गुरुवार, 21 अप्रैल 2022

चीन: 250 करोड़ साल पुरानी एक्लोगाइट मिलीं

चीन: 250 करोड़ साल पुरानी एक्लोगाइट मिलीं    

सुनील श्रीवास्तव       
बीजिंग। चीन में एक अनोखी चट्टान से ऐसे सबूत मिले हैं, जो बताते हैं कि टेक्टोनिक प्लेट्स में सबडक्शन यानी, खिंचाव, टकराव, घर्षण कोई 250 से 400 करोड़ साल पहले हुआ था। जो चट्टान मिली है, वह 250 करोड़ साल पुरानी एक्लोगाइट है। सबसे पहले यह जान लेते हैं कि ये टेक्टोनिक प्लेट्स होती क्या हैं ? 
पृथ्वी का पतला बाहरी आवरण बड़े टुकड़ों से बना होता है, जिसे टेक्टोनिक प्लेट कहते हैं। यह प्लेट ठोस चट्टान का एक विशाल, अनियमित आकार का स्लैब होता है, जो आम तौर पर महाद्वीप और महासागर के स्थलमंडल दोनों से बना होता है। को पकड़ लिया टेक्टोनिक प्लेट्स को लिथोस्फेयरिक प्लेट भी कहा जाता है। ये प्लेटें पहेलियों की तरह एक साथ फिट होती हैं, लेकिन ये एक जगह पर अटकी नहीं होतीं। ये पृथ्वी के मेंटल  पर तैरती रहती हैं। 
पृथ्वी के क्रस्ट और कोर के बीच की परत को मेंटल कहते हैं। एक्लोगाइट कम तापमान पर समुद्री क्रस्ट के मेंटल में गहराई से धकेले जाने के बाद बनी। इस अध्ययन के शोधकर्ता और चीन यूनिवर्सिटी ऑफ जियोसाइंसेज के पृथ्वी वैज्ञानिक टिमोथी कुस्की और लू वांग का कहना है कि इस तरह की पृथ्वी पर उच्च दबाव और कम तापमान वाली इन चट्टानों को सबडक्शन जोन कहा जाता है। इस अध्ययन से सबसे पुराने एक्लोगाइट का पता चला है जो एक पुराने पर्वतीय क्षेत्र में पृथ्वी के समुद्री क्रस्ट पर मिला। इस तरह की दूसरी सबसे पुरानी चट्टान 210 करोड़ साल पुरानी हैं, जो कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में स्थित हैं। लेकर गए पृथ्वी को गर्म रखने के लिए टेक्टोनिक प्लेट्स काफी अहम होती हैं। पिछले 20 सालों से, रिसर्च टीम ने उत्तरी चीन में करीब 1,600 किलोमीटर तक फैले आर्कियन ईऑन चट्टानों की मैपिंग की है। यह प्राचीन पर्वत श्रृंखला है, जिसे ऑरोजेन कहा जाता है। 
यहां करीब 250 करोड़ साल पहले, दो टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकरा गई थीं। शोधकर्ताओं का कहना है कि इन चट्टानों से पता चलता है कि टेक्टोनिक प्लेटों के रूप में बनी यह प्राचीन पर्वत श्रंखला आपस में काम करती थी। ओपिओलाइट्स  कहे जाने वाले समुद्री क्रस्ट के टुकड़े टकराव वाले क्षेत्र में फंसे हुए हैं। ये बुरी तरह से टूट चुकी चट्टानों का मिश्रण है जिन्हें मेलेन्जेस (Mélanges) कहा जाता है। ये उस जगह के बारे में बताती हैं जहां प्लेटें टकराई थीं। शोधकर्ताओं की टीम को कुछ बड़ी-बड़ी मुड़ी हुई संरचनाएं भी मिली हैं, जिन्हें नैप्स (Nappes) कहा जाता है‌। एक्लोगाइट्स के लैब एनलिसिस से पता चलता है कि वे लगभग 250 साल पहले समुद्री रिज पर बने थे, जो बाद में समुद्र तल पर आ गए‌। इसके बाद ये सबडक्शन से मेंटल में पहुंच गए। यह भी पता चलता है कि ये 792 से 890 डिग्री सेल्सियस तापमान और 19.8 और 24.5 किलोबार प्रति स्वायर इंच के उच्च दबाव में रहे थे। शोधकर्ताओं ने बताया कि ये आंकड़ों से पता चलता है कि एक्लोगाइट्स कम से कम 65 किमी गहरे हैं।

