 11 घायल हो गए और नौ को हिरासत में लिया गया है। पुलिस इस घटना की जांच कर रही है। एक अधिकारी ने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि ये एक गैंगवार था। अभी तक इस गोलीबारी की असल वजह पता नहीं चल पाई है। माना जा रहा है कि गैंगवार को बदले की भावना के चलते अंजाम दिया गया है।

गैंगवार पहले भी हुआ था...
मार्च में, सेंट्रल मेक्सिको में 19 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना मिचोआकन राज्य के लास तिनाजस में एक फंक्शन के दौरान हुई। गोलीबारी में मरने वालों में से 16 पुरुष और तीन महिलाएं हैं। गोलीबारी में कई लोग घायल भी हुए थे। वहीं, फरवरी में भी मिचोआकन में एक बड़ा हमला हुआ था, जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई थी। अधिकारियों का कहना है कि यह हमला दो गैंग्स के बीच चल रहे विवाद की वजह से हुआ था।

राज ठाकरे को जनसभा व भाषण की इजाजत

राज ठाकरे को जनसभा व भाषण की इजाजत 

कविता गर्ग  
मुंबई। औरंगाबाद पुलिस ने औरंगाबाद में राज ठाकरे को जनसभा और भाषण की इजाजत दे दी है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे 30 अप्रैल को सुबह करीब 8 बजे पुणे से रवाना होंगे। महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) नेता बाबू वागास्कर ने इंडिया टुडे/आजतक को बताया कि राज ठाकरे के काफिले में करीब 150 वाहन, कारें, एसयूवी होंगी। ठाकरे को ये अनुमति सशर्त दी गई है। ‘महाराष्ट्र में योगी नहीं भोगी हैं’ उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा लाउडस्पीकर के खिलाफ अभियान जारी है।
धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं, या उनकी आवाज कम की जा रही है। इस पर राज ठाकरे ने सीएम योगी की तारीफ की है। उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्य है कि महाराष्ट्र में जो हैं वे योगी नहीं, भोगी हैं। राज ठाकरे ने ट्वीट में लिखा, धार्मिक स्थलों विशेषकर मस्जिदों से लाउडस्पीकरों को हटाने के लिए मैं योगी सरकार को तहे दिल से बधाई देता हूं और आभारी हूं। उन्होंने कहा, दुर्भाग्य है कि महाराष्ट्र में कोई योगी नहीं है। लेकिन यहां सभी भोगी हैं।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा लाउडस्पीकर के खिलाफ अभियान जारी है। धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं, या उनकी आवाज कम की जा रही है। इस पर राज ठाकरे ने सीएम योगी की तारीफ की है। उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्य है कि महाराष्ट्र में जो हैं वे योगी नहीं, भोगी हैं। राज ठाकरे ने ट्वीट में लिखा, धार्मिक स्थलों विशेषकर मस्जिदों से लाउडस्पीकरों को हटाने के लिए मैं योगी सरकार को तहे दिल से बधाई देता हूं और आभारी हूं। उन्होंने कहा, दुर्भाग्य है कि महाराष्ट्र में कोई योगी नहीं है। लेकिन यहां सभी भोगी हैं।
महाराष्ट्र में भी लाउड स्पीकर पर सियासत पिछले दिनों से महाराष्ट्र में भी लाउड स्पीकर पर सियासत जारी है। हाल ही में राज ठाकरे ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर अल्टीमेटम जारी किया था पिछले दिनों मुंबई में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राजठाकरे ने कहा था, ‘मस्जिदों में लाउडस्पीकर इतनी तेज आवाज में क्यों बजाए जाते हैं। अगर इसे नहीं रोका गया तो मस्जिदों के बाहर स्पीकर पर अधिक तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाया जाएगा। ठाकरे ने आगे कहा कि वह किसी विशेष धर्म की प्रार्थना के खिलाफ नहीं है, लेकिन उन्हें सिर्फ अपने धर्म पर ही गर्व है।

