शनिवार, 13 नवंबर 2021

2018 के बाद फिल्मों से दूरी बनाईं: अनुष्का

2018 के बाद फिल्मों से दूरी बनाईं: अनुष्का
कविता गर्ग    
मुबंई। अनुष्का शर्मा ने साल 2018 के बाद से फिल्मों से दूरी बना ली है। हालांकि उन्होंने इस बीच बतौर प्रोड्यूसर फिल्में बनाई हैं। पर मेन स्ट्रीम मूवीज में उन्हें देखे हुए लगभग तीन साल हो गए हैं। इन तीन सालों में अनुष्का अपने पहले बच्चे की मां बनीं और फिलहाल वे मदरहुड फेज पर पूरी तरह फोकस कर रही हैं। इसी दौरान उन्हें कुछ ब्रांड एंडोर्समेंट्स में देखा गया। फिल्मों से वे अब तक दूर क्यों है? इसपर उन्होंने फैशन मैगजीन से बात की है।
ग्राजिया को दिए इंटरव्यू में अनुष्का शर्मा ने बताया कि उन्होंने फिल्मों से ब्रेक क्यों लिया। इसी से जोड़ते हुए उन्होंने मेंटल हेल्थ मुद्दे पर भी बात की। वे कहती हैं- 'मेंटल हेल्थ और काम से ब्रेक लेने का टॉप‍िक अब लोगों के लिए महत्वपूर्ण है।
उनके मुताबिक अगर किसी के पास डायरी है तो इसका ये मतलब नहीं कि वो शख्स बेहतर काम करने वाला है। एक रचनात्मक व्यक्त‍ि के तौर पर, आपको खुद के लिए एक स्पेस देने की जरूरत है। जहां आप विकास कर सके, आव‍िष्कार कर सकें और खुद के नए पहलुओं को पहचान सकें।
अनुष्का ने आगे कहा कि प्रेग्नेंसी से पहले और बाद में मह‍िलाओं की जिंदगी पर दोहरा दबाव होता है। वे कहती हैं- 'ऐसी इंसान होने जो बहुत सतर्क रहती है, फिर भी मैं चिंतित थी।  मैं सोचती रहती थी कि क्या मैं अपने शरीर से नफरत करने लगूंगी।
इस इंटरव्यू में अनुष्का कहा कि कोरोना पैनडेमिक के दौरान प्रेग्नेंट होने पर जिंदगी को सकारात्मक नजर‍िए से देखना सीखा। 'मुझे और विराट को एक साथ समय बिताने का काफी समय मिला क्योंकि वे उस समय कोई मैच नहीं खेल रहे थे। अगर वो ट्रैवल कर रहे होते, तो मैं उस हालत में उन्हें कंपनी नहीं दे पाती।
मालूम हो अनुष्का ने अपनी प्रेग्नेंसी के समय फिल्मों से दूरी बनाए रखी, पर उन्होंने विराट को उनके क्रिकेट टूर्नामेंट्स में पूरी कंपनी दी।

