सोमवार, 17 जनवरी 2022

राजनीतिक दलों से समझौता न करने का निर्णय लिया

राजनीतिक दलों से समझौता न करने का निर्णय लिया     
गणेश साहू        
कौशाम्बी। आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में राष्ट्रीय लोकदल पार्टी ने किसी अन्य राजनीतिक दलों से समझौता न करने का निर्णय किया है। राष्ट्रीय लोकदल जिले की तीनों विधानसभा सिराथू चायल मंझनपुर में पार्टी प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारेगी। 
प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करने के लिए पूर्व पार्टी की बैठक जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में संपन्न हुई है। इसमें पार्टी प्रत्याशियों का चयन किया गया है और राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के प्रत्याशी के नामों की घोषणा कर दी है। सिराथू विधानसभा सीट से राजेंद्र सोनकर मंझनपुर विधानसभा से विनय कुमार चायल विधानसभा सीट से सुशील द्विवेदी लोकदल के बैनर तले विधानसभा चुनाव 2022 के चुनाव में अपना दावा ठोकेंगे। 

डीएम खत्री ने नामांकन कक्षों का निरीक्षण किया
बृजेश केसरवानी          प्रयागराज। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार खत्री ने सोमवार को विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 की तैयारियों के संदर्भ में विधानसभा के नामांकन कक्षों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने उप निर्वाचन अधिकारी/एडीएम प्रशासन को कक्षों में साफ-सफाई, पोताई, प्रकाश की व्यवस्था सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को कराये जाने के लिए कहा है। इसी क्रम में उन्होंने तहसील सदर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने फाइलों को व्यवस्थित ढंग से रखने का निर्देश दिया साथ ही निर्वाचन से सम्बंधित रजिस्टरों का भी निरीक्षण किया। तत्क्रम में जिलाधिकारी ने मुण्डेरा मंडी स्थित स्ट्रांग रूम के कक्षों का भी निरीक्षण किया। 
जिलाधिकारी ने मतगणना हाॅलों को चयनित किये जाने के लए नीलामी चबुतरों का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने साफ-सफाई तथा जिन कक्षों में रंगाई-पोताई की जरूरत है। वहां पर रंगाई-पोताई का कार्य कराये जाने के लिए कहा है तथा पीडब्लूडी के अधिशाषी अभियंता को निर्देशित किया है कि विधानसभा वार मैप बनाकर दो दिनों के अंदर प्रस्तुत करने के लिए कहा है। इस अवसर पर एडीएम प्रशासन हर्षदेव पाण्डेय सहित सभी सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

समाजवादी अल्पसंख्यक सभा की बैठक आयोजित 
जौनपुर। नगर के मोहल्ला बलुआ घाट में समाजवादी अल्पसंख्यक सभा की बैठक अल्पसंख्यक सभा के जिलाध्यक्ष डॉ. सरफ़राज़ खान की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें सर्वसम्मति से मोहम्मद तालिब मिर्ज़ा कज़लबाश को नगर अध्यक्ष और क़ौसर अली को नगर महासचिव एवं महताब आलम को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया। ज़िलाध्यक्ष डॉ सरफ़राज़ खान ने नवनियुक्त पदाधिकारियों का माल्यापर्ण कर बधाई देते हुए मनोयन पत्र सौंपते हुए कहा कि जिस भरोसे और ईमानदारी के साथ समस्त पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है। हम आशा करते हैं कि समस्त पदाधिकारीगण ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे और अल्पसंख्यक समाज एकजुट होकर 2022 में अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश का पुनः मुख्यमंत्री बनाने का काम करेंगे। पूर्व जिलाध्यक्ष मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड एवं सभासद अलमास अहमद सिद्दीकी ने पूर्व मंत्री आज़म खान को रिहा करने की अपील करते हुए कहा कि अल्पसंख्यक समाज का हित समाजवादी पार्टी में निहित है। 
समाजवादी पार्टी ने हमेशा अल्पसंख्यकों के हित और उनके मान सम्मान की लड़ाई लड़ी है। सपा की जब जब सरकार बनी है। हमेशा अल्पसंख्यकों के हित में जनकल्याणकारी योजनाएं और लाभप्रद नीतियाँ लागू हुई हैं। 2022 में अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बना कर इस जनविरोधी सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकना है। इस अवसर पर डॉ अर्शी खान,मेराज अहमद, इमरान इराकी,राहिल,अज़ीज़ फरीदी,जमाल हाशमी,फ़हीम अली खान,राहत फ़िरोज़ अली,साजिद रज़ा समेत नगर की नवनियुक्त कमेटी उपस्थित रहे।

मुंबई: 120 अंक से अधिक चढ़ा सूचकांक, सेंसेक्स

मुंबई: 120 अंक से अधिक चढ़ा सूचकांक, सेंसेक्स    

कविता गर्ग             मुंबई। एशियाई बाजारों से मिले-जुले संकेतों के बीच आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी और इंफोसिस में बढ़त के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स सोमवार को शुरुआती कारोबार में 120 अंक से अधिक चढ़ गया। इस दौरान 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 122.58 अंक या 0.20 प्रतिशत बढ़कर 61,345.61 पर कारोबार कर रहा था।

इसी तरह निफ्टी 37.65 अंक या 0.21 फीसदी की तेजी के साथ 18,293.40 पर पहुंच गया। सेंसेक्स में सबसे अधिक 1.62 प्रतिशत की तेजी मारुति में हुई। इसके अलावा एसबीआई, एमएंडएम, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी, इंफोसिस और एचडीएफसी बैंक बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।

यूके: कोरोना का आंकड़ा 3,73,249 तक पहुंचा

पंकज कपूर            देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना का ग्राफ सोमवार को फिर तेजी से बढ़ गया है। 24 घंटे के भीतर प्रदेश के सभी 13 जनपदों में सोमवार को कोरोना के कुल 3,295 नए मामले सामने आए है। इसी के साथ राज्य में कोरोना का आंकड़ा 3,73,249 तक पहुंच गया है। जबकि राज्य में आज 2067 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए इस तरह अब तक 3,39,932 मरीज स्वस्थ हो चुके है। वहीं, सोमवार को 4 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत भी हुई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार राज्य में 3295 नए लोगों में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई।

