रविवार, 13 फ़रवरी 2022

बड़े पैमाने पर रोजगार के नए अवसर बनेंगे: सीएम

बड़े पैमाने पर रोजगार के नए अवसर बनेंगे: सीएम   
दुष्यंत टीकम             
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को प्रसारित लोकवाणी में कहा कि पर्यटन से भी राज्य में बड़े पैमाने पर रोजगार के नए अवसर बनेंगे। हम जिस वातावरण में पले-बढ़े हैं, उसमें हमारे पुरखों और माता-पिता से हमें धार्मिक सद्भाव और सांस्कृतिक एकता के संस्कार मिले हैं। आस्था के कारण हमारे मन में किसी स्थान पर दर्शन के लिए जाने की इच्छा पैदा होती है। आस्था से आत्मबल मजबूत होता है और ऐसे पर्यटन पर होने वाला खर्च लोगों को संतोष देता है इसलिए हमने आस्था स्थलों के विकास की रणनीति अपनाई है। इससे नए-नए स्थानों पर अधोसंरचना का विकास होता है। इसमें जो सामग्री लगती है, उससे स्थानीय स्तर पर उद्योग व्यापार पनपता है। 
स्थानीय सामग्री का वेल्यू एडीशन होता है। स्थानीय उत्पादों को अच्छा दाम मिलता है। राम वन गमन पथ के अंतर्गत कोरिया से लेकर सुकमा जिले तक 75 स्थानों का चिन्हांकन किया गया है। प्रथम चरण में 9 स्थानों का विकास किया जा रहा है। चन्दखुरी-जिला रायपुर में माता कौशल्या मंदिर परिसर का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण किया गया है, जिसके कारण यहां बड़े पैमाने पर पर्यटक पहुंचने लगे हैं। आदिवासी अंचलों में देवगुड़ी तथा घोटुल स्थलों का विकास किया जा रहा है। सतरेंगा, सरोधा दादर, बालाछापर सरना, गंगरेल आदि स्थानों पर नए तरह के पर्यटन की सुविधाएं विकसित की गई हैं, जिससे इन स्थानों में बड़ी संख्या में लोग पहुंचने लगे हैं। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पर भी बढ़े हैं। छत्तीसगढ़ी खान-पान को प्रोत्साहित करने के लिए गढ़ कलेवा की स्थापना 16 जिलों में कर दी गई है। हमने छत्तीसगढ़ की अपनी फिल्म विकास नीति भी लागू कर दी है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि कोरोना काल में हमने सिर्फ छत्तीसगढ़ के ही नहीं बल्कि यहां से गुजरकर दूसरे राज्यों को जाने वाले मजदूरों की भी मदद की है। हमने अपने राज्य के मजदूरों के खाने-पीने, ठहरने, गांवों में क्वारंटाइन होने, जांच और उपचार की व्यवस्था के अलावा उन्हें अपने ही राज्य में रोजगार दिलाने के उपाय किए थे। हमारे बेहतर प्रबंधन को राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली थी। उसी समय हमने घोषणा की थी कि प्रवासी श्रमिकों के लिए नीति बनाएंगे। इस तरह हमने छत्तीसगढ़ प्रवासी श्रमिक नीति 2020 को तैयार कर अधिसूचित किया है। इस नीति के तहत वापस लौटे प्रवासी श्रमिकों का ऑनलाइन पंजीयन किया गया। पलायन पंजी के ऑनलाइन संधारण की व्यवस्था की गई है। हम संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों के श्रमिकों के कल्याण की योजनाएं संचालित कर रहे हैं। श्रमिकों के परंपरागत कौशल को नवीन ज्ञान से संवारने हेतु उनके प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है। हम छत्तीसगढ़ में ऐसे अवसर पैदा कर रहे हैं कि हमारे प्रदेश के श्रमिकों को अन्य प्रदेशों में जाना ही नहीं पड़े। उनका कौशल और मेहनत राज्य के विकास के काम आए।
भारत सरकार की ओर से असंगठित श्रमिकों के पंजीयन के लिए जो ई-श्रम पोर्टल बनाया गया है। उसमें भी हमने 64 लाख श्रमिकों का पंजीयन करते हुए देश में तीसरा स्थान हासिल किया है। हमने कारखाना अधिनियम के तहत कामगारों की सेवानिवृत्ति आयु 58 से बढ़ाकर 60 वर्ष कर दी है। इसके अलावा दो नई योजनाओं की घोषणा 26 जनवरी के अवसर पर की है। प्रत्येक जिला मुख्यालय तथा विकासखण्ड स्तर पर ‘मुख्यमंत्री श्रमिक संसाधन केन्द्र’ की स्थापना की जाएगी।