भीख में मिली आजादी, विवादों में घिरीं कंगना
कविता गर्ग      
मुबंई। फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत आजादी भीख में मिलने का बयान देकर विवादों में घिर गई हैं। अब कंगना ने कहा है कि अगर वह गलत साबित होती हैं तो पद्मश्री अवॉर्ड लौटा देंगी। कंगना ने अपने बचाव में जो तर्क दिया है, वह और भी चौंकाने वाला है। गौरतलब है कि पद्मश्री मिलने के एक दिन बाद ही कंगना ने विवादास्पद बयान दिया था। फिल्म अभिनेत्री ने कहा था कि असली आजादी तो 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद मिली है। 1947 में मिली आजादी तो भीख में मिली थी। इसके बाद देशभर में कंगना का विरोध हो रहा है।
अब एक बार फिर कंगना ने भीख में मिली आजादी वाले अपने बयान को डिफेंड किया है। न्यूज 18 के मुताबिक, फिल्म अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर एक किताब के कुछ अंश साझा किए हैं। 
इस किताब का नाम 'जस्ट टू सेट द रिकॉर्ड्स स्ट्रेट' है। कंगना ने लिखा है कि 1857 में आजादी की लड़ाई लड़ी गई थी। इसमें सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई और वीर सावरकर ने हिस्सा लिया था। लेकिन 1947 में आजादी के लिए कौन सा युद्ध लड़ा गया था? मुझे तो इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। अगर कोई मुझे इस बारे में जानकारी दे दे तो मैं माफी तो मांगूंगी ही, साथ ही पद्मश्री भी लौटा दूंगी।
इस बीच देशभर में कंगना रानाउत का विरोध जारी है। नेताओं और तमाम अन्य लोगों ने कंगना रानाउत के बयान पर आपत्ति जताई है। दिल्ली भाजपा के नेता प्रवीण शंकर कपूर ने गुरुवार को इस बारे में ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा कि एक स्वतंत्रता सेनानी का बेटा होने और आजादी के लिए लड़ाई लड़ने वाले वाले परिवार से आने के नाते मैं कंगना रनौत के बयान को स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का अपमान मानता हूं। मैं चाहता हूं कि भारतीय न्याय व्यवस्था इस मामले का खुद से संज्ञान ले। उन्होंने शुक्रवार को पीटीआई से बातचीत में कहा कि निजी स्तर पर ट्वीट करके यह विरोध जताया है। वहीं महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने भी कंगना रनौत के बयान को गलत बताया है। 
वहीं इस बयान के बाद देशभर में कंगना का विरोध हो रहा है। इंदौर में स्वतंत्रता सेनानियों के एक ग्रुप ने कंगना का पुतला जलाया। एमजी रोड पर किए गए इस विरोध के बाद इसमें भाग लेने वाले आशा गोविंद खादीवाला ने कहा कि कंगना को अपने बयान को माफी मांगनी ही चाहिए। वहीं जोधपुर में एक महिला कांग्रेस कार्यकर्ता ने फिल्म अभिनेत्री के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। जोधपुर महिला कांग्रेस कमेटी की प्रेसीडेंट मनीषा पंवार ने अपनी शिकायत में कहाकि कंगना ने आजादी की लड़ाई लड़ने वालों के साथ-साथ देश के लोगों का भी अपमान किया है।

बसपा सुप्रीमो मायावती की मां का निधन हुआ

बसपा सुप्रीमो मायावती की मां का निधन हुआ

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। बसपा सुप्रीमो मायवती की मां रामरती का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। बताया गया है कि मायावती खुद दिल्ली के लिए रवाना हो चुकी हैं। वे वहां पर अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होंगी। बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने इस दुखद खबर की जानकारी दी है।
उन्होंने ट्वीट कर बताया है कि मायावती की मां को हार्ट अटैक आया था और उसी वजह से उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया। 92 साल की उम्र में वे इस दुनिया को छोड़ चली गईं। अभी के लिए बसपा सुप्रीमो दिल्ली के लिए रवाना हो चुकी है। वे अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रही हैं। बताया जा रहा है कि परिवार के एकत्र होने के बाद कल दिल्ली में मायावती की मां का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इस दुखद खबर पर बसपा ने एक प्रेस रिलीज भी जारी की है। उसमें बताया गया है कि बसपा सुप्रीमो की मां काफी मिलनसार थीं और हमेशा अपने परिवार के करीब रहीं। वे अपने अंतिम क्षणों में परिवार के साथ ही रहीं और हमेशा उनके बारे में सोचती रहीं। लेकिन शनिवार को हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया। वैसे करीब एक साल पहले मायावती के पिता प्रभुदयाल का भी स्वर्गवास हो चुका है।

'सनराइज ओवर अयोध्या’ के नाम पर लिखीं 'किताब'
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की लिखी किताब पर विवाद बढ़ता जा रहा है। किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ को लेकर लिखी गई है। इसमें हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन आईएसआईएस और बोको हराम से की है और हिंदुत्व की राजनीति को खतरनाक बताया है। 
उन्होंने कहा कि मैंने हिंदुत्व को कभी आतंकी संगठन नहीं कहा न ही  मेरी किताब में आतंकी शब्द है। उन्होंने कहा कि मैं किताब में लोगों को जोड़ना चाहता हूं। मेरी किताब में महात्मा गांधी, राम और पूरी रामायण है।