ऐश्वर्या ने बच्चन परिवार का नाम खराब किया

ऐश्वर्या ने बच्चन परिवार का नाम खराब किया      

कविता गर्ग          
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या बच्चन, अमिताभ बच्चन फिल्म इंडस्ट्री का एक ऐसा नाम है। जिसे हर कोई बखूबी जानता है। देश ही नहीं, पूरी दुनिया में अमिताभ का नाम आता है। शायद ही कोई ऐसी चीज होगी, जिसकी अमिताभ के पास कमी होगी। वह अपना जीवन बहुत आराम से बिताते है।
अमिताभ बच्चन ने फिल्म इंडस्ट्री को एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी हैं, जिससे उनका काफी सम्मान है। अमिताभ इन दिनों सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं, उन्हें अपनी बहू ऐश्वर्या की वजह से बुरी तरह सुनना पड़ रहा है। ऐश्वर्या की हरकतों से अमिताभ का नाम खराब हो रहा है।
ऐश्वर्या राय की गिनती देश की मशहूर अभिनेत्रियों में होती है। अमिताभ जिस तरह से देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में जाने जाते हैं, ऐसा ही ऐश्वर्या के साथ भी है। ऐश्वर्या राय ने अमिताभ बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन से शादी की है। 
लेकिन, फिलहाल अभिनेत्री ऐश्वर्या ने अपनी हरकतों से बच्चन परिवार का नाम खराब किया है। एक बड़ा सच सामने आने के बाद इन दिनों वह थाने के चक्कर लगा रही हैं। ये बात सामने आई है कि ऐश्वर्या की विदेश में संपत्ति के बारे में किसी को पता नहीं था और इसी वजह से वह इन दिनों परेशान हैं। थाने में बुलाकर उनसे भी पूछताछ की जा रही है। जिस वजह से इस समय हर तरफ बच्चन परिवार की चर्चा चल रही है।

