मंगलवार, 7 सितंबर 2021

उड़ान: तालिबान के साथ काम कर रहा अमेरिका

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि उनका विभाग काबुल से अतिरिक्त चार्टर उड़ानों की व्यवस्था के लिए तालिबान के साथ काम कर रहा है। ताकि वे लोग अफगानिस्तान से निकल सकें जो अमेरिका की सैन्य वापसी के बाद देश छोड़ना चाह रहे हैं। ब्लिंकन मंगलवार को कतर के शीर्ष राजनयिकों और रक्षा अधिकारियों के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की राजधानी से अतिरिक्त चार्टर उड़ानों के बंदोबस्त के लिए अमेरिका पिछले कुछ समय से तालिबान के साथ संपर्क में है। विदेश मंत्री ने कहा कि तालिबान ने उन सभी लोगों को सुरक्षित निकासी का आश्वासन दिया है जो उचित यात्रा दस्तावेजों के साथ अफगानिस्तान से निकलना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में अब भी करीब 100 अमेरिकी नागरिक जहां-तहां हैं जो वहां से निकलना चाहते हैं।

सीजी: पंचायत के पंचगण ने सराहनीय कार्य किया

दुष्यंत टीकम         
रायपुर। राजधानी के धरसींवा ब्लॉक के टेकारी ग्राम पंचायत के उपसरपंच आदित्य शर्मा व पंचायत के पंचगण ने सराहनीय कार्य किया है।
आप को बतादें धरसींवा स्थित टेकारी ग्राम में डेढ़ एकड़ सरकारी जमीन राकेश अग्रवाल द्वारा कब्जा किया जा रहा था। जिसको लेकर टेकारी ग्राम पंचायत के उपसरपंच आदित्य शर्मा व पंचायत के पंचगण द्वारा एक महीना पूर्व में कब्जा हटवाया गया था। जिसे राकेश अग्रवाल द्वारा पुनःउसी सरकारी जमीन को धन,बल और अपनी पहुँच दिखा कर राकेश अग्रवाल द्वारा फिर से कब्जा कर लिया गया था। जिसकी जानकारी होने पर टेकारी ग्राम पंचायत के उप सरपंच और पंचगण द्वारा तहसीलदार महोदय को सरकारी जमीन को अवैध कब्जा मुक्त कराने हेतु ज्ञापन दिया गया था। जिस पर आज टेकारी ग्राम पंचायत के उपसरपंच,पंचगण सहित टेकारी ग्रामवासियों द्वारा आज तहसीदार के नेतृत्व में विधानसभा थाना पुलिस बल को लेकर पुन: उक्त सरकारी जमीन पर मौके पर पहुंचकर अवैध कब्जा हटवाया गया। जिसको लेकर ग्रामवासियों में खुशी देखने को मिली साथ ही साथ सरकारी जमीनों को अवैध रूप से कब्जा करने वालों को एक सबक मिला।

हिमाचल में बारिश व आंधी की संभावना जारी की

श्रीराम मौर्य            

शिमला। हिमाचल प्रदेश में दक्षिणी पश्चिमी मानसून के सक्रिय होने के चलते आज से भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान के मुताबिक अगले चार दिनों तक भारी बारिश और आंधी को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है। आज सुबह से मौसम खराब रहा और प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का दौर शुरू हो गया। पिछले चौबीस घंटों में प्रदेश के नैना देवी में 125 मिलीमीटर, हमीरपुर 72, झंडुता 72, नाहन 29, जोगिद्रनगर 26, आरएल 1700 में 23, मंडी 22, भोरंज और भरारी में 18, घुमारंवी 7, खीरी, पालमपुर, पावटा साहिब और महरे में 6 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई।मौसम विशेषज्ञों ने बिलासपुर, ऊना, मंडी जिला के सुंदरनगर व मंडी शहर, सिरमौर जिला के पांवटा साहिब व नाहन, हमीरपुर व सोलन जिला के बद्दी व कसौली में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा शिमला, कांगड़ा व कुल्लू में भी बारिश की संभावना है और पहाड़ों पर बर्फबारी हो सकती है। किन्नौर व लाहुल स्पीति को छोड़ बाकी दस जिलों में तीन दिनों तक भारी बारिश और आंधी तथा भूस्खलन की आशंका जताई है। विभाग के इस अलर्ट के बाद प्रशासन ने लोगों को सतर्क किया है व अगर बहुत जरूरी न हो तो यात्रा टालने की राय दी है, ताकि कोई नुकसान न हो।

प्रदेश में न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। उना में सबसे अधिक 32.2, नाहन 29.3, सोलन 28.5, बिलासपुर और कांगडा 29.5, हमीरपुर और चंबा में 28.3, शिमला में 22.6, सुंदरनगर 27.5, भुंतर 30.4, किन्नौर जिले के कल्पा में 23.6 डिग्री, धर्मशाला में 28.6 डिग्री, चंबा जिले के डलहौजी 19.2, और लाहौल स्पीति जिले के केलांग में 21.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है।

