सोमवार, 4 अप्रैल 2022

अराजकता-लोकतंत्र 'संपादकीय'

अराजकता-लोकतंत्र      'संपादकीय' 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का दुरुपयोग के भिन्न युग का शुभारंभ हो गया है। इस युग का कोई नामकरण तो नहीं किया गया हैं‌। परंतु, यदि इस युग की प्रवाह पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो भाजपा के पतन का बीज अंकुरित होने से कोई नहीं रोक पाएगा।
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत गणराज्य के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र प्रगतिशीलता के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। लोकसभा में प्रति विधेयक पारित होने से पूर्व राष्ट्र और जनहित की कसौटी पर परखा जाता है। यह दूर दृष्टिकोण राष्ट्र प्रगति का आधार स्तंभ है। खामी इंसान का स्वाभाविक गुण है, लेकिन सुधार का नजरिया गलती शेष रहने का आभास खत्म कर देता है। भाजपा दल के दोनों शीर्ष नेता (मोदी-योगी) जनकल्याण और राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पित भाव से सेवारत हैं। इसी मगन शीलता के चलते इसके विपरीत भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने संयम का तर्पण कर दिया है। निरंकुश विचार बुद्धि पर हावी हो गए हैं। संवैधानिक और लोकतंत्र के चीर हरण करने पर आमादा हो गए हैं। इसमें नौकरशाही भी संविधान और गणराज्य की मर्यादा लांघकर सहयोग की भावना से साथ-साथ कदम ताल ठोक रहे हैं। उदासीनता का इससे बड़ा कोई दूसरा उदाहरण नहीं है। गाजियाबाद के जनप्रतिनिधियों के पत्रों, व पत्रों में अंकित आदेश स्पष्ट रूप से रूढ़िवादिता के पक्षकार है। शिक्षित समाज का यह भी एक घिनौना चेहरा है। 21वीं शताब्दी में भारतीयों ने किसी प्रकार छुआछूत से तो छुटकारा पा लिया है। लेकिन भेदभाव का जहर अधिक विषाक्तता बनता जा रहा है। मौलिक अधिकारों का दमन किया जा रहा है। सामाजिक सौहार्द और आपसी भाईचारे के विरुद्ध दरार और गहरी करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रभावित सहयोगी सरकारी अधिकारी अकारण ही मुंछो पर ताव दे रहे है। तलवे चाटने की कहावत सिद्ध करने से क्या लाभ ? जनता सब कुछ जानती है। समय रहते ही विभागीय सहायक आयुक्त ने नियंत्रणात्मक प्रक्रिया का उपयोग किया। 
परंतु तानाशाही का यह मंजर तो और भी खौफनाक लगता है। भ्रष्टाचार की परत खोलने पर बलिया के जिलाधिकारी ने सूचना प्रदान करने वाले पत्रकारों को कारागार भिजवा दिया। वैसे तो पत्रकार समाज को अधिकारियों से सहयोग की अपेक्षा नहीं करनी चाहिए। यदि अपेक्षा रखोगे तो खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इसके विपरीत संबंधित अधिकारी की लापरवाही व हिस्सेदारी को जनता में उजागर करने का प्रयास करना चाहिए। न्याय की अपेक्षा भी बेईमानी होगी। दलालों के लिए सुविधाएं होती होगी, कलमकारों के लिए नहीं होती हैं। पत्रकारिता का वास्तविक स्वरूप संघर्ष हैं, जहां समाज और राष्ट्र में व्याप्त बुराईयों के खिलाफ जंग लड़नी होती हैं। 
हाल ही में घटने वाली घटनाएं गणराज्य की नींव में दीमक के समान है। उत्तर प्रदेश में प्रशासन की लापरवाही स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। लापरवाह प्रशासनिक अधिकारी और अपराधी जनता के साथ खुलेआम लूट-खसौट पर उतर आए हैं। जिम्मेदार जनप्रतिनिधि अपेक्षाकृत प्रक्रिया में संलिप्त हो गए हैं। गणराज्य की गरिमा को तार-तार करने की शुरुआत, प्रतीत हो रहा है उत्तर प्रदेश से ही होगी। न्यायपालिका को उत्तर प्रदेश की संवेदनशीलता पर स्वत: संज्ञान लेने की आवश्यकता है।
राधेश्याम    'निर्भयपुत्र'