जिनमें देहरादून जिले से 987, हरिद्वार से 352, नैनीताल जिले से 546, उधमसिंह नगर से 568, पौडी से 289, टिहरी से 65, चंपावत से 45, पिथौरागढ़ से 60, अल्मोड़ा 112, बागेश्वर से 39, चमोली से 137, रुद्रप्रयाग से 53, उत्तरकाशी से 43 सैंपल पॉजिटिव मिले हैं।

अपने खिलाड़ियों के लिए पीसीबी का फरमान जारी

अपने खिलाड़ियों के लिए पीसीबी का फरमान जारी    

मोमीन मलिक          इस्लामाबाद/ सिडनी। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने ऑस्ट्रेलिया में चल रही बिग बैश लीग (बीबीएल) को एक बड़ा झटका दिया है। पीसीबी ने लीग में खेल रहे अपने खिलाड़ियों के लिए एक फरमान जारी कर उन्हें तुरंत घर बुला लिया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने यह फैसला क्यों लिया, इसका भी स्पष्टीकरण दिया है।

दरअसल, पाकिस्तान में भी घरेलू टूर्नामेंट पाकिस्तान सुपर लीग का 7वां सीजन जल्द शुरू होने वाला है। इसके चलते पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने तत्काल रूप से अपने खिलाड़ियों को पीएसएल खेलने के लिए वतन वापस बुला लिया है।  पाकिस्तान सुपर लीग का आगाज 27 जनवरी से होगा। पीसीबी चाहता है कि टूर्नामेंट की तैयारी के लिए पूरा समय मिल सके, इसके लिए खिलाड़ियों को पहले ही बुला लिया है।


डायबिटीज़ के रोगियों के लिए लाभदायक हैं मशरूम

सरस्वती उपाध्याय         नियमित रूप से मशरूम का सेवन करना डायबिटीज़ के रोगियों के लिए बहुत लाभदायक है। विशेषज्ञों का कहना है कि मशरूम में न्यूट्रिश्नल तत्व तो बहुत अधिक होते ही हैं और साथ शर्करा इसमें बिल्कुल नहीं होता।

विशेषज्ञों का कहना है कि डायबिटीज़ के रोग में मशरूम के सेवन से रक्त में पाई जाने वाली शर्करा को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है। शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि मशरूम में कैंसर, एचआइवी संक्रमण और कई घातक रोगों के उपचार के गुण मौजूद हैं। शोधकर्ताओं का यह भी कहना है कि यदि आप वजऩ घटाने के लिए डाइटिंग और व्यायाम पर विशेष ध्यान देते हैं तो आपको आहार में नियमित रूप से मशरूम का सेवन करना अतिआवश्यक है। इससे आप सरलता से अपना वजऩ कम कर सकते हैं।

शराबी पति ने पत्नी को जलाकर उतारा मौत के घाट

'किस-किस को प्यार करूं' फिल्म से डेब्यू किया: मुंबई

'किस-किस को प्यार करूं' फिल्म से डेब्यू किया: मुंबई     
कविता गर्ग   
मुबंई। बिग बॉस ने एली एवराम को एक पहचान दी। इसके बाद उन्होंने 'किस-किस को प्यार करूं' फिल्म से बॉलीवुड डेब्यू किया। फिल्म ज्यादा चली नहीं। इसके बाद एली कुछ खास फिल्मों में नजर नहीं आईं। टीवी और बॉलीवुड के अलावा एली तमिल फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं। एली एवराम ने इंस्टाग्राम पर एक नई पोस्ट अपडेट की है। तस्वीर का ब्रैकग्राउंड देख कर पता चल रहा है कि फोटो उन्होंने किचन में खड़े होकर क्लिक कराई है। किचन में खड़ी एली एवराम हाथ में चाय का कप कपड़े हुए हैं। सर्दी में चाय का कप, तो ठीक है। 
एली का ब्रालेट-जींस पहनना यूजर्स को बिल्कुल रास नहीं आया। ऐसा लग रहा है कि नहाकर वो तुंरत फोटोशूट में बिजी हो गईं। जींस और क्रॉप टॉप के साथ एली ने गले में एक पेंडेट भी डाला है, जो कि बेहद प्यारा लग रहा है। एक्ट्रेस की तस्वीर देख कर सोशल मीडिया यूजर्स से रहा नहीं गया और लोग उन्हें ठंड से बचने की सलाह देने लगे। वैसे अगर ठंड को साइड रख दें, तो एली तस्वीर में बेहद ग्लैमरस दिख रही हैं। एली की हर एक अदा में नजाकत और स्वैग झलक रहा है। अगर एली के वर्क फ्रंट की बात करें, तो उन्होंने 2013 में रियलिटी शो बिग बॉस से टीवी की दुनिया में कदम रखा था।

रश्म‍िका ने फिल्म 'पुष्पा' को डबल एंटरटेन‍िंग बनाया 
कविता गर्ग     
मुबंई। साउथ मूवी 'पुष्पा' में अल्लू अर्जुन और रश्म‍िका मंदाना ने अपने अभ‍िनय और गानों से फिल्म को डबल एंटरटेन‍िंग बनाया। इस फिल्म में दोनों के अलावा साउथ की सुपरह‍िट एक्ट्रेस समांथा रुथ प्रभु के आइटम नंबर 'ओ अंतवा' ने भी रिकॉर्ड बना डाला है। समांथा का सेक्सी अंदाज और उनके डांस मूव्स लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। फिल्म में बस यही एक गाना था। 
जिसमें समांथा नजर आई थीं। लेक‍िन उनकी फीस पूरी फिल्म की फीस के बराबर है। पोर्टल ने सूत्र के हवाले से बताया कि समांथा यह गाना करने के लिए तैयार नहीं थीं। सूत्र ने कहा 'उन्होंने ओ अंतवा डांस नंबर के लिए बहुत भारी रकम चार्ज किए हैं। वे इसे करना नहीं चाहती थीं। फिर फिल्म के लीड‍िंग एक्टर अल्लू अर्जुन ने पर्सनली उन्हें इस डांस के लिए मनाया। समांथा ने भले ही गाने के लिए इतनी भारी-भरकम कीमत मांगी हो पर उनकी मौजूदगी भी फिल्म के लिए फायदेमंद साब‍ित हुई है।