कोविड-19 नियमों का पालन, कर्फ्यू में बदलाव

अतुल त्यागी
हापुड़। कोरोना महामारी के बीच शासन ने कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए रात्रिकालीन कर्फ्यू में बदलाव किया है। अब रात्रि 11 बजे तक बाजार खुल सकते है। अभी तक 10 बजे तक ही दुकाने खोलने का आदेश था। कोविड-19 की नियंत्रित स्थिति को देखते हुए शासन ने रात्रिकालीन कर्फ्यू रात्रि 11 बजे से प्रातः 06 बजे तक प्रभावी किया हैं। शासन के अनुसार 11 बजे तक सभी दुकानें/बाजार बंद हो जाएं। लोग अनावश्यक सड़कों पर न घूमें। 
विभिन्न राज्यों में कोविड-19 के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। हमें सावधान रहना होगा। अतिरिक्त स्थिति बरतनी होगी। कोविड-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाना बहुत जरूरी है।

ओवैसी की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की

बृजेश केसरवानी       
प्रयागराज। पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी श्रीमती शाइस्ता परवीन और उनका पूरा परिवार हजारों समर्थकों के साथ आज लखनऊ के हिल्टन होटल मे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन एआईएमआईएम राष्ट्रीय अध्यक्ष बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और आगामी विधानसभा 2022 चुनाव का बिगुल जोर शोर से बजा दिया। मजलिस के मंडल प्रवक्ता अफसर महमूद ने अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के ए आई एम आई एम ज्वाइन करने पर बधाई देते हुए बताया कि आज पूरा शहर प्रयागराज खुशी मना रहा है और जल्दी शाइस्ता परवीन के नगर आगमन पर एक बड़ा कार्यक्रम रखा जाएगा।
उनके पार्टी ज्वाइन करने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। जैसा कि बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी के तीन दिनी उत्तर प्रदेश दौरे की शुरुआत करते हुए बैरिस्टर साहब ने फैजाबाद अयोध्या से चुनावी जनसभा की शुरुआत कर दी। श्रीमती शाइस्ता परवीन को बधाई देने वालों में मुख्य रूप से शादाब अली, एडवोकेट आरिफ इकबाल, एडवोकेट मोहम्मद उस्मान, इमरान अहमद, सिद्दीकी कुरेश अहमद, जाफरी मुजीब, उर रहमान, एडवोकेट चौधरी अब्राहिम नसीम, इस इफ्तेखार अहमद, मंदर अरशद अली, दानिश अंसारी, फजल फाकरी, मोहम्मद तारीक अंसारी, प्रवीण कुरैशी आदि।

सरकार ने इलाके में कोई शिविर स्थापित नहीं किया

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद अहमद ने कहा है कि अफगानिस्तान से भागने की कोशिश कर रहे अफगान शरणार्थियों को आश्रय देने के लिए उनका देश कोई नया शिविर स्थापित नहीं कर रहा है। ‘बिजनेस रिकॉर्डर’ की खबर के अनुसार, रशीद ने कहा कि सीमा पर कोई अफगान शरणार्थी नहीं है और सरकार ने उस इलाके में कोई शिविर स्थापित नहीं किया है।

रशीद ने रविवार को तोरखम सीमा का दौरा किया था जहां उन्होंने यह बयान दिया। देश में पहले से ही लगभग तीस लाख अफगान शरणार्थी हैं और ऐसी खबरें आ रही थीं कि सीमा पर लोग एकत्र होकर पाकिस्तान में घुसने का प्रयास कर रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान में रह रहे शरणार्थियों में से लगभग आधे लोग अवैध रूप से रह रहे हैं क्योंकि उन्हें अपना पंजीकरण नहीं करवाया है।

10 वर्षीय बालक के साथ कुकर्म, गिरफ्तार किया

हरिओम उपाध्याय         

मुजफ्फरनगर। 10 वर्षीय दलित बालक के साथ कुकर्म करने के मामले में गिरफ्तार करके जेल भेजे गए आरोपी को पॉक्सो अदालत ने दोषी घोषित कर दिया है। सुनवाई के दौरान दी गई दलीलों के आधार पर दोषी घोषित किए गए कुकर्म के आरोपी को अब न्यायालय की ओर से बुधवार को सजा सुनाई जाएगी। मंगलवार को जिला न्यायालय के पॉक्सो एक्ट की विशेष अदालत में वर्ष 2016 की 17 अक्टूबर को भोपा थाना क्षेत्र के ग्राम छछरौली के जंगल में लगे गुड़ बनाने के कोल्हू के पास स्थित खेत में 10 वर्षीय दलित बालक के साथ कुकर्म किए जाने के मामले में सुनवाई की गई। इस मामले में दोनों पक्ष की ओर से अदालत के सम्मुख पेश की गई दलीलो के मद्देनजर न्यायालय द्वारा आरोपी शाहनवाज को दोषी घोषित कर दिया गया है। अब आगामी 8 सितंबर अर्थात बुधवार को दोषी घोषित किए गए कुकर्म के आरोपी शाहनवाज को विशेष पॉक्सो अदालत द्वारा सजा सुनाई जाएगी। 