'ग्लोबल पाटीदार बिजनेस समिट' का उद्घाटन

'ग्लोबल पाटीदार बिजनेस समिट' का उद्घाटन 

इकबाल अंसारी
सूरत। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को गुजरात के सूरत में ग्लोबल पाटीदार बिजनेस समिट का उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम सरदारधाम द्वारा आयोजित किया जा रहा है।पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत के पास इतना कुछ है। हमें बस अपने आत्मविश्वास को, आत्मनिर्भरता के अपने जज्बे को मज़बूत करना है। ये आत्मविश्वास तभी आएगा जब विकास में सबकी भागीदारी होगा, सबका प्रयास लगेगा।
उन्होंने आगे कहा कि देश को जब आजादी मिली थी तब सरदार साहब ने जो कहा था कि भारत में संपदा की कोई कमी नहीं है। हमें बस अपने दिमाग और संसाधनों को इनके सदुपयोग के लिए लगाना होगा। आजादी के मुकाबले में आने वाले 25 वर्षों के लिए जब हम संकल्प के लिए निकले हैं तो हमें सरदार साहब के इन शब्दों को कभी भूलना नहीं चाहिए।
मोदी ने कहा अपनी नीतियों, अपने एक्शन के माध्यम से सरकार का ये निरंतर प्रयास है कि देश में ऐसा माहौल बने कि सामान्य से सामान्य परिवार का युवा भी उद्यमी बने, उसके लिए के सपने देखे, उद्यमिता पर गर्व करे। आधुनिक कनेक्विटी के इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास, नए शहरों के निर्माण, पुराने शहरों में स्मार्ट सुविधाएं विकसित करने, पुराने नियमों-कायदों से देश को मुक्त करने और इनोवेशन व आइडिया की हैंड-हॉल्डिंग, ऐसे सभी कामों पर एकसाथ काम किया जा रहा है।
मुद्रा योजना आज देश के उन लोगों को अपना बिजनेस करने का हौसला दे रही है जो कभी इसके बारे में सोचते भी नहीं थे। स्टार्ट-अप इंडिया से वो इनोवेशन, वो टैलेंट में भी आज यूनिकार्न के सपने साकार होते देख रहा है जिसको कभी रास्ता नहीं दिखता था। पीएलआई योजना ने पुराने सेक्टरों में तो मेक इन इंडिया का उत्साह तो भरा ही है, सेमीकंडक्टर जैसे नए सेक्टर्स के विकास की संभावनाएं भी बनी हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल की अभूतपूर्व चुनौतियों के बावजूद देश में MSME सेक्टर आज तेजी से विकास कर रहा है। लाखों करोड़ रुपये की मदद देकर MSME से जुड़े करोड़ों रोजगार बचाए गए और आज ये सेक्टर नए रोजगार का आज तेजी से निर्माण कर रहा है। छोटे से बड़े हर व्यवसाय, हर कारोबार का देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। सबका प्रयास की यही भावना तो अमृतकाल में देश की ताकत बन रही है। मुझे खुशी है कि इस बार के समिट में आप इस विषय पर विस्तार से चर्चा कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि रेहड़ी-पटरी पर छोटा सा व्यापार करने वाला देशवासी आज भारत की ग्रोथ स्टोरी से अपने आप को जुड़ा महसूस करता है। पहली बार रेहड़ी-पटरी वालों को भी पीएम स्वनिधि योजना से फॉर्मल बैंकिंग सिस्टम में भागीदारी मिली है। हाल ही में हमारी सरकार ने इस योजना को दिसंबर 2024 के लिए बढ़ा दिया है।
तीन दिन तक चलेगा कार्यक्रम
तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन 29 अप्रैल से 1 मई तक होगा। सरदारधाम पाटीदार समुदाय के सामाजिक और आर्थिक विकास को गति प्रदान करने के लिए ‘मिशन 2026’ के तहत जीपीबीएस का आयोजन कर रहा है। यह शिखर सम्मेलन हर दो साल में आयोजित किया जाता है। पहले दो शिखर सम्मेलन 2018 और 2020 में गांधीनगर में आयोजित किए गए थे और वर्तमान शिखर सम्मेलन अब सूरत में आयोजित हो रहा है।
जीपीबीएस 2022 का मुख्य विषय ‘आत्मनिर्भर समुदाय से आत्मनिर्भर गुजरात और भारत’ रखा गया है। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य समुदाय के भीतर छोटे, मध्यम और बड़े उद्यमों को एक साथ लाना है। साथ ही नए उद्यमियों का पोषण और समर्थन करना और शिक्षित युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार सहायता प्रदान करना है। तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन में सरकारी औद्योगिक नीति, एमएसएमई, स्टार्ट-अप, नवाचार, के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है।