हमेशा के लिए नहीं चल सकतीं महामारी: वैज्ञानिक

हमेशा के लिए नहीं चल सकतीं महामारी: वैज्ञानिक       

अखिलेश पांडेय         वाशिंगटन डीसी। करोना वायरस के नए वैारिएंट ओमिक्रॉन ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। भारत समेत दुनियाभर के कई देश इस संक्रमण से जूझ रहे है। कोरोना वायरस का यह नया वैरिएंट तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा है. इसी बीच, एक राहत की खबर सामने आई है। हाल ही में वॉशिंगटन के वैज्ञानिक और वायरोलॉजिस्ट डॉ. कुतुब महमूद ने कहा कि, यह महामारी हमेशा के लिए नहीं चल सकती और इसका अंत बहुत पास है। डॉ. कुतुब ने यह भी कहा कि शतरंज के इस खेल में कोई विजेता नहीं है, यह एक ड्रॉ मैच की तरह है, जहां वायरस छिप जाएगा और हम वास्तव में जीतेंगे और जल्द ही फेसमास्क से छुटकारा मिल सकेगा। तो, उम्मीद है कि हम फिर से आगे बढ़ेंगे। 

इस पर डॉ. कुतुब ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए वैक्सीन ही सबसे शक्तिशाली हथियार है। उन्होंने कहा, हमारे पास वैक्सीन, एंटीवायरल और एंटीबॉडी जैसे हथियार हैं जिनका इस्तेमाल हमने वायरस के खिलाफ किया है। वायरोलॉजिस्ट डॉ कुतुब महमूद ने शतरंज के खेल का एक उदाहरण देते हुए कहा कि वायरस अपनी चालें चल रहा है और हम इंसान भी अपनी चालों से उसे हराने की कोशश कर रहे हैं। हमारी चालें काफी छोटी हैं जैसे फेस मास्क पहनना, हैंड सैनिटाइजर इस्तेमाल और सोशल डिस्टेंसिंग। इन चालों से ही हमें कोरोना को मात देनी है। उन्होंने आगे कहा कि अगर आगे भी कोई म्यूटेंट आते हैं तो हमें उनसे घबराने की कोई जरूरत नहीं है। अगर पूरी आबादी का टीकाकरण किया जाता है तो हम सभी आने वाले किसी भी तरह के वायरस से सुरक्षित रह सकते हैं। डॉ. कुतुब ने भारत बायोटेक की कोवैक्सिन की सराहना करते हुए कहा कि, यह एक अच्छा डोमेस्टिक प्रोडक्ट है, जिसके लिए मैं भारत की सरकार और भारतीय कंपनी को बधाई देना चाहता हूं. यह एक बेहतरीन वैक्सीन है और क्लिनिकल डाटा में हमने देखा कि 2 साल की उम्र तक के बच्चों में इसके बेहतरीन रिजल्ट देखने को मिले हैं।

8.1% की दर से बढ़ीं चीन की अर्थव्यवस्था: महामारी

सुनील श्रीवास्तव           बीजिंग। कोरोना महामारी की चुनौतियों के बीच चीन की अर्थव्यवस्था 2021 में 8.1% की दर से बढ़ी। चीनी अर्थव्यवस्था अब करीब 18,000 अरब अमेरिकी डॉलर (18 ट्रिलियन डॉलर) की हो गई। राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) के अनुसार चीन की अर्थव्यवस्था में पिछले साल की चौथी तिमाही में 4% की वृद्धि हुई, जो तीसरी तिमाही के मुकाबले कम है। तीसरी तिमाही में वृद्धि दर 4.9% थी। सरकार ने 2021 के लिए 6% वृद्धि दर का लक्ष्य रखा था, हालांकि इस दौरान चीन ने 8.1% की दर से वृद्धि हासिल की। 

चीन की सरकारी संवाद एजेंसी शिन्हुआ ने कहा कि ये वृद्धि महामारी से लड़ाई और जटिल विदेश व्यापार दशाओं के बीच हासिल की गई। एनबीएस ने सोमवार को कहा कि चीन की जीडीपी सालाना आधार पर 8.1% बढ़कर 1,14,370 अरब युआन (करीब 18,000 अरब अमेरिकी डॉलर) हो गई है। एनबीएस के आंकड़ों से पता चलता है कि वृद्धि दर 6% के सरकारी लक्ष्य से काफी अधिक है। चीन में इससे पिछले दो साल की औसत वृद्धि दर 5.1% थी।नागरिकों की प्रति व्यक्ति डिस्पोजेबल आय पिछले साल 9.1% बढ़कर 35,128 युआन हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, कमजोर खपत के आंकड़ों से आउटलुक प्रभावित हुआ। दिसंबर में खुदरा बिक्री में एक साल पहले की तुलना में केवल 1.7% की वृद्धि दर्ज हुई। अगस्त 2020 के बाद यह सबसे धीमी गति रही। विश्लेषकों ने नवंबर में इसके 3.9% बढ़ने के बाद 3.7% की बढ़ोतरी की उम्मीद की थी।नागरिकों की प्रति व्यक्ति डिस्पोजेबल आय पिछले साल 9.1% बढ़कर 35,128 युआन हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, कमजोर खपत के आंकड़ों से आउटलुक प्रभावित हुआ। दिसंबर में खुदरा बिक्री में एक साल पहले की तुलना में केवल 1.7% की वृद्धि दर्ज हुई। 

अगस्त 2020 के बाद यह सबसे धीमी गति रही। विश्लेषकों ने नवंबर में इसके 3.9% बढ़ने के बाद 3.7% की बढ़ोतरी की उम्मीद की थी।एनबीएस के मुताबिक, सामान्य तौर पर 2021 में चीन ने राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की निरंतर और स्थिर रिकवरी को बनाए रखा। साथ ही दुनिया में आर्थिक विकास और महामारी की रोकथाम व नियंत्रण में आगे रहा। इस तरह चीन आर्थिक विकास को लेकर तय टारगेट को हासिल करने सफल रहा। एनबीएस ने चेतावनी जारी करते हुए कहा, "हमें यह पता होना चाहिए कि बाहरी वातावरण अधिक जटिल और अनिश्चित है। साथ ही घरेलू अर्थव्यवस्था मांग में कमी, सप्लाई शॉक और कमजोर उम्मीदों का ट्रिपल दबाव है।