दस वर्षीय बालक के साथ कुकर्म किये जाने के इस मामले की सुनवाई विशेष अदालत पॉक्सो के जज राजीव कुमार तिवारी की कोर्ट में हुई। सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से विशेष लोक अभियोजक दिनेश कुमार शर्मा व विशेष लोक अभियोजक मनमोहन वर्मा ने जोरदार पैरवी की। अभियोजन की कहानी के मुताबिक वर्ष 2016 की 17 अक्टूबर को जनपद मुजफ्फरनगर के थाना भोपा क्षेत्र के ग्राम छछरौली में 10 वर्षीय दलित बालक गांव में लगे गुड बनाने के कोल्हू के पास अपने एक दोस्त के साथ पपीते तोड़ने के लिए गया था। इसी दौरान कोल्हू से बाहर निकलकर आरोपी शाहनवाज पपीते तोड़ रहे बच्चों के पास पहुंच गया और वहां से एक 10 वर्षीय बालक को जबरन समीप के खेत में ले गया। जहां पर शाहनवाज ने उसके साथ कुकर्म किया। पीड़ित बालक की ओर से मदद के लिए शोर मचाने पर दौड़े लोगों को देखकर आरोपी मौके से फरार हो गया था। बालक के साथ कुकर्म किए जाने की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे परिजन सीधे बालक को लेकर भोपा थाने पहुंचे और पुलिस को आरोपी के खिलाफ तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद धारा 377 आईपीसी एवं 5-6 पॉक्सो एक्ट तथा दलित एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था।

सीएम पद संभाला, दिल्ली दौरे पर हैं बासवराज

बेंगलुरू। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद मंगलवार को दिल्ली को चौथी बार दिल्ली दौरे पर हैं। जहां वह मंत्रिमंडल में चार रिक्त मंत्री पदों को भरने के संबंध में केंद्रीय नेताओं से बातचीत कर सकते हैं। कई विधायकों द्वारा कैबिनेट से बाहर किए जाने पर नाराजगी व्यक्त करने के बीच राज्य में भारतीय जनता पार्टी भाजपा के भीतर असंतोष व्यापत है। नेताओं को शांत करने के लिए श्री बोम्मई के पास अपने मंत्रिमंडल में चार मंत्री के खाली पदों को भरने और विभिन्न बोर्डों और निगमों में अध्यक्षों की नियुक्ति करने का विकल्प है। राज्य में असंतुष्ट विधायकों में एसए रामदास, सांसद रेणुकाचार्य, सीपी योगेश्वर, रमेश जारकीहोली और श्रीमंत पाटिल शामिल हैं। सर्वश्री जारकीहोली, योगश्वर और पाटिल बार-बार दिल्ली का दौरा कर केंद्रीय नेतृत्व के साथ मंत्री पद की पैरवी कर रहे हैं। इसके अलावा एमटीबी नागराज और आनंद सिंह सहित कुछ मंत्रियों ने भी अपने विभागों के बंटवारे पर नाराजगी व्यक्त की है।

श्री सिंह इस मुद्दे पर हालांकि सबसे मुखर रहे हैं और उन्होंने मंत्री पद तथा विधानसभा सदस्यता से भी इस्तीफा देने के संकेत दिए हैं। इस पर संभावना जतायी जा रही है कि मुख्यमंत्री दिल्ली में इन दोनों मुद्दों पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चर्चा करेंगे। श्री बोम्मई की इससे पहले दिल्ली दौरे के दौरान श्री नड्डा से मुलकात नहीं हो सकती थी। भाजपा अध्यक्ष निजी कारणों से उपलब्ध नहीं थे।

विषयक एक दिनी वेबिनार का आयोजन हुआ

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। हुकम सिंह बोरा राजकीय महाविद्यालय सोमेश्वर “नई शिक्षा नीति 2020 उपलब्धियां एवं चुनौतियां” विषयक एक दिनी वेबिनार का आयोजन हुआ। वेबीनार का लक्ष्य नई शिक्षा नीति के विभिन्न बिंदुओं को समझाना और उसके प्रावधानों को जानना वेबिनार का आयोजन किया गया।

मुख्य संरक्षक सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा के कुलपति नरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि यह विषय केवल अध्यापकों के लिए ही नहीं बल्कि छात्रों व अभिभावकों के लिए भी अति समसामयिक और महत्वपूर्ण है। उन्होंने वेबीनार की सफलता के लिए शुभकामना दी। मुख्य वक़्ता डा. चंदन श्रीवास्तव ने नई शिक्षा नीति 2020 के विविध बिंदुओं को अति सरल और सारगर्भित शब्दों में प्रस्तुत किया और इस नीति की उपलब्धियों और चुनौतियों को बिंदुवार उजागर किया।