‘जयेशभाई जोरदार' को लेकर खबरों में अभिनेता

‘जयेशभाई जोरदार' को लेकर खबरों में अभिनेता   

कविता गर्ग           
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह अपकमिंग फिल्म ‘जयेशभाई जोरदार' को लेकर खबरों में हैं। फिल्म का ट्रेलर हाल ही में रिलीज हुआ, जिसे देखने के बाद दर्शक लोटपोट हो गए‌। रणवीर इनदिनों इस फिल्म के प्रोमोशन में बिजी हैं। वह फैंस और मीडिया के बीच जा कर इसका प्रमोशन कर रहे हैं। इसी बीच एक इवेंट के दौरान रणवीर ने अपने शुरुआती करियर के दिनों को याद किया और बताया वाईआरएफ (YRF) बॉस मैन आदित्य चोपड़ा ने उनके लुक का जिक्र करते हुए उनसे कहा था कि वो ऋतिक रोशन नहीं हैं।
गौरतलब है कि रणवीर सिंह पिछले 11 सालों से एक्टिंग की दुनिया पर राज कर रहे हैं। उन्होंने अब तब बॉलीवुड को ‘बाजीराव मस्तानी’, ‘पद्मावत’, ‘सिम्बा’ , ‘गोलियों की रासलीला राम लीला’ और फिल्म 83 जैसी कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों के साथ अपनी पहचान बनाई है। उनकी डेब्यू फिल्म ‘बैंड बाजा बारात’ थी। इस फिल्म में लीड रोल में अनुष्का शर्मा थीं। रणवीर अपने डेब्यू फिल्म से कुछ खास नहीं कर पाए थे। यह 10 दिसंबर 2010 को रिलीज हुई थी।
फिल्म के पोस्टर पर लोगों ने दी थी प्रतिक्रिय)’ ट्रेलर लॉन्चिंग इवेंट के दौरान रणवीर ने याद किया कि जब बैंड बाजा बारात रिलीज होने वाली थी, तो पूरे शहर में उनके और अनुष्का के पोस्टर लगे थे। उस दौरान उन्होंने दो लोगों को पोस्टर पर प्रतिक्रिया देते हुए ये कहते हुए सुना कि वह एक हीरो की तरह नहीं दिखते हैं। कुछ ऐसा ही एक बार आदित्य चोपड़ा ने भी इसी तरह का कमेंट किया था, जब वे अपनी दूसरी मुलाकात के लिए बैठे थे।
आप ऋतिक रोशन नहीं हैं
बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के अनुसार,रणवीर सिंह ने कहा , “मेरी पहली फिल्म की रिलीज से पहले, मेरे पोस्टर हर जगह लगाए गए थे। मैं एक फिल्म देखने गया था, जहां मैंने देखा कि मेरे पोस्टर के सामने दो लोग खड़े हैं। मैं रुक गया क्योंकि मैं सुनना चाहता था कि वो क्या कह रहे हैं। वे बोले, ‘यह कौन है। वह हीरो की तरह नहीं दिखता। यह हो गया है।
रणवीर,आदित्य चोपड़ा के उन बातों को याद करते हुए आगे कहा- आदित्य चोपड़ा के साथ मेरी दूसरी मुलाकात थी और उन्होंने कहा, ‘आप ऋतिक रोशन नहीं हैं, इसलिए तुम्हें एक्टिंग पर ध्यान पर फोकस करना चाहिए। खैर, रणवीर ने साबित कर दिया है कि भले ही वह ऋतिक नहीं हैं, लेकिन वह निश्चित रूप से उम्दा अभिनय कर सकते हैं।अब ‘जयेशभाई जोरदार ‘ बात करें तो रणवीर एक खास भूमिका में नजर आने वाले हैं। वह एक गुजराती व्यक्ति की भूमिका में देखे जाएंगे, जिसकी शादी शालिनी पांडे (अर्जुन रेड्डी ) से हुई है, और वह एक बेटी का पिता हैं।
फिल्म में बोमन ईरानी रणवीर के पिता और एक्ट्रेस रत्ना पाठक शाह उनकी मां बनी हुई हैं। ये फिल्म 13 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है। फिल्म की कहानी में लड़का और लड़की के बीच के भेदभाव को दिखाया गया है।

40 सीनियर पुलिस अधिकारियों का तबादला

40 सीनियर पुलिस अधिकारियों का तबादला   

कविता गर्ग             
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार की तरफ से बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 40 सीनियर पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया है। इस सूची में नासिक पुलिस कमिश्नर दीपक पांडेय का नाम भी है। पांडेय की जगह अब जयंत नायकनवरे नासिक के नए पुलिस कमिश्नर होंगे। पिछले कई दिनों से लाउडस्पीकर को लेकर प्रदेश की सियासत काफी गरम है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे की तरफ से 3 मई तक मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर को हटाने का अल्टीमेटम दिया तो वहीं महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग ने बड़ा फैसला लेते हुए किसी भी धार्मिक स्थल पर बिना अनुमति लाउडस्पीकर लगाने पर रोक लगा दी। वहीं, सत्ताधारी पार्टी शिवसेना के नेता संजय राउत की तरफ से लाउडस्पीकर को लेकर एक केंद्रीय मसौदा लागू करने की बात कही गई है। लेकिन आपको बीते दिनों का नासिक के कमश्नर की तरफ से जारी किया गया फरमान याद होगा। जब कहा गया कि अज़ान से पहले और बाद में 15 मिनट तक लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा या भजन न बजाने का आदेश दिया था। अब खबर है कि महाराष्ट्र सरकार की तरफ से अधिकारियों के तबादले वाली लिस्ट में ये आदेश देने वाले कमिश्नर दीपक पांडेय का भी नाम शामिल है।
महाराष्ट्र सरकार की तरफ से बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 40 सीनियर पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया है। इस सूची में नासिक पुलिस कमिश्नर दीपक पांडेय का नाम भी है। पांडेय की जगह अब जयंत नायकनवरे नासिक के नए पुलिस कमिश्नर होंगे। वहीं नासिक पुलिस कमिश्नर दीपक पांडेय को स्पेशल आईजी बनाकर भेजा गया है। बता दें कि नासिक के कमिश्नर दीपक पांडे ने कहा है कि सभी धार्मिक स्थलों को 3 मई तक लाउडस्पीकर के उपयोग की अनुमति लेने का निर्देश दिया गया था। 3 मई के बाद यदि कोई आदेश का उल्लंघन करता पाया जाता है तो उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात करते हुए पांडे ने कहा था कि हनुमान चालीसा या भजन बजाने के लिए अनुमति लेनी पड़ेगी। अज़ान से पहले और बाद में 15 मिनट के भीतर इसकी अनुमति नहीं होगी। मस्जिद के 100 मीटर के दायरे में इसकी इजाज़त नहीं होगी। इस आदेश का उद्देश्य कानून-व्यवस्था बनाए रखना है।
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से लाउडस्पीकर को लेकर प्रदेश की सियासत काफी गरम है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे की तरफ से 3 मई तक मस्जिदों पर लगे। लाउडस्पीकर को हटाने का अल्टीमेटम दिया है। ऐसा नहीं करके की सूरत में लाउडस्पीकर से मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा बजाने की चेतावनी भी राज ठाकरे की तरफ से दी गई।