श्रमिक परिवारों की बेटियों की शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार तथा विवाह में सहायता के लिए ‘मुख्यमंत्री नोनी सशक्तीकरण सहायता योजना’ शुरू की जाएगी। इस योजना के तहत ‘छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल’ में पंजीकृत हितग्राहियों की प्रथम दो पुत्रियों के बैंक खाते में 20-20 हजार रुपए की राशि का भुगतान एकमुश्त किया जाएगा। विगत तीन वर्षों में एक ओर जहां नक्सलवाद और उसकी हिंसक गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगा है वहीं दूसरी ओर उद्योग, व्यापार और कारोबार में लगे लोगों को यह विश्वास हुआ है कि सरकार उनके साथ खड़ी है। प्रदेश के आर्थिक विकास के लिए उत्साहजनक वातावरण निर्मित हुआ है, जिससे हर क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़े हैं।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हमने अधोसंरचना विकास के लिए बहुस्तरीय रणनीति अपनाई है। प्रदेश में 21 हजार करोड़ रुपए से अधिक लागत से सड़कों के निर्माण की कार्ययोजना बनाई गई है, जिसमें विभिन्न स्तरों पर काम चल रहा है। प्रदेश में सिंचाई क्षमता बढ़ाने के लिए केलो परियोजना, खारंग परियोजना, मनियारी परियोजना, अरपा भैंसाझार परियोजना को इस वर्ष पूर्ण करने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा हमने अनेक व्यावहारिक उपाय करते हुए मरम्मत व अन्य तरीकों से वास्तविक सिंचाई क्षमता को दोगुना कर दिया है। हमने विगत तीन वर्षों में डॉक्टरों तथा मेडिकल स्टाफ की संख्या लगभग दोगुनी कर दी है। विभिन्न विभागों के निर्माण कार्यों से स्थानीय युवाओं को जोड़ने के लिए हमने ई-श्रेणी पंजीयन की व्यवस्था की है, जिसमें विकासखण्ड स्तर पर 5 हजार युवाओं का पंजीयन किया गया है और उन्हें 200 करोड़ रूपए से अधिक लागत के काम सीमित प्रतियोगिता के आधार पर दिए गए हैं। इसके साथ ही ग्रामीण अधोसंरचना के विकास के लिए सुराजी गांव योजना संचालित की जा रही है। 
नरवा, गरुवा, घुरुवा और बारी के विकास से बहुत बड़े पैमाने पर ग्रामीण कारोबार के अवसर बढ़े हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था के लिए चार तरह के संसाधनों का सबसे ज्यादा योगदान हो सकता है-पहला खनिज, दूसरा कृषि, तीसरा वानिकी और चौथा मानव संसाधन। खनिज आधारित उद्योगों की स्थापना के लिए पूर्व में अनेक प्रयास हुए हैं लेकिन उनकी अपनी सीमाएं भी हैं। कृषि, वन और मानव संसाधन की भागीदारी को बहुत बड़े पैमाने में बढ़ाने की संभावनाएं हैं, जिस पर पहले गंभीरता से काम नहीं किया गया। दशकों से कृषि के नाम पर धान, वन के नाम पर तेन्दूपत्ता और मानव संसाधन के नाम पर सीमित सरकारी नौकरियों से अधिक की सोच नहीं रखी गई। हमने पूरी रणनीति ही बदल दी है। खनिज आधारित उद्योगों के स्थान पर ऐसे उद्योगों को प्राथमिकता दी गई जिससे पर्यावरण प्रभावित न हो। कृषि और वानिकी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई। 
एक ओर धान की खेती करने वाले किसानों का मनोबल बढ़ाया वहीं दूसरी ओर वैकल्पिक फसलों के प्रति भरपूर जागरुकता पैदा की गई। हम बरसों से यह सुनते आए थे कि धान और गरीबी का चोली-दामन का साथ होता है। हमने इस कहावत को झुठला दिया है। अब हमारे धान उत्पादक किसान भी समृद्ध हैं। यही वजह है कि प्रदेश में धान की उत्पादकता और उत्पादन में रिकार्ड तोड़ वृद्धि हुई है। वहीं हर साल समर्थन मूल्य पर खरीदी का भी नया कीर्तिमान बना है। वर्ष 2017-18 में सिर्फ 15 लाख 77 हजार पंजीकृत किसान थे, जो अब बढ़कर 22 लाख 66 हजार हो गए। इसमें से 21 लाख 77 हजार किसानों ने धान बेचा है। खेती का रकबा 22 लाख से बढ़कर 30 लाख 11 हजार हेक्टेयर हो गया। धान की खरीदी 56 लाख 88 हजार से बढ़कर लगभग 98 लाख मीट्रिक टन हो गई। इसके अलावा मक्का, गन्ना, तिलहन, दलहन, लघु धान्य फसल, उद्यानिकी फसलों का विकास भी तेजी से हो रहा है।