भ्रष्टाचार के कारण औरैया के डीएम को निलंबित किया

भ्रष्टाचार के कारण औरैया के डीएम को निलंबित किया  

हरिओम उपाध्याय                   
लखनऊ। भ्रष्टाचार में लिप्त होने के साथ उसके खिलाफ आंख बंद करना तथा सरकारी कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बर्दाश्त नहीं है। मुख्यमंत्री के रूप में अपनी दूसरी पारी शुरू करने वाले योगी आदित्यनाथ ने बीते बुधवार को सोनभद्र के जिलाधिकारी टीके शिबू तथा गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को निलंबित किया था। सोमवार को उनके निर्देश पर 2013 बैच के आईएएस अफसर औरैया के डीएम सुनील कुमार वर्मा को निलंबित कर दिया गया है।
औरैया के जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा को भ्रष्टाचार और जनता की शिकायतें न सुनने के कारण निलंबित किया गया है। अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया है कि जिलाधिकारी के खिलाफ विजिलेंस जांच का निर्देश भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है। सुनील कुमार वर्मा के खिलाफ कई मामले मिलने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई की है। 
औरैया के डीएम सुनील कुमार को निलंबित करने के साथ ही उनकी संपत्तियों की विजिलेंस जांच कराने का भी निर्देश दिया गया है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़ी कई शिकायतें सीएम कार्यालय को मिली थीं। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार तथा काम में लापरवाही की भी शिकायत मिली हैं। औरैया के डीएम 2013 बैच के आइएएस अफसर सुनील कुमार वर्मा को सस्पेंड करने के बाद उनके खिलाफ जांच के आदेश भी दिए गए हैं। रायबरेली के निवासी सुनील कुमार वर्मा की विजिलेंस जांच होगी।

सीएम ने 'स्कूल चलो' अभियान का आगाज किया

सीएम ने 'स्कूल चलो' अभियान का आगाज किया  

सुनील पुरी           
फतेहपुर/श्रावस्ती। चार अप्रैल से तीस अप्रैल तक सभी परिषदीय विद्यालयों में वृहद स्तर पर आयोजित होने वाले 'स्कूल चलो' अभियान का सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रावस्ती जनपद से आगाज किया। जिसका सजीव प्रसारण जिले के 2,128 परीषदीय विद्यालयों में विधायकों, जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में बच्चों व शिक्षकों ने देखा। विकास भवन में भी कार्यक्रम का आयोजन हुआ। उसके तत्पश्चात डीएम ने बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे की उपस्थिति में सजीव प्रसारण देखा व सुना गया। इसके पश्चात जनपद स्तरीय स्कूल चलो अभियान कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण व दीप प्रज्जवलित करके किया। बच्चों ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के दिए गए निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। शिक्षक अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी से करें। परिषदीय विद्यालयों में बच्चों का नामांकन कार्य तत्तपरता के साथ करें। शिक्षा सभी का मौलिक अधिकार है। इससे कोई भी बच्चा वंचित न रहने पाए। बच्चों का नामांकन का शत-प्रतिशत करने के लिए कार्य योजना बनाकर अभिभावकों को शिक्षा के प्रति जागरूक करते हुए नामंकन कराया जाए। स्कूल चलो अभियान की बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिलाधिकारी ने जनपद में आज नामांकन करने वाले पांच बच्चों करन कक्षा 01, विकास खंड तेलियानी के प्राथमिक विद्यालय त्रिलोकीपुर, सुमन देवी कक्षा 06 उच्च प्राथमिक विद्यालय बिलन्दा, कु. कल्पना देवी कक्षा 06 उच्च प्राथमिक विद्यालय (कंपोजिट) अवधेशनगर, आयुष कुमार कक्षा 01 प्राथमिक विद्यालय कांधी, कु. शिवकुमारी कक्षा 01 प्राथमिक विद्यालय नरायनपुर (कम्पोजिट) को मॉडल के रूप रोली टीका, फूल, शिक्षा की किट देकर पढ़ने के लिए बच्चों का हौसला बढ़ाया। वर्ष 2021-22 के वार्षिक परीक्षा परिणाम में विकास खंड में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले बच्चों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। परिषदीय विद्यालयों में सर्वाधिक नामांकन करने वाले पांच प्रधानाध्यापकों को प्रशस्ति पत्र व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रशिक्षु आईएएस/जिला पंचायत राज अधिकारी निधि बंसल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित खंड शिक्षा अधिकारी एवं अध्यापकगण उपस्थित रहे।