फालेयरो को अपना उम्मीदवार घोषित किया
मिनाक्षी लोढी        कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पश्चिम बंगाल की राज्यसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए पार्टी उपाध्यक्ष लुईजिन्हो फालेयरो को शनिवार को अपना उम्मीदवार घोषित किया। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री फालेयरो ने कांग्रेस छोड़ दी थी और सितंबर में टीएमसी में शामिल हो गए थे। टीएमसी ने ट्वीट किया, ”हम संसद के उच्च सदन के लिए लुईजिन्हो फालेयरो को नामित करते हुए बेहद प्रसन्न हैं। हमें विश्वास है कि राष्ट्र की सेवा करने के उनके प्रयासों की व्यापक रूप से सराहना की जाएगी!” राज्यसभा सीट के लिये उपचुनाव 29 नवंबर को होना है।

2021 के राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगे राष्ट्रपति
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद साल 2021 के राष्ट्रीय खेल पुरस्कार प्रदान करेंगे। इस साल ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा समेत 12 खिलाडियों को मेजर ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार, 35 खिलाडियों को अर्जुन पुरस्कार, 10 को द्रोणाचार्य पुरस्कार और 5 खिलाडियों को ध्यानचंद जीवनगौरव पुरस्कार दिए जाएगें। केन्द्रीय युवा कल्याण और खेल मंत्रालय की ओर से हर साल खेल में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
नीरज चोपड़ा (एथलेटिक्स), रवि कुमार (कुश्ती), लवलीना बोरगोहेन (मुक्केबाजी), पीआर श्रीजेश (हॉकी), अवनि लेखारा (पैरा शूटिंग), सुमित अंतिल (पैरा एथलेटिक्स), प्रमोद भगत (पैरा बैडमिंटन), कृष्णा नागर (पैरा बैडमिंटन),मनीष नरवाल (पैरा शूटिंग),मिताली राज,(क्रिकेट),सुनील छेत्री (फुटबॉल),मनप्रीत सिंह (हॉकी) को दिया जाएगा।
अरपिंदर सिंह (एथलेटिक्स), सिमरनजीत कौर (मुक्केबाजी), शिखर धवन (क्रिकेट),सीए भवानी देवी (तलवारबाजी),मोनिका (हॉकी),वंदना कटारिया (हॉकी), संदीप नरवाल (कबड्डी), हिमानी उत्तम परब (मल्लखंब), अभिषेक वर्मा (निशानेबाजी), अंकिता रैना (टेनिस), दीपक पूनिया (कुश्ती), दिलप्रीत सिंह (हॉकी),हरमनप्रीत सिंह (हॉकी), रूपिंदर पाल सिंह (हॉकी), सुरेंद्र कुमार (हॉकी), अमित रोहिदास (हॉकी), बीरेंद्र लाकड़ा (हॉकी), सुमित (हॉकी), नीलकांत शर्मा (हॉकी), हार्दिक सिंह (हॉकी), विवेक सागर प्रसाद (हॉकी),
गुरजंत सिंह (हॉकी), मनदीप सिंह (हॉकी), शमशेर सिंह (हॉकी), ललित कुमार उपाध्याय (हॉकी), वरुण कुमार (हॉकी), सिमरनजीत सिंह (हॉकी), योगेश, कथूनिया (पैरा एथलेटिक्स), निषाद कुमार (पैरा एथलेटिक्स), प्रवीण कुमार (पैरा एथलेटिक्स), सुहाश यतिराज (पैरा बैडमिंटन), सिंहराज अधाना (पैरा निशानेबाजी), भावना पटेल (पैरा टेबल टेनिस), हरविंदर सिंह (पैरा तीरंदाजी)और शरद कुमार (पैरा एथलेटिक्स) को अर्जुन पुरस्कार दिया जाएगा।
खेल और स्पर्धा 2021 में उत्कृष्ट कोचों के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार
लाइफ टाइम श्रेणी में टी. पी. औसेफ(एथलेटिक्स), सरकार तलवार(क्रिकेट), सरपाल सिंह(हॉकी), आशान कुमार(कबड्डी), तपन कुमार पाणिग्रही(तैराकी)  को सम्मानित किया जाएगा। नियमित श्रेणी में राधाकृष्णन नायर पी (एथलेटिक्स), संध्या गुरुंग(बॉक्सिंग),प्रीतम सिवाच(हॉकी),जय प्रकाश नौटियाल(पैरा शूटिंग),सुब्रमण्यम रमन(टेबल टेनिस) को सम्मानित किया जाएगा।
खेल और स्पर्धा 2021 में लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए ध्यानचंद पुरस्कार
लेख केसी(बॉक्सिंग), अभिजीत कुंते(चेस), दविंदर सिंह गरचा(हॉकी), विकास कुमार(कबड्डी), सज्जन सिंह(कुश्ती) को सम्मानित किया जाएगा।