फिल्म ‘गहराइयां’ को प्राइम वीडियो पर रिलीज किया

फिल्म ‘गहराइयां’ को प्राइम वीडियो पर रिलीज किया   

कविता गर्ग     

मुंबई। दीपिका पादुकोण, अनन्या पांडे और सिद्धांत चतुर्वेदी स्टारर फिल्म ‘गहराइयां’ हाल ही में ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज कर दी गई है। फिल्म की कहानी नई पीढ़ी के रिश्तों की उलझन और इसकी नादानियों को लेकर है। दीपिका पादुकोण की फिल्म के बारे में सवाल करने पर एक पत्रकार को लताड़ने के बाद अब कंगना रनौत ने जैसे इस फिल्म के बारे में पूरा रिव्यू ही लिख डाला है। कंगना रनौत ने दीपिका पादुकोण की फिल्म की जमकर बुराई की है।

अब देखना ये होगा कि क्या ये सब कुछ बॉलीवुड की एक नई कैट फाइट को जन्म देने जा रहा है या फिर दीपिका पादुकोण इस मामले पर खामोश ही रहेंगी? शनिवार रात कंगना रनौत ने अपनी इंस्टा स्टोरीज पर मनोज कुमार और माला सिन्हा की फिल्म ‘हिमालय की गोद में’ का गाना ‘चांद सी महबूबा हो मेरी’ को शेयर करते हुए लिखा, ‘मैं भी स्टार ऑफ द मिलेनियम हूं लेकिन फिर भी इस तरह के रोमांस को पहचानती और समझती हूं।

कंगना रनौत ने अपनी इंस्टा स्टोरी में लिखा, ‘मिलेनियम/नई पीढ़ी और शहरी फिल्मों के नाम पर प्लीज ये सब कबाड़ मत बेचो। खराब फिल्में खराब फिल्में ही होती हैं। कितना भी शरीर या पोर्नोग्राफी दिखा लो, इसे बचा नहीं पाओगे। देखो बुनियादी फैक्ट ये है कि इसमें गहराइयां वाली कोई बात ही नहीं है।’ कंगना रनौत ने अपनी इस पोस्ट के जरिए दीपिका की फिल्म को सिरे से खारिज कर दिया है। मालूम हो कि दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘गहराइयां’ को लेकर पब्लिक सेंटीमेंट बस ठीक-ठाक ही रहा है। फिल्म का रिव्यू कुछ खास जोरदार नहीं रहा है, ऑडियंस का रिएक्शन भी इस फिल्म पर सादा ही रहा है। कोविड और बाकी चीजों को ध्यान में रखते हुए फिल्म को अमेजन प्राइम पर रिलीज किया गया है जिसके दाम पिछले दिनों ही बढ़ाए गए हैं। ऐसे में फिल्म चारों खाने चित भी हो सकती है।