पश्चिमी देशों के नियंत्रण में 'यूक्रेन' की सरकार

पश्चिमी देशों के नियंत्रण में 'यूक्रेन' की सरकार     

सुनील श्रीवास्तव          
कीव। यूक्रेन की सरकार पूरी तरह से पश्चिमी देशों के नियंत्रण में है और यूक्रेन एक स्वतंत्र देश की बजाय, एक उपग्रह राज्य की तरह काम कर रहा है।
यह बातें यूक्रेन के एक पूर्व अधिकारी ने रूसी न्यूज एजेंसी स्पूतनिक से कही है। यह अधिकारी रूस द्वारा यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान शुरू किये जाने के बाद एक यूरोपीय देश में चले गए।
उन्होंने कहा, "यूक्रेनी अधिकारी पूरी तरह से पश्चिमी देशों के नियंत्रण में हैं। पश्चिमी पर्यवेक्षकों को बैठकें, वार्ता और रिपोर्ट छुपाई नहीं जाती हैं, बल्कि गर्व के साथ सार्वजनिक की जाती हैं। बेशक, हम केवल अनुमान लगा सकते हैं कि उन बैठकों में विशेष सेवा अधिकारी क्या कह रहे हैं लेकिन हर कोई जानता है कि यूक्रेन की खुफिया पुलिस बहुत समय पहले कठपुतली बन गई थी।
नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर उन्होंने बताया कि पश्चिमी देशों के साथ यूक्रेन के अधिकारियों की बातचीत एक प्रांतीय नौकरशाह की रिपोर्ट के समान थी, जबकि "पश्चिमी देशों के अधिकारी अपने जागीरदारों की प्रशंसा करते हैं या उन्हें (यूक्रेनी अधिकारियों को) दंडित करते हैं और भविष्य के लिए यूक्रेन की नीतियों की दिशा की रूपरेखा तैयार करते हैं।

मनोरंजन: फिल्म 'द लेडीकिलर' की शूटिंग प्रारंभ

मनोरंजन: फिल्म 'द लेडीकिलर' की शूटिंग प्रारंभ   

कविता गर्ग           
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन कपूर और भूमि पेडनेकर ने अपनी आने वाली फिल्म 'द लेडीकिलर' की शूटिंग शुरू कर दी है। भूषण कुमार और शैलेश आर सिंह द्वारा निर्मित और अजय बहल द्वारा निर्देशित अर्जुन कपूर और भूमि पेडनेकर अभिनीत फिल्म 'द लेडी किलर' की शूटिंग शुरू कर दी गयी है। हिमाचल प्रदेश के मनाली में इस फिल्म का मुहूर्त शॉट दिया गया। मांगी-किया यह बडा ऐलान सस्पेंस ड्रामा से भरपूर इस फिल्म में निर्माता फैंस को एक छोटे शहर के प्लेबॉय की कहानी से रूबरू कराएंगे। 
इस फिल्म में अर्जुन कपूर एक छोटे शहर के प्ले ब्वॉय का किरदार निभाते हुए दिखाई देंगे। इस फिल्म का निर्माण कर्मा मीडिया एंड एंटरटेनमेंट के साथ मिलकर गुलशन कुमार और टी-सीरीज के बैनर तले किया जा रहा है।

अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्रवाई के प्रति नाराजगी

अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्रवाई के प्रति नाराजगी 

संदीप मिश्र      
लखनऊ। दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्रवाई के प्रति नाराजगी का इजहार करते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा कि, धर्म को भी इसके लिये इस्तेमाल करने से सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान होगा। जिसका फायदा देश विरोधी ताकतों को होगा।
मायावती ने गुरूवार को सिल-सिलेवार ट्वीट कर कहा कि सरकार को उन अधिकारियों के खिलाफ भी सख्ती बरतनी चाहिये, जिनके भ्रष्टाचार में अवैध निर्माण हो रहे हैं। दंगे और हिंसा पर कार्रवाई के नाम पर बुलडोजर चलाये जाने से गरीब लोग भी पिस रहे हैं।
उन्होने कहा “ दिल्ली के जहाँगीरपुरी सहित देश के अन्य राज्यों में भी अवैध निर्माण की आड़ में, जो बुलडोजर चलाये जा रहे हैं। जिसमें गरीब लोग भी प्रभावित हो रहे हैं, जबकि सरकार को उन अधिकारियों के विरुद्ध भी सख्ती करनी चाहिये, जिनके भ्रष्टाचार की वजह से ही अवैध निर्माण हो रहे हैं।

राष्ट्रपति भवन में होगा ब्रिटिश पीएम का रस्मी स्वागत

राष्ट्रपति भवन में होगा ब्रिटिश पीएम का रस्मी स्वागत   

अखिलेश पांडेय        
लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जाॅनसन भारत की दो दिन की यात्रा पर बृहस्पतिवार को अहमदाबाद पहुंचे।
हवाई अड्डे पर गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने श्री जॉनसन की अगवानी की।
विदेश मंत्रालय के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर भारत दौरे पर आए श्री जाॅनसन बृहस्पतिवार में गुजरात में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद रात में राजधानी नई दिल्ली पहुंचेंगे।
शुक्रवार सुबह ब्रिटिश प्रधानमंत्री का राष्ट्रपति भवन में रस्मी स्वागत किया जाएगा। इसके बाद वह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने राजघाट जाएंगे। फिर विदेश मंत्री एस. जयशंकर उनसे मुलाकात करेंगे। पूर्वाह्न 11 बजे वह हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में भाग लेंगे।
बैठक में दोनों नेता रोडमैप 2030 के क्रियान्वयन की समीक्षा करने के साथ ही द्विपक्षीय संबंधों के सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के बारे में विज़न सामने रखेंगे। वे परस्पर हितों को लेकर विभिन्न क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श करेंगे।
बाद में दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे और दोनों नेताओं के प्रेस वक्तव्य होंगे। श्री जाॅनसन शुक्रवार रात साढ़े दस बजे स्वदेश रवाना हो जाएंगे।

एमसीडी की कार्यवाही पर रोक, स्थिति बरकरार रहेगी

एमसीडी की कार्यवाही पर रोक, स्थिति बरकरार रहेगी  

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके में दिल्ली नगर निगम की ओर से अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से बृहस्पतिवार को बड़ा फैसला सुनाया गया है। जिसके अंतर्गत दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की कार्यवाही पर लगाई गई रोक की स्थिति फिलहाल बरकरार रहेगी। इस मामले को लेकर अब 2 हफ्ते बाद सुनवाई की जाएगी। सुनवाई के दौरान कोर्ट की ओर से यह भी कहा गया है कि अवैध निर्माण आमतौर पर बुलडोजर की सहायता से ही गिराए जाते हैं और पूरे देश में इस प्रकार की कार्यवाही पर रोक नहीं लगाई जा सकती है। 
इसका मतलब उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में अतिक्रमण के खिलाफ चल रही कार्यवाही पर इस आदेश को कोई असर नही पडेगा।  बुलडोजर बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट की ओर से राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में दिल्ली नगर निगम की और से बीते दिन अवैध अतिक्रमण के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर बड़ा फैसला सुनाया है। इस मामले को लेकर अदालत की ओर से कहा गया है कि दिल्ली नगर निगम की कार्यवाही पर बीते दिन लगाई गई रोक की स्थिति फिलहाल बरकरार रहेगी। 
अब इस मामले को लेकर 2 हफ्ते बाद सुनवाई की जाएगी, अर्थात 2 हफ्ते तक दिल्ली नगर निगम की ओर से जहांगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जा सकती है।सुनवाई के दौरान कोर्ट की ओर से यह भी कहा गया है कि अवैध निर्माण आमतौर पर पूरे देश में बुलडोजर की सहायता से ही गिराए जाते हैं, इसलिए पूरे देश में ऐसी कार्यवाही पर रोक नहीं लगाई जा सकती है। उच्चतम न्यायालय की ओर से आज दिए गए फैसले को लेकर फिलहाल यह मतलब लगाया जा रहा है कि बुल्डोजर पर रोक केवल जहांगीरपुरी में चल रही कार्यवाही को लेकर ही है और सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश समेत पूरे देश में अतिक्रमण के खिलाफ चल रही कार्यवाही पर असर नहीं पड़ेगा।

