शनिवार, 2 अक्तूबर 2021

प्रदर्शित फिल्म आसमान से की केरियर की शुरुआत

कविता गर्ग         
मुंबई। 2 अक्तूबर 1942 को मुंबई में एक मध्यम वर्गीय गुजराती परिवार में जन्मीं आशा पारेख ने अपने सिने करियर की शुरूआत बाल कलाकार के रूप में 1952 में प्रदर्शित फिल्म आसमान से की। 
इस बीच निर्माता-निर्देशक विमल राय एक कार्यक्रम के दौरान आश पारेख के नृत्य को देखकर काफी प्रभावित हुये और उन्हें अपनी फिल्म बाप बेटी में काम करने का प्रस्ताव दिया।
वर्ष 1954 में प्रदर्शित यह फिल्म टिकट खिड़की पर असफल साबित हुयी। इस बीच आशा पारेख ने कुछ फिल्मों में छोटे मोटे रोल किये लेकिन उनकी असफलता से उन्हें गहरा सदमा पहुंचा और उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से किनारा कर अपना ध्यान एक बार फिर से अपनी पढ़ाई की ओर लगाना शुरू कर दिया।
वर्ष 1958 में आशा पारेख ने अभिनेत्री बनने के लिये फिल्म इंडस्ट्री का रूख किया लेकिन निर्माता.निर्देशक विजय भट्ट ने आशा पारेख को अपनी फिल्म गूंज उठी शहनाई में काम देने से इंकार कर दिया। हालांकि इसके ठीक अगले दिन उनकी मुलाकात निर्माता-निर्देशक नासिर हुसैन से हुयी जिन्होंने उनकी प्रतिभा को पहचान कर अपनी फिल्म दिल देके देखो में काम करने का प्रस्ताव दिया।वर्ष 1959 में प्रदर्शित इस फिल्म की कामयाबी के बाद आशा पारेख फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कुछ हद तक कामयाब हो गयी।वर्ष 1960 में आशा पारेख को एक बार फिर से निर्माता.निर्देशक नासिर हुसैन की फिल्म .जब प्यार किसी से होता है में काम करने का अवसर मिला। फिल्म की सफलता ने आशा पारेख को स्टार के रूप में स्थापित कर दिया। इन फिल्मों की सफलता के बाद आशा पारेख निर्माता.निर्देशक नासिर हुसैन की प्रिय अभिनेत्री बन गयी और उन्होंने उन्हें अपनी कई फिल्मों में काम करने का अवसर दिया। इनमें फिर वही दिल लाया हूं,तीसरी मंजिल, बहारो के सपने, प्यार का मौसम और कारवां जैसी सुपरहिट फिल्में शामिल हैं।
वर्ष 1966 में प्रदर्शित फिल्म तीसरी मंजिल आशा पारेख के सिने कैरियर की बड़ी सुपरहिट फिल्म साबित हुयी।इस फिल्म के बाद आशा पारेख के कैरियर में ऐसा सुनहरा दौर भी आया जब उनकी हर फिल्म सिल्वर जुबली मनाने लगी। यह सिलसिला काफी लंबे समय तक चलता रहा। इन फिल्मों की कामयाबी को देखते हुए वह फिल्म इंडस्ट्री में .जुबली गर्ल के नाम से प्रसिद्ध हो गयी।
वर्ष 1970 में प्रदर्शित फिल्म कटी पतंग आशा पारेख की एक और सुपरहिट फिल्म साबित हुयी।शक्ति सामंत के निर्देशन में बनी इस फिल्म में आशा पारेख का किरदार काफी चुनौतीपूर्ण था लेकिन उन्होंने अपने सधे हुये अभिनय से इसे जीवंत कर दिया। इस फिल्म में दमदार अभिनय के लिये उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।नब्बे के दशक में आशा पारेख ने फिल्मों में काम करना काफी कम कर दिया। इस दौरान उन्होने छोटे पर्दे की ओर रूख किया और गुजराती धारावाहिक ज्योति का निर्देशन किया। इसी बीच उन्होंने अपनी प्रोडक्शन कंपनी आकृति की स्थापना की जिसके बैनर तले उन्होंने पलाश के फूल, बाजे पायल, कोरा कागज और दाल में काला जैसे लोकप्रिय धारावाहिकों का निर्माण किया।
आशा पारेख ने हिंदी फिल्मों के अलावा गुजराती, पंजाबी और कन्नड़ फिल्मों में भी अपने अभिनय का जौहर दिखाया। वर्ष 1963 में प्रदर्शित गुजराती फिल्म अखंड सौभाग्यवती उनके कैरियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में शुमार की जाती है।आशा पारेख भारतीय सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने सिने आर्टिस्ट ऐसोसियेशन की अध्यक्ष के रूप में वर्ष 1994 से 2000 तक काम किया।
आशा पारेख को अपने सिने कैरियर में खूब मान..सम्मान मिला। वर्ष 1992 में कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान को देखते हुये वह पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित की गयी।आशा पारेख ने लगभग 85 फिल्मों में अभिनय किया है। उनकी कुछ उल्लेखनीय फिल्में हैं हम हिंदुस्तानी, घूंघट, घराना, भरोसा,जिद्दी, मेरे सनम, लव इन टोकियो, दो बदन, आये दिन बहार के,उपकार,शिकार,कन्यादान,साजन,चिराग,आन मिलो सजना,मेरा गांव मेरा देश,आन मिलो सजना,कारवां,बिन फेरे हम तेरे, सौ दिन सास के, बुलंदी,कालिया, बंटवारा, आंदोलन आदि।