समाजवादी पार्टी ने गृहमंत्री पर कटाक्ष किया
हरिओम उपाध्याय           
लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने गृहमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि जनता का पैसा और बीजेपी की लूट। उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम अधिकारियों से गलत काम कराते है।
समाजवादी पार्टी ने कहा कि गृहमंत्री की रैली, डीएम की भीड़, जनता का पैसा, बीजेपी की लूट। उन्होंने कहा कि जनता का विश्वासमत खो चुकी भाजपा की रैलियों में स्वेच्छा से लोग नहीं आ रहे हैं। इसलिए सरकारी संसाधनों और सत्ता का दुरुपयोग कर भीड़ जुटाने का हो रहा काम। मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम अधिकारियों से गलत काम कराते हैं इसीलिए उन पर कार्रवाई नहीं कर पाते हैं।


कोरोना संबंधी नियम पर रोक हटाने से इंकार

कोरोना संबंधी नियम पर रोक हटाने से इंंकार
अखिलेश पांडेय         
वाशिंगटन डीसी। एक संघीय अदालत ने शुक्रवार को 100 या अधिक कर्मचारियों वाले व्यवसायों के लिए बाइडन प्रशासन द्वारा लागू टीका अनिवार्यता संबंधी नियम पर रोक हटाने से इनकार कर दिया।
न्यू ऑरलियन्स स्थित पांचवीं ‘यूएस सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स’ ने संघीय व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य प्रशासन (ओएसएचए) द्वारा पारित अनिवार्यता आदेश पर पिछले शनिवार को एक आपातकालीन रोक लगा दी थी। जिसमें ऐसे कर्मचारियों को चार जनवरी तक टीका लगाए जाने को या मास्क आवश्यकताओं और साप्ताहिक जांचों को जरूरी बनाया गया था।
न्याय और श्रम विभागों के वकीलों ने सोमवार को एक जवाब दाखिल की। 
जिसमें उन्होंने कहा कि टीका अनिवार्यता को प्रभावी होने से रोकना केवल कोविड-19 महामारी को लंबा खींचेगा और “प्रति दिन दर्जनों या सैकड़ों लोगों की जान लेगा।” लेकिन अपीलीय अदालत ने इस दलील को शुक्रवार को खारिज कर दिया।
न्यायाधीश कर्ट डी इंजलहार्ड्ट ने आदेश दिया कि यह रोक ‘पूरी तरह जनहित में है।’ इंजलहार्ड्ट ने कहा कि आर्थिक अनिश्चितता से लेकर कार्यस्थल संघर्ष तक, अनिवार्यता आदेश के नाम मात्र ने हाल के महीनों में अनकही आर्थिक उथल-पुथल मचा दी है। ओएसएचओ द्वारा चार नवंबर को अपने नियम जारी करने के बाद कम से कम 27 राज्यों ने छह संघीय अपील अदालतों में इसके खिलाफ वाद दायर किया है।