टीबी के मरीजों के इलाकें में इलाज बताया: डीएम

पंकज कपूर           
हरिद्वार। जिलाधिकारी को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिस इलाके में टी.बी के लक्षण वाले मरीज अधिक संख्या में मिलते हैं, तो उस इलाके में स्वास्थ्य विभाग कैम्प लगाकर जांच व इलाज कराता हैैं तथा जिस परिवार में इस तरह के मामले सामने आते हैं। उनके पूरे परिवार की जांच की जाती है। 
श्री विनय शंकर पाण्डेय को अधिकारियों ने यह भी बताया कि मेडिकल स्टोर से जो लोग टी0बी0 से सम्बन्धित दवा खरीदते हैं, उसका विवरण मेडिकल स्टोर वाले स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध नहीं कराते हैं, जिसकी वजह से योजना बनाने में दिक्कत होती है। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि अब मेडिकल स्टोर में टी.बी से सम्बन्धित जो भी दवा दी जायेगी, उसका विवरण मेडिकल स्टोर को, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के, ह्वाट्स अप नम्बर पर देना आवश्यक होगा। उन्होंने निर्देश दिये कि ड्रग इंस्पेक्टर के माध्यम से इसे लागू कराना सुनिश्चित कराइये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि जिन अस्पतालों में टी.बी के बीमारी की जांच की सुविधा अभी उपलब्ध नहीं है। ऐसे अस्पतालों से मरीजों को जहां जांच की सुविधा है। वहां के लिये भेजा जाये। इसमें लापरवाही कत्तई न की जाये। 
जिलाधिकारी को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पोषण योजना के अन्तर्गत टी.बी का मरीज चिह्नित होने पर, उसे 500 रूपये प्रतिमाह की धनराशि सीधे उसके खाते में डीबीटी के माध्यम से दी जाती है। 
इस मौके पर जिलाधिकारी से- आलोक, शामकी, शमा, शहरिल, पूर्व में जो टी0बी0 के मरीज थे, वे आज पूरी तरह से टी0बी0 से मुक्त हो चुके हैं, ने जिलाधिकारी से मुलाकात भी की। जिलाधिकारी ने उनकी कुशलक्षेम पूछी तथा उन्हें पोषण किट एवं शाॅल भेंटकर उनके स्वस्थ्य जीवन की कामना की।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एस.के झा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. राजेश, डाॅ. अजय कुमार सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

बरेली जंक्शन का निरीक्षण कर सकते हैं डीआरएम

संदीप मिश्र         

बरेली। उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल के डीआरएम तरुण प्रकाश आज यानि मंगलवार को बरेली जंक्शन का निरीक्षण कर सकते है। उनके आने की सूचना मिलते ही जंक्शन के सभी कार्यालयों में खलबली मची हुई है। अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक सभी अपना रिकॉर्ड मेंटेन करने में जुटे है। डर है कि कहीं डीआरएम पिछली वार की तरह इस बार भी कहीं कोई बड़ी कार्रवाई न कर जाएं।

दरअसल, मुरादाबाद मंडल के डीआरएम तरुण प्रकाश सुबह ही मंडल के हरदुआगंज और चंदौसी स्टेशनों के निरीक्षण पर निकले है। बरेली जंक्शन के अधिकारियों को सूचना मिली कि वहां से लौटते समय वह बरेली जंक्शन का भी निरीक्षण कर सकते है। इसके बाद से जंक्शन पर साफ-सफाई से लेकर अधिकारियों के कार्यालयों तक सभी अपने काम में जुट गए। बताया जा रहा है कि डीआरएम शाम को चार से पांच बजे के बीच बरेली जंक्शन पहुंच सकते है।

सुरक्षाबल के वाहनों की तस्वीरें ट्विटर पर साझा कीं

श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को दावा किया कि उन्हें नजरबंद कर दिया गया है और कहा कि इस कदम से सरकार के स्थिति सामान्य होने के दावों की सच्चाई सामने आ गई है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने गुपकर स्थित अपने आवास के मुख्य द्वार के बाहर खड़े सुरक्षा बल के वाहनों की तस्वीरें ट्विटर पर साझा कीं।उन्होंने लिखा, ” मुझे आज नजरबंद कर दिया गया क्योंकि प्रशासन के अनुसार कश्मीर में स्थिति अभी तक सामान्य है। स्थिति सामान्य होने के दावों की सच्चाई सामने आ गई है।” उन्होंने केन्द्र पर यह भी आरोप लगाया कि जहां भारत सरकार अफगानिस्तान में लोगों के अधिकारों के लिए चिंता व्यक्त कर रही है, वहीं कश्मीरियों को इससे वंचित रखा गया है। पीडीपी की नेता ने कहा, ” भारत सरकार ने अफगान लोगों के अधिकारों को लेकर चिंता व्यक्त की है, लेकिन जानबूझ कर कश्मीरियों को इससे वंचित रख रही है।”