'स्मार्ट फोन वितरण' कार्यक्रम का शुभारंभ किया

'स्मार्ट फोन वितरण' कार्यक्रम का शुभारंभ किया      

विजय कुमार                     
कौशाम्बी‌‌। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप अपर जिलाधिकारी जयचन्द्र पाण्डेय द्वारा महामाया राजकीय महाविद्यालय, ओसा में आयोजित स्मार्ट फोन वितरण कार्यक्रम का द्वीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया गया तथा स्मार्ट फोन वितरण योजना के प्रथम चरण में सोमवार को महाविद्यालय के स्नातक अन्तिम वर्ष के 48 छात्र-छात्राओं को स्मार्ट फोन वितरित किया गया। अपर जिलाधिकारी ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा युवा तकनीकी सशक्तिकरण हेतु टैबलेट/स्मार्ट फोन छात्र-छात्राओं को दिये जाने का सराहनीय निर्णय लिया गया है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि आप लोग अपने अध्ययन में इसका सदुपयोग कर लाभ उठायें इस अवसर पर प्राचार्य ने भी छात्र-छात्राओं को सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन स्मार्ट फोन नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार द्वारा किया गया। कार्यक्रम में डॉ. अरविन्द कुमार, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. नीलम वाजपेयी, डॉ. भावना केसरवानी, डॉ. रीता दयाल, डॉ. पवन कुमार, डॉ. रमेश कुमार, डॉ. संतोष कुमार एंव डॉ. शैलेश कुमार आदि उपस्थित रहें।

नवरात्रि का चौथा दिन, माता कूष्मांडा को समर्पित

नवरात्रि का चौथा दिन, माता कूष्मांडा को समर्पित    

सरस्वती उपाध्याय          
मंगलवार को चैत्र नवरात्रि का चौथा दिन है‌। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के चौथे दिन माता कूष्मांडा को समर्पित है। इस दिन मां की पूजा-अर्चना और उपासना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन साधक का मन 'अनाहत' चक्र में स्थित होता है। इसलिए बहुत ही पवित्र मन से कूष्माण्डा देवी के स्वरुप का ध्यान करके पूजा करनी चाहिए।
मां कूष्मांडा आठ भुजाओं वाली हैं, जो कि भक्तों की भक्ति से प्रसन्न होतर उनके दुखों और कष्टों का नाश करती हैं। धार्मिक मान्यता है कि मां को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि के दिनों में उनकी पूजा के बाद ये आरती अवश्य करें। मां प्रसन्न होकर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं।
साथ ही, कूष्माण्डा माता को आठ भुजा धारी भी माना जाता और इसलिए उनका नाम अष्टभुजा भी है। मान्यतानुसार, माता कूष्माण्डा के आठ हाथों में धनुष, चक्र, कमंडल, कलश, गदा, बाण, पुष्प और जप माला है। मां कूष्माण्डा को प्रसन्न करने के लिए नीले रंग के वस्त्र धारण करने की विशेष मान्यता है‌। भक्त इस दिन पूरे चाव से इस रंग के कपड़े पहनकर माता की पूजा करते हैं।
नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्माण्डा की पूजा करने के लिए श्रद्धाभाव से नहा-धोकर चौकी सजाई जाती है‌। इसके बाद जिस तरह अन्य देवियों की पूजा होती है। वैसे ही मां कूष्माण्डा को भी पूजा जाता है। कूष्माण्डा माता को भोग में मालपूए चढ़ाने की मान्यता है। कहते हैं कि मां कूष्माण्डा को प्रसन्न करना बेहद आसान है, वे कम से कम सेवा से भी खुश हो जाती हैं। वहीं, उनके मंत्र का जाप करना भी शुभ माना जाता है। 

कूष्माण्डा माता का मंत्र...

सुरासंपूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च | 
दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे ||


ध्यान मंत्र...