रेप के आरोपी तांत्रिक को गिरफ्तार किया

21 वर्षीय युवती से रेप, तांत्रिक अरेस्ट किया  

दुष्यंत टीकम
उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन में 21 साल की लड़की के साथ रेप का मामला सामने आया है। जहां एक तांत्रिक ने जादू-टोने के चक्कर में युवती से दुष्कर्म किया। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।

ऐसे दिया घटना को अंजाम...
21 साल की पीड़िता मानसिक तौर पर कमजोर है। उसकी मां दिमाग तेज कराने के लिए अपनी बेटी को तांत्रिक के पास लेकर गई थी। इस दौरान आरोपी ने मां को बहाने से कमरे से बाहर निकाला दिया और लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
पीड़िता की मां का कहना है कि उनकी बेटी दिमाग से थोड़ी कमजोर है। इलाज के लिए देवास के एक व्यक्ति से उसने संपर्क किया था, जो झाड़-फूंक का काम करता है। जब वो अपनी बेटी को तांत्रिक के पास लेकर गई तो उसने बताया कि बेटी पर भूत-प्रेत का साया है, यह बोलकर उसे कमरे से बाहर निकाल दिया और दरवाजा बंद कर दिया। वो बेटी के ठीक होने का इंतजार करती रही।
पीड़िता की मां का आरोप है कि कमरे में उनकी बेटी को नशे की गोलियां खिलाकर बेसुध किया, फिर रेप की घटना को अंजाम दिया। साथ ही लड़की को होश में आने के बाद ठीक होने का हवाला भी दिया। होश आने पर लड़की ने पूरी घटना अपनी मां को बताई और उसके होश उड़ गए। तुरंत ही इसकी शिकायत थाने की गई और पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