अमीराब्‍दोल्‍लहिआन ने चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात की
अखिलेश पांंडेय         बीजिंग/ तेहरान। ईरान और चीन के बीच पिछले साल 25 वर्षों के लिए हुई महाडील पर काम शुरू हो गया है। ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीराब्‍दोल्‍लहिआन ने अपनी पहली चीन यात्रा के दौरान चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात के दौरान यह ऐलान किया है। यही नहीं चीन अब ईरान के बंदरअब्‍बास में अपना महावाणिज्‍य केंद्र शुरू करने जा रहा है। दरअसल, अमेरिका-इजरायल के साथ तनाव को देखते हुए ईरान चीन के साथ अपनी दोस्‍ती को तेजी के साथ मजबूत करना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि 5 हजार चीनी सैनिक भी ईरान में तैनात होंगे। 
इससे भारत के लिए बड़ा संकट पैदा हो गया है।ईरानी विदेश मंत्री ने यह नहीं बताया कि चीन और ईरान के बीच अभी किस प्रॉजेक्‍ट पर काम शुरू हुआ है। मार्च 2021 में पूर्व राष्‍ट्रपति हसन रुहानी के कार्यकाल के दौरान चीन और ईरान के बीच इस 'रणनीतिक समझौते' पर हस्‍ताक्षर हुआ था। इसमें आर्थिक, सैन्‍य और सुरक्षा सहयोग पर बल दिया गया है। वह भी तब जब दोनों ही देश अलग-अलग स्‍तरों पर अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं। चीन अमेरिकी प्रतिबंधों को धता बताते हुए ईरान से सस्‍ते दर पर तेल खरीद रहा है।ईरानी विदेश मंत्री राष्‍ट्रपति इब्राहिम रईसी का बेहद गोपनीय संदेश वाला पत्र लेकर गए हैं जिसे चीनी राष्‍ट्रपति को दिया गया है। रईसी प्रशासन ने वादा किया है कि वह एशिया केंद्रीत विदेश नीति अपनाएगा। चीन और ईरान के बीच बढ़ती दोस्‍ती से भारत के लिए बड़ा संकट पैदा हो गया है। भारत ने ईरान के चाबहार बंदरगाह पर अरबों रुपये का निवेश किया है लेकिन चीन की बढ़ती भूमिका से इसको लेकर संदेह के बादल मंडरा रहे हैं।
यही नहीं पिछले दिनों ईरान ने भारत को अरबों डॉलर का झटका दे दिया था। ईरान ने भारत को फरजाद बी गैस परियोजना से चलता कर दिया है। इस गैस फील्‍ड की खोज भारत की ओएनजीसी विदेश लिमिटेड ने की थी। ईरान ने अब इस गैस फील्‍ड को खुद ही विकसित करने का फैसला किया है। इससे पहले ईरान ने चाबहार रेलवे लिंक परियोजना के लिए भारत के 2 अरब डॉलर के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।दरअसल, ईरान ने चीन के साथ 25 साल के लिए 400 अरब डॉलर का समझौता किया है। मई 2018 में परमाणु डील से अमेरिका के हटने के बाद ईरान बुरी तरह से अमेरिकी प्रतिबंधों की मार झेल रहा है और उसके पास पैसे की भारी कमी है। चीन से महाडील के बाद अब ईरान के पास जमकर पैसा आ रहा है। यही नहीं चीन ने भारत के विपरीत ईरान से तेल के आयात को काफी बढ़ा दिया है। इससे भी ईरान को चीन से काफी पैसा मिल रहा है। चीनी पैसे के बल पर अब ईरान फरजाद बी गैस फील्‍ड को खुद ही विकसित करने जा रहा है।
ईरान और चीन ने अगले 10 साल में द्विपक्षीय व्‍यापार को 10 गुना बढ़ाकर 600 अरब डॉलर करने का लक्ष्‍य रखा है। चीन-ईरान के इस महाडील के 18 पन्‍ने के दस्‍तावेजों से पता चलता है कि चीन बहुत कम दाम में अगले 25 साल तक ईरान से तेल खरीदेगा। इसके बदले में चीन बैंकिंग, आधारभूत ढांचे जैसे दूरसंचार, बंदरगाह, रेलवे, और ट्रांसपोर्ट आदि में निवेश करेगा। माना जा रहा है कि इस डील के बाद ईरान की चीन के जीपीएस कहे जाने वाले बाइदू तक पहुंच हो जाएगी। यही नहीं चीन ईरान में 5G सर्विस शुरू करने में मदद कर सकता है। चीन ईरान का सबसे बड़ा व्‍यापारिक भागीदार है।
ईरान डील में सैन्‍य सहयोग जैसे हथियारों का विकास, संयुक्‍त ट्रेनिंग और खुफिया सूचनाओं की ट्रेनिंग भी शामिल है जो 'आतंकवाद, मादक पदार्थों और इंसानों की तस्‍करी तथा सीमापार अपराधों' को रोकने के लिए होगा। कहा जा रहा है कि चीन अपने 5 हजार सैनिकों को भी ईरान में तैनात करेगा। चीन की योजना पाकिस्‍तान में चल रहे चीन पाकिस्‍तान आर्थिक कॉरिडोर को ईरान तक आगे बढ़ाने की है।
चीन अगर इस इलाके में अपनी सैन्‍य पकड़ बना लेता है तो पश्चिम एशिया में अमेरिकी सैन्‍य प्रभाव पर संकट आ जाएगा। चीन अफ्रीका के जिबूती में पहले ही विशाल नेवल बेस बना चुका है। विश्‍लेषकों की मानें तो इस डील से भारत को भी झटका लग सकता है। भारत ने ईरान के बंदरगाह चाबहार के विकास पर अरबों रुपये खर्च किए हैं। अमेरिका के दबाव की वजह से ईरान के साथ भारत के रिश्ते नाजुक दौर में हैं। चाबहार व्यापारिक के साथ-साथ रणनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण है।
यह चीन की मदद से विकसित किए गए पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट से महज 100 किलोमीटर दूर है। चाबहार को ग्‍वादर का जवाब माना जा रहा है। ऐसे में चीन की मौजूदगी, भारतीय निवेश के लिए मुश्किलें पैदा करेंगी। भारत को भी अमेरिका, सऊदी अरब, इजरायल बनाम ईरान में से किसी एक देश को चुनना पड़ सकता है। एक वक्त था जब ईरान भारत का मुख्य तेल आपूर्तिकर्ता था, लेकिन अमेरिका के दबावों की वजह से नई दिल्ली को तेहरान से तेल आयात को तकरीबन खत्म करना पड़ा। चीन की ईरान में उपस्थिति से भारतीय निवेश के लिए संकट पैदा हो गया है।