हिजाब पहनने वाली लड़की 'भारतीय पीएम' बनेगी

हिजाब पहनने वाली लड़की 'भारतीय पीएम' बनेगी   

इकबाल अंसारी      

बेंगलुरु। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि एक दिन हिजाब पहनने वाली लड़की भारत की प्रधानमंत्री बनेगी। उनका यह बयान कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद के बीच आया है। आपको बता दें कि उडुपी के एक सरकारी कॉलेज में मुस्लिम छात्रों के एक समूह को हिजाब पहनने के कारण उनके क्लास में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। एआईएमआईएम चीफ ओवैसी ने रविवार को एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि हिजाब पहनकर महिलाएं कॉलेज जाएंगी, जिला कलेक्टर, मजिस्ट्रेट, डॉक्टर, व्यवसायी वगैरह बनेंगी। एक रैली में लोगों को संबोधित करते हुए ओवैसी को वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मैं इसे देखने के लिए जीवित नहीं हो सकता, लेकिन मेरे शब्दों पर ध्यान दें। एक दिन हिजाब पहनने वाली लड़की प्रधानमंत्री होगी।”

उन्होंने कहा, “अगर हमारी बेटियां फैसला करती हैं और अपने माता-पिता से कहती हैं कि वे हिजाब पहनना चाहती हैं, तो उनके माता-पिता उनका समर्थन करेंगे। देखते हैं कि उन्हें कौन रोक सकता है!”इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ओवैसी से उनके बयान के बारे में पूछा तो उन्होंने जवाब देने से परहेज किया। कर्नाटक हिजाब विवाद तब शुरू हुआ जब युवा मुस्लिम छात्राओं के एक समूह को हिजाब पहनने के कारण उडुपी जिले के एक सरकारी कॉलेज में प्रवेश नहीं करने दिया गया।यह मुद्दा पूरे राज्य में फैल गया। कई कॉलेजों और स्कूलों ने इसी तरह के फरमान जारी किए।

छात्रों के विरोधी समूहों ने शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने के अधिकार के खिलाफ और विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। मुस्लिम लड़कियों का विरोध करने वालों ने भगवा स्कार्फ पहन रखा था और विचारधारा में टकराव कुछ इलाकों में हिंसक हो गया। इस मुद्दे पर राष्ट्रीय राजनीतिक दलों द्वारा एक-दूसरे पर हमला करने के साथ विवाद और बढ़ गया। विरोध अब देश के विभिन्न हिस्सों में फैल गया है और मामला वर्तमान में उच्च न्यायालय में है।

डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन में 150 पदों पर भर्ती

डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन में 150 पदों पर भर्ती   

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। भारत सरकार के डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन में 150 पदों पर भर्ती निकली है। जिसके लिए ग्रेजुएट अभ्यर्थी 7 फरवरी तक डीआरडीओ की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। अभ्यर्थियों का चयन रिटर्न टेस्ट और इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा। जिसके बाद चयनित अभ्यर्थियों को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल कॉम्प्लेक्स की रिसर्च विंग में ट्रेड, टेक्निशियन और ग्रेजुएट अप्रेंटिस के पद पर नियुक्ति दी जाएगी। मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या किसी अन्य उच्च शिक्षा संस्थान से सम्बन्धित ट्रेड में बीई/बीटेक या बीकॉम या बीएससी डिग्री पास होना चाहिए।

टेक्निशियन अप्रेंटिस या डिप्लोमा अप्रेंटिस
उम्मीदवारों को मान्यता प्राप्त संस्थान से सम्बन्धित ट्रेड में डिप्लोमा किया होना चाहिए। सम्बन्धित ट्रेड में आईटीआई किया होना चाहिए। हालांकि, ऐसे उम्मीदवार आवेदन के पात्र नहीं हैं, जिन्होंने पोस्ट-ग्रेजुएशन डिग्री प्राप्त कर ली है। ग्रेजुएट, डिप्लोमा और आईटीआई तीनों ही लेवल के लिए अप्रेंटिस पदों पर भर्ती शैक्षणिक योग्यता के अंकों, रिटन एग्जाम और इंटरव्यू के आधार पर की जाएगी।