सैकड़ों फरियादियों की भीड़ देख, भड़कें सीएम

सैकड़ों फरियादियों की भीड़ देख, भड़कें सीएम

संदीप मिश्र
गोरखपुर। जनता दर्शन में सैकड़ों फरियादियों की भीड़ देखकर सीएम योगी भड़क गए और अधिकारियों से पूछा कि क्या तहसील, थानों में फरियादियों को न्याय नही मिल रहा है ? तहसील और थाने पर लोगों को न्याय नहीं मिल रहा क्या? आखिर इतनी बड़ी संख्या में लोगों को मेरे तक आने की जरूरत क्यों पड़ रही। यह स्थिति ठीक नहीं। इसमें सुधार नहीं आया तो कार्रवाई के लिए तैयार रहिए। शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम में अपनी समस्या कहने के लिए उमड़ी भीड़ को देखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धैर्य जवाब और उन्होंने यह हिदायत अफसरों को दे डाली। मुख्यमंत्री ने करीब 100 लाेगों की समस्या खुद सुनी और बाकी लोगों की समस्या डीएम और एसएसपी ने उनके निर्देश पर सुनी। शुक्रवार को जनता दर्शन में करीब 600 लोग अपनी समस्या के निस्तारण के लिए गोरखनाथ मंदिर पहुंचे हुए थे। गुरुवार की शाम गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री की सुबह की दिनचर्या परंपरागत रही। 
तड़के अपने आवास से निकलने के बाद सबसे पहले उन्होंने बाबा गोरखनाथ के दरबार में जाकर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दर्शन-पूजन किया। इसी क्रम में उन्होंने अपने दादा गुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधिस्थल पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया। हमेशा की तरह मंदिर परिसर के भ्रमण के क्रम वह गोशाला गए। वहां वह करीब आधा घंटा रहे, इस दौरान उन्होंने गायों को दुलारा-पुचकारा और अपने हाथ से गुड़-चना खिलाया। वहीं सीएम योगी हिंदू सेवाश्रम पहुंचे, जहां बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्या कहने के लिए उनका इंतजार कर रहे थे। संख्या काफी थी, सो मुख्यमंत्री ने 100 लोगों से सीधे मुलाकात की और बाकी लोगों का समस्यात्मक पत्र लेने के लिए डीएम और एसएसपी को निर्देशित कर दिया। जनता दर्शन में ज्यादातर मामले जमीन-जायदाद से जुड़े थे, जिसे मुख्यमंत्री ने स्थानीय स्तर पर निपटाने का निर्देश अधिकारियों को दिया। जनता दर्शन के बाद मुख्यमंत्री जब मंदिर कार्यालय की ओर आए तो वहां भी करीब 100 लोग उनसे मिलने का इंतजार कर रहे थे।
जनता दर्शन मे सैकड़ों फरियादियों की भीड़ देख सीएम योगी भड़क गए और अधिकारियों से पूछा कि क्या तहसील, थानों में फरियादियों को न्याय नही मिल रहा है। तहसील और थाने पर लोगों को न्याय नहीं मिल रहा क्या? आखिर इतनी बड़ी संख्या में लोगों को मेरे तक आने की जरूरत क्यों पड़ रही। यह स्थिति ठीक नहीं। इसमें सुधार नहीं आया तो कार्रवाई के लिए तैयार रहिए। शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम में अपनी समस्या कहने के लिए उमड़ी भीड़ को देखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने यह हिदायत अफसरों को दे डाली। मुख्यमंत्री ने करीब 100 लाेगों की समस्या खुद सुनी और बाकी लोगों की समस्या डीएम और एसएसपी ने उनके निर्देश पर सुनी। शुक्रवार को जनता दर्शन में करीब 600 लोग अपनी समस्या के निस्तारण के लिए गोरखनाथ मंदिर पहुंचे हुए थे। गुरुवार की शाम गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री की सुबह की दिनचर्या परंपरागत रही। तड़के अपने आवास से निकलने के बाद सबसे पहले उन्होंने बाबा गोरखनाथ के दरबार में जाकर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दर्शन-पूजन किया। इसी क्रम में उन्होंने अपने दादा गुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधिस्थल पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया। हमेशा की तरह मंदिर परिसर के भ्रमण के क्रम वह गोशाला गए। वहां वह करीब आधा घंटा रहे, इस दौरान उन्होंने गायों को दुलारा-पुचकारा और अपने हाथ से गुड़-चना खिलाया। वहीं सीएम योगी हिंदू सेवाश्रम पहुंचे, जहां बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्या कहने के लिए उनका इंतजार कर रहे थे। संख्या काफी थी, सो मुख्यमंत्री ने 100 लोगों से सीधे मुलाकात की और बाकी लोगों का समस्यात्मक पत्र लेने के लिए डीएम और एसएसपी को निर्देशित कर दिया। जनता दर्शन में ज्यादातर मामले जमीन-जायदाद से जुड़े थे, जिसे मुख्यमंत्री ने स्थानीय स्तर पर निपटाने का निर्देश अधिकारियों को दिया। जनता दर्शन के बाद मुख्यमंत्री जब मंदिर कार्यालय की ओर आए तो वहां भी करीब 100 लोग उनसे मिलने का इंतजार कर रहे थे।

ई-रिक्शा का रूट-रंग तय करने की कवायद शुरू

ई-रिक्शा का रूट-रंग तय करने की कवायद शुरू 

भानु प्रताप उपाध्याय         
मुजफ्फरनगर। शहर की यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पुलिस ने फिर से ई-रिक्शा का रूट और रंग तय करने की कवायद शुरू कर दी है। रिक्शा चालकों को यातायात कार्यालय बुलाकर बात की जाएगी। यातायात व्यवस्था को लेकर आए दिन व्यापारी अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। मुख्य मार्गों पर पुलिस ने बेरिकेडिंग कर दी है। कई बाजारों तक ग्राहकों को पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ रही है।पुलिस ने व्यापारियों के साथ कई दौर की बातचीत की, जिसके बाद चार बिंदु तय किए गए हैं। ई-रिक्शा के मार्गों का निर्धारण और रंग तय करना।
रजिस्टर्ड ई-रिक्शाओं के चालकों को प्रोत्साहित किया जाना व शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाना।यातायात पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह का कहना है कि इन बिंदुओं पर यातायात पुलिस की तैयारी चल रही है। 
शहर के ई-रिक्शा चालकों को यातायात कार्यालय बुलाया गया है। चालकों से बातचीत की जाएगी और उन्हें रूट और रंग के विषय में जानकारी दी जाएगी। जाम रोकने के लिए भी उनसे सहयोग मांगा जाएगा। व्यापारियों ने जो सुझाव दिए हैं, उन पर भी विचार कर कार्ययोजना बनाई गई है।

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