सीएम ने नए कलेक्ट्रेट भवन का लोकार्पण किया

पंकज कपूर        
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने अल्मोड़ा जनपद भ्रमण के दौरान आज पाण्डेखोला स्थित नये कलेक्ट्रेट भवन का लोकार्पण किया। पाण्डेखोला स्थित नवीन कलेक्ट्रेट में कोषागार, जिला शासकीय अधिवक्ता कार्यालय, अभियोजन कार्यालय, आबकारी कार्यालय व अन्य पटलों ने कार्य करना शुरू कर दिया है। धीरे-धीरे सभी पटल यहॉ शिफ्ट हो जायेंगे। इस दौरान हुए सूक्ष्म कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा कई लाभार्थियों को प्रशस्ति पत्र व सहायता राशि के चैक वितरित किये। जिनमें पीएमइजीपी योजना के अन्तर्गत 2 लाभार्थी व मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत 3 लाभार्थियों को प्रशस्ति पत्र वितरित किये गये। 
समाज कल्याण विभाग द्वारा दिये जाने वाले 5 दिव्यांग जन लाभार्थियों को सहायक उपकरण वितरित किये गये। इसके अलावा 5 लाभार्थी महिलाओं को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट व 5 लाभार्थियों को पर्यटन विभाग द्वारा कोविड के कारण हुए आर्थिक नुकसान हेतु दिये जाने वाली सहायता राशि दो हजार रू. की प्रथम किश्त के रूप में प्रदान की गई। इस अवसर पर उन्होंने कुल 29894.89 लाख रू. की योजनओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जिसमें 18097.83 लाख रू. की योजनाओं का लोकार्पण एवं 11797.06 लाख रू. की योजनाओं का शिलान्यास किया।

अनियंत्रित होकर सड़क पर पलटा वाहन, घायल

पंकज कपूर      
देहरादून। टिहरी गढ़वाल से एक दिल को दहला देने वाला समाचार आया है। यहां एक वाहन में सवार दर्जन भर स्कूली बच्चे हादसे का शिकार होकर घायल हो गये हैं। यह घटना नरेंद्र नगर ब्लॉक के दोगी पट्टी क्षेत्र में बांसकाटल संपर्क मार्ग पर घटित हुई है। जहां एक छोटा हाथी वाहन सड़क पर पलट गया।
मिली जानकारी के अनुसार उद्यान विभाग का छोटा हाथी वाहन यूके 07सीबी- 8121 गूलर की तरफ जा रहा था। शाम लगभग पौने तीन बजे की बात है कि विद्यालय की छुट्टी के बादराइका घेराधार के कुछ छात्र-छात्राएं वाहन में सवार हो गए। बांसकाटल के नजदीक पहुंचने पर अचानक वाहन अनियंत्रित हो कर पहाड़ी से टकराने के बाद वाहन सड़क पर ही पलट गया। 

सरकार के गठन की घोषणा की तैयारियां पूरी की

काबुल। तालिबान ने कहा कि अफगानिस्तान में नयी सरकार के गठन की घोषणा की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। तालिबान के प्रवक्ता अहमदुल्ला मुत्ताकी ने यह जानकारी दी। उसने ट्विटर पर लिखा, “इस्लामी सरकार की घोषणा की तैयारी पूरी हो चुकी है। जल्द ही सरकार गठन की घोषणा की जायेगी।” 
इससे पहले, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा था कि कुछ तकनीकी मुद्दों को छोड़कर अफगानिस्तान में सरकार के गठन पर निर्णय लेने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।

शेरवुड कॉलेज से कक्षा नौवीं व दसवीं की पढ़ाई की

पंकज कपूर         

नैनीताल। प्रकृति के बची बसी सरोवर नगरी नैनीताल की सुरम्य वादियां दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इसकी यादें आज भी लोगों के दिलों में बसी है। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन भी कई बार अलग-अलग मंच से यहां की यादें लोगोें से साझा कर चुके हैं। अब एक बार फिर उन्होंने नैनीताल में पढ़ाई के दौरान की एक घटना लोगों के सामने रखी है। बता दें की अमिताभ बच्चन 1956 से 1958 के बीच नैनीताल के शेरवुड कॉलेज से कक्षा नौवीं व दसवीं की पढ़ाई की है। यहां पढ़ाई के दौरान ही उनके अभिनय की शुरुआत हुई। यहां वह कई नाटकों में अभिनय कर चुके है। इसी दौरान की एक घटना उन्होंने अब दुनिया के सामने रखी है।

सोनी टीवी पर प्रसारित हो रहे काैन बनेगा करोड़पति के सीजन 13 में सोमवार की रात उन्होंने बताया कि उन्हें बचपन से ही फिल्मों का शौक था। पढ़ाई के दौरान उन्होंने नाटकों में अभिनय भी किया। उनके अभिनय की पहली पाठशाला नैनीताल का शेरवुड कालेज रहा है। वह फिल्मों के इतने शौकीन थे कि रात में काॅलेज से कंबल ओढ़कर छिपते हुए फिल्म देखने जाते थे।

वह बोले, शेरवुड स्कूल नैनीताल की पहाड़ी में स्थित था। उन्हेंं फिल्मों का खासा शौक था लेकिन स्कूल का अनुशासन इसमें आड़े आता था। इस वजह से रात में वह हास्टल से जैसे-तैसे दीवार फांदकर निकलते थे। फिर बाहर आकर कंबल ओढ़कर लेते थे ताकि पहचाने न जाएं। तब नैनीताल में एकमात्र सिनेमाघर था। फिल्म देखने के बाद वह फिर से कंबल ओढ़कर ही लौट जाते थे। प्रिंसिपल को पता नहीं चलता था। 