'बीजेपी' के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे संजय

'बीजेपी' के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे संजय    

संदीप मिश्र        लखनऊ। निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने सोमवार को दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन करके उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में 15 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी।

फूड इंस्पेक्टर के पदों पर भर्ती, आवेदन आमंत्रित किए

फूड इंस्पेक्टर के पदों पर भर्ती, आवेदन आमंत्रित किए   
अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले उम्मीदवारो के लिए अच्छी खबर सामने आई है। छत्तीसगढ़ व्यवसायिक परीक्षा मंडल  ने खाद्य सिविल आपूर्ति इंस्पेक्टर (फूड इंस्पेक्टर) के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। आवेदन की सभी प्रक्रिया ऑनलाइन ही आयोजित की जाएगी। जो भी योग्य और इच्छुक उम्मीदवार इस भर्ती के लिए अपना आवेदन करना चाहते हैं, वहछत्तीसगढ़ व्यापम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना आवेदन कर सकते हैं। 
 30 जनवरी है आवेदन की आखिरी तारीख छत्तीसगढ़ व्यापम में खाद्य सिविल आपूर्ति इंस्पेक्टर के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया 7 जनवरी 2022 से शुरू कर दी गई है। आवेदन पत्र जमा करने के लिए आखिरी तारीख 30 जनवरी 2022 को निर्धारित की गई है। आखिरी समय में आधिकारिक वेबसाइट पर अधिक लोड होने के कारण उम्मीदवारों को आवेदन करने में समस्या भी आ सकती है। इसलिए सभी अपना आवेदन जल्द से जल्द कर लें।
भर्ती का विवरण और पदों की संख्या छत्तीसगढ़ व्यापम खाद्य सिविल आपूर्ति इंस्पेक्टर के पदों पर भर्ती के लिए रिक्त पदों की संख्या 84 है। इन पदों पर नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन कराया जाएगा। इस परीक्षा में मेरिट पाने वाले उम्मीदवारों को नियुक्ति दी जाएगी। अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अधिसूचना पढ़ सकते हैं। 
आवेदक इस बात का ध्यान रखें कि यह तारीखें स्थायी नहीं हैं, वर्तमान में देशभर में कोरोना महामारी के का प्रकोप जारी है। ऐसे में परिस्थितियों के अनुसार तारीखों में बदलाव किए जा सकते हैं।
छत्तीसगढ़ व्यापम द्वारा जारी की गई खाद्य सिविल आपूर्ति इंस्पेक्टर भर्ती के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को पास में किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। वहीं, आवेदकों की आयु सीमा न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 30 वर्ष होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को नियमानुसार अधिकतम आयु सीमा में छूट दी जाएगी।

20 फीसदी तक बढ़ सकते हैं 'ब्रांडेड' कपड़ों के दाम

अकांशु उपाध्याय             नई दिल्ली। कच्चे माल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी, परिवहन लागन में वृद्धि समेत कई अन्य कारणों से इस साल ब्रांडेड कपड़ों के दाम 20 फीसदी तक बढ़ सकते हैं। इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि कॉटन, धागा और फैब्रिक जैसे कच्चे माल की लागत बढ़ रही है। पैकेजिंग मटेरियल और माल ढुलाई लागत बढ़ी है।इससे नए साल में लोगों को ब्रांडेड कपड़े पहनने पर ज्यादा खर्च करना पड़ सकता है। अलग-अलग ब्रांड्स में कीमतों के आधार पर इसमें 8-15 फीसदी का अंतर हो सकता है।इंडियन टेरियन 8-10 फीसदी तक कीमतें बढ़ा सकती है।कई ब्रांड्स पहले से ही कीमतों में बढ़ोतरी शुरू कर चुके हैं।कुछ ब्रांड्स मार्च और अप्रैल से समर कलेक्शन लॉन्च के साथ दाम बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।

ऑक्टेव अपैरल्स के पार्टनर युवराज अरोड़ा का कहना है कि कच्चे माल में 70 से 100 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है।ऐसे में पिछले साल के मुकाबले इस साल एमआरपी कम-से-कम 15-20 फीसदी बढ़ने वाला है। विंटर कलेक्शन के लिए एमआरपी पहले ही 10 फीसदी बढ़ा चुके हैं। समर कलेक्शन में दाम 10 फीसदी और बढ़ाए जाएंगे। न्यूमरो यूनो भी 5-10 फीसदी कीमतें बढ़ा रहा है। मैडम भी समर कलेक्शन में कपड़ों की कीमत 11-12 फीसदी बढ़ाने वाला है। इंडस्ट्री एसोसिएशन क्लोथिंग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया का कहना है कि इस साल गर्मियों में दाम औसतन 15-20 फीसदी बढ़ेंगे। जीएसटी दर में बढ़ोतरी केवल उन ब्रांड्स की कीमतों को प्रभावित करेगी, जो 1000 रुपये से कम या वैल्यू सेगमेंट में माल बेचते हैं। एसोसिएशन का कहना है कि अगर जीएसटी की दर बढ़ती है तो कीमतें और 7-10 फीसदी बढ़ सकती है। कपड़ा निर्माताओं का कहना है कि कच्चे माल की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए।

देश में कपास की कीमत वैश्विक कीमतों और मांग के अनुसार बढ़ रही है। चीन के खिलाफ पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों से भारत से कपास की मांग में बढ़ी है। एक्सपोर्ट मार्केट में काम करने वाली कंपनियों ने अपने अधिकांश स्टॉक का एक्सपोर्ट शुरू कर दिया है। क्योंकि उन्हें एक्सपोर्ट मार्केट में बेहतर कीमत मिल रही है। बता दें ‎कि जीएसटी परिषद की पिछली बैठक में भले ही कपड़ों पर टैक्स की दर बढ़ाने पर सहमति नहीं बन सकी, फिर भी नए साल में ब्रांडेड कपड़े पहनना महंगा हो सकता है।


फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी: एसबीआई

अकांशु उपाध्याय          नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस महामारी के मामले बढ़ने के बावजूद से ही बैंकों ने लगातार फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में कटौती की है और लोगों को अच्छे रिटर्न नहीं मिले हैं। लेकिन अब भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), एचएडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक ने ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। एसबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार एक साल से लेकर दो साल से कम की अवधि के लिए फिक्स डिपॉजिट पर ब्याज दर 5.0 प्रतिशत से बढ़ाकर 5.1 प्रतिशत कर दी गई है। इसके साथ ही वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह दर 5.50 फीसदी से बढ़ाकर 5.60 फीसदी कर दी गई है। एसबीआई ने नई दरें 15 जनवरी 2022 से ही लागू हो गई हैं। 

हालांकि अन्य टेन्योर वाले एफडी पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। एचडीएफसी बैंक ने भी फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। बढ़ी हुई ब्याज दरें 12 जनवरी 2022 से लागू हो गई हैं। बैंक ने चुनिंदा अवधि पर दरों में वृद्धि की है। दो साल से तीन साल में मैच्योर होने वाली एफडी अब 5.20 फीसदी का लाभ मिलेगा। तीन से पांच साल में मैच्योर होने वाली जमाओं पर अब 5.40 फीसदी और पांच से 10 साल तक की एफडी पर 5.60 फीसदी ब्याज मिलेगा। वहीं अन्य अवधि की एफडी पर ब्याज दरें अपरिवर्तित रहेंगी। कोटक महिंद्रा बैंक ने भी विभिन्न अवधि के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दर में वृद्धि की है। 7 से 30 दिनों, 31 से 90 दिनों और 91 से 120 दिनों में परिपक्व होने वाली एफडी के लिए, कोटक महिंद्रा बैंक क्रमशः 2.5 फीसदी, 2.75 फीसदी और तीन फीसदी की ब्याज दर प्रदान करेगा। ये दरें 6 जनवरी 2022 से लागू हैं।


तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी किए

अकांशु उपाध्याय         नई दिल्ली। तेल कंपनियों ने सोमवार को पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी कर दिए हैं। सोमवार को भी तेल की कीमत में कोई खास बदलाव नहीं किया गया है। गौतलब है कि 2 महीने से ज्यादा हो गए हैं। लेकिन फ्यूल की कीमत में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। हालांकि बिहार, राजस्थान समेत कई राज्यों में अब भी पेट्रोल 100 रुपये के ऊपर ही बेचा जा रहा है।

जिस वजह से जनता परेशान है। चलिए जानते हैं आज दिल्ली, यूपी बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और पंजाब में 1 लीटर पेट्रोल-डीजल खरीदने पर क्या कीमत चुकानी होगी। अगर आप आज दिल्ली में अपनी गाड़ी की टंकी फुल कराने जा रहे हैं तो आपको एक लीटर पेट्रोल के लिए 95.41 रुपये चुकाने होंगे जबकि एक लीटर डीजल के लिए 86.67 रुपये देने होंगे।


सोने-चांदी की कीमतों में उछाल, तेजी का रुख बना
अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। कारोबारी सप्ताह के पहले दिन आज चमकीली धातुओं में तेजी का रुख बना हुआ है। सोने और चांदी, दोनों की कीमतों में उछाल देखने को मिला है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने की कीमतों में 66 रुपये की तेजी देखने को मिली, वहीं चांदी भी 99 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़त बनाकर कारोबार करती देखी गई।
एमसीएक्स पर फरवरी के सौदे के लिए 10 ग्राम सोने की कीमत 66 रुपये की बढ़त के साथ 47,844 रुपये दर्ज की गई। अप्रैल माह के अनुबंध के लिए सोने के दाम 47,953 रुपये हैं। यहां भी गोल्ड की कीमत में 67 रुपये का उछाल बना हुआ है। चांदी की बात करें तो मार्च अनुबंध के लिए एमसीएक्स पर चांदी के दाम 98 रुपये की तेजी पर 61701 रुपये प्रति किलोग्राम पर बने हुए हैं।
नई दिल्ली में 22 कैरेट सोने के रेट 47,140 रुपये और चांदी के रेट 62,000 रुपये रुपये प्रति किलो पर हैं। चेन्नई में 22 कैरेट सोने के रेट 45,340 रुपये और चांदी के रेट 65,500 रुपये प्रति किलो पर हैं। मुंबई में 22 कैरेट सोने के रेट 47,090 रुपये और चांदी के रेट 62,000 रुपये प्रति किलो पर हैं। कोलकाता में 22 कैरेट सोने के रेट 47,190 रुपये और चांदी के रेट 62,000 रुपये प्रति किलो पर हैं।
आपको बता दें कि सोना खरीदते समय उसकी क्वॉलिटी का ध्यान जरूर रखें। हॉलमार्क देखकर ही सोने के गहनों की खरीदना चाहिए। हॉलमार्क सोने की सरकारी गारंटी है और भारत की एकमात्र एजेंसी ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) हॉलमार्क का निर्धारण करती है। हॉलमार्किंग योजना भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम के तहत संचालन, नियम और रेग्युलेशन का काम करती है।
मिस्ड कॉल देकर पता लगाएं सोने का रेट।
आपको बता दें आप इन रेट्स को आसानी से घर बैठे पता लगा सकते हैं। इसके लिए आपको सिर्फ इस नंबर 8955664433 पर मिस्ड कॉल देना है और आपके फोन पर मैसेज आ जाएगा, जिसमें आप लेटेस्ट रेट्स चेक कर सकते हैं। बता दें अगर अब आप सोने की शुद्धता चेक करना चाहते हैं तो इसके लिए सरकार की ओर से एक ऐप बनाया गया है। 
इस ऐप में अगर सामान का लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन और हॉलमार्क नंबर गलत पाया जाता है तो ग्राहक इसकी शिकायत तुरंत कर सकते हैं। इस ऐप के जरिए तुरंत ही ग्राहक को शिकायत दर्ज करने की जानकारी भी मिल जाएगी।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-91, (वर्ष-05)
2. मंगलवार, जनवरी 18, 2022
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-प्रतिपदा, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 07:10, सूर्यास्त 05:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 7 डी.सै., अधिकतम-18+ डी सै.।  बर्फबारी व शीतलहर के साथ मैदानी क्षेत्रों में कहीं- कहीं तेज बारिश की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवाशुं के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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संपर्क सूत्र :- +919350302745 
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रविवार, 16 जनवरी 2022