आजादी के शताब्दी वर्ष के लिए 3 लक्ष्य दिये: पीएम

आजादी के शताब्दी वर्ष के लिए 3 लक्ष्य दिये: पीएम   

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के प्रशासनिक अधिकारियों को आजादी के शताब्दी वर्ष के लिए बृहस्पतिवार को तीन लक्ष्य दिये और कहा कि देश की एकता अखंडता को अक्षुण्ण रखते हुए जनसामान्य को नियमों एवं कानूनों के ऐसे बंधनों से मुक्त किया जाना चाहिए। जिससे उनका सामर्थ्य एवं साहस बाधित होता है। मोदी ने आज यहां सिविल सर्विस डे के मौके पर देश के प्रशासन में नवान्वेषण करने वाले अधिकारियों को प्रधानमंत्री लोक प्रशासन पुरस्कार प्रदान किया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, जनशिकायत, पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृतकाल के लिए सभी जिलाधिकारियों को अपने कार्यालय में लक्ष्यों को लिख कर दीवार पर लगाना चाहिए। जिन्हें आजादी के शताब्दी वर्ष 2047 तक हासिल करना है। उन्होंने कहा कि हर देशवासी प्रशासिक अधिकारियों को आशा एवं आकांक्षा से देख रहा है। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने जो प्रेरणा दी, संकल्प दिया और प्रेरित किया था, हमें आज फिर उसे दोहराना है।
श्री मोदी ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में हमारे सामने तीन लक्ष्य होने चाहिए। हमें सोचना चाहिए कि आखिर देश में यह पद, व्यवस्था, प्रतिष्ठा, ये तामझाम किस बात के लिए है। उन्होंने कहा कि हमारा पहला लक्ष्य होना चाहिए कि पहला लक्ष्य सामान्य से सामान्य मानव के जीवन में बदलाव आये सुगमता आये और उसे अहसास भी हो
रोजमर्रा के जीवन में सरकार से सामान्य मानव के जो सरोकार हों, उसे पाने के लिए कोई समस्या नहीं आये। उसे अपने सपने को संकल्प और संकल्प को सिद्धि तक ले जाने का रास्ता स्वाभाविक एवं सुगम लगना चाहिए। इस काम में हमें उसका हाथ पकड़ कर चलने वाला साथी बनना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दूसरा लक्ष्य यह हो कि भारत आज वैश्वीकरण के केन्द्र में आ रहा है तो हमारे हर काम को वैश्विक संदर्भ में देखा जाना चाहिए। आज हम जो भी करें उसे वैश्विक संदर्भ में देख कर करें, यह समय की मांग है।
भारत को भविष्य में कहां जाना है, यह सोच कर बढ़ना है। हम जो करें, उसमें नवीनता हो। हमारी व्यवस्था, नियमों एवं परंपरा में परिवर्तन पल पल के हिसाब से हो।
उन्होंने कहा कि हमारा तीसरा लक्ष्य सिविल सेवा का सबसे बड़ा एवं महत्वपूर्ण काम है। प्रशासनिक अधिकारी किसी भी व्यवस्था में काम करें। उसमें ध्यान रखें कि देश की एकता एवं अखंडता से कोई समझौता नहीं हो। राजनीतिक रूप से आकर्षक लगने वाले बड़े से बड़े काम को इस तराजू से तौलना चाहिए कि उसका देश की एकता अखंडता पर दूरगामी दुष्प्रभाव तो नहीं पड़ेगा। इतना ही नहीं, हमारा कोई भी काम देश की एकता को अखंडता को मजबूत करने वाला होना चाहिए। उन्होंने कहा, “मैं राजनीति से दूर जननीति से जुड़ा सामान्य मानविकी हूं।”