ब्रिटनी स्पीयर्स को 'कंजरवेटरशिप' से आजाद किया
सुनील श्रीवास्तव          
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में लॉस एंजिलिस काउंटी सुपीरियर कोर्ट ने पॉप सिंगर ब्रिटनी स्पीयर्स को उनके पिता जेम्स स्पीयर्स के संरक्षण (कंजरवेटरशिप) से आजाद कर दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार लॉस एंजिलिस काउंटी सुपीरियर कोर्ट के न्यायाधीश ब्रेंडा पेनी ने शुक्रवार को सुनवाई के दौरान यह फैसला सुनाया है।
कोर्ट ने ब्रिटनी स्पीयर्स पर उनके पिता जेम्स स्पीयर्स के 13 साल के संरक्षण को समाप्त कर दिया है। इस फैसले के बाद अब ब्रिटनी स्पीयर्स अपने पेशेवर, सामाजिक और वित्तीय निर्णय स्वयं ले सकेंगी। वर्ष 2008 में जेम्स स्पीयर्स को ब्रिटनी स्पीयर्स की संपत्ति का अस्थायी संरक्षक घोषित किया गया था। ब्रिटनी स्पीयर्स ने इस वर्ष जून में अपने ऊपर से पिता के संरक्षण को समाप्त करने का अनुरोध करते हुये कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

सुधारों का समर्थन करने के लिए तैयार इटली
अखिलेश पांडेय    
रोम। इटली दिसंबर में होने जा रहे चुनावों के बाद लीबिया की सुरक्षा व्यवस्था में सुधारों का समर्थन करने के लिए तैयार है। इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी ने शुक्रवार को लीबिया की अर्थव्यवस्था के ‘सामान्यीकरण’ का आह्वान करते हुये यह बात कही। 
ड्रैगी ने लीबिया पर एक विशेष सम्मेलन के दौरान कहा कि उन्होंने लीबिया में यूरोपीय संघ की मजबूत भूमिका का समर्थन किया है। लीबिया में 24 दिसंबर को राष्ट्रपति और संसदीय चुनाव होने वाले हैं। शुक्रवार को सम्मेलन के बाद  ड्रैगी ने कहा, “लीबिया के लोगों को स्वतंत्र, पारदर्शी और विश्वसनीय चुनावों के जरिये खुद को अभिव्यक्त करने में सक्षम होना चाहिए।
अफ्रीका में संकट की स्थिति, नहीं मिल रही सेवाएं
प्रिटोरिया। संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षण प्रमुख ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि अफ्रीका के साहेल क्षेत्र में संकट के हालात हैं। जहां असुरक्षा और अस्थिरता की वजह से विकास की संभावनाएं गंभीर रूप से कम हो रही हैं तथा आतंकवादी हमलों में रोजाना कई लोग मारे गये। ज्यां-पियरे लैक्रोइक्स ने कहा, ”लाखों लोग विस्थापित हुए हैं। बच्चे स्कूल नहीं जा सकते और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं कई लोगों तक पहुंच नहीं पा रहीं।
कोविड-19 महामारी का खतरा अब भी बना हुआ है।” वह जी5 साहेल बल पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में बोल रहे थे। इस बल का गठन पांच अफ्रीकी देशों-चाड, माली, बुर्किना फासो, नाइजर और मॉरिटानिया द्वारा विशाल साहेल क्षेत्र में बढ़ते आतंकवादी खतरे से निपटने के लिए 2017 में किया था। लैक्रोइक्स ने कहा कि संयुक्त बल लगातार अपना दायरा बढ़ा रहे हैं लेकिन उनके सामने अनेक चुनौतियां हैं जिनमें पड़ोस के लीबिया में संघर्ष से विदेशी लड़ाकों की वापसी शामिल है। इसके साथ ही घरेलू चुनौतियां भी हैं।

खेल: कप्तानी की भूमिका छोड़ देनी चाहिए

खेल: कप्तानी की भूमिका छोड़ देनी चाहिए
मोहम्मद रियाज        
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी को लगता है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली को बल्लेबाज के तौर पर और अधिक बेहतर प्रदर्शन करने के लिये खेल के सभी प्रारूपों में कप्तानी की भूमिका छोड़ देनी चाहिए। ‘समा टीवी चैनल’ पर बात करते हुए अफरीदी ने कहा कि बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) का रोहित शर्मा को भारतीय टी20 टीम का कप्तान नियुक्त करने का फैसला अच्छा है।
कोहली ने भारत के टी20 विश्व कप में अभियान समाप्त होने पर टी20 कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था, जिसके बाद बीसीसीआई ने यह फैसला किया। अफरीदी ने कहा, ”मुझे लगता है कि वह भारतीय क्रिकेट के लिये अद्भुत ताकत रहा है लेकिन मुझे लगता है कि यह अच्छा होगा, अगर वह अब सभी प्रारूपों में बतौर कप्तान संन्यास लेने का फैसला कर लें। 
उन्होंने कहा, ”मैं एक साल के लिये रोहित के साथ खेला था और वह मजबूत मानसिकता वाला लाजवाब खिलाड़ी है। उसकी सबसे मजबूत चीज है कि जब जरूरी हो तो वह ‘रिलैक्स’ रह सकता है और जब बहुत जरूरी हो तो वह आक्रामकता भी दिखा सकता है। ” इस पाकिस्तानी स्टार ने कहा कि रोहित में अच्छे कप्तान के लिये मानसिक मजबूती है और उन्होंने अपनी आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस के लिये यह दिखा भी दिया है।
उन्होंने कहा, ”वह शीर्ष स्तर का खिलाड़ी है, उनका शॉट चयन शानदार है और खिलाड़ियों के लिये अच्छे नेतृत्वकर्ता के लिये उनके पास मानसिकता भी है। ” अफरीदी आईपीएल के शुरू होने वाले वर्ष में डेक्कन चार्जर्स में रोहित के साथ खेले थे। कोहली के टी20 कप्तानी छोड़ने के फैसले पर अफरीदी ने कहा कि वह इसकी उम्मीद कर रहे थे। अफरीदी को लगता है कि कोहली को कप्तानी छोड़कर सभी तीनों प्रारूपों में अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान लगाना चाहिए और इसका लुत्फ उठाना चाहिए।
अफरीदी ने कहा, ”मुझे लगता है कि विराट को कप्तानी छोड़कर अपना बचे हुए क्रिकेट का लुत्फ उठाना चाहिए और मुझे लगता है कि उनका अभी काफी क्रिकेट बचा है। वह शीर्ष स्तर के बल्लेबाज हैं और वह दिमाग में किसी अन्य दबाव के बिना ‘फ्री’ होकर खेल सकते हैं। वह अपने क्रिकेट का आनंद लेंगे।
तैंतीस वर्षीय कोहली ने हाल में आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की कप्तानी से भी हटने का फैसला किया था। वहीं मुख्य कोच के तौर पर कार्यकाल खत्म कर चुके रवि शास्त्री ने हाल में एक साक्षात्कार में संकेत दिया था कि कोहली वनडे की कप्तानी भी छोड़ सकते हैं और सिर्फ टेस्ट टीम की अगुआई पर ही ध्यान लगायेंगे जो उनका पसंदीदा प्रारूप है। कोहली ने 2019 के अंत से कोई टेस्ट शतक नहीं लगाया है।

पृथ्वी पर रहस्यमय जगहें, जानिए राज
पृथ्वी पर ऐसी कई रहस्यमय जगहें हैं, जिनके राज से अब तक पर्दा नहीं उठ पाया है। इसी कड़ी में आज हम पृथ्वी के उन रहस्यमय स्थानों के बारे में जानेंगे, जो अपने भीतर कई राजों को समेट रखे हैं। हमारी सुंदर पृथ्वी पर ऐसे कई खूबसूरत स्थान हैं, जहां पर बड़ी मात्रा में लोग लुत्फ उठाने के लिए जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ कई ऐसी रहस्यमय जगहें भी हैं, जहां पर लोग भूल कर भी जाने की हिम्मत नहीं करते हैं। ये स्थान इतने डरावने और खतरनाक हैं कि यहां पर पल भर में किसी भी व्यक्ति की जान जा सकती है। आइए जानते हैैं इन रहस्यमय स्थानों के बारे में।
डानाकिल डिप्रेशन।
इस स्थान को पृथ्वी के नरक का द्वार कहा जाता है। ये जगह कई रहस्यों को अपने भीतर समेट रखी है। डानाकिल डिप्रेशन पृथ्वी के सबसे गर्म स्थानों में से एक है। ये उत्तरी इथियोपिया नामक देश में स्थित है। इस जगह पर ज्वालामुखी की कई सघन क्रियाएं होती हैं। ये जगह इतनी गर्म है कि इसके नजदीक जाना काफी खतरनाक साबित हो सकता है।
डरावनी गुड़ियों का आइलैंड।
ये रहस्यमय जगह मैक्सिको से दक्षिण, जोचिमिको कनाल के बीच ‘ला इस्ला डे ला म्यूनेकस’ पर स्थित है। यहां आपको कई डरावनी गुड़ियां पेड़ों पर लटकी हुई दिखेंगी। स्थानीय लोगों का कहना है की दर्जनों की तादाद में यहां की गुड़ियां एक दूसरे से कानाफूसी करती हैं। वे आंखें घुमाती हैं और एक दूसरे से इशारों में बात करती हैं। ये जगह काफी खतरनाक है। अक्सर यहां पर घूमने के लिए लोगों को टूर गाइड ले जाने की सलाह दी जाती है। उन्हें अकेले इस जगह पर घूमने नहीं दिया जाता है।
बरमूडा ट्रायंगल पिछले 100 सालों से रहस्य का विषय बना हुआ है। कई शोध और रिसर्च के बाद भी वैज्ञानिक इसके राज से पर्दा नहीं उठा पाए हैं। पिछले लंबे समय से न जाने कितने विमान, एयरक्राफ्ट और जहाज इसके भीतर रहस्यमय ढंग से गायब हुए हैं। ये जगह उत्तर अटलांटिक महासागर में स्थित ब्रिटेन का प्रवासी क्षेत्र है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्वी तट पर मियामी (फ्लोरिडा) से महज 1770 किलोमीटर और हैलिफैक्स, नोवा स्कोटिया, (कनाडा) के दक्षिण में 1350 किलोमीटर (840 मील) की दूरी पर स्थित है। 
इजिप्ट में स्थित गीजा के पिरामिड आज भी एक रहस्य का विषय बने हुए हैं। इनकी अद्भुत कलाकृति और इतने विशाल ढांचे के कारण वैज्ञानिक आज भी इस बात को जान नहीं पाए हैं कि आज से लगभग हजारों साल पहले इसे लोगों ने कैसे बनाया था? गीजा के पिरामिड के भीतर कई ऐसे राज दफन हैं, जिनके बारे में वैज्ञानिकों को आज भी कुछ नहीं पता है।
लद्दाख में स्थित मैग्नेटिक हिल काफी रहस्यमय जगह है। यहां पर ग्रेविटी के सभी नियम विपरीत दिशा में काम करने लगते हैं। यहां अगर आप अपनी गाड़ी को सिर्फ खड़ा कर देते हैं, तो वह खुद बा खुद ऊंचाई की तरफ चढ़ाई करने लगेगी। वैज्ञानिकों का कहना है ऐसा पहाड़ों की स्ट्रोंग मैग्नेटिक फील्ड के कारण होता है। वहीं कई दूसरे विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा ऑप्टिकल इल्यूजन के कारण होता है। असल में रोड नीचे की तरफ जा रहा है पर भ्रम में वो हमें ऊपर जाते हुए दिखता है। हालांकि इसके राज से पूरी तरह से पर्दा अब तक नहीं उठ सका है।

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं 
अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में तेजी रहने के बावजूद घरेलू स्तर पर सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने आज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया। जिससे राजधानी दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार नौवें दिन भी स्थिर रहे।
केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: पांच रुपये तथा 10 रुपये प्रति लीटर की कमी करने से देश में इसकी कीमतों में कमी आयी थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश, कर्नाटक सहित देश के 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने इन दोनों उत्पादों पर मूल्य वर्धित कर (वैट) में कमी की है। इससे संबंधित राज्यों में इन दोनों पेट्रोलियम उत्पाद की कीमतों में और कमी आयी है। इसका असर आज भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर बरकरार है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमत 85 डॉलर प्रति बैरल के आसपास बरकरार है। घरेलू बाजार में शनिवार को नौवें दिन भी पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ। राजधानी दिल्ली में देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के पंप पर पेट्रोल की कीमत 103.87 रुपये प्रति लीटर और डीजल का दाम 86.67 रुपये प्रति लीटर पर टिकी रही।

दिल्ली: बेहद गंभीर श्रेणी में रहीं वायु 'गुणवत्ता'
अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार सुबह वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ की श्रेणी में रही और इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक(एक्यूआई) 473 रहा। राष्ट्रीय राधानी से सटे नोएडा और गुरुग्राम में एक्यूआई क्रमश: 587 और 557 दर्ज किया गया। दिल्ली में सुबह दस बजे एक्यूआई 473 रहा। लोधी रोड, दिल्ली विश्वविद्यालय, आईआईटी दिल्ली, पूसा रोड और दिल्ली हवाई अड्डे पर एक्यूआई क्रमश: 489, 466, 474, 480 और 504 रहा। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को “अच्छा”, 51 से 100 के बीच में “संतोषजनक”, 101 से 200 के बीच “मध्यम”, 201 से 300 तक “खराब”, 301 से 400 के बीच में “बेहद खराब” तथा 401 से 500 के बीच “गंभीर” माना जाता है। प्राधिकारियों ने लोगों को घरों से बाहर जाने से बचने की शुक्रवार को सलाह दी और सरकारी और निजी कार्यालयों को राष्ट्रीय राजधानी में गंभीर वायु प्रदूषण के कारण वाहनों के उपयोग को 30 प्रतिशत तक कम करने का निर्देश दिया।
चार हजार से अधिक खेतों में पराली जलाए जाने के कारण दिल्ली के प्रदूषण में शुक्रवार को इसका योगदान 35 प्रतिशत रहा और अपराह्न चार बजे तक 24 घंटे के औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर 471 दर्ज किया गया। एक्यूआई बृहस्पतिवार को 411 था। ‘ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान’ (जीआरएपी) पर एक उप समिति के अनुसार 18 नवंबर तक प्रदूषकों के फैलने के लिए मौसम संबंधी स्थितियां अत्यधिक प्रतिकूल रहेंगी और संबंधित एजेंसियों को ‘आपात’ श्रेणी के तहत कदम उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए।

भारत: संक्रमितों की संख्या-3,44,26,036 हुईं
अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 11,850 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 3,44,26,036 हो गई। वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,36,308 हो गई है जो पिछले 274 दिनों में सबसे कम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार को अद्यतन किए गए आंकड़ों में यह जानकारियां सामने आईं। सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक देश में इस अवधि में 555 मरीजों की मौत होने से महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 4,63,245 हो गई है।
कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामलों में दैनिक वृद्धि लगातार 36 दिनों से 20,000 से नीचे है और यह 139 दिनों से 50,000 से कम बनी हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,36,308 हो गई है जो कुल संक्रमण का 0.40 प्रतिशत है। यह मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है।
कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.26 प्रतिशत दर्ज की गई है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,108 की कमी दर्ज की गई। दैनिक संक्रमण दर 0.94 प्रतिशत है। यह पिछले 40 दिनों से दो प्रतिशत से नीचे है।

साप्ताहिक संक्रमण दर भी 1.05 प्रतिशत दर्ज की गई जो पिछले 50 दिनों से दो प्रतिशत से कम है। बीमारी से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 3,38,26,483 हो गई है जबकि मृत्यु दर 1.35 प्रतिशत है। देश में राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत कुल 111.40 करोड़ टीके दिए जा चुके हैं।
दिल्ली: वातानुकूलित कोच में मामूली आग लगीं
अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। झांसी ताज एक्सप्रेस के वातानुकूलित कोच में शनिवार सुबह मामूली आग लग गई। उत्तर रेलवे ने यह जानकारी दी। उसने बताया कि सुबह सात बजकर 40 मिनट पर धुआं उठने की जानकारी मिलने के बाद ट्रेन को तकनीकी जांच के लिए निजामुद्दीन और पलवल खंड के बीच पड़ने वाले हरियाणा के असाओती स्टेशन पर रोका गया।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि ब्रेक जाम होने की वजह से आग लगी थी। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) दीपक कुमार ने बताया कि आग बुझा ली गई, सभी यात्री सुरक्षित हैं। यह मामूली आग थी। असल में आग से ज्यादा यह धुआं था।


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-26 (वर्ष-05)
2. रविवार, नवंबर 14, 2021
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-एकादशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:30, सूर्यास्त 05:48।
5. न्‍यूनतम तापमान -13 डी.सै., अधिकतम-28+ डी.सै.। 
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