ग्रेजुएट अप्रेंटिस 9 हजार रुपए प्रतिमाह। टेक्निशियन (डिप्लोमा) अप्रेंटिस : 8 हजार रुपए प्रतिमाह। ट्रेड (आईटीआई) अप्रेंटिस : सरकार के नियमानुसार स्टाइपेंड दिया जाएगा। अगले पेज पर एप्पली हेयर की ऑप्शन पर जाएं। मांगी गई डिटेल भरकर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करें। रजिस्ट्रेशन के बाद एप्लिकेशन फॉर्म भर सकते हैं।

अंतरिक्ष भौतिकी के सहयोग से तैयार 'पीएसएलवी'

अंतरिक्ष भौतिकी के सहयोग से तैयार 'पीएसएलवी'    

अकांशु उपाध्याय     

नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के 2022 के पहले प्रक्षेपण अभियान के तहत पीएसएलवी-सी 52 के जरिए धरती पर नजर रखने वाले उपग्रह ईओएस-04 को कक्षा में भेजने के लिए 25 घंटे की उलटी गिनती रविवार सुबह शुरू हो गई। अंतरिक्ष एजेंसी ने यह जानकारी दी। ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) अपने साथ दो छोटे उपग्रहों को भी ले जाएगा। इसका प्रक्षेपण आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले लॉन्च पैड से सोमवार को सुबह 05:59 बजे निर्धारित है। इसरो ने एक ट्वीट में कहा कि ‘पीएसएलवी-सी52/ईओएस-04 मिशन: प्रक्षेपण के लिए 25 घंटे 30 मिनट की उलटी गिनती की प्रक्रिया आज सुबह 04:29 बजे शुरू हो गई है।

ईओएस-04 एक ‘रडार इमेजिंग सैटेलाइट’ है। जिसे कृषि, वानिकी और वृक्षारोपण, मिट्टी की नमी और जल विज्ञान तथा बाढ़ मानचित्रण जैसे अनुप्रयोगों एवं सभी मौसम स्थितियों में उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। पीएसएलवी अपने साथ में दो छोटे उपग्रहों को भी ले जाएगा, जिनमें कोलोराडो विश्वविद्यालय, बोल्डर की वायुमंडलीय और अंतरिक्ष भौतिकी प्रयोगशाला के सहयोग से तैयार किया गया। भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएसटी) का उपग्रह इन्सपायरसैट-1 भी शामिल है।

इसमें एनटीयू, सिंगापुर और एनसीयू, ताइवान का भी योगदान रहा है। इस उपग्रह का उद्देश्य आयनमंडल के गति विज्ञान और सूर्य की कोरोनल ऊष्मीय प्रक्रियाओं की समझ में सुधार करना है। वहीं, दूसरा उपग्रह इसरो का एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक उपग्रह (आईएनएस-2टीडी) है।