शिक्षक भर्ती पद के लिए नोटिफिकेशन जारी किया

पंकज कपूर      
देहरादून। आप भी शिक्षक बनना चाहते तो ये खबर आपके लिए ही है। शिक्षक भर्ती पद के लिए आयोग ने नोटिफिकेशन जारी कर ऑनलाइन आवेदन मांगे है। 
इच्छुक उम्मीदवार आयोग की आधिकारिक वेबसाइट  के माध्यम से 30 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। 
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 1 सितंबर से शुरू हो गई है। परीक्षा उत्तराखंड के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर 26 नवंबर को आयोजित कराई जाएगी। 

भारत के कप्पाड तट पर केरल पहुँचा था वास्को

नई दिल्ली/ वाशिंगटन डीसी। वास्को दी गामा को भारत की खोज करने का श्रेय देते हुए इतिहासकार उसके गुणगान करते दिखेंगे। उस काल में जब यूरोप से भारत के मध्य व्यापार केवल अरब के माध्यम से होता था। उस पर अरबवासियों का प्रभुत्व था। भारतीय मसालों और रेशम आदि की यूरोप में विशेष मांग थी। पुर्तगालवासी वास्को दी गामा समुद्र के रास्ते अफ्रीका महाद्वीप का चक्कर लगाते हुए भारत के कप्पाड तट पर 14, मई, 1498 कालीकट, केरल पहुँचा था। केरल का यह प्रदेश समुद्री व्यापार का प्रमुख केंद्र था। स्थानीय निवासी समुद्र तट पर एकत्र होकर गामा के जहाज को देखने आये क्यूंकि गामा के जहाज की रचना अरबी जहाजों से अलग थी

केरल के उस प्रदेश में शाही जमोरियन राजपरिवार के राजा समुद्रीन का राज्य था। राजा अपने बड़े से शाही राजमहल में रहता था। गामा अपने साथियों के साथ राजा के दर्शन करने गया। रास्ते में एक हिन्दू मंदिर को चर्च समझ कर गामा और उसके साथी पूजा करने चले गए। वहां स्थित देवीमूर्ति को उन्होंने मरियम की मूर्ति समझा और पुजारियों के मुख से श्री कृष्ण के नाम को सुनकर उसे क्राइस्ट का अपभ्रंश समझा। गामा ने यह सोचा कि लम्बे समय तक यूरोप से दूर रहने के कारण यहाँ के ईसाईयों ने कुछ स्थानीय रीति रिवाज अपना लिए है। इसलिए ये लोग यूरोप के ईसाईयों से कुछ भिन्न मान्यताओं वाले है। गामा की सोच उसके ईसाईयत के प्रति पूर्वाग्रह से हमें परिचित करवाती है। राजमहल में गामा का भव्य स्वागत हुआ। उसे 3000 सशस्त्र नायर सैनिकों की टुकड़ी ने अभिवादन दिया। गामा को तब तक विदेशी राजा के राजदूत के रूप में सम्मान मिल रहा था। सलामी के पश्चात गामा को राजा के समक्ष पेश किया गया। जमोरियन राजा हरे रंग के सिंहासन पर विराजमान था। उनके गले में रतनजड़ित हीरे का हार एवं अन्य जवाहरात थे। जो उनकी प्रतिष्ठा को प्रदर्शित करते थे। गामा द्वारा लाये गए उपहार अत्यंत तुच्छ थे। राजा उनसे प्रसन्न नहीं हुआ। फिर भी उसने सोने, हीरे आदि के बदले मसालों के व्यापार की अनुमति दे दी।

स्थानीय अरबी व्यापारी राजा के इस अनुमति देने के विरोध में थे। क्यूंकि उनका इससे व्यापार पर एकाधिकार समाप्त हो जाता। गामा अपने जहाज़ से वापिस लौट गया। उसकी इस यात्रा में उसके अनेक समुद्री साथी काल के ग्रास बन गए। उसका पुर्तगाल वापिस पहुंचने पर भव्य स्वागत हुआ। उसने यूरोप और भारत के मध्य समुद्री रास्ते की खोज जो कर ली थी। आधुनिक लेखक उसे भारत की खोज करने वाला लिखते है। भारत तो पहले से ही समृद्ध व्यापारी देश के रूप में संसार भर में प्रसिद्द था। इसलिए यह कथन यूरोपियन लेखक की पक्षपाती मानसिकता को प्रदर्शित करता है।

पुर्तगाल ने अगली समुद्री यात्रा की तैयारी आरम्भ कर दी। इस बार लड़ाकू तोपों से सुसज्जित 13 जहाजों और 1200 सिपाहियों का बड़ा भारत के लिए निकला। कुछ महीनों की यात्रा के पश्चात यह बेड़ा केरल पहुंचा। कालीकट आते ही पुर्तगालियों ने राजा के समक्ष एक नाजायज़ शर्त रख दी कि राजा केवल पुर्तगालियों के साथ व्यापारिक सम्बन्ध रखेंगे। अरबों के साथ किसी भी प्रकार का व्यापार नहीं करेंगे। राजा ने इस शर्त को मानने से इंकार कर दिया। झुंझला कर पुर्तगालियों ने खाड़ी में खड़े एक अरबी जहाज को बंधक बना लिया।

अरबी व्यापारियों ने भी पुर्तगालियों की शहर में रुकी टुकड़ी पर हमला बोल दिया। पुर्तगालियों ने बल प्रयोग करते हुए दस अरबी जहाजों को बंधक बना कर उनमें आग लगा दी। इन जहाजों पर काम करने वाले नाविक जिन्दा जल कर मर गए। पुर्तगालियों यहाँ तक नहीं रुके। उन्होंने कालीकट पर अपनी समुद्री तोपों से बमबारी आरम्भ कर दी। यह बमबारी दो दिनों तक चलती रही। कालीकट के राजा को अपना महल छोड़ना पड़ा। यह उनके लिया अत्यंत अपमानजनक था। पुर्तगाली अपने जहाजों को मसालों से भरकर वापिस लौट गए। यह उनका हिन्द महासागर में अपना वर्चस्व स्थापित करने का पहला अभियान था।

गामा को एक अत्याचारी एवं लालची समुद्री लुटेरे के रूप में अपनी पहचान स्थापित करनी थी। इसलिए वह एक बार फिर से आया। इस बार अगले तीन दिनों तक पुर्तगाली अपने जहाजों से कालीकट पर बमबारी करते रहे। खाड़ी में खड़े सभी जहाजों और उनके 800 नाविकों को पुर्तगाली सेना ने बंधक बना लिया। उन बंधकों की पहले जहाजों पर परेड करवाई गई। फिर उनके नाक-कान, बाहें काटकर उन्हें तड़पा तड़पा कर मारा गया। अंत में उनके क्षत-विक्षत शरीरों को नौकाओं में डालकर तट पर भेज दिया गया।

ज़मोरियन राजा ने एक ब्राह्मण संदेशवाहक को उसके दो बेटों और भतीजे के साथ सन्धि के लिए भेजा गया। गामा ने उस संदेशवाहक के अंग भंग कर, अपमानित कर उसे राजा के पास वापिस भेज दिया। और उसके बेटों और भतीजे को फांसी से लटका दिया। पुर्तगालियों का यह अत्याचार केवल कालीकट तक नहीं रुका। वे पश्चिमी घाट के अनेक समुद्री व्यापार केंद्रों पर अपना कहर बरपाते हुए गोवा तक चले गए। गोवा में उन्होंने अपना शासन स्थापित किया। यहाँ उनके अत्याचार की एक अलग दास्तान फ्रांसिस ज़ेवियर नामक एक ईसाई पादरी ने लिखी।

पुर्तगालियों का यह अत्याचार केवल लालच के लिए नहीं था। इसका एक कारण उनका अपने आपको श्रेष्ठ सिद्ध करना भी था। इस मानसिकता के पीछे उनका ईसाई और भारतीयों का गैर ईसाई होना भी एक कारण था। इतिहासकार कुछ भी लिखे मगर सत्य यह है कि वास्को दी गामा एक नाविक के भेष में दुर्दांत, अत्याचारी, ईसाई लुटेरा था। खेद है वास्को डी गामा के विषय में स्पष्ट जानकारी होते हुए भी हमारे देश के साम्यवादी इतिहासकार उसका गुणगान कर उसे महान बनाने पर तुले हुए है। इतिहास का यह विकृतिकरण हमें संभवत विश्व के किसी अन्य देश में नहीं मिलेगा। 

यूके: 10 सितंबर तक बारिश का दौर रहेगा जारी

पंकज कपूर              

देहरादून। उत्तराखंड में फिलहाल बारिश से राहत मिलने वाली नहीं है। राज्य में अगले 4 दिन यानी 10 सितंबर तक बारिश का दौर जारी रहेगा। जिसको लेकर मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी कर दिया है तथा साथ ही लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।मौसम विभाग ने 6 एवं 7 सितंबर को राज्य के नैनीताल पिथौरागढ़ बागेश्वर जनपदों में कहीं-कहीं तीव्र बौछार के साथ भारी बारिश की आशंका जताई है, वहीं राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में आकाशीय बिजली चमकने के साथ गर्जन होने के संभावना है।

8 सितंबर को राज्य के चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी,नैनीताल , बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिलों में भारी बारिश व तीव्र बौछार का येलो अलर्ट रहेगा। जबकि आगामी 9 एवं 10 सितंबर को राज्य के लगभग सभी पर्वतीय एवं मैदानी जनपदों में हल्की एवं मध्यम वर्षा गरज चमक के साथ होने की संभावना जताई गई है। जबकि पर्वतीय राज्यों में कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की आशंका भी जताई गई है। बारिश के येलो अलर्ट के बाद प्रशासन भी अलर्ट मोड में आ गया है।

भारत को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका: पीएम

अकांशु उपाध्याय        

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सांकेतिक भाषा शब्दकोष, टॉकिंग बुक्स, निष्ठा शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम और विद्यांजलि पोर्टल जैसी, शिक्षा क्षेत्र में नयी पहलों की शुरुआत की तथा कहा कि यह योजनाएं भविष्य के भारत को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। ”शिक्षक पर्व” के पहले सम्मेलन को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित कर रहे प्रधानमंत्री ने नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति को ”भविष्य की नीति” बताया और इसे नये स्तर तक ले जाने के लिए जनभागीदारी का आह्वान।

उन्होंने भारतीय सांकेतिक भाषा शब्दकोश (श्रवण बाधितों के लिए ऑडियो और अंतर्निहित पाठ सांकेतिक भाषा वीडियो, ज्ञान के सार्वभौमिक डिजाइन के अनुरूप), बोलने वाली किताबें (टॉकिंग बुक्स, नेत्रहीनों के लिए ऑडियो किताबें), केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की स्कूल गुणवत्ता आश्वासन और आकलन रूपरेखा, निपुण भारत के लिए ‘निष्ठा’ शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम और विद्यांजलि पोर्टल की शुरुआत की।

प्रधानमंत्री ने कहा, ”आज शिक्षक पर्व पर अनेक नई परियोजनाओं का शुभारंभ हुआ है। यह पहल इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि देश अभी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी के 100वें वर्ष में भारत कैसा होगा, इसके लिए देश आज नए संकल्प ले रहा है। आज जो योजनाएं शुरु हुई हैं, वह भविष्य के भारत को आकार देने में अहम भूमिका निभाएंगी।”

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति सिर्फ नीति ही नहीं, बल्कि सहभागिता आधारित है और इसके निर्माण से लेकर इसके क्रियान्वयन के हर स्तर पर देश के शिक्षाविदों, विशेषज्ञों और शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने कहा, ”अब हमें इस भागीदारी को एक नए स्तर तक लेकर जाना है, हमें इसमें समाज को भी जोड़ना है। जब समाज मिलकर कुछ करता है तो इच्छित परिणाम अवश्य मिलते हैं। और आपने ये देखा है कि बीते कुछ वर्षों में जनभागीदारी अब फिर भारत का राष्ट्रीय चरित्र बनता जा रहा है।”

स्वच्छता अभियान, उज्जवला योजना , डिजिटल लेने देन जैसे कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले छह-सात वर्षों में जनभागीदारी की ताकत से भारत में ऐसे-ऐसे कार्य हुए हैं, जिनकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई के विभिन्न माध्यमों का उपयोग करते हुए भारत की शिक्षा व्यवस्था ने दुनिया को अपनी सामर्थ्य दिखायी है।

उन्होंने कहा, ”इन मुश्किल परिस्थितियों में हमने जो सीखा है, उन्हें अब आगे बढ़ाने का समय है।” उन्होंने कार्यक्रम में शामिल छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि लंबे समय बाद स्कूल जाना, दोस्तों से मिलना और क्लास में पढ़ाई करने का आनंद ही कुछ और है। साथ ही उन्होंने सभी को सचेत किया कि उत्साह के साथ-साथ उन्हें कोरोना नियमों का पालन भी पूरी कड़ाई से करना है। कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी, राजकुमार रंजन सिंह और सुभाष सरकार भी उपस्थित थे। 

मानकर बेग ने भगवान जगन्नाथ की प्रार्थना शुरू की

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। सालबेग 17वीं शताब्दी की शुरूआत में मुगलिया शासन के एक सैनिक थे, जिन्हें भगवान जगन्नाथ का सबसे बड़ा भक्त माना जाता है। सालबेग की माता ब्राह्मण थीं, जबकि पिता मुस्लिम थे। उनके पिता मुगल सेना में सूबेदार थे। इसलिए सालबेग भी मुगल सेना में भर्ती हो गए थे। एक बार मुगल सेना की तरफ से लड़ते हुए सालबेग बुरी तरह से घायल हो गए थे। तमाम इलाज के बावजूद उनका घाव सही नहीं हो रहा था। इस पर उनकी मां ने भगवान जगन्नाथ की पूजा की और उनसे भी प्रभु की शरण में जाने को कहा। मां की बात मानकर बेग ने भगवान जगन्नाथ की प्रार्थना शुरू कर दी। उनकी पूजा से खुश होकर जल्द ही भगवान जगन्नाथ ने सालबेग को सपने में दर्शन दिया। अगले दिन जब उनकी आंख खुली तो शरीर के सारे घाव सही हो चुके थे।

इसके बाद बेग ने मंदिर में जा कर भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया क्योंकि जगन्नाथ पुरी नें गैर हिन्दू का प्रवेश वर्जित है। इसके बाद सालबेग मंदिर के बाहर ही बैठकर भगवान की अराधना में लीन हो गए। इस दौरान उन्होंने भगवान जगन्नाथ पर कई भक्ति गीत व कविताएं लिखीं। उड़ीया भाषा में लिखे उनके गीत काफी प्रसिद्ध हुए, बावजूद उन्हें मंदिर में प्रवेश नहीं मिला। इस पर बेग ने एक बार कहा था कि अगर उनकी भक्ति सच्ची है तो उनके मरने के बाद भगवान जगन्नाथ खुद उनको दर्शन देने के लिए आएंगे। सालबेग की मौत के बाद उन्हें जगन्नाथ मंदिर और गुंडिचा मंदिर के बीच ग्रांड रोड के करीब दफना दिया गया। 

यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश

यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश  संदीप मिश्र  लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके ...