रविवार, 27 मार्च 2022

बिहार: सीएम नीतीश पर बनाईं जाएगी फिल्म

बिहार: सीएम नीतीश पर बनाईं जाएगी फिल्म   

अविनाश श्रीवास्तव       
पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तरह अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी फिल्म बनाई जा रही है। केशव मूवीज इंटरटेनमेंट सीएम नीतीश कुमार पर फिल्म सुशासन ‘द बिगनिंग ऑफ न्यू इरा’ बनाएगा। यह जानकारी फिल्म के निर्देशक अमित विक्रम ने छोटी सरैयागंज स्थित कमलू बाबू के आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में दी।
फिल्म के निर्देशक अमित विक्रम ने कहा कि फिल्म के माध्यम से बिहार में 1990 से 2005 तक हुए राजनीतिक घटनाक्रम को दिखाया जाएगा। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर भी एक फिल्म बन रही है, जो जल्द ही आपको देखने को मिलेगी। यह फिल्म भोजपुरी में बन रही है जिसका नाम लालटेन रखा गया है।
राजद सुप्रीमो के छात्र राजनीति वाले जीवन से लेकर आगे मुख्यमंत्री व मंत्री बनने तक के सफर को इस फिल्म में दिखाया गया है। लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी का किरदार भी इस फिल्म में देखने को मिलेगा। लालू यादव के संघर्ष भरे जीवन में उनका साथ और भूमिका को भी फिल्माया गया है।
भोजपुरी फिल्म लालटेन में अभिनेता यश कुमार ने लालू यादव का किरदार निभाया है। राबड़ी देवी की भूमिका में अभिनेत्री स्मृति सिन्हा नजर आएंगी। नेताओं के जीवन पर बनने वाले फिल्म का इंतजार दर्शकों को भी बेसब्री से है। अब लालू यादव के बाद नीतीश कुमार पर बनने वाली फिल्म की भी चर्चा जोरों पर है।
राबड़ी देवी पर एक फिल्म हाल में विवादों में भी रही थी। महारानी फिल्म को लेकर राबड़ी देवी के समर्थकों ने नाराजगी भी जताई थी। वहीं सीवान के बाहुबली सांसद रहे शहाबुद्दीन पर भी बनी फिल्म चर्चे में है। यह बनने से पहले ही विवादों में घिर गई है।

जब तक कश्मीर मुद्दा अनसुलझा, तब तक शांति नहीं

जब तक कश्मीर मुद्दा अनसुलझा, तब तक शांति नहीं       

इकबाल अंसारी 

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भाजपा सरकार से पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ बातचीत का अपना आह्वान दोहराते हुए कहा कि जब तक कश्मीर मुद्दा अनसुलझा रहेगा, तब तक शांति नहीं आएगी। महबूबा ने लोगों से अगले विधानसभा चुनावों में गुपकर घोषणापत्र गठबंधन के घटकों को मतदान करने का आह्वान किया। जिससे भाजपा के सत्ता हासिल करने के प्रयास को विफल किया जा सके। पीएजीडी नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी सहित कई पार्टियों का एक गठबंधन है।

पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर पिछले 70 सालों से समाधान का इंतजार कर रहा है। जब तक कश्मीर मुद्दा हल नहीं हो जाता, तब तक इस क्षेत्र में शांति नहीं होगी और इसके लिए पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ बातचीत जरूरी है। उन्होंने जम्मू के अपने सप्ताह भर के दौरे के आखिरी दिन रामबन में एक कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, दोनों पाकिस्तान गए, लेकिन जब हम इसके बारे में बात करते हैं तो वे क्षुब्ध क्यों हो जाते हैं।

महबूबा ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार केंद्र शासित प्रदेश के अंदर और बाहर युवाओं को जेल भेजकर सिर्फ दमन की भाषा बोल रही है। भाजपा को उसके इस दावे को लेकर आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पार्टी ने सब कुछ ठीक कर दिया है, उन्होंने कहा कि अगर उनका दावा सही है, तो कश्मीर में 10 लाख सैनिकों को तैनात करने की क्या आवश्यकता है? भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए लोगों से पीएजीडी को वोट देने का आह्वान करते हुए भले ही पार्टियां गठबंधन करें या अकेले चुनाव मैदान में उतरें- उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता हथियाना चाहती है और 5 अगस्त 2019 के अपने असंवैधानिक और अवैध निर्णय पर मुहर लगावाना चाहती है। हमें परिपक्वता का प्रदर्शन करना होगा और अपने वोटों का उपयोग उनके गलत मंसूबों को परास्त करने के लिए करना होगा। महबूबा ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नाशरी सुरंग का नाम दिवंगत नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखने के लिए भाजपा पर कटाक्ष किया और कहा कि एक स्थानीय राजनेता या किसी संत का नाम बेहतर होता। उन्होंने लोगों से सांप्रदायिक सद्भावना बनाए रखने का आह्वान करते हुए कहा कि हम महात्मा गांधी के भारत में शामिल हुए और वे इसे उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे के भारत में तब्दील करना चाहते हैं। जम्मू-कश्मीर पहले ही उनके हाथों से फिसल चुका है और अगर सुधारात्मक उपाय नहीं किए गए तो यह और खिसक जाएगा।

1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भाजपा लोगों का ध्रुवीकरण करने के इरादे से इसे बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि इसके बजाय, पिछले आठ वर्षों में पंडितों के पुनर्वास के लिए भाजपा का प्रयास बेहतर होता। परिसीमन आयोग को भाजपा का आयोग बताते हुए महबूबा ने कहा कि उनकी पार्टी पहले ही इसे खारिज कर चुकी है। आयोग ने अपने मसौदा प्रस्ताव के माध्यम से सब कुछ अस्त-व्यस्त कर दिया है। हमें इसमें कोई विश्वास नहीं है।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-170, (वर्ष-05)
2. सोमवार, मार्च 28, 2022
3. शक-1984, चैत्र, कृष्ण-पक्ष, तिथि-एकादशी, विक्रमी सवंत-2078। 
4. सूर्योदय प्रातः 07:04, सूर्यास्त: 06:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 22 डी.सै., अधिकतम-37+ डी सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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           (सर्वाधिकार सुरक्षित)

शनिवार, 26 मार्च 2022

एकेडमी विद्यालय में दीक्षान्त समारोह का आयोजन

एकेडमी विद्यालय में दीक्षान्त समारोह का आयोजन   

संदीप मिश्र         
बाराबंकी। सेन्ट्रल एकेडमी विद्यालय में बच्चों को शिक्षा के अगले सोपान पर जाने के लिए एक दीक्षान्त समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के पूजन अर्चन से किया गया। गणेश वन्दना द्वारा सिद्धि विनायक गणेश को अपना भाव समर्पित किया गया।
छोटे-छोटे बच्चों द्वारा कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। एक छोटी सी नाटिका द्वारा बताया गया कि किस तरह नर्सरी से प्रेप तक क्या क्या सीख कर इन सोपानों को पार किया गया। अक्षर ज्ञान, संगीत नृत्य द्वारा ककहरा सीखने की सारी प्रक्रिया बताई गई। अन्त में बच्चों को नयी कक्षा में जाने हेतु उपाधि पत्र, प्रदान किया गया तथा शपथ ग्रहण कराया गया। विद्यालय प्रधानाचार्या डॉ. अंजली श्रीवास्तव सहित सभी शिक्षकों द्वारा बच्चों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई।

पर्यावरण की सुरक्षा, निरन्तर प्रयासरत हैं एसोसिएशन

पर्यावरण की सुरक्षा, निरन्तर प्रयासरत हैं एसोसिएशन         

अश्वनी उपाध्याय                   
गाजियाबाद। जिला पेरेंट्स एसोसिएशन अभिभावको के हितो की रक्षा एवं पर्यावरण की सुरक्षा के लिए बिना रुके, बिना थके निरन्तर प्रयासरत है। गाजियाबाद के विजय नगर स्थित सेक्टर -9 के रामलीला मैदान में लगाए जा रहे दूसरे चरण के दो दिवसीय किताब कॉपी, ड्रेस एक्सचेंज मेले का शुभारंभ महानगर गाज़ियाबाद के उद्यान प्रभारी डाॅ. अनुज कुमार सिंह के कर कमलों द्वारा हुआ। डाॅ. अनुज सिंह ने फीता काट कर एवं मेले में आये अभिभावको को अपने हाथों से कॉपी किताब एक्सचेंज कराकर बुक एक्सचेंज मेले का उद्घाटन किया। 
बुक एक्सचेंज मेले में जबरदस्त उत्साह के साथ एक दूसरे से किताब कॉपी एक्सचेंज करने के लिए भीड़ लगनी शरू हो गई और शनिवार दोपहर एक बजे तक लगभग 900 अभिभावको की किताब कॉपी एक्सचेंज कर दी गई। शहर के सीबीएसई / आईसीएसई / यूपी बोर्ड में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावको ने बुक एक्सचेंज मेले के माध्य्म से किताब कॉपी एक्सचेंज करके भरपूर लाभ उठाया। जीपीए द्वारा लगातार पाँचवे वर्ष लगाए जा रहे। इस निःशुल्क बुक एक्सचेंज मेले को पूरे भारत वर्ष से प्रसंशा मिल रही है और अपने अपने राज्यो में पेरेंट्स के लिए कार्य कर रही संस्थाओं ने जीपीए की तर्ज में अपने यहाँ बुक एक्सचेंज मेले का आयोजन शरू करना प्रारंभ कर दिया है। जिससे जीपीए की शिक्षा में बदलाव की मुहिम को बल मिलता दिखाई पड़ रहा है। इस मुहिम से जहाँ किताब कॉपी के नाम पर निजी स्कूलों द्वारा प्रत्येक वर्ष की जा रही लूट पर रोक लग रही है और अभिभावको हजारो रुपये बचाकर को आर्थिक राहत मिल रही है। 
वही, दूसरी तरफ किताब कॉपी प्रिंटिंग के लिए देश के लाखों पेड़ो को कटने से भी बचाया जा रहा है और पर्यावरण को स्वस्छ बनाने में भी मदद मिल रही है। इस बार जीपीए का लक्ष्य इस मुहिम के माध्य्म से कम से कम पचास हजारो अभिभावको को एक दूसरे से किताब कॉपी, ड्रैस एक्सचेंज कराने लक्ष्य है। जिसको सफल करने के लिए गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की पूरी टीम प्रयासरत है।

डीएम खत्री ने मेजा खास का औचक निरीक्षण किया

डीएम खत्री ने मेजा खास का औचक निरीक्षण किया    

बृजेश केसरवानी              
प्रयागराज। जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने शनिवार को 'गोवंश आश्रय स्थल' मेजा खास का औचक निरीक्षण किया। जिसमें साफ- सफाई के अभाव में गंदगी पाई गई। लापरवाही को लेकर डीएम ने ग्राम पंचायत सचिव अमरनाथ वर्मा को फटकार लगाते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि दी। उन्होंने देखा की ग्राम पंचायत सचिव द्वारा बड़ी लापरवाही करते हुए गोवंश का गोबर और मिट्टी दोनों एक साथ मिले हुए देखकर डीएम भड़क उठे और उन्होंने कहा कि आगे से गोबर अलग और मिट्टी अलग रखा जाए। 
बड़ी लापरवाही को देखकर डीएम ने खंड विकास अधिकारी मेजा ब्रह्मपाल सिंह से ग्राम सचिव को सस्पेंड करने की बात कही तो उन्होंने एक मौका देने का निवेदन किया। डीएम ने रखरखाव को देखते हुए मवेशियों को चारा के लिए भूसे के कमरे में जाकर के भूसा का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। उन्होंने सबसे पहले साफ सफाई का निरीक्षण करते हुए ग्राम सचिव को फटकार लगाई। वही उन्हें इस लापरवाही के लिए प्रतिकूल प्रविष्टि दी। बता दें कि जिलाधिकारी  प्रयागराज दोपहर लगभग 2 बजे के करीब गोवंश आश्रय स्थल मेजा खास पहुंचकर सबसे पहले साफ सफाई का निरीक्षण किया। जहां गंदगी को देखकर के भड़क उठे।
उन्होंने ग्राम पंचायत सचिव को फटकार लगाते हुए प्रतिदिन सफाई करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मवेशियों के लिए पानी और चारे के लिए की व्यवस्था का आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गाय की सेवा करना पुण्य का काम है।
गोबर और मिट्टी को एक साथ देख कर के डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए ग्राम सचिव को फटकार लगाई और उन्हें सस्पेंड करने की बात कही। खंड विकास अधिकारी मेजा ब्रह्म पाल सिंह के निवेदन पर उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि दी। इस मौके पर उपजिलाधकारी मेजा विनोद पांडेय भी मौजूद रहे।