'टर्म 2' बोर्ड परीक्षा आयोजित करेगा सीबीएसई

'टर्म 2' बोर्ड परीक्षा आयोजित करेगा सीबीएसई     

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड मार्च-अप्रैल 2022 में कक्षा 10 और कक्षा 12 के छात्रों के लिए टर्म 2 बोर्ड परीक्षा आयोजित करेगा। टर्म 1 बोर्ड परीक्षा नवंबर-दिसंबर 2021 में आयोजित की गई थी और परिणाम हैं। सीबीएसई बोर्ड परीक्षा पाठ्यक्रम जानने के लिए इस लेख को पढ़े। सीबीएसई टर्म 2 बोर्ड परीक्षा कम पाठ्यक्रम के 50 प्रतिशत पर होगी। कागजात में उद्देश्य और व्यक्तिपरक प्रश्न दोनों के मामले-आधारित, स्थिति-आधारित, ओपन-एंडेड शॉर्ट उत्तर और लंबे उत्तर प्रकार के प्रश्न होंगे और दो घंटे की अवधि के लिए आयोजित किया जाएगा।सीबीएसई ने पहले ही टर्म 2 परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी है और इसके लिए डेट शीट व्यावहारिक परीक्षाओं के साथ-साथ थ्योरी परीक्षाओं के अगले सप्ताह तक होने की संभावना है। इसके अलावा बोर्ड द्वारा कक्षा 10 और 12 दोनों के लिए टर्म 1 का परिणाम जारी करने की भी उम्मीद है।इस बीच सीबीएसई बोर्ड आगामी दिनों में टर्म 2 बोर्ड परीक्षाओं के लिए नमूना प्रश्न पत्र भी जारी कर सकता है। 

नमूना पत्र छात्रों को परीक्षा पैटर्न और मूल्यांकन प्रक्रिया के बारे में एक विचार देते हैं। टर्म 2 परीक्षा की तारीखों के बारे में पूछे जाने पर सीबीएसई के एक अधिकारी ने बताया कि बोर्ड 15 फरवरी से व्यावहारिक परीक्षा शुरू करना चाहता था। लेकिन, कोविड मामलों में उछाल और 5 राज्यों- यूपी, पंजाब, उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों के कारण ऐसा नहीं हो सका। इस प्रकार बोर्ड फरवरी के अंत तक व्यावहारिक परीक्षा शुरू करने पर विचार कर रहा है।

जालंधर: 14 को जनसभा संबोधित करेगें 'पीएम'

जालंधर: 14 को जनसभा संबोधित करेगें 'पीएम'   


अमित शर्मा    

चंडीगढ़। बीजेपी ने अपना ध्यान पंजाब पर लगाना शुरू कर दिया है। सोमवार को पीएम मोदी की तीन रैलियों में अपने प्रत्याशियों के लिए जनसभा को संबोधित करेंगे। पंजाब की 117 सीटों पर बीजेपी इस बार 65 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। 

सहयोगी अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस 37 सीट पर चुनाव लड़ रही है। प्रधानमंत्री मोदी 14 फरवरी को जालंधर में पहली जनसभा को संबोधित करेंगे। 16 फरवरी को दूसरी जनसभा पठानकोट में।और 17 फरवरी को अबोहर में तीसरी जनसभा को संबोधित करेंगे।

सीएनजी कारों का हिस्सा 20 प्रतिशत पर पहुंचा

सीएनजी कारों का हिस्सा 20 प्रतिशत पर पहुंचा      

अकांशु उपाध्याय         

नई दिल्ली। टाटा मोटर्स को उम्मीद है कि अगले तीन से पांच साल में उसकी कुल बिक्री में सीएनजी कारों का हिस्सा बढ़कर 20 प्रतिशत पर पहुंच जाएगा। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी का मानना है कि अधिक से अधिक संख्या में प्रवेश स्तर की पेट्रोल और डीजल कारों के ग्राहक आगे चलकर सीएनजी वाहन खरीदना पसंद करेंगे। मुंबई की वाहन कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन खंड को लेकर भी उत्साहित है। कंपनी का मानना है कि अगले कुछ साल में उसकी बिक्री का लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा इलेक्ट्रिक वाहनों का होगा। टाटा मोटर्स के अध्यक्ष-यात्री वाहन और इलेक्ट्रिक वाहन शैलेश चंद्रा ने विश्लेषकों से बातचीत में कहा,”मुझे लगता है कि सीएनजी एक ऐसा खंड है जो आने वाले वर्षों में बढ़ने वाला है। यह पेट्रोल की जगह लेगा। पेट्रोल की बढ़ती लागत की वजह से सीएनजी वाहनों की मांग बढ़ेगी।