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विचारधाराएं अलग अलग हो सकतीं हैं।लेकिन प्रशासन के केन्द्र में देश की एकता अखंडता को आगे रख कर काम करना होगा। हमारे हर काम ये कसौटी यह होनी चाहिए, राष्ट्र प्रथम। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से सचेत किया कि वे सरकार की नीतियोे में उनके जिले के लिए आवश्यक जरूरत को स्वविवेक से उठायें। इसके लिए उन्हें अलग से निर्देशों की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि भारत की महान संस्कृति की विशेषता है, हमारा देश राज्य व्यवस्था अथवा राजसिंहासनों से नहीं बना है। यह देश हजारों साल से परंपरा रही है और यह जनसामान्य के साथ बढ़ा है। आज भी हमें जो मिला है, वह जनभागीदारी से मिला है। जनता ने ही अपने जीवन से काल बाह्य चीजों को निकाल दिया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन में हरेक को समाज में सहज होने परिवर्तन की अगुवाई करना होगा। उन्हें सोचना होगा कि ये नियमों कानूनों के बंधन क्या उसके साहस को सामर्थ्य को प्रभावित कर रहे हैं तो समय के साथ चलने का शक्ति खो जाएगी।
उन्होंने उदाहरण दिया कि देश के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेक्टर के नौजवानों ने देश की छवि बनाने का काम किया है। अगर नियम कानूनों से जकड़ दिया होता तो वे आगे नहीं बढ़ पाते। इसी तरह से स्टार्ट अप्स के बारे में बात करें तो 2022 के पहले तिमाही में 14 यूनीकॉर्न की जगह प्राप्त कर ली। केवल तीन माह में 14 यूनीकॉर्न बन जाना बताता है कि शासन व्यवस्था के बाहर भी सामर्थ्य बहुत है। इसी प्रकार से कृषि क्षेत्र में हमारे किसान आधुनिकता की ओर जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “मेरी दृष्टि में लाखों लोगों में चेतना होनी चाहिए, सामर्थ्य होना चाहिए। मैं पल पल को जीना चाहता हूं, जीकर औरों को जीने की प्रेरणा देना चाहता हूं।” उन्होंने सवाल किया कि शासन में सुधार हमारा सहज स्वभाव बना है क्या ?” उन्होंने कहा कि शासन में समयानुकूल बदलाव सहज नित्य प्रयोगशील प्रक्रिया होनी चाहिए। देश की आशा आकांक्षा मजबूर कर रही है। जब तक देश की आशा आकांक्षा को नहीं समझेंगे तो शासन में समयानुकूल बदलाव नहीं कर पाएंगे।
उन्होंने अधिकारियों का आह्वान किया कि इलैक्ट्रॉनिक प्रणालियाें के आने के बाद बहुत तरह से कम्प्लायंस के लिए पुराने तरीके बदलें। उन्होंने कहा कि जितना हम नागरिक को कंप्लायंस के दबाव से मुक्त करेंगे उतना हमारा नागरिक खिलेगा। उन्होंने कहा कि एक समय था, हम अभाव में थे इसलिए हमारे नियम अभाव में कैसे जीयें , इस भाव से बनें। हमें तकनीक की मदद से नयी आने वाली चुनौतियों को भांपना और उसका समाधान खोजना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गर्वनेंस में बदलाव लाना हमारा नित्य कर्म होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आठ साल में कई ऐसे काम हुए जिनसे व्यवहार में बदलाव आना चाहिए। अब स्वच्छता आपके जीवन का स्वभाव बन जाना चाहिए।
हमारा यूपीआई की दुनिया भर में प्रशंसा हो रही है, क्या हम अपनाते हैं या नहीं ? यदि यह नहीं हो पा रहा है तो आम नागरिक से क्या अपेक्षा करेंगे?

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-195, (वर्ष-05)
2. शुक्रवार, अप्रैल 22, 2022
3. शक-1984, वैशाख, कृष्ण-पक्ष, तिथि-षष्ठी, विक्रमी सवंत-2078‌।        
4. सूर्योदय प्रातः 07:04, सूर्यास्त: 06:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 23 डी.सै., अधिकतम-38+ डी सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
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यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...