पीएनजी की कीमतों को लेकर रोष उत्पन्न हुआ

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतें जहां लोगों को लगातार झटके पर झटका दे रही है। वही सीएनजी और पीएनजी की कीमतें भी लोगों को महंगाई की मार झेलने को मजबूर कर रही है। हालांकि डीजल और पेट्रोल के साथ सीएनजी और पीएनजी की बढ़ती कीमतों को लेकर लोगों में रोष उत्पन्न हो रहा है। लेकिन पेट्रोलियम कंपनियां इससे कोई सरोकार ना रखते हुए लगातार लोगों को महंगाई की मार झेलने को मजबूर कर रही है।
शनिवार को राजधानी दिल्ली समेत अन्य शहरों में सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में इजाफा किया गया है। राजधानी दिल्ली में आज सीएनजी की कीमतों में दो रूपये 28 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। 2 अक्टूबर को लगातार तीसरे दिन राजधानी दिल्ली समेत अन्य शहरों में डीजल एवं पेट्रोल की कीमतों में इजाफा हुआ है। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड ने दिल्ली में सीएनजी की कीमतों में 2.28 रुपये प्रति किलोग्राम और नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद में 2.55 रुपये प्रति किलोग्राम का इजाफा किया है। इस बढ़ोतरी के बाद ग्राहकों को अब दिल्ली में सीएनजी 47.58 रुपये प्रति किलोग्राम जबकि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में 53.45 रुपये प्रति किलोग्राम मिलेगी। सीएनजी की नई कीमतें 2 अक्टूबर यानी आज सुबह 6 बजे से लागू हो गई हैं।
वहीं, कीमतों में हुए इजाफे के बाद आज से सीएनजी गुरुग्राम में 55.81 रुपये प्रति किलोग्राम, रेवाड़ी में 56.50 रुपये प्रति किलोग्राम, करनाल और कैथल में 54.70 रुपये प्रति किलोग्राम, मुजफ्फरनगर, मेरठ, शामली में 60.71 रुपये प्रति किलोग्राम, कानपुर, फतेहपुर, हमीरपुर में 63.97 रुपये प्रति किलोग्राम और अजमेर में 62.41 रुपये प्रति किलोग्राम मिलेगी।