चंद्रा ने कहा कि ‘इसलिए कंपनी इसका मजबूत भविष्य देखती है। यही वजह है कि आज देश में सीएनजी स्टेशनों का तेजी से विस्तार हो रहा है। इसकी पहुंच बढ़ रही है।’ चंद्रा ने कहा कि वर्तमान में कंपनी के पोर्टफोलियो में डीजल कारों की बिक्री का हिस्सा करीब 15 प्रतिशत है, जबकि पेट्रोल और सीएनजी वाहनों का हिस्सा क्रमश: 66 प्रतिशत और 12 प्रतिशत है। शेष हिस्सा इलेक्ट्रिक वाहनों का है। उन्होंने कहा कि ‘अगले तीन से पांच वर्षों में पेट्रोल संभवतः लगभग 50 प्रतिशत के स्तर पर आ जाएगा, सीएनजी 20 प्रतिशत तक चला जाएगा..डीजल लगभग 10 प्रतिशत तक नीचे आ जाएगा।

ईवी के लिए हमारा लक्ष्य 20 प्रतिशत का है। उन्होंने कहा कि कंपनी सीएनजी मॉडलों की श्रृंखला के विस्तार के लिए हैचबैक और सेडान खंड पर ध्यान दे रही है। चंद्रा ने कहा कि’मुझे लगता है कि एसयूवी में सीएनजी के लिए मुश्किल होगी। ऐसे में इस खंड में सीएनजी की पहुंच सीमित रहेगी। लेकिन यदि सीएनजी और पेट्रोल के अर्थशास्त्र के हिसाब से देखा जाए, तो एसयूवी खंड में भी इसकी कुछ पहुंच होगी। लेकिन यह प्रवेश स्तर जैसी नहीं होगी।’ यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी हाइब्रिड कारों पर भी ध्यान देगी, चंद्रा ने कहा कि हमने ईवी के बारे में काफी सोच-विचार के बाद निर्णय लिया है। ”कुछ कंपनियों ने हाइब्रिड को लेकर विचार बनाया है और वे ऐसे वाहन उपलब्ध करा रही हैं। वे ऐसा कॉरपोरेट औसत ईंधन अर्थव्यवस्था (सीएएफई) की जरूरत को पूरा करने के लिए कर रही हैं।” उन्होंने कहा कि हम ऐसी प्रौद्योगिकियों पर ध्यान दे रहे हैं जिससे सीएएफई की जरूरत को पूरा कर सकें।