वन्दे वांछित कामर्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम्।

सिंहरूढ़ा अष्टभुजा कूष्माण्डा यशस्वनीम् ।।

भास्वर भानु निभां अनाहत स्थितां चतुर्थ दुर्गा त्रिनेत्राम्।

कमण्डलु, चाप, बाण, पदमसुधाकलश, चक्र, गदा, जपवटीधराम् ।।

पटाम्बर परिधानां कमनीयां मृदुहास्या नानालंकार भूषिताम्।

मंजीर, हार, केयूर, किंकिणि रत्नकुण्डल, मण्डिताम् ।।

प्रफुल्ल वदनांचारू चिबुकां कांत कपोलां तुंग कुचाम्।

कोमलांगी स्मेरमुखी श्रीकंटि निम्ननाभि नितम्बनीम् ।।

स्तोत्र पाठ...

दुर्गतिनाशिनी त्वंहि दरिद्रादि विनाशनीम्।

जयंदा धनदा कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम् ।।

जगतमाता जगतकत्री जगदाधार रूपणीम्।

चराचरेश्वरी कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम् ।।

त्रैलोक्यसुन्दरी त्वंहिदुःख शोक निवारिणीम्।

परमानन्दमयी, कूष्माण्डे प्रणमाभ्यहम् ।।

'एलओसी' पार करने का प्रयास, आतंकी मारा गया

'एलओसी' पार करने का प्रयास, आतंकी मारा गया 

इकबाल अंसारी          
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में सोमवार को सेना के सतर्क जवानों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार करने का प्रयास कर रहे एक आतंकवादी को मार गिराया और घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी।
रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने यहां बताया कि सेना ने राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश विफल कर दी। उन्होंने बताया कि हथियार और गोला-बारूद के साथ एक आतंकवादी का शव बरामद किया गया है। क्षेत्र में सेना का अभियान अभी जारी है।

वरिष्ठ नेता व पार्षद की मौंत, जांच कराने का आदेश

वरिष्ठ नेता व पार्षद की मौंत, जांच कराने का आदेश    

मिनाक्षी लोढी       
कोलकाता। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सोमवार को पुरुलिया जिले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और झालदा नगर पालिका के पार्षद तपन कुंडू की मौंत की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच कराने का आदेश दिया है। उच्च न्यायालय ने यह आदेश मृतक की पत्नी पूर्णिमा कुंडू की प्रार्थना के बाद दिया। न्यायमूर्ति राजशेखर महंता ने इस मामले में जांच एजेंसी को 45 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। चार दफा पार्षद रह चुके तपन कुंडू की 13 मार्च की शाम को गोली मारकर हत्या कर दी गई है। कुछ अज्ञात हमलावरों ने इस घटना को तब अंजाम दिया, जिस वक्त वह अपनी पत्नी के साथ टहल रहे थे। न्यायालय ने राज्य की पुलिस को तपन कुंडू हत्याकांड की जांच से जुड़े सभी दस्तावेज सौंपने का भी निर्देश दिया है। न्यायालय ने राज्य की पुलिस द्वारा इस पर की जा रही जांच की प्रगति पर भी असंतोष जताया है।
पुलिस ने मामले में आरोपियों में से एक झालदा थाना प्रभारी संजीव घोष को क्लीन चिट दे दिया है। मृतक की पत्नी पूर्णिमा ने अपने पति की हत्या में आईसी पर सांठगांठ का आरोप लगाया है। पुरुलिया जिले के पुलिस प्रमुख एस. सेल्वामुरुगन ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में नवनिर्वाचित पार्षद पूर्णिमा कंडू और उनके कुछ रिश्तेदारों द्वारा संजीव घोष के खिलाफ तपन को तृणमूल में शामिल होने और झालदा में नागरिक बोर्ड बनाने में सत्ताधारी पार्टी की मदद करने के लिए डराने-धमकाने के आरोप से इनकार किया।
अदालत ने कहा कि किसी ठोस नतीजे पर पहुंचने से पहले ही पुलिस कैसे किसी को क्लीन चिट दे सकती है। अदालत ने इस बात का भी जिक्र किया कि संजीव घोष अब भी अपनी ड्यूटी पर तैनात हैं और जांच के संबंध में उनसे पूछताछ भी की गई है।

सीबीआई के आवेदन पर लालू को नोटिस: एससी

सीबीआई के आवेदन पर लालू को नोटिस: एससी 

अविनाश श्रीवास्तव        
पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले के मामले में दोषी करार पाए गए थे। जिसके बाद चारा घोटाले के 2 मामलों में उन्हें जमानत मिल गई है। सीबीआई ने इस जमानत को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। सीबीआई ने झारखंड हाई कोर्ट के उस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल की है, जिसमें लालू प्रसाद यादव को जमानत पर रिहा करने को हरी झंडी दी गई थी। सीबीआई के इस आवेदन पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव को नोटिस जारी किया है। इस मामले में 4 हफ्ते के बाद सुनवाई की जाएगी। लालू प्रसाद यादव को झारखंड हाई कोर्ट ने दुमका और चाईबासा कोषागार मामले में जमानत पर रिहा करने के आदेश दे दिए थे। लेकिन चारा घोटाले के अन्य मामले में दोषी करार दिए जाने के कारण लालू फिलहाल जेल में है। अब जमानत मिल जाने के बाद इस मामले में सीबीआई ने झारखंड सरकार के साथ मिलकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। दरअसल सीबीआई ने इस घोटाले में जांच करने के बाद लालू प्रसाद यादव और अन्य आरोपियों को सजा दिलवाई थी। लेकिन सजा काट रहे आरोपी झारखंड सरकार की न्यायिक हिरासत में हैं। इसलिए झारखंड सरकार भी इसमें पक्षकार है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में नोटिस जारी कर लालू प्रसाद यादव से जवाब तलब किया है।
सुनवाई के दौरान झारखंड सरकार के माध्यम से सीबीआई ने कहा कि लालू प्रसाद यादव को दी गई जमानत का आधार गलत है। क्योंकि अपराधी लालू प्रसाद यादव ने अपेक्षित समय जेल में नहीं बताया है। सीबीआई ने सर्वोच्च न्यायालय में कहा है कि झारखंड उच्च न्यायालय ने लालू की जमानत याचिका मंजूर कर अपना फैसला सुनाते हुए कहा था कि लालू पहले ही जेल में सजा का आधा हिस्सा काट चुके हैं, जबकि यह सत्य नहीं है।
हमारी नजर में आम आदमी की आवाज जब होती है बेअसर तभी बनती है बड़ी खबर। पूरब हो या पश्चिम, उत्तर हो या दक्षिण सियासत का गलियारा हो या गांव गलियों का चौबारा हो सारी दिशाओं की हर बड़ी खबर, खबर के पीछे की खबर और एक्सक्लूसवि विश्लेषण का ठिकाना है TheRuralPress सटीक सूचना के साथ उसके सभी आयामों से अवगत कराना ही हमारा लक्ष्य है। ग्लैमर दुनिया, जुर्म की गली हो या खेल गांव, टेकनोलॉजी हो या किसी मुद्दे पर बेबाक राय सब कुछ इसी प्लेटफॉर्म पर। हम बताएंगे इतिहास के कुछ ऐसे किस्से जिनसे आप हिल जाएंगे। TRP के इरादे हैं आपको खबर के हर उस पहलू से रू-ब-रू कराने के, जो आपके लिए जरूरी हैं।

शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी, जानिए

शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी, जानिए    

सरस्वती उपाध्याय          
चैत्र नवरात्रि के 9 दिन भक्तजन माता को प्रसन्न करने के लिए पूरे विधि विधान से पूजा करते हैं और अपनी सभी मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए श्रद्धा पूर्वक व्रत भी रखते हैं। व्रत के दौरान शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है। अक्सर लोग व्रत रखने के दौरान कम मात्रा में पानी का सेवन करते हैं, जिसके कारण शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। ऐसे में कुछ ड्रिंक्स के सेवन से शरीर को हाइड्रेट रखा जा सकता है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपनी इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि नवरात्रों में व्रत के दौरान किन ड्रिंक्स का सेवन कर सकते हैं।
नींबू से बने ड्रिंक के सेवन से शरीर को हाइड्रेट रखा जा सकता है। ऐसे में आप एक गिलास पानी में नींबू को अच्छे से निचोड़ें और अगर आप चाहें तो इसमें आधा चम्मच सेंधा नमक भी मिला सकते हैं, अब बने मिश्रण का सेवन करें। ऐसा करने से शरीर हाइड्रेट रह सकता है।
नारियल पानी के सेवन से शरीर को हाइड्रेट रखा जा सकता है। ऐसे में आप सुबह और शाम दोनों टाइम नारियल पानी का सेवन कर सकते हैं इससे शरीर की कमजोरी भी दूर हो सकती है।
तरबूज के सेवन से भी शरीर को हाइड्रेट रखा जा सकता है। ऐसे में आप दो टाइम तरबूद के जूस का सेवन कर सकते हैं। इसके अंदर विटामिन, बीटा कैरोटीन और लाइकोपीन भी पाया जाता है जो पानी की कमी को दूर करने में आपके काम आ सकता है।
खीरे के पानी के सेवन से भी शरीर में पानी की कमी को दूर किया जा सकता है। ऐसे में आप दो टाइम खीरे के पानी के सेवन करें इसके अंदर पाई जाने वाली एंटी इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टीज शरीर को व्रत के दौरान कमजोरी से दूर रखने में मदद करेंगी।

