शनिवार, 2 अक्तूबर 2021

कॉलेज: प्रवेश के लिए 3236 छात्रों ने आवेदन किए

संदीप मिश्र     

बरेली। बरेली कॉलेज में परास्नातक में प्रवेश के लिए छात्र 2 अक्टूबर रात 12 बजे तक आवेदन कर सकते हैं। 1 अक्टूबर शाम तक कई पाठ्यक्रमों में तो सीटों की अपेक्षा 10 गुना तक आवेदन आए हैं तो कई पाठ्यक्रम ऐसे हैं। जिनमें पिछले वर्ष की तरह इस बार भी कम आवेदन आए हैं। अब तक 3236 छात्रों ने आवेदन किए है। जिसमें सबसे ज्यादा आवेदन एमएससी के पाठ्यक्रमों में आए हैं। प्रवेश समन्यवक डा. वीपी सिंह के मुताबिक एम पाठ्यक्रमों में एमए ड्राइंग-73, अर्थशास्त्र-96, अंग्रेजी-217, हिंदी-92, इतिहास-140, गणित-10, सैन्य अध्ययन-15, दर्शनशास्त्र-4, राजनीति शास्त्र-138, संस्कृत-21, समाजशास्त्र-322, उर्दू-54, एमकॉम-578, सांख्यिकी-2 और एमएससी बॉटनी-242, रसायन विज्ञान-335, गणित-259, सैन्य अध्ययन-5, भौतिक विज्ञान-240, जंतु विज्ञान-384, सांख्यिक-9 आवेदन आए हैं। छात्र निर्धारित समय में अपने सभी प्रमाणपत्र अपलोड कर दें।

मुरादाबाद में बनाए गए जिलों के लिए परीक्षा केंद्र

संदीप मिश्र     
बरेली। एलएलएम, एलएलबी और एमएड प्रवेश परीक्षा के एडमिट कार्ड एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने जारी कर दिए। अभ्यर्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। प्रवेश परीक्षा बरेली कॉलेज, विश्वविद्यालय परिसर व अन्य परीक्षा केंद्रों पर होगी।
बरेली व आसपास के जिलों के छात्रों के परीक्षा केंद्र बरेली और मुरादाबाद व आसपास के जिलों के लिए परीक्षा केंद्र मुरादाबाद में बनाए गए हैं। बरेली में तीन और मुरादाबाद में चार परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। अलग-अलग पाठ्यक्रमों की परीक्षा दो पालियों में हो रही हैं।
पहली पाली सुबह 9 से 10:30 बजे और दूसरी पाली दोपहर 12 से 1:30 बजे तक होगी। एलएलबी में सीटों से कम आवेदन आए हैं। प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों की मेरिट जारी की जाएगी। उसके बाद छात्र महाविद्यालयों में प्रवेश ले सकेंगे।

बरेली-दिल्ली आने-जाने वाले यात्रियों को राहत दीं

संदीप मिश्र       
बरेली। एलाइंस एयर ने बरेली-दिल्ली आने-जाने वाले यात्रियों के लिए फिर राहत दी है। जो फ्लाइट ट्रायल के तौर पर सात दिन के लिए मॉर्निंग में संचालित की उसका समय और बढ़ा दिया है। अब बरेली-दिल्ली फ्लाइट 30 अक्टूबर तक मॉर्निंग फ्लाइट के रूप में चलायी जाएगी। इससे बरेली मंडल के उद्यमी, व्यापारियों के साथ नवरात्रि में वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत मिली है। श्रद्धालुओं के लिए अब दिल्ली से जम्मू कश्मीर की फ्लाइट पकड़ने के लिए ट्रेन से सफर करना नहीं पड़ेगा। सुबह फ्लाइट पकड़कर दिल्ली भी जल्द पहुंच सकेंगे।
बताते हैं कि मॉर्निंग फ्लाइट के संचालन के दौरान बरेली-दिल्ली रूट पर एयर ट्रैफिक बढ़ा है। इसलिए एलाइंस एयर ने मॉर्निंग फ्लाइट को एक माह के लिए बढ़ा दिया है। एलाइंस एयर के प्रतिनिधि ने बताया कि पहले एलाइंस एयर ने 24 से 30 सितंबर तक ‘मार्निंग फ्लाइट’ शुरू की। यह फ्लाइट सुबह 7 बजे दिल्ली से बरेली के लिए उड़ान भरकर यहां 8 बजे एयरपोर्ट पहुंचती है।
एयरपोर्ट पर आधे घंटे ब्रेक के बाद करीब 8.30 बजे दिल्ली के लिए उड़ान भरती है। जबकि 24 सितंबर से पहले यह फ्लाइट मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को दिल्ली से दोपहर 12 बजे उड़कर 1 बजे बरेली और बरेली से 1:30 बजे उड़कर 2:30 बजे दिल्ली पहुंचती थी। सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और रविवार की फ्लाइट दिल्ली से दोपहर 12:30 उड़कर 1:30 बजे बरेली और बरेली से 2 बजे उड़कर 3 बजे दिल्ली पहुंचती थी।