सपा के प्रत्याशियों को जिताने की अपील: अखिलेश

सपा के प्रत्याशियों को जिताने की अपील: अखिलेश  

संदीप मिश्र       

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को बदायूं और शाहजहांपुर जिले की विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ता सम्मेलन किया। यादव ने मुरादाबाद, संभल और दूसरे चरण के चुनाव के अन्य जिलों के समाजवादी पार्टी और गठबंधन के प्रत्याशियों को जिताने की अपील की। उन्होंने कहा कि पहले चरण में भाजपा का सफाया हो गया है। दूसरे चरण में भी सफाया होना तय है। भाजपा के नेता और कार्यकर्ता पहले चरण के बाद ही ठंडे हो गए हैं। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी गठबंधन की सरकार आने वाली है। अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में भाजपा सरकार की लापरवाही के चलते बहुत बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई। हजारों परिवारों ने अपनों को खोया है। भाजपा सरकार लोगों को ऑक्सीजन, दवा और बेड नहीं दे पाई है। ऐसी लापरवाह सरकार को उखाड़ फेंकना है।अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार लापरवाही नहीं करती तो बहुत सारे लोग आज अपने परिवार के बीच होते। उस दुख और पीड़ा को कोई भूल नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने लोगों को संकट में डाला है। महंगाई और बेरोजगारी को बढ़ा दिया है। डीजल पेट्रोल के दाम बहुत बढ़ गए हैं। बेरोजगारी प्रदेश और देश में सबसे ज्यादा है। लेकिन भाजपा का कोई नेता महंगाई और बेरोजगारी की बात नहीं करता है। सब झूठे वादे करते हैं। छोटे नेता छोटा झूठ बोलते हैं और बड़े नेता बड़ा झूठ बोलते हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा नेता डोर-टू-डोर कैंपेन कर रहे थे। जबसे महिलाओं ने लाल सिलेण्डर दिखाना शुरू कर दिया है तब से डोर-टू-डोर कैंपेन बंद हो गई हैं। यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने गरीबों की जेब काटकर अमीरों की तिजोरी भरने का काम किया है। मध्यमवर्ग और गरीब परेशान हैं वहीं कुछ उद्योगपति और अमीर होते जा रहे हैं। बाबा मुख्यमंत्री अहंकार में है। वह गर्मी निकालने की बात करते हैं। हम आप लोगों से वादा करते हैं समाजवादी और गठबंधन की सरकार बनने पर नौजवानों के लिए नौकरियों की भर्ती निकालेंगे।अखिलेश यादव ने कहा कि फौज में और पुलिस में नौजवानों के लिए नौकरी का इंतजाम करेंगे। सरकारी विभागों में लाखों पद खाली हैं। उन पदों पर हमारे नौजवानों की भर्ती होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने नौजवानों के लिए कोई भर्ती नहीं की। परीक्षाएं रद्द हुई या तो पेपर लीक हुए। जब नौजवान नौकरी और रोजगार के लिए अपनी आवाज उठाता है तो यह सरकार उसे लाठियों से पिटवाती है। यादव ने कहा कि भाजपा ने किसानों से आय दोगुनी करने का झूठा वादा किया। छात्रों से लैपटॉप देने का झूठा वादा किया। समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी तो महंगाई कम करेंगे। 300 यूनिट घरेलू बिजली मुफ्त देंगे। किसानों की फसल एमएसपी पर खरीदी जाएगी। किसानों को दो बोरी डीएपी और पांच बोरी यूरिया मुफ्त दी जाएगी। किसानों की सिंचाई पूरी तरह से फ्री होगी। 

यादव ने कहा कि सरकारी विभागों में 11 लाख नौजवानों को नौकरी देंगे। आईटी सेक्टर में 22 लाख युवाओं को अच्छी नौकरी दी जाएगी। गन्ना किसानों के भुगतान के लिए फार्मर कार्पस फंड बनाएंगे। गन्ने का भुगतान 15 दिन के अंदर कराया जाएगा। बीजेपी सरकार किसानों को ना खाद दे पाई और ना उनकी फसलों की खरीद कर पाई। सपा सरकार बनने पर एक्सप्रेस वे के किनारे मंडिया बनाएंगे। कानून व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए डायल 100 सिस्टम में गाड़ियां बढ़ाई जाएंगी। स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करने के लिए 108 गाड़ियों की संख्या दुगनी करेंगे। बदायूं को सीधा लखनऊ पहुंचने के लिए एक्सप्रेस-वे से जोड़ेंगे।    अखिलेश यादव ने कहा कि यह चुनाव सरकार बनाने का है। हमने महान दल, ओमप्रकाश राजभर जी, राष्ट्रीय लोकदल, अपना दल कमेरावादी समेत तमाम दलों को जोड़ा है। चाचा की भी पार्टी को जोड़ लिया है। अब समाजवादी पार्टी का मुकाबला कोई नहीं कर सकता है। हम प्रदेश की जनता को भाजपा के कुशासन, महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से मुक्त कराएंगे। उन्होंने कहा कि यह चुनाव लोकतंत्र और संविधान को बचाने का है। भाजपा लोकतंत्र और संविधान के लिए खतरा है। मैं अंबेडकरवादियों से भी अपील करता हूं कि वह समाजवादियों के साथ मिलकर लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए खड़े हों।

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-127, (वर्ष-05)
2. सोमवार, फरवरी 14, 2022
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-त्रियोदशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 07:01, सूर्यास्त: 06:09।
5. न्‍यूनतम तापमान- 10 डी.सै., अधिकतम-22+ डी सै.।  बर्फबारी व शीतलहर की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, (प्रधान संपादक) राधेश्याम व शिवांशु, (सहायक संपादक) श्रीराम व सरस्वती के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
10.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालयः डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
http://www.universalexpress.page/
www.universalexpress.in
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745 
                     (सर्वाधिकार सुरक्षित)

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...