यशवंत को 6 साल के लिए पार्टी से निष्‍कासित किया

यशवंत को 6 साल के लिए पार्टी से निष्‍कासित किया   

संदीप मिश्र            
आजमगढ़। उत्तर प्रदेश विधानसभा में प्रचंड जीत के बाद भाजपा का पूरा फोकस विधान परिषद चुनावों पर है। दरअसल, 9 अप्रैल को यूपी विधान परिषद की 36 सीटों के लिए मतदान होना है। हालांकि इसमें से भाजपा ने 9 सीटों पर निर्विरोध जीत हासिल कर ली है और बाकी 27 सीटों के लिए उसने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। वहीं, इस दौरान पार्टी को आजमगढ़-मऊ सीट पर अपने ही एमएलसी के कारण चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से भाजपा ने एमएलसी यशवंत सिंह को छ: साल के लिए पार्टी से निष्‍कासित कर दिया है।
बता दें कि यूपी विधान परिषद चुनाव में आजमगढ़-मऊ सीट से भाजपा ने अपने पूर्व विधायक अरुणकांत यादव को मैदान में उतारा है।‌ वहीं, पार्टी के एमएलसी यशवंत सिंह के बेटे विक्रांत सिंह भी बागी होकर मैदान में कूद गए हैं। इसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्‍वतंत्र देव सिंह के निर्देश पर सिंह के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई की गयी है। अरुणकांत यादव सपा विधायक और बाहुबली रमाकांत यादव के बेटे हैं।
एमएलसी यशवंत सिंह पर लगा ये आरोप।
इसके अलावा भाजपा ने एमएलसी यशवंत सिंह पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार करने का आरोप लगाया है। दरअसल सिंह अपने बेटे और निर्दलीय प्रत्याशी विक्रांत सिंह के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। वहीं, 2017 में यशवंत सिंह सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
वैसे विक्रांत सिंह ने एमएलसी के लिए नामांकन करने के बाद कहा था कि वह पिछले काफी दिनों से चुनाव की लगातार मेहनत कर रहे थे, लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष और एमएलसी का टिकट सिर्फ इस वजह से काट दिया गया, क्‍योंकि मेरे पिता एमएलसी हैं। इसलिए मैंने जनता के आर्शिवाद से निर्दलीय ही नामांकन दाखिल किया है। इसके साथ विक्रांत सिंह ने कहा कि मैं जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था और 10 हजार वोटों से जीता था।

सीएम ममता ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना

सीएम ममता ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना      


मिनाक्षी लोढी                 

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईंधन की आसमान छूती कीमतों को लेकर सोमवार को भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने मौजूदा आर्थिक समस्याओं के समाधान के उपाय तलाशने के लिए केंद्र से एक सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग भी की। ममता ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने गैर-भाजपा शासित राज्यों में भगवा दल द्वारा किए जा रहे ‘अत्याचारों’ से ध्यान भटकाने के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि की है।

राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से बातचीत में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि ईंधन की कीमतों में वृद्धि से निपटने के लिए केंद्र के पास कोई योजना नहीं है। इस संकट के लिए भाजपा जिम्मेदार है। यह उत्तर प्रदेश चुनाव में जीत के बाद देश के लिए उसका रिटर्न गिफ्ट है। साथ कहा कि विरोधी दलों के खिलाफ सीबीआई और ईडी जैसी जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने के बजाय केंद्र को मौजूदा आर्थिक समस्याओं का हल तलाशने के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए।

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...