दरअसल, मॉर्निंग फ्लाइट चलाने के लिए व्यापारी-उद्यमी लंबे समय से मांग कर रहे थे। अब उनकी मांग को एलाइंस एयर ने पंख लगा दिये हैं। सात दिन एलाइंस एयर ने सुबह में फ्लाइट संचालन कर यह जाना दिल्ली-बरेली के यात्रियों की संख्या में कितनी वृद्धि हुई। एयर ट्रैफिक ठीक मिलने पर ही इसे आगे बढ़ाया गया है। हालांकि 2070 रुपये किराया दिल्ली से बरेली आने के लिए और 1959 रुपये किराया बरेली से दिल्ली जाने के लिए पहले से निर्धारित है।

पति ने पत्नी को खुदखुशी करने पर विवश किया

संदीप मिश्र      
बरेली। पत्नी को दहेज के लिए प्रताड़ित कर आत्महत्या के लिए विवश करने वाले थाना प्रेमनगर के राजेन्द्रनगर निवासी संदीप सिंह को सत्र परीक्षण में दोषी पाते हुए अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम सुनील कुमार वर्मा की अदालत ने छह वर्ष कारावास व दस हजार रूपये अर्थदण्ड की सजा सुनाई।
एडीजीसी क्राइम सचिन जायसवाल ने बताया कि मृतका के शास्त्रीनगर निवासी भाई रोबिन्सन मैसी ने थाना प्रेमनगर में तहरीर देकर बताया था कि बड़ी बहन नैन्सी मैसी की शादी वर्ष 2012 मे संदीप के साथ हुई थी। बहन ने पति व सास द्वारा दहेज मांगने, मारपीट की शिकायत हम लोगों से की थी। हम लोगों ने कई दफा अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए मां-बेटे को समझाया था।

गंगूबाई काठियावाड़ी में आलिया ने भूमिका निभायी

कविता गर्ग        
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट की आने वाली फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी 06 जनवरी 2022 को रिलीज होगी।
संजय लीला भंसाली निर्मित फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी में आलिया भट्ट ने मुख्य भूमिका निभायी है। फिल्म में आलिया भट्ट, कमाठीपुरा की माफिया क्वीन गंगूबाई के दमदार रोल में नजर आने वाली हैं।फिल्म में अजय देवगन करीम लाला की भूमिका में दिखेंगे।
गंगूबाई काठियावाड़ी वर्ष 2022 में रिलीज होने वाली पहली फिल्म होगी। आलिया भट्ट ने फिल्म की रिलीज डेट अनाउंस करते हुए लिखा है, "अपने दिल और आत्मा का एक हिस्सा आपके लिए ला रही हूं। गंगूबाई काठियावाड़ी आपके नजदीकी सिनेमाघरों में 6 जनवरी 2022।

विमान के हवा में टकरा जाने से 2 लोगों की मौंत

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के एरिजोना में एक हवाई पार्क के ऊपर हेलिकॉप्टर और विमान के हवा में टकरा जाने से दो लोगों की मौत हो गयी।
एक स्थानीय समाचार आउटलेट ने बताया कि टक्कर ग्रेटर फीनिक्स क्षेत्र के दक्षिण-पूर्वी शहर चैंडलर में चैंडलर म्यूनिसिपल एयरपोर्ट के पास स्थानीय समयानुसार शुक्रवार सुबह करीब 7:30 बजे हुई।
समाचार आउटलेट ने स्थानीय अग्निशमन विभाग के अधिकारियों के हवाले से बताया कि टक्कर के बाद विमान उतरने में सक्षम था लेकिन हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उसमें आग लग गयी। हादसे में हेलिकॉप्टर में सवार दो लोगों की मौत हो गयी।
चैंडलर पुलिस विभाग ने एक ट्वीट में कहा कि पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गये हैं और विभाग ने इस घटना के प्रत्यक्षदर्शियों या इसे कैमरे में कैद करने वाले लोगों को उससे संपर्क करने के लिए कहा है।

प्रदर्शित फिल्म आसमान से की केरियर की शुरुआत

कविता गर्ग         
मुंबई। 2 अक्तूबर 1942 को मुंबई में एक मध्यम वर्गीय गुजराती परिवार में जन्मीं आशा पारेख ने अपने सिने करियर की शुरूआत बाल कलाकार के रूप में 1952 में प्रदर्शित फिल्म आसमान से की। 
इस बीच निर्माता-निर्देशक विमल राय एक कार्यक्रम के दौरान आश पारेख के नृत्य को देखकर काफी प्रभावित हुये और उन्हें अपनी फिल्म बाप बेटी में काम करने का प्रस्ताव दिया।
वर्ष 1954 में प्रदर्शित यह फिल्म टिकट खिड़की पर असफल साबित हुयी। इस बीच आशा पारेख ने कुछ फिल्मों में छोटे मोटे रोल किये लेकिन उनकी असफलता से उन्हें गहरा सदमा पहुंचा और उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से किनारा कर अपना ध्यान एक बार फिर से अपनी पढ़ाई की ओर लगाना शुरू कर दिया।
वर्ष 1958 में आशा पारेख ने अभिनेत्री बनने के लिये फिल्म इंडस्ट्री का रूख किया लेकिन निर्माता.निर्देशक विजय भट्ट ने आशा पारेख को अपनी फिल्म गूंज उठी शहनाई में काम देने से इंकार कर दिया। हालांकि इसके ठीक अगले दिन उनकी मुलाकात निर्माता-निर्देशक नासिर हुसैन से हुयी जिन्होंने उनकी प्रतिभा को पहचान कर अपनी फिल्म दिल देके देखो में काम करने का प्रस्ताव दिया।वर्ष 1959 में प्रदर्शित इस फिल्म की कामयाबी के बाद आशा पारेख फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कुछ हद तक कामयाब हो गयी।वर्ष 1960 में आशा पारेख को एक बार फिर से निर्माता.निर्देशक नासिर हुसैन की फिल्म .जब प्यार किसी से होता है में काम करने का अवसर मिला। फिल्म की सफलता ने आशा पारेख को स्टार के रूप में स्थापित कर दिया। इन फिल्मों की सफलता के बाद आशा पारेख निर्माता.निर्देशक नासिर हुसैन की प्रिय अभिनेत्री बन गयी और उन्होंने उन्हें अपनी कई फिल्मों में काम करने का अवसर दिया। इनमें फिर वही दिल लाया हूं,तीसरी मंजिल, बहारो के सपने, प्यार का मौसम और कारवां जैसी सुपरहिट फिल्में शामिल हैं।
वर्ष 1966 में प्रदर्शित फिल्म तीसरी मंजिल आशा पारेख के सिने कैरियर की बड़ी सुपरहिट फिल्म साबित हुयी।इस फिल्म के बाद आशा पारेख के कैरियर में ऐसा सुनहरा दौर भी आया जब उनकी हर फिल्म सिल्वर जुबली मनाने लगी। यह सिलसिला काफी लंबे समय तक चलता रहा। इन फिल्मों की कामयाबी को देखते हुए वह फिल्म इंडस्ट्री में .जुबली गर्ल के नाम से प्रसिद्ध हो गयी।
वर्ष 1970 में प्रदर्शित फिल्म कटी पतंग आशा पारेख की एक और सुपरहिट फिल्म साबित हुयी।शक्ति सामंत के निर्देशन में बनी इस फिल्म में आशा पारेख का किरदार काफी चुनौतीपूर्ण था लेकिन उन्होंने अपने सधे हुये अभिनय से इसे जीवंत कर दिया। इस फिल्म में दमदार अभिनय के लिये उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।नब्बे के दशक में आशा पारेख ने फिल्मों में काम करना काफी कम कर दिया। इस दौरान उन्होने छोटे पर्दे की ओर रूख किया और गुजराती धारावाहिक ज्योति का निर्देशन किया। इसी बीच उन्होंने अपनी प्रोडक्शन कंपनी आकृति की स्थापना की जिसके बैनर तले उन्होंने पलाश के फूल, बाजे पायल, कोरा कागज और दाल में काला जैसे लोकप्रिय धारावाहिकों का निर्माण किया।
आशा पारेख ने हिंदी फिल्मों के अलावा गुजराती, पंजाबी और कन्नड़ फिल्मों में भी अपने अभिनय का जौहर दिखाया। वर्ष 1963 में प्रदर्शित गुजराती फिल्म अखंड सौभाग्यवती उनके कैरियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में शुमार की जाती है।आशा पारेख भारतीय सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने सिने आर्टिस्ट ऐसोसियेशन की अध्यक्ष के रूप में वर्ष 1994 से 2000 तक काम किया।
आशा पारेख को अपने सिने कैरियर में खूब मान..सम्मान मिला। वर्ष 1992 में कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान को देखते हुये वह पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित की गयी।आशा पारेख ने लगभग 85 फिल्मों में अभिनय किया है। उनकी कुछ उल्लेखनीय फिल्में हैं हम हिंदुस्तानी, घूंघट, घराना, भरोसा,जिद्दी, मेरे सनम, लव इन टोकियो, दो बदन, आये दिन बहार के,उपकार,शिकार,कन्यादान,साजन,चिराग,आन मिलो सजना,मेरा गांव मेरा देश,आन मिलो सजना,कारवां,बिन फेरे हम तेरे, सौ दिन सास के, बुलंदी,कालिया, बंटवारा, आंदोलन आदि।