ट्रिपल मर्डर की वारदात को अंजाम दिया, हड़कंप

हरिओम उपाध्याय         
कानपुर। उत्तर प्रदेश में बेखौफ हुए बदमाश आपराधिक वारदातों को धड़ाधड़ अंजाम देते हुए पुलिस की कार्यप्रणाली पर लगातार सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं। कानपुर में पिछले 36 घंटे के भीतर मर्डर की चौथी वारदात हुई है। ट्रिपल मर्डर की वारदात ने सभी को बुरी तरह झकझोर कर रख दिया है।
कानपुर के फजलगंज के उंचवा मोहल्ले में बदमाशों ने ट्रिपल मर्डर की वारदात को अंजाम देकर हड़कंप मचा दिया है। यहां पर किराना स्टोर संचालक और उसकी पत्नी तथा बेटे की निर्मम हत्या कर दी गई है। किराना कारोबारी और उसकी पत्नी व बेटे की हत्या के बाद बेखौफ हुए बदमाश मौके से आराम के साथ सुरक्षित भाग निकले। किराना कारोबारी के दोनों पैर रस्सी से बंधे हुए थे। जबकि उसकी पत्नी और बेटे का शव उसके पास में ही पड़ा हुआ था। तीनों की हत्या गला घोटकर की गई है। शनिवार को दिन निकलते ही ट्रिपल मर्डर की जानकारी पर आसपास के लोगों में सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर बुरी तरह से हडबडाई पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिये है। पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने भी ट्रिपल मर्डर की वारदात की बाबत मौके से नमूने इकट्ठे किये हैं।
पुलिस ने किराना कारोबारी की दुकान को सील कर दिया है। फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड के आने तक किसी को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई। डीसीपी हेड क्वार्टर संजीव त्यागी ने बताया है कि मृत मिले बच्चे का मुंह पॉलिथीन से बंधा हुआ मिला हैै। जबकि महिला और पुरुष के शरीर पर गहरी चोटों के निशान हैं, उन्होंने अनुमान लगाया है कि पहले पूरे परिवार का गला घोटकर मर्डर किया गया। उसके बाद दंपत्ति पर किसी धारदार हथियार से भी प्रहार किए गए। पुलिस गहनता के साथ मामले की छानबीन करते हुए पूरे परिवार को ठिकाने लगाकर फरार हुए हत्यारोपियों तक पहुंचने के प्रयासों में लगी हुई है।

स्वतंत्रता व निजता के अधिकार का उल्लंघन किया

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि सामान्य परिस्थितियों में किसी व्यक्ति को डीएनए जांच के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है।
न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी और न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय की पीठ ने पैतृक संपत्ति के मालिकाना हक से जुड़े एक विवाद में डीएनए जांच के आदेश को चुनौती देने वाली एक याचिका पर शुक्रवार को अपने फैसले में ये रेखांकित किया।
शीर्ष अदालत ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा संबंधित पक्ष के एक व्यक्ति का डीएनए जांच कराने के आदेश को पलटते हुए कहा कि वैकल्पिक सबूतों के रहते डीएनए जांच का आदेश देना उस व्यक्ति के व्यक्तिगत स्वतंत्रता एवं निजता के अधिकार का उल्लंघन है।
उच्चतम न्यायालय ने यह भी कहा कि डीएनए जांच के आदेश देने से पहले अदालतों को यह देखना चाहिए कि संबंधित मामले में सबूत के तौर पर वह जांच कितने महत्वपूर्ण हैं। डीएनए जांच का आदेश विशेष परिस्थितिओं ही दिया जा सकता है। किसी व्यक्ति की पहचान जानने, पारिवारिक संबंधों का पता लगाने और स्वास्थ्य संबंधी अनिवार्य जानकारी हासिल करने आदि परिस्थितियों में संबंधित व्यक्ति की सहमति से किया जा सकता है।
शीर्ष अदालत ने कहा कि डीएनए जांच संबंधित व्यक्ति की सहमति के विपरीत नहीं किया जा सकता है। बिना सहमति जांच का आदेश न केवल उस व्यक्ति के संवैधानिक अधिकारों का हनन है, बल्कि संबंधित पक्ष पर एक बोझ की तरह है।
न्यायालय ने इस संबंध में 'के एस पुट्टास्वामी बनाम भारत संघ' मामले में नौ न्यायाधीशों के सर्वसम्मत फैसले का उल्लेख किया। अदालत ने कहा सामान्य परिस्थितियों में डीएनए जांच के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता। संविधान में इसे संरक्षित किया गया है।
उच्चतम न्यायालय ने हिमाचल प्रदेश के कालका के एडिशनल सिविल जज (सीनियर डिवीजन) के 2017 उस फैसले को बहाल करने का कभी आदेश दिया, जिसमें डीएनए जांच कराने की मांग को खारिज कर दी गई थी।
यह मामला वर्ष 2013 से हिमाचल प्रदेश के कालका जिले की अदालत में दाखिल किया गया था, जिसमें अशोक कुमार नाम के एक व्यक्ति ने दिवंगत त्रिलोक चंद्र गुप्ता और सोना देवी का बेटा होने के साथ-साथ उनकी रिहायशी पैतृक संपत्ति पर मालिकाना हक का दावा किया था। सुनवाई के दौरान दिवंगत दंपति की तीन बेटियों ने कहा कि अशोक (दिवंगत गुप्ता दंपति) का बेटा नहीं है। तीनों बेटियों ने सच्चाई का पता लगाने के लिए अदालत से अशोक का डीएनए जांच कराने की मांग उठाई थी, जिसे निचली अदालत ने खारिज कर दिया था। दंपति की बेटियों का कहना था कि अशोक से उनका खून का कोई नाता नहीं है।
निचली अदालत ने जमीन संबंधी कागजातों में अशोक का नाम पाया था। अशोक के अन्य प्रमाण पत्रों में त्रिलोकचंद और सोना देवी का नाम दर्ज किए जाने को सबूत मानते हुए अपना फैसला दिया था।

कांग्रेस में घमासान, रायपुर से दिल्ली पहुंचें सीएम

अकांशु उपाध्याय             
नई दिल्ली। पंजाब के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस में अब घमासान मच गया है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समर्थक चार और विधायक आज सुबह रायपुर से दिल्ली पहुंचे।
इस तरह से दो दिन में मुख्यमंत्री समर्थक 10 विधायक दिल्ली पहुंच गए हैं। भूपेश समर्थक 25 विधायक पहले से ही यहां डेरा डाले हैं और उनका कहना है कि वे पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलकर उन्हें बताएंगे कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार अच्छा काम कर रही है, इसलिए उन्हें बदलाव नहीं जाना चाहिए। मुख्यमंत्री के समर्थन में दिल्ली पहुंच रहे विधायको को बताया नहीं जा रहा है कि उन्हें दिल्ली में करना क्या है।रायपुर से दिल्ली जा रहे एक-एक विधायक से जब फोन पर पूछा गया है कि वह क्यों जा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि दिल्ली से उनके एक वरिष्ठ साथी का फोन आया है कि आपको दिल्ली आना है। दिल्ली में क्या कार्यक्रम है, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है।
इस बीच मुख्यमंत्री बधेल ने छत्तीसगढ़ में आज से अपनी सरकार की उपलब्धियों को बताने के लिए राज्यव्यापी दौरा शुरू कर दिया है। वह प्रदेश के हर जिले में जाकर लोगों से मिलेंगे, उनकी समस्याएं सुनेंगे और अपनी सरकार की उपलब्धियां उन्हें बताएंगे।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर जंग छिड़ी है और मामला पार्टी आलाकमान तक पहुंच चुका है। सिंहदेव का कहना है कि समझौते के तहत बघेल को ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बनाया गया था इसलिए अब मुख्यमंत्री उन्हें बनाया जाना चाहिए।

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-413 (साल-02)
2. रविवार, अक्टूबर 3, 2021
3. शक-1984,सावन, कृष्ण-पक्ष, तिथि-त्रियोदशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:11, सूर्यास्त 06:13।
5. न्‍यूनतम तापमान -24 डी.सै., अधिकतम-36+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेंगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
http://www.universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745  
                     (सर्वाधिकार सुरक्षित)

अगले 5 दिनों में लू चलने की संभावना जताई

अगले 5 दिनों में लू चलने की संभावना जताई इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। दिल्ली समेत देशभर में गर्मी बढ़ रही है। आने वाले दिनों के लिए भारत मौसम वि...