उत्तराखंड में नई गाइडलाइन जारी, पाबंदियां बढ़ाईं

उत्तराखंड में नई गाइडलाइन जारी, पाबंदियां बढ़ाईं    

पंकज कपूर         देहरादून। उत्तराखंड शासन ने राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों और ओमिक्रोन के खतरे को दृष्टिगत रखते हुए कोरोना की नई गाइडलाइन जारी कर दी है। जिसके अंतर्गत आगामी 22 जनवरी तक पाबंदियां बढ़ा दी है।

1. नाइट कर्फ़्यू की अवधि यथावत रहेगी यानि रात्रि 10 बजे से प्रातः 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू प्रभावी रहेगा।
2. जिम, शॉपिंग, मॉल, सिनेमा, हॉल मनोरंजन, पार्क, सैलून 50% क्षमता के साथ खोलने की अनुमति।
3. खेल संस्थान, खेल के मैदान, स्टेडियम 50% क्षमता के साथ खोलने की अनुमति।
4. राज्य के स्विमिंग पूल वॉटर पार्क 22 जनवरी तक बंद रहेंगे।
5. सभी सामाजिक समारोह पर 22 जनवरी तक रोक लगा दी गई है।
6. विवाह समारोह में 50% लोगों के शामिल होने की अनुमति दी गई है।
7. एसओपी के अनुसार, राज्य के आंगनवाड़ी केंद्र और कक्षा 1 से 12 तक के स्कूल आगामी 22 जनवरी तक बंद रहेंगे।
8. 22 जनवरी तक सभी राजनीतिक रेलियों और धरना प्रदर्शन पर पाबंदी लगा दी गई है। 

यूके: 24 घंटे में कोरोना के 2,682 नए मामलें मिलें

पंकज कपूर          देहरादून। रविवार को राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, राज्य में 2,682 नये मामलें सामने आये हैं। राहत भरी खबर यह है कि राज्य में रविवार को किसी संक्रमित की मौत नहीं हुई है। जिसके साथ राज्य में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 36,99,54 हो गयी है।

बल्कि, 328 मरीज कोरोना को हराकर घर लौटे हैं। जिसके साथ राज्य मे कुल 33,78,65 कोरोना से ठीक हो गये है। राज्य मे कुल एक्टिव केस 17,223 हो गए हैं।


भाजपा प्रवक्ता ने शराबबंदी कानून को हास्‍यास्‍पद बताया
अविनाश श्रीवास्तव         पटना। शराबबंदी कानून पर छिड़ी बहस के बीच शनिवार को नालंदा में जहरीली शराब से मौत की घटना ने सियासत में भूचाल ला दिया है। विपक्षी दल के साथ सरकार में शामिल भाजपा ने भी इसको लेकर सरकार पर निशाना साधा है। भाजपा प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने शराबबंदी कानून को हास्‍यास्‍पद बता दिया है। उन्‍होंने कहा है कि इस कानून की समीक्षा होनी चाहिए। शराबबंदी कानून का खामियाजा सिर्फ गरीबों को भुगतना पड़ रहा है। माफिया और बड़े कारोबारी नहीं पकड़े जा रहे हैं।

नालंदा में सात लोगों की मौत को लेकर बीजेपी प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने शराबबंदी कानून को हास्यास्पद बता डाला। पटेल ने कहा कि शराबबंदी कानून की समीक्षा होनी चाहिए। कार्रवाई के नाम पर गरीब लोगों की गिरफ्तारी हो रही है लेकिन, माफिया और बड़े कारोबारी नहीं पकड़े जा रहे हैं। भाजपा प्रवक्‍ता ने कहा है कि नालंदा में जहरीली शराब से मौत की जानकारी मिली है। ये दुखद है। बिहार में जहरीली शराब की बिक्री लगातार हो रही है। बिहार में शराबबंदी है। इतना अभियान चलाया जा रहा है। इसके बादवजूद शराब की बिक्री हो रही है। सरकार को इसपर विचार करना चाहिए।

खोखले दावे और वायदों की बैसाखी पर भाजपा

खोखले दावे और वायदों की बैसाखी पर भाजपा     
अश्वनी उपाध्याय    
गाजियाबाद। जंगल में एक शेर रहता है और वह जंगल का राजा होता है। अक्सर कहानियों में यह जुमला उपयोग किया जाता है। लेकिन जंगल में गीदड़ भी रहता है जो खरगोश, तीतर-बटेर का शिकार कर अपना भरण-पोषण करता है, दोनों ही शिकारी है। परंतु दोनों में बड़ा अंतर रहता है, एक शिकारी होने के साथ-साथ जंगल का राजा भी होता है। यह बात राजनीति में हर बार लागू होती है। जनता के हित में उपयोग की गई नीति जो जनता के कल्याण में निहित हो, व्यवस्थित राजनीति कहलाती है। केवल नीति लागू करना या उन्हें थौप देना यह स्वच्छ राजनीति नहीं होती है। इन दोनों में हमेशा यह अंतर रहता है। 
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के मतदान की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। प्रत्याशियों की पेशानी पर तनाव की लकीर खिंचती जा रही है। गाजियाबाद की पांचों विधानसभाओं में साहिबाबाद विधानसभा में भाजपा वर्चस्व कायम रखने में कामयाब हो सकती है। बाकी चारों विधानसभाओं में भाजपा को दूसरे नंबर पर ही संतोष करना पड़ेगा। जनता में भाजपा के विरुद्ध असंतोष तो बढ़ा ही है साथ-साथ जो लोग लंबे समय से टिकट की कतार में खड़े थे। उनकी उपेक्षा के साथ ही भाजपा का कैडर वोट में कई ग्रुपों में बट गया है। कई ग्रुपों में बटा हुआ कैडर वोट भाजपा के ही पक्ष में जाएगा, इस पर अभी संयश बना हुआ है। 
लोनी विधानसभा में रालोद और सपा के गठबंधन से प्रत्याशी मदन भैया राष्ट्रीय लोक दल के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रहे हैं। जाट, गुर्जर, मुस्लिम और त्यागी समाज मदन भैया के पक्ष में लामबंद हो चुका है। मुस्लिम मतदाताओं के सामने कोई अन्य विकल्प ही नहीं बचा है। साथ-साथ भाजपा की नीतियों से त्रस्त पिछड़ा मजदूर वर्ग भाजपा के खोखले दावे-वायदों की जमीनी हकीकत समझ चुका है। युवा वर्ग भाजपा के विरुद्ध खड़ा अपने अधिकार की उपेक्षा का दंश झेल रहा है। इसी कारण राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव हुआ है। 
भाजपा के द्वारा पुनः विधायक नंदकिशोर को प्रत्याशी बनाया गया है। स्थानीय विधायक के द्वारा जनता की एक भी मूल समस्या को विधानसभा में नहीं रखा गया है। विधानसभा क्षेत्र का 70% भाग निकाय में समाहित है। जहां 1000000 से अधिक लोग निवास करते हैं। इतनी बड़ी आबादी है तो उपयोग में लाया गया हजारों टन पानी की निकासी की कोई समुचित व्यवस्था क्यों नहीं की गई। इस विषय पर विधानसभा में अपना पक्ष क्यों नहीं रखा गया। क्या यह जनता विधानसभा में नहीं रहती है। जरा सी बरसात होते ही क्षेत्र की गलियां नालों में तब्दील हो जाती है। आम आदमी को नरकीय जीवन जीने के लिए विवश होना पड़ता है। जनता से जुड़ी इतनी बड़ी समस्या है। किंतु इसके स्थाई समाधान के लिए हमारे जनप्रतिनिधि ने कोई प्रयास नहीं किया। 'यूनिवर्सल एक्सप्रेस' के न्यूज़ पोर्टल पर कई घोषणा और वायदे जनता के विश्वास के साथ मात्र एक खिलवाड़ है। 
जनता के पास लोकतंत्र में मतदान की महत्वपूर्ण शक्ति होती है। जिसका जनप्रतिनिधित्व चयन में सोच-विचार, अपेक्षा और उपेक्षा को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए। आपका एक वोट आपके आर्थिक, सामाजिक और भौतिक विकास की शुरुआत करता है। 
शेर-बाज खाते हैं नित मार, 
गीदड़ आदि करते मुर्दा आहार।    

विजिया चौराहे पर आयोजित हुईं ब्राह्मणों की बैठक
अमित कुमार          कौशाम्बी। मंझनपुर विधानसभा क्षेत्र के ब्राह्मणों की एक बैठक विजिया चौराहे पर आयोजित की गई है। इस बैठक में उपस्थित ब्राह्मणों ने साफ शब्दों में कहा है कि हमेशा ब्राह्मणों को राजनीतिक दल के नेताओं द्वारा ठगा गया है। बैठक में उपस्थित लोगों ने कहा कि विधानसभा चुनाव आते ही ब्राह्मण मतदाताओं को समझा-बुझाकर उनका मत ले लेने वाले जनप्रतिनिधि ने हमेशा ब्राह्मणों को उपेक्षित किया है। 
लेकिन अब ब्राह्मण समाज किसी भी राजनीतिक दल के नेता के बहकावे में आने वाला नहीं है। ब्राह्मण समाज संगठित हो चुका है और उपेक्षा करने वाले राजनीतिक दल के नेताओं को सबक सिखाएगा। ब्राम्हण समाज की एक बैठक मंझनपुर विधानसभा क्षेत्र के विजिया चौराहा में आयोजित की गई। जिसमें सैकड़ो ब्राम्हण प्रतिनिधि मौजूद रहे बैठक में उपस्थित लोगों ने अपने समाज को संगठित होने पर जोर दिया। ब्राह्मण समाज की बैठक में दीप नारायण त्रिपाठी ने बताया कि हमारे समाज की 70 हजार वोट मंझनपुर विधानसभा में है। फिर भी हमारा समाज उपेक्षित हो रहा है। 
उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में जो हमारे समाज की बात करेगा। 
जो ब्राम्हण समाज के विषय मे सोचेगा उसके साथ हमारा पूरा समाज जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी निर्णय नही हुआ है। लेकिन ब्राह्मणों को उपेक्षित करने वाले लोगों का साथ नहीं दिया जाएगा। बैठक में अजय मिश्रा, शशी कान्त त्रिपाठी, गिरीश द्विवेदी, सौरभ त्रिपाठी, योगेंद्र त्रिपाठी, सोनू प्रधान, जय प्रकाश त्रिपाठी, प्रधान बेरौचा, अंकित त्रिपाठी, मनदीप त्रिपाठी, बेनी शरण मिश्रा, पाली व गंगा शरण मिश्रा सहित तमाम गणमान्य व्यक्ति और प्रतिनिधि मौजूद रहे।

प्रतिनिधि मंडल ने अतुल को पुष्पगुच्छ भेंट किया: यूपी
अश्वनी उपाध्याय        गाजियाबाद। लोहा विक्रेता मंडल के एक प्रतिनिधि मंडल ने संस्था के अध्यक्ष डॉ. अतुल कुमार जैन के नेतृत्व में अतुल गर्ग को भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी बनाए जाने पर पुष्पगुच्छ भेंट करके बधाई दी और शुभकामनाएं भी दी। मुलाकात के दौरान राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने अच्छी कानून व्यवस्था और व्यापारियों तथा आम नागरिकों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार को इस बार भी चुनने के लिए सभी से आह्वान किया और प्रदेश हित में किए गए कार्यों के विषय में भी अवगत कराया।
गाजियाबाद लोहा विक्रेता मंडल की ओर से रविवार की मुलाकात करके बधाई देने वालों में अध्यक्ष डॉ.अतुल कुमार जैन के अतिरिक्त जयकुमार गुप्ता, सुबोध गुप्ता, राजकुमार अग्रवाल, दीपक सिंघल और सतीश बंसल इत्यादि उपस्थित रहे।

मैच: केकेआर ने आरसीबी को 1 रन से हराया

मैच: केकेआर ने आरसीबी को 1 रन से हराया  मिनाक्षी लोढी कोलकाता। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 के मैच नंबर-36 में कोलकाता नाइट राइडर्स (के...