प्रापर्टी डीलिग छोड़, अपना असली काम करें लेखपाल

प्रापर्टी डीलिग छोड़, अपना असली काम करें लेखपाल        

अश्वनी उपाध्याय                        

गाजियाबाद। गाजियाबाद सदर, लोनी व मोदीनगर सहित तीनों तहसील में तैनात लेखपाल प्रापर्टी डीलिग छोड़कर अपना असली काम करें। अगर लेखपाल अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन सही तरीके से करें तो व्यवस्था में जमीनी स्तर पर सुधार होगा। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने शनिवार को यह बातें कहीं। दरअसल, मोदीनगर तहसील में तैनात एक महिला लेखपाल ने ड्यूटी पर आपत्ति दर्ज करते हुए दूसरे विभाग की ड्यूटी करने से मना कर दिया था। इस पर शनिवार को नियमित जन सुनवाई के दौरान ही डीएम राकेश कुमार सिंह ने शासन स्तर से जारी भू-लेख नियमावली की पुस्तिका मंगवाई और नियमावली के एक-एक बिदु को पढ़ते हुए लेखपाल के कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। इसमें उन्होंने अवैध शराब, जमीनों पर कब्जे, सहकारी आवास के घोटाले, क्षेत्र में बीमारी फैलने की रोकथाम व घर-घर जाकर वोटर लिस्ट बनाने व पुनरीक्षित करने, पुलिस के कार्य में मदद, पशुओं के टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा व स्वास्थ्य संबंधी कार्यों समेत समस्त दायित्वों का जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि एसडीएम व तहसीलदार कोई भी भू-लेख नियमावली का गहनता से अध्ययन नहीं करता है। इसीलिए लेखपाल मनमानी करते हैं। लेखपाल अपनी कार्यशैली में तुरंत सुधार कर लें, अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें। जल्द तीनों तहसील में औचक निरीक्षण किया जाएगा। लेखपालों की मनमानी बर्दाश्त नहीं होगी। डीएम ने भू-लेख नियमावली की पुस्तिका उक्त महिला लेखपाल को देते हुए कहा कि यह नियमावली अपने बाकी सभी साथियों को भी पढ़वाएं, ताकि वह अपने मूल कार्यों के प्रति जागरूक होकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन गंभीरता से कर सकें।

लोगों का आरोप है कि गाजियाबाद सदर समेत जिले की तीनों तहसील में एसडीएम व तहसीलदार के चहेते लेखपाल व राजस्व निरीक्षक अपना असली काम छोड़कर हमेशा विशेष ड्यूटी पर रहते हैं। अपने असली कार्य को यह लेखपाल बेगार मानते हैं। एसडीएम व तहसीलदार का सिर पर हाथ होने के कारण इनका दिमाग हमेशा सातवें आसमान पर रहता है। यही कारण है कि विशेष ड्यूटी पर होने के कारण यह लेखपाल सेंटिग कर कुछ भी काला या सफेद कर देते हैं। इसके बाद भी इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है, बल्कि बड़ी-बड़ी गड़बड़ी पर भी पर्दा डाल दिया जाता है।

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...