सोमवार, 4 अक्तूबर 2021

रक्षा क्षेत्र के ऊपर से उड़ाएं 100 सैन्य विमान: चीन

बीजिंग/ ताइपे। चीन अपनी बदमाशियों से बाज नहीं आ रहा है। ड्रैगन ने ताइवान के रक्षा क्षेत्र के ऊपर से लगभग 100 सैन्य विमान उड़ाए। जिसके बाद से ताइवान ने भी चीन को चेतावनी देने के लिए अपने विमान भेजे थे। अब इस मामले पर अमेरिका भी भड़क गया है और उसने चीन को चेतावनी दे दी है। अमेरिका ने इस मामले पर चीन से उसकी "उकसाने वाली सैन्य" गतिविधियों को रोकने के लिए कहा है।

अमेरिका ने अपने बयान में कहा , 'हम बीजिंग से अपील करते हैं कि वह ताइवान पर सैन्य, कूटनीतिक और आर्थिक दबाव और दंडात्मक कार्रवाई रोके।' ताइवान के रक्षा मंत्रालय न बताया कि चीन की वायु सेना ने शुक्रवार, शनिवार और रविवार को फिर से सैन्य विमानों को भेजा था। अकेले शनिवार को 39 विमानों को ताइवान के क्षेत्र में देखा गया था।

सिराथू में किया गया अप्रेंटिसशिप मेले का आयोजन

कौशांबी। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी के सिराथू क्षेत्र के अंतर्गत राजकीय आईटीआई विद्यालय सिराथू में सोमवार को अप्रेंटिसशिप मेले का आयोजन किया गया। इस रोजगार मेले का शुभारंभ सिराथू के बीजेपी विधायक शीतला प्रसाद पटेल , मंझनपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक लाल बहादुर के नेतृत्व में शुभारंभ किया गया। इस रोजगार मेले में क्षेत्र के 2000 विद्यार्थियों ने भाग लिया राजकीय आईटीआई विद्यालय में बाहर से आई हुई 16 कंपनियों ने अपने रोजगार देने के लिए भाग लिया। विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन इस रोजगार मेले किया गया। विद्यार्थियों ने राजकीय विद्यालय आईटीआई सिराथू के प्रिंसिपल वा टीचरों की सराहना करते हुए कहा कि इस योजना के तहत क्षेत्र के बेरोजगार विद्यार्थियों को रोजगार मिलने का अवसर सरल हो गया है। विद्यार्थियों ने अपने प्रमाण पत्रों व डिग्री को लेकर रोजगार पाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया।
धर्मेंद्र सोनकर       

सीएम योगी ने अपनी वीटो टीम को लखीमपुर भेजा

हरिओम उपाध्याय       
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी वीटो टीम को लखीमपुर भेजते हुए खुद मानिटरिंग कर रहे हैं। ऐसे में अन्य राजनीतिक दलों द्वारा लगातार उथल-पुथल मचाते हुए लखनऊ से लेकर दिल्ली तक राजनीति तेज हो चुकी है। वही लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार लखीमपुर पहुंचकर वहां के आला अधिकारियों के साथ बैठकर कर रहे हैं तो अभी हाल ही में एडीजी से डीजी बनाए गए एसएन साबत को भी छुट्टियों से वापस बुला लिया गया है। कानून व्यवस्था को देखते हुए नेट की सेवाएं बंद कर दी गई है। यूपी के समस्त जनपदों में अलर्ट कर दिया गया है। लखीमपुर के आसपास के बॉर्डर पर पुलिस तैनात हैं। लखीमपुर आने जाने वाले लोगों पर नजर बनी हुई है एवं गाड़ियों में चेकिंग की जा रही है लगातार।
पुलिस के रोकने पर निजी कार से प्रियंका निकलीं।
प्रियंका को पुलिस रोकने का प्रयास कर रही थीं।
कार में सवार होकर प्रियंका गांधी निकल चुकीं हैं।

राज्यमंत्री अजय को मंत्री पद से बर्खास्त किया जाएं

हरिओम उपाध्याय     
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था और लखीमपुर खीरी की निंदनीय घटना को देखते हुए यूपी की भाजपा सरकार को बर्खास्त किया जाए। साथ ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र को भी मंत्री पद से बर्खास्त किया जाए। लखीमपुर की घटना की वर्तमान सुप्रीम कोर्ट के जजों से जांच की जाए। दोषियों को फांसी की सजा दी जाए।
बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आर डी गादरे ने लखीमपुर खीरी में हुई घटना को बड़ी निंदनीय करार देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार हर तरह से नाकाम हो चुकी है। ना व्यवस्था कानून की रही न सुरक्षा की रही ना रोजगार के रही ना स्वास्थ्य विभाग की रही किसी काम की नहीं है और देश में प्रदेश में जंगलराज महसूस हो रहा है। माननीय राष्ट्रपति महोदय को तत्काल प्रभाव से उत्तर प्रदेश के हालत को मद्देनजर रखते हुए बर्खास्त कर देना चाहिए। चारों और किसान सड़कों पर बेहाल जिससे देश में काले कानून की व्यवस्था को खत्म किया जाए। किसानों ही नहीं देश में हर तबके की बहाली के लिए गौर किया जाए। देश की स्थिति हर तरह से डामाडोल हो चुकी है। देश में गुंडागर्दी आतंकवाद पनप रहा है। जिसमें देखने को मिलता है और उत्तर प्रदेश शासन और केंद्र शासन के सह पर हो रहे अत्याचार अधिकार चोरी सीनाजोरी गुंडागर्दी चरम सीमा पर है तो हम बहुजन मुक्ति पार्टी से ऐसे कार्यों की कड़ी शब्दों में निंदा करते हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे पर हत्या का मुकदमा चलाया जाए और पिड़ीतों को 5-5- करोड़ रुपयों का मुआवजा दिया जाए। बहुजनों की सरकार आएगी तो बहुजनों को किसानों को मजदूरों को मजदूरों को न्याय मिल पाएगा। इस निरंकुश वादी फासीवादी सरकार ने देश को बेच डाला और किसान मजदूर मजलूम किसी की नहीं सुन रही है। अपनी मन मन मन मर्जी तानाशाही चला कर देश को गुलामी की ओर ले जा रही है। जिससे देश में चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है और भुखमरी की सीमाएं लांघ ने पर तैयार हैं लोग और आत्महत्या कर रहे हैं। विभिन्न तरीके से किसानों को मारा गया यह कोई हल्के में लेने की बात नहीं है। 11 महीनों से किसान मजदूर सड़क पर चिल्ला रहे हैं। लेकिन सरकार अपनी मनमानी कर रही है। इससे साबित हो जाता है कि इन्हें वोटों की नहीं चिंता। क्योंकि ईवीएम मशीन से घोटाला करने पर विश्वास है। शायद यदि ऐसा नहीं है तो ईवीएम को हटा देना चाहिए था अब तक और बैलेट पेपर से चुनाव कराने के लिए मंजूरी दे देनी चाहिए थी। यदि दिन सरकार के मन में कोई खोट नहीं ईवीएम मशीन को तुरंत हटाने का भी निर्णय लिया जाए। जिससे देश में बैलेट पेपर से आने वाले चुनाव हो और जनता को उनका हक मिल सके नहीं तो ईवीएम जब तक रहेगी। किसान, मजदूर, मजलूम और मूल निवासियों के हक और अधिकार सब खत्म होते रहेंगे।

मृतकों के परिवार को 1-1 करोड रूपये का मुआवजा

भानु प्रताप उपाध्याय         
शामली। जनपद के कांग्रेस जन आपको सादर अवगत कराना चाहते हैं कि दिनांक 3 अक्टूबर 2021 को लखीमपुर मे बीजेपी सांसद के पुत्र के द्वारा अपने हक के लिए प्रदर्शन कर रहे अन्नदाता किसानों को गाड़ी से कुचलकर उनकी निर्मम हत्या कर दी गई थी। देश में सरकार चलाने वाले लोगो की इतनी मतिभ्रम हो गए हैं, कि जनता को जानवर समझने लगे हैं। मौजूदा सरकार की दमनकारी नितियों से अन्नदाता की आवाज को दबाकर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। मृतकों के परिवार से मिलने के लिए लखीमपुर जा रही काँग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को भी उत्तर प्रदेश की तानाशाही सरकार द्वारा रोका गया है। जिसकी हम कडी निंदा करते हैं।
अतः इस ज्ञापन के माध्यम से हम जनपद शामली के काँग्रेसजन आपसे मांग करते हैं कि इस घोर निंदनीय घटना में सम्मिलित लोगों के अतिशीघ्र कडी कार्यवाही की जाये तथा मृतकों के परिवार को  1-1 करोड रूपये का मुआवजा दिया जाये तथा घटना में लिप्त भाजपा के सांसद विधायक को बर्खास्त किया जाए।
ज्ञापन देने वालो मे अश्वनी शर्मा, युवा कांग्रेस प्रदेश महासचिव दीपक सैनी, जिला अध्यक्ष 
प्रवीण तरार, जिला उपाध्यक्ष अनुज गोतम, शहर सीमा जाटव, जिला उपाध्यक्ष अकबर अन्सारी, प्रदेश सचिव  शैखरपाल, प्रदेश महासचिव पिछड़ा राशिद चोधरी, जिला महासचिव अंकुर मलिक, युवा जिला अध्यक्ष नफीस अली, जिला चेयरमैन अल्पसंख्यक मुनेश देवी, जिला उपाध्यक्ष महिला डाॅ मुन्हवर पवार, केराना ब्लाक अध्यक्ष श्रीपाल सिह उपाध्याय, जिला अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग गयुर चोधरी, ब्लाक अध्यक्ष शामली शमशीर खान, कैराना शहर अध्यक्ष प्रधुम्ण तोमर, जिला उपाध्यक्ष रामशरन नामदेव, वरिष्ठ कांग्रेस 
सन्तकुमार, ब्लाक अध्यक्ष काधला राहुल शमाॅ जिला सचिव रामपाल पांचाल महाबीर सैनी, सोरभ सैनी, युवा कांग्रेस आदि कांग्रेस जन शामिल हुए।

यूपी: अखिलेश की रिहाई की मांग पर प्रदर्शन किया

भानु प्रताप उपाध्याय         
जलालाबाद। समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ द्वारा भाजपा सरकार की गुडई नीतियों के खिलाफ एवं लखीमपुर खीरी मे भाजपा के ग्रह मन्त्री पुत्र द्वारा किसानो की निर्मम हत्या की गईं के विरूद्ध किसान परिवार से मिलने जाते हेतू सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को गलतपूर्ण तरीके से गिरफ्तार कर लिये जाने पर थानाभवन विधानसभा जलालाबाद दिल्ली हाइवे पर सपा नेता अब्दुल गफ्फार मलक,रविन्द्र प्रधान जोगी (प्रदेश सचिव पिछड़ा वर्ग) ने सैकड़ो कार्यकर्ताओ द्वारा योगी सरकार के खिलाफ ग्रह राज्य मंत्री का इस्तीफा एंंव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की रिहाई की मांग को लेकर जाम कर विरोध-प्रदर्शन किया। चोकी प्रभारी सचिन पुनिया ने पुलिस बल के साथ सपा नेताओ से बात कर अधिकारीयो द्वारा इंसाफ की बात मिलने को लेकर जाम खुलवाया गया। सपा नेता अब्दुल गफ्फार मलक ने कहा कि जिस प्रकार आज सरकार ओर प्रशासन की गलत नीतियों का विरोध एव इंसाफ की लडाई लड़ने के लिए सपा कार्यकर्ता मर मिटने को तैयार है। साथ रहे इसरार मलिक,सलीम मलिक,कालू खा(मेम्बर)बाबू तेली,मकबूल मलक,फुरकान कुरैशी,सावेज जाफरी,आदि मौजूद रहे।

कार्यकर्ताओं ने तहसील पर धरना-प्रदर्शन किया

अतुल त्यागी      
हापुड़। लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुई घटना को लेकर सोमवार को प्रसपा के कार्यकर्ताओं ने नगर के तहसील चौराहे पर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। सपा कार्यकर्ताओं ने मोदी, योगी व भाजपा सरकार विरोधी नारे भी लगाए। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने के बाद प्रसपा कार्यकर्ता शांत हुए और एसडीएम सत्यप्रकाश व सीओ सदर एसएन वैभव पांडे को ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष पदम सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों प्रसपा कार्यकर्ता सोमवार को तहसील चौराहे पर अपने- अपने हाथों में झंडे लेकर पहुंचे। जहां उन्होंने लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में किसानों के साथ घटित हुई घटना को लेकर मोदी, योगी व भाजपा सरकार का विरोध करते हुए जमकर धरना प्रदर्शन किया।
 कार्यकर्ताओं ने मोदी, योगी व भाजपा विरोधी नारे भी लगाए। जिलाध्यक्ष पदम सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में अन्नदाताओं का नरसंहार किया गया। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा सरकार का यह तानाशाही रवैया अब चलने वाला नहीं है। उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को तत्काल बर्खास्त कर दोषियों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्यवाही कर इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष व न्यायिक जांच तथा मृतकों के परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की पुरजोर मांग की।
धरना प्रदर्शन में जिला प्रमुख महासचिव अय्यूब सिद्दीकी, युवजन सभा जिलाध्यक्ष सुनील चौधरी, अधिवक्ता सभा जिलाध्यक्ष रिजवान एडवोकेट, जिला उपाध्यक्ष सचिन चौधरी, महिला सभा जिलाध्यक्ष विनीता चौधरी, अल्पसंख्यक सभा जिलाध्यक्ष रफत त्यागी, छात्र सभा जिलाध्यक्ष युदिष्ठर यादव, नगर अध्यक्ष हापुड़ वसीम रिजवी, जिला सचिव हरिराज गुर्जर, छात्र सभा प्रदेश सचिव मोहित नागर, विकास त्यागी, विनीत त्यागी, वसीम अंसारी, चंद्रपाल सिंह, पुष्पेंद्र कुमार, आशिन्द्र निर्वाण, मोहित प्रजापति, नीरज चौधरी, योगेश प्रजापति व हरेंद्र जाट सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।

फंदे से लटकी मिली मां-बेटी की लाश, फैली सनसनी

रांची। मां-बेटी की सोमवार को फंदे से लटकी लाश मिली है। इससे इलाके में सनसनी फैल गई है। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। मामला झारखंड के पलामू जिले के हैदरनगर थाना क्षेत्र के राजबंधा गांव का है। मिली जानकारी के अनुसार 40 वर्षीया महिला वर्ष 2016 से राजबंधा के जितेंद्र पासवान के घर उसकी दूसरी पत्नी बन कर रह रही थी। बताया जा रहा है कि वर्ष 2016 में महाराष्ट्र के नागपुर में लव मैरिज करने के बाद जितेंद्र पासवान संगीता और उसकी बेटी अंजली को लेकर अपने घर राजबंधा आ गया था। महिला उसके बाद से अपनी 12 वर्षीय पुत्री अंजली के साथ रह रही थी। 

आईपीएल का दूसरा चरण भारत में नहीं खेला जाएगा

आबुधाबी। नाइट राइडर्स (केकेआर) के कप्तान इयोन मोर्गन ने यहां रविवार को आईपीएल मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ जीत के बाद कहा कि उन्होंने जितना सोचा था, विकेट उससे ज्यादा धीमा रहा। इन परिस्थितियों में गेंद पावरप्ले में जल्दी स्विंग हुई।लेकिन यह पिच सुस्त थी।
मोर्गन ने कहा, " हमें अच्छी गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण की जरूरत थी और हमने यह किया। शुभमन ने बहुत अच्छा खेला और लक्ष्य का पीछा किया। शाकिब के आने से टीम की बल्लेबाजी को गहराई मिलती है। उनके आने से बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा है। हमें नहीं पता था कि आईपीएल का दूसरा चरण भारत में नहीं खेला जाएगा।लेकिन हमने यहां की परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन किया है और अच्छी तरह से इसमें ढले हैं। हमारा ध्यान अच्छा क्रिकेट खेलने पर है और हमने पिछले तीन हफ्तों में ऐसा किया है। ड्रेसिंग रूम में गेम प्लान का अच्छा असर पड़ा है और लोग हाथ बढ़ा रहे हैं। हमने धीमी परिस्थितियों के अनुकूल होने के लिए अच्छा प्रदर्शन किया और मैं इससे खुश हूं। 

हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ धाराओं के तहत मुकदमा

हरिओम उपाध्याय       
कानपुर। भारतीय जनता युवा मोर्चा में प्रदेश मंत्री बनाए गए हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। भाजयुमो प्रदेश मंत्री अरविंद राज त्रिपाठी उर्फ छोटू के अलावा उसके चार साथियों पर एससी-एसटी एक्ट के अलावा धोखाधड़ी की धाराओं में पीड़ित की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोप है कि नामजद कराए गए लोगों ने लाखों की कीमती जमीन लेने के बाद बेचने वाले को उसकी कीमत का भुगतान नहीं किया। पीड़ित ने जब रुपए मांगे तो घर में घुसकर उसे जान से मारने की धमकी दी गई।
सोमवार को अशोक नगर निवासी मनोज कुमार की ओर से नजीराबाद थाने में दी गई तहरीर में बताया गया है कि वह मूल रूप से बैकुंठपुर बिठूर के रहने वाले हैं। उन्होंने गांव की 487 वर्ग मीटर जमीन का सौदा भाजयुमो नेता अरविंद राज त्रिपाठी उर्फ छोटू, जुगराज सिंह, विपिन सिंह, महेंद्र सिंह और गिरिजेश कुमार कटियार के साथ किया था। मनोज कुमार ने बताया है कि जमीन खरीदनें वाले पांचों लोग जमीन की लिखा पढ़ी कराने के लिए उसे अपने एक वकील के पास ले गए थे। जमीन का एग्रीमेंट टाइप होने के बाद जब उन्होंने उसे पढ़ने का प्रयास किया तो उन पांचों ने कहा है कि चाचा आप बिल्कुल भी परेशान मत हो। हम लोगों के बीच जो भी सौदा तय हुआ है वही होगा।

केन्द्रीय गृहमंत्री अजय को बर्खास्त करने की मांग की

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर, उनसे उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग की। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई।
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने पत्र में कहा कि केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को उनके पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ हिंसा भड़काने तथा सांप्रदायिक नफरत फैलाने का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। केन्द्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा ‘मोनू’ और उसके साथी गुंडों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए और उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
किसान संगठनों के प्रमुख मंच ने इसक साथ ही उच्चतम न्यायालय की निगरानी में एक विषेश जांच दल (एसआईटी) से घटना की जांच कराने की मांग की। उसने किसानों के खिलाफ की गई हरियाण के मुख्यमंत्री एमएल खट्टर की कथित टिप्पणी के मामले में उन्हें पद से हटाने की भी मांग की।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चंडीगढ़ में रविवार को भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा की एक बैठक के दौरान कथित तौर पर ‘जैसे को तैसा’ (टिट फॉर टैट) करने की बात कही थी। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से 500 से 1000 लोगों का समूह बनाने और जेल जाने के लिये भी तैयार रहने को कहा था।

प्रमाण-पत्र में कोरोना को मौत का कारण नहीं बताया

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कहा कि किसी भी राज्य को कोविड-19 के कारण मारे गए लोगों के परिजन को 50,000 रुपए की मुआवजा देने से केवल इस आधार पर इंकार नहीं करना चाहिए कि मृत्यु प्रमाण-पत्र में कोरोना वायरस को मौत का कारण नहीं बताया गया है। कोविड-19 के कारण मारे गए लोगों के परिजन को 50,000 रुपए की अनुग्रह राशि देने की सिफारिश राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने की थी। 
न्यायमूर्ति एम आर शाह और न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना की पीठ ने कहा कि कोविड-19 की वजह से मृत्यु होना प्रमाणित किए जाने और आवेदन जमा करने के 30 दिन के भीतर राज्य आपदा राहत कोष से मुआवजा वितरित किया जाएगा। पीठ ने राज्यों और केंद्र को यह भी आदेश दिया कि वह प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिए इस योजना का व्यापक प्रचार करें।
पीठ ने एनडीएमए के दिशा-निर्देशों को मंजूरी देते हुए कहा कि पहले से जारी मृत्यु प्रमाण पत्र और परिवार के किसी सदस्य के असंतुष्ट होने पर परिजन उपयुक्त प्राधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। शीर्ष अदालत ने कहा कि आरटीपीसीआर जांच जैसे आवश्यक दस्तावेज दिखाए जाने पर संबंधित प्राधिकारी मृत्यु प्रमाण पत्रों में संशोधन कर सकते हैं और यदि वे इसके बाद भी असंतुष्ट रहते हैं, तो परिवार के सदस्य शिकायत निवारण समिति के पास जा सकते हैं।
पीठ ने कहा कि कोई भी राज्य इस आधार पर अनुग्रह राशि देने से इनकार नहीं करेगा कि मृत्यु प्रमाण पत्र में मौत का कारण कोविड-19 नहीं बताया गया है। शीर्ष अदालत ने कहा कि शिकायत निवारण समिति मृतक के चिकित्सकीय रिकॉर्ड की समीक्षा करने के बाद 30 दिन में फैसला कर सकती है और मुआवजा देने का आदेश दे सकती है। इससे पहले, एनडीएमए ने कोविड-19 से जान गंवा चुके लोगों को परिजन को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की सिफारिश की थी।

चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया

चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया  इकबाल अंसारी  चेन्नई। देश में इन दिनों आईपीएल की धूम मची हुई है। गत चैम्पियन चेन्नई सुपर...