पीएनजी की कीमतों को लेकर रोष उत्पन्न हुआ

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतें जहां लोगों को लगातार झटके पर झटका दे रही है। वही सीएनजी और पीएनजी की कीमतें भी लोगों को महंगाई की मार झेलने को मजबूर कर रही है। हालांकि डीजल और पेट्रोल के साथ सीएनजी और पीएनजी की बढ़ती कीमतों को लेकर लोगों में रोष उत्पन्न हो रहा है। लेकिन पेट्रोलियम कंपनियां इससे कोई सरोकार ना रखते हुए लगातार लोगों को महंगाई की मार झेलने को मजबूर कर रही है।
शनिवार को राजधानी दिल्ली समेत अन्य शहरों में सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में इजाफा किया गया है। राजधानी दिल्ली में आज सीएनजी की कीमतों में दो रूपये 28 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। 2 अक्टूबर को लगातार तीसरे दिन राजधानी दिल्ली समेत अन्य शहरों में डीजल एवं पेट्रोल की कीमतों में इजाफा हुआ है। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड ने दिल्ली में सीएनजी की कीमतों में 2.28 रुपये प्रति किलोग्राम और नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद में 2.55 रुपये प्रति किलोग्राम का इजाफा किया है। इस बढ़ोतरी के बाद ग्राहकों को अब दिल्ली में सीएनजी 47.58 रुपये प्रति किलोग्राम जबकि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में 53.45 रुपये प्रति किलोग्राम मिलेगी। सीएनजी की नई कीमतें 2 अक्टूबर यानी आज सुबह 6 बजे से लागू हो गई हैं।
वहीं, कीमतों में हुए इजाफे के बाद आज से सीएनजी गुरुग्राम में 55.81 रुपये प्रति किलोग्राम, रेवाड़ी में 56.50 रुपये प्रति किलोग्राम, करनाल और कैथल में 54.70 रुपये प्रति किलोग्राम, मुजफ्फरनगर, मेरठ, शामली में 60.71 रुपये प्रति किलोग्राम, कानपुर, फतेहपुर, हमीरपुर में 63.97 रुपये प्रति किलोग्राम और अजमेर में 62.41 रुपये प्रति किलोग्राम मिलेगी।

ट्रिपल मर्डर की वारदात को अंजाम दिया, हड़कंप

हरिओम उपाध्याय         
कानपुर। उत्तर प्रदेश में बेखौफ हुए बदमाश आपराधिक वारदातों को धड़ाधड़ अंजाम देते हुए पुलिस की कार्यप्रणाली पर लगातार सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं। कानपुर में पिछले 36 घंटे के भीतर मर्डर की चौथी वारदात हुई है। ट्रिपल मर्डर की वारदात ने सभी को बुरी तरह झकझोर कर रख दिया है।
कानपुर के फजलगंज के उंचवा मोहल्ले में बदमाशों ने ट्रिपल मर्डर की वारदात को अंजाम देकर हड़कंप मचा दिया है। यहां पर किराना स्टोर संचालक और उसकी पत्नी तथा बेटे की निर्मम हत्या कर दी गई है। किराना कारोबारी और उसकी पत्नी व बेटे की हत्या के बाद बेखौफ हुए बदमाश मौके से आराम के साथ सुरक्षित भाग निकले। किराना कारोबारी के दोनों पैर रस्सी से बंधे हुए थे। जबकि उसकी पत्नी और बेटे का शव उसके पास में ही पड़ा हुआ था। तीनों की हत्या गला घोटकर की गई है। शनिवार को दिन निकलते ही ट्रिपल मर्डर की जानकारी पर आसपास के लोगों में सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर बुरी तरह से हडबडाई पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिये है। पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने भी ट्रिपल मर्डर की वारदात की बाबत मौके से नमूने इकट्ठे किये हैं।
पुलिस ने किराना कारोबारी की दुकान को सील कर दिया है। फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड के आने तक किसी को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई। डीसीपी हेड क्वार्टर संजीव त्यागी ने बताया है कि मृत मिले बच्चे का मुंह पॉलिथीन से बंधा हुआ मिला हैै। जबकि महिला और पुरुष के शरीर पर गहरी चोटों के निशान हैं, उन्होंने अनुमान लगाया है कि पहले पूरे परिवार का गला घोटकर मर्डर किया गया। उसके बाद दंपत्ति पर किसी धारदार हथियार से भी प्रहार किए गए। पुलिस गहनता के साथ मामले की छानबीन करते हुए पूरे परिवार को ठिकाने लगाकर फरार हुए हत्यारोपियों तक पहुंचने के प्रयासों में लगी हुई है।

स्वतंत्रता व निजता के अधिकार का उल्लंघन किया

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि सामान्य परिस्थितियों में किसी व्यक्ति को डीएनए जांच के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है।
न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी और न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय की पीठ ने पैतृक संपत्ति के मालिकाना हक से जुड़े एक विवाद में डीएनए जांच के आदेश को चुनौती देने वाली एक याचिका पर शुक्रवार को अपने फैसले में ये रेखांकित किया।
शीर्ष अदालत ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा संबंधित पक्ष के एक व्यक्ति का डीएनए जांच कराने के आदेश को पलटते हुए कहा कि वैकल्पिक सबूतों के रहते डीएनए जांच का आदेश देना उस व्यक्ति के व्यक्तिगत स्वतंत्रता एवं निजता के अधिकार का उल्लंघन है।
उच्चतम न्यायालय ने यह भी कहा कि डीएनए जांच के आदेश देने से पहले अदालतों को यह देखना चाहिए कि संबंधित मामले में सबूत के तौर पर वह जांच कितने महत्वपूर्ण हैं। डीएनए जांच का आदेश विशेष परिस्थितिओं ही दिया जा सकता है। किसी व्यक्ति की पहचान जानने, पारिवारिक संबंधों का पता लगाने और स्वास्थ्य संबंधी अनिवार्य जानकारी हासिल करने आदि परिस्थितियों में संबंधित व्यक्ति की सहमति से किया जा सकता है।
शीर्ष अदालत ने कहा कि डीएनए जांच संबंधित व्यक्ति की सहमति के विपरीत नहीं किया जा सकता है। बिना सहमति जांच का आदेश न केवल उस व्यक्ति के संवैधानिक अधिकारों का हनन है, बल्कि संबंधित पक्ष पर एक बोझ की तरह है।
न्यायालय ने इस संबंध में 'के एस पुट्टास्वामी बनाम भारत संघ' मामले में नौ न्यायाधीशों के सर्वसम्मत फैसले का उल्लेख किया। अदालत ने कहा सामान्य परिस्थितियों में डीएनए जांच के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता। संविधान में इसे संरक्षित किया गया है।
उच्चतम न्यायालय ने हिमाचल प्रदेश के कालका के एडिशनल सिविल जज (सीनियर डिवीजन) के 2017 उस फैसले को बहाल करने का कभी आदेश दिया, जिसमें डीएनए जांच कराने की मांग को खारिज कर दी गई थी।
यह मामला वर्ष 2013 से हिमाचल प्रदेश के कालका जिले की अदालत में दाखिल किया गया था, जिसमें अशोक कुमार नाम के एक व्यक्ति ने दिवंगत त्रिलोक चंद्र गुप्ता और सोना देवी का बेटा होने के साथ-साथ उनकी रिहायशी पैतृक संपत्ति पर मालिकाना हक का दावा किया था। सुनवाई के दौरान दिवंगत दंपति की तीन बेटियों ने कहा कि अशोक (दिवंगत गुप्ता दंपति) का बेटा नहीं है। तीनों बेटियों ने सच्चाई का पता लगाने के लिए अदालत से अशोक का डीएनए जांच कराने की मांग उठाई थी, जिसे निचली अदालत ने खारिज कर दिया था। दंपति की बेटियों का कहना था कि अशोक से उनका खून का कोई नाता नहीं है।
निचली अदालत ने जमीन संबंधी कागजातों में अशोक का नाम पाया था। अशोक के अन्य प्रमाण पत्रों में त्रिलोकचंद और सोना देवी का नाम दर्ज किए जाने को सबूत मानते हुए अपना फैसला दिया था।

कांग्रेस में घमासान, रायपुर से दिल्ली पहुंचें सीएम

अकांशु उपाध्याय             
नई दिल्ली। पंजाब के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस में अब घमासान मच गया है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समर्थक चार और विधायक आज सुबह रायपुर से दिल्ली पहुंचे।
इस तरह से दो दिन में मुख्यमंत्री समर्थक 10 विधायक दिल्ली पहुंच गए हैं। भूपेश समर्थक 25 विधायक पहले से ही यहां डेरा डाले हैं और उनका कहना है कि वे पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलकर उन्हें बताएंगे कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार अच्छा काम कर रही है, इसलिए उन्हें बदलाव नहीं जाना चाहिए। मुख्यमंत्री के समर्थन में दिल्ली पहुंच रहे विधायको को बताया नहीं जा रहा है कि उन्हें दिल्ली में करना क्या है।रायपुर से दिल्ली जा रहे एक-एक विधायक से जब फोन पर पूछा गया है कि वह क्यों जा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि दिल्ली से उनके एक वरिष्ठ साथी का फोन आया है कि आपको दिल्ली आना है। दिल्ली में क्या कार्यक्रम है, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है।
इस बीच मुख्यमंत्री बधेल ने छत्तीसगढ़ में आज से अपनी सरकार की उपलब्धियों को बताने के लिए राज्यव्यापी दौरा शुरू कर दिया है। वह प्रदेश के हर जिले में जाकर लोगों से मिलेंगे, उनकी समस्याएं सुनेंगे और अपनी सरकार की उपलब्धियां उन्हें बताएंगे।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर जंग छिड़ी है और मामला पार्टी आलाकमान तक पहुंच चुका है। सिंहदेव का कहना है कि समझौते के तहत बघेल को ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बनाया गया था इसलिए अब मुख्यमंत्री उन्हें बनाया जाना चाहिए।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-413 (साल-02)
2. रविवार, अक्टूबर 3, 2021
3. शक-1984,सावन, कृष्ण-पक्ष, तिथि-त्रियोदशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:11, सूर्यास्त 06:13।
5. न्‍यूनतम तापमान -24 डी.सै., अधिकतम-